प्रेषक: संजय
मेरा नाम संजय है और मैं मेरठ उत्तर-प्रदेश का रहने वाला हूँ और आप सभी को अपनी जीवन की एक सच्ची घटना बताना चाहता हूँ, जो मेरे जीवन में घटी थी…दोस्तो, अगर कहानी लिखने में कोई गलती हो तो माफ़ कर देना!! अब मैं कहानी पर आता हूँ। इस समय मैं 32 साल का हूँ और ये घटना लगभग 2 साल पुरानी है… अब मन करता है, आपसे शेयर कर लूँ।उस समय मैं एक कंपनी में नौकरी करता था तो उसमे एक लड़का मेरा अच्छा दोस्त बन गया था। हम दोनों सेक्स की बातें भी किया करते थे!!मैं लगभग 6 फीट लंबा हूँ और मेरा लण्ड मोटा है, लगभग 8 इंच का। तो मित्रो, अब कहानी पर आते हैं…
एक बार मेरे दोस्त ने मुझसे कहा – एक भाभी हैं जिस पर मैरे पैसे उधार हैं, उसके घर चलते हैं और सुना है वो सेक्स भी करवाती हैं!! तो हम दोनों उस भाभी के घर चल दिए।
उसके घर जाने पर उसे हाय-हैलो हुई। उसने हमारे आने का कारण पूछा तो हमारे मुँह से निकल गया कि आपके साथ मस्ती करने आये हैं… वो हमारा मुँह देखने लगीं और सोचने लगीं की झांट बराबर के लड़के, मेरे साथ मस्ती करने आये हैं!!
फिर मेरा दोस्त बाहर चला गया तो उसके जाते ही मैंने भाभी से कहा – चाय नहीं पिलाओगी, क्या? तो उन्होंने कहा – आप यहाँ बैठो, मैं बनाकर लाती हूँ।
मैंने कहा – ठीक है… और वो उठ कर रसोई मैं चली गईं और मैं भी उसके पीछे पीछे रसोई में चल दिया तो उन्होंने कहा – यहाँ क्यूँ आये हो, आप वहीं बैठो, मैं वहीं पर आती हूँ!! तो मैंने कहा – वहाँ मन नहीं लग रहा, मैं यहीं ठीक हूँ। दोनों मिलकर चाय बनाते हैं!!
फिर मैं उनकी चाय बनाने में मदद करने लगा और धीरे धीरे उनके हाथ को टच करने लगा। वो मस्ती में आ गईं…
फिर मैंने उसके कंधे पर हाथ रख कर दबा दिया, वो कुछ नहीं बोलीं और मस्ती मैं आ गईं। मैंने उनसे कहा – भाभी, चाय को बेडरूम में बैठकर पीते हैं…
उन्होंने कहा – चलो!! जहाँ आपकी मर्ज़ी हो वहीं बैठकर चाय पी लो… और हम बेडरूम में आ गए तो मैंने कहा – भाभी, मैं कहीं भी बैठकर चाय पी सकता हूँ।
उन्होंने कहा – हाँ, आपका ही घर है… कहीं भी बैठो। तो मैं उठकर उनकी गोदी मैं बैठ गया।
उन्होंने कुछ नहीं कहा। मैंने सिग्नल समझकर उनके बालों को खोल दिया और उनके लिप्स पर किस कर दिया!!! वो एक दम हुए हमले से संभल नहीं सकीं और मैंने मौका भी नहीं दिया, तुरंत उसके होंठ से अपने होंठों को लगा दिया और किस करने लगा।
अब वो भी मेरा साथ देने लगीं!!
फिर मैंने उनकी साडी खोल दी और सारे कपडे उतर कर खुद भी नंगा हो गया… अब हम दोनों ही नंगे थे, लकिन मैंने पहले कभी सेक्स नहीं किया था तो मुझे मालूम नहीं था की कैसे करते हैं…
मैं उनके ऊपर गया और उनकी चूत मैं अपना लण्ड दे दिया, तो वो एकदम चिल्लाई – क्या कर रहे हो…? मार डालोगे क्या…? दिखाओ अपना लण्ड मुझे!!
तब मैंने उठकर अपना लण्ड उनके हाथ में दिया तो वो बोलीं – इतना मोटा लण्ड, तुम्हारे भैया का तो पतला है और तुम्हारा तो लंबा भी है… तुम तो मुझे मर डालोगे। तो मैंने कहा – जानेमन, तुम्हें मारने के लिए ही तो लण्ड को इतना मोटा और बड़ा किया है!!!
फिर मैंने उनके पैर ऊपर उठाकर लण्ड को उनकी चूत में पेल दिया और लगभग 10-15 झटकों में झड़ गया।
उन्होंने कहा – कोई बात नहीं… फर्स्ट टाइम ऐसा ही होता है!! और उन्होंने मेरे लण्ड को मुँह मे लेकर चूसना चालू कर दिया और 1 मिनट में ही लण्ड फिर से खड़ा हो गया…
फिर …
फिर हम दोनों खड़े हुए और कपडे पहन कर बैठ गए और दोस्त के आने के बाद मैं वहाँ से निकल गया… फिर मैंने बाद में भाभी के साथ 100 से 200 बार सेक्स और किया…!!