यह तब की हैं जब में 12 क्लास में था | मैं अंग्रेजी में काफी कमजोर था | हमारी अंग्रेजी टीचर का नाम रिंकल था | वो करीब ३८ की थी | वो हलकी सी मोटी थी खास कर उनका कमर काफी मोटा था | उनके चुचे भी काफी बड़े और भरी थे | जब में ११ में था, तब मुझे अंग्रेजी में काफी कम नंबर आये थे, इसीलिए मैंने 12 में सोच लिया था की इस बार अंग्रेजी में ध्यान लगाऊंगा और खूब पडूंगा | गर्मियो की छुट्टी से एक दिन पहले मैंने रिंकल मैडम के पास गया | गुड आफ्टरनून मैडम गुड आफ्टरनून सागर मैडम, मुझे आपकी सयहता चाहिए थी | हाँ बोलो मैडम, जेसा की आपको पता है की मेरा अंग्रेजी में काफी कम नंबर आये थे | हाँ, मुझे पता है , इसीलिए तो तुम्हे बोलती हू की अच्छे से पढाई किया करो | जी मैडम, में इस बार बोर्ड के परीक्षा में कम नहीं लाना चाहता | अच्छा, आखिर में तुम्हारी आँखे खुल ही गयी | जी मैडम, मुझे पता है की मुझे काफी मेहनत करनी होगी, और में इसके लिए तैयार हू | मगर मैडम मुझे यही नहीं पता की शुरू कहा से करना है | मेरा मतलब है की मेरा अंग्रेजी का जड ही कमजोर है | सो मैडम क्या आप मेरी मदद करोगी यह बताने में की कहा से शुरू करना हैं | जरुर सागर, में तुम्हारी टीचर हू, और यह मेरा काम है | में तुम्हारी मदद करुँगी | एक काम करो तुम मेरा घर का पता और मेरा फोन नॉ. ले लो और मुझे एक हफ्ते बाद फोन करना | ठीक है मैडम | मैंने फिर उनका नॉ. और पता ले लिया | और फिर एक हफ्ते बाद मैंने उनको फोन किया | है ल्लो, क्या में रिंकल मैडम से बात कर सकता हू ? बोल रहीं हू | मैडम, मैं सागर बोल रहा हू | मैडम आपने कहा था की एक हफ्ते बाद फोन करना……………. हाँ याद हैं, फोन पर तो तुम्हारी पढाई नहीं हो सकती तुम एक काम करो, कल शाम ५ बजे मेरे घर आ जाओ, तभी तुम्हारी प्रोब्लम देख लेते हैं | ठीक हैं ? ओके मैडम, फिर अगले दिन मैं शाम को ५ बजे मैडम के घर पहुच गया | मैंने घंटी बजाई और फिर मैडम ने दरवाज़ा खोला है ल्लो मैडम, है ल्लो सागर,………अंदर आओ………बैठो घर धुदने में तकलीफ तो नहीं हुई ना ? थोडा सा हुआ, क्युकी में इस इलाके में कभी नहीं आया | चलो कोई बात नहीं……… अब बताओ क्या लोगे चाय कोफ्फी कोल्ड्रिंक कुछ नहीं मैडम………..कुछ नहीं…… शरमाओ मत तुम्हे कुछ ना कुछ तो लेना ही पड़ेगा ठीक हैं मैडम कोफ्फी चलेगा | आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | बस अभी लती हू, फिर मैडम कोफ्फी ले आई | ह्म्म्म लो सुमित कोफ्फी लो, बिस्किट भी तो लो नहीं मैडम इसकी क्या ज़रूरत थी ? सागर तुम बहुत शर्मीले हो……….खेर ये बताओ हमे क्या बात करनी थी | मैडम आपको तो पता ही हैं की मेरे अंग्रेजी में कैसे नॉ. आते हैं ? हम्म्म्म मेरे ख्याल से तुम्हे पिछले साल ५० से जादा नहीं आये थे | हाँ मैडम, और सबसे जादा हमारी क्लास में ९५ आये थे | मैडम में भी चाहता हू की मुझे भी उतने आये | बिलकुल आ सकते हैं, लेकिन उसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी तुम्हे………क्या तुम करोगे ? जी मैडम, मै मेहनत जरुर करूँगा, बस आप मुझे कोचिंग दीजिए | ठीक हैं, एक काम करो तुम कल सुबह से १० बजे आ जाया करो | ठीक हैं मैडम, कोफ्फी तो पियो………..ठंडी हो रही है जी मैडम, ……………… मैडम आपकी फॅमिली में कोन कोन हैं ? मैं, मेरे पति और दो बच्चे हैं | मैडम कहा है सब कोई दिखाई नहीं दे रहा ? मेरे पति काम से दो हफ्तों के लिए बहार गए हैं और मेरे बच्चे अपनी नानी के घर पे है | वो कब आयेंगे आपके बच्चे ? वो भी दो हफ्तों बाद ही आयेंगे, वेसे मैं भी वही थी कल ही आई हू | अब यही तो दिक्कत हैं, अब मुझे बाजार से सब कुछ लाना हो तो नहीं ला सकती | क्यों ? बाजार यहाँ से काफी दूर है ना, और रिक्शा से जाने मैं बहुत टाइम लगता है और स्कूटर और कार चलाना मुझे नहीं आती | मैडम इस मैं क्या तकलीफ है , आपको जो चाहिए होगा मुझे बता दीजिए, मैं ले आऊंगा | नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है , सागर तुम्हे कार चलानी आती हैं क्या ? हाँ मैडम आती हैं | तुम मुझे कार चलाना सिखा सकते हो……..वो क्या है की मेरे पति तो पुरे दिन बिजी रहते हैं और आज कल तो हमारी कार खली पड़ी है…………..और पति तो ऑफिस की कार ले गए हैं | जी मैडम, मैं आपको कार चला सिखा दूँगा | कितना समये लगेगा कार सिखने मैं ? करीब एक हफ्ता तो लगेगा ही | तो ठीक हैं तुम मुझे कार सिखाना शुरू कर दो | ओके मैडम मगर किस समाये पे ? तुम १० बजे पड़ने आओगे ही…..तुम्हे पडने के बाद मैं तुमसे कार सीख लिया करुँगी ……………पर सागर कोई बड़ा खली जगह है क्या ? वो क्या है की कोई मुझे देखेगा सीखते हुए तो मुझे शर्म सी आएगी | कोई ऐसी जगह बताओ जो एक दम खली हो और जादा लोग भी ना आया जाया करे | जी मैडम, शहर से बहार निकलने के बाद एक खली मैदान है, जो हर वक्त खली ही रहता हैं | ठीक हैं, तो वही चलेंगे कल दोपहर मैं | पर मैडम दोपहर में तो काफी गर्मी होगी ना ? दोपहर में इसीलिए क्युकी उस वक्त लोग बहार नहीं निकलते और हमारी कार में तो ऐसी हैं. | मैं क्या करूँ लोग मुझे कार चलते हुए देखेंगे तो मुझे शर्म आएगी ना इसीलिए | वेसे तुम्हे कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना ? बिलकुल नहीं मैडम, तो मैं कल आता हू १० बजे | ओके सागर बाई | मैं अगले दिन १० बजे मैडम के घर पहुच गया | मैडम ने उस दिन हरे रंग की सूट पहनी हुई थी | हलाकि मैडम थोड़ी मोटी और सावली थी, पर मुझे तो मैडम सेक्सी लग रही थी | मैडम ने मुझे १० से १ बजे तक पढाया | उसके बाद हम कार सिखने शहर से बहार एक खली मैदान में चले गए | आस पास कोई नहीं था क्युकी उस वक्त काफी धुप थी | मैदान में पहुच कर मैंने मैडम को कार सिखानी शुरू कर दी | मैं कुछ देर तक मैडम को गियर, एक्सेलेटर, क्लच, ब्रेक के बारे में बताने लगा | चलिए मैडम आब आप चलाइए | मुझे डर लग रहा हैं | आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | कैसा दर ? कही मुझे कंट्रोल नहीं हुआ तो ? उसके लिए मैं हू ना मैडम | फिर मैडम ड्राइवर सिट पे बैठ गयी और मैं बाजु वाले सिट पे आ गया | फिर मैडम ने कार चलानी शुर की लेकिन मन ने एक दम से एक्सेलेटर पे पैर रख दिया और कार एक दम से तेज चलने लग गयी | मैडम घबरा गयी | मैंने मैडम को कहा की मैडम एक्सेलेरेटर से पैर हटाइये मैडम ने फिर पैर हटा लिया तो फिर मैंने स्टीरिंग पकड़ कर कार को संभल लिया मैंने कहा था ना की मुझसे नहीं होगा कोई बात नहीं हैं, पहली बार ऐसा होता हैं | नहीं मैं कार सीख ही नहीं सकती, मुझसे नहीं चलेगी चलेगी मैडम, चलिए अब गाड़ी को स्टार्ट कीजिए और फिरसे ट्री कीजिए, पर इस बार एक्सेलेरेटर आराम से छोडना नहीं मुझसे नहीं होगा मैडम शुरू शुरू मैं गलतियाँ होती हैं, कोई बात नहीं नहीं मुझे दर लगता हैं अच्छा, एक काम करते है मैं भी आपके सिट पर आ जाता हूँ, फिर आपको दर नहीं लगेगा लेकिन एक सिट पर हम दोनों कैसे आ सकते हैं आप मेरी गोद मैं बैठ जाना, मैं स्टीरिंग संभालूँगा और आप गार संभालना लेकिन कोई हमे देखेगा तोह कैसा लगेगा ? मैडम इस वक्त यहाँ कोई नहीं आएगा और वेसे भी आपके कार के शीशों से अंदर का कुछ भी नहीं दिखेगा | चलो ठीक है फिर फिर में जा क ड्राईवर वाले सिट पे बैठ गया और मैडम मेरी गोद मैं | जैसे ही मैडम मेरी गोद में बैठी मेरे बदन में करंट सी दोड़ गयी |
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