हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अजय है और में अपनी पहली स्टोरी आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ. ये एक सच्ची कहानी है. अगर आपको भी ज़िंदगी में मज़ा चाहिए है तो ज़िंदगी में एक बार तो अपनी बहन की चूत का मज़ा ले लो, ये बहुत मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है. अब में सीधा स्टोरी पर आता हूँ. में एक सामान्य फेमिली का लड़का हूँ, अच्छी बॉडी और 6 इंच के लंड का मालिक हूँ.
मेरी बहन का नाम सुष्मिता है और वो एक खूबसूरत चूत की मालकिन है. उसकी उम्र 20 साल है और में 22 साल का हूँ. वो 12वीं क्लास फैल हो गई है और अब घर में ही रहती है. वो बिल्कुल हिरोइन ही लगती है. वो 8वीं क्लास से ही भैया और भाभी के साथ रहती थी और अभी उसे हमारे घर आए एक साल हो गया है और हम एक अपार्टमेंट में रहते है, जिसमें डबल बेडरूम है. उसके आने के बाद वो रात को मेरे ही कमरे में सोती थी. मुझे कभी उसके बारे में बुरा ख्याल नहीं आया, क्योंकि मुझे लड़कियों की कोई कमी नहीं थी. मेरे 3 गर्लफ्रेंड थी और इसी वजह से में हफ्ते में 2 या 3 बार चूत का मज़ा लेता था.
एक बार 15 दिन से ज़्यादा हो गये थे, लेकिन मैंने चूत का मज़ा नहीं लिया था तो मैंने मेरी एक गर्लफ्रेंड रितिका को फोन किया और कहा कि आज मेरे एक फ्रेंड के रूम की चाबी मेरे पास है तो क्या तुम शाम को आ सकती हो? तो उसने बहुत नाटक किया और हाँ बोल दिया और शाम को एक बियर पीकर मेरे फ्रेंड के रूम पर उसका इंतज़ार करने लगा और वो 9 बजे आई थी. मैंने उससे पूछा वो लेट कैसे आई? तो उसने कहा रात को आना बहुत मुश्किल होता है और फिर हम दोनों ने खाना खाया और बेडरूम में आ गये और वो अभी भी चुदवाने के लिए बहुत नाटक कर रही थी.
अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने फोर्स करते हुए उसकी टी-शर्ट को निकाल दिया और उसने गुस्से में आकर कह दिया कि तुमने आज तक मुझे बहुत बार चोदा है तो आज छोड़ नहीं सकते हो. में ऐसा करूँगी कि तुम मुझे टच भी नहीं कर सकोगे. वो ये कहकर टी-शर्ट लेने के लिए आ गई. तब में उसकी ब्रा निकालने के लिए गया तो वो मुझसे मज़ाक करते हुए कहने लगी कि मुझे मत लूटो तो मुझे गुस्सा आ गया और मैंने कहा तुम ऐसा क्यों कह रही हो? में तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूँ. तभी उसने कहा कि अगर आज रात तुम मुझे चोदने के लिए आए हो तो में तुम्हें भैया ही कहूँगी और तुम मुझे चोद भी नहीं सकते. ये कहते हुए वो मेरे सामने ही अपनी ब्रा निकाल कर सिर्फ़ टी-शर्ट पहनने लगी.
फिर कुछ मिनट के बाद उसने मुझसे कहा कि तुम ज़रा बाहर जाओ, क्योंकि मुझे मेरी पेंटी उतारनी है. वो बिना ब्रा पेंटी के सोती थी. फिर मैंने कहा कि में बाहर नहीं जाऊँगा तो उसने कहा कि मुझे मेरे भैया के सामने नंगा होने में कोई प्रोब्लम नहीं है कहते हुए उसने अपनी पेंटी निकाल दी. अब वो कहने लगी कि अगर तुम बाहर नहीं गये तो तुम तुम्हारी बहन की चूत देखोगे. मैंने कहा सॉरी डियर सिस्टर अगर तुझे ड्रेस बदलना ही है तो अपने भाई के सामने ही बदलो ये कहकर में भी उसको घूरने लगा, तभी उसने कहा ओके नो प्रोब्लम. उसने अपनी पेंटी निकाली, और उसने शायद अपनी चूत का शेव आज ही किया होगा. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और में उसे अपने बेड पर ले आया, वो अब सिर्फ़ एक टी-शर्ट पहने थी. फिर मैंने उसकी चूत पर हाथ लगाया तो वो अब गर्म हो गई थी और फिर से कहने लगी कि अपनी बहन की चूत को टच करने में शर्म नहीं आती है?
फिर मैंने कहा कि अगर टच ही किया है तो ज़रा टेस्ट भी करता हूँ, ये कहकर में उसकी चूत को चाटने लगा तो उसको गुस्सा आया और वो कहने लगी ये तुम्हारी बहन सुष्मिता की चूत समझ कर चाटो और वो हंसने लगी. मुझे बहुत गुस्सा आया, लेकिन मेरे सामने एक नंगी चूत थी. फिर मैंने मज़ाक में ऐसे ही कहा हाँ कह दिया और में फिर से उसकी चूत चाटने लगा. अब वो मज़ा लेती हुई भैया ज़ोर से चाटो और उंगली भी डालो कहने लगी. अब मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था तो मैंने भी हाँ सुष्मिता कहकर उसकी टी-शर्ट निकाल कर उसे पूरा नंगा कर दिया और उसकी चूत में मेरा लंड रख दिया. अब उसने मज़े लेते हुए मुझसे पूछा क्या तुमने अपनी बहन सुष्मिता को कभी नंगा देखा है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखा. तो उसने पूछा अगर ग़लती से वो नंगी आई तो क्या करोगें? तो मैंने कहा कुछ नहीं करूँगा. उस रात मैंने उसको मेरी बहन बनाकर 3 बार चोदा और सुबह उठते ही उसने कहा हम 2 साल से चुदाई कर रहे है, लेकिन पहले कभी ऐसा मज़ा नहीं आया. फिर वो मेरे लंड को उसके मुँह में ले रही थी. मुझे सुबह सेक्स करना बहुत अच्छा लगता था तो में भी शुरू हो गया. अब वो बहुत मज़े से मेरे लंड को चाट रही थी और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने ग़लती से उससे कहा सुष्मिता चाटो मेरा लंड तो वो चौंक गई और बोली कि कल की बात तुम अभी तक नहीं भूले? तो मैंने कहा कि मैंने तो बस मज़ाक किया है. शायद उसे पता चल गया था कि मुझे उसको बहन बनाकर चोदना अच्छा लग रहा है, लेकिन में भी मज़ाक नहीं कर रहा था, तो मैंने कहा कि मुझे मेरी बहन की चूत में उंगली डालना अच्छा लगता है तो उसने वो मज़ाक समझ लिया, लेकिन वो मज़ाक नहीं था. मुझे सच में उसे मेरी बहन बनाकर चोदना अच्छा लग रहा था. फिर सुबह चुदाई नहीं हुई, क्योंकि कंडोम ख़त्म हो गये थे इसलिए मैंने मेरी उंगली से उसे ठंडा किया.
फिर हम दोनों अपने अपने घर गये और घर जाते ही मैंने देखा कि मेरी बहन सो रही थी और वो स्कर्ट पहन कर सोई थी और उसकी पेंटी ज़रा सी दिख रही थी ये सब देखते ही में गर्म हो गया और बाथरूम में जाकर मेरी बहन के नाम की मुठ मारने लगा. फिर जब में बाहर आया तो वो बेड पर नहीं थी और फिर मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आ गया और ऐसे ही बात करते-करते मैंने उसे बताया कि मैंने आज घर जाते ही फिर मुठ मारी और वो भी मेरी बहन के नाम से तो वो सीरीयस हो गयी और कहने लगी कि तुमने ये ग़लत किया. तो फिर मैंने उससे कहा कि ओके आज के बाद में ऐसा नहीं करूँगा, लेकिन जब भी में तुझे चोदूंगा अपनी बहन बनाकर ही चोदूंगा, क्योंकि मुझे ऐसे चोदना अच्छा लग रहा है. फिर उसने हँसते हुए हाँ भैया कहा और में तुम्हें राखी भी बांधूगी और वो भी तेरे लंड पर, लेकिन मुझे मेरी बहन को देखकर मुठ मारना अच्छा लग रहा था और में जब मेरी गर्लफ्रेंड से मिलता तो उसे अपनी बहन बनाकर चोदता था और वो भी बहुत खुश थी, क्योंकि में उसे हफ्ते में 4-5 बार चोद रहा था.
फिर एक दिन अचानक से मेरी गर्लफ्रेंड को 2 महीने के लिए उसके गाँव जाना पड़ा, तो मुझे बहुत बुरा लगा, क्योंकि सिर्फ़ यही मेरी बहन बनकर चुदती थी. उसके जाने के बाद वो वहाँ पर बहुत फ्री रहती थी इसलिए वो रात को 10 बजे के बाद सेक्स चैट और फोन पर बात भी करती थी. अब उसको गये हुए 4 दिन हो गये थे और मुझे उसकी चूत की बहुत याद आ रही थी, तभी उसने फोन किया और कहने लगी कि मुझे तुम्हारे लंड की बहुत याद आ रही है. फिर मैंने कहा कि मुझे भी तुम्हारी चूत की बहुत याद आ रही है. तब उसने कहा झूठ मत बोलो, तुम तो रोज़ चूत के साथ ही सोते हो कहकर हंसने लगी. फिर मैंने कहा चूत तो है, लेकिन में उसे देख भी नहीं सकता और छू भी नहीं सकता, इसका क्या फायदा? फिर उसने कहा छू तो नहीं सकते, लेकिन देखकर मुठ तो मार सकते हो ना. फिर मैंने कहा वो कैसे? तो मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि तुम्हें चूत या अपनी बहन की चूत देखना जरुरी है? तो तभी मेरी बहन नहाकर आ गयी और में बालकनी में जाकर बात करने लगा.
फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा तुम्हारी बहन रोज़ रात को नहाकर सोती है क्या? तो में बोला हाँ, अभी रोज़ नहाकर सोती है, क्योंकि गर्मीयों के दिन है. फिर उसने कहा बाथरूम तो अटेच है और तुम रोज़ उसको होल से देखकर मुठ मार लिया करो तो मुझे भी ये आइडिया अच्छा लगा और अगले दिन रात को मैंने भी उसे होल से देखने का प्लान बना लिया, लेकिन मुझे कुछ ठीक से नहीं दिख रहा था तो में जाकर सो गया और फिर रात को 1 बजे मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आया और कहने लगी कि सॉरी में मेरी फेमिली के साथ मूवी देखने गयी थी इसलिए में फोन नहीं कर पाई. मैंने कहा ओके नो प्रोब्लम कल बात करेंगे, तो उसने कहा मुझे बहुत मूड है और में उंगली कर रही हूँ कुछ देर बात करो तो में बोला सॉरी डियर मुझे बहुत नींद आ रही है और में सो रहा हूँ.
फिर उसने कहा कि अपनी बहन को गर्म नहीं करोगे? तो में मूड में आ गया और मैंने कहा कि बहन को चोदने के लिए तो बहुत मूड है इसलिए मैंने आज उसे होल में से नहाते वक़्त देखना चाहा, लेकिन में मेरी बहन को ठीक से देख नहीं पाया. फिर मैंने मेरी बहन को आवाज़ लगाई ये देखने के लिए कि वो सो रही है या नहीं. वो सो रही थी. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने कहा कि चलो वो सो रही है तो तुम जाकर उसकी ब्रा निकालो. अब मुझे डर लग रहा था, लेकिन मुझे भी देखने का मन कर रहा था तो मैंने हिम्मत करके उसके नाईट टॉप के 2 हुक को खोल दिया और वो अन्दर ब्रा नहीं पहने थी. अब उसके आम साईज़ के बूब्स देखते ही मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने मुठ मारना चालू कर दिया. मेरी गर्लफ्रेंड अब भी मुझसे फोन पर बात कर रही थी और कह रही थी कि बूब्स को प्रेस करो तो में थोड़ा डर गया था इसलिए मैंने कुछ नहीं किया और मुठ मारकर सो गया. फिर अगले दिन जब में उठा तो मेरी बहन उठकर ब्रेकफास्ट बना रही थी क्योंकि पापा और माँ कज़िन की शादी के लिए गये थे, वो तो अब 10 दिन तक आने वाले नहीं थे. फिर में तैयार हो कर ब्रेकफास्ट करके कॉलेज के लिए निकल गया और अब में मेरी बहन को चोदने का प्लान बना रहा था? अब घर में पापा और माँ तो नहीं थे इसलिए मैंने एक बियर पीकर घर जाने का प्रोग्राम बना लिया. रात को घर जाने के बाद मेरी बहन ने खाना दिया और खुद नहाने के लिए चली गयी. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने खाना खाने के बाद बेडरूम में जाकर अपनी गर्लफ्रेंड को फ़ोन किया और कहा कि पापा और माँ घर में नहीं है तो आज में पीकर आया हूँ तो वो बोली तुम जब पीते हो तो बहुत रोमांटिक बात करते हो और में रात को सब के सोने के बाद 12 बजे कॉल करूँगी कहकर उसने फोन रख दिया. तभी मेरी बहन माँ की नाइटी पहनकर बाथरूम से बाहर आई तो मैंने पूछा कि तुमने माँ की नाइटी क्यों पहनी है? तो उसने कहा गर्मी है ना और मेरे पास कोई ढीले कपड़े नहीं है कहकर वो सो गयी. अब मुझे भी नींद नहीं आ रही थी तो मैंने मेरी गर्लफ्रेंड को फोन किया और बालकनी में जाकर बात करने लगा. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि आज नहाते वक़्त चूत नहीं देखी क्या? तो मैंने ना कहा, तो वो हंसने लगी.
फिर जब में सुबह उठा तो मेरी बहन अभी भी सो रही थी. फिर मैंने मेरे लंड को अंडरवेयर से बाहर निकाल कर सोने का नाटक करते हुए बेड पर ही सो गया. कुछ मिनट के बाद मेरी बहन उठी और मेरे खड़े हुए लंड को देखकर मुझसे कहा कि भैया ठीक से सो जाओ कहकर बाहर चली गयी और उसके जाते ही में मेरे लंड की मालिश करने लगा. फिर कुछ मिनट के बाद मुझे वापस उसका आना महसूस हुआ तो फिर में सोने का नाटक करने लगा और वो मेरे लंड को घूरने लगी. मैंने मेरी आँख आधी खुली ही रखी थी. अब वो मेरे लंड को देखकर अपने हाथ को चूत पर रख रही थी. तभी में समझ गया कि मेरा काम हो गया और मालिश करने के बाद मेरा लंड खड़ा हुआ था. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर कुछ मिनट के बाद वो बाथरूम में चली गयी और फिर जब वो बाथरूम से बाहर आई तो में उठाकर चाय बना रहा था. फिर मैंने उसे देखते ही सॉरी कहा तो उसने इट्स ओके कहा और फिर मैंने अचानक से उससे पूछा कि इट्स ओके क्यों? तो उसने हँसते कहा कि तुम्हारी बतमीज़ी के लिए कहकर चली गयी. फिर मैंने फ्रेश होकर बाहर जाकर मेरी गर्लफ्रेंड को सब कुछ बता दिया, तो वो दुखी हुई और कहने लगी चान्स मिला है तो टच कर लो, लेकिन चोदना मत क्योंकि वो तुम्हारी बहन है. अब मुझे भी बुरा लगने लगा कि मैंने अपनी बहन को लंड दिखाया और में रात को बियर पीकर घर गया. फिर रात को मेरे घर जाते ही मेरी बहन मुझे बताने लगी कि मम्मी का फोन आया था उन्हें वापस आने में 2 हफ्ते लगेगें और वो कहने लगी कि उसे नॉनवेज खाने का मन कर रहा है प्लीज खाना बाहर से लेकर आओ और मुझे खाना लेने भेज दिया. फिर मैंने नॉनवेज ऑर्डर किया और फिर में एक बियर पीने के लिए बैठ गया और रात को 11 बजे घर आया.
फिर मेरी बहन ने पहले खाना खाया और उसने पूछा तुम नहीं खाओगें? तो मैंने मना कर दिया. फिर वो नहाने के लिए चली गयी. अब वो कुछ गुस्से में थी शायद मैंने बहुत ज्यादा पी ली थी. फिर वो नहाकर बाहर आई तो वो स्कर्ट पहने थी और उसमें वो बहुत हॉट लग रही थी. वो स्कर्ट सिर्फ़ जब रात को में घर पर नहीं रहता था तब ही पहनती थी. फिर वो मुझे कहने लगी कि तुम्हारा पजामा नहीं मिला तो तुझे आज भी कल जैसे ही सोना पड़ेगा कहकर बेड पर बैठ गयी और मुझे भी कपड़े निकाल कर सोने के लिए कह दिया. फिर मैंने हाँ कहा, लेकिन मेरी उसके सामने ड्रेस चेंज करने की हिम्मत नहीं हो रही थी, क्योंकि मेरा लंड उसको शॉर्ट स्कर्ट में देखकर खड़ा हो गया था. फिर उसके आँख बंद करने के बाद में सिर्फ़ अंडरवेयर पहनकर और सारे कपड़े उतार कर सोने के लिए चल गया. वो अभी तक नहीं सोई थी तो उसने मुझसे पूछा क्यों शर्ट नहीं पहननी? तो मैंने कहा गर्मी बहुत है और वो हँसते हुए सो गयी. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने एक घंटे के बाद उसे आवाज़ दी तो वो नहीं उठी. तभी मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को फोन किया और कहा कि आज बात नहीं कर पाऊँगा, क्योंकि में सिर्फ़ अंडरवेयर में हूँ और बालकनी में जाकर बात करना मुश्किल होता है, लेकिन वो मानने वाली नहीं थी. मुझे उसको पटाने का प्लान मिल गया था तो उसने कहा कि तुम्हारी बहन की चूत में खुजली हो रही है तो में जोश में आने लगा और मेरी बहन के पास बैठकर उसके नंगे पैरों को देखते हुए मेरे लंड को हाथ में पकड़कर कहा कि इसलिए मेरी बहन आज शॉर्ट स्कर्ट पहन कर सोई है. इतना कहते ही उसने कहा आज अच्छा मौका है तुम उसकी चूत को देख लो. मैंने भी पी रखी थी तो मैंने हिम्मत करके उसकी स्कर्ट को ज़रा सा उपर हटाया और में पूरा नंगा हो गया. फिर में चादर ओढ़कर उसकी टाँगो को टच करने लगा. वो बिल्कुल भी नहीं हिली तो मैंने जोश में आकर उसकी स्कर्ट ऊपर कर दिया. वो अन्दर पेंटी नहीं पहने थी.
अब मुझे उसकी चूत दिखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया. लाईट बंद थी तो मुझे कुछ ठीक से नहीं दिख रहा था. फिर मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से कहा कि वो हिल रही है, में कल बात करूँगा कहकर फोन कट कर दिया. अब मुझे उसकी चूत को देखने में बहुत मज़ा आ रहा था. अब मेरा उसको टच करने का मन कर रहा था और उसकी गुलाबी चूत देखकर कोई भी क़ह सकता है कि वो वर्जिन है. अब हिम्मत करके उसकी चूत के ऊपर मेरा हाथ रख दिया. फिर मेरा हाथ रखते ही उसकी सांसे तेज हो गई और मुझे डर लगने लगा कि क्या ये सो रही है या नाटक कर रही है? लेकिन में खुश भी था क्योंकि वो मज़े ले रही थी और में ये पता करने के लिए उसकी चूत पर धीरे-धीरे से हाथ फेरने लग गया कि वो सो रही है या नहीं. तभी वो बहुत तेज़ी से साँस लेने लगी तो मुझे यकीन हो गया कि वो जाग रही है. अब मुझे बहुत जोश आने लगा था.
फिर मैंने हाथ फेरना छोड़कर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. क्या नमकीन चूत थी? इसके लिए तो में मेरी सभी गर्लफ्रेंड को छोड़ने के लिए तैयार था. अब मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था और अब में उसकी चूत तेजी से चाटने लगा. तभी मेरी बहन ने अपनी टांगे खोल दी और उसने उसका एक हाथ मेरे सिर पर रख दिया और में जैसे जैसे जोश में चाट रहा था वैसे ही वो मेरे बाल को टाईट पकड़ रही थी. फिर मैंने उसको आवाज़ लगाई तो उसने कुछ भी नहीं कहा. अब इतना काम होने के बाद मुझे भी अब उसको चोदने की कोई जल्दी नहीं थी. फिर मैंने मेरे लंड को उसकी चूत के सामने ही मुठ मारा और वीर्य सीधा जाकर उसकी चूत पर ही पड़ा मैंने वो साफ नहीं किया और में उसकी गांड उठाकर उसकी स्कर्ट पूरी ऊपर करके सो गया. मुझे कब नींद लगी पता ही नहीं चला. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर जब सुबह 7 बजे मेरी आँख खुली तो मैंने देखा कि मेरी बहन सोई हुई थी. वो वैसे ही थी और अपनी चूत के दर्शन करवा रही थी और उसकी चूत पर कुछ वीर्य पड़ा था और अब उजाले में उसकी चूत को देखकर मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. फिर मैंने बाथरूम में जाकर मुठ मार लिया. अब सुबह के 8 बज रहे थे और अभी तक मेरी बहन उठने का नाम नहीं ले रही थी. फिर में किचन में जाकर दूध गर्म कर रहा था कि अचानक से मेरी बहन आई और वो बहुत दुखी लग रही थी. उसने आते ही कहा कि सॉरी भैया तो मैंने तुरंत जवाब दिया थैंक्स. फिर वो हँसते हुए बाथरूम में चली गयी. फिर वो फ्रेश होकर आई तो मैंने उसे दूध दिया तो उसने थैंक्स कहा और मैंने उससे पूछा तुम लेट क्यों उठी? तो उसने कहा रात में ठीक से नींद आई थी. फिर उसने पूछा तुम कितने बजे उठे थे? तो मैंने कहा में 7 बजे उठा था, लेकिन मैंने उससे झूठ बोला कि में 6 बजे उठा हूँ.
फिर वो बोली इतनी जल्दी उठकर तुमने 2 घंटे तक क्या किया? तो मैंने कहा कि में पढाई कर रहा था. फिर उसने पूछा कि कहाँ पर तो मैंने कहा बेडरूम में, वो हैरान हो गयी और शरमा भी गयी. फिर कुछ देर तक उसने मेरे साथ ठीक से बात तक नहीं की और ब्रेकफास्ट के बाद फिर से सोने के लिए जाने लगी. मैंने पूछा क्या हुआ तबीयत तो ठीक है ना? तो उसने कहा कि कुछ नहीं बस कल रात को नींद ठीक से पूरी नहीं हुई थी तो मैंने पूछा क्यों? तो उसने कहा कि कल रात मुझे एक सपना आया था. फिर मैंने उससे पूछा अच्छा या बुरा? तो उसने कहा सपना था, लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा? तो में खुशी से पागल हो गया. फिर मैंने उससे पूछा कि अगर तुम्हारा सपना पूरा हो जाए तो तुम मुझे क्या दोगी? तो उसने कहा सब कुछ तो तुम्हारा ही है और क्या चाहिए है. फिर हम दोनों पापा माँ के रूम में जाकर बात करने लगे. उसने फिर से मुझे सॉरी कहा, तो मैंने पूछा तुम मुझे बार-बार सॉरी क्यों बोल रही हो? तो उसने कहा हम कोई दूसरी बात करते है.
फिर मैंने कहा तुम्हें बताना ही पड़ेगा और फिर मेरे बहुत ज़िद करने के बाद उसने मुझसे बोला कि जब सुबह उठने के बाद सब अच्छा सोचते है कि दिन अच्छा गुज़रे, लेकिन मेरी वजह से तुझे बुरी बात सोचनी पड़ी. मैंने पूछा बुरी सोच क्या? तो उसने कहा कि प्लीज हम कोई दूसरे टॉपिक पर बात करे. मैंने कहा कि तुम सच बताओ कि तुमने मुझे थैंक्स क्यों कहा? और फिर मैंने भी उसे सॉरी कहा और बोला कुछ नहीं बस ऐसे ही. तो वो कुछ गुस्से में आ गई और बोलने लगी कि अगर तुमने नहीं बताया तो में तुमसे कभी बात नहीं करूँगी. फिर मैंने कहा अगर मैंने बताया तो भी तुम मुझसे बात नहीं करोगी. फिर उसने कहा कि में तुमसे वादा करती हूँ कि में पहले जैसी ही रहूंगी. फिर मैंने उससे कहा कि तुमने मुझे आज 2 घंटे तक अपने शरीर के दर्शन दिए थे इसलिए मैंने तुम्हें थैंक्स कहा था. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
दोस्तों अब मेरी बहन को बहुत गुस्सा आया और उसने कहा कि में तुम्हारी बहन हूँ तुम्हें शर्म नहीं आती है तो मैंने कहा पहले तुम एक औरत हो और उसके बाद मेरी बहन हो. तभी उसने मुझसे बोला कि मम्मी भी एक औरत है और ये कहते ही मुझे बुरा लगा, लेकिन वो शरारत के मूड में आ गई. अब में भी नॉर्मल हो गया था और मैंने पूछा कि कल रात बिना पेंटी क्यों सोई थी? तो उसने गुस्से में आकर कहा कि अपनी बहन से कोई ऐसे पूछता है क्या? तो मैंने कहा कि नहीं सुष्मिता पहले कभी ऐसा नहीं हुआ तो पूछ लिया. फिर उसने अपने कूल्हों को दिखाया और कहा कि यहाँ पर कुछ प्रोब्लम है. फिर मैंने कहा कि अपनी पेंट खोलो और दिखाओ तो उसने कहा कि तुझे शर्म नहीं आती क्या? तो मैंने कहा कि जब मैंने सुबह बिना शर्म के सब देख ही लिया है तो इसमें शर्म की क्या बात है और फिर वो हँसते हुए नाटक करने लगी. तभी मैंने उससे बोला कि चलो दिखाओ. फिर वो कुछ देर तक सोचने के बाद अपनी पेंट ज़रा सी नीचे करके अपने कुल्हें दिखाने लगी, उसको कुछ भी नहीं हुआ था.
फिर मैंने फ़ायदा उठाया और उससे कहा कि यहाँ पर लाल हो गया है और ऑयल से मालिश करने पड़ेगी नहीं तो बहुत दर्द होगा. फिर कुछ देर तक नाटक करने बाद उसने हाँ कर दी और अपना इलास्टिक पेंट ज़रा सा नीचे करके उल्टा सो गई. अब में उसकी गांड में ऑयल लगा रहा था, उसकी क्या मस्त गांड थी? जैसे कोई पॉर्न स्टार की होती है. अब वो शरमा रही थी और अपनी पेंट ज़्यादा नीचे नहीं कर रही थी. अब में मालिश के नाम पर सिर्फ मज़ा ले रहा था. तभी उसने मुझसे पूछा कि तुमने पहले कभी किसी को ऐसे देखा है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखा है. वो बोली झूठ मत बोल, कल रात को तू तेरी गर्लफ्रेंड के साथ बहुत गंदी-गंदी बात कर रहा था. फिर में समझ गया कि कल रात को वो जाग रही थी और मज़े ले रही थी. फिर मैंने उससे बोला कि ऐसा है, लेकिन मैंने कभी किसी की चूत नहीं देखी है, तो उसने कहा भैया झूठ मत बोलो, मैंने तुम्हारा वो देखा तो मुझे तुम्हारा वो बहुत अच्छा लगा. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने कहा क्या देखा तो? तो उसने शरमाते हुए कहा कि तुम्हारा लंड देखा. फिर मैंने पूछा तुमने कब देखा? तो उसने बोला कि जब तुम मुझे सॉरी बोल रहे थे. में हंसने लगा और उससे पूछा कैसा लगा? तो वो गुस्से से कहने लगी कि मम्मी के सामने बताउंगी कैसा था? अब मुझे उसके मुँह से लंड और चूत सुनने में बहुत अच्छा लग रहा था और जोश भी आ रहा था. फिर मैंने जोश में आकर उसके कूल्हों की मालिश करते-करते उसकी पेंट को ज़रा सा नीचे कर दिया और मेरी एक उंगली को कूल्हों में डालने की कोशिश करने लगा. तभी वो गुस्सा करने लगी और बस करो कहने लगी.
फिर मैंने बोला कि पूरी पेंट निकाल दो तो में ठीक से मालिश करूँगा, मुझसे ऐसे मालिश नहीं हो रही है. फिर उसने हाँ कहा, लेकिन आँखे बंद करके मालिश करो. फिर मैंने हाँ कहते ही उसका इलास्टिक पेंट पूरा निकाल दिया, वो उल्टी सोई थी. फिर कुछ देर तक मालिश करने के बाद में उसकी टाँगो के बीच में उसकी चूत को टच करने लगा. अब वो गर्म होने लगी थी और कहने लगी कि तुम कुछ ग़लत कर रहे हो. फिर मैंने भी गुस्से में कहा कि अगर गलत हो रहा है तो अपनी आँख बंद करके रखो और में ज़ोर से अपने दोनों हाथों से उसके कूल्हों को दबाने लगा. वो फिर से चुप हो गई और फिर में अपने हाथ से उसकी चूत को टच करने लगा. वो कुछ नहीं बोली और मुझमें हिम्मत आ गई और मैंने अपनी एक उंगली को उसकी चूत में डाल दिया. उसने अपनी बॉडी को फुल टाईट करते हुए कहा कि भैया बहुत दर्द हो रहा है.
फिर मैंने उससे सॉरी कहा, तो उसने कहा इट्स ओके भैया, लेकिन में अपनी उंगली को चूत से बाहर नहीं निकाल रहा था. फिर धीरे से में अपनी उंगली को उसकी चूत में घुसाने लगा, लेकिन उंगली चूत के अन्दर नहीं जा रही थी इसलिए मेरी बहन ने बिना कुछ बोले अपने पैरो को खोल दिया. तभी मैंने ज़ोर से अपनी उंगली को उसकी चूत में घुसा दिया और उसने मेरे हाथ पकड़ लिए. फिर मैंने 5 मिनट तक उंगली को उसकी चूत में अन्दर बाहर किया और वो अब सिसकियां ले रही थी. फिर मैंने उसे सीधा सोने के लिए कहा तो तभी वो ना कहने लगी और फिर मैंने ही उसे सीधा किया और उसकी चूत को देखने लगा. तभी उसने कहा कि भैया सुबह से ऐसी क्या बात है, ऐसे क्यों घूर रहे हो? कहते हुए अपने हाथों से चूत को ढकने करने लगी. तभी मैंने उससे कहा कि मुझे चूत चाटनी है, तो उसने कुछ नहीं कहा सिर्फ़ अपना हाथ चूत के ऊपर से हटा दिया.
फिर मैंने उसकी चूत को एक किस किया और पूछा कैसा लगा? तो उसने कहा भैया कल रात से भी अच्छा लगा, तो मैंने नाटक करते हुए उससे पूछा कि कल रात को क्या हुआ? तो वो बोली कि मुझे सुबह तक वो सपना ही लगता था, लेकिन फिर जब में उठी तो चूत के ऊपर तुम्हारे वीर्य के धब्बे पड़े हुए थे, तब मुझे वो सपना सच लगा. फिर मैंने हँसते हुए उसकी टी-शर्ट और ब्रा निकाल दी और उसकी चूत को चाटने लगा. अब वो कह रही थी कि तू बहुत बड़ा बहनचोद है, चाटो और चाटो कहने लगी.
अब मुझे उसकी नमकीन चूत चाटना बहुत अच्छा लग रहा था और में मेरे हाथ से उसके बूब्स को दबा रहा था और चूत भी चाट रहा था. अब वो बहुत बुरी तरह से बात कर रही थी और अपने एक हाथ से मेरे बालों को ज़ोर से पकड़ रही थी. फिर में अपनी पेंट निकाल कर पूरा नंगा हो गया और उसको मेरा लंड चूसने को कहा तो वो मना करने लगी और मैंने उसे ज्यादा फोर्स नहीं किया. तभी में उसके ऊपर सोकर मेरा लंड उसकी चूत में डालने लगा और वो ना कहने लगी, तो मैंने पूछा क्यों? तो उसने कहा कि तेरी आधे इंच की उंगली से इतना दर्द हो रहा है तो ऐसे में इतना बड़ा लंड इसमें जा नहीं सकता, प्लीज चुदाई को भूल जाओ.
फिर मुझे गुस्सा आया और मैंने उससे पूछा कि आज तक तुमने किसी मर्द से चुदवाया नहीं है क्या? तो उसने बताया कि में तेरी जैसी चोदूं नहीं हूँ, कहकर हंसने लगी. फिर तभी मुझे मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आ गया और मेरी बहन मुझे स्पीकर पर बात करने को फोर्स करने लगी, लेकिन तब तक फोन कट हो गया. फिर उसने पूछा रात वाली थी क्या?
मैंने हाँ कहा और मेरी बहन मुझे फिर से कॉल करने के लिए कहने लगी. अब मुझे चोदना था और वो नहीं मान रही थी. फिर मैंने उससे कहा कि उसको भूल जाओ बस मुझे तेरी चूत में लंड डालना है, तभी उसने कहा भैया में ले लूंगी अगर तुम स्पीकर फोन पर बात करो तो. फिर मैंने उसे हाँ कह दिया और उससे बोला कि में तेरी चूत में लंड डालकर बात करूँगा.
फिर मेरी बहन ने हाँ कहा, लेकिन फोन मेरे हाथ में होगा तुम कॉल कट नहीं करोंगे, तो मैंने उसे हाँ कहा और उसके हाथ में फोन दे दिया. फिर उसने अपनी दोनों टाँगो को खोलकर धीरे से डालो कहने लगी, फिर मैंने हाँ कहते हुए उसकी चूत के ऊपर लंड रखकर डालना चालू कर दिया, लेकिन उसकी चूत बहुत टाईट थी, जिससे लंड अन्दर नहीं जा रहा था. अब वो अपने एक हाथ से मेरे लंड को अन्दर डालने में मेरी मदद कर रही थी और एक हाथ से फोन करने लगी.
फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने फोन उठाया और सीधा पूछने लगी कि क्या कल रात तुमने सुष्मिता की चूत को देखा तो अब मेरी बहन मुझे घूर रही थी और मैंने हाँ कहते हुए में मेरी बहन की टाईट चूत में लंड डालने की कोशिश कर रहा था. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा कि चूत कैसी लगी? मेरे से भी ज्यादा हॉट है क्या? तो मैंने कहा हॉट भी है और तेरे से टाईट भी है, तो उसने कहा क्या? तुम्हें कैसे पता चला, तुमने चोद दिया क्या? तो मैंने कहा नहीं बस उंगली डाली थी. फिर मेरी गर्लफ्रेंड ने कहा वाह्ह उसे कुछ पता चला? तो मैंने कहा कुछ पता नहीं चला, तो वो बोली तेरी बहन बहुत बड़ी रंडी है, शायद उसे पता चल गया होगा, साली रंडी मज़े ले रही होगी. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
अब मेरी बहन को बहुत गुस्सा आ रहा था और मैंने मेरी गर्लफ्रेंड से कहा कि प्लीज यार गाली मत दो, तो उसने गुस्से में कहा कि गाली क्यों ना दूँ? उस रंडी की वजह से तुम पाँच महीनों से मेरी चूत को उसकी चूत कहकर चोद रहे हो और अभी उसकी चूत देखने के बाद मेरी चूत को भूल जाओगे और वो कहने लगी कि अभी तुमने अपनी बहन की चूत में उंगली डाली है और अब अगली बार तुम्हारी माँ की गांड में भी उंगली डालोगे. तो मैंने कहा नहीं डियर, तो उसने पूछा और बोली कि उस रंडी की चूत में सिर्फ़ उंगली डाली थी या लंड भी डाला था. मैंने मेरी बहन कि तरफ देखा तो वो अब बहुत गुस्से में थी. फिर मैंने सोचा कि अगर अब ज़्यादा हुआ तो परेशानी हो सकती है. फिर मैंने थोड़ा जोर लगाया तो मेरा आधा लंड मेरी बहन की चूत में घुस गया और मेरी बहन चिल्लाने लगी और अब मुझे भी दर्द हो रहा था.
तभी मेरी गर्लफ्रेंड ने पूछा वहाँ पर कौन है? तो मैंने तुरंत अपनी बहन से फोन लेकर मेरी गर्लफ्रेंड से कहा कि में बाद में कॉल करूँगा कहकर फोन स्विच ऑफ कर दिया. फिर मैंने देखा तो मेरी बहन की आँख में से पानी आ रहा था, लेकिन मुझे सिर्फ़ एक प्यासी चूत दिख रही थी. फिर में धीरे-धीरे उसकी चूत में मेरा लंड आगे पीछे करने लगा.
फिर करीब 2 मिनट के बाद मेरा स्पर्म उसकी चूत पर गिर गया, लेकिन मैंने अपना लंड उसकी चूत में से बाहर नहीं निकाला. फिर मैंने धीरे से अपना लंड बाहर निकाला और उसे सॉरी कहा, तो वो कुछ नहीं बोली और अब उसकी चूत से खून और आँख से पानी निकल रहा था, शायद उसे अब भी बहुत दर्द हो रहा था.
फिर उसने 15 मिनट तक बात नहीं की और उसके बाद वो अपनी चूत साफ करने लगी तो मैंने उसकी मदद की. वो अब बिल्कुल चुप थी और फिर उसने अपनी टी-शर्ट और स्कर्ट पहनी. शायद उसे बहुत दर्द हो रहा था इसलिए वो बिना चड्डी पहने ही हॉल में चली गयी और में नंगा ही उसके पीछे-पीछे जाने लगा. फिर मैंने उससे पूछा क्या हुआ? तो उसने बताया कि मुझे एक घंटा आराम करना है और मुझे बहुत दर्द हो रहा है ये कहकर वो अपने बेडरूम में चली गयी और में कपड़े पहनकर बाहर से लंच लेने चला गया. फिर मैंने आकर उसको लंच करने के लिए उठाया. अब वो खाना खाने के बाद कुछ ठीक लग रही थी. फिर वो फिर से बेडरूम में गयी और 10 मिनट के बाद मुझे आवाज दी, तो मैंने पूछा कुछ चाहिए तो उसने कहा मुझे डर लग रहा है तो प्लीज मुझसे लिपटकर सो जाओ और प्लीज़ कुछ मत करना.
फिर में भी उसको हग करके सो गया और फिर जब शाम को लैंडलाईन का फोन रिंग हुआ तो में उठा और टाईम देखा तो 8 बज गये थे. वो भी बेड से उठ गयी. फिर मैंने उससे कहा कि तुम सो जाओ, में बाहर से खाना लेकर आता हूँ और तुम आराम करो. फिर उसने हाँ कहा और नहाने चली गयी. फिर में खाना लेकर आया तो मैंने देखा कि वो माँ की नाईटी पहने थी. फिर हमने खाना खाया और वो उसके बारे में कुछ भी बात नहीं कर रही थी. अब मुझे डर लग रहा था कि फिर कभी में उसकी चूत देख पाऊँगा या नहीं. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर बेडरूम में जाते ही मैंने उससे सॉरी कहा तो उसने कुछ नहीं कहा और एक स्माइल देकर बालकनी में खड़ी हो गयी. फिर में उसको बेड पर लाकर पूछने लगा कि ऐसे चुप क्यों हो? कुछ बात करो ना तो वो बोली कि कुछ नहीं दर्द हो रहा था. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या में तेरी चूत की मालिश करूँ? तो उसने बताया कि में रोज़ सोने का अंडे देने वाली मुर्गी बनना चाहती हूँ. अगर तुमने मालिश के अलावा कुछ ज़्यादा किया तो तुम कभी मेरी चूत नहीं देख सकते हो कहकर अपनी नाईटी निकालने लगी.
फिर में तेल लेकर आया और उसकी चूत को देखकर मुझे भी बहुत बुरा लगा. फिर आधे घंटे तक मालिश करने के में बाथरूम जाने लगा तो उसने कहा कि देर हो गई है. अगर तुम मुठ मारने के लिए जा रहे हो तो यहाँ पर ही मारो. फिर मैंने कहा कि नहीं तुम ऐसी हालत में हो और में कैसे ऐसा कर सकता हूँ. फिर उसने कहा कि तुम 1 घंटे से मेरी चूत की मालिश कर रहे हो और तुम भी एक मर्द हो में समझ सकती हूँ, निकाल अपना पजामा कहकर हंसने लगी. फिर में नंगा हुआ और मैंने मुठ मारना शुरू कर दिया.
अब वो पूरी बॉडी पर चादर डालकर सब देख रही थी. फिर 10 मिनट के बाद भी जब मेरा वीर्य नहीं आया तो उसने पूछा में कुछ मदद करूँ. तो मैंने कहा करना ही है तो बस तुम्हारी चादर हटा लो, तो उसने हटा लिया और फिर में उसकी चूत को देखकर मुठ मारने लगा. फिर कुछ देर के बाद मेरी बहन भी अपने हाथों से मेरा लंड हिलाने लगी. उसके हाथ के स्पर्श से वीर्य जल्दी बाहर आ गया.
फिर रात को में एक हाथ उसकी चूत पर रखकर और वो मेरा लंड पकड़कर हम दोनों ऐसे ही नंगे सो गये. फिर जब में सुबह उठा तो मैंने उसके माथे पर एक गुड मोर्निंग किस दिया और मुझे आज सेक्स करने का मूड नहीं था. फिर मेरी बहन ने कहा सिर्फ़ माथे को किस किया तो उसने कहा कि मेरी बहन को गुस्सा आ जायेंगा. फिर मैंने पूछा कि तुम्हारी कौन सी बहन? और मेरे पूछते ही उसने अपनी चूत दिखाई. फिर मैंने उसकी चूत को एक किस किया और 10 मिनट तक चाटा और फिर में फ्रेश होने चला गया. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मेरी बहन ने मुझे चाय बना कर दी और वो पीकर हम दोनों ने मिलकर शॉवर बाथ लिया और मेरी बहन ने मेरा लंड पकड़कर सुबह-सुबह मुठ मारी. फिर ब्रेकफास्ट के बाद मेरी बहन ने मुझसे पूछा कि कॉलेज नहीं जाना तो मैंने बताया कि नहीं, मुझे आज मेरा पूरा लंड अपनी बहन की चूत में घुसाना है तो उसने हंसते हुए पूछा कि फोन वाली रंडी को कितनी बार चोदा है? तो मैंने कहा 2 साल से चोद रहा हूँ और वो पूछने लगी कि किसी आंटी को चोदा है? तो मैंने कहा नहीं चोदा है. तो वो बोली किसी ना किसी आंटी की चूत देखी होगी? तो मैंने कहा नहीं देखी है. फिर वो बोली मम्मी की चूत भी नहीं देखी है क्या? तो मैंने कहा नहीं देखी है.
फिर मैंने उससे पूछा कि तुमने मम्मी की चूत देखी है क्या? तो उसने कहा कि बहुत बार देखी है, जब भी माँ हेयर रिमूवर लगाती है तो मदद के लिए मुझे ही बुलाती है. मैंने कहा तुम बहुत लकी हो तो उसने कहा भैया इसमें लकी क्या है? मैंने चूत बहुत सी देखी है मगर क्या फ़ायदा? मुझे तो सिर्फ़ मम्मी की चूत को देखना अच्छा लगता है. मैंने पूछा क्यों? तो उसने बताया कि वो चूत बहुत काली है और उसका छेड़ बहुत बड़ा है. उसकी चूत में तो तेरा लंड आराम से अन्दर चला जायेगा.
फिर मैंने पूछा कि मम्मी की इतनी तारीफ़ क्यों कर रही हो? कही मुझे चुदवाने का प्लान तो नहीं है? तो उसने हंसते हुए कहा कि नहीं भैया में तो बस मम्मी की चूत के छेद का साईज़ देखकर सोच रही थी कि पापा का लंड कितना बड़ा होगा? वो ये कहकर मेरा लंड ज़ोर से पकड़कर हिलाने लगी. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने उससे पूछा कि तुमने तो बहुत चूत देखी है तो मुझे भी बताओं ना और किस-किस की चूत देखी है. तो उसने कहा, कॉलेज फ्रेंड्स, मम्मी की और शिवानी भाभी और उसकी बेटी सोनिया की चूत देखी है. फिर मैंने उसके कपड़े निकाल कर उसे पूरा नंगा कर दिया और उसके बूब्स को मेरे दातों से काटने लगा.
अब वो मज़े लेते हुए बोली कि भैया आज धीरे से चोदना तो मैंने हाँ कहकर उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. दोस्तों अगर जन्नत है तो बहन की चूत चाटने में है, वाह्ह क्या चूत है? फिर 10 मिनट तक चूत चाटने के बाद मैंने धीरे से लंड उसकी चूत में घुसाया तो अब वो बहुत दर्द सहन कर रही थी और में जोश में आकर धक्का दे रहा था. अब वो सिर्फ़ सिसकियां लेती हुई अपनी टाँगे ऊपर करके चुदवा रही थी. दोस्तों आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
फिर मैंने उससे पूछा कि पानी पीना है या चूत में डाल दूँ, तो उसने कहा कि चूत में ही डाल दो, में गोली खा लूंगी. अब में उसे ज़ोर-जोर से चोद रहा था और मेरा स्पर्म निकल ही नहीं रहा था, क्योंकि सुबह से 3 बार मुठ मारी थी. अब मेरी बहन भी जोश में आ गई और कहने लगी कि पूरा लंड डालो. फिर मैंने जोश में आकर एक ज़ोर का धक्का दिया और आगे पीछे करने लगा. अब मेरी बहन भी अपनी गांड को उछाल-उछाल कर चुदवा रही थी. फिर कुछ देर के बाद उसकी चूत में से पानी निकल गया और मैंने लंड बाहर निकाल दिया. अब मैंने मेरे लंड को देखा तो वो खून से लाल हो गया था.
फिर मैंने उससे कुछ नहीं कहा तो उसने ही मुझसे पूछा कि भैया मैंने अपनी सील अपने पति के लिए बचाकर रखी थी, आपको तोड़कर कैसा लगा? तो मैंने उससे कहा कि आज से में ही तुम्हारा पति हूँ और फिर से लंड उसकी चूत में घुसा दिया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा. अब वो बहुत मज़ा ले रही थी और दर्द की वजह से उसकी आँख में पानी आ रहा था.
फिर कुछ मिनट के बाद जब मेरा स्पर्म उसकी चूत में गिरा तो वो खुशी से पागल हो गयी और उसने कहा भैया आज तो कल से भी ज़्यादा दर्द हो रहा है, लेकिन मुझे खुशी इस बात की है मैंने 23 साल तक एक उंगली भी चूत में अन्दर नहीं डाली थी और आज मैंने तुम्हें चूत गिफ्ट कर दी. तो मेरी आँख में भी खुशी के आँसू आ गये और मैंने भी उसे हग करते हुए थैंक्स कहा और उसके बाद 1 हफ्ते तक मैंने उसे नहीं चोदा, क्योंकि उसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था.
फिर जब वो नॉर्मल हुई तो तब तक पापा और माँ आ गये और अब इस बात को 2 साल हो गये है और वो इन 2 सालों में कभी भी, कहीं भी मुझे चूत देती थी और अब अगले 8 महीने के बाद उसकी शादी है इसलिए जीजू को शक नहीं हो सके इसलिए में अभी सिर्फ़ उसकी रोज़ गांड मार रहा हूँ.