दोस्तों आज मै एक विदेशी कहानी को हिंदी में लिख रहा हु आशा करता हु की आप लोग जरुर पसंद करेगे और कहानी सुरु होती है अब : तू क्या कह रही है यार ? मजाक कर रही है क्या मुझसे ?
नहीं यार मैं सच कह रही हूँ | मैं अपनी माँ का भोषड़ा चुदा रही हूँ | मैं तुझे एक और मौका देती हूँ सच बोलने का ? तू यहाँ क्या करने आयी है ? मैं तुझे सच ही बता रही हूँ | मैं यहाँ अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने आयी हूँ .
यार तंग न कर मुझे ? सच बताओ नहीं तो मैं तेरी दोस्ती छोड़ दूँगी | और कितनी बार कहूं, यार ? माँ का भोसड़ा चुदा रही हूँ मैं, बहन चोद ? पर तू यहाँ क्या कर रही है भोसड़ी वाली ? तू क्या करने आयी है यहाँ पहले यह मुझे बता ?
सच बात तो यह है की मैं भी अपनी माँ का भोसड़ा चुदा रही हूँ यार ?
वाओ, क्या इत्तिफाक है ? तू भी अपनी माँ चुदवा रही है और मैं भी अपनी माँ चुदवा रही हूँ |
नहीं वैसे तो मेरी माँ अपनी बेटी की बुर चुदवाने आयी थी लेकिन यहाँ बड़े बड़े लण्ड देख कर उसका भोसड़ा मचल गया | वह बोली बेटी तू थोड़ी रुक मैं पहले अपना भोसड़ा चुदवा लेती हूँ | तेरी बुर बाद में चुदवाऊँगी ? मैं बाहर बैठ कर उसे चुद्ता हुआ देखने लगी | अरे यार यही बात तो मेरी माँ ने भी कही | वह भी मेरी बुर चुदवाने आयी थी पर मोटे मोटे लण्ड देख कर ललचा गयी और खुद ही चुदवाने लगी अपना भोसड़ा .यार मेरी माँ का भोसड़ा बड़ा आवारा हो गया है बहन चोद ? जहाँ मौका मिलता है वही साला लण्ड खाने लगता है ?
हां तुम ठीक कह रही हो | मेरी माँ का भी भोसड़ा आवारा हो गया है जहाँ मौका पाता वहीँ घुसेड़ लेता है मादर चोद लण्ड ? जाने कितने खाता है लण्ड मेरी माँ का भोसड़ा ?
अच्छा ये बता की तूने यहाँ अन्दर के लण्ड देखें है ?
हां देखें है ? मैं वही बैठी हुई माँ चुदा रही हूँ न ? बड़े हलब्बी हलब्बी लण्ड है बहन चोदों के ? लेकिन यार मेरी अम्मी का भोसड़ा भी कहीं से कम नहीं है | जितने लण्ड घुसते है उसमे वे सब के सब ढीले होके बाहर निकल आते है साले ? तू कहाँ बैठी है ?
मैं भी वहीँ बैठी हूँ | अपनी माँ का भोसड़ा चुदते हुए देख रही हूँ | बड़ा मज़ा आ रहा है | एक से एक देशी विदेशी लण्ड आ जा रहे है माँ के भोसड़ा में? इतने बड़े और मस्त लण्ड देख कर तो मेरी लार टपक रही है .
यार लार तो मेरी भी टपक रही है पर क्या करूँ ? अम्मी ने अभी मना किया है | वह समझती है की मेरी चूत फट जाएगी ? वैसे लण्ड देख कर मेरी गांड तो पहले ही फट चुकी है |
अच्छा हां ये बात है ? शायद मेरी माँ भी यही सोंच कर मेरी बुर नहीं चुदवाई और अपना भोसड़ा चुदवाने लगी | हां यार इतने मोटे मोटे लण्ड से गांड तो किसी की भी फट जाएगी ? पर यार ये अम्मी लोग हमारी चूत को इतना कमजोर क्यों समझती है ? मैं तो इतने मोटे मोटे लण्ड से चुदवा चुकी हूँ | मेरे मौलाना का लौड़ा इनसे कम नहीं है | पड़ोस के असीम अंकल का लौड़ा भी ८” का है | मैं दोनों से बहन चोद जब कब चुदवाती रहती हूँ | यार बिना चुदाये जाना तो ठीक नहीं है |
अरे वाह, चुदवा तो मैं भी चुकी हूँ | कॉलेज में मेरे सर का भी इतना बड़ा लौड़ा है | मैं तो उससे आज भी चुदवाती हूँ | मेरे फ़िरोज़ मामू का भी इतना बड़ा लण्ड है | वो जब आता है तो मुझे चोद कर ही जाता है | २/३ अंकल बड़े बड़े लण्ड वाले और भी है जिनसे मैं चुदवाती हूँ ?
चलो ऐसा करें यार अम्मी के चुदवाने के बाद हम लोग भी चुदवा लें ? हां यार अब तो यहाँ से चुदवा कर ही जाऊंगी, बहन चोद ? जब माँ का भोसड़ा चुद सकता है तो बेटी की बुर क्यों नहीं चुद सकती ?
अब चलो अपनी अपनी माँ की चुदाई देखें ?
दोनों ने ठान लिया की उनकी माँ चुद जाने के बाद, वे भी चुदवा कर ही घर जायेंगी ?
दोनों अपनी अपनी जगह जाकर बैठ गयी | दोनों की माँ अभी भी भोसड़ा चुदाने में मशगूल थी | लेकिन अब वे लण्ड नहीं थे जो पहले चोद रहे थे .शायद लण्ड बदल गए है | इस बार शीना और आबिया दोनों के मुंह में भी एक एक लण्ड है | दो दो लण्ड से चुदवाने का मज़ा ले रही है दोनों .आखिर में जब लण्ड खलास होने लगे तो दोनों ने बड़े मजे से झड़ते हुए लण्ड चाटे ?
यहाँ एक अत्यंत गोपनीय गेस्ट हाउस है | चारों तरफ से बंद है | यहाँ क्या होता है किसी को कानो कान खबर नहीं होती | परन्तु सच्चाई यह है की यहाँ होती है जबरदस्त चुदाई | चोदने वाले मर्द देशी और विदेशी होते है | चुदाने वाली होती है जवान जवान लड़कियां और औरतें ? ये सभी लड़कियां अपने आप चुदवाने आती है | लड़कियों की माँ भी चुदवाने आती है | कभी लड़कियां अपनी माँ चुदवाने आती है और कभी माँ अपनी लड़कियां चुदवाने आती है | यहाँ चुदाई की पूरी आज़ादी होती है | कहीं किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं होती ? नाजिया और आयशा दोनों पक्की दोस्त है .
शीना अपनी बेटी नाजिया की चूत चुदवाने के लिए आयी थी | उसका मन था की मेरी बेटी जवानी का पूरा मज़ा लूटे ? पर यहाँ घोड़े जैसे लण्ड देख कर वह थोडा रुक गयी | सोंचा की कहीं उसकी बेटी की बुर ख़राब न हो जाये ? इसलिए वह खुद चुदवाने लगी | उधर आबिया अपनी बिटिया आयशा को लेकर आ गयी | वह चाहती थी की मेरी बेटी को बढ़िया बढ़िया लण्ड मिलें चुदवाने को ? लेकिन जब उसने इतने बड़े बड़े और मूसल जैसे लण्ड देखे तो वह सकपका गयी और सोंचने लगी की बेटी की बुर अभी से फट जाएगी तो उसकी ज़िन्दगी बेकार हो जाएगी | इसलिए बेटी की बुर चुदवाने के वजाय खुद चुदवाने के लिए कूद पड़ी | यह एक इत्तिफाक है की दोनों एक के बाद एक आ गयी .
जैसे नाजिया और आयशा दोनों दोस्त है वैसे शीना और आबिया भी दोस्त है .
शीना ने जब आबिया को देखा तो बोली:- अरे वाह आबिया क्या तुम भी यहाँ चुदवा रही थी ?
वह बोली :- हां यार | वैसे तो मैं आपबी बेटी चुदवाने आयी थी लेकिन बड़े बड़े देख कर लालच आ गया और मैं खुद चुदवाने लगी .
शीना बोली :- हुआ तो मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही | लेकिन भोसड़ा चुदवाने में पूरा मज़ा आ गया मुझे ? यह जगह तो अच्छी है | मैं तो यहाँ चुदाने आती रहूंगी .
आबिया बोली :- हां यहाँ एक बात की सुबिधा है की एक से एक बढ़िया लण्ड एक ही जगह मिल जाते है ? अच्छा अब बेटी का क्या करोगी ?
शीना बोली :- इसे घर ले जाकर किसी को बुला कर चुदवा दूँगी .
तब तक नाजिया बोली :- नहीं अम्मी ? मैं तो यही से चुदवा कर जाऊँगी ?
आयशा ने भी कहा :- हां अम्मी मैं बिना चुदाये यहाँ से नहीं जाऊंगी ?
आबिया बोली :- पर यहाँ के लण्ड बड़े बड़े है चूत फट जाने का डर है बेटी ?
आयशा बोली :- इन सालों के लण्ड की माँ का भोसड़ा ? अपनी बेटी की बुर इतनी कमजोर समझती हो अम्मी ? देखो माँ की लौड़ी मेरी अम्मी, न मैं डरती हूँ और न मेरी चूत ? मैं तो इन मादर चोदों से चुदवा कर ही जाऊंगी ? नाजिया बोली :- हां और रुको न थोड़ी देर अपनी अपनी बिटिया चुदवा कर जाओ ? मेरी चूत बहन चोद बड़ी मजबूत है | ये क्या इनके बाप के भी लण्ड घुसेड़ लेगी मेरी बुर ? लण्ड मुझे नहीं मैं लण्ड चोद कर जाऊंगी इस सबके ?
फिर क्या दोनों को रुकना पड़ा और अपनी अपनी बेटी चुदवाना पड़ा ? ये दोनों सामने बैठ कर अपनी अपनी बेटी चुदवाने लगी .
आबिया – यार शीना ज़रा देखो न मेरी बेटी बड़ी अच्छी तरह से चुदवा रही है | ये तो लगता है की बहुत बड़े बड़े से चुदवा चुकी है | यार मुझे नहीं मालूम था की यह लण्ड चूसने में इतनी एक्सपर्ट है
शीना – हां यार मेरी बेटी भी बड़ी मस्त होकर चुदवा रही है | बड़े बड़े लण्ड ठुकवा रही है अपनी बुर में ? गांड उठा उठा कर चुदवा रही है बहन चोद ? मुझको तो लगता है की ये तो मुझसे ज्यादा चुदक्कड़ हो गयी है बुर चोदी ? आबिया – ये तो अच्छा है यार | मैं तो अपनी बेटी से कहूँगी की वह जिससे चुदवाती है उससे मेरा भोसड़ा भी चुदवा दे ? मैं तो अब इसका फायदा उठाऊंगी .
शीना – अब तो मैं भी अपनी बेटी के साथ ही चुदवाया करूंगी ? मैं भी मज़ा लूंगी और वो भी मज़ा लेगी ? आबिया – अरे अरे देखो यार दोनों लड़कियां कितनी मस्ती से झड़ते हुए लण्ड चाट रही है | लण्ड की मलाई दोनों साली जबान निकाल निकाल कर चाट गयी है .
शीना – इन दोनों को मुठ्ठ मारना भी अच्छी तरह से आता है और लण्ड पीना भी | हमें अपनी बेटियों को कम नहीं समझना चाहिए ? ये तो मेरी भी माँ चोद देंगी ? जब दोनों अपनी अपनी माँ के सामने आयी तो उन्हें शाबाशी मिली | उनकी पीठ थपथपाई गयी .
आबिया बोली – आयशा तू तो माँ की लौड़ी बुर चुदाने में अपनी माँ से आगे निकल गयी है ?
शीना – वाह नाजिया वाह ? लण्ड का मज़ा इतनी अच्छी तरह से तो मैं भी नहीं ले पाती ? अब तो तुम ही मेरा भोसड़ा चुदवाया करो ?तेरी बुर बहन चोद बड़ी सेक्सी है और लण्ड खाने में बड़ी बेरहम है साली ? तुम चुदवाने में मुझसे ज्यादा एक्सपर्ट हो ? अब आगे की कहानी मैं नाजिया आपको सुना रही हूँ | अब तक आप यह जान ही गये है की जितनी चुदक्कड़ मेरी माँ है उतनी ही चुदक्कड़ मैं भी हूँ | अपनी माँ चुदवा कर मैं अब और आज़ाद हो गयी हूँ | अब तो मैं खुले आम चारों तरफ चुदवाने लगी हूँ | अम्मी मेरा साथ एति है | मैं उसका भोसड़ा चुद्वाने लगी हूँ और वह मेरी बुर ?
दो दिन बाद शाम को किसी ने डोर बेल बजाई | मैंने आहिस्ते से दरवाजा खोला तो देखा की एक जवान आदमी बाहर खड़ा है | मैंने पूंछा आप कौन है और क्यों आये है | वह बोल मैं फहीम हूँ मुझे आबिया बेगम ने भेजा है | मैं शीना से मिलना चाहता हूँ .
मैं पूंछा :- आप काम बताईये, अंकल मैं उसकी बेटी हूँ .
वह बोला :- देखिये मुझे जो भी बताना है वो मैं शीना बेगम को ही बताऊँगा ? आप भी बहुत सुन्दर है सेक्सी है और मेरे मन की है पर मकसद मैं उसी को बताऊँगा .
मैं बोली :- वाओ, तो मैं तुमको पसंद हूँ .
उसने कहा :- हां इसमें कोई शक नहीं है ?
मैं बोली :- मैं कुछ पूंछू आपसे ? आप बुरा तो नहीं मानेगें ?
वह बोला :- कतई नहीं ? मैं बड़े खुले दिल वाला आदमी हूँ | मैं किसी बात का बुरा नहीं मानता ?
मैं बोली :- तो फिर मुझे चोदो न अंकल ? मैं तुमसे चुदाना चाहती हूँ | मेरा दिल धड़कने लगा है तुझे देखकर ?
वह बोला :- नहीं मैं तुम्हे नहीं चोद सकता क्योंकि मैं लड़कियां नहीं चोदता,लड़कियों की माँ चोदता हूँ .
मैं बोली :- तो तुम मेरी माँ चोदने आये हो भोसड़ी के ?
वह बोला :- नहीं मैं उसे चोदने नहीं आया हूँ | बस उससे मिलना चाहता हूँ | उसे एक सन्देश देना है ?
मैं बोली :- ठीक है मैं अम्मी को बुलाती हूँ | मैंने अम्मी को बुलाया और कहा अम्मी देखो ये फहीम अंकल है तुमसे मिलना चाहते है | अम्मी बोली :- तुम्हे आबिया ने भेज है न | ठीक बोलो क्या कहना चाहते हो तुम | वह बोला मैं उसका एक सन्देश लाया हूँ | आप पढ़ लीजिये | मैं पढ़ा लिखा नहीं हूँ | अम्मी ने पढ़ना शुरू किया | मैंने कहा जोर जोर पढो मैं भी सुनूँ अम्मी ? अम्मी बोली तो फिर ले तू ही पढ़ के सुना मुझे क्या लिखा है उस माँ की लौड़ी ने ? मैं पढने लगी .
मेरी प्यारी शीना,
ये बड़ा मस्त आदमी है | इसका लौड़ा उन सभी लौडों से बड़ा है जिनसे हम लोगों ने चुदवाया था | मगर ये साला बहन चोद लड़कियों की बुर नहीं चोदता ? ये लड़कियों की माँ चोदता है | इसका क्या कारण है यही तुम्हे बताएगा ? मैं तो लण्ड पकड़ के देख ही पायी थी की मेरा अर्जेंट फोन आ गया | मैं जा रही हूँ | अब तुम चुदवा कर देखो | मुझे यकीन है तुम्हे खूब मज़ा आएगा
तेरी बुर चोदी – आबिया | मैंने कहा :- तो ये बात है ? तुम मेरी माँ चोदने ही आये हो ? पर तुम्हे मालूम नहीं था | अब तू मादर चोद ये बता की लड़कियां क्यों नहीं चोदता ? वह बोला :- पहले चोदता था लेकिन हर बार लड़कियां ससुरी मेरा लण्ड देख कर पहले तो चिल्ला पड़ती है और जब मैं उनकी चूत में लण्ड पेलता हूँ तो वो और चिल्लाने लगती है | कभी कभी तो रोने लगती है | और जितनी देर तक मैं चोदता हूँ उतनी देर तक आहें भरती रहती है | तब मुझे लगा की मैं शायद उन पर जुर्म कर रहा हूँ | ऐसे में मेरा लण्ड भी सिकुड़ने लगता है और चुदाई का मज़ा न मुझे आता है और न उसे | इसलिए मैंने लड़कियां चोदना छोड़ दिया | हा उनकी माँ चोदने में, और उम्र दराज़ औरतों को चोदने में मुझे अच्छा लगता है | एक तो वे चिल्लाती नहीं है और दूसरे बड़ी गन्दी गन्दी बातें अश्लील बातें करके, गाली दे दे कर चुदवाती है जिससे मेरे लण्ड में आखिरी दम तक जोश भरा रहता है ? मैं उन्हें चोदने में बड़ा एन्जॉय करता हूँ .
मैं बोली :- अच्छा अंकल यदि कोई लड़की न चिल्लाये न रोये बल्कि मजे से गाली गाली दे दे कर चुदवाये तो तुम उसे चोद लोगो ? आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
वह बोला :- हां तब तो चोद ही लूँगा पर ऐसी लड़की कोई अभी तक मिली नहीं मुझे ?
मैं बोली :- ऐसी लड़की मैं हूँ अंकल ? मुझे चोद कर देखो | मैं नहीं चिल्लाऊंगी ? तेरा बहन चोद लण्ड चिल्लाएगा ? ये मेरा चैलेन्ज है तुमको और तुम्हारे इस बेटी चोद लण्ड को ? लेकिन पहले तुम मेरी माँ चोदो ? अम्मी बोली :- तो फहीम तुमने अभी आबिया को नहीं चोदा | क्या यहाँ से जाकर उसे चोदोगे ?
वह बोला :- हां जरुर चोदूंगा ? बिना उसे चोदे मैं इस शहर से नहीं जाऊंगा ?
मैंने कहा :-अम्मी अब तुम बेड रूम में चलो | मैं इस साले को नंगा करके लाती हूँ .
मैंने फहीम के सरे कपडे उतार दिया | आखिर में जब उसकी चड्ढी उतारी तो उसके अन्दर से सांप जैसा लण्ड फनफना कर मेरे मुंह के सामने आ गया | मैं देखते ही पहचान गयी की ये साला सही कह रहा था | लौड़ा तो वाकई सबसे बड़ा है | आज तो मेरी माँ का भोसड़ा फटेगा ? मैं उसका लण्ड पकडे पकडे कमरे में घुसी जहाँ मेरी माँ बिलकुल नंगी बैठी थी | मैंने कहा अरे अम्मी लौड़ा तो जबरदस्त है लो इसे संभालो बहन चोद को | मैंने लण्ड माँ को पकड़ा | वह फ़ौरन बोली अरी नाजिया ज़रा इंची टेप लाकर इसका साईज तो देख लो | तब तक मैं इसे और खड़ा करती हूँ | अम्मी ने चूम चूम कर हिला हिला कर लण्ड खड़ा कर दिया | मैं नापते ही बोली बाप रे बाप ये लण्ड ९” से बड़ा है और मोटा ६” है | इसका सुपाड़ा ही बहन चोद ४” का है माँ ?
अम्मी बोली तू चिंता न कर बस बैठ कर देखती जा | मैं इसे अपने भोसड़ा में घुसेड़ कर भून डालूंगी | मैं भी कपडे उतार कर बैठ गयी और चुदाने लगी अपनी माँ का भोसड़ा ? फहीम ने जैसे लण्ड भोसड़ा के मुंह पे रखा मैंने उसकी गांड पर जोर का धक्का दिया | लण्ड गप्प से घुस गया .पूरा का घुस गया लण्ड ?
अम्मी बोली – देखा तूने फहीम ? एक ही बार में तेरा लौड़ा गायब हो गया बहन चोद ? अब तू धक्का लगा के चोद साले पिस्टन की तरह , मुझे रंडी की तरह चोद, मुझे गचागच चोद नहीं तो मैं मारूंगी तेरी गांड ? तेरी माँ चोद दूँगी साले अगर ठीक से नहीं चोदा ?
मैं उसके पेल्हड़ सहलाने लगी | वह मेरी चूंची दबाने लगा | मेरी बुर पे हाथ फेरने लगा | अम्मी ने फहीम से चारों तरफ से चुदवाया | उसे वाकई खूब मज़ा आया | उसके बाद हम दोनों ने मिलकर झड़ता हुआ लण्ड चाटा | अम्मी बोली यार फहीम मैं तेरे लण्ड की तारीफ करती हूँ | मेरे भोसड़ा को आज किसी मर्द ने चोदा ? उसके बाद हम लोग बाहर निकल गए और दो घटें तक घुमते रहे | वापस आते ही हम तीनो ने कपडे उतारे | माँ नंगी, मैं नंगी और फहीम नंगा | मैंने लण्ड पे हमला बोल दिया | उसे चाट चाट कर खूब मज़ा लिया और फैलाई अपनी टाँगे और बोली आजा भोसड़ी वाले घुसेड ये अपना मूसल जैसा लण्ड और चोद मेरी बुर ? उसने घुसेडा और मैंने उसकी कमर दोनों काठों से दबोच ली और कहा पेल दे पूरा लण्ड ? मैं गांड उठा कर घुसा लिया पूरा लण्ड ?
मैं बोली – अब साले कुत्ते की तरह चोद ? अपनी माँ का भोसड़ा समझ के चोद ? अपनी बीवी की तरह चोद ? अपनी भाभी की तरह चोद साले ? अपने दोस्त की बीवी समझ के चोद ? मैं देखती हूँ की तेरे लाँड में कितना दम है ? तेरी गाँड में कितना दम है | इतने में आबिया आंटी का फोन आ गया | मैंने अम्मी ज़रा फोन सुन लो .
अम्मी बोली – हां आबिया बोल |आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
वह बोली – फहीम आया था चोदने तुम्हे बहन चोद ?
अम्मी बोली – हां आया था | पहले उसने मेरे भोसड़ा में ठोंका और अब मेरी बेटी की बुर में ठोंक रहा है .
वह बोली – अरे वाह | क्या नाजिया अपनी बुर ठोंकवा रही है ?
अम्मी बोली – हां यार खूब मजे से ठोंकवा रही है मेरी बेटी .
वह बोली :- तो फिर मैं भी अपनी बेटी की बुर ठोंकवाऊँगी
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