दोस्तों मेरी पिछली कहानी ” चिकनी मख्खन जैसी मुलायम चूत में ऊँगली ” पढ़ के खूब मजा लिया चलिए अब आगे की कहानी नीता भाभी को जब उनके घर में चोदा था … गाँव में मुझे सिर्फ दो दिन का काम था इस लिए मैं ६ मार्च को वापस आ गया ! जब से नीता भाभी की चुदाई किया तब से उनसे रोज मोबाइल पर लम्बी बाते होने लगी ! बात बात एक दिन पूछ लिया की कब आओगी तो बताया की ७ मार्च जाऊगी ! तब मैंने कहा ”ट्रेन में मजा नहीं आया” तो हसने लगी और बोली ”ठीक है और कही जगह देख लेंगे जहा खूब मजा आये” और इस तरह से रोज रोज बाते करने लगा भाभी से खूब गन्दी गन्दी बातें करना ! आखिर भाभी 8 मार्च को साम के समय वापस आ गई ! तो मैंने मन ही मन प्लान बना लिया की कल दिन में भाभी को नहला कर चोदा जाए और फिर ये प्लान भाभी को बताया तो मना कर दिया और बोली ”कल नहीं परसो” तो मैंने कहा ”परसों तो रंगपंचमी है सभी घर में रहेंगे” तो भाभी बोली ”मैं कुछ सोच कर ही कह रही हूँ” तब मैंने पूंछा ”कितने बजे” तो भाभी बोली ”साम को 4:30 के बाद जब होली खुमार उतर जाएगा सभी नहाने धोने लग जायेगे तब” पर मेरे से रहा नहीं गया और फिर से पूंछ लिया की ”भाई साहब,और गुड़िया तो नहीं रहेंगे घर पर” तो भाभी बोली ” गुड़िया को इंटरब्यू दिलाने चले जाएंगे सुबह-सुबह तो रात तक वापस आयेगे” बस फिर क्या था मैंने मन ही मन प्लान बना लिया की भाभी को उनके बैडरूम में तबियत से चुदाई करूंगा ! आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | ये सोच सोच कर २ रात तक टीक से नींद नहीं आई ! जैसे तैसे 10 मार्च आया तो खुसी के मारे दिन भर इधर उधर घूम घूम कर खूब रंग खेला कुछ दोस्तों के साथ कई पैग सराब के भी लगा लिए दोपहर के ३ बजे तक ! ३ बाद घर गया नहाया रंग साफ़ किया खाना खाया और थोड़ी देर तक आराम करने के बाद करीब ४ बजकर १५ मिनट पर घर से निकल लिया और पैदल ही नीता भाभी के घर आ गया ! नीता भाभी के घर आसपास सन्नाटा हो गया था सभी नहाने धोने में ब्यस्त हो गए थे ! चुपचाप गेट खोला और दरबाजे को खोलने लगा तो नहीं खुला,अंदर से चिटकनी लगी थी तब मैंने साइड से झाककर देखा तो चिटकनी खिड़की के पास ही लगी थी तब मैंने हाथ डालकर चिटकिनी को बिना आवाज किये खोल दिया और चप्पल सहित अंदर खुस गया और धीरे दरवाजा लगाया साइड में चप्पल रखा और दबे पाँव से भाभी को तलासने लगा तो किसी रूम में नहीं दिखी तो बैडरूम में जाने लगा तो बाथरूम से नहाने की आवाज आ रही थी तो बाथरूम के तरफ चला गया तो देखा की भाभी सलवार ब्रा में बाथरूम को साफ़ कर रही थी तो मैंने तुरंत मेरा मोबाइल निकाला और चुपचाप फोटो लेने लगा जब मोबाइल का फ्लेस चमका तब भाभी पलट कर देखी और हलके दिखावटी गुस्से से बोली ”ये क्या बदतमीजी है” तब भी मैं बार बार मोबाइल के कैमरे से फोटो लिए जा रहा था तो बोली ”बाद में सभी डिलीट कर देना” तो मैंने कहा ..
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