मेरी चुदक्कड बहने-8

प्रेषक : राज

आप लोगो ने मेरी चुदक्कड बहने पार्ट 7 में अभी तक पढ़ा …. उसके आगे ..जैसे ही मैं निकला रूम की तरफ, पीछे से आवाज़ आई  “ओह मेरे प्यारे भाई क्या है ये, गुड नाइट किस तो देके जाओ, बहेन को भूल गये हो आप तो” पायल ने कहा…  “अरे नहीं यार , बस थोड़ा थका हुआ हूँ, ये कहके मैं पायल के पास गया और उसके गालों पे हल्का सा पेक देके निकल गया रूम में” मैं रूम में जाके फ्रेश होने गया और सोच सोच के दिमाग़ खराब हो गया पायल बहुत ज़्यादा वियर्ड बिहेव कर रही है, शन्नो आंटी से इतना प्यार, फिर गुड नाइट किस… ये सब क्यूँ ?  मैं फ्रेश होके निकला और आके मोबाइल लिया हाथ में तो 10 मिस कॉल्स थे मेरे मॅनेजर के पूरे दिन में मैं उसे बताना ही भूल गया था कि मैं नहीं आउन्गा आज मैने सोचा कल सुबह को देखेंगे, और फिर सो गया… पूरे दिन की थकावट तो थी ही, बट अभी कुछ 2 घंटे में दिमाग़ बहुत चलाया था…  मैं आराम से सो रहा था… करीब 1 30 बजे मेरा मोबाइल बजा  मैं:- बोल डियर…  पायल:- दरवाज़ा ओपन करो  मैने जैसे ही दरवाज़ा खोला, पायल झट से अंदर आई और दरवाज़ा बंद कर दिया  “आपको विश्वास नहीं होगा जो मैने सुना है आज भाई” ये कहते वक़्त उसके चेहरे पे एक बहुत ही शैतानी मुस्कान और एक शिकन , दोनो थी आगे कुछ अपडेट्स अब पायल की ज़बानी मैं:- अरे मेरे प्यारे भैया कहाँ चल दिए, गुड नाइट किस तो देते जाओ यार  मैने जान बुझ के ये किया क्यूँ कि जो चाल मैने शन्नो मामी को लेके सोची थी, उसके लिए ये बहुत ज़रूरी था  जैसे ही भैया किस करने मुझे आए मैने अपने गाल उनके गाल पे रखे, और तिरछी नज़र से त्रिमूर्ति को देखा त्रिमूर्ति मतलब दो बहने और उनकी मा बहनो का रिक्षन तो समझ आया शन्नो मामी कुछ जली हुई सी लग रही थी पता नही क्यूँ, मुझे उनको देख के लग रहा था कि अपनी बेटियों से ज़्यादा उनके पिछवाड़े में आग लगी इस हरकत से  मैने भैया को छोड़ दिया और फिर वापस शन्नो मामी के साथ बातें करने लगी  मैं:- और मामी, क्या चल रहा है, सब ठीक?  शन्नो:- हां बेटे ऑल ईज़ ओके, तू बोल तेरी फ्रीडम कुछ बढ़ा दी है तेरी मोम ने, उनसे बात करनी पड़ेगी कि तुझे काबू में रखे मेरी बेटियाँ जैसे मेरे काबू में है  ये कहके शन्नो मामी ने डॉली और ललिता की तरफ रोब की नज़र डालते हुए कहा  मैं:- काबू में तो खच्छर रहते हैं मामी हम तो रेस के घोड़े हैं, अपनी मर्ज़ी से जीतते हैं और अपनी मर्ज़ी से जितवाते हैं  मेरा जवाब सुनके शायद मेरी बड़ी मामी , याने राज की मोम नेहा मामी को अच्छा नही लगा उन्होने मुझे घूरते हुए चुप होने को कहा  मैं:- शन्नो मामी, आप बताओ , आपको ऐसा क्यूँ लगा मेरी फ्रीडम के बारे में  शन्नो:- कुछ नहीं बस तेरे स्टाइल से लग रहा है ब्रॅंडेड कपड़े, अपनी गाड़ी और अभी तो राज भी है तेरे साथ, तेरी तो फुल ऐश है  राज भाई का नाम सुनके मुझे अजीब लगा इनको कैसे पता हमारी नज़दीकियों के बारे में  खैर हम यूँही एक दूसरे की मार ही रहे थे तभी मेरे दोनो मामा आ गये और मैं उनसे मिलके बातें करने बैठ गयी  मैं:- मामा जी, आज तो व्रत है आपका रात को गेस्ट रूम में सोना है आपको  छोटे मामा, याने विजय कोई बात नहीं बेटे, आज पेट भरा हुआ है वैसे भी, तेरी मामी तेरे हवाले इन दोनो पति पत्नी की बात सुनके मुझे यकीन आ गया हराम्पन्ति फुल भरी हुई है दोनो में  थोड़ी देर बाद हम खाने बैठे और खाते खाते 11 बज गये तभी डॉली ने कहा  “राज भाई भी थक गये काश कल की तरह आइस-क्रीम खाने जाते” मुझे देख के बोली और अपनी मिड्ल फिंगर दिखाई  “उसपे रिक्ट करने से पहले मैने सोचा, राज भाई ने मुझे क्यूँ नही बताया आइस-क्रीम के बारे में”  मैं सोच रही थी और तभी नेहा मामी:- बेटे, क्या सोच रही हो खाना खाओ  “जी मामी” मैने कहा और खाना फिनिश करने लगी खाना फिनिश करके मैं सीधे शन्नो मामी के रूम में गयी, और पीछे देखा तो कोई नही था मैं तुरंत दरवाज़ा बंद करके रूम की तलाशी लेने में लग गयी आधे घंटे तक मैं रूम में तलाशी करती रही कि तभी दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ आई  शन्नो मामी:- खोलो , दरवाज़ा क्यूँ बंद किया खट खट खट  “जी मामी एक मिनट” मैने कहा और कुछ सेकेंड्स के बाद रूम खोला  “सॉरी मामी ज़रा फ्रेश होने गयी थी बट मैं रात के कपड़े ही नहीं लाई हूँ, इसलिए वापस यही कपड़े पहने*  शन्नो मामी:- कोई बात नही बेटे मैं डॉली की नाइटी लाई हूँ, आज वो पहनो  नाइटी देखके मैने सोचा ऐसे कपड़े पहनेगी तो लोग चोद के फेंक ही देंगे ना पता नही पैसों के साथ क्लास क्यूँ नही आया इसमे एक तरफ राज और नेहा मामी हैं , और एक ये, मा बेटी सेम चाय्स थर्ड क्लास  “क्या हुआ बेटे” लो ना  “ओह हां आंटी, थॅंक्स, कुछ सोचने लग गई मैं  “थोड़ा दिमाग़ को आराम दो बेटी, पूरे दिन आज थक गयी होगी ना” ताने की टोन में शन्नो बोली  “जी!??  “ऑफीस के काम करके बेटे” शन्नो बात बदल के बोली मैने कुछ नहीं कहा और नाइटी पहन्के बाहर आई फिर मेरे बाद शन्नो मामी चेंज करने गयी और कुछ देर में वो भी आ गयी  मैं उनको देखती रह गयी क्या चुचे थे, एक दम कड़क, उपर से सिल्क नाइटी में जो घुटनो तक आ रही थी, उसमे बिल्कुल नहीं लग रहा था कि ये औरत शादी शुदा है क्या जांघे थी ऐसा लग रहा था मानो तंदूरी लेग पीस पड़ा है सामने वो भी एक दम लाल  जैसे ही वो बाल बनाने पलटी उफ़फ्फ़!! क्या गान्ड थी लड़की ना होके मैं लड़का होती तो रेप कर डालती, ऐसी गान्ड के होते हुए भी भैया ने आज तक नही मारी क्या लायल्टी है मेरे प्रति उनकी, मैने सोचा  मैं बेड पे लेट गयी और थोड़ी देर में मामी भी आके लेट गयी मेरे पास  मामी:- अच्छा पायल, कितने बाय्फ्रेंड हैं तेरे, कभी हमारे साथ भी शेर कर, पूरा दिन बस राज भाई राज भाई करती रहती है  मैं:- ( तेरी गान्ड बहुत जल रही है) क्या मामी पुराने ख़यालात है आपके, हम तो नो कमिटमेंट वाले हैं कोई बाय्फ्रेंड नही, कोई लफडा नही  मामी:- हां, पता है, कितनो को आज तक आधे रास्ते में उतारा है तूने तेरा फिगर तो अच्छा मेंटेंड है, कोई मर्द नही मिला लगता है,  एक तरफ मैं हैरान थी ऐसी बातें शन्नो मामी के मूह से सुनके बट एक्सपेक्टेड था मुझे ये, मैं तैयार थी जवाब देने को  मैं:- सही है आंटी पूरे शहेर के मर्द तो आप की बेटियों के पीछे हैं, हमे कौन देखेगा क्या खिलाती हैं आप उनको  ये सुनके गान्ड में जैसे मिर्ची का तड़का मारा हो वैसी शकल हो गयी मामी की  कुछ देर जवाब ना आने पर, मैने फिर कहा “अच्छा, उन्हे छोड़िए आप बताइए क्या खाती हैं, आप की भी तो जवानी उभर रही है इस उमर में”  इतना तीखापन शायद बर्दाश्त नही हुआ और जवाब दिए बिना शन्नो मामी मेरी तरफ पीठ करके पलट गयी मैने भी सिंपल “गुड नाइट मामी स्लीप वेल” ऐसा कहा और फिर खुद भी सो गयी  करीब 1 बजे दरवाज़ा खुलने और बंद होने की आवाज़ से मेरी नींद खुली देखा तो बाजू में मामी थी ही नहीं  मैने सोचा, ये इतनी रात को कहाँ गयी मैं भी उठके धीरे धीरे उनके पीछे जाने लगी और एक जगह जाके रुक गयी  करीब आधे घंटे अंदर की बातें सुनके मैं हैरान हुई, परेशान हुई राज भाई के लिए  फिर कुछ सोचके मैं हंस कर भाई के रूम में भागी  “खट खट ” धीरे से मैने दरवाज़ा नॉक किया जल्द ही राज भाई ने दरवाज़ा खोला और मुझे देख के कुछ हैरान हुए Mऐने जल्दी अंदर जाके उनके रूम जा दरवाज़ा बंद किया पलट के मैने कहा  “शादी मुबारक हो भाई” मैने हैरानी के साथ कहा पर मैं कंट्रोल ना कर पाई और एक शैतानी मुस्कान चेहरे पे फेल गयी  ये देख भाई हैरान हुए और एक दम चुप हो गये  शादी मुबारक हो भाई मैने हैरान होके और फिर शरारती मुस्कान देके भाई को कहा  राज भाई:- क्या बोल रही है पायल शादी, किसकी?  ” मेरे प्यारे राज भाई की और किसकी मेरे hot sex stories read (mastaram.net) (27)जानू,” मैने आँख मारते हुए कहा  क्या बोल रही है पायल सीधे बोल, ज़्यादा घुमा मत, भाई ने इरिटेट होके कहा  मैने उन्हे सब बातें बता दी  राज भाई:- व्हाट? पायल तू सच बोल रही है? शन्नो आंटी ऐसा भी कर सकती है मैने कभी नही सोचा था  मैं:- और एक चीज़ देखो आपकी आंटी के रूम से वाइब्रटर्स, डिल्डोस, पॉर्न सीडी भी मिली है  राज भाई:- क्या बोल रही है? ये सब तो  मैं:- वोई तो ये सब डिल्डोस वाइब्रटर्स डॉली ललिता रूम में थे जब हमने उनका वीडियो उतारा था हो ना हो मुझे 100% यकीन है कि ये लोग आपको फसाना चाहते हैं, और मुझे आपके करीब आता देख इनकी जल रही है इसलिए मेरे साथ भी शायद कुछ करने का सोच रहे हैं मैने एक ही साँस में बोल दिया  राज भाई:- पायल, लव, एक बात छुपाई है मैने तुझसे  मैं:- बोलिए भाई क्या है  फिर भाई ने मुझे सब बता दिया डॉली और ललिता के प्लान के बारे में और कैसे उन्होने डॉली और ललिता से नज़दीकियाँ बढ़ाने की कोशिश की उसी कोशिश में चुदाई भी कर डाली उनका कन्फेशन सुनके मैं खामोश हो गई कुछ समझ नही आ रहा था, भाई की बात पे क्या रिक्ट करूँ दिमाग़ कुछ और बोल रहा था, दिल कुछ और  राज भाई:- पायल, सॉरी डियर, मैं तुझसे बेवफ़ाई नही करना चाहता था, बट वो घड़ी ऐसी थी, वो वक़्त ऐसा था मुझे तेरे लिए जो ठीक लगा मैने वो किया प्लीज़ माफ़ कर दे मुझे  मैने कोई रिक्षन ना देते कुछ कदम बढ़ा के भाई के बेड पे बैठ गयी  मैं:- सिगरेट है मेरे वाली?  फिर भाई से मैने सिगर्रेट लेके , एक पफ अंदर लिया, तब दिल ने दिमाग़ को हरा दिया  “भाई अपनी पायल से दूर क्यूँ खड़े हो” मैने बाहें फेला के कहा  ये सुनके राज भाई मेरी बाहों में बच्चो जैसे आ गये  “मुझे पता था तू मुझे माफ़ कर देगी मेरी शोना” भाई ने मुझे हग करते हुए कहा  “क्यूँ नहीं भाई, आप ने मेरी वजह से ये किया, तो इसमे क्या ग़लत है हाँ” मैने भाई के बाल सहलाते हुए कहा  “बट, अब तक कुछ ज़्यादा पता नहीं चला ना , आगे क्या करें यार” भाई ने कहा  मैं:- डोंट वरी माइ लव मैं अपना स्टे यहाँ एक्सटेंड कर रही हूँ इधर तब तक मैं और आप कुछ ना कुछ रास्ता निकाल लेते हैं  हम लोग ऐसे ही एक दूसरे की बाहों में बैठे हुए थे उस रात सेक्स से ज़्यादा हम पर एमोशन्स हावी थे एक तरफ मुझे डर था भाई से दूर होने का, दूसरी तरफ भाई परेशान थे कि मुझे क्या नुकसान पहुँचेगा इन सब में  उस वक़्त के लिए मैं सब कुछ भूलके बस भाई के पास ही रहना चाहती थी  कुछ सेकेंड्स में भाई ने अपने आइफ़ोन में एक सॉंग प्ले किया जो हम दोनो का फेवोवरिट है  “यूँही तुम मुझसे बात करती हो या कोई प्यार का इरादा है”  माने उनकी आँखों में देखके फोन बंद करके कहा  “अदायें दिल की जानता ही नहीं मेरा हमदम भी कितना सादा है”  इतना सुनके भाई ने फिर मुझे गले लगा लिया और बहुत ही टाइट हग करके कहा  “पायल लव यू शोना  मॅरी मी”  “अभी नहीं भाई अभी तो इन लोगों की इनकी औकात दिखानी है” मैने हंस के कहा और भाई भी हँसने लगे  मैं:- डोंट वरी भाई आपकी पायल आपके पास ही आएगी जीते जी नहीं तो जान देके भी इतना सुनके भाई ने मेरे होंठों पे हाथ रख दिया और कहा  “तेरे लिए मैं किसी भी हद तक जा सकता हूँ पायल तेरी जान से पहले मैं अपनी जान दे दूँगा”  ये सुनके मेरी आँख में आँसू आ गये और मैं भाई से लिपट गयी  हम थोड़ी देर ऐसे लिपटे रहे, कब आँख लगी पता ही नही चला सुबह मेरी आँख खुली तो देखा 7 30 बज गये थे मैं तुरंत भाई को अपने कंधे से हटा के बेड पे रख दिया और बाहर निकल गयी उनके रूम से जैसे ही मैं शन्नो मामी के रूम में वापस गयी तो वो सो रही थी मैं तुरंत उनके बाजू में सोई, और फिर पाँच मिनट में उठके कमरे के बाहर खड़ी हुई  जैसे ही मुझे नेहा मामी दिखी  “गुड मॉर्निंग मामी” मैने उन्हे स्माइल देते हुए कहा  “गुड मॉर्निंग बेटे स्लेप्ट वेल?” मामी ने पूछा  ” हां जी मामी शन्नो मामी कहीं बीच में जाने के लिए उठी, उससे नींद टूटी, बट फिर जल्दी वापस आँख लग गयी” मैने कहा  ये मैने इसलिए कहा क्यूँ कि शन्नो सुबह को सब के सामने ना बोले कि मैं कहाँ थी पूरी रात  नेहा मामी:- क्या? कितने बजे हुआ ये बेटा  मैं:- करीब 1 बजे मामी  मेरी बात सुनके नेहा मामी परेशान हुई खैर, मैं फ्रेश होने गयी और जैसे ही बाहर आई, पीछे से आवाज़ आई  “पूरी रात कहाँ थी तुम शन्नो की आवाज़ आई  मैं पलट के कुछ बोलती उससे पहले नेहा मामी मेरे बचाव में आई  “ये तो वहीं थी तुम्हारे साथ, मैने खुद इसे तुम्हारे रूम से निकलते हुए देखा है उल्टा तुम कहाँ थी, 1 बजे क्या करने उठी थी बच्ची की नींद खराब हुई  शन्नो एक दम झेंप गयी उसे समझ नही आ रहा था क्या जवाब दे उसकी ज़ुबान लड़खड़ाने लगी  “वो मैं उह दीदी”  मैने इतना सुनके वहाँ से टीवी वाले रूम में जाके भाई को स्मस किया  मैं:- नो ऑफीस टुडे प्लीज़ , गेम ऑन फ्रॉम नाउ 10 मिनट बाद भाई ने सिर्फ़ स्माइली भेजा  मेरे स्मस के रिप्लाइ में भाई ने सिर्फ़ स्माइली भेजा मैने उनका स्माइली हां के तोर पे स्वीकारा  स्मस करके मैं तुरंत नहाने चली गयी और नहाते वक़्त मैने बहुत अच्छी तरह से अपनी चूत के बाल भी उतारे, बगल में भी ध्यान रखा और नहा के मेरा फेव पर्फ्यूम छिड़क के बाहर आई मेरे पास रात वाले कपड़े ही थे सो वो पहन्के ही बाहर आई  “अरे बेटी, ये कपड़े क्यूँ पहने, डॉली के ले लेती, या ललिता के भी हैं” नेहा मामी ने कहा  मैं:- नहीं मामी, अभी राज भाई ऑफीस के लिए जाएँगे ना, उनके साथ मैं घर जाउन्गि और अपने कपड़े वहाँ से ले आउन्गि”  “मामी मैं कुछ दिन और रुक जाउ यहाँ पे प्लीज़” मैने एक दम पप्पी फेस बना के पूछा  “ओफ़कौर्स डियर तुम्हारा घर भी है ये इसमे पूछना क्या अब चलो तुम नाश्ता खाने बैठो मैं राज को उठाके आती हूँ”  “ओके मामी ” मैं कहके डाइनिंग टेबल पे बैठ गयी  थोड़ी देर में शन्नो मामी नाश्ता लेके आई  शन्नो:- लो, नाश्ता करो दिमाग़ बहुत चलाती हो तुम, खाए बिना दिमाग़ नही चलता, आराम से नाश्ता खाओ  मैं:- आप भी तो बैठो, मेरा दिमाग़ भी आज कल आपको ही फॉलो कर रहा है मामी जी मैने आँख मारते हुए कहा  शन्नो मुझे घूर घूर के देखने लगी, और दाँत पीसते हुई बोली “मज़ा आएगा तेरे साथ खेलने में”  “अभी तो खेल शुरू ही कहाँ हुआ है मामी जी आप चाहें तो शुरुआत करते हैं दोपहर को मेरे घर से देखते हैं तिलों में कितना तेल है” मैने भी एक दम रुबाब से जवाब दिया  मेरा जवाब सुनके शन्नो चली गयी और राज भाई नीचे आके बोले  “क्या हुआ, अभी तो तूने मना किया ऑफीस जाने को अभी मम्मी को कुछ और बोली”  “भाई, कितनी लीव्स लोगे आप चलो रेडी हो जाओ और मुझे घर ले चलो, मैं वापस अपनी कार में आ जाउन्गि जल्दी करो अब चलो भी” मैने भाई से कहा  राज भाई बोले बिना कुछ फ्रेश होने चले गये और मैं नाश्ता खाने लगी 10 मिनट के बाद भाई आके नाश्ता करने बैठे मुझसे बिल्कुल बात नहीं कर रहे थे  “डोंट बी नाराज़ भाई प्लीज़ अब लो पहला बाइट मेरे हाथ से खाओ, चलो मूह खोलो” मैने भाई के पास जाते हुए कहा  “उम्म्म्म यम्मी ना मस्त भाई” मैने पूछा  “राज भाई:- ह्म्म तेरे हाथ से सब टेस्टी ही लगेगा स्वीट हार्ट, धीरे से बोले  मैं वापस आके अपनी जगह पर बैठ गयी और खाते खाते हम बातें करने लगे नाश्ता फिनिश करके भाई नहा के रेडी होने गये और मैं किचन में चालू गयी  मैं:- तो आज का क्या प्लान है मामी मैने शन्नो से पूछा  शन्नो:- कुछ नहीं, बस एक जगह किसी की हेकड़ी उतारने जाना है  मैं:- ध्यान रखना, इस उमर में कहीं आपकी साड़ी ना उतर जाए, हेकड़ी तो दूर की बात है  शन्नो:- तू उसकी चिंता ना कर, खुद को संभाल  मैं सिर्फ़ इतरा के बाहर आ गयी, और नेहा मामी से बातें करने लगी बातों बातों में टाइम गुज़र गया और राज भाई भी रेडी हो गये ऑफीस के लिए हम दोनो ने घरवालों को बाइ कहा और गाड़ी में निकल गये  “अब बताओगि, क्या हुआ अचानक से” भाई ने गाड़ी ड्राइव करते पूछा  मैं:- कुछ नहीं मेरे प्यारे भैया आप क्यूँ इतना लोड ले रहे हो ध्यान से गाड़ी चलाओ, ऑफीस में काम करो, और इंडोनेषिया की शॉपिंग पे चलना है, वो लिस्ट रेडी करती हूँ मैं, ओके?  हां बोलके हम मेरे घर के पास आ गये और मैं गाड़ी से उतरने लगी तभी फिर गाड़ी के अंदर जाके  “भाई यू आर दा बेस्ट इन दिस वर्ल्ड ये बोलके मैने उनके गालों पे किस की और निकल गयी घर के अंदर जाने के लिए  मैं जल्दी से अंदर गयी घर को अनलॉक करके सब से पहले मैने बाथ टब में जाके खुद को अच्छी तरह सॉफ किया, और नहा के अपने रूम में आके अपने कपड़े निकाले जो मुझे राज भाई के घर ले जाने थे  मैने एक से एक टाइट जीन्स, शॉर्ट्स, लूस टॉप्स, सेक्सी ब्रा पैंटी लिए  फिर एक मिनी निकालके मैने पहन ली और नीचे जाके जूस पीने लगी जूस पीते पीते मैं सुबह शन्नो के साथ हुई बातचीत के बारे में सोचने लगी सोचते सोचते मैने सिगरेट जलाई और दिमाग़ को थोड़ा रिलॅक्स किया अपने रूम में वापस जाके सब बेडशीट और कर्टन्स चेंज किए, रूम फ्रेशनेर स्प्रे करके बेड पे लेट गयी फ्रेश फीलिंग आ रही थी इतनी गर्मी में एसी की हवा मुझे बहुत अच्छी लग रही थी  इतने में मेरा फोन रिंग हुआ देखा तो शन्नो मामी का था मैने टाइम देखा तो दोपहर के 12 30 बज रहे थे  “हेलो बोलिए मामी जी ”  “दरवाज़ा तो खोल मेरी प्यारी बेटी ”  मैं झट से नीचे गयी और दरवाज़ा खोल दिया शन्नो हाइ प्रोफाइल कॉल गर्ल से कम नहीं लग रही थी ब्लॅक साड़ी, डार्क रेड लिपस्टिक बाल खुले हुए, गालों पे लाली उसके चुचे उसकी स्लीवेलेस्स ब्लॉज के अंदर दो कबूतरों की तरह लग रहे थे कमर एक दम सटी हुई, गहरी नाभि उसकी मेरे मूह में पानी ला रही थी  “अभी तो सिर्फ़ देखके ये हाल है खेलेगी कैसे मेरी बच्ची तू” शन्नो ने टॉंट मारते हुए कहा  अंदर आने के लिए मैने शन्नो को रास्ता दिया और दरवाज़ा बंद कर लिया  “वाह बेनसन & हेड्जस गुड चाय्स बेटे ये कहके शन्नो ने सिगरेट जला ली और पफ मारने लगी  “चाय्स तो मेरी बेस्ट ही होती है मामी जी कोई शक़?”  “अच्छा, ज़रा हमे भी तो कुछ तेरी चाय्स का दिखा हम कैसे जानें”  ये सुनके मैं सीधे शन्नो के पास गयी और उसका मूह पकड़ के उसके होंठों को चूसने लगी  “उम्म्म आहमम्म, बहुत मटकती फिरती है आहमम्म आअहह नाउ सक मी बिच आहहमम्म्म” मैने शन्नो को ज़बरदस्ती चूस्ते हुए कहा  “उम्म छोड़ मुझे रांड़ कहीं की उम्म्म हट दूर आहंम आहमम्म लीव ओमम्म्म यॅ” धीरे धीरे शन्नो का ज़ोर ढीला पड़ा और हम लोग किस करने में मशगूल हो गये  “ओह्ह्ह्ह आअहह सीयी आह मेरी रंडी पायल आहहसिईई उम्म्म और चूस ना यअहह आहह ओह हां, इधर चूस नाआहह” और मेरा मूह अपने चुचों पे ले गयी मैं ब्लोज के उपर से ही उसके चुचे चूसने लगी  “आहह क्या चुचे हैं तेरे शन्नो डार्लिंग आहमम्म इतने रस वाले आहमम्म्म, कितनो ने मसला है इनको उहह एअससस्स आहह”  हम खड़े खड़े किस कर रहे थे देखते देखते शन्नो ने मेरी मिनी निकाल दी और टॉप उतारने लगी  “आहह रंडी तो तू है आहबुंमम्ममम साली अंदर ओह्ह्ह्ह आहंणन्न् कुछ नहीं पहना आह ”  “उम्म्म तेरे पे ही गयी हूँ मामी आहह” ,ये कहके मैने भी शन्नो की साड़ी और ब्लोज पेटिकोट निकाल दिया अब वो सिर्फ़ ब्रा पैंटी में थी  हम पास में पड़े सोफा पे जाके लेट गये और मैने शन्नो की ब्रा पैंटी भी निकाल फेंकी हम दोनो नंगे एक दूसरे के उपर लेट गये शन्नो मेरे चुचे चूस रही थी और मैं नीचे से उसके गीले भोस्डे में उंगली कर रही थी  “आहह ह्म्‍म्म और ज़ोर से मेरी शन्नो आअहह ”  “उम्म आहह तू भी ज़ोर से चोद ना मेरी रंडी बिटिया आहह आहम्‍म्म्म और फक मी यअहह उःम्म्म आहह”  पूरे कमरे में हमारी यही आवाज़ें गूँज रही थी  करीब 10 मिनट बाद शन्नो मेरे उपर से उठी और मेरा हाथ पकड़ के मुझे मेरे रूम में ले जाने लगी  जैसे ही हम उपर पहुँचे, खुश्बू और ठंडक से हमारा पसीना कम होने लगा मैने जोश बरकरार रखते हुए, शन्नो के चुचे को लेके मूह में डाला और नीचे उसके भोस्डे में तीन उंगलियाँ घुसा दी  “आहह साली गश्ती आहह धीरे कर कुतिया आहह ओह्ह्ह्ह ” शन्नो बोलने लगी  “गश्ती होगी तू साली आहह, ” ये कहके मैने उसे बेड पे धक्का दिया और उसे छोड़के मेरे कपबोर्ड के पास गयी  “थक गयी क्या साली मादरजात इतने में” शन्नो ने हान्फ्ते हुए कहा  मैने उसे इग्नोर किया और कपबोर्ड में से स्ट्रापान डिल्डो निकाला  मेरी कमर के पास से बाँध के मैं शन्नो की तरफ पलटी अब मेरे पास प्लास्टिक का 12 इंच का लंड था जो मेरी कमर से बँधा हुआ था  “हाए साली मार डालेगी तू आज कुतिया कहीं की” शन्नो ने आँखें फाड़ते हुए कहा  बिना जवाब दिए मैं उसके पास गयी, उसके बाल पकड़के नीचे खींचा और घोड़ी बना डाला  “बहुत बोलती है शन्नो मामी तू आज तेरे भोस्डे के परखच्चे उड़ा दूँगी ये बोल के मैने लंड सीधा उसकी गान्ड में डालके एक ही शॉट में अंदर घुसा दिया  “आआईयईईईयाहभह  ओव्ह भाडवी कहीं की तेरी मा को कुत्ते चोदे साली वहाँ नहीं आहह  रांड़ ओह आहह नास्स्स मुमययी आहह ”  मैं ये सब सुने बिना उसकी गान्ड मारने लगी और तेज़ धक्के लेने लगी शन्नो रोए जा रही थी, चिल्लाते जा रही थी शायद उसने आज तक गान्ड बचा के रखी थी मेरे नकली लंड के लिए  “आहह धीरे आहह मेरी चूत पानी छोड़ रही है आहह मैं गयी यअहस्स ओह”  जैसे ही उसने अपना पानी छोड़ा, मैने उसकी गान्ड चोदना बंद की, उसके बाल पकड़ के अपनी चूत पे उसके होंठ रखे  “मेरा पानी निकल साली चल आहमम्म आहह”  शन्नो में ताक़त ही नहीं बची थी मजबूरी में मेरी चूत चाट रही थी  “साटाकक मैने उसके मूह पे तमाचा मारा और उसकी आँख से आँसू बहने लगे  “जल्दी चाट भाडवी पानी निकाल”  धीरे धीरे शन्नो ने अपनी स्पीड बढ़ाई मैं झड़ने के करीब थी, और जैसे ही मेरा निकलने वाला था, मैने उसके मूह में अपनी चूत ज़ोर से प्रेस की और पूरा पानी उसके मूह में छोड़ दिया  मेरे पानी को अपने मूह से निकालके शन्नो खाँसती हुई बेड पे जाके बैठ गयी और रोने लगी  मैने अपनी साँसें काबू में करके कहा  “राज का पीछा छोड़ने का क्या लोगि तुम?”  “मुझे जनरली सेक्स विद प्लेषर पसंद है, फिर चाहे वो लड़की के साथ ही क्यूँ ना हो, मैं बाइसेक्षुयल नहीं हूँ, बट हमेशा एक कूरीोसिटी थी लेज़्बीयन आक्ट करने की बट आज जो मैने किया, वो सेक्स नहीं था, वो मेरा गुस्सा था शन्नो मामी पे, मैं उन्हे बताना चाहती थी, कि राजभहई को नुकसान पहुँचाना इतना आसान नहीं है”  मैं ये सब सोच रही थी कि अचानक मेरा ध्यान टूटा और मेरी नज़र शन्नो मामी पे पड़ी  सामने बेड पे उसके बाल एक दम बिखरे हुए, लिपस्टिक बिल्कुल उखड़ गयी थी, जो औरत कुछ देर पहले हाइ प्रोफाइल कॉल गर्ल लग रही थी, अब वो किसी फालतू से टीन के डब्बे से कम नहीं लग रही थी  “सुना नहीं आपने मैने क्या पूछा” मैने शन्नो मामी पे चिल्ला के कहा  रो रो कर लाल हो चुकी औरत बोलती भी तो क्या बोलती मैने उन्हे उठाया बेड से और बाथरूम ले जाके उन्हे कहा फ्रेश होके बाहर आओ जल्दी समझी ना, जल्दी करो  मैं बाहर आ गयी और आज के बर्ताव के बारे में सोचने लगी मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा आज जो मैने शन्नो मामी के साथ किया ये सोचते सोचते मैं अपने कपड़े नीचे जाके पहनने लगी रूम को थोड़ा नॉर्मल करके वापस उपर आई और मेरे रूम को भी अच्छी तरह सॉफ करने लगी  रूम सॉफ करके में बेड पे बैठ गयी और सिगर्रेते जला ली अपने लिए तभी बाथरूम का दरवाज़ा खुला तो शन्नो मामी बाहर आ चुकी थी बिल्कुल नंगी थी, मैने उन्हे उनकी साड़ी पकड़ा दी और वो तैयार होने लगी फिर से जैसे ही वो ठीक हुलिए में आई मुझे पलट कर बोली  “पायल मुझे घर छोड़ के आ, मैं कुछ बात नहीं करना चाहती अभी किसी भी बारे में” शन्नो मामी ने कहा  “लगता है अभी तक अकल ठिकाने नहीं आई तुम्हारी सीधे सीधे बोलो, नहीं तो” मैने अभी अपनी बात पूरी भी नहीं की उससे पहले ही  “थपाकककककक चटाक़” मामी के दो झन्नाटे दार थप्पड़ो से रूम में ये आवाज़ें गूँज उठी मैं अभी पूरी तरह संभली भी नहीं के एक बार फिर मामी ने मुझे थप्पड़ जड दिया  “बदतमीज़ लड़की अपनी हद में रह, चाहे कितने भी बुरे हो, अपने बड़ों से ऐसे बात करने का तुझे कोई हक़ नहीं है आज जो तूने किया है उसकी मैने कभी उम्मीद भी नहीं की थी ”  मेरी आँखें लाल हो चुकी थी, बट मैने फिर भी कंट्रोल किया कि आँसू ना निकले मैं बिना कुछ बोले नीचे चली गयी और नीचे वॉशरूम में जाके मूह धोके बाहर आई बाहर आके मैने अपना बॅग उठाया  “चलना है तो जल्दी चलो, मुझसे अब तुम्हारी शकल ज़्यादा देर देखी नहीं जा रही” मैने चिल्ला के शन्नो मामी से कहा  भले ही तीन थप्पड़ खाए हो, बट अकड़ तो मैं कभी नहीं छोड़ती, ये मेरा उसूल है, जितने भी ग़लत हो, लोगों को सामने अपना कॉन्फिडेन्स कम नहीं दिखना चाहिए  मैं बाहर जाके वेट करने लगी, और जैसे ही शन्नो मामी आई मैं घर को लॉक करके गाड़ी की तरफ चल दी  मैने जल्दी से गाड़ी स्टार्ट करके पार्किंग से निकाली जैसे ही मामी आगे बैठी, मैने फुल स्पीड में गाड़ी भगा दी राज भाई के घर की तरफ “गाड़ी धीरे चला लड़की, मरना है क्या तुझे”  “मरना नहीं मारना चाहती हूँ किसी को, फिलहाल उसका टाइम नहीं है, अगर नहीं बैठ सकती तो जाके ऑटो में आओ”  मैने बिना उन्हे देखे जवाब दिया मेरा जवाब सुनके शन्नो मामी मुझे घूर्ने लगी और अपने दाँत पीसने लगी  30 मिनट का रास्ता हमने 15 मिनट में ही तय किया जैसे ही हम राज भाई के घर के नज़दीक पहुँचे, मैने गाड़ी की स्पीड फुल कर दी और 90 डिग्री टर्न फुल स्पीड में लेके हॅंड ब्रेक यूज़ करके कार को स्किड करने लगी  थप्पड़ का जवाब तो नहीं दे सकती थी बट ये करके शन्नो मामी की गान्ड तो फाड़ ही डाली मैने एक सेकेंड के लिए  जैसे ही मैने गाड़ी रोकी शन्नो आंटी खुद को संभाल के ” पागल है क्या कहीं मुझे  ”  मैं आगे बिना सुने गाड़ी से उतरी और अंदर की तरफ जाने लगी जाते जाते मैने शन्नो आंटी को एक तमाचा तो मार ही दिया मैं जैसे ही अंदर पहुँची, सीधा गेस्ट रूम में चली गयी और जाके वहाँ अपना बॅग सेट करने लगी मुझे ऐसे देख नेहा मामी आई  “अरे बेटे, क्या हुआ, गेस्ट रूम में क्यूँ” नेहा मामी ने पूछा  मैं:- कुछ नहीं मामी, अभी यहाँ ही रहूंगी कुछ दिन, तो शन्नो मामी को क्यूँ डिस्टर्ब करूँ  “कौन डिस्टर्ब होता है बेटी, मैं तो बिल्कुल डिस्टर्ब नहीं होती तुम्हारी मोजूदगी से” पीछे से शन्नो ने कहा  कुछ सेकेंड्स के बाद  “नहीं मामी, यहाँ ठीक है, आंड रात को अकेले मुझे ज़्यादा कंफर्ट फील होता है” प्लीज़ अब इन्सिस्ट ना करें  शन्नो तो वहाँ से चली गयी बट नेहा मामी अभी वहीं थी  “बेटे, अगर कभी भी अच्छा ना लगे यहाँ तू मेरे रूम में आ जाना ओके ना” ये कहके नेहा मामी भी वहाँ से चली गयी  मैं वहाँ अकेले अकेले बैठ गयी और सोचने लगी अब तक जो हुआ था जवाब तो मुझे देना ही पड़ेगा शन्नो को, नहीं तो मेरा ईगो हर्ट होगा तभी फोन बजने लगा “हां जी स्वीटी, बोलिए, क्या कर सकती है आपकी जान आपके लिए” मैने आन्सर किया  “क्या हुआ पायल, किधर हो अभी” राज भाई ने पूछा  मैं:- आपके घर ही हूँ मेरे भाई, बेड पे हूँ अकेले, आपके बारे में सोच सोच के करवटें बदल रही हूँ, कब आओगे आप मेरे पास भैया मेरे  राज:- आज लेट होगा डियर, मंथ एंड नज़दीक है, बहुत काम फिनिश करना है  मैं:- मैं आपका इंतेज़ार करूँगी आंड खाना साथ ही खाएँगे, ओके ना  राज:- डोंट बी मॅड पायल, मुझे आने में 2 भी बज सकते हैं, तू भूकी नहीं रहेगी ओके  मैं:- ओके, अब जल्दी काम करो और जल्दी आओ  राज:- चल बाइ लव यू मवाहाहहहहहहा  “लव यू टू भाई” कहके मैने फोन रख दिया  अभी शाम के 4 ही बज रहे थे सोचा क्या करूँ इतनी देर  तब मुझे ख़याल आया के इंडोनेषिया के लिए कुछ शॉपिंग करनी है, उसकी लिस्ट तो बाकी ही है मैं तुरंत पेपर पेन लेके लिस्ट बनाने लगी और साथ ही उनकी प्राइस लिखने लगी साइड में  लिस्ट बनाने में 2 घंटे लगे फाइनल लिस्ट देखा तो 26000 का समान हो रहा था मुझे ओके था इतना खर्चा मैने उसे फाइनल करके उसकी इमेज लेके भाई को व्ट्सॅप कर दी  “दिस ईज़ फाइनल ना स्वीटी, कुछ भूली तो नहीं है” भाई ने तुरंत जवाब दिया  “नो, यह ही है फाइनल, अब ज़्यादा बात मत करो, अभी काम कितना बाकी है आपका”  भाई:- बाकी है बहुत डियर, चल बाइ नाउ, सी यू मैं भी थोड़ा अच्छा फील कर रही थी भाई से बात करके हमेशा ही अच्छा लगता था मैने तुरंत उठके फेस वॉश करके बाहर गयी बाहर शन्नो को देख के फिर से मूड खराब होने लगा  मैं उसे इग्नोर करके नेहा मामी से बातें करने लगी बातें करते करते मैने उनकी हेल्प भी की थोड़ी किचन में और खाना बनाने लगे  “और पायल, शादी के बारे में क्या ख़याल है तुम्हारा, कब करोगी” नेहा मामी ने पूछा  मैं:- क्या मामी, अभी मेरी एज ही क्या है, अभी थोड़ा टाइम है, आंड आप मोम को नहीं बोलना प्लीज़, नहीं तो वो भी पीछे पड़ जाएगी मेरे  नेहा मामी:- उफ्फ!! तुम लोगों की यही प्राब्लम है, राज भी दूर ही भाग रहा है शादी से  “खैर ठीक है, तुम लोग सेट्ल हो जाओ पहले, कुछ अचीव करो, तब तक कोई ज़ोर नहीं डालेगा ओके अब बेटा” नेहा मामी बोलके किचन में खाना बनाने लगी देखते देखते टाइम बीत गया और सब लोग खाने बैठे मैं डाइनिंग टेबल पे बैठी गेम खेल रही थी अपने सेल पे  “बेटी तुम कब खाओगि खाना, जल्दी करो चलो हमारे साथ ही खाओ” मामा, याने के राज के पापा ने कहा  मैं:- नहीं मामा, आप खाइए मुझे भूख नहीं है, यह कहके मैं वहाँ से निकल गयी नहीं तो फोर्स करते तो ज़्यादा मना नही कर पाती उनको  मैं उपर जाके टेरेस पे राज भाई का वेट कर रही थी भूख इतनी लगी थी, कि रहा नहीं जा रहा था मैने तुरंत भाई को स्मस किया  ” ”  भाई ने कोई रिप्लाइ नहीं दिया यह पहली बार था भाई ने जवाब नहीं दिया मुझे लगा आज सही में बहुत ज़्यादा बिज़ी हैं  मैं वेट करते करते थक गयी 12 30 बज रहे थे, मैं नीचे जाके रूम में सो गयी  भूके पेट नींद भी नहीं आ रही थी जैसे तैसे करके आँख लगी रात के करीब 2 15 को मुझे अपने बालों पे किसी का हाथ महसूस हुआ मैं डर के मारे उठ गयी, रूम में एक दम अंधेरा था  दो हाथों ने मेरी आँखें बंद कर ली और जैसे ही मैने चिल्लाने के लिए मूह खोला, एक हाथ मेरी आँखों से हट के मेरा मूह बंद करने लगा एक सेकेंड में 100 ख़याल आ रहे थे मुझे  इतने में कोई मुझे रूम से बाहर लाया और मेरे आँखों से हाथ हटा के मेरे सामने आ गया  “स्शह चिल्ला मत स्वीट हार्ट” सामने राज भाई थे  यह कहके उन्होने मेरे मूह से अपना हाथ हटा लिया  मैं:- भाई ऐसा भी कोई करता है, देखो मेरा दिल कितना ज़ोर से धड़क रहा है  राज भाई:- अरे पगली, क्यूँ डरती है इतना यह कहके उन्होने मुझे अपने गले से लगा लिया और मैं धीरे धीरे रोने लगी  “अरे मेरी शोना पागल है, चल मुझे पता है तूने खाना नहीं खाया, हम खाना खाते हैं पहले चल अब”  यह कहके भाई मुझे डाइनिंग टेबल पे बिठा दिया और किचन में जाके खाना माइक्रोवेव किया  “आज मेरी प्रिन्सेस मेरे हाथ से खाना खाएगी” यह कहके भाई ने पहला बाइट मुझे अपने हाथ से खिलाया  थोड़ा नॉर्मल फील करके मैने भी भाई को अपने हाथ से खिलाना स्टार्ट किया और हम बातें करने लगा दिन भर के बारे में  “भाई आप के साथ हो सोना है आज मुझे”  “पक्का बट कोई देख ले तो सुबह को” भाई ने पूछा “मैं सुबह को जल्दी निकल जाउन्गि भाई अब चलें, जल्दी करो”  हम डाइनिंग टेबल सॉफ करके उपर चले गये जैसे ही हम रूम में गये, मैने दरवाज़ा बंद करके भाई से गले लगते हुए बोला  “आज बहुत थक गये हो ना मेरे प्यारे सैयाँ”  राज भाई:- आहह, ऐसे पूछेगी तो थकान ही मिट जाएगी मेरी बहना मैं सीधा भाई को बेड पे ले गयी और उन्हे लेटा कर उनके ऑफीस के कपड़े उतारने लगी  “उम्म्म्म मेरे भाई, मेरे सैयाँ बहुत थके हुए हैं ना आहहा, आओ ना आराम करो मेरे आ आप उम्म्म्मम” यह कहते कहते मैने भाई की शर्ट और पंत उतार दी और उनके उपर चढ़ के उनके होंठ चूसने लगी “उम्म्म्म मेरी बहना, ऐसे ही चूस्ति रह आहाहाहा” यह कहके भाई ने मेरा टॉप उतारा और नीचे से मेरी चूत सहलाने लगे  “अहहहहा भाई उम्म्म और चूसो ना, आहहाहा मेरे चुचे भी लो ना भाई” यह सुनके भाई किसी बच्चे की तरह मेरे चुचे चूसने लगे और मैने उनके बालों पे हाथ फिराने लगी  “आहहहहः मेरे सैयाँ आहाहहाहा, और चूसो ना मेरे भाई अहहहहा  ”  भाई एक चुचा चूस रहे थे और दूसरे के निपल को हाथ में लेके मसल रहे थे  “अहहहहाहा मेरे भाई, आहहाहा आप थके हुए हो उम्म्म्मम”  यह कहके मैने उन्हे लेटा दिया और उनका अंडरवेर निकाल के उनके लंड को चूसने लगी  “उम्म्म्मम, अहहहाहा अल्प गल्प अहहहहहा मेरे भाई का लंड अहहहहहहा सिर्फ़ मेरा है अहहहहाहा” आहहहहहः और चुसाओ ना भाई आहाहहाहहहा आपका लॉलीपोप अहहहहहहः अपनी रानी को दो ना मेरे भाई आहाहहहहाअ माउथ फक करो ना अहहहा अपनी बीवी का मेरे भाई अहहहहहः एआहहाहहहा मेरी यह बात सुनके भाई ने अपना पूरा लंड मेरे मूह में दे दिया और बाल पकड़ के मुझे मुँह फक करने लगे  “अहहहहः अहहहा उम्म्म गल्प गल्प अहाहा स उम्म्म उम्म्म गुणन्ं गुणन्ञणन् ”  भाई के लंड के रहते मेरे मूह से सिर्फ़ यही आवाज़ें निकल रही थी  कुछ देर बाद भाई ने लंड निकाल के मुझे बेड पे उल्टा लेटा दिया और मेरे मूह में लंड डाल के चोदने लगे  “आहहहहा ले ना मेरी बीवी अहहहः तेरा यह सैयाँ सिर्फ़ तेरा ही है मेरी रानी अहहहाहा क्या होंठ है तेरे अहहहः” भाई बोलके मुझे स्पीड में मुँह फक करने लगे मैने भाई के लंड को चूस चूस के गीला कर दिया जब भाई ने अपना लंड निकाला तो उनका सुपाडा एक दम लाल हो चुका था , उनके लंड की नसें दिख रही थी  मैं सीधी होके बेड पे टांगे खोल के भाई को बुलाने लगी चोदने के लिए भाई ने भी देर ना करते हुए सीधे बेड पे आके मेरी चूत पे लंड से करके एक ही झटके में मेरी चूत में उनका लंड उतार दिया  ” अहहहहाआ भाई हाआँ हाना और चोदो भाई आहहाहहहहा और ज़ोर से मेरे भैया अहहहहहहा”  मैं ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी ” ले ना मेरी बीवी आआहहहहहहा और ले ना अंदर मेरी रानी” अहहहहहहहहहा  यह कहके भाई मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे  अहाहाहहहाः ओह अहहहहा यस भा हान्नानाना और दो ना अपना मूसल लंड मुझे अंदर अहहहहहाअ  मैं चिल्लाने लगी  शांत रात में लंड और चूत के मिलन की दास्तान हमारे कानो मे सुर की तरह पड़ रही थी  “ठप ठप चप चप अहहहहहहा ओहहहहा यॅ फक हार्डर चूत से लंड टकराने की आवाज़ में हम भूल ही गये थे के हम घर पे हैं और रात के 3 बजने आए हैं करीब 10 मीं मिशनरी पोज़िशन में चुदाई के बाद मैं बेड से उठ के भाई के लंड के उपर बैठ गई और उनसे चुदने लगी  ” अहाहहाहहहा भाई आहाहहः और चोद ना मेरे सैयाँ आहहहहहा” मैं उछलते उछलते चिल्ला रही थी मेरे लंबे बाल और 34 के चुचे उछल उछल के समा को मस्त कर रहे थे , उसपर से भैया का मूसल लंड मेरी चूत की दीवारों में लग रहा था ” अहहहहा हाँ बहना मेरी ले ना और मेरे लंड को अहाहाहहाहा यह कहके भाई ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगे ‘ हम दोनो अपना होश खो चुके थे 18 टेंपरेचर पे एसी ऑन था फिर भी हमारे बदन पसीने से लथपथ थे  कुछ सेकेंड्स में मैं चिल्लाई  “” आआहहाहा भाई, हार्डर यआहहहा यआःा एयेए म कमिंग भाई अहहहहहा, ओह शीत यआःहहहाहा ाओहावआहहः फक अहहहहा, मैं गयी भाई अहहहहहहा”  इस चीख से मैं झाड़ गयी और भाई के नीचे गिर गयी नीचे गिर के मैं सब से पहले भाई के लंड को मूह में लेके ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी  ” अहहहहहः मेरे सैयाँ अहाहाहः क्या है अजाहाहहहहा आज झाड़ ही नहीं रहे अहहहहा आ आपका पानी पीना है मुझे अहहहहा” यह कहके मैं ज़ोर ज़ोर से भाई के लंड को हिलाने लगी और उनके टट्टों को मसल्ने लगी कुछ ही सेकेंड्स में जैसे मुझे लगा भाई झड़ने वाले हैं, मैने उनके लंड को मूह में ले लिया और उनका पूरा स्पर्म मैने अपने अंदर ले लिया  एक बूँद भी बाहर नहीं गिरने दी  “उम्म्म्म अहहहहा गल्पाल्प अहहहहः गुणन्ं गुणन्ं हाहाहा गिव मे मोरे भाई अहहहहा” यह कहके मैने उनके लंड को हिला हिला के निचोड़ दिया भैया थक गये और बेड पे लेट गये और मैं भी उनके पास जाके उनकी बाहों में सो गयी हमारी साँसें तेज़ चल रही थी, उखाड़ने लगी थी, मैं भाई के चेस्ट के बालों के साथ खेलने लगी “आज क्या हुआ था पायल, इतनी वाइल्ड पहले तू कभी नहीं हुई” भाई ने पूछा  ” कुछ नहीं भाई कल क्या होने वाला है उसे विचार के ही मैं गरम हो गयी हूँ” मैने आँख मारते हुए कहा भाई ने मुझे सवालिया नज़रों से देखा, और मैं शैतानी मुस्कान देने लगी उनको  चुदाई के बाद हम थक के बेड पे लेटे हुए थे और सिगरेट स्मोक कर रहे थे  “आज क्या हुआ” भाई ने करवट मेरी तरफ करके मुझसे पूछा  मैं:- किसका क्या हुआ भाई  भाई:- झूठ मत बोल, सीधे सीधे बोल, कुछ ग़लत हुआ है ना आज  “कुछ नहीं भाई, क्या ग़लत हो सकता है मेरे साथ” मैने बात को बदलने की कोशिश की  “मत बता बस ये बता के आज पूरे दिन भर स्मस नहीं किया और डाइरेक्ट शाम को बात की, ऐसा क्यूँ” भाई ने मुझसे नज़रें मिलाते हुए पूछा  “कुछ नहीं भाई झूठ नहीं बोलना चाहती आपसे, पर सच बोलने का ये टाइम नहीं है, सही टाइम पर आपको सब बताऊँगी” मैने सीधे जवाब दिया  भाई काफ़ी देर तक मेरी आँखों में आँखें डाल के मुझे बस देखते रहे एक अजीब सी कसक थी उनकी नज़र में ना बोल के भी बहुत कुछ बोल रहे थे वो अपनी आँखों से काफ़ी देर तक मुझे देखने के बाद मैने अपनी नज़रें शरम से नीचे कर दी, और बोली  “ऐसे क्या देख रहे हैं भाई” मैने हल्की सी मुस्कान के साथ कहा  भाई ने मेरा चेहरा अपने हाथ से उपर उठाते हुए कहा  ना नींद है आखों में, ना दिल में है करार बस यही हाल है अपना, जबसे हुआ है प्यार  “ज़िंदगी में पहली बार मैने भाई के मूह से कुछ पोवेटिक सुना था वो भी मेरे लिए सुनके ,मैं शरम से पानी पानी हो रही थी मैने झट से भाई को पकड़ के उनकी बाहों में छुप गयी और उन्हे जवाब दिया  “दिल लगाकर हमे ये समझ आया, कि दिल्लगी किसे कहते है इश्क़ जिसे कहती है दुनिया, वो आशिक़ी किसे कहते है” हम एक खामोशी का मज़ा ले रहे थे खामोश हमारी ज़बान थी पर हमारा दिल, हमारी आँखें बहुत बातें कर रहे थे शायद ये प्यार था या कुछ और मुझे पता नहीं, पर जो भी था, मुझे बहुत ही हसीन लग रहा था हम ऐसे ही बैठे हुए थे मैने एक नज़र खिड़की की तरफ घुमाई तो मुझे ऐसा लगा के कोई हमे देख के वापस चला गया हो कौन होगा ?  कुछ देर बाद मैं भाई के रूम से निकल गयी और अपने रूम में जाके बैठ गयी सोचने लगी कौन हो सकता है मेरा वहाँ नहीं था, क्यूँ कि मैने एक साया देखा था मोबाइल में देखा तो सुबह के 4 30 हो रहे थे मैने सोचा जो होगा सुबह को देखेंगे और मैं भी सो गयी सुबह करीब 11 बजे  “उठो भी पायल बेटा” नेहा मामी मेरे पास खड़ी कह रही थी  “क्या हुआ मामी इतनी जल्दी क्यूँ, ” मैने अंगड़ाई लेते हुए कहा  ” जल्दी कहाँ बेटी अभी 11 बज चुके हैं , कल रात भी तुमने कुछ नहीं खाया, चलो उठो और फ्रेश होके नाश्ता करो पहले, जल्दी करो’ मामी बोलके मुझे वहाँ से निकल गयी  मैं उठ के फ्रेश होने गयी और नाश्ता करते करते में किचन में देखा तो शन्नो और नेहा मामी खड़े थे, मैने सोचा ये दोनो किचन में रहते हैं पूरा दिन, वो दो साली हरामी लड़कियाँ क्या करती हैं फिर ” मामी डॉली और ललिता किधर है, कल से दिखी नहीं” मैने चिल्लाके पूछा  ” वो दोनो अपने कमरे में ही हैं, ललिता की तबीयत ज़रा ठीक नहीं है, डॉली उसके पास ही बैठी है” शन्नो ने कहा  मैने कुछ देर में नाश्ता फिनिश किया, और तुरंत मेरे मोबाइल से एक स्मस भेज दिया “ओह अहाहहा भाई, क्या रात थी आपके साथ अहहहहहः उम्म्म्म”  ये स्मस भेजके मैं नहाने चली गयी क्यूँ कि जानती थी कोई रिप्लाइ नहीं आने वाला  जैसे ही मैं नहा के आई, मैने एक शॉर्ट पहनी और उपर एक लूज टॉप कोई पूछता तो गर्मी का बहाना निकाल सकती थी  मैने खुद को आईने में देखा तो मैं बहुत सेक्सी फील कर रही थी मैने तुरंत एक सेल्फी निकाला खुद का और भाई को व्हाट्स अप किया भाई ने कुछ मिनट में जवाब दिया  “वेरी हॉट स्वीट हार्ट काम पे ध्यान दूं, नहीं तो मैं कहीं गीला ना हो जाऊ ”  मैं सिर्फ़ स्माइल कर के बाहर चली गयी  बाहर आके मैं देखने गयी ललिता कैसी है, क्या खराब है उसकी तबीयत में मैं उनके रूम के पास पहुँची, दरवाज़ा खुला देख सीधा अंदर चली गयी बेड पे ललिता लेटी हुई थी और बाजू में डॉली कोई मॅगज़ीन पढ़ रही थी  मुझे रूम में देख डॉली बोली  ” गर्मी बहुत है नहीं तुझे आइ मीन कपड़ों से तेरे मुझे ऐसा लगा”  मैं:- जवानी होती ही गरम है डॉली उम्म्म उसका मज़ा ही कुछ अलग है मैने अंगड़ाई लेते हुए कहा  “खैर ललिता को क्या हुआ” मैने डॉली से पूछा  डॉली:- शायद फुड पाय्ज़निंग है, अभी ठीक है, थॅंक्स फॉर आस्किंग  मैं:- और तू, ठीक है ? हुलिए से तो लग नहीं रहा तेरे, कपड़े ऐसे पहने हैं जैसे काम वाली है तू यहाँ की  डॉली:- माइंड युवर टंग पायल इतना सुनके मैं निकल गयी वहाँ से, और वहाँ से जाते जाते बोली नहा के कुछ कपड़े चाहिए तो ले लेना मुझसे, ढंग के हैं मेरे पास, ये कहके मैं निकल गयी और मुझे खुशी हुई जैसा मैं चाहती थी ठीक वैसे ही हुआ  मैं भाग के नीचे गयी और अपने मोबाइल में कुछ चीज़ डाउनलोड करने रख के मामी के पास गयी  “मामी, जल्दी खाना दो ना, बहुत भूख लगी है, ख़ाके सोना भी है, नींद ही पूरी नहीं हुई” मैने नेहा मामी से कहा  “हां बेटे, 5 मीं रूको अच्छा सुनो, खाना ख़ाके अच्छी तरह दरवाज़ा बंद कर लेना, शन्नो और मैं बाहर जा रहे हैं, घर का सामान लेना है और कुछ कपड़े भी” मामी ने कहा  “ओके मामी आप आराम से जाइए” मैने कहके वापस अपने कमरे में गयी और देखा तो मेरी चीज़ डाउनलोड हो चुकी थी  “बेटे आ जाओ खाने” नेहा मामी ने बाहर से पुकारा  मैं दौड़ के बाहर आई और खाने बैठ गयी कुछ देर में डॉली भी आ गयी और आके खाने बैठी  नेहा मामी ने खाना दिया उसे और ललिता की तबीयत के बारे में भी पूछने लगी बार बार डॉली को देख के मुझे काम वाली याद आ रही थी मेरे घर की मैं हँसने लगी मन ही मन में और खाना फिनिश करके बैठ गयी बातें सुनने  “चलें दीदी ” शन्नो ने नेहा मामी से पूछा  दोनो जल्दी से चले गये और मैं दरवाज़ा बंद करके वापस अंदर आई डॉली अभी नीचे ही थी  “अच्छा सुनो, नहा के याद है ना, कपड़े चाहिए तो” मैं बोलके हँसने लगी और अपने कमरे में चली गयी मैं जैसे ही अपने कमरे में गयी, मैने खिड़की बंद की और दरवाज़ा खुला छोड़ा कुछ देर में मैने देखा डॉली नहाने गयी है मैने तुरंत अपना फोन उठाया और डाउनलोड की हुई पॉर्न मूवी देखने लगी  मूवी देखते देखते मैने अपने शॉर्ट्स उतार दिए और अपनी चूत को धीरे धीरे रगड़ने लगी मैं लेज़्बीयन मूवी देख रही थी मूवी देखते देखते मेरी चूत रगड़ने की स्पीड बढ़ गयी और मैं एक हाथ से चूत रगड़ने के दूसरे हाथ से अपने चुचियों को मसल्ने लगी  देखते देखते मैं एक दम नंगी हो गयी मूवी साइड में करके अपने पेर फेला दिए और ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत के दाने को मसल्ति हुई बोली  “आहहहहाहा मेरे भाई अहहहहहा ज़ोर से चोदो ना अपनी बहेन को अहाआहहा मेरे सैयाँ लव यू अहहहहहा, फक मी हार्ड ना अहहहा”  मैं अपनी मस्ती में लगी हुई थी , तभी दरवाज़े के पास मुझे कुछ आवाज़ सुनाई दी, तो डॉली वहाँ सिर्फ़ टॉवेल में खड़ी थी ना कुछ बोल रही थी, ना कुछ देख रही थी आँखें बंद करके वो भी नीचे अपनी चूत को सहला रहा थी और हल्की हल्की सिसकारी भर रही थी  मैं बेड से उठ के उसके पास गयी और उसका हाथ पकड़ के अंदर लाई, इससे उसका ध्यान टूटा और वो मुझसे नज़रें चुरा रही थी  जैसे ही हम बेड पे आए, मैने दरवाज़ा बंद किया और डॉली को देखने लगी उसका गदराया शरीर, दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है  उसके बालों से पानी टपक रहा था, उसके 38 के चुचे, उसकी मूसल जांघे, ऐसा लग रहा थे साउत इंडिया की कोई हेरोयिन है  मैं उसके पास जाके बैठ गयी  “पायल मैं” डॉली ने बोलना चाहा, बुत मैने उसके होंठों पे उंगली रख दी “ष्ह्ह्ह्ह ” मैने उसे बोला मैने तुरंत उसके नरम होंठों को चूसने का कार्य शुरू किया उसके होंठों का रस पीक मुझे एक अजीब सी हलचल होने लगी चूत में  थोड़ी देर बाद डॉली भी मेरा साथ देने लगी और मेरी जीभ को चाटने लगी मैं उसके नीचे के होंठ को चूसे जा रही थी  “उम्म्म्म अहहहहहा राइट हियर पायल, येस अहहहहहा युवर सो हॉट अहाहहाहहाहा उम्म्म्मम” डॉली बोले जा रही थी  किस को तोड़के मैने उसके टवल को उतार दिया और उसको चुचों को मूह में लेने लगी इतने बड़े चुचे मेरे मूह में समा ही नहीं रहे थे  मैं एक हाथ से उसके निपल को सहला रही थी और दूसरे से उसके चुचे को चूस रही थी “आहहाआहः सीईईई उम्म्म्म हाना कर ना और आहाहहाहा हनाणाअना माँ ओा अहहाहा”  मैं उसकी तडप देख के निपल को छोड़ के, दूसरे हाथ से उसकी चूत सहलाने लगी, जो बहुत ज़्यादा गीली हो चुकी थी  “अहहहहहाः हान्ना और तेज़ कर ना अहहहहहहा आहाः बेबी, ओह चोद ना मुझे तेरी जीभ से अहाहाहः पायल अहहहहहा, तेरी चूत दे ना अहहा ओहमामममम मर गयी मैं अहहहहहा बहुत मज़ा आ रहा अहैइ अहहाहा”  मैं तुरंत उसके उपर से उठके 69 पोज़िशन में आ गयी और उसकी चूत पे जीभ रख के चाटने लगी  ” अहाहहाहा डॉली उम्म्म और मज़ा दे ना मेरी बहेन अहाहाहाहा ज़ोर से चोद ना अपनी पायल को उम्म्म आहहहहहहा मैं सिसकारियाँ भर के बोले जा रही थी हम एक दूसरे को चोदे जा रहे थे अपनी जीभ से और बड़बड़ाने लगे  ” अहहहहहाहा ह्म अहहहाहा मेरी बहेन आहाहाहा चोद ना पायल अहहहाहा हननाना मेरी डॉली अहहहहा चोद तो रही हूँ आ आ आ मज़ा दे ना और अहहहहहहहहः” ऐसी आवाज़ों से पूरे रूम का समा बंद चुका था मैं झड़ने वाली थी, पर इतना जल्दी झड़ना नहीं चाहती थी, मैने तुरंत डॉली के उपर से उठ के अपने पेर उसके पेर से मिला लिया जिससे हमारी चूत भी मिलने लगी,, और हम एक दूसरे की चूत घिसने लगे हम एक दूसरे की आँखों में ही देख रहे थे और चूत घिसे जा रहे थे आँखों में सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स का नशा , वासना भरी हुई थी हमारी  “अहहहहः इतना मज़ा देती है अहहहः भाई के तो आहाहहहा मज़े हैं अहहामांमा”  “ओह्ह्ह्ह हहहाहाहा, तो तू भी आजा ना हमारे साथ फिर अहहहहहहा डबल मज़ा मिलेगा तुझे अहहहहाहा मेरी बहेन अहहहवह”  देखते देखते हम करीब 2 मीं में झाड़ गये और पूरी बेडशीट हमारे इस संभोग का सबूत बन चुकी थी  झड़ने के बाद डॉली को होश ही नहीं रहा और बेड पे ही सो गयी, जैसे मर गयी थी मुझे ऐसा लगा  इतनी सेक्स के बाद मैं बाथरूम जाके फ्रेश हुई, और बाहर आके कपड़े पहने डॉली अब तक सो रही थी मैने उसपे एक नज़र मारी  उसकी वो बाहर निकली हुई गान्ड एक दम वेल्वेट जैसी, इतनी मुलायम, उपर से उसकी गान्ड का छेद देख के मुझे फिर से चूत गीली लगने लगी  मैने कंट्रोल किया और जाके भाई को एक मसेज किया  “वन डाउन एंजाय !!! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है  ” मैने भाई को स्मस कर दिया  स्मस करके मैं डॉली के पास चली गयी वो अभी भी नंगी थी और सोई हुई थी गहरी नींद तो नहीं थी, बट थकि हुई लग रही थी  मैं लेज़्बीयन बनती जा रही हूँ क्या मैने सोचा  फिर मैने अपने सब ख़यालों को झटक के, डॉली के सर पे हाथ घमाया और उसे उठाया  “उठ जा डॉली अब कितना सोएगी तू”  “उम्म्म तूने आज इतना परेशान किया, तो सोने दे ना थोड़ी देर प्लीज़ ” डॉली ने आलस खाते हुए कहा  “चल ना अब, ललिता आ जाएगी तो वो क्या सोचेगी” मैने ज़ोर देते हुए कहा  मेरी बात अनसुनी करके डॉली ने मुझे अपने उपर खींचा और मुझे पकड़ के मेरे कंधों से अपने होंठों को मेरे होंठों से फिर चूसने लगी  “उम्म्म्म अहहहहहाहा डॉली छोड़ ना अहहहः कोई आना जाए अहहाहा, छोड़ अब” ये कहके मैं उससे दूर हट गयी और डॉली खड़ी हो गयी  ” अच्छा, चल अब एक काम करेगी प्लीज़” डॉली ने कहा  मैं:- क्या हुआ बोल  ” भाई का लंड दिलवा दे ना यार, कितने दिन हो गये इस चूत में लंड ही नहीं गया ” डॉली ने अपनी चूत मसल्ते हुए कहा  “मैं सोचूँगी बाद में, चल जा पहले तू हुलिया ठीक कर और अपने रूम में जा जल्दी” मैने उसे बाथरूम में धक्का देते हुए कहा  उसके अंदर जाने के बाद मैं अपने होश में आई मोबाइल देखा तो भाई का कोई जवाब नहीं था कुछ देर में डॉली बाहर आई टवल लपेट के  “उम्म्म्म मेरी पायल, प्लीज़ सोचना ना के बारे में तीनो मिलके मज़ा करेंगे ”  “अच्छा चल ठीक है, मैं जो कहूँगी तू वैसा करेगी, तभी मैं कुछ सोच सकती हूँ इस बारे मैं” मैने कहा  “क्या करना है, मेरे बस में होगा तो करूँगी पक्का” डॉली ने भीख माँगते हुए कहा  मैं:- वो मैं तुझे बाद में बताऊँगी, अब चल पहले तू जल्दी निकल नहीं तो ललिता को शक ना हो  जैसे तैसे करके डॉली गयी और मैं वहीं बैठे बैठे कुछ सोचने लगी इतने में भाई का स्मस आया  भाई:- क्या कह रही है, और तू क्या करने में लगी हुई है, मुझे बताएगी के नहीं  मैने तुरंत भाई को कॉल किया  मैं:- हेलो स्वीटी पिए, क्या कर रहे हो  भाई:- दिमाग़ लगा रहा हूँ, पर काम में नहीं, तेरी बातों को समझने में, मैं:- ओफफो भाई अच्छा आज ज़्यादा काम मत करना रात को मैं आपकी थकान बढ़ाने वाली हूँ  इससे पहले भाई कुछ और बोलते मैने फोन कट कर दिया और डॉली के पास जाने लगी  जैसे ही मैं उनके पास पहुँचने वाली थी, तभी  “तू देखना छोटी पायल को लगता है मैं फँस रही हूँ, अच्छा हुआ मम्मी ने बता दिया मुझे के पायल को हमारे प्लान के बारे में पता चल गया है नहीं तो आज मैं कहीं लंड लेने के चक्कर में उसे वादा नहीं कर देती”  ललिता:- थोड़ा संभाल के दीदी आज जब रात को चुदाई करोगे तुम तीनो, मैं आके आपको पकड़ लूँगी और फिर हम पायल को ब्लॅकमेल करके उसे इसमे से निकाल देंगे रही उस की बात, वो आगे देखेंगे, इतना सुनके मैं वापस नीचे मूड गयी और अपने कमरे में जाने लगी मैने तुरंत जाके भाई को स्मस किया  मैं:- रात को जल्दी निकलना और सीधे होटेल ****** में आना, रूम नंबर विल मसेज यू लेटर  भाई:- तेरे इरादे कुछ ठीक नहीं लग रहे ओके डन, मैं 11 बजे पहुँचुँगा मैने टाइम देखा तो शाम के 4 बज रहे थे मैं थोड़ी देर सोने लगी, पर नींद मीलों दूर थी मैने डॉली को स्मस किया… दोस्तों मजे से पढ़ते रहिये मस्तराम डॉट नेट पर मेरी चुदक्कड बहने और मुझे कमेंट कर कहानी की प्रतिक्रिया बताते रहिये और अगले पार्ट में पढ़िए मस्त चुदाई का मजा |

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