प्रेषक: कालू
दोस्तों मेरा नाम कालू है , तथा मैं जयपुर राजस्थान का रहने वाला हु मेरा गाँव जयपुर के पास मैं ही पड़ता है यह कहानी सही है मस्तराम डॉट नेट पर मैंने बहुत सारी स्टोरी पड़ी तो मेरे मन में भी अपनी सची कहानी लिखने की आई
दोस्तों अची लगे तो उतर भेजना जरुर ……….. उस समय मेरी उम्र 18 साल की रही होगी में मेरे गाँव के स्कूल में 10 वि क्लास में पड़ता था दोस्तों मेरे गाँव में ही मेरा एक खास दोस्त भी था जिसने मुझे 9व्ही क्लास में ही मुठ मरना सिखा दिया था उन दिनों में एक दिन में 2-3 बार मुठ मर ही लेता था मेरे पड़ोस में ही मेरे चाचा का घर था जिसमे मेरे चाचा उसकी पत्नी एक लड़की 14 साल की तथा एक लड़का 8 साल का सब रहते थे ! मेरी चाची रंडी टायप की थी जिसके बारे में मैंने पहले खूब सुना था तो मैंने भी उन पर ट्राई मरना सुरु किया मैं स्कूल से फ्री होते ही उनके घर चला जाता था तथा उनसे बाते करने लगता एक दिन में उनके घर गया तब मेरी चाची वंहा गेंहू साफ कर रही थी | मैं – चाची क्या कर रही है तू बाकि सब कन्हा है चाची- कोई नहीं है सब खेत पर गए है बच्चे पड़ने गए थे अभी आ जायेंगे | आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मैं- चाची में भी साफ करवा देता हु तुझे ला इधर दे थोडा चाची- रहने दे तू और यंहा मत आया कर लोग गलत समझते है कल तेरी माँ कह रही थी की रंडी मेरे बेटे को बुलाती है तू यंह से चला जा मैं-– चाची आप भी क्या बात करते हो हम गलत तोड़े ही है जो डरेंगे आप मेरे को बेटा बोलते हो फीर हम गलत कैसे है आप दरो मत और आज कल मेरे घर वाले सरे ही खेत पर जाते है अभी में अकेला ही हु घर पर चाची- अच्छा कोइ बात नहीं लेकिन मुझे अच्छा नहीं लगता कोई मेरे बारे में झूठ बोलते है तो मुझे बहुत गुसा आता है
मैं– हा सही है झूठी बात पर तो गुस्सा आएगा ही उसके बाद मैं रोज चाची के घर मौका देखकर जाने लगा बहुत दिनों तक कुछ नहीं हुआ ! चाची को शायद मालूम था की मै उसको चोदना चाहता हु ! इसलिए वो मेरे साथ मजाक करने लगी दोस्तों मेरी चाची हमेसा से लंड की भूखी थी और ये बात मुझे अच्छे से मालूम थी इसलिए में भी उसके साथ खूब मजाक करने लगा था ! मेरा रोज रोज का जाना और बात करना उसको भी अच्छा लगता था में वापस आकर उसके नाम की मुठी मरने लगा पहले मैंने बहुत कोसिस की मगर चाची ने नहीं चुदवाया बाद मइ एक दिन मैंने ज़बरदस्ती की तो मुझे मना कर दिया और कहा की ये बात किसी को मत बताना 4-5 महीने बाद फिर मुझे चाची की याद आने लागी तो में उसके घर चला गया तब चाची घर पर अकेली ही थी दिन का समय था करीब 2 बजे का चाची अन्दर हाल में बैठकर दाल साफ कर रही थी मुझे देखकर बोली आओ आज कैसे आना हुआ शायद आज चाची मुझसे चुदना चाहती थी तो मैंने भी मौके का फायदा उठा कर चाची की जांघ पर हाथ रख दिया चाची बोली ये क्या कर रहा है में बोल कुछ नहीं तो चाची ने कहा की तू करना चाहता है मुझे क्यों सही है न लेकिन बेटा तेरी घर मैं ही तेरी जवान भाभी भी है उसको चोदना वो भी तैयार है तेरे लिए तो मैंने कहा मैं तो सिर्फ आपको चोदुंगा मुझे और किसी को नहीं चोदना चाची को लगा की में शायद मेरी भाभी को चोदता हु दोस्तों में अभी कुंवारा ही हू ! मेरे बड़े भाई की शादी हो चुकी थी लेकिन भाई जयपुर रहता था तो भाभी को भी लंड की जरूरत थी इसलिए चाची ने सोचा की में भाभी को चोदता हु परन्तु मैंने ऐसा नहीं किया था मैंने कहा चाची में तो आपको ही चोदुंगा और किसी को नहीं आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | थोड़ी देर बाद वो मान गयी क्योकि वो भी मेरा लंड लेना चाहती थी दोस्तों मेरी लम्बाई करीब 6.2 होगी चाची बोली तू एक काम कर ये गेंहू ले जा और पहले शब्जी ले आ शाम होने वाली है मैंने कहा ठीक है में फटाफट बाजार गया और सब्जी ले आया मेरे आती ही चाची हँसने लगी और बोली जल्दी कैसे आया मैंने कहा में दौड़ता दौड़ता गया था और शब्जी ले कर फटाफट आ गया वो फिर हँसने लगी बोली आज तो लेगा ही क्या मेरी छोड़ेगा नहीं क्या में बोला चाची थोडा जल्दी कर तेरी कसम वरना में मर जाऊंगा मैंने उसके हाथ को उठाकर मेरे लंड पर रख दिया और कहा खोल के दिखाऊ क्या मेरे गुदगुदी हो रही है अब तो रहा ही नहीं जा रहा है उसने मेरे लंड को पेंट के ऊपर से ही पकड़ लिया था शायद वो मेरा पूरा लंड लेना चाहती थी इसलिय बोली की यंहां नहीं उपर वाले कमरे में चल में दरवाजा बंद करके आ रही ही हु मैंने कहा ठीक है में फटाफट उपर कमरे में चला गया मेरे जाते ही चाची भी आ गयी दोस्तों मैंने कभी आज से पहले चूत नहीं देखि थी इसलिए मुझे बहुत मजा आ रहा था मै बोला चाची आपने दरवजा क्यों बंद किया कोइ आ जायेगा तो क्या सोचेगा बोली आज कोई नहीं आने वाला सब रात को ही आयेंगे मैंने बोला ठीक है चाची ने निचे खुछ बिछाया और छत वाले कमरे की फ़र्स पर ही लेट गयी और बोली जल्दी से करले कोई आ जायेगा मै समझ गया की चाची जल्दी करवाना चाहती है मैंने भी जल्दी से अपना लंड निकाल लिया चाची ने मेरे लंड को देखकर अपना लहँगा उपर कर लिया उसकी चूत पर थोड़े थोड़े बाल आ रहे थे मैंने देखते ही उसकी चूत पर लंड टिका दिया चाची पैंटी नहीं पहनती थी मैंने भी अपना लंड जानबुज कर चाची को दिखाया तो चाची की आँखों में चमक सी आ गयी थी मै चाची के उपर ही लंड ले कर चढ़ गया तो चाची बोली धीरे धीरे करना बेटा मैंने कहा ठीक है मैंने चाची की चूत पर लंड रखकर अन्दर सरकाने लगा तो सुखा होने के कारन मेरे लंड में दर्द होने लगा चाची बोली क्या हुआ मैंने बोल दर्द हो रहा है चाची बोली आज से पहले कभी चूत नही मारी क्या मैंने कहा नहीं तो वो बोली की बहार निकाल मैंने निकाल लिया तो बोली इसकी टोपी पर थोडा थूक लगा मैंने वेसा ही किया अपने एक हाथ में थूक लेकर अपने लंड के सुपाडे पर लगा लिया और एक दम से चाची की चूत में घुसा दिया चाची बोली अब आया न मजा में कुछ नहीं बोल रहा था बस जोर जोर से धक्का देने लगा थोड़ी ही देर में चाची भी अपनी कमर को उपर उठा कर मेरा पूरा लंड लेने लगी मेरी चाची अपने दोनों पांवो को चौड़ा कर राखी थी तथा में उसके दोनों पांव के बिच में बैठकर चाची की चूत में लंड अन्दर बहार रहा था कमरे में चुदाई और थूक लगाने के कारण फच फच की आवाज रही थी और चाची ने पांव में चाँदी की कड़ियाँ पहन राखी थी जिस कारण दम दम की आवाज आ रही थी बोली की धिरे कर पांव की आवाज आ रही है लेकिन मैंने कुछ नहीं सुना और जोर जोर से धक्के लगता रहा करीब 4-5 मिनिट में मैं झड गया तो चाची ने मेरे दोनों कुल्हो को कस के पकड़ लिया और बोली की तेरा पानी निकल गया है अब थोड़ी देर तेरे लंड को अन्दर हि रहने दे जो मेरा भी पानी निकल जायेगा और मैंने ऐसा हि किया चाची मेरे कुल्हो को अपनी चूत की तरफ दबा रही थी और बोल रही थी की और कर थोड़ी देर लेकिन मेरे में हिमत ही नहीं बची थी लेकिन चाची मानने को तैयार ही नहीं थी मैंने कहा आज नहीं बाद में निकल दूंगा लेकिन वो तो मेरे लंड को छोड़ने को तैयार ही नहीं थी उसके मुंह में स्मेल आ रही थी तथा में चोदने मैं काफी तक भी गया था दोस्तों चाची एक रंडी की तरह की ओरत थी चुदाई की भूखी थी पर बदनामी से बहुत डरती थी मैं उठा और पेंट पहन कर सीदा घर आ गया | आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | दुसरे दिन फिर मैंने चाची की खड़े खड़े दो बार चुदाई की इस तरह मैंने 2-3 साल तक चाची की चुदाई की तथा खूब सारा पैसा भी चाची को दिया ! चाची की लड़की को मेरे पर शक हो गया तो चाची ने भी मुझे घर आने से मना कर दिया था वेसे चाचा को भी शायद पता था दोस्तों चाची की चूत बहुत चोड़ी थी मेरे जैसे कई लंड उसने ले रखे थे कही साल बाद जब उसकी लड़की 15 साल की हो गयी तो मैंने उसको मेरी बुआ के लड़के के सेट करवा कर एक बार चोद दिया था परन्तु अब मैंने उसको छोड़ दिया है दोस्तों मेरी स्टोरी सच्ची है मैंने मस्तराम डॉट नेट पर लोगो की कहानिया पढ़ी तो अपनी भी स्टोरी लिखने का मन किया और लिख दी और चाची की लड़की की चुदाई की कहानी डिटेल्स में जल्दी ही लिखुगा | किसी लड़की को अगर चुदवना हो तो मेरे मेल पर सम्पर्क करे [email protected]
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