प्रेषिका: शीला जाधव
हेल्लो मस्तराम डॉट नेट के पाठको मै शीला हु आज मै अपनी सहेली के घर की एसी सच्चाई बताने जा रही हु जिसे पढ़ कर चूत में आग लग सकती है अगर आग जाये तो अपनी आग बुझाने के लिए किसी लंड का इन्तेजाम कर के रखना या निचे मेरे एक फ्रेंड की ईमेल id लिख रही हु उसका नाम राहुल है अभी जल्दी ही उसने मेरी चूत की प्यास बुझाई है उसका लंड कसम से किसी मुसल से कम नही है और जब चुदाई करता है तो करीब ३५ मिनट तक मुझे नही छोड़ा इतने में मेरी चूत ६ बार झड चुकी थी ओह्ह्ह्ह मै ये क्या बता रही हु सॉरी अब मै अपनी सहेली के घर की सच्ची कहानी लिखने जा रही हु तो ये कहानी है ४४ साल की 1 जवान और खूबसूरत शादीशुदा औरत की जिसके २ जवान लड़के भी है १९ और २० साल के उसके पति नौकरी करते है और वो लोग हसी ख़ुसी जीवन बिता रहे थे 1 दिन करिश्मा को पता चलता है कि उसके पति का कहीं और भी अफेर है और सिर्फ़ अफेर ही नही उनके १७ साल की लड़की भी है तब से करिश्मा के मन मे अपने पति के लिए कड़ुआहट भर गयी पर उसका मायका भी इतना धनी नही था कि वो अपने पति को छोड़ कर घर बैठ जाए और ना ही अब इतनी एज रही कि दूसरी शादी कर सके अपने बेटों की खातिर वो मन मसोस कर रह गयी पर अनिल की दूसरी बीवी उसको खटकने लगी और दिल ही दिल करिश्मा ने उससे बदला लेने की ठान ली पता लगा कर वो शालिनी के घर गयी और उसका सलोना रूप देख कर दंग रह गयी वो भी उसकी ही तराह भरे हुए गुदाज जिस्म की मालिक थी उसकी चूचियाँ भी काफ़ी उठान लिए हुए थी उसने बताया कि वो अनिल की वाइफ है तो शालिनी कुछ डर सी गयी उसको लगा करिश्मा यहाँ बवाल करने आई है पर ऐसा कुछ नही हुआ बल्कि उसका मिज़ाज देख कर शालिनी भी उससे घुल…मिल गयी और बहुत सारी बाते हुई इतनी देर मे ही उसकी बेटी कांची स्कूल से आई तब शालिनी ने उसका परिचय करिश्मा आंटी से कराया कांची भी नाज़ुक सी 18 साल की क्यूट प्यारी सी बच्ची थी और बहुत ही मासूमियत वाली बाते कर रही थी मगर करिश्मा ने दिल ही दिल मे 1 बहुत ही ख़तरनाक प्लान बनाया था वो बदले की आग मे जल रही थी उपर से भले ही वो शालिनी और कांची से हस…हस कर बाते कर रही थी मगर दिल मे कुछ और ही चल रहा था उसने कांची की नाज़ुक चूत अपने लड़कों से फाड़वाने का प्लान बनाया था उसने कई बार अपने दोनो बेटों को मूठ मारते हुए देखा था और समझ चुकी थी कि अब उसके बेटे जवान हो चुके है इस तरह उनके जिस्म की गर्मी भी शांत हो जाएगी और शालिनी की लड़की को चुदवा कर उसका बदला भी पूरा हो जाएगा पर सबसे बड़ी बात थी इस प्लान पर अमल कैसे किया जाए…? पर उसने अपने प्लान पर अमल कर दिया अब वो अक्सर ही शालिनी के घर आने..जाने लगी और करिश्मा ने शालिनी से ये भी कहा कि वो अनिल को ये सब ना बताए कि हम लोग मिल चुके है और अनिल तो काफ़ी…2 दिन बाहर ही रहता था सो उसको पता भी नही चल पाया 1 दिन करिश्मा ने शालिनी से कहा वो कांची को अपने साथ ले जाना चाहती है कल वापस घर छोड़ जाएगी तो उसने मना नही किया और कांची को अच्छे से तैयार करके करिश्मा के साथ भेज दिया घर जाने पे उसने कांची को अपने बेटों से मिलवाया कि ये उसकी सहेली शालिनी की बेटी है और आज रात यहीं रहेगी कांची को देख कर महेश…राकेश खुश हो गये थे कि घर मे टॉप का समान आया है पर उदास भी कि ये मम्मी की सहेली की बेटी है खैर रात को सब लोग अपने अपने रूम मे चले गये और करिश्मा भी 1 सेक्सी झीनी सी मेक्सी पहन कर बेड रूम मे आई तो कांची से बोली बेटी तू नाइट सूट तो लाई ही नही और मेरी नाइटी तुझे आएगी नही तू अपने कपड़े निकाल दे और ऐसे ही सो जा आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
कांची: पर आंटी जी ऐसे कैसे….
करिश्मा: अर्रे शरमाती क्यों है भला अब यहाँ कौन है चल निकाल अपनी जीन्स और टी.शर्ट
कांची ने अपने कपड़े निकाल दिए और टी.शर्ट के नीचे वो झीनी सी समीज़(नोट ब्रा) पहने थी क्योंकि उसकी चूचियाँ अभी इतनी बड़ी नही थी कि उनको ब्रा मे रखा जाता और टाइट भी बहुत थी और नीचे रेड कलर की खूबसूरत सी पॅंटी पहने थी वो उन्ही कपड़ों मे बेड पर आ गयी कुछ देर लेती रहने पर करिश्मा ने सी.डी चला दी जिस पर बहुत ही सेक्सी पिक्चर थी जिसे देख कर कांची कुछ झिझकने लगी तो करिश्मा बोली क्या हुआ बेटी…?
कांची: आंटी जी अजीब सा लग रहा है
करिश्मा– अच्छा अब तू इतनी छोटी भी नही है कि ये सब अजीब सा लगे क्या तू अपने कंप्यूटर पे न्यूड साइट नही देखती या अभी तेरी एम.सी नही सुरू हुई…?
करिश्मा के मूह से ऐसी बाते सुनकर कांची शर्मा गयी और मूह दूसरी तरफ घुमा लिया
करिश्मा– अर्रे मेरी प्यारी बच्ची मैं कुछ पूछ रही हूँ बता ना तेरा कोई बॉय/फ्रेंड है…? कभी तूने किस किया है किसी का,…?
कांची: जी 1 लड़का आजकल मुझे बहुत घूरता है पर वो मेरा बॉय/फ्रेंड तो नही है
करिश्मा: अच्छा बता क्या घूरता है तेरा..?
कांची: मुझे नही पता पर मैं जब भी उसकी तरफ देखती हूँ वो मेरी ही तरफ देखा करता है
करिश्मा: क्या देखता है कहीं इनको तो नही
करिश्मा ने उसकी छोटी…छोटी चूची पर उंगली रख कर कहा
कांची: हां शायद इनको ही पर आंटी इनमे ऐसा क्या है…?
करिश्मा: मैं बताती हूँ मेरी बच्ची इनमे ही तो सारा मज़ा है ये कह कर उन्होने अपनी मेक्सी उतार दी जिससे उनकी बड़ी…बड़ी ब्लॅडार जैसी चूचियाँ किसी आज़ाद कबूतर की तराह बाहर निकल पड़ी और कांची की तरफ लटक गयी
कांची: आंटी आपकी ये इतनी बड़ी..बड़ी क्यों है और मेरे इतने छोटे क्यों…?
करिश्मा : हाय मेरी प्यारी बच्ची तू कितनी भोली बन रही है क्या तेरी मा ने कुछ नही बताया तुझे..?
कांची: आंटी मुझे आपके साथ बहुत मज़ा आ रहा है और आप तो जानती ही है आजकल के बच्चे ख़ास कर जो कॉनवेंट मे पढ़ते हो कितने स्मार्ट होते है मुझे सब कुछ पता है पर आप यकीन मानिए मेरा कोई बॉय/फ्रेंड नही है हां 1 लड़का आजकल मुझे घूरा करता है और जब वो मेरी इनको (चूची पर हाथ रख कर) घूरता है तब मेरे मन मे अजीब सी गुदगुदी होती है
करिश्मा: बेटा मैं बताती हूँ क्यों होती है तुझे अजीब सी गुदगुदी पर मैं तुझे हर बात खुल कर बताती हूँ जैसी की मेरी चूचियाँ इसलिए इतने बड़ी है की तेरे अंकल इनको बहुत ज़ोर..ज़ोर से मसल्ते है और जब तेरा कोई बॉय/फ्रेंड हो जाएगा और वो तेरी चूचियाँ दबाएगा और मसलेगा तो तेरी भी बड़ी हो जाएँगी | आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
कांची– पर कैसे आंटी…?
करिश्मा — ले तू मेरी चूची मसल कर दबा और मज़े ले फिर देख तुझे पता चल जाएगा कि तुझे गुदगुदी क्यों होती है कांची करिश्मा की चूचियों से खेलने लगी और कुछ देर बाद करिश्मा ने भी उसकी समीज़ उतार दी और उसकी नन्ही सी चूचियों पर अपना हाथ फिसलाना सुरू कर दिया था कांची की चूची पर छोटा सा दाना बहुत मस्त लग रहा था जिसे करिश्मा अपनी उंगलियों से रगड़ रही थी जिससे कांची गरम होती जा रही थी और करिश्मा तो चाहती ही यही थी उसने अपनी पॅंटी भी उतार दी और अपनी बड़ी सी भोसड़ी करिश्मा को दिखाती हुई बोली
कहानी जारी है आगे की कहानी पढने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करे …. और मेरे फ्रेंड की ईमेल ID लिख रही हु अगर किसी तरह की हेल्प की जरूरत पड़े तो आप भी मेरी तरह अपनी इच्छा शांत कर सकती है: [email protected]