गतांग से आगे…. अर्चना कुछ दर मी उठी और आशीष के कमरे में गई और अपना कपड़ा उठा कर ले आई तो शीला भी आकर बेग से अपने कपडे ले गई इसके बाद अर्चना ने बीच का दरवाजा लगा लिया और मेरे पास आकर लेट गई तो मैं अर्चना को खीचकर सीने से लगा लिया अर्चना मेरे से चिपक गई और किस करने लगी फिर कुछ देर बाद उठी और बोली की थक गई हु नहा कर आती हु तो मैंने बोला की ठीक है नहा लो बाद में मैं भी नहा लुगा फिर अर्चना अपनी गाउन लेकर बाथरूम में चली गई बाथरूम से नल चल की आवाज आने लगी और मैं टीवी देखने लगा ऊची आवाज में मैं अर्चना के गदराये वादन को याद करके रोमांचित हो गया और मैं भी अपने कपडे उतार कर बाथरूम में जा घुसा मैंने देखा की अर्चना उस समय एक दम से नंगी थी ओ माई गाड ,क्या मस्त जिस्म था अर्चना का मस्त उरोज थे बिना लटके हुए बड़े बड़े अर्चना सवार के नेचे नहाने में मग्न थी उसने मुझे नहीं देखा और मैं अर्चना को नहाते हुए देखता रहा अब मेरा लंड 60 डिग्री में खडा हो गया तन कर और मैं पीछे से अर्चना को पकड़ लिया तो अर्चना जरा सा भी नहीं चौकी और घूमकर लिपट गई,मेरे साथ ओर मै भी अपने सारे कपडे उतार कर नहाने लगा मैं शीला के पुरे वदन में साबुन लगा लगा कर अर्चना को नहलाने लगा और अर्चना मेरे को नहलाने लगी मैंने अर्चना की स्तनों को पकड़ पकड़ कर खिलाने लगा स्तन बार बार हाथ से मछली की तरह फिसल रहे थे अब हम दोनों गर्म पड़ गए और अर्चना तो तड़प उठी सेक्स के लिए और मेरे लंड ओ पकड़ कर खिलाने लगी तो मैं बैठ गया तो अर्चना भी बैठ गई और लंड को अपनी चूत में डालने लगी पर अर्चना की चूत आज भी किसी कुवारी कन्या की तरह एक दम से चुस्त और टाईट थी लंड आसानी से नहीं जा रहा था तब मैंने अर्चना से कहा की इतनी टाईट चूत क्यों है तुम्हारी तो अर्चना ने बताया की उसको जो बच्चा हुआ ओ आप्रेसन से हुआ इस कारण चूत नहीं फ़ैली फिर मैंने हल्का सा सैम्पू लगाया लंड को और चिकना करके धीरे से घुसेड दिया चूत में और मेरी जीभ को पीने लगी और फिर चुदाई का ओ सिलसिला चालु हुआ की हम दोनों करीब १५ मिनट तक बाथरूम के चुदाई में मस्त रहे उ उ उ उ उ आ आ आ आह आह आह आह ससे सी सी सी सी ऊ उ उ उ उ उ उ उ आह अह आहा अह आहा अह आ अह आहा आहा हा ऊ ऊन सी सी उफ़ आह आह और अंत में एक साथ दोनों स्खलित हो गए और स्नान करके बाहर आ गए बाहर आने के बाद अर्चना ने कहा की बहुत मजा आया ये (आशीष) तो इतनी देर तक नहीं चोदते है इनके लिए तो बस ५ मिनट बहुत है और ये जल्दी ही निपट जाते है | आप यह कहानी मस्तराम.नेट पर पढ़ रहे है | मैं तो कभी कभी अधूरी ही रह जाती हु पर आपने आज बहुत मजा दिया | बाथरूम से बाहर आणे के बाद मुझे लागा कि बगल के रूम से कुछ आहात सी आरही थी तो मैं चुपचाप दोनों रूम के बीच का दरवाजा थोड़ा सा खोला और अन्दर की तरफ झाकने लगा तो देखा की शीला और आशीष दोनों विस्तर पर नंगे पड़े हुए थे और चुदाई में मस्त थे उन दोनों का ध्यान मेरी तरफ नहीं था इसी बीच अर्चना भी आ गई और ओ भी ओ नजारा देखने लगी पर आशीष ने १० -१२ झटके मारा और बिस्तर में एक किनारे लुढ़क गया और शीला ने जोर से अपनी टागों को दबा लिया मैं समझ गया की शीला अधूरी ही रह गई उसे सम्भोग का पूरा पूरा मजा नहीं मिला तब तक अर्चना ने मुझे जोर से खीचा अपनी तरफ और बोली की चलो इतना बेसरम नहीं बनो और अपने रूम की तरफ खीच कर ले गई |हम सभी फिर से घुमने निकले और शाम को करीब १० बजे होटल के हॉल में खाना खाए और अपने रूम में आ गए सभी एक ही रूम में बैठ गए अर्चना ने शीला की चुटकी लिया और बोली कैसी रही इनकी (आशीष की तरफ इसा करके) ठुकाई तो, शीला ने हस दिया और बोली की मेरी छोड तू तेरी बता तेरी कैसी रही तो अर्चना बोलती है की आज तक ऐसी नहीं किया कभी इन्होने (आशीष की तरफ इशारा किया) और जोर से हसने लगी तो आशीष को गुस्सा आ गया और ओ उठकर खडा हो गया और अर्चना को घुर कर देखा और बोला की क्यों इतने दिन से के कर रही थी बच्चे ऐसे ही पैदा हो गए क्या तो अर्चना बोलती है की बच्चे पैदा करना आसान है पर एक औरत को संतुष्ट करना आसान नहीं है |तब आशीष बोलता है क्यों भाई तूने ऐसा क्या किया इसके (अर्चना की तरफ इशारा किया) साथ तो मैंने बोला ये तो अर्चना ही जानती है तो आशीष बोलता है की क्या खास है इनमे इतने में शीला बोलती है की इनका बहुत मस्त है बहुत देर तक रुकते है और तुम (आशीष को बोली) जल्दबाज हो यही अनतर है दोनों में तुम कुछ रुक रुक कर करो तो बहुत मजा आये क्योकि तुम्हारा ओ बहुते बड़ा और मोटा है | तब मैंने शीला को बोला की क्या मेरे से भी मोटा और बड़ा है इसका (आशीष की तरफ इशारा किया) तो शीला बोलती है हां , मैंने बोला ठीक है मजा तो आया न तुम्हे तो शीला बोलती है की नहीं मजा नहीं आया क्योकि ये जल्दबाजी करते है बात चीत करते करते रात के १०.३० बज गए तब मैंने आशीष को बोला की मेरे पास लैपटाप है कार में उसमे कुछ ब्लू फिल्म है देखते है रात में साथ साथ तो आशीष बोलता है की इन दोनों से पूछ लो तो मैंने दोनों इ तरफ देखा तो शीला और अर्चना ने कहा की जो मर्जी आये सब करो मजे लेने आये है तो फिर संकोच कैसा तब मैंने आशीष को कार की चाबी दिया और बोला की जाकर लैपटाप ले आ और आशीष जाकर ले आया हम चारो एक ही रूम में एक सेक्सी फिल्म देखने लगेएक फिल्म में दो मर्द एक साथ एक हसीना को चोद रहे थे जिसे देख कर मेरी पत्नी शीला ने कहा की क्या ये संभव है तो अर्चना बोलती है की नहीं ये कैसे हो सकता है तो शीला कहती है क्यों नहीं हो सकता जब एक बच्चे को पैदा करते है तो उसका सर कितना बड़ा होता है ओ निकला जाता है तो दो मर्दों का लंड क्यों नहीं घुस सकता है इसी बात पर दोनों में बहस हो गई तो शीला बोलती है की चल मैं ऐसा करके दिखाती हु पर तुझे भी करना होगा ऐसा तो अर्चना कहती है की न बाबा न मुझे तो आप्रेसन से हुआ था बच्चा मैं नहीं कर पाउगी ऐसा तो शीला कहती है की फिर चुप रह जब तेरे को इतना दर लगता है तो फिर क्यों बकर बकर करती है तेरे में दम नहीं है तो चुप बैठ जा तो अर्चना कहती है की चल पहले तू करा फिर मैं देखती हु इसी बात पर दोनों की छिड़ गई तो शीला बोलती है की ठीक है मैं तैयार हु पर मैं करा लूगी तो तुझे भी करना होगा तो अर्चना बोलती है की ठीक है पर पहले तू तो करा इस बात पर मैं और आशीष दोनों खुस हो गए मैंने आशीष को बोला की चल तू तैयार है क्या तो आशीष बोलता है की चल करके देखते है जब इसे (शीला की तरफ इशारा करके)कोई दिक्कत नहीं है तो हमें क्या घुसेड देगे फटेगी तो टाका लगवा देगे और हँस दिया मैंने शीला को बोला की तैयार हो जानू तुम तो बोली की हां मैं तैयार हु और इतना कहने के बाद शीला ने अपने कपडे उतारने लगी और अर्चना को बोली की तू भी उतार न तेरे कपडे तो अर्चना भी अपने कपडे उतार दिया तब मैंने और आशीष ने भी अपने अपने कपडे उतार कर नंगे होकर फिल्म देखने लगे अर्चना मेरी बाहों में और शीला आशीष की बाहों में आ गई (मैं तो मोका देख कर एक घंटे पहले ही एक वियाग्रा १०० पावर की गोली खा लिया था)फिल्म देखते देखते हम चारो खूब उत्तेजित हो गए आशीष ने शीला को बिस्तर पर लिटा दिया और उसे चोदने लगा तो शीला बोलती है की रुको तुम बहुत जल्दबाजी करते हो मैं अर्चना को इशारा की तुम अभी अपने आपको सम्हालो पहले शीला को चोदते है तुम मदद करो हम दोनों की मैंने आशीष को बोला की तुम शीला की चूत में लंड फसा रखो और मैं फिर इनकी चूत में मेरे लंड फासता हु तो आशीष ने शीला की चूत में लंड डालकर शीला को अपने उपर लिटा लिया पेट के बल तब मैंने मेरा मोटा सा ८ इंच लंबा लंड डालने का प्रयास करने लगा (वियाग्रा गोली के कारण ,मेरा लंड और अधिक मोटा और लंबा हो गया था )सुरुआत में तो शीला को दर्द हुआ बाद में थोड़ा सा तेल लगाकर सट से घुसेड दिया पूरा का पूरा लंड तो शीला बोली छोड़ दो राजा आज बहुत दिन से चाह रही थी की दो दो मर्द से चुदाऊ चोद दो आज जमकर ये बहुत उचक रही है
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