प्रेषक: फ़िरोज़
चाची की रसीली जवानी-1 | चाची की रसीली जवानी-2
दोस्तों आपलोगों ने अभी तक पढ़ा … अम्मी ने मेरी टी और बर्मुडा उतार दिया, और जब अम्मी ने मेरे लंड की तरफ देखा तो उनकी आँख चमक उठी और अम्मी अपने होंठो पर जीभ फिरने लगी…भाईजान पेग बना कर मेरे पास आये और बोले = फ़िरोज़ इसको पी लो तो तेरी सारी शर्म दूर हो जाएगी. मैंने पेग पी लिया तभी अम्मी ने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी भाई अम्मी के पीछे चाले गए और उन्होंने अपना लंड अम्मी की गांड पर रगड़ना चालू किया और अम्मी के बूब भी दबाने लगे ..मेरा लंड अम्मी के मुंह को चोद रहा था, और अम्मी अब सिस्याने लगी थी तभी भाई ने अम्मी को खड़ा किया,और मुझे बोले = फ़िरोज़ मेरे भाई आजा आज अम्मी को दोनों तरफ से चोदते है ,बिलकुल विदेशी तरीके से तुम अम्मी की चूत मरो और में गांड मरता हूँ.अम्मी = हां मेरे बेटे ऐसा ही करो ना दोनों ..रहमान पर क्रीम लगा लो न अपने लंड पर आजा मेरे बेटे और अम्मी हम दोनों के बिच में खड़ी हो गयी, भाई ने अपने लंड पर क्रीम लगई और अम्मी की गंद में लंड डाल दिया, वही में अम्मी की मस्त चूत में अपना लंड दाल दिया.मेरा लंड जब अम्मी की चूत में घुसा तो मुझे अम्मी की चूत चाची की चूत से टाइट महसूस हुई और अम्मी मुझे चूमने लगी और हम दोनों को उकसाने लगी ….फिर चुदाई का दोर शुरू हो गया ,रहमान भाई थोड़ी ही देर में अपना पानी निकाल बेठे और अम्मी की गांड में ही अपना पानी गिरा दिया …में अपना लंड अभी भी अम्मी की चूत में डाल रहा था और अम्मी मस्ती से चुद रही थी हाँ तो दोस्तों कारीब बीस मिनिट के बाद मेरा भी पानी निकल गया और में अम्मी की चूत के अंदर ही झड गया.तभी भाईजान अम्मी से बोले = अम्मी में तो निचे जाता हूँ,अम्मी ने कहा की ठीक है रहमान और भाईजान निचे चाले गए. मैंने भिया अम्मी से कहा तो अम्मी ने कहा = फ़िरोज़ तू यंही रह ना सुबह सुबह एक बार और चुदाई करेंगे .में फिर वहीँ अम्मी के साथ ही उनके बेड पर सो गया.हम दोनों अभी भी नंगे ही थे मैंने अपने कपडे पहनने चाहे तो अम्मी ने मना कर दिया.सुबह के करीब 6 बजे मेरे लंड पर कुछ गिला सा लगा तो मेरी आंख खुल गयी.मेरी अम्मी मेरा लंड चूस रही थी, और अम्मी ने अपनी चूत मेरे मुंह के पास कर रखी थी,उनकी चूत से भीनी भीनी खसबू आ रही थी और अभी तक मेरे लंड का पानी उनकी चूत में ही था. फिर अम्मी ने मुझसे कहा की में उनकी चूत चाट लू और अम्मी मेरी गोलिया चूस रही थी और मेरे गंद का छेद भी चाट रही थी ,बिलकुल किसी xxx फिल्म की तरह और क्या लगती है मेरी अम्मी ..मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने अम्मी की चूत पर अपनी जीभ लगादी .चूत हलकी सी गरम थी और फडफडा सी रही थी क्या स्वाद था मेरी अम्मी की चूत के छेद का वाह मुझे तो वो जन्नत ही लग रहा था,
क्या मस्त चूत है अम्मी की बिलकुल सुर्ख लाल रंग की चूत और झांट एक भी नहीं ,अम्मी मुझे किसी हिरोइन की तरह लग रही थी और चूत किसी मिठाई की तरह ..
में अब जी लगाकर अम्मी की चूत चाट रहा था और अपनी जीभ गोल कर कर के चूत को जीभ से चोद रहा था .मेरा 7” इंच का लंड अम्मी बिलकुल आइस क्रीम की तरह चूस रही थी,
उनकी छतिया मेरे पेट पर थी हम 69 की अवस्था में लेते हुए थे ,अम्मी की चूत से थोडा थोडा पानी चु रहा था बड़ा ही मजेदार स्वाद था चूत के पानी का ,ये सब करीब दस मिनिट चला और अम्मी फिर खड़ी हो गयी, और बोली=फ़िरोज़ अब मुझसे से रहा नहीं जा रहा है,
बेटा तुम अब मेरी चूत को अपने लंड से से दबाकर चोदो ना और चाहो तो गांड भी मारो ना मेरे बेटे ..अब मेरा लंड आपे से बहार हो रहा था मैंने अम्मी की मस्त चिकनी चूत में अपना लंड डाल कर ठोक ठोक करने लगा ,
अम्मी = डाल मेरे बच्चे अपना पूरा लंड डाल दे अपनी अम्मी की चूत में मेरे राजा आहा आहा आ आ आ सी सी सी उ ऊ ऊऊ आ डाल और डाल सीसिसिसिसी आहा हा आःह्ह आआह्ह्ह उई उई उई उई उई उई उई मेरे बेटे चोद ले ना अम्मी को …..
मै = हाँ अम्मी हाँ ..और हम अम्मी बेटे करीब बीस मिनिट यूँही चुदाई करते रहे फिर अम्मी का पानी निकल गया और करीब दो मिनिट में मेरा भी पानी अम्मी की चूत में ही छुट गया ..
फिर अम्मी में बांहों में आ गयी और बोली = फ़िरोज़ आज तुम कॉलेज मत जाना आज सब के जाने के बाद मस्त चुदाई करेंगे,
और बेटा तेरी झांटे भी साफ़ करणी है और हाँ तेरे अब्बू भी तिन दिन नहीं आयेंगे तो तिन दिन के लिये कोलेज से छुट्टी मर लो ना मेरा भी मन अब अम्मी की चूत में लगा गया था सो मैंने भी हामी भरदी ….फिर चुदाई के बाद में नंगा ही अम्मी के बिस्तर पर सो गया.करीब 12 बजे आँख खुली तो देखा की अम्मी नंगी ही खिड़की के पास खड़ी है और निचे देख रही है,में उनके करीब गया और उनको पीछे से पकड़ लिया और बांहों में भर लिया,अम्मी = मेरा राजा उठ गया क्या, तेरी बहिन कोलेज जा चुकी है और भाईजान शॉप पर चाले गए है, मै= ठीक है अम्मी आप क्या देख रही हो बहार (खिड़की के सामने थोडा जंगल जेसा था)
अम्मी = बहार एक कुता और कुतिया चुदाई कर रहे थे ओह आल्लाह क्या मस्त चुदाई करी कुते नें पुरे आधा घंटे
कुतिया की चूत का कीमा बना दिया और देखो, अब कुतिया की चूत में उसका लंड अटक गया है,
मैंने बहार देखा सच में कुते का लंड कुतिया की चूत में अटका हुआ था और कुता बेचारा कुतिया के पीछे घसीट रहा था ….
ये नज़ारा देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और अम्मी के गांड के छेद से जाकर लग गया .
अम्मी = फ़िरोज़ क्या बात है सुबह सुबह ही लंड खड़ा हो गया है.
में = अम्मी ये नज़ारा ही ऐसा है अम्मी …पर मुझे अभी पेशाब करना है
अम्मी चल न फिर बाथरूम मुझे भी पेसाब लग रही है ,
में आपको अम्मी के बाथरूम के बारे में बतादू ..
करीब 30 फुट छोड़ा और 25 फुट लम्बा है , एक बहुत ही बड़ा tab है जिसमे 4 लोग एक साथ नाहा सकते है,
और एक tv भी है, और फर्श पर कुसन लगा हुआ है ,
हम दोनों अंदर गए में कमोड के पास गया और पेसाब करने ही वाला था की अम्मी ने मेरा लंड पकड लिया.
अम्मी= बेटा अब तेरे लंड और तेरे हर चीज पर मेरा हक है और अब तुम ये अपना पेसाब मेरे उपर कर ना ..
मुझे अजीब लग रहा था तभी अम्मी ने मुझको अपनी तरफ घुमाया और मेरे सामने निचे बेठ गयी ..
और मुझे अपने उपर (मुंह)
के उपर मुतने को कहा , मैंने अपने लंड को अम्मी के मुंह की तरफ करके पेसाब करना चालू किया ..
मेरे लंड से पेसाब की बोछार निकली और अम्मी के मुंह को भिगोने लगी ,
अम्मी मस्ती से मेरा पेसाब अपने शरीर पर गिरते देख रही थी तभी अम्मी ने अपना मुंह खोला और मेरा पेसाब पिने लगी ..
में फिर अवाक् था अम्मी मेरा पूरा पेसाब पी गयी ,
फिर अम्मी खड़ी हुई और मुझे अपनी चूत के सामने बेठने को कहा ,
अब सीन उल्टा था में अम्मी के सामने निचे बेठा था ..तभी चूत के अंदर से पेसाब की धार निकली
चूत से सुर्र्र सुर्र की आवाज आ रही थी जो बहुत ही प्यारी लग रही थी ..
अम्मी ने मुझे कहा = फ़िरोज़ मेरा पेसाब टेस्ट नहीं करेगा बेटा ..
और मैंने अपना मुंह खोल कर चूत से लगा लिया …
मेरे मुंह में गरमा गरम पेसाब भर गया , थोडा नमकीन टेस्ट था पर मजेदार था में अम्मी का पेसाब पिने लगा …
फिर अम्मी ने मुझे उठाया और अपनी बांहों में भर लिया .
अम्मी = फ़िरोज़ तुमने मुझे जन्नत का मज़ा दिया है तेरे अब्बू और भाई तो बस अपना पानी निकलना ही जानते है ..
पर तूने में चूत की बरोबर सिकाई की है ..
बेटा तुम क्या साडी जन्दगी मुझे यूँही चोदते रहोगे क्या ..
में = हाँ क्यों नहीं अम्मी पर अगर किसी को पता लगा तो ..
अम्मी = नहीं बेटा नहीं लगेगा तेरे भाईजान मुझे 3 साल से चोद रहे है किसी को खबर भी नहीं हुई है …
में = अम्मी मुझे बताओ ना की भाईजान ने आपकी चुदाई कैसे की पहली बार पूरी कहानी बताओ ना ..
अममी = फ़िरोज़ सब बतादुंगी पर पहले तेरी झांटे साफ़ करती हूँ फिर हम दोनों साथ में नहायेंगे फिर पूरा दिन साथ में ही है,
ना सब बता दूंगी तुमको मेरे राजा , और अम्मी ने मुझे वही लेटा दिया और अलमारी से हेयर रिमूवर लाकर मेरे झांटे सफ्फ करने लगी मेरे लंड और गोलियों और गांड के छेद पर से सारे बाल साफ कर दिए .. और मेरी बगल के भी बाल साफ किये , फिर अम्मी ने बाथटब में आने को कहा और फिर हम दोनों ने एक दूजे को नहलाया खूब रगड रगड कर, इसी दोरान एक बार चुदाई भी की हमने फिर हम रूम में आये मैंने कपडे पहन लिए और घड़ी देखि तो 4 बज गए थे, मेरी छोटी बहिन नजमा के कोलेज से आने का टाइम हो गया था में और अम्मी फिर कपडे पहिन कर निचे आ गए , मेरी बहिन नजमा के बारे में बतादू आपको , वो बिलकुल स्लिम और फिट है,और उसको हिंदी फिल्मे का चस्का है, उसके रूम में टीवी और डीवीडी प्लेयर भी है, और वो अमिन की बहिनो शीबा और गुल की खास दोस्त भी है, अमिन की बहिने हमारे घर आती जाती रहती है, अमिन का परिवार हमसे थोडा ज्यादा पैसेवाला भी है और आजाद ख्याल भी, नजमा बातचीत में बहुत ही स्मार्ट है. और फेसन में तो गजब ही है. पर वो थोड़ी सी सांवली है पता नहीं किस पर गई है … मुझसे उसकी अच्छी पटती है. में और अम्मी निचे आ गए और हम दोनों हॉल में बेथ कर बाते करने लगे.. मैंने अम्मी से भाई से सेटिंग के बारे में पूछा की पहली बार भाई से चुदाई कैसे करवाई, तो अम्मी मुझे बताने लगी. अम्मी की कहानी अम्मी की जुबानी. बेटा फ़िरोज़ बात तिन साल पहले की है, तेरे अब्बू का लंड छोटा सा ही है करीब 4 इंच का और उनको चुदाई में ज्यादा इंटरेस्ट भी नहीं है उनको सिर्फ चाटने और चूसने में ही मज़ा आ जाता है और उनको एक अजीब शोक भी है, वो शौक है हिन्जडो के साथ सेक्स करने का उनकी गांड मारने और उनसे गांड मरवाने का बहुत ही शौक है उनको, मुझे हमेशा से ही सेक्स का चस्का है लेकिन तेरे अब्बू मेरी चूत बराबर नहीं मार पाते है और इसकी वजह से में किसी दुसरे से चुदवाने की फ़िराक में थी, लेकिन किसी बाहर वाले से चुदवाने में इज्जत का खतरा था और एक दिन रात में तेरे भाईजान पीकर आये. उन्होंने ज्यादा ही पी रखी थी, तुम और नजमा सो चुके थे और तेरे अब्बू भी घर पर नहीं थे, तेरे भाईजान को में उनके कमरे में लेकर गयी और उसे बोली की कपडे चेंज कर ले, रहमान नशे में था और वो मेरे सामने अपने कपडे उतरने लगा, जब उसने अपनी पेंट उतारी तो साथ में उसका अंडरवियर भी उतर गया और वो मेरे सामने नंगा हो गया, उसका लंड खड़ा था और उकसी लाल लाल टोपी चमक रही थी, में पिछले तिन दिन से नहीं चूदी थी तेरे भाई जान का लंड मेरी आँखों के सामने था, फिर उसने अपनी कमीज भी उतार दी, उसका कसरती बदन मेरी चूत में खुजली दे रहा था, में हवस में अंधी हो गयी थी, में ने रहमान से कहा = बेटा तुम नंगे हो गए हो रहमान = अम्मी आपने ही तो पैदा किया है आपसे क्या पर्दा , में कहा ठीक है रहमान, और मैंने रहमान को निचे से खाना लाकर दिया, tab तक रहमान नै tv चला दी थी.
दोस्तों मेरी ये सच्ची कहानी है मै अभी दुबई में ही हु आगे आप लोगो की प्रतिक्रिया मिलने के बाद मै और भी अपनी कहानिया लिखुगा |