उसके साबुन लगाने से मैं बहुत ज़्यादा जोश में आ गया और मेरे लंड ने 2-3 मीं में ही पिचकारी चला दी. मेरे लंड का सारा जूस उसके चेहरे पर गिरने लगा लेकिन उसने अपना चेहरा हटाया नहीं. उसने साबुन लगाना बंद कर दिया और अपनी निगाहें नीचे कर ली. मैने कहा तुम्हारा चेहरा गंदा हो गया है. मैं इसे साबुन से सॉफ कर देता हूँ. वो बोली, मैं खुद ही सॉफ कर लूँगी. उसने अपना चेहरा पानी से धो डाला. उसके बाद वो बोली, बहुत देर हो चुकी है. अब जल्दी से नहा लो. मैने कहा जल्दी क्या है, मेरी जान. वो बोली अभी घर का सारा कम पड़ा है. मैने कहा, ठीक है, नहा लेते हैं. उसके बाद हम दोनो नहाने लगा. नहाते समय मैने उसके सारे बदन पर हाथ फिरते हुए उसके बदन के साबुन को सॉफ किया. उसने भी मेरे सारे बदन पर हाथ फिरते हुए मेरे बदन का साबुन सॉफ कर दिया. इस बार बिना कुछ कहे ही ऋचा ने मेरे लंड पर लगा हुआ साबुन भी अपने हाथों से सॉफ कर दिया. आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | नहाने के बाद मैं उसे अपनी बाहों में उठा कर अपने बेडरूम में ले आया और बेड पर लिटा दिया. हम दोनो अभी तक एक दम नंगे ही थे. वो बोली घर का सारा काम पड़ा है, अब जाने दो ना मुझे. मैने कहा, जल्दी क्या है ऋचा, घर का काम तो बाद में भी हो जाएगा. मैं उसके बगल में लेट गया और उसके निपल्स को धीरे धीरे मसालने लगा. मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिए. वो भी मेरी पीठ को सहलाने लगी. थोड़ी देर बाद मैने उसका एक हाथ अपने लंड पर रख दिया तो वो चुप चाप मेरा लंड सहलाने लगी और मैं उसकी चूत को सहलाने लगा. वो जोश में आ कर सिसकारियाँ भरने लगी और मुझे चिपक गयी. मैं उसकी चूत को सहलाता रहा और वो मेरा लंड सहलाती रही. थोड़ी देर बाद वो ज़्यादा जोश में आ गयी तो उसकी चूत एक दम गीली हो गयी. मैने अपनी जीभ उसके मूह में डाल दी तो वो मेरी जीभ को चूसने लगी. मैं उसकी चूत को सहलाता रहा. थोड़ी ही देर में वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगी. मैने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी तो उसने एक ज़ोर की आ भारी. मेरी उंगली उसकी चूत में एक दम टाइट थी. मैं अपनी उंगली उसकी चूत में डाल कर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा तो वो ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगी और 3-4 मीं बाद ही झड़ गयी. फिर मैं उसके उपर 69 की पोज़िशन में हो गया. मैने ऋचा से अपना लंड चूसने को कहा तो उसने माना कर दिया. मैने कहा कोई बात नहीं है, मत चूसो. मैं उसकी चूत पर अपनी जीभ फिरने लगा. वो पहले से ही बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और मेरे जीभ फिरने से वो आहें भरने लगी. कुछ ही देर बाद ऋचा ने अपने आप ही मेरा लंड अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी. मेरा 7″ का गोरा लंड अब टाइट हो कर एक दम लोहे जैसा हो चुका था. मैने अब देर करना ठीक नहीं समझा. मैं उसके उपर से हट गया और उसकी टाँगों के बीच में आ गया. मैने अपने लंड का सूपड़ा जैसे ही उसकी चूत के बीच रखा तो उसने एक ज़ोर की आ भारी. मैने उसकी टाँगों को पकड़ कर दूर दूर फैला दिया. मेरा लंड और उसकी चूत पहले से ही गीला था. जैसे ही मैने थोडा सा ज़ोर लगाया तो उसके मूह से ज़ोर की आअहह….. निकल पड़ी. मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत में घुस चुका था. मैने कहा, क्या हुआ तो वो बोली बहुत दर्द हो रहा है. मैने कहा, पहली पहली बार होता है, बाद में नहीं होगा और फिर खूब मज़ा आएगा. वो कुछ नहीं बोली. मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिए और उसके होठों को चूमते हुए थोडा सा ज़ोर और लगाया. इस बार उसके मूह से ज़ोर की चीख निकल गयी और मेरा लंड उसकी चूत में 2″ तक घुस गया. उसकी आँखों में आँसू आ गये तो मैं रुक गया. मैने उसके पैरों को छ्चोड़ दिया और उसके बूब्स को सहलाते हुए उसके होठों को चूमने लगा. थोड़ी ही देर में वो शांत हो गयी तो मैने थोडा ज़ोर और लगाया. इस बार वो और ज़ोर से चीखी और मेरा लंड उसकी चूत में 3″ तक घुस गया. वो दर्द से तड़पने लगी. उसके चेहरे पर पसीना आ गया. मैने अपना लंड और ज़्यादा अंदर घुसने की कोशिश नहीं की. फिर मैने उसके होठों को चूमते हुए अपना लंड उसकी चूत में धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया. वो अभी कुँवारी थी और मेरा लंड उसकी चूत में बहुत ज़्यादा टाइट था. कुछ देर तक वो चीखती रही फिर बाद में वो धीरे धीरे शांत हो गयी. थोड़ी देर बाद उसे मज़ा आने लगा तो मैने धक्के लगाने शुरू कर दिए. 5 मीं में ही वो बहुत ज़्यादा जोश में आ गयी. उसने मुझे कस कर अपनी बाहों में जाकड़ लिया और वो झड़ गयी. उसके झड़ जाने से उसकी चूत और मेरा लंड एक दम गीला हो गया. मैं भी पहली बार किसी लड़की की चुदाई कर रहा था और बहुत ज़्यादा जोश में आ गया था. मैने थोडा सा ज़ोर और लगाया तो मेरा लंड ऋचा की चूत में 4″ तक घुस गया. इस बार वो ज़्यादा नहीं चीखी. उसके मूह से केवल उफफफ्फ़….. केयूर….. धीरे……. की आवाज़ ही निकली. मैने और ज़्यादा लंड घुसने की कोशिश नहीं की और धक्के लगते हुए ऋचा को चोदने लगा. लगभग 10 मीं की चुदाई के बाद जब वो दूसरी बार झड़ गयी तो मैने पूछा, अब कैसा लग रहा है. उसने शरमाते हुए कहा, हां, अब बहुत मज़ा आ रहा है. मैने कहा अभी तो मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर केवल 4″ ही घुसा है. जब मैं अपना पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर घुसा कर चोदुन्गा तब और ज़्यादा मज़ा आएगा. इस कहानी का शीर्षक ” और नौकरानी की चूत फ़ैल गयी” उसने अपना पैर मेरे कमर पर लपेट रखा था और मेरे होठों को चूम रही थी. मैं भी बहुत ज़्यादा जोश में आ चुका था और बहुत तेज़ी के साथ ऋचा को चोद रहा था. लगभग 5 मीं तक और चोदने के बाद जब मेरे लंड का पानी निकालने वाला था तो मैने फिर एक ज़ोर का धक्का लगा दिया. इस बार वो बहुत ज़ोर से चीखी और मारा लंड उसकी चूत में 5″ तक घुस गया. मैने ऋचा को बहुत ही तेज़ी के साथ चोदना शुरू कर दिया. थोड़ी देर में जब वो शांत हुई तो उसने मुझे अपनी बाहों में ज़ोर से जाकड़ लिया और बहुत हे तेज़ी के साथ मेरे होठों को चूमने लगी. उसकी साँसें बहुत तेज चलने लगी थी. 5 मीं बाद ही मैं उसकी चूत में झड़ गया. वो भी जोश से पागल हुई जा रही थी और मेरे साथ ही साथ उसकी चूत से भी पानी निकालने लगा. लंड का सारा जूस निकल जाने के बाद मैं थोड़ी देर तक उसके उपर लेटा रहा. वो मेरे होठों को चूमती रही और अपने हाथों से मेरी पीठ को सहलाती रही. थोड़ी देर बाद जब मेरा लंड एक दम ढीला हो गया तो मैं उसके उपर से हट गया. बेड की चादर पर हम दोनो का जूस और थोडा सा खून भी लगा हुआ था. मैने टॉवेल ले कर अपना लंड सॉफ किया और फिर ऋचा की चूत को भी सॉफ कर दिया. उसके बाद मैं ऋचा की बगल में ही लेट गया और उसे अपनी बाहों में जाकड़ लिया और उसके होठों को चूमने लगा. वो भी मुझसे लिपट गयी. मैने पूछा कैसा लगा. आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | वो बोली पहले तो बहुत दर्द हो रहा था लेकिन बाद में मज़ा भी बहुत आया. मैने कहा मेरा भी पहली पहली बार था इस लिए मैं बहुत ज़्यादा जोश में था और अपना पूरा लंड तुम्हारी चूत में नहीं डाल पाया. उसने मुस्कुराते हुए कहा तो अब से दाल दो ना. मुझे तो बहुत अच्च्छा लग रहा था. मैने कहा फिर से दर्द होगा तो वो बोली बाद में मज़ा भी तो आएगा. मैने कहा ठीक है, तुम मेरा लंड सहलाओ. अभी जब मेरा लंड फिर से खड़ा हो जाएगा तो इस बार मैं पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में दाल कर तुम्हें खूब चोदुन्गा. ऋचा मेरे लंड को सहलाने लगी. हम दोनो एक दूसरे को चूमते हुए और एक दूसरे का बदन सहलाते रहे. 10-15 मीं बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो मैने ऋचा से कहा मूह में लॉगी. उसने बड़े प्यार से कहा अब तो मैं तुम्हारी हूँ. तुमने मुझे आज पहली पहली बार ऐसा मज़ा दिया है. अब तुम मेरे साथ जो चाहो करो. मैने उसके होठों को चूम लिया और उसके बगल से उठ कर उसके उपर 69 की पोज़िशन में हो गया. मैने उसकी चूत पर अपनी जीभ को फिरना शुरू कर दिया और वो मेरा लंड चूसने लगी. थोड़ी ही देर में मेरा लंड टाइट हो कर एक दम लोहे जैसा हो गया. मैं उसके उपर उठा और उसकी टाँगों के बीच आ गया. मैने उसके चूतड़ के नीचे दो तकिये रख दिए तो उसकी चूत एक दम उपर उठ गयी. मैने अपने लंड का सूपड़ा उसकी चूत के बीच रखा और उसकी टाँगों को पकड़ कर दूर दूर फैला दिया. मैने एक धक्का मारा तो मेरा लंड उसकी चूत में 3″ तक घुस गया. वो दर्द से कराह उठी और बोली क्या कर रहे हो केयूर, मार डालोगे क्या, बहुत दर्द हो रहा है, धीरे धीरे करो ना. मैने उसके बाद धक्का नहीं लगाया और धीरे धीरे अपना लंड उसकी चूत में घुसने लगा. उसकी चूत में मेरा लंड घुसता जा रहा था. जब मेरा लंड उसकी चूत में 5″ तक घुस गया तो उसे ज़्यादा दर्द होने लगा. उसने दर्द की वजह से अपने होठों को ज़ोर से जाकड़ लिया. उसके चेहरे पर पसीना आ गया. उसने मुझे अपनी बाहों में ज़ोर से जाकड़ लिया. मैने उसके होठों को चूमते हुए अपना लंड घुसना जारी रखा. धीरे धीरे मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया. उसकी चूत ने मेरे लंड को ज़ोर से जाकड़ रखा था. पूरा लंड ऋचा की चूत में घुसा देने के बाद मैं थोड़ी देर तक रुका रहा और उसके बूब्स को मसालने लगा. मैने पूछा अब कैसा लग रहा है. वो बोली बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा था. अब कितना बाकी है. मैने कहा अब मेरा पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुस चुका है. थोड़ी देर तक वो मेरे होठों को चूमती रही और मैं उसके बूब्स को मसलता रहा. उसके बाद मैने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए. ऋचा को अभी भी दर्द हो रहा था और उसके मूह से आअहह……. ऊऊओह……. की आवाज़ निकल रही थी. थोड़ी देर बाद उसका दर्द धीरे धीरे कम होने लगा तो वो सिसकारियाँ भरने लगी और मैं धक्के लगता रहा. 5 मीं बाद उसने मुझे अपनी बाहों में ज़ोर से जाकड़ लिया तो मैं समझ गया की अब वो झड़ने वाली है.
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