हेलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम मोनीष है. आज मैं आप सभी को अपनी लाईफ की एक आँखों देखी सेक्सी सच्ची घटना आप सभी बताने जा रहा हूँ अगर पसंद आये तो कमेंट कर मेर प्रोत्साहन बढाये ताकि मै आप सभी के लिए ऐसी ही सेक्सी कहानिया लेकर आता रहूँ. मैं उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को बहुत पसंद आएगी. अब आपको ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ. दोस्तों.. जैसा कि मैंने आपको पिछली स्टोरी में बताया था.. कि मैंने कैसे अपनी बुआ को पटाकर चोदा था. उनका घर मेरे घर से केवल एक किलोमीटर की दूरी पर है और मेरा हमेशा ही वहाँ पर आना-जाना लगा ही रहता था.
जब से मैंने उन्हें चोदा है तब से तो मुझे वहाँ पर जाने का खास मकसद भी मिल गया है हम लोग यानी कि मैं और बुआ जब भी मौका मिलता सेक्स किया करते और अब उन्हें भी सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है और हम लोग नयी नयी पोज़िशन्स ट्राई करते है. कभी बाथरूम में नहाते वक्त चुदाई तो कभी किचन में खड़े खड़े सेक्स करते है.
मै 21 साल का हो गया हूँ मेरी ठीक ठाक बॉडी है और कलर बहुत साफ है और मेरी बुआ 39 साल की हैं उनका फिगर 32-30-36 है. फिर एक दिन, मैं बुआ के घर यह सोचकर गया कि मैं आज तो बुआ को बहुत चोदुंगा और उन्होंने उनके घर की दूसरी चाबी मुझे दे रखी थी. मैंने उससे घर का गेट खोला और सीधा अंदर चला गया और मैंने सोचा कि आज चुपके से जाकर उन्हें पीछे से पकड़ लूँगा और चकित कर दूँगा.. लेकिन घर में घुसते ही चकित तो मैं खुद ही हो गया क्योंकि मुझे बुआ के बेडरूम से कुछ आवाज़ें आ रही थी और वो आवाजे चुदाई के समय आती है. मैं जल्दी से उनके बेडरूम की तरफ गया और देखा तो गेट अंदर से बंद था और मुझे अंदर से ऐसी आवाज़ें सुनाई दे रही थी कि जैसे कोई किस कर रहा हो.
फिर मैंने इधर उधर देखा.. लेकिन मुझे कुछ नहीं सूझा कि मैं कहाँ से देखूं कि अंदर क्या हो रहा है? फिर मुझे याद आया कि नरेश और बुआ का कमरा जुड़ा हुआ है और उसके रूम और बुआ के रूम में दोनों के कमरों की एक ही खिड़की है और वो खिड़की इसलिए बनाई थी ताकि नरेश जो कि अभी केवल 11 साल का है अगर रात के समय नींद में उठ जाए या डरकर रोने लगे तो बुआ फुफाजी तक आवाज़ जाए. पहले यह तरीका मुझे अजीब लगता था.. लेकिन आज मुझे यह बहुत अच्छा लग रहा था.
मैं बहुत धीरे धीरे और बिना आवाज़ के दूसरे कमरे में गया और बड़ी सावधानी से एक कुर्सी उस खिड़की के नीचे रखी और उस पर चड़ गया और फिर जो मुझे दिखा वो तो एक बहुत बड़ा झटका था.. मेरी बुआ किसी आदमी को बहुत ही गरम होकर किस कर रही थी और वो दोनों बेड पर नंगे पड़े थे और उस आदमी की पीठ मेरी तरफ थी. तो मुझे पता नहीं चल पा रहा था कि वो कौन है? और फिर मुझे इस बात का बहुत दुःख: भी था कि शायद मेरा अब यहाँ पर चुदाई का काम खत्म हो गया.. लेकिन अब उनकी किसिंग देखकर और कामुक आवाज़ें सुनकर मेरा लंड तो खड़ा हो गया था.
मैं लोवर्स के ऊपर से अपने लंड को मसलने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उनकी किस टूटी और फिर उस आदमी ने बुआ से कहा कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और यह बात कहकर उसने उनके कान पर हल्का सा काटा. तभी मुझे ऐसा लगा कि जैसे यह आवाज़ मैंने पहले कभी सुनी है.. लेकिन फिर मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया.
फिर उसने बुआ को लेटाया और उनके ऊपर आकर उनके सीधे बूब्स को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबाने लगा. बुआ के मुहं से आवाज़े निकलने लगी आह्ह्ह आह्ह्ह उम्म आह और फिर वो अपनी दोनों आँखे बंद करके मज़ा ले रही थी. तभी मुझे उस आदमी का चेहरा दिखा और मैं उस आदमी को देखकर बहुत चकित रह गया क्योंकि वो संजीव अंकल थे और वो हमारे सलाहकार है.
जो पापा के ऑफिस में काम करते है.. इनकी उम्र 34 साल है वो एक शादीशुदा आदमी है और उनकी एक 5 साल की बेटी है. फिर यह सब देखकर तो मैं पागल ही हो गया और अब तो मेरा लंड मेरे काबू से बाहर हो चला था और अब मैं चुपचाप इनकी चुदाई का शो मजे से देख रहा था और खुद ही अपने लंड को शांत कर रहा था.
वो बुआ के बूब्स चूस रहा था और कभी कभी बुआ के बूब्स को दाँतों से काट भी रहा था और बुआ तब एकदम से चींख पड़ती और फिर 10-15 मिनट ऐसे ही बुआ के बूब्स चूसने और काटने के बाद उन्होंने फिर एक ज़ोरदार लिप किस किया और फिर उसने बुआ को अपना लंड चूसने को कहा.. लेकिन बुआ ने साफ मना कर दिया.
वकील अंकल : चलो अब आप मेरा लंड भले ही ना चूसे.. लेकिन मैं तो आपकी चूत चाट सकता हूँ की उसमे भी कोई दिक्कत है? बुआ ने कुछ नहीं कहा बस शरारत भरी स्माईल पास की और उसके सर को पकड़कर नीचे करने लगी. फिर अंकल ने बुआ के दोनों पैरों को फैलाया और उनकी चूत को ऐसे चाटने लगी जैसे एक कुत्ता हड्डी को चाटता है और बुआ अब ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी अहहुहह अहउहह और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड को ऊपर नीचे करके चूत चटवा रही थी. फिर अंकल ने बुआ की चूत तब तक चाटी जब तो वो एक बार झड़ नहीं गयी और फिर उन्होंने बुआ की चूत का सारा पानी पी लिया और उन्हें देखकर में बहुत गरम हो रहा था. फिर वो बुआ के ऊपर आ गये और किस करने लगे.
वकील अंकल : क्या तुम तैयार हो अपनी चुदाई के लिए?
बुआ : हाँ में तैयार हूँ.. लेकिन तुम पहले कंडोम तो पहन लो.
वकील अंकल : क्यों आप अभी भी हमारी इस चुदाई से प्रेग्नेंट हो सकती हैं क्या?
बुआ : नहीं.. लेकिन में बिना कंडोम के तुम्हे अपनी चुदाई करने के लिए हाँ नहीं कहूंगी जाओ और मेरी अलमारी से कंडोम निकाल लो. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
वकील अंकल उठे और अलमारी से कंडोम निकालने लगे.. मैं बुआ को देखे जा रहा था तभी इतने में पता नहीं कैसे बुआ की नज़र मुझ पर पड़ गयी और वो चकित हो गयीं.. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला और एक शरारती स्माईल पास की. फिर अंकल ने अलमारी से कंडोम निकाला और उसे अपने खड़े 7 इंच के लंड पर चढ़ा लिया.. फिर वो बुआ के पास आए और उनके ऊपर आकर किस करने लगे.
उन्होंने अपने हाथों से लंड को बुआ की चूत पर सेट किया और एक ज़ोरदार धक्का लगाया.. बुआ की चीख निकल गयी अहह उफ्फ्फ माँ में मरी प्लीज थोड़ा आराम से करो मैं तुम्हे छोड़कर कहीं भाग नहीं रही हूँ.. अहह और वो बड़ी लम्बी लम्बी सिसकियाँ लेने लगी.
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