प्रेषक: राहुल सिंह
दोस्तों अभी तक अपलोगो ने पढ़ा … राहुल मेरी बगल में आकर लेट गया और मेरा मुह चूमने लगा जिसपर अभी भी उसका वीर्य लगा था। और हलके से मेरे बूब्स सहलाने लगा। मैंने उसका मुरझाया लंड अपने हाथ में सहलाने लगी।.. और अब आगे .. अभी हम लेटे ही थे के हमारा दरवाज़ा खुला। और मेरा देवर नीरज अपनी बीवी मनीषा के साथ अन्दर आ गया।
– वूऊऊव्व्व्व तो सुहागरात मनाई गई है …. नीरज बोला जो अपनी बीवी के साथ एकदम ही नंगा था।
नीरज का लंड मुरझाया हुआ था अभी पर फिर भी राहुल के लंड के जैसे ही लंबा और मोटा लग रहा था। मनीषा के बूब्स बड़े बड़े और गोल गोल थे और सबसे प्यारे उसके गुलाबी निप्पल थे जो एकदम खड़े थे।
राहुल मुझे अपने परिवार के बारे में पहले ही बता चुका था के यहाँ सब खुला है और इसलिए मुझे हैरानी नहीं हुई। हम आराम से वैसे ही लेटे रहे, अभी भी राहुल मेरे बूब्स सहला रहा था और उसका लंड मेरे हाथ में था।
– आओ नीरज भैय्या, आपके बिना सुहागरात कैसे पुरी हो सकती है। आओ मनीषा तुम भी। वो नीरज भैय्या, मैं आपको पहली बार नंगा देख रही हूँ और आप भी अपने भाई से कम नहीं हो। और मनीषा की जवानी भी मस्त लग रही है।
– भाभी मनीषा भी आपके साथ सुहागरात का मजा लेना चाहती थी तो हम यहीं चले आए… नीरज बोला।
– अरे आ न नीरज, हमें भी और मजा आएगा। मैं अभी ही तेरी भाभी को चोद कर हटा हूँ।
नीरज मेरे बगल में आकर लेट गया और मेरा मुह चूमने लगा। मनीषा राहुल की टांगो के बिच बैठ गई और उसका लंड अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी। आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
– भाभी, राहुल ने अपना वीर्य तेरे मुह पर डाला था। अभी तक उसके वीर्य का स्वाद है तेरे चेहरे पर… नीरज बोला
– हाँ भैय्या, मुझे राहुल का वीर्य अपने चेहरे पर बहुत अच्छा लगता है। तू भी अपना वीर्य मेरे ऊपर ही डालना।
– हाँ भाभी, मुझे भी वीर्य अपने ऊपर पसंद आता है… मनीषा बोली और राहुल का लंड फ़िर चूसने लगी।
– देखा भाभी मनीषा बिल्कुल भी वक्त ख़राब नहीं करती। आते ही अपने काम पे लग गई है…. नीरज बोला
मनीषा अपना सर अब ज़ोर से ऊपर नीचे कर राहुल का लंड चूस रही थी। राहुल का लंड फ़िर खड़ा हो चुका था और वोह मनीषा के बूब्स ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था। मैं भी नीरज का लंड हाथ में लेकर उसको ऊपर निचे करने लगी।
– नीरज अपने लंड मेरे मुह में डाल न। मुझे तेरा लंड चुसना है। देखूं तो तेरे लंड का कैसा स्वाद है।
नीरज उठ कर मेरे बूब्स पर बैठ गया और अपना लंड मेरे मुह में डाल दिया। मैं भी अपना सर आगे पीछे कर उसके लंड को चूसने लगी।
– और राहुल कैसी लगी हमारी भाभी तुझे। मनीषा से ज़्यादा चुड़क्कड़ है या कम… नीरज ने राहुल से पूछा
– नीरज तुझे अभी पता चल जाएगा यार… शशिकला मनीषा से कम नहीं है…. राहुल ने जवाब दिया
– हाँ और शशिकला के बूब्स भी बहुत प्यारे है। मैं तो इनको भी चोदुंगा… नीरज बोला
– जो चाहे कर यार… तेरी भाभी मस्त रांड है… इसको चुदाई दिन रात पसंद है… जैसे चाहे वैसे चोद इस रंडी को।
– राहुल भैय्या क्या मैं कम रंडी हूँ… मनीषा बोली… क्या मैंने आपको कभी कमी आने दी है… मेरी चूत तो हमेशा सबके लिए तैयार रहती है… अभी अभी जीजू ने भी चोदा है और अब वोह दीदी को चोद रहे है…
– अरे नहीं मनीषा रानी… तू भी मेरी प्यारी रांड है… बस बिधि अभी नई नई है…. राहुल बोला
– मैं मजाक कर रही थी राहुल … और आप सीरियस हो गए…
मनीषा ने राहुल का लंड से मुह उठा कर मेरी चूत में अपनी जीभ डाल दी…
– वाह शशिकला बहुत गीली चूत है तेरी… अभी तक राहुल का पानी भरा है इसमे… मजा आगया
मैंने नीरज का लंड मुह से निकाल राहुल को बोला….
– राहुल तू अब अपना लंड मेरे मुह में डाल और नीरज तू मेरी चूत चोद मैं भी तो देखूं मेरे देवर का लंड कैसा है। और मनीषा तू इधर आ मेरे पास और मुझे तेरे बूब्स से खेलना है। वह रानी क्या बूब्स हैं तेरे रांड। तभी तुने सबको दीवाना बना रखा है।
– नहीं भाभी सिर्फ़ बूब्स ही नहीं मेरे तो सारे छेदों ने पुरे घर को दीवाना बना दिया है। तू देखना यहाँ सब कैसे सबका ख्याल रखते हैं। तेरी चूत कभी भी खली नहीं रहेगी…. मनीषा बोली। दरवाज़े पर घंटी बजते ही मैंने दरवाज़ा खोला। भैय्या आए थे….
“अरे भैय्या आप… कैसे है… आइये॥”
भैय्या ने ज़ोर से मुझे बाँहों के बीच जकडा और मेरे होठों को चूम लिया और मेरे बूब्स को दबाने लगे।
“ऋतू तेरे बूब्स हमेशा की तरह अभी भी मस्त टाइट है”
“मेरे बूब्स माँ पर गए है ना… उनके भी तो अभी तक टाइट है”
“हाँ, माँ अभी तक मस्त है और उनके जैसे बूब्स कम ही देखने को मिलते है”
बात करते करते हम सोफे पर बैठ गए। मैंने बैठते ही भइया की पंट खोल दी और उनका लौड़ा बहार निकाल दिया और उसको सहलाने लगी। भैये मेरे बूब्स ब्रा से बाहर निकल चुके थे और अब मेरे निप्पल चूस रहे थे। उनका लौड़ा एकदम सख्त था और पुरा 8″ खड़ा था। मैंने धीमे से अपने बूब्स उनसे छुडाये और उनका लुंड चूसने लगी। पहले उनके लाल मोटे सुपदे को चूसा और फ़िर पुरा लौड़ा अपने मुह में लेकर चूसने लगी। मेरे हाथ उनके बाल्स को सहला रहे थे और भैय्या मेरे बूब्स को मसल रहे थे।
तभी मेरे पति राहुल भी आ गए। वोह भैय्या के पास सोफे पर ही बैठ गए।
” हे अंकित तू कब आया” आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
भैय्या ने अपना हाथ मेरे बूब्स से हटा कर राहुल से हाथ मिलाया। “बस अभी ही आया हूँ जीजू। आप बताईये कैसा चल रहा है”
“बढ़िया अंकित॥ सब ठीक है। तू बता घर पर सब कैसे है”
मैं अभी भी भैय्या का लौड़ा और बाल्स चूस रही थी और भइया ने राहुल से हाथ मिलाने के बाद फ़िर अपना हाथ मेरे बूब्स पर रख दिया और दोनों बूब्स फ़िर से मसलने लगे।
“सब ठीक है जीजू। माँ बापू और मनीषा सब मजे मैं है”
मनीषा नीरज की बीवी है। नीरज मुझसे उम्र में २ साल छोटा है। मेरी उम्र अब 30 की है और नीरज 28 साल का और उसकी बीवी मनीषा २७ साल की।
“हाँ अंकित सबसे मिले काफ़ी दिन हो गए, जल्दी आयूंगा सबसे मिलने”
” हाँ जीजू सब आपको याद भी बहुत करते है। एक दिन सब प्रोग्राम बना कर आईये ना”
मैं अब भैय्या का लौड़ा छोड़ कर उठी। वोह अभी तक सख्त था और उसने पानी भी नहीं छोड़ा था। मैं राहुल और अंकित के बिच बैठ गई। बूब्स मेरे अभी तक बाहर झूल रहे थे। पास बैठते ही भैय्या ने मेरी स्कर्ट ऊपर उठा दी और मेरी चूत पर अपना हाथ फेरने लगे। राहुल ने भी मेरे बूब्स सहलाने शुरू कर दिए।
“शशिकला तुने अंकित का लौड़ा ऐसे ही छोड़ दिया। उसका पानी नहीं निकाला अब अंकित को तकलीफ होगी। कैसी बहिन है तू”
“राहुल मैंने जान बुझ कर लौड़ा बिना पानी निकाले छोड़ दिया … तू तो जानता है रीना को … उसको भैय्या का लौड़ा बहुत पसंद है। अभी वोह आती ही होगी” आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
“ओक्क्क पर रीना है कहाँ … दिखी नहीं सुबह से” … राहुल बोला
“वोह अभी कमरे में ही थी… अभी वोह अपनी झांटे साफ़ कर हठी थी। मैं अभी उसकी चूत चाट कर आई ही थी के भइया आ गए”
राहुल ने अंकित का लंड देखा और बोला… “साले साहब थोड़ा और इंतज़ार करिए अपने लौडे की पुरी प्यास बुझाने में।
रीना मेरी बड़ी ननद है जिसकी उम्र 35 साल की है। बदन काफ़ी भरा है और बूब्स मेरे जैसे बड़े बड़े और गोल गोल है। उसके निप्प्ल्स मेरे से भी बड़े है और जब खड़े होते है तो देखने का मजा आ जाता है। राहुल तो उसके निप्प्ल्स ही चूसता रहता है… कहता है ऐसे निप्प्ल्स नसीब वालों को मिलते है। और सच भी है। रीना जैसी सुंदर लड़की बहुत ही कम होती है.
मेरी छोटी ननद का नाम गुंजन है और उसकी उम्र 22 साल है। वोह भी एकदम मस्त है। उसके बूब्स अभी भर रहे है पर जैसे हमारे परिवार में सबके बड़े बूब्स है उसके भी अभी से काफ़ी बड़े हो गए है।
“जीजू, दीदी के बूब्स अभी तक पहले जैसे ही मस्त है। जब भी इनको चूस्ता हूँ तो मेरा मस्त खड़ा होता है। रीना पहले मेरा लौदा चूस ले फ़िर मैं दीदी के बूब्स की चुदाई करूँगा। बहुत टाइम हो गया शशिकला के बूब्स की चुदाई किए हुए। कल पापा जब मनीषा के बूब्स चोद रहे थे तो दीदी की याद आ गयी. तभी मैं आज चला आया”
“अंकित, शशिकला के बूब्स भी मम्मी पर गए है. क्या उनके अभी तक ६० साल की उम्र में मस्त नहीं है. तने भी तो काफी चुदाई की है मम्मी की, तू तो जानता ही है” आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
“हाँ जीजू, मम्मी को तो अब भी चोदने में उतना ही मजा आता है जितना पहले आता था”
इतने में रीना आ गयी कमरे में. उसने टी-शर्ट और स्कर्ट पहनी थी. साफ़ दिख रहा था निचे ब्रा नहीं है और पक्का था के पैंटी भी नहीं पहनी होगी. अंकित को देखते ही वोह एकदम चेहेक उठी.
“भैया, आप कब आए… और मुझे किसी ने बताया ही नहीं” और रीना अंकित से लिपट गयी और उसके होठों को चूसने लगी. और बिना इंतज़ार किये अंकित का खडा लंड हाथों से सहलाने लगी. और एकदम से सरक कर निचे आ गयी और अंकित का लंड अपने मुह में भर लिया और भूकी कुतिया की तरह उसको चूसने लगी. उसको देख हमारी एकदम हंसी छुट गयी. अंकित ने भी उसकी टी-शर्ट उतार दी और उसके बूब्स अपने हाथों में भर लिए और प्यार से सहलाने लगा. रीना भी जोर जोर से अंकित का लौड़ा चूस रही थी. राहुल अब अपना हाथ मेरी चुत पर ले गया और अपनी ऊँगली मेरी चुत के अन्दर बाहर करने लगा. मैंने भी राहुल का पजामा खोल निचे कर दिया और उसका काला मोटा लौड़ा बाहर निकाल लिया और हाथ में लेकर उसकी धीरे से मुठ मारने लगी. रीना ने अंकित की पंट अब पूरी ऊपर से खोल के निचे सरका दी. अंकित ने भी अपनी गांड उठा उसको आसानी से उतर जाने दिया. अब अंकित पूरा निचे से नंगा था और रीना का सर उसकी जांघो के बीच उसके लंड को चूस रहा था. अंकित ने अपने आप ही अपनी शर्ट भी उतार दी और एकदम नंगा हो गया. वही रीना ने अंकित का लंड चूसते चूसते अपनी स्कर्ट निचे सरका दी और वोह भी पूरी नंगी हो गयी. राहुल भी रीना को देख और ज्यादा गरम हो गया और मुझको सोफे से निचे उतार मेरे मुह में अपना घोडे जैसा लौड़ा अन्दर दे दिया. राहुल का लौड़ा चुसते हुए मुझे इतने साल हो गए थे पर अब भी मुझको पूरा मजा देता था. राहुल ने मेरे बाल पकड़ कर आगे पीछे मेरा सर करते हुए मेरा मुह चोदने लग गया.
“जिजु जोर से चोदो दीदी का मुह. आपका लौड़ा दीदी के मुह में देख कर मजा आ जाता है. दीदी जैसे लोलीपोप की तरह चुस्ती है वैसे ही रीना भी परफेक्ट हो गयी है.”
“अंकित रीना की तो चुत भी अभी टाइट है. मुझे रीना का मुह और चुत दोनों चोदने में मजा आता है. और शशिकला तो मस्त रांड है. जब चाहो इसको तुम चोद सकते हो. हमेशा गीली रहती है.”
अब वो दोनो हम दोनों ननद भाभी का मुह चोद रहे थे और जोर जोर से धक्के मार रहे हे. इतने में अंकित का पानी निकलने को तैयार हो गया और वोह और जोर से धक्के मारने लगा. और २मिनत बाद ही उसने अपना पानी रीना के मुह के अन्दर डालना शुरू कर दिया. आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
“आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रीना मै झाडा. ले मेरा पानी अपने मुह में मेरी रांड. पी ले आशिक का रस.”
रीना अंकित के लंड का पानी पीने लगी और फिर मुह से निकाल अपने चेहरे पर अंकित के रस की धार ली. अंकित का लंड भी उछाल उछाल कर रस निकाल रहा था. रीना का चेहरा पूरा अंकित के रस से भर गया और मुह से भी टपक रहा था. पूरा रस ख़तम होने के बाद रीना ने अंकित का लौड़ा अच्छे से चूसा और साफ़ कर दिया. मैं एक तरफ राहुल का लौड़ा चूस रही थी और दूसरी तरफ रीना को तृप्त होते हुए देख रही थी. लौड़ा साफ़ करने के बाद रीना ने अपनी जीभ अंकित के मुह में डाल उसको चूमने लगी. और अंकित भी जम के उसके वीर्य से भरे मुह को चूम रहा था. फिर रीना अंकित के ही पास बैठ गयी और मुझे राहुल का लौड़ा चूसते देखने लगी. राहुल ने अपना हाथ बढ़ा कर रीना के बूब्स मसल दिए और उसकी चुत में ऊँगली करने लगा. रीना ने अपने भाई राहुल की ऊँगली चुत से निकाली और अपने मुह के अन्दर लेली और उसको चूसने लगी. रीना बुरी तरह से गीली थी और मैं जानती थी के उसको मोटे लंड की ज़रुरत है अब. मैंने अपना सर राहुल की जांघो से निकाला और वही राहुल के ही पास बैठ गयी.
“तू रीना किसी को एक मिनिट भी आराम नहीं करने देती. अभी तो आए ही थे और तूने उनको झाड़ दिया.”
“अब इनका का लौड़ा ही इतना प्यारा है के रहा ही नहीं जाता. मेरा तो मन करता है हर वक़्त इसको चुस्ती राहु. देखो अब कैसा मज़े से लेता है झड़ने के बाद. ”
“तेरी भी चुत पूरी तरह से गीली है. चल तू मेरे लॉड पर बैठ और चोद ले अपनी चुत, बुझा ले इसकी प्यास” राहुल बोला
“भैया आपका लौड़ा भाभी ने मस्त खडा कर दिया है चूस चूस कर लाओ अब मै इसकी सेवा करती हूँ.”
और रीना राहुल के लौडे पर बैठ गयी और उसका लौड़ा अपनी चुत के अन्दर डाल लिया और उछल उछल कर चुदाई करने लगी. मैं अंकित के पास बैठ गयी और उसका मुरझाया हुआ लौड़ा सहलाने लगी. अंकित ने अपना मुह मेरे बूब्स में डाल उनको चूसने लगा. राहुल अब जोर जोर से अपनी बहन रीना की चुत में धक्का मार रहा था.
“हाँ भैया और जोर से. चोदो मुझे …. फाड़ दो मेरी चुत. चोदो अपनी रांड बहन को… चोदो भैया … चोदो… आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह”
अब राहुल ने रीना को सोफे पर लिटा लिया और जोर जोर से उसको चोदने लगा. थोडी ही देर में रीना झड़ने को तैयार थी और राहुल से उछल उछल कर चुदने लगी.
” मैं झड़ी भैया…… आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह….. और रीना की चुत ने पानी छोड़ दिया. अंकित लपक कर रीना की चुत पर गया और राहुल के लंड से भरी हुई रीना की चुत चाटने लगा. ऐसे में अंकित राहुल का लंड भी चाट रहा था और रीना की चुत का पानी भी पी रहा था. राहुल भी धक्के मारता हुआ अब झड़ने को तैयार था. उसने अपना लौड़ा रीना की चुत से बाहर निकाला और उसके मुह में डाल दिया.
“ले मेरी रांड बेटी चूस अपने भाई के लंड को और निकाल इसका पानी. ले कुतिया चूस … और राहुल ने अपना पूरा लौड़ा रीना की चुत में पेल दिया. अंकित अभी भी रीना की चुत का पानी चाट रहा था. इतने में राहुल ने भी अपना पानी छोड़ दिया और लंड बहार निकाल उसका पूरा चेहरा अपने वीर्य से भर दिया. राहुल का वीर्य गाडा और बहुत सारा निकलता था. रीना का पूरा चेहरा राहुल के वीर्य से भर गया. मैंने अंकित को देखा और वो अभी भी रीना की चुत में मस्त था. राहुल पूरा पानी रीना के चेहरे पर छोड़ने के बाद अपना लंड फिर उसके मुह में डाल दिया और रीना ने उसको चाट कर साफ़ कर दिया.
अब राहुल रीना के पास ही सोफे पर बैठ गया. मैं उठी और रीना के चेहरे से राहुल के गाडे वीर्य को चाट कर साफ़ करने लगी. रीना ने मेरे बूब्स अपने हाथों में भर लिए और जोर जोर से उनको दबाने लगी. मैंने उसका पूरा मुह साफ़ किया और वही सोफे पर बैठ गयी.
कहानी अभी बाकी है अगले भाग में पढ़िए आगे की चुदाई मज़ा अभी बाकि है …… और हां दोस्तों पहले की तरह आप लोग मेरी ये कहानी कैसी लगी ये बताने के लिए एक ईमेल जरुर कीजियेगा मेरी ईमेल id है : [email protected]