गतांग से आगे … चूत मस्त चकनी हो गई तब मैंने निशा का हाथ पकड़ा और उसकी चूत पर हाथ रख दिया निशा हाथ लगाते ही चौक गई और बोली ये तो कुंवारे कि तरह चिकनी ही गई फिर मैंने निशा कि ‘कखोरी’ के भी बाल साफ़ कर दिया और निशा कि कई फोटो ले लिया अपने गैलक्सी मोबाइल से और निशा को ओ सभी फोटो दिखाया तो निशा बहुत खुस हुई और बोली मैं इतनी ”स्मार्ट” हु , मैं स्मार्ट सब्द सुनकर निशा से पूछा कि तुम कितना पढ़ी हो तो निशा ने कुछ नहीं कहा और मेरे लण्ड को फिर से खिलाने लगी और बोलती है ”’पहले मेरे तन कि आग बुझाइये जली जा रही हु इस जवानी कि आग में फिर सब बता दुगी आपको” ,तब मैं निशा के सभी कपडे उतार कर एकदम नंगी कर दिया और निशा कि चूत को उसके पेटीकोट से थूक लगाकर साफ़ किया और चूत को चाटने लगा ,निशा तो गर्म थी मेरे जीभ के स्पर्श से निशा के तन वदन में आग लग गई निशा उठकर बैठ गई और लण्ड को पकड़ने लगी तो मैंने लण्ड को निशा कि बुर के पास ले गया तो निशा ने अपने चूतड़ो को आगे खिसकाया और लण्ड को बुर में घुसाने लगी तो मैंने लण्ड को पीछे कर लिया निशा को तड़पाने के लिए तो निशा ने अपने दोनों हाथ को मेरे दोनों कंधो पर लगाया और [लण्ड कि आगे कि चमड़ी हटाये बिना लण्ड पर कंडोम चढ़ा लिया जिससे बहुत देर तक चुदाई कर सकू निशा कि ]
मुझे बोरे के बिस्तर पर उलटा गिरा दिया और मेरे खड़े लण्ड को पकड़ा और मेरे ऊपर चढ़ गई और लण्ड को बुर में घुसेड़ लिया और बैठ गई तब मेरा 10 इंची लंबा और खूब मोटा लण्ड पुष्प कि नाभि तक घुस गया तब मैं हल्का सा उठकर आधा बैठ गया पाँव को फैला कर जमीन पर हाथ को रखकर और पूषा के बड़े बड़े मस्त चुचियो को चूसने लगा और निशा घुटने के बल खड़ी होकर ऊपर -नीचे होने लगी ,निशा खड़े लण्ड में मलखम्ब कर रही थी और मैं निशा कि बड़ी बड़ी चुचियो को चूसता रहा निशा जोर जोर से अपने चूतड़ को मेरे जांघो पर पटक रही थी सुनसान खेत में फट फट कि जोर जोर से आवाज आ रही थी मैं घबरा गया कही कि ये आवाज सुनकर आ नहीं
जाए तब मैं निशा को इसारा किया कि धीरे -धारे करो तो निशा मेरे ऊपर लेट गई और अपनी दोनों टांगो कि पौली को मेरे पाँव में टिका कर मेरे सीने पर अपनी बड़ी बड़ी चुचियो को घिसते हुए आगे -पीछे करने लगी औरमेरी जीभ को अपने मुह में डाल कर चूसने लगी और मुह से उउउउउ उउउ ऊ आ आ आ आ आह आह आह आह सी सी सी स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स आआआआआआआ आए अह अह अह अह अह कि आवाजे निकलाने लगी औरजल्दी जल्दी अपनी चुचियो को मेरे सीने पर घिसने लगी इस तरह करीब 9 मिनट हो गए थे निशा के चेहरे पर पसीना आ गया निशा थकने लगी तो मैंने पुस्पा को बोला | आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | कि उठो तो निशा उठ गई ओट मैंने निशा कि बुर में लण्ड को डालकर निशा को उठाने लगा तो निशा बोली क्या कर रहे हो मैं नहीं उठोगी आपसे तब भी मैं नहीं मना और निशा को दोनों हाथो से उठा लिया ,निशा ने अपने दोनों हाथ को मेरे कंधे में डाल लिया और दोनों पाँव को मेरे चूतड़ के पास आपस में फसा लिया तब मैं मजे से निशा को हवा में लहरालहरा कर चोदना सुरु कर दिया निशा मेरे कंधो को पकड़ कर झूलती रही और मेरे गले में जोर जोर से किस करती रही लगातार 6 मिनटक मैं झूला झुला -झूला कर पूषा को चोदता रहा पर मेरे कंधे भी दर्द करने लगे पर निशा अभी तक झरी नहीं तो मैंने निशा को जमीन में बोरे पर लिटा दिया और निशा के ऊपर चढ़ गया तो निशा ने अपनी दोनों टांगो को मेरे पीठ पर रख दिय मैं निशा को बड़े मजे से चोदने लगा निशा बार बार मेरे गालो को -गले को चूसने लगी मैं भी निशा की जीभ को अपने मुह में डाल कर चूसने लगा निशा बड़े मजे के साथ चुदा रही थी निशा के मुह से जोर जोर से उउउ ऊ ऊ आ आ आ आ आ आह आह आह हा सी सी सी सी स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स स्स्स्स्स्स्स्स्स स्स्स्स्स कि आवाज निकालने लगी और कहने लगी जल्दी जल्दी करो ना जान लोगे क्या मेरी तब मैं जोर जोर से जल्दी जल्दी प्यूरी ताकत लगाकर झटके मारने लगा कुछ ही देर में निशा और मैं ढेर हो गए मैं निशा के ऊपर बेजान होकर लेट गया ढेर सारा वीर्य कंडोम में भर गया करीब 3 मिनट तक हांफते हुए निशा के ऊपर पड़ा रहा तो निशा बोली अब उठिए भी तब मैं उठ गया और मोटा सा लण्ड को बाहर निकाला जो वियाग्रा के अशर से अभी तक तना हुआ था जिसे देखकर निशा ने कहा कि क्या हुआ आपका मन नहीं भरा अभी तो और कर लीजिये तब मैंने कहा कि हो गया शान्त पर भौजी आपने तो थका लिया मुझे तो निशा बोली आपने तो हलाल ही डाला आज इसके पहले कभी भी मेरे पहले वाले पति और ये नहीं चोदे थे जितना आपने आज चोदा मजा आ गया आज और फिर निशा मेरे कंडोम में लगे खून को देखी और बोली कि लगता है महीना आ गया फिर निशा उठी और कपडे पहनने लगी तो मैंने निशा को अपनी पत्नी कि ब्रा और पेंटी दिया जो एकदम से नै थी आते समय खरीदा था मैंने निशा को कहा कि पहन लो इसे तो निशा ने एक बार मेरी तरफ देखा और लेकर पहन लिया पहले पैंटी और बाद में ब्रा पहना तो निशा और सेक्सी लगने लगी तो मैंने निशा कि दो तीन फोटो लिया ब्रा और पैंटी में फिर निशा ने पेटीकोट साड़ी-ब्लाउज पहन लिया मैं भी अपने कपडे पहन लिया और एक तरफ से निकल गया खेत से बाहर तो दूसरी तरफ से निशा खेत से बाहर निकल गई बोरे का बिस्तरा साथ लिए हुए और हम दोनों कुछ देर में फिर से प्याज के खेत में बैठ कर बाते करने लगे ,ब्रा पहनने के बाद निशा के बड़े बड़े बूब्स बहुत ही आकर्षक लगने लगे फिर निशा से बहुत से बाते किया निशा ने बताया कि ओ 12 वी तक पढ़ी है पहले वाले पति मर गए तो 70 साल ससुर परेसान करने लगा ओ बोलता कि मेरे साथ सोया कर ,ससुर से परेसान होकर निशा ने दुसरी शादी कर लिया हरखू अहीर के साथ | बहुत देर तक बाते करने के बाद मैं जब चलने लगा तो निशा बोली कि मैं अभी यहाँ रोज आउगी तो मैंने बोला टीक है और इस तरह लगातार 10 दिन तक निशा कि चुदाई किया 5 दिन तो निशा की माहवारी में ही निशा कि चुदाई किया बिना कंडोम लगाए इसके बाद भी निशा ने कांडोम नहीं लगाने दिया बोली कि मुझे एक लड़का चाहिए जो हरखू के नाम पर पाल पोश कर बड़ा करुँगी पर ओ होना चाहिए आपका मैंने बोला टीक है निशा को एक मोबाइल खरीद कर दे दिया और रोज बाते करने लगा अब पहले कि तुलना में गाँव भी ज्यादा जाता और निशा को मौका देखकर खूब चोदता निशा को एक लड़का भी हुआ जो कि मेरा ही है ओ अब करीब 15 माह का हो गया है | निशा पहले से कुछ दुबली हो गई पर चुदाई में अब पहले से ज्यादा मजा देती है | जब भी मैं गाँव जाता तो निशा के लिए अच्छी अच्छी साडी ले जाता निशा को एक दम से शहरी बना दिया निशा का बैंक खता खुलवा दिया और उसके खाते में बीच बीच में कुछ हजार रुपये भी डाल देता ये बात आज तक गोपनीय बनी है मैं और निशा दोनों खूब चुदाई करते मौका मिलते ही ! दोस्तों निशा की पहली बार मैंने उसके घर में चोदा था वो कहानी भी जल्द ही लिखुगा तब तक पढ़ते रहिये मस्तराम डॉट नेट और खुश रहिये मस्त रहिये | मेरी अगली कहानी का शीर्षक होगा ” निशा को पहली बार उसके घर में चुदाई किया” पर दोस्तों आप लोगो के कमेंट मिलने के बाद ही मै कहानी लिखुगा तो देर किस बात की भाई लोग अपने लंड को धीरे धीरे ऊपर निचे करे रहे और बहने अपनी चूत में अंगुली डाल के अन्दर बाहर करती रहे और झाड़ती रहे और मस्तराम डॉट नेट पढ़ती रहे और हो सके तो खूब मोटे लंड से चुदती रहे इसी बात पे ठोको कमेंट ..|