दीदी की चूत की क्लिट-1 | दीदी की चूत की क्लिट-2
गतांग से आगे की कहानी … काफ़ी देर घूमने क बाद हम ने खाना खाया और मोम डॅड ने कहा चलो होटेल चलो. दीदी: पापा हम यहाँ मज़े करने आए हैं अभी तो 8 बज रहे हैं आप ने जाना है तो जाओ हम बाद मे आ जाएँगे. मोम ने कहा ओके हम जा रहे हैं तुम जल्दी आ जाना. हम बहुत खुश हुए मोम डॅड चले गये और हम माल रोड पे आ गये हम दोबारा रात वाली जगह पे पहुँच गये और दीदी ने अपने शलवार कमीज़ उतार दी और जब मेरे सामने आई तो ओह गॉड व्हाट आ ब्यूटी. दीदी ने लोंग स्कर्ट पहनी हुई थी इतनी क्यूट लग रही थी दीदी कि क्या बताऊं. मे: दीदी आज तो माल रोड पे पता नही कितने अपनी जान से हाथ धो बैठें गे. दीदी: और कुछ रात को हाथ से जान धोऐ गे मीन मास्टरबेट हहहे. हम दोबारा माल रोड पे आ गये आइस क्रीम खाए इधेर उधेर घूमे कुछ शॉपिंग भी की वहाँ हर लड़के की और हर शॉप ओनर की निगाह मेरी दीदी पे थी दीदी मुझे देख के हंस रही थी. हम वहाँ से निकले और लास्ट नाइट वाली जगह की तरफ रवाना हो गये. दीदी की शकल देखने वाली थी आज वो काफ़ी शर्मा रही थी और उन्हे ठंड भी नही लग रही थी. मे: दीदी शर्मा क्यो रही हैं आप? दीदी: ये बाय्स भी ना कोई लड़की नही देखी हो जैसे ऐसे घूर रहे थे मुझे मेरी तो फुददी पानी पानी हो रही है उन की ऐसी निगाहो से इस लिए मुझे ठंड भी लग रही है. रोड पे कोई नही था मैंने दीदी को आगे चलने के लिए कहा दीदी मेरे आगे आगे चलने लगी मैंने अपने दोनो हाथ दीदी की गान्ड पे रखे मुझे इतना मज़ा आ रहा था दीदी की गान्ड पे हाथ रखने से कि क्या कहूँ.. दीदी की गान्ड बहुत नरम है और जब वो एक क़दम उठाती और एक रखती तो मुझे बहुत अच्छा फील होता मैंने दीदी की गान्ड को और टाइट पकड़ लिया दीदी अब स्लो हो गई थी लेकिन मुझे बहुत मज़ा आ रहा था पीछे से एक लाइट आई तो मैंने दीदी की गान्ड को छोड़ दिया और नॉर्मल चलने लगे. कार जब हमारे पास से गुज़री तो लड़के ने आवाज़ दी वाह क्या माल है शेर करना है कॅश दे गे… हम चुप चाप चलते रहे जब वो कार दूर चली गई तो दीदी ने कहा क्या ख़ैयाल है पैसे चाहिए? आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मै: दीदी प्ल्ज़ आप सिर्फ़ मेरी हैं. क्या आप का दिल कर रहा है? दीदी: यही रास्ता है ना? मे: जी दीदी और हम वहाँ से नीचे उतरे और उसी जगहए आके बैठ गये. दीदी डाइरेक्ट मेरी गोद मे बैठ गई. मे: दीदी आप ने बताया नही आप का दिल कर रहा है उन के साथ सेक्स करने का. दीदी ने कोई रिप्लाइ नही दिया. मैंने सोचा शायद नाराज़ हो गई हैं मे जो ऐसी बात कर रहा हूँ. दीदी: चलो भी निकालो अपना लंड आज मेरी फुददी मे डाल दो वो बहुत तडपी है गीली है और बहुत उदास है. प्ल्ज़ इस बार आराम से चोदना पहले फिर बाद मे जैसे दिल चाहे चोदना. मे: दीदी आप पहले चुदवा चुकी हैं फुददी मे? दीदी: हां ना ये सेकेंड टाइम चुदवा रही हूँ अपनी फुददी तुम से. मे: क्या मतलब सेकेंड टाइम मुझ से चुदवा रही हैं पहले किस ने चोदा था आप को? दीदी: लंड डालो मेरी फुददी मे फिर सब बताती हूँ. मे: ओके स्कर्ट उतार दूं? दीदी: नही ऊपर कर लो मैंने नीचे कुछ नही पहना है. मे: वाउ दीदी यू आर ग्रेट यू आर रेडी ऑलरेडी कह के मैंने दीदी को ज़रा उठाया उन की स्कर्ट ऊपर की अपना लंड बाहर निकाला जो बहुत हार्ड था मैंने लंड को दीदी की फुददी पे रखा और आराम से अंदर डालने लगा मेरा लंड आराम आराम से पूरा दीदी की फुददी मे चला गया. दीदी: बस अंदर ही रहने दो कुछ ना करो इतनी ठंड मे कुछ तो हॉट मेरे अंदर है. मे: दीदी बाते ने किस ने चोदा है पहले आप की फुददी मे? दीदी: तुम ने और किस ने. मे: मैंने लेकिन कब मुझे तो नही पता. दीदी: यार अंकल की पार्टी मे मुझे तुम्हारी फ्रेंड ने आ के कहा कि उस ने तुम से मिलना था और उस की मोम उसे कहीं जाने नही दे रही है और मुझे भेजा कि तुम्हे बुला लाऊँ. पहले तो मैंने सोचा कि तुम्हे बुलाती हूँ और सॅड न्यूज़ सुनाती हूँ फिर जब मे आ रही थी तो मैंने सोचा घर मे तो तुम से कुछ नही होता क्यो ना आज मे ही तुम से चुदवा लूँ आ के कह दूं तुम से कि वो नही आ रही तुम मुझे चोद लो. मुझे पता तो चल गया था कि तुम ने उसे क्यो बुलाया है फिर मैंने हिम्मत की थी और रूम मे एंटर हुई तो अंधेरा था और तुम ने मुझे पकड़ लिया इस से पहले मे कुछ कहती तुम ने डोर लॉक कर दिया. फिर तुम ने मेरी शलवार उतारी तो मे खुश हो गई और सोचा चल ऐसे ही सही तुम्हे पता नही होगा लेकिन तुम अपनी दीदी को चोद चुके हो गे और जब पता चले गा तब डेली चोदो गे और तुम ने अपना लंड मेरी फुददी मे डाला मुझे बहुत दर्द हुआ लेकिन मैंने कोई आवाज़ नही निकाली फिर मैंने टांगे खोल दीं क्यो कि तुम्हारा लंड पूरा अंदर नही जा रहा था और तुम ने मुझे अपनी गफ़ समझ के मज़े से चोदा मेरा मज़ा डबल हो गया क्यो कि मे अपने भाई से चुदवा रही थी और उसे पता ही नही था फिर फिर तुम्हारा मुकाबला उस से नही हुआ और तुम्हे पता ही नही चला मैंने सोचा अब खुद ही बता दूं. रात इस लिए मैंने गान्ड मे चुदवाइ क्यो कि वहाँ तो चुदवा चुकी थी फिर मैंने सोचा पता नही मौका कब मिले अभी गान्ड मरवा लूँ फुददी तो चुदवा चुकी हूँ तुम से. मैंने सुना तो हैरान रह गया कि मैंने कब का अपनी बहन को चोद लिया है और मुझे पता ही नही था मैंने दीदी की गान्ड को उठाया और नीचे से चोदने लगा मेरा लंड स्पीड से इन आउट हो रहा था लेकिन मे कुछ देर मे थक गया दीदी को फील हुआ तो दीदी ने अपनी स्कर्ट पकड़ी और अपनी गान्ड को उछाल उछाल कर मेरे लंड पे मारना शुरू कर दिया. दीदी; भाई मज़ा आ रहा है ना अपनी दीदी की फुददी मे चोदने का बताओ भाई आज ज़्यादा मज़ा आ रहा है या उस दिन जब मेरी कुँवारी फुददी मारी थी मेरी दोनो वर्जिन होल तुम ले चुके हो भाई आह चोदो ज़ोर से भाई तुम भी झटके मारो नीचे से मुझे बहुत मज़ा आ रहा है चोदो मुझे भाई और तेज़ और तेज़. मे: जी दीदी बहुत मज़ा आ रहा है उस दिन मज़ा आया था लेकिन इतना नही क्यो कि मे नही जानता था कि मे अपनी दीदी को चोद रहा हूँ दीदी और तेज़ करो गान्ड मारो ज़ोर से मेरा लंड पूरा अंदर डालो मज़ा आ रहा है दीदी आह ह्म्म्म. दीदी: भाई मे 1 साल से तरस रही थी तुम्हारी वजह से मे ऐसी नही थी लेकिन तुम ने मुझे बहुत बेशरम बना दिया है अब प्ल्ज़ मुझे डेली चोदना मेरी शादी के बाद भी मे तुम से चुदवाने आया करूँ गी भाई आह भाई मे तुम्हारे बच्चो की मा बनूँ गी मेरी शादी के बाद तुम मुझे चोदना और मुझे मा बना देना भाई तुम्हारा लंड बहुत अच्छा है | आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मुझे बहुत मज़ा आता है. 20 मिनिट के बाद मे अपनी बहन की फुददी मे फारिग हो गया और वो भी फारिघ् हो गई और मुझ पे बैठ गई. फिर कुछ देर बाद दीदी ने मेरा लंड अपनी फुददी से बाहर निकाला और मेरे सामने बैठ गई दीदी ने मेरा लंड पकड़ के अपने मूँह मे डाला और उसे सक करना शुरू कर दिया दीदी ने मेरा लंड सॉफ कर दिया जो मेरी और दीदी की कम से भरा हुआ था फिर दीदी ने अपनी फुददी से कम अपने हाथ पे निकाली और जब सारी निकल आई तो उसे भी सक करने लगी दीदी हमारी कम पी गई. मैंने दीदी को अपनी जगह बिताया और दीदी की फुददी को लिक्क करने लगा. दीदी: हां भाई चतो मेरी फुददी को खा जाओ इसे आह भाई बहुत मज़ा आ रहा है भाई प्ल्ज़ ज़ुबान अंदर डालो और अंदर प्ल्ज़ भाई और तेज़ करो मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. आहह भैईई ह्म्म्म्मम भाई आह चोदो अपनी बहन को आह भाई. दीदी का हाल देख कर उनकी आवाज़े सुन कर मेरा लंड खड़ा होने लगा मैंने 15 मिनिट दीदी की फुददी को चॅटा और दीदी मेरे मूँह मे फारिघ् हो गई मैंने दीदी की सारी कम पी ली और फिर दीदी को कहा. मे: दीदी मैंने डॉगी स्टाइल मे खड़े हो के आप की गान्ड मारनी है दीदी जल्दी से उठी और स्कर्ट ऊपर कर के डॉगी बन गई मे पीछे से आया दीदी की गान्ड पेट हुक लगा के लंड अंदर डाल दिया मेरा लंड काफ़ी अंदर चला गया था. दीदी: भाई आराम से मेरी गान्ड फॅट जाए गी आराम से डालो चोदो मुझे आह भाई आराम से आहह हां भाई थोड़ा बाहर निकालो और करो हां भाई अब आराम से डालो और हां आह भाई आराम से थोड़ा ज़ोर दो आराम आराम से डालो आह भाई मज़ा आ रहा है भाई निकालो आहह आ माआ भाई बस निकालो पूरा प्ल्ज़. मैंने अपना लंड निकाला लेकिन अचानक दीदी ने कहा डालो दोबारा. मैंने लंड अंदर डाला दीदी ने गान्ड टाइट कर ली मेरा लंड रुक गया. दीदी: भाई मे अपनी गान्ड खोलूं गी तुम एक झटके से अंदर डाल देना प्ल्ज़ कह के दीदी ने अपनी गान्ड जो टाइट की हुई थी ढीली की और मैंने दीदी के हिप्स से पकड़ के ज़ोर का झटका मारा जिस से मेरा पूरा लंड दीदी की गान्ड मे घुस गया दीदी की चीक्ख निकल गई दीदी रोने लगी लेकिन दीदी ने मुझे लंड बाहर नही निकालने दिया. दीदी: भाई ऐसे चोदना चाहते थे ना तुम मुझे बताओ भाई मे पूरी कोशिश कर रही हूँ जैसे चाहो चोदो अपनी दीदी को और हमेशा चोदना प्ल्ज़ भाई आह आराम से भाई बताओ ना ऐसे चोदना चाहते थे ना तुम अपनी दीदी को? मे: नही दीदी मे अपनी दीदी को आराम से प्यार सो चोदना चाहता हूँ मे उसे मज़ा देना चाहता हूँ ना कि दर्द दीदी आप ने कहा इस लिए मैंने ज़ोर से झटका लगाया वरना मे तो प्यार देना चाहता हूँ मज़ा देना चाहता हूँ दर्द नही आँसू नही दीदी. दीदी: लेकिन भाई आराम से चुदवाने का मज़ा मुझे आता है और बाय्स को झटके मार के चोदने का मज़ा आता है मेरी फिकेर ना करो बस मुझे ज़ोर से चोदो निकालो पूरा लंड और फिर झटके से अंदर डालो अपनी दीदी की गान्ड मे प्ल्ज़ भाई आह भाई हां वी आउच अम्म्मिईीईईईईई हां भाई आह और तेज़ ज़ोर से चोदो अपनी दीदी को और तेज़ करो भाई प्ल्ज़ आहह भाई बहुत अच्छा लग रहा है ….
कहानी जारी है आगे की कहानी पढने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करे …