वो उसको उसी तराह बाहों मे ले कर उछालता जा रहा था और कांची की गर्दन 1 तरफ लूड़क चुकी थी जब ये करिश्मा ने देखा तो उसकी गांड फट गयी और वो फटाफट महेश के रूम की तरफ भागी भड़ाक से दरवाजा खोल कर गुस्से मे बोली
करिश्मा— कमीने हरामजादे क्या मार कर ही निकालेगा अपना बाहर बहन के लॉड देख नही रहा उसकी गर्दन लुढ़क गयी है बेचारी बेहोश हो चुकी है और भोसड़ी के राकेश मैने तुझे भेजा था कि जा कर अपने भाई को समझा और तू खुद ही यहाँ चूत के चक्क्कर मे लग गया आने दो अपने बाप को गांड फड़वाती हूँ तुम दोनो की उतार नीचे बच्ची को हरामी
मोम को इतने गुस्से मे और अपने को इस हाल मे देख कर दोनो की गांड फट चुकी थी
महेश ने धीरे से कांची को बेड पर लिटाया और उसकी चूत से अपना लॉडा जब बाहर निकाला तो खून से सना हुआ था उसका लॉडा और कांची की चूत भी खून से सनी थी
करिश्मा– चल बाथ रूम मे जाकर धोकर आ देख क्या हाल कर दिया बच्ची का
कुछ देर बाद करिश्मा अपने दोनो बेटों के साथ वहीं बेड पर बैठी थी और कांची अभी भी बेहोश थी और अभी भी करिश्मा ने उसके जिस्म पर कपड़े नही डाले थे उसकी चूत पर पानी गर्म करके सिकाई कर रही थी और दोनो बेटे देख रहे थे कुछ ही दर्द मे कांची को होश आ गया और करिश्मा को देखते ही वो चिपेट गयी उससे
कांची: आंटी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मुझे बचा लीजिए प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आंटी बचा लीजिए मुझे वरना ये महेश मार डालेगा मुझे प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ बहुत दर्द हो रहा है मुझे
करिश्मा: बेटी घबरा मत अब मैं हूँ यहाँ और तू आराम से लेट जा अब कोई कुछ नही कहेगा तुझे अभी तेरी चूत की मालिश कर देती हूँ तब आराम मिल जाएगा
हां तो दोस्तों इसके बाद थोड़ी मालिश के बाद खुद करिश्मा ने अपनी मौजूदगी मे ही कांची को अपने बेटों से चुदवाया
तो देखा दोस्तो इंसान की फितरत कैसी होती है खैर जो भी हो चुदास चीज ही एसी है | और मेरे फ्रेंड की ईमेल ID लिख रही हु अगर किसी तरह की हेल्प की जरूरत पड़े तो आप भी मेरी तरह अपनी इच्छा शांत कर सकती है: [email protected]