मेरा नाम सुरेश कुमार है ! मेरी शादी हो चुकी है और मै ३४ इयर्स का हूँ मुझे २ लड़किया और १ लड़का है बड़ी लड़की की उमर १8 साल है और दूसरी की उमर १५ साल और लड़का १० साल का है दरसल मेरी शादी १९ साल की उमर में ही हो गयी थी मेरी माँ का देहांत हुआ तो पापा और नाना नानी ने मेरी शादी जल्दी करवा दी और मेरी शादी के ५ साल बाद पापा का भी स्वेर्गवास हो गया मै एक कपडे का शाप का मालिक हूँ जो की खूब फेमस शॉप है अपने एरिया में
मुझे योगा का बहुत शौक है जिस की वजह से मेरी उमर कम लगती है और शारीर भी सही है !
आज से एक साल पहले तक सब कुछ सही चल रहा था लेकिन एक दिन सुबह करीब ६ बजे मुझे एक होल सेलर से मिलने के लिए जाना था और मै जल्दी से नहा के जाने की जल्दी में अपने मोज़े को ढूढता हुआ अपनी बेटी के कमरे में चला गया वो भी स्कूल के लिया तैयार हो रही थी वो एक दम नंगी खड़ी थी और मुझे देखते ही बोली पापा मै कपडे बदल रही हूँ मै सॉरी बोला और रूम से बाहर आ गया |
लेकिन उस दिन मैंने अपनी बेटी की उभरती हुई जवानी को देखा और पागल हो गया उसकी दो छोटे छोटे बूब्स उसकी प्यारी से गांड देख कर मै पागल हो गया और मेरे मन में अपनी ही बेटी को चोदने का ख्याल आ गया जब से मै अपनी बेटी को हमेशा एक शैतान बाप की नज़र से ही देखता था मैंने अपने आप को बहुत समझाया लेकिन हवस ने मुझे पागल कर दिया था मै हमेशा अपनी बेटी की गांड कभी चूची पे ही नज़र रखने लगा और प्लानिंग करने लगा की कैसे अपनी बेटी को चोदुगा और फिर एक दिन मै बाप से जानवर बन ही गया !
मेरी साली जो मेरी पत्नी से बड़ी है उसके घर मे शादी थी बड़े दिन बाद किसी के घर मे के कोई प्रोग्राम हो रहा था इस लिए मुझ से शालू (पत्नी) बोली की इस प्रोग्राम मे जाना चाहती है मैंने कहा चली जाना कितने दिन के लिया जाना चाहती हो उसने कहा १० या ११ दिन के लिया ठीक है मै जाने के लिए पैसे दे दिया शालू खुश हो गयी मैंने कहा लाइट बंद कर दो लेकिन शालू का कुछ और ही चाहती थी उसने मेरा लंड पकड़ के कहा बहुत दिल कर रहा है आज चुदाई हो जाए मैंने कहा मेरा मन नहीं है लेकिन उसने मेरा लोअर निचे उतारा और लंड मुह मे ले कर चूसने लगी कुछ ही देर मे लंड खडा हो गया और वो खुद ही मेरे लंड पे बैठ गयी और धक्के मारने लगी शालू के बूब्स उपर निचे होते हुए बहुत अच्छे लग रहे थे लेकिन मेरी सोच में मेरी बेटी के ही बूम्स थे कुछ देर में मेरा भी दिल किया और मैंने उसको निचे गिरा के दो चार जोर जोर से धक्के मारे और कहा घूम जाओ गांड मारने का मन है शालू मुस्कुराई और डोगी स्टायल में हो गयी जैसे ही मैंने उसकी गांड पे अपना लंड रखा वो बोली थूक तो लगा लो सुखा मत डालना मैंने थोडा सा थूक लगाया और एक ही धक्के में अपना पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया उसकी चीख निकल गयी उऊईईईईए मर्गयीईईईई लेकिन मैंने उसकी परवाह बिलकुल नहीं की और शुरू हो गया १० या १५ मिनट के बाद अपना पूरा गरम लावा उसकी गांड मे डाल दिया | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है
शालू : किया बात बिलकुल सुखा हुआ लंड डाल दिया,पूरी गांड अभी तक दुःख रही है
मे : तुम्हारा ही मन तो चुदाई को कर रहा था
शालू : चलो जी
में : अब लाइट बंद करो सोना है आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है
सुबह उठ कर मै शॉप पे चला गया आया तो मालूम हुआ की प्रीती ( मेरी बेटी ) का प्रैक्टिकल एग्जाम है इसलिए वो शादी मे नहीं जा सकती है बस ये बात सुन के मेरे दिल के पियानो बजने लगे और सोचा की इस से अच्छा मौका मुझे कभी नहीं मिलेगा
शालू : अब प्रीती का पेपर है समझ में नहीं आ रहा है की शादी में जाऊ या नहीं
मै : कोई बात नहीं तुम चले जाओ में प्रीती का ख्याल मै रख लुगा
शालू: अब हमारी बेटी जवान हो गयी है इसीलिए डर लगता है
मै : तुम पेरशान मत हो मै हूँ न उस का ख्याल रखने के लिए
और फिर वो दिन आ ही गया जिसका मुझे इन्तेज़ार था शालू सुबह से ही जाने की तैयारी करने लगी दोनों बच्चे भी बहुत खुश थे लेकिन प्रीती खुश नहीं थी मैंने उसको बोला
मै : प्रीती बेटा हम दोनों मज़े से रहेगे तुम उदास मत हो
प्रीती : पापा मेरा भी बहुत मन था जाने के लिए मै भी जाउंगी
मै : तुम इस बार माँ को जाने दो नेक्स्ट टाइम तुम अपनी माँ के साथ चली जाना
और शालू की ट्रेन शाम ५ बजे थी मै प्रीती को घर पर छोड़ के शालू को ट्रेन मै अलविदा कह कर आया
और सीधा घर पे चला गया
प्रीती : पापा आप शॉप पे नहीं रुके
मै : नहीं बेटा आप घर पे अकेली हो इस लिए किया तुम नहीं चाहती की मै तुम्हारे साथ रहू
प्रीती : नहीं पापा येसी बात नहीं है आप रोज़ देर से शॉप से आते इस लिए मै ने कहा
प्रीती ने शर्ट और पजामा पहन रखी थी जिस मै उसकी गांड एक दम चमक रही थी
मै : प्रीती क्या कर रही हो
प्रीती ; कुछ नहीं पापा बस प्रेक्टिकल की तयारी कर रही हूँ
मै ने सोचा की अब किस तरह से अपनी बेटी को पटाया जाये मै प्रीती के रूम मै गया और कहा बेटी किया तुम भी चालू हम फिल्म देखेगे ये सब कल कर लेना
और प्रीती मुस्कुताते हुए मेरा साथ आ गयी
aur टीवी ऑन कर दिया कुछ देर मै ने कहा सी दी पे कोई फिल्म लगता हूँ
प्रीती : लेकिन साडी की साडी फिल्म देखि हुई है पापा
मै : अरे नहीं में इंग्लिश फिल्म लगता हूँ
प्रीती : आप के पास है कोई इंलिश फिल्म
मै : हां एक एक्शन फिल्म है
प्रीती बहुत मज़ा आयेगा
दरअसल उस एंलिश फिल्म में काफी हॉट बोल्ड और बिलकुल नंगे सीन थे
और मैंने फिल्म लगा के सोफे पे बेत गया और प्रीती को बिलकुल अपने बराबर में बीटा लिया और
अपने हाथ प्रीती के कंडे पे रेख लिया २५ मिनट की फिल्म के बाद ही फिल्म में एक हॉट सीन आगया प्रीती शर्मा गयी और
मै : कहा जा रही हो
प्रीती : पानी पी के अति हूँ
में : टीक है
कुछ ही दिएर मै वो आ गयी लेकिन जब तक सीन पूरा हो चूका था लेकिन नेक्स्ट सीन इस सीन से भी जियादा हॉट था उस मै बिल कुल साफ चुदाई होते हुई देखाए है आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है
मेरा हाथ अभी भी उस के कंधे पे रेखा हुआ था
और लग्बुग ५० मिनट के बाद वो सीन आ गया बिलकुल नंगा हीरो हेरोइन चुदाई कर रहे है मैंने अपना हाथ उस स्तनों पर रेख लिया और धीरे धीरे उन् को सहलाने लगा वो कुछ नहीं बोली और आखिर बोलती भी किया मै एक दम कमीना बाप जो था उसकी नज़र टीवी पैर नहीं थी नीची कर रेखी थी अब मैंने अपने हाथो से कुछ ज़यादा ही उस स्तनों को सहलाने लगा था प्रीती कुछ भी नहीं बोली मेरा लंड पूरी तरह से खडा हुआ था कुछ देर बाद प्रीती ने हेल्के से हिलना चाह लेकिन मने स्तनों को जोर से पकड़ रेखा था कितने प्यारे से छोटे छोटे से स्तन है बस अब मैंने अपनी नज़र तो टीवी पे ही राखी लेकिन अपना हाथ प्रीती की शर्ट के अंदर डाल दिया और उन् को सहलाने लगा अब उस का चेहरा एक दम लाल था और जैसे कुछ करना कुछ कहना चाहती है लेकिन कुछ भी नहीं कह पा रही है और मेरी हवस अपनी चेर्म सीमा पे थी और मै एक दम शैतान था और मैंने उसकी शर्त का बटन खोला और उन को चूसने लगा बिल कुल येसी जैसे कोई बच्चा अपनी माँ का दूध पीता है मुझे बहुत मज़ा आ था मैंने उसकी शर्त के सरे बटन खुल दिया औत उस के कभी स्तन कभी स्तामच सब जगा किस कर रहा था अब मैंने पजामे के उपर से ही उसकी चूत पे किस किया उसने कहा नहीं पापा मैंने कुछ भी जवाब नहीं दिया उसने मेरा सर पकढ़ के हटाना चाह लेकिन मैंने उस का हाथ जोर से जधेक दिया अब उसने अपनी कमर सोफे से लगा ली और आँखे बंद कर ली मैंने उस का पजामा निचे केने लगा तो वो बहुत ही अचेम्भे से मेरी तरफ देखनी लगी और जैसे उसको यकीं नहीं हो रहा था की में या सब कर सकता हूँ लेकिन पजामा निचे कर ने के बाद जो मैंने देखा वो म्व्री ज़िन्दगी का सेब से सुंदर नज़ारा था गुलाबी रेंग की प्यारी सी चूत ना कोई बाल ना कोई निशान बिल कुल जैसे किसे के गाल हो अभी तक मैंने सिर्फ फिल्म मैंने देखा था की कोई चूत को किस करता है चूसता है कभी मेरा दिल नहीं किया लेकिन इतनी प्यारी चूत देख के मेरा दिल किया की मै इस चूत को प्यार करूं और मैंने उसकी चूत को चाटना और प्यार करना शुरू कर दिया कुछ देर के बाद प्रीती ने अपनी टंगे खुल ली और अपनी चूत को मेरे मुह की तरफ करने लगी मैं समझ गया की अब उसको भी मस्ती आने लगी है अब मैंने अपनी लोअर निचे करने लगा | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है
प्रीती ने मेरी तरफ देखा वो समझ गयी की अब मै उसकी चूत मै अपना लंड डालने वाला हूँ
प्रीती : पापा ऐसा मत करो ( डरी हुई आवाज़ मै )
मैं : दरो मत कुछ भी नहीं होगा
और मैंने उस के होंटों पे अपने होंट रेख दिया और पास रेखी क्रीम अपने लंड पे लगाई और उसकी चूत पे भी लगाई जैसे ही मैंने अपना लैंड उसकी कुवारी चूत पे रेखा वो हटने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने उस स्तन चूसने शुरू कर दिया और उसको हिलने का भी मौका नहीं दिया और सिर्फ २ इंच लैंड ही अंदर किया तो उसकी सिसकी निकल गयी | आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है
प्रीती : अहहा ईश
मै : बस बस
और उस के होठो को चूसना शुरू किया लेकिन वो अब कोई भी सपोर्ट नहीं कर रही थी पहली चुदाई का डर और नफरत साफ़ उस के चेहरे पैर देखी जा सकती थी और मैंने तोडा सा लैंड और अंदर को देखेला तो वो चीख पड़ी
प्रीती : आहा नहीं पापा ओह्ह हट जाओ मेरे दर्द हो रहा है
मै : बस बेटी होह गया तोडा सा और ( एक देखा और मार के ओने लंड को अंदर किया
यकीन नहीं होता की १8 साल की लड़की की चूत इतनी टाइट होती है मेरा लंड बुल कुल फसा हुआ था मुझे चूत के अंदर करने के लिए बहुत जोर लगाना पड़ रह था अब मेरा सिर्फ ३ इंच लैंड छूट से बहार था और प्रीती रोने लगी
प्रीती : नहीं पापा मेरे बहुत दर्द हो रहा है हेत जाओ
और मैंने एक न सुनी और इस बार एक जोर का देखा मारा और पूरा का पूरा साडे ६ इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा लैंड एक दम कुवारी चूत में डाल दिया प्रीती की चीख निकल पड़ी…
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