प्रेषक : सुहेल
दोस्तों अभी तक आप लोगो ने अम्मी अब्बू दीदी और मै भाग 1 में जहा तक पढ़ा अब उसके आगे लिख रहा हु ….(मेरे घर के बारे में बता दू आपको मेरा घर तिन मंजिला है और पहली मंजिल में नोकर रहते है दूसरी में में भाई और नजमा और लास्ट में अम्मी और अब्बू , सबसे उपर स्व्मिंग पूल है और छोटा सा बगीचा भी …) अन्दर जाकर खाना खाया और नोकर से भाई और अब्बू के बारे में पूछा तो नोकर ने बताया की भाईजान आ चुके है और खाना खाकर सो भी गए है जबकि अब्बू बहार गए है, नजमा भी सो गयी है और अम्मी भी , हम सबको अलग अलग रूम मिला हुआ था घर में .. फिर में खाना खाकर उपर गया अपने रूम में और अपने कपडे चेंज किये मैंने एक टी और बरमूडा पहना और निचे कुछ नही पहना , और भीर मैंने अपना लेपटोप ओंन किया और अपने मेल चेक करने लगा ,और फिर एक सेक्सी फिल्म लगा ली . और फिर गेम खेलने लगा, थोड़ी देर बाद लेपटोप की बेटरी कम हो गयी तो मैंने चार्जर देखा , पर चार्जर तो भाईजान ले गए थे कल .. में उनके कमरे की तरफ गया पर वो बाहर से बंद था और नोकर बोल रहा था की भाई सो गए है, अब्बू भी बहार ही थे , कही भाईजान अम्मी के रूम में तो नहीं थे , ये सोच कर में उपर की और गया , में उपर पहुंचा उपर एक में डोर था वो खुला था में अंदर गया अंदर एक मास्टर बेडरूम था अम्मी का और एक बहुत ही बड़ा बाथरूम भी था , में अम्मी के रूम की तरफ चला, वो खुला था मैंने उसे खोल लिया ,,, या खुदा ये क्या दिखाई दिया मुझे अल्लाह ,, ओह ,, अम्मी और … मेरी अम्मी और …. या अल्लाह ,, मेरी अम्मी और भाईजान ..एक ही बिस्टर पर …. दोनों नंगे जनजात नंगे .. टेबल पर सराब .. और टीवी पर xxx वो भी गैंग बेंग वाली .. ये क्या देख रहा हु में .. वो दोनों भी मेरी तरफ ही देख रहे थे भाई निचे थे और अम्मी उपर थी , दोनों के लंड और चूत आमने सामने थे , और एक कंडोम फर्श पर पड़ा था उसके अंडर पानी भी था .. वो दोनों तो जेसे जाम ही हो गए थे, टीवी पर फिल्म चालू ही थी उसमे 7-8 लोग मिलकर एक ओरत को चोद रहे थे , में भी अवाक् था ,ये क्या देख रहा हूँ . करीब 4-5 मिनिट तक यही माहोल रहा फिर अम्मी ने ख़ामोशी तोड़ी , वो बोली सुहेल बेटा तुम कब आये और दरवाजा नहीं खटखटाया तुमने , और अम्मी खड़ी हो गयी मेरी नज़र अम्मी की चूत पर गयी, अम्मी 46 की थी पर बिलकुल भी सिलवट नहीं थी बदन पर शारीर पर एक भी बाल नहीं ओर चूत एकदम गोरी और गुलाबी गुलाबी .. बिलकुल सनी लिओनी की तरह ही लग रही थी अम्मी .. अम्मी की नज़र मेरी नजरो की तरफ गयी तो वो समझ गयी की में क्या ताक रहा हूँ .. भाईजान ने भी अपने शरीर पर चादर डाल ली, अम्मी मेरे पास आई और मेरे कंधे पर अपना गोरा गोरा हाथ रखा, और बोली बेटा सुहेल तुम कब आये में अम्मी अभी आया और में मेरे लेपटोप का चार्जर देख रहा था वो कल भाई को दिया था , अम्मी ओह बेटा तेरे भाई का चार्जर तो में काम में ले रही थी क्यूंकि तेरे अब्बू का चार्जर काम नहीं करता है . और में तेरे भाई को में सिखा रही थी की शादी के बाद तेरी भाभिजान को केसे खुश रखना है और क्या क्या करना है, और सब सब तुमको भी सिखा दूंगी बेटा पर ये बात तुम अपने अब्बू या किसी और को नहीं बताना सुहेल. मेरा सर सहमती में हिल गया और अम्मी नर मेरा सर चूम लिया और मुझे अपनी बांहों में भर लिया , उनके मोटे मोटे और सख्त बूब मेरी छातियो में गड गए. फिर अम्मी बोली सुहेल बेटा क्या तेरी कोई girl फ्रेंड भी है क्या , में – नहीं अम्मी कोई नहीं है , अम्मी — तो फिर केसे काम चलता है तु, अम्मी सुहेल सच बोल ना इसकी प्यास केसे बुझाता है और अम्मी ने मेरा लंड पकड़ लिया, मेरा लंड पहले से ही खड़ा था और में बतादू की भाईजान से मेरा लंड बड़ी भी था और मोटा भी . मेरे बरमुडे के उपर से अम्मी ने मारा लंड पकड़ लिया ओह ओह मेरी सगी अम्मी ने ही मेरा लंड पकड़ लिया वो भी मेरे सगे और बड़े भाईजान के सामने ही. मेरा लंड तो जेसे फुल कर अम्मी को सलामी दे रहा था. दोस्तों मेरी क्या हालत थी में बयान नहीं कर सकता हूँ . मेरा पूरा बदन कंप रहा था और मेरा दिमाग मेरी अम्मी की चूत के बारें में ही सोच रहा था. तभी भाईजान भी खड़े हो गए और मेरे पास आये और मुझसे बोले सुहेल तुम ये सोच रहे हो ना की में और अम्मी ये क्या कर रहे है तो भाई मेरे यह सब कुछ जायज है और देखो न फोरेन में तो यह सब आम है, भाई बहिन मम्मी बेटा पापा बेटी दादा पोती सब लोग मज़ा करते है और इंजॉय भी करते है. तभी अम्मी ने मेरा लंड मेरे बरमुडे से निकाल लिया. फिर में अवाक् था पर अब मुझे चुदाई का चस्का लग चूका था, और मुझे चूत के सिवा कुछ नहीं दिख रहा था फिर अम्मी की मस्त चूत तो थी ही गजब की , और फिर भाई जान ने tv पर एक इन्सेस्ट सेक्स की फिल्म लगा दी उसमे भाई बहिन और अम्मी अब्बू एक ही साथ सेक्स कर रहे थे, अम्मी ने मुझे बेड पर चलने को कहा और बोली सुहेल बेटा अब शर्म छोड़ दो और जिन्दगी का लुत्फ़ लो, और अम्मी ने मेरी टी और बर्मुडा उतार दिया, और, जब अम्मी ने मेरे लंड की तरफ देखा तो उनकी आँख चमक उठी और अम्मी अपने होंठो पर जीभ फिरने लगी. भाईजान पेग बना कर मेरे पास आये और बोले सुहेल इसको पी लो तो तेरी सारी शर्म दूर हो जाएगी. मैंने पेग पी लिया तभी अम्मी ने मेरा \लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई अम्मी के पीछे चाले गए और उन्होंने अपना लंड अम्मी की गांड पर रगड़ना चालू किया और अम्मी के बूब भी दबाने लगे .. मेरा लंड अम्मी के मुंह को चोद रहा था, और अम्मी अब सिस्याने लगी थी तभी भाई ने अम्मी को खड़ा किया, और मुझे बोले सुहेल मेरे भाई आजा आज अम्मी को दोनों तरफ से चोदते है , बिलकुल विदेशी तरीके से तुम अम्मी की चूत मरो और में गांड मरता हूँ. अम्मी हां मेरे बेटे ऐसा ही करो ना दोनों .. रहमान पर क्रीम लगा लो न अपने लंड पर आजा मेरे बेटे और अम्मी हम दोनों के बिच में खड़ी हो गयी, भाई ने अपने लंड पर क्रीम लगई और अम्मी की गंद में लंड डाल दिया, वही में अम्मी की मस्त चूत में अपना लंड दाल दिया. मेरा लंड जब अम्मी की चूत में घुसा तो मुझे अम्मी की चूत चाची की चूत से टाइट महसूस हुई और अम्मी मुझे चूमने लगी और हम दोनों को उकसाने लगी …. फिर चुदाई का दोर शुरू हो गया , रहमान भाई थोड़ी ही देर में अपना पानी निकाल बेठे और अम्मी की गांड में ही अपना पानी गिरा दिया … में अपना लंड अभी भी अम्मी की चूत में डाल रहा था और अम्मी मस्ती से चुद रही थी … हाँ तो दोस्तों कारीब बीस मिनिट के बाद मेरा भी पानी निकल गया और में अम्मी की चूत के अंदर ही झड गया. तभी भाईजान अम्मी से बोले अम्मी में तो निचे जाता हूँ,अम्मी ने कहा की ठीक है रहमान और भाईजान निचे चाले गए. मैंने भिया अम्मी से कहा तो अम्मी ने कहा सुहेल तू यंही रह ना सुबह सुबह एक बार और चुदाई करेंगे . में फिर वहीँ अम्मी के साथ ही उनके बेड पर सो गया. हम दोनों अभी भी नंगे ही थे मैंने अपने कपडे पहनने चाहे तो अम्मी ने मना कर दिया. सुबह के करीब 6 बजे मेरे लंड पर कुछ गिला सा लगा तो मेरी आंख खुल गयी. मेरी अम्मी मेरा लंड चूस रही थी, और अम्मी ने अपनी चूत मेरे मुंह के पास कर रखी थी, उनकी चूत से भीनी भीनी खसबू आ रही थी और अभी तक मेरे लंड का पानी उनकी चूत में ही था. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | फिर अम्मी ने मुझसे कहा की में उनकी चूत चाट लू और अम्मी मेरी गोलिया चूस रही थी और मेरे गंद का छेद भी चाट रही थी , बिलकुल किसी xxx फिल्म की तरह और क्या लगती है मेरी अम्मी .. मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने अम्मी की चूत पर अपनी जीभ लगादी . चूत हलकी सी गरम थी और फडफडा सी रही थी क्या स्वाद था मेरी अम्मी की चूत के छेद का वाह मुझे तो वो जन्नत ही लग रहा था, क्या मस्त चूत है अम्मी की बिलकुल सुर्ख लाल रंग की चूत और झांट एक भी नहीं , अम्मी मुझे किसी हिरोइन की तरह लग रही थी और चूत किसी मिठाई की तरह .. में अब जी लगाकर अम्मी की चूत चाट रहा था और अपनी जीभ गोल कर कर के चूत को जीभ से चोद रहा था . मेरा 7” इंच का लंड अम्मी बिलकुल आइस क्रीम की तरह चूस रही थी, उनकी छतिया मेरे पेट पर थी हम 69 की अवस्था में लेते हुए थे , अम्मी की चूत से थोडा थोडा पानी चु रहा था बड़ा ही मजेदार स्वाद था चूत के पानी का , ये सब करीब दस मिनिट चला और अम्मी फिर खड़ी हो गयी, और बोली सुहेल अब मुझसे से रहा नहीं जा रहा है, बेटा तुम अब मेरी चूत को अपने लंड से से दबाकर चोदो ना और चाहो तो गांड भी मारो ना मेरे बेटे .. अब मेरा लंड आपे से बहार हो रहा था मैंने अम्मी की मस्त चिकनी चूत में अपना लंड डाल कर ठोक ठोक करने लगा , अम्मी डाल मेरे बच्चे अपना पूरा लंड डाल दे अपनी अम्मी की चूत में मेरे राजा आहा आहा आ आ आ सी सी सी उ ऊ ऊऊ आ डाल औरडाल सीसिसिसिसी आहा हा आःह्ह आआह्ह्ह उई उई उई उई उई उई उई मेरे बेटे चोद ले ना अम्मी को ….. में हाँ अम्मी हाँ .. और हम अम्मी बेटे करीब बीस मिनिट यूँही चुदाई करते रहे फिर अम्मी का पानी निकल गया और करीब दो मिनिट में मेरा भी पानी अम्मी की चूत में ही छुट गया .. फिर अम्मी में बांहों में आ गयी और बोली सुहेल आज तुम कॉलेज मत जाना आज सब के जाने के बाद मस्त चुदाई करेंगे, और बेटा तेरी झांटे भी साफ़ करणी है और हाँ तेरे अब्बू भी तिन दिन नहीं आयेंगे तो तिन दिन के लिये कोलेज से छुट्टी मर लो ना .. मेरा भी मन अब अम्मी की चूत में लगा गया था सो मैंने भी हामी भरदी …. फिर चुदाई के बाद में नंगा ही अम्मी के बिस्तर पर सो गया. करीब 12 बजे आँख खुली तो देखा की अम्मी नंगी ही खिड़की के पास खड़ी है और निचे देख रही है, में उनके करीब गया और उनको पीछे से पकड़ लिया और बांहों में भर लिया, अम्मी मेरा राजा उठ गया क्या, तेरी बहिन कोलेज जा चुकी है और भाईजान शॉप पर चाले गए है, में ठीक है अम्मी आप क्या देख रही हो बहार (खिड़की के सामने थोडा जंगल जेसा था) अम्मी बहार एक कुता और कुतिया चुदाई कर रहे थे ओह आल्लाह क्या मस्त चुदाई करी कुते नें पुरे आधा घंटे कुतिया की चूत का कीमा बना दिया और देखो, अब कुतिया की चूत में उसका लंड अटक गया है, मैंने बहार देखा सच में कुते का लंड कुतिया की चूत में अटका हुआ था और कुता बेचारा कुतिया के पीछे घसीट रहा था …. ये नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और अम्मी के गांड के छेद से जाकर लग गया . अम्मी सुहेल क्या बात है सुबह सुबह ही लंड खड़ा हो गया है. में अम्मी ये नज़ारा ही ऐसा है अम्मी …पर मुझे अभी पेशाब करना है अम्मी चल न फिर बाथरूम मुझे भी पेसाब लग रही है , में आपको अम्मी के बाथरूम के बारे में बतादू .. करीब 30 फुट छोड़ा और 25 फुट लम्बा है , एक बहुत ही बड़ा tab है जिसमे 4 लोग एक साथ नाहा सकते है, और एक tv भी है, और फर्श पर कुसन लगा हुआ है , हम दोनों अंदर गए में कमोड के पास गया और पेसाब करने ही वाला था की अम्मी ने मेरा लंड पकड लिया. अम्मी बेटा अब तेरे लंड और तेरे हर चीज पर मेरा हक है और अब तुम ये अपना पेसाब मेरे उपर कर ना .. मुझे अजीब लग रहा था तभी अम्मी ने मुझको अपनी तरफ घुमाया और मेरे सामने निचे बेठ गयी .. और मुझे अपने उपर (मुंह) के उपर मुतने को कहा , मैंने अपने लंड को अम्मी के मुंह की तरफ करके पेसाब करना चालू किया .. मेरे लंड से पेसाब की बोछार निकली और अम्मी के मुंह को भिगोने लगी , अम्मी मस्ती से मेरा पेसाब अपने शरीर पर गिरते देख रही थी तभी अम्मी ने अपना मुंह खोला और मेरा पेसाब पिने लगी .. में फिर अवाक् था अम्मी मेरा पूरा पेसाब पी गयी , फिर अम्मी खड़ी हुई और मुझे अपनी चूत के सामने बेठने को कहा , अब सीन उल्टा था में अम्मी के सामने निचे बेठा था ..तभी चूत के अंदर से पेसाब की धार निकली चूत से सुर्र्र सुर्र की आवाज आ रही थी जो बहुत ही प्यारी लग रही थी .. अम्मी ने मुझे कहा सुहेल मेरा पेसाब टेस्ट नहीं करेगा बेटा .. और मैंने अपना मुंह खोल कर चूत से लगा लिया … मेरे मुंह में गरमा गरम पेसाब भर गया , थोडा नमकीन टेस्ट था पर मजेदार था में अम्मी का पेसाब पिने लगा … फिर अम्मी ने मुझे उठाया और अपनी बांहों में भर लिया . अम्मी सुहेल तुमने मुझे जन्नत का मज़ा दिया है तेरे अब्बू और भाई तो बस अपना पानी निकलना ही जानते है .. पर तूने में चूत की बरोबर सिकाई की है .. बेटा तुम क्या साडी जन्दगी मुझे यूँही चोदते रहोगे क्या .. में हाँ क्यों नहीं अम्मी पर अगर किसी को पता लगा तो .. अम्मी नहीं बेटा नहीं लगेगा तेरे भाईजान मुझे 3 साल से चोद रहे है किसी को खबर भी नहीं हुई है … में अम्मी मुझे बताओ ना की भाईजान ने आपकी चुदाई केसे की पहली बार पूरी कहानी बताओ ना .. अममी सुहेल सब बतादुंगी पर पहले तेरी झांटे साफ़ करती हूँ फिर हम दोनों साथ में नहायेंगे फिर पूरा दिन साथ में ही है, ना सब बता दूंगी तुमको मेरे राजा , और अम्मी ने मुझे वही लेटा दिया और अलमारी से हेयर रिमूवर लाकर मेरे झांटे सफ्फ करने लगी मेरे लंड और गोलियों और गांड के छेद पर से सारे बाल साफ कर दिए .. और मेरी बगल के भी बाल साफ किये , फिर अम्मी ने बाथटब में आने को कहा और फिर हम दोनों ने एक दूजे को नहलाया खूब रगड रगड कर, इसी दोरान एक बार चुदाई भी की हमने फिर हम रूम में आये मैंने कपडे पहन लिए और घड़ी देखि तो 4 बज गए थे, मेरी छोटी बहिन नजमा के कोलेज से आने का टाइम हो गया था में और अम्मी फिर कपडे पहिन कर निचे आ गए , मेरी बहिन नजमा के बारे में बतादू आपको , वो बिलकुल स्लिम और फिट है,और उसको हिंदी फिल्मे का चस्का है, उसके रूम में टीवी और डीवीडी प्लेयर भी है, और वो सलीम की बहिनो शीबा और गुल की खास दोस्त भी है, सलीम की बहिने हमारे घर आती जाती रहती है, सलीम का परिवार हमसे थोडा ज्यादा पैसेवाला भी है और आजाद ख्याल भी, नजमा बातचीत में बहुत ही स्मार्ट है. और फेसन में तो गजब ही है. पर वो थोड़ी सी सांवली है पता नहीं किस पर गई है … मुझसे उसकी अच्छी पटती है. में और अम्मी निचे आ गए और हम दोनों हॉल में बेथ कर बाते करने लगे.. मैंने अम्मी से भाई से सेटिंग के बारे में पूछा की पहली बार भाई से चुदाई केसे करवाई, तो अम्मी मुझे बताने लगी. अम्मी की कहानी अम्मी की जुबानी. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | बेटा सुहेल बात तिन साल पहले की है, तेरे अब्बू का लंड छोटा सा ही है करीब 4 इंच का और उनको चुदाई में ज्यादा इंटरेस्ट भी नहीं है उनको सिर्फ चाटने और चूसने में ही मज़ा आ जाता है और उनको एक अजीब शोक भी है, वो शौक है हिन्जडो के साथ सेक्स करने का उनकी गांड मारने और उनसे गांड मरवाने का बहुत ही शौक है उनको, मुझे हमेशा से ही सेक्स का चस्का है लेकिन तेरे अब्बू मेरी चूत बराबर नहीं मार पाते है और इसकी वजह से में किसी दुसरे से चुदवाने की फ़िराक में थी, लेकिन किसी बाहर वाले से चुदवाने में इज्जत का खतरा था और एक दिन रात में तेरे भाईजान पीकर आये. उन्होंने ज्यादा ही पी रखी थी, तुम और नजमा सो चुके थे और तेरे अब्बू भी घर पर नहीं थे, तेरे भाईजान को में उनके कमरे में लेकर गयी और उसे बोली की कपडे चेंज कर ले, रहमान नशे में था और वो मेरे सामने अपने कपडे उतरने लगा, जब उसने अपनी पेंट उतारी तो साथ में उसका अंडरवियर भी उतर गया और वो मेरे सामने नंगा हो गया, उसका लंड खड़ा था और उकसी लाल लाल टोपी चमक रही थी, में पिछले तिन दिन से नहीं चूदी थी तेरे भाई जान का लंड मेरी आँखों के सामने था, फिर उसने अपनी कमीज भी उतार दी, उसका कसरती बदन मेरी चूत में खुजली दे रहा था, में हवस में अंधी हो गयी थी, में ने रहमान से कहा बेटा तुम नंगे हो गए हो, रहमान अपने होश में नहीं था , और उसका लंड भी तान में था, मुझे कई दिन बाद लंड दिखा था और में पहले से गर्म ही थी और मेरी चूत में खुजली चल ही रही थी, तो मैंने रहमान का लंड को धीरे से पकड़ा और बोली रहमान बेटा चलो सो जाओ ना, रहमान ने मेरी तरफ देखा और बोला अम्मी में होश में नहीं हूँ ना , मेंने कहा सब ठीक है रहमान, और मैंने रहमान को निचे से खाना लाकर दिया, tab तक रहमान ने अपनी तहमद पहन ली थी पर निचे अंडरवियर नहीं पहना था, उसका लंड अब भी तान में था … फिर रहमान ने मेरी तरफ देखा और बोला अम्मी आज तो आप गजब की लग रही हो, सलवार सूट में बिलकुल ही विधा बालन लग रही हो, में पहले से ही अपनी चूत खुजा रही थी, इस बात नै मुझे और भी गरम कर दिया, तभी रहमान ने tv चला दी tv पर एक sexi फिल्म चल रही थी, जिसमे एक लड़की दो आदमी से चुद रही थी, में अब चूत के हाथो मजबूर हो गयी थी, सुहेल बेटा और मेरी चूत लंड लेने को बेताब थी, तभी रहमान ने मुझे कहा अम्मी आप मेरा थोडा काम करोगी क्या …? मैंने कहा क्या बेटा . रहमान अम्मी मेरा पेट दुःख रहा है थोडा दबा दो ना . में रहमान का पेट दबाने लगी. रहमान मेरी चुन्चियो को गोर से देख रहा था, और में रहमान का लंड निहार रही थी आग दोनों ही तरफ थी, तभी रहमान ने tv की आवाज तेज़ की लड़की के अब दोनों तरफ ही लंड लगा हुआ था और वो सिसकिय भर रही थी, रहमान ने अपनी तहमद खोल दी, और मुझसे बोला अम्मी देखो न इसको कितना बड़ा हो गया है, आपको देख कर अम्म्की इसका इलाज करो ना, मैंने कहा की केसे मगर, रहमान उस लड़की की तरह तुम भी मेरे लंड को अपनी चूत और गांड में लो ना अम्मी और रहमान ने मुझे अपनी तरफ खिंच लिया, और मुझे किस करने लगा और मेरे बूब दबाने लगा, में भी यही चाहती थी पर में उसे और तड़ फाना चाहती थी, मैंने उससे कहा रहमान में तेरी अम्मी हूँ और ये हमारे मजहब के खिलाफ ,है ,बेटाकी अम्मी अपने बेटे से ही चुद्वाए, पर रहमान अब मुझे छोड़ने की फ़िराक में नहीं था, और उसने मेरी सलवार में हाथ डालकर कहा की अम्मी मजहब सिर्फ चूत और लंड का ही होता है, आओ ना अपने बेटे के लंड को अपनी चूत में ले लो ना,,,, और रहमान ने मेरी चुन्चिया पकड़ कर दबने लगा ….में उससे छुड़ कर दरवाजे की तरफ गयी पर रहमान नंगा ही मेरी तरफ आया और मुझे पीछे से अपनी बांहों में खिंच लिया में तो यही चाहती थी, तेरे भाईजान का लंड मेरी गांड पर लग गया और मेरी चुन्चिया तेरे भाईजान ने कास कर थाम ली. रहमान ने मुझे फिर मुझे अपनी बांहों में भर लिया और अपने बेड पर ले गया , अब मेरा खुद पर काबू नहीं था सुहेल मेरी चूत में बहुत ही खुजली हो रही थी , और तभी रहमान ने मेरी सलवार उतारी और सीधा ही मेरी चूत पर अपना मुंह लगा लिया और मेरी चूत को चाटने लगा , मेरी हालत खराब हो गयी अब में सिर्फ लंड लेना चाहती थी, तभी रहमान ने मेरे मुंह पर अपना लंड रखा और चूसने को कहा सुहेल में चुपचाप तेरे बड़े भाई का लंड चूसने लगी, और थोड़ी देर चूसने के बाद रहमान ने मेरी जैम कर चुदाई की,फिर रहमान ने मुझे अपनी रंडी बना लिया और चोद ने लगा, इस तरह तेरे भाईजान ने मेरी चुदाई की मेरे बेटे, और इस तरह से तेरे भाईजान तीन सालो से मेरी चूत और गांड का मज़ा ले रहे है बेटे, अब तुम भी मेरी चूत और गांड का मज़ा लो न सुहेल बेटा ,,,,, फिर अम्मी ने मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे बरमुडे से बाहर निकल लिया, पर तभी निचे से दरवाजे की घंटी की आवाज आई, अम्मी – सुहेल लगता है की नजमा आ गयी है, मेरे खड़े लंड का klpd हो गया, सही में ही नजमा आई थी, नजमा ने एक फिट और tite t-sirt पहन राखी थी और निचे एक जींस पहन रखी थी मैंने आज पहली बार नजमा को किसी और नजरो से देखा था, नजमा की चुन्चिया बहुत ही मस्त थी लगभग 30 साइज़ की थी, और हाँ नजमा का मुखड़ा बहुत ही मासूम था, और सबसे मस्त नजमा की गांड थी, एकदम गोल मटोल मेरा लंड खड़ा तो था ही अब वो मेरी पेंट फाड़ने को उतारू था, अम्मी ये सब देख रही थी, पर मैंने अम्मी की कोई परवाह नहीं की,, मैंने नजमा से पूछा क्या बात है नाजो (हम सब नजमा को प्यार से नाजो ही कहते थे) आज बहुत ही सुन्दर लग रही हो तुम तो कोई खास बात है क्या… नजमा ने मेरी और देखा और बोली भाई में तो रोज ही लगभग एसी ही लगती हूँ , पर आज तुम जरुर कुछ खास लग रहे हो बिलकुल गोरे गोरे लग रहे हो लगता है पार्लर से आ रहे हो तुम, (नजमा क्या जाने की ये कमाँल किसी पार्लर का नहीं चाची और अम्मी की जुबान का था जो मेरे चेहरे पर से हट ही नहीं रही थी अम्मी और चाची ने मुझे इतना कस कस कर चूमा था की में वाकई में गोरा लगने लगा था ) फिर नजमा मेरे बाजु में आकर बेठ गई, और मुझसे लेपटोप के बारे में पूछने लगी, उसे नेट का बहुत ही शोक था और वो हर वक्त ही लेपटोप से चिपकी रहती थी, उसने मुझसे अपने लेपटोप में एक सॉफ्टवेयर डालने को कहा, मेरा शेतानी दिमाग में एक आईडिया आया और में उसके लेपटोप पर pc conect भी डाल दिया, इससे में उसकी हर हरकत का पता पपने फोन से लगा सकता था की उसने नेट पर क्या क्या किया, तभी अम्मी फोन लेकर आई और बोली सुहेल तेरी बुआ का फोन है ले वो तेरे से बात करना चाहती है बुआ यानी सलीम की चाची जिसने मुझे पहली बार चूत का रास्ता दिखाया था, मैंने फोन लिया और हेल्लो बोला तो सामने से आवाज आई क्या हाल है तेरे लंड का बेटा , में ठीक है बुआ आप सुनाओ अपनी , बुआ मेरी चूत तेरे लंड से चुदना चाहती है बेटा, में मेरा भी यही मन है, बुआ तो आजाओ ना मेरे घर तेरे फूफा अभी शहर से बहार है,और तेरी बहिन रानी (बुआ की बेटी जो करीब 17 साल की है और थोड़ी सांवली है पर लगती जोरदार है) अपने चाचा के घर गयी है में ठीक है बुआ में आता हूँ, तभी अम्मी बोल पड़ी कहाँ जा रहा है सुहेल बेटा, में बुआ के घर उनका कोई काम है. अम्मी में भी चलती हूँ बेटा मुझे भी कई दिन हो गए है उससे मिले हुए, में ने कहा ठीक है अम्मी और हम दोनों घर से निकल गए. हमारी गाड़ी को हमारा ड्राइवर चला रहा था (उसका नाम मनोज है और वो up का है) अम्मी और में पीछे बेठे थे, 20 मिनिट में हम दोनों बुआ के पास पहुंचे … बुआ हमें अंदर ले गयी. बुआ का मकान ठीक था, वो हमने अपने बेडरूम में ले गयी और बेड पर बैठाया. वो मुझसे और अम्मी से गले लग कर मिली. मेरा लंड उनके गले मिलते ही खड़ा हो गया, मैंने सलवार कमीज पहन राखी थी, लंड खड़ा होकर सीधा हो गया, मेरे लंड को अम्मी ने देख लिया, तभी बुआ पानी लेन बहार गयी तो, अम्मी बोली क्या रे सुहेल बुआ के उपर भी नियत खराब है क्या, बोलो तो चुदवा दूँ बुआ को भी बोल … में अवाक् रह गया ये सुन कर.. तभी बुआ आ गयी, अम्मी ने पानी पिया और बोली तेरा नोकर कहाँ गया सारा (बुआ का नाम सारा था) बुआ अरे वो छुट्टी पर गया है, रूबी भाभी और सुनाओ क्या हाल है, और भाभी क्या रहमान की शादी नहीं करनी है क्या, फिर इसका भी नंबर है, और बुआ ने मेरे गाल पर चुटकी कट ली, अम्मी हाँ सारा पर कोई अच्छी लड़की बता न रहमान के लिए थोड़ी गरीब घर की हो और खुबसूरत हो, बुआ क्यों नहीं भाभी मेरे शोहर की बहिन के एक लड़की है जो खुबसूरत तो है ही साथ में ही बहुत ही सलीके वाली भी है, कहो तो बात चलाऊ. अम्मी हाँ रे बात भी चला और फोटो भी मन्गा ले. बुआ पर रहमान ज्यादा नही पीता है क्या भाभी तुम कुछ बोलती क्यों नहीं हो उसको. अम्मी अब उसने कम कर दिया है सारा, बुआ ठीक है फिर तो सुहेल के लिए भी साथ में ही लड़की ढूढ लो. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | इसकी भी उम्र हो गयी है भाभीशादी की, और जल्दी शादी करने से ये इधर उधर भी नहीं जायेगा भाभी, अम्मी तुम सही कह रही हो सारा आज कल लडको का कोई भरोसा नहीं है, और तो और फिर हमारे घर के मर्द भी बहार घूमते रहते है, तेरे शोहर कब आयेंगे सारा. बुआ वो तो 10-12 दिन के बाद ही आयेंगे. अम्मी ओह तो तुम क्या करोगी इतने दिन, बुआ है ना अपना हथियार रबड़ का, (ये सुन कार में सकपका गया क्या बोल दिया बुआ ने अम्मी के सामने ही ) अम्मी ओह तुम अभी तक उसे काम में लेती है सारा. बुआ और क्या करू भाभी मेरे तो कोई बेटा भी नहीं है वरना उससे काम चला लेती, अम्मी क्या बक रही है सारा तुम अपने बेटे से ये सब कर न चाहती है, बुआ तो क्या करू किसी बहार वाले से अच्छ अपना बेटा है भाभी , और आजकल तो ये आम हो गया है कल ही tv पर आ रहा था की, फोरेन में अम्मी बेटा और अब्बू बेटी में सेक्स आम हो गया है.. अम्मी हाँ मैंने भी देखा था वो .. (यह सब सुन कर में समझ गया की आज दो दो चूत चोदने को मिलने वाली है, मेरा लंड अब काबू में नहीं था मेरी अम्मी और बुआ की बाते उसे उकसा रही थी ) बुआ आजकल के बच्चे बहुत ही आगे है भाभी,देखो ना मेरे भतीजे ने क्या गुल खिलाया, अम्मी क्या किया रे , बुआ 17 साल का ही है पर रंडियों के पास जाता है,कल दोपहर को उसके घर पर कोई नहीं था , तो वो दो रंडिय ले आया वो भी 30-35 साल की उसकी अम्मी की उम्र की, और दिन में ही उनके साथ मुंह काला करने लगा मुआ, में गलती से ही उनके घर गई, उनके घर की चाबिय मेरे ही पास थी, मैंने जब दरवाजा खोला तो अंदर हाई अल्लाह क्या चल रहा था,, अम्मी खुल के बता ना क्या चल रहा था,सारा. बुआ ने मेरी तरफ इशारा किया. अम्मी बोली सारा सुहेल अब जवान हो गया है और ये सब बाते उसे जाननी चाहिए ना, क्यूंकि कल उसकी भी शादी होनी है और उसे सब काम अपनी बीबी से करने है तुम खुल कर बोलो ना, बुआ खुश हो गयी और बताने लगी मैंने दरवाजा खोला तो अंदर तीनो ही जन्मजात नंगे थे,और सोफे पर बेठे हुए थे, एक रंडी घोड़ी बनी हुई थी और जाकिब(बुआ का भतीजा) उसकी गांड मर रहा था और दूसरी रंडी जाकिब की गांड चाट रही थी, अम्मी ओह फिर क्या हुआ सारा, बुआ मुझे देख कर जाकिब थोडा सा डर गया और उसने रंडी को छोड़ कर अपने उपर चादर डाली और मेरे पैर पकड़ लिए, और माफ़ी मांगने लगा और अपने अब्बू अम्मी से ये सब ना बताने को कहने लगा.. अम्मी फिर तुमने क्या किया सारा … बुआ मेरी रानो पर हाथ रखकर (में बिच में बेठा था और बुआ और अम्मी मेरे दोनों तरफ थी)बोली क्या करती भाभी घर की बात थी अब लड़के जवानी में ये सब तो करेंगे ही,तेरा रहमान को लडको को भी नहीं छोड़ता है,मैंने जाकिब से कहा की रंडियों को कितने पेसे दिए है तो उसने बताया की दोनों रंडियों को 10000/ दिए है एक एक बार चोदने के चाची आप बोलो तो पेसे वसूल करलू, अब में अपने घर का पैसा केसे जाया जाने देती भाभी मैंने जाकिब से कहा बेटा वसूली करले, तो जाकिब बोला आप भी देखो ना चाची, में क्या क्या करता हूँ, में वन्ही बेठ गयी भाभी और वो फिर से चादर उतर कर दूसरी रंडी को अपना बेठा हुआ लंड चूसाने लगा थोड़ी ही देर में उसका लंड फिर से खड़ा हो गया. अम्मी कितना बड़ा था वो उसका, बुआ करीब 9” का काला लंड था भाभी बिलकुल किसी कालिए हब्सी के लंड की तरह.. (ये सुनकर अम्मी ने अपनी जुबान अपने होंठो पर फेरी और सिसकारी सी भरी) और भाभी वो बुरी तरह से उस रंडी की गांड मरने लगा करीब 20-22 मिनिट बाद उसका पानी छुट गया, और जब पानी छूता तो उसका लंड मेरी तरफ था और उसके पानी के छींटे मेरे मुंह पर भी आ पड़े, भाभी तभी दूसरी रंडी मेरे पास आ गयी और मेरे मुंह पर पड़े छींटे अपनी जुबान से साफ़ करने लगी. कभी कभी वो मुझे चूम भी रही थी,उधर जावेद का लंड दूसरी रंडी चूसने लगी, इधर में भी गरम हो गयी थी भाभी और तभी वो रंडी मेरे बूब दबाने लगी और बोलने लगी जाकिब तेरी चाची तो बड़ी कड़क है रे , इसको रंडी बनाओ ना और उसने एक हाथ मेरी सलवार में दाल दिया और मेरी चूत सहलाने लगी , और ये सब देख कर जाकिब भी आ गया और तीनो ने मिल कर मुझे भी नंगा कर दिया भाभी, (मेरा हाथ अपने लंड पर जा पहुंचा और में उसे सलवार के उपर से ही हिलाने लगा, ये करते हुए मुझे बुआ ने देख लिया और वो मुस्कराई और अपना हाथ उसने मेरे लंड पर रख दिया) अम्मी ने ये देख लिया और बोली लगता है ये कहानी सुन कर सारा तेरा दिल भी खराब हो गया है जो मेरे लड़के के हथियार को पकड़ रही हो . बुआ तेरा लड़का मेरा भी तो लड़का है चल भाभी आज इसके हथियार की सफाई करते है दोनों मिल कर, अम्मी पर ये बच्चा है और मेरा सगा बेटा भी सारा..और तुम पहले पूरी कहानी तो सुना ना … बुआ भाभी मुझे पता है की तेरी चूत में खुजली हो रही है, और इलाज तेरे सामने है,कहानी फिर बता दूंगी किसी दिन, आजा आज असली मज़ा लेते है तेरे बेटे के 8” के लंड से , अब शर्म छोड़ मस्ती कर ना.. और बूआ ने अम्मी का दुपट्टा खिंच लिया और बोली तेरा बेटा कितना मादरचोद है परसों ही मुझे चोद चूका है , और क्या कमाल का लंड है इसका मेरी भाभी ,,, अम्मी हेरान होकर परसों कहाँ कब सारा तुमने बताया नहीं मुझे … बुआ अम्मी पर टूट पड़ी और आमी की कमीज उतर दी अम्मी सिर्फ ब्रा और सलवार में थी बुआ आमी के पीछे गयी और अम्मी की ब्रा खोल दी, अम्मी की छातिया खुलकर उछल सी गयी.. बुआ ओये सुहेल क्या लंड सलवार के अंदर ही रखेगा या अपनी अम्मी और बुआ की चूत की आग को बुझाएगा. और में अब खड़ा हो गया और अपने कपडे खोल दिए और जाकर अम्मी की सलवार खोलने लगा, बुआ भी नंगी हो गयी थी, आज बुआ की झांट एकदम साफ़ थी, अम्मी की सलवार और पेंटी मैंने उटार दी, आमी अपनी चूत पर इत्र लगा कर रखती है … पेंटी उतारते ही कमरे में अम्मी की चूत की खुसबू फेल गयी ….दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | बुआ निचे बेथ कर कभी अम्मी की चूत चाट रही थी और कभी मेरा लंड …. बुआ मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जेसे मेरी बहिन नजमा लोलीपॉप चुस्ती है, और अम्मी भी मस्ती में आ चुकी थी, वो भी बार बार मेरा लंड पकड रही थी . अब मेरा हाथ बुआ की नंगी और चिकनी चूत पे था मैं अपना हाथ उनकी पूरी चूत पे फेरने लगा, उनकी नंगी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा, उनकी चूत बहुत ही ज्यादा गीली थी धीरे धीरे बुआ अपनी टांगें खोलने लगी, अब मेरा हाथ उनकी पूरी चूत में ऊपर नीचे हो रहा था बुआ पूरी तरह गरम हो चुकी थी , वो मेरे होंठो को छोड़ ही नहीं रही थी और मैं भी उनके होंठो को चूसते हुए उनकी चूत को सहला रहा था, फिर बुआ ने मुझे किस करते हुए मेरे लंड पर अपना हाथ डाल दिया , और मेरे नंगे लंड को सहलाने लगी उसे ऊपर नीचे करने लगी . फिर मैंने अपना एक हाथ उनके मोटे चूतड़ों से ज़रा ऊपर रख दिया और उन्हे बेड तक ले आया. मेरी उंगलियों को उनके तवाना चूतड़ों की आगे पीछे हरकत महसूस हो रही थी. मेरे सबर का पैमाना लब्राइज़ हो रहा था. मैंने अचानक अपना हाथ उनके मोटे और उभरे हुए चूतड़ के दरमियाँ में रख कर उससे आहिस्ता से टटोला. उन्होने कुछ नही कहा. इस पर मैंने उनके एक भारी चूतड़ को थोड़ा सा दबाया. बड़ी मज़बूत और ताक़तवर गांड़ थी बुआ की. उन्होने अपने चूतड़ पर मेरे हाथ का दबाव महसूस किया तो मेरे हाथ को जो उनके चूतड़ के ऊपर था, पकड़ कर अपनी कमर की तरफ ले आईं लेकिन कहा कुछ नही. ये मेरी ज़िंदगी का सब से हसीन लम्हा था. मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था. बुआ के मम्मे बे-पनाह मोटे, गोल और बाहर निकले हुए थे. उनके दोनो मम्मों के ऊपर और साइड में ब्रा की वजह से हल्की लकीरें पड़ी हुई थीं . सुर्खी मा’आइल गुलाबी रंग के खूबसूरत निप्पल बड़े बड़े और बाहर निकले हुए थे. निपल्स के साथ वाला हिस्सा काफ़ी बड़ा और बिल्कुल गोल था जिस पर छोटे छोटे दाने उभरे हुए थे. मैंने उनका एक मम्मा हाथ में ले कर दबाया तो उस का निप्पल मेरी हतैली में धँस कर दब गया. में उनका मुँह चूमते हुए उनके मोटे मम्मों को मसलने लगा. अम्मी भी मेरा साथ दे रही थी …और मुझे उकसा रही थी बुआ की चूत से पानी टपक रहा था …फिर में और अम्मी निकल गए घर की तरफ और में अपने रूम में जाकर सो गया, आज की चुदाई से मेरा लंड दर्द कर रहा था, बिस्तर पर जाते ही मेरी आँख लग गयी. सुबह करीब 9 बजे आँख खुली आज सन्डे था, अब्बू अब भी नहीं आये थे, मैंने नास्ता किया नजमा भी मेरे सामने ही बेठी थी, अम्मी उपर ही थी, भाईजान कहीं गए हुए थे, नजमा ने मुझसे अपने लेपटोप के बारे में पूछताछ करने लगी, मैंने उसको अपने रूम में आने को कहा तो वो लेपटोप लेकर मेरे रूम में आ गयी. फिर वो और में लेपटोप लेकर मेरे बेड पर बेठ गए, नजमा ने आज एक फ्रोक पहन रखी थी, जो उस पर खूब जंच रही थी, वो आज किसी गुडिया की तरह लग रही थी. उसका पतला बदन और तीखी चुन्चिया गजब ढा रही थी और उसके बूब भी v कट से दिख रहे थे. उसने इतर भी लगा रखा था जिसकी भीनी भीनी खुसबू मुझे मस्त कर रही थी, मेरा लंड टाईट होने लगा था, नजमा की नंगी टाँगे मेरे पेरो से टच हो रही थी,और मेरे होश अब काबू में नहीं थे…… दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | तभी नजमा बोली भाईजान मुझे थोडा नेट चलाना सिखाओ ना.. में हाँ क्यों नहीं नजमा और मैंने लेपटोप ओंन किया, और मैंने गूगल खोला और नजमा को बताने लगा की नेट का यूज केसे किया जाता है, तभी अम्मी अंदर आई और बोली क्या हो रहा है आज भाई बहिन एक साथ क्या कर रहे है, नजमा अम्मी को बताने लगी की वो नेट चलाना सिख रही है,, अम्मी भी हमारे पास बेठ गई, तभी नजमा बोली की वो बाथरूम जाकर आती है,और वो मेरे बाथरूम में चली गयी.. तभी मुझे याद आया की मेरे बाथरूम में एक sexi कहानी की किताब पड़ी हुई है, पर में अब कुछ नहीं कर सकता था …. तभी अम्मी ने मेरा लंड पकड़ा और धीरे से बोली बेटे लगता है अम्मी के बाद बहिन की बारी है में नहीं अम्मी बस उसके नेट सिखा रहा था और मेरा लंड छोडो न नजमा आ जाएगी … करीब 5 मिनिट में नजमा बाहर आई, tab तक मैंने उसके लेपटोप पर एक होमपेज सेट कर दिया वो होमपेज एक sexi साईट का था उसमे sexi कहानिया और फिल्मे आती थी, मतलब जब भी नजमा नेट चलती वोही पेज पहले खुलता ये सब करके मैंने लेपटोप बंद कर दिया था, नजमा बहार आई और बोली |
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