प्रेषक : राहुल
दोस्तों मैं यानि आपका राहुल एक और नई कहानी के साथ हाजिर हूँ ये कहानी तब की है जब मेरी उमर मेरी उमर 24 साल थी और मैं इंजीनियरिंग कर के नौकरी तलाश रहा था ,मेरी दो चचेरी बहन है पहली की उमर 15 और दूसरी की 22 साल है . एक का नाम सुनीता है और दूसरी का नाम रागिनी है.ये अभी कुछ दिन पहले की बात है. मेरी दोनो चचेरी बहन छूत्टियाँ बिताने हमारे घर आई हुई थी. मेरे मोम और डॅड दोनो ही सर्विस करते है. सो सुबह दोनो ड्यूटी पर निकल जाते है. मैं घर पर अकेला थे .मेरी बड़ी चचेरी बहन रागिनी(21 एअर) शॉपिंग के लिए गयी थी और छोटी चचेरी बहन सुनीता(16 एअर) इसी शहर मे हमारे एक रिलेटिव के घर गयी थी. सुनीता का अड्मिशन हो गया था फॅशिन डिज़ाइनिंग मे और उसे अगले दिन हॉस्टिल जाना था. उस दिन मैं अपने रूम मे बैठ कर चतिंग कर रहा था. उसी समय मैने बाहर देखा तो आसमान मे बड़े घने बदल दिखे. मैने फोन से रागिनी और सुनीता से बात की सुनीता ने कहा कि वो शाम तक आएगी लेकिन रागिनी ने कहा कि बस थोड़े देर मैं वो घर आ जाएगी ,शी ईज़ ऑन दा वे. फिर मैने देखा कि जोरो से पानी पड़ना स्टार्ट हो गया. मुझे बरसात मे नहाना बहुत अच्छा लगता है इस लिए तुरंत हाफ पॅंट पहन कर छत पर चला गया और बारिश मे भीग कर बारिश का मज़्ज़ा लेने लगा.थोड़े देर मे दरवाजे की घंटी बजी. मैं भीगा हुआ ही नीचे आया और डोर को खोला मैने देखा कि दरवाज़े पर रागिनी खड़ी है और वो पूरी तरह से भींगी हुई हैजब मैने दरवाज़ा खोला तो वो अपने दुपट्टे को हाथ मे लेकर उससे पानी निचोड़ रही थी इस लिए उसके बूब्स मुझे दिखे पानी मे भीगने की वज़ह से उसकी पूरी ड्रेस उसके बदन से चिपक गयी थी.
मैने देखा कि उसकी ब्लॅक ब्रा उसके पिंक सूट से नज़र आ रहा था और उसकी चुचि (बूब्स) उपर से आधे वाइट और गोल नज़र आ रहे थे. मुझे तो देखते ही मदहोशी छाने लगी और मेरा लंड खड़ा होने लगा.तभी वो अंदर की तरफ आई मैने पीछे से उसकी गांद(आस)को बड़े गौर से देखा वाउ एक दम गोल गोल और मस्त लग रही थी. मैं उसके पीछे भीतर गया और पूछा कि पानी मे भीगने की क्या ज़रूरत थी तो रागिनी ने कहा कि मैं पास मे ही थी तो बारिश स्टार्ट हो गयी और वैसे भी मुझे पानी मे भीगना अच्छा लगता है.
तो मैने कहा कि ठीक है मैं छत पर जा रहा हू बरसात मे नहाने. ये कह कर मैं उपर आ गया और नहाते हुआ रागिनी के फिगर के बारे मे सोचने लगा.तभी मैने देखा की रागिनी भी उपर आ गयी और पानी मे भीगने लगी. इधर पानी पूरे ज़ोर से बरस रहा था मैं तो यही चाह रहा था कि वो उपर आ जाए.मैं रागिनी से नज़रे बचा कर उसके भीगे बदन को देख रहा था मैने देखा कि उसके गुलाबी होंठ एक दम लाल हो गये है और उसकी आधी चुचि उसके सूट से निकलने को बेताब है और उसके सुडौल पैर एक दम मस्त लग रहे थे .मेरा तो मूड खराब होने लगा और मैने सोचा कि अब तक अपनी प्यारी चचेरी बहन को सिर्फ़ ख्यालो मे चोदा आज इससे रियल मे मज़्ज़ा लिया जाए. जो होगा देखा जाएगा ये सोच कर मेरा लंड खड़ा होने लगा इधर रागिनी पूरे मध्होशि मे भींग रही थी. थोड़ी ही देर मे मेरा लंड मेरे हाफ पॅंट मे खड़ा हो गया था और उपर से साफ दिख रहा था ,मैने देखा कि रागिनी की नज़र मेरे पॅंट पड़ रही उसने देखा और फिर थोड़ी सी मुस्करा कर भीगने मे मस्त हो गयी. उसके पूरे बदन पर बरसात का पानी पड़ रहा था और उसके होंठ एक दम गुलाबी होते जा रहे थे ,इधर मुझसे रहा नही जा रहा था मैं धीरे से रागिनी के पीछे गया और उसे पीछे से कमर मे हाथ डाल कर उठा लिया इससे मेरा लंड उसकी गांद से एक दम सॅट गया. रागिनी तुरंत मुझे झटकते हुआ आलग हो गयी और बोली कि “ये क्या कर रहे हो भैया” ,तो मैने उससे बोला “रागिनी आज तुम ग़ज़ब की लग रही हो मैं तुम्हे प्यार करना चाहता हू”मैं तुम्हे बचपन से चाहता हू और तुमसे प्यार करना चाहता हू” तो रागिनी ने “बोला कि आपको शरम नही आती अपनी चचेरी बहन के बारे मे ऐसा सोचते है” तो मैने कहा मेरी रानी जब तुम्हे मेरे लंड देखने मे और मेरे सामने आधे नंगे बदन नहाने मे शरम नही आ रही तो मुझे कैसे आईगी .
ये बोल कर मैने उसके सर को पकड़ कर अपने होंठ उसके होंठो से सटा दिए और ज़ोर से उसके होंठो को चूसने लगा और मैने एक हाथ से उसकी राइट साइड के चूतड़ को दबाने लगा और लेफ्ट साइड मे मैने हाथ से कमर को पकड़ा,मैने रागिनी को ज़ोर से पकड़ा था और वो मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी. मैं 3 मिनिट तक उसके होंटो को चूस्ता रहा और उसके चूतड़ दबाता रहा . ओह माइ गॉड क्या बड़े बड़े और मस्त चूतड़ थे उसके मुझे तो जन्नत लग रहा था ,फिर मैने देखा की अब कुछ कुछ रागिनी भी कमजोर पड़ती जा रही थी क्योकि मैने उसे बड़ी ज़ोर से पकड़ा था. पानी अभी भी पूरे रफ़्तार मे बरस रहा था. मैने रागिनी के होंटो को छ्चोड़ उसकी चुचियो को उसके सूट के उपर से ही दबाने और चूसने लगा अब मैं पूरे जोश मे आते जा रहा था. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
मैने रागिनी की सलवार का नाडा खिच दिया. सलवार लूस होकर रह गया. क्यूकी उसका बदन से गीला होकर चिपका हुआ था. मैने उसे उसकी गांद से नीचे कर दिया. और एक हाथ अंदर डाल कर उसके पॅंटी मे हाथ को डाल दिया और उसे सहलाने लगा. रागिनी अब सिर्फ़ मुझे “छ्चोड़ दो भैया ये ग़लत है” ऐसा बोले जा रही थी लेकिन मैं कहा सुनने वाला था मैं तो अपनी धुन मे ही था और उसके गांद और चुचि को दबाए जा रहा था. मैने उसकी सलवार को नीचे से पकड़ कर हाथो से खिचने लगा और मैने उसकी सलवार नीचे से ज़ोर से खिच कर उतार दिया उसकी नंगी टाँगो को देख कर मुझे और जोश आ गया और मैं उसकी टाँगो को चूमता हुआ उसकी टाँगो पर पड़ने वाली बूँदो को चूस रहा था और अपनी जीब से उसकी चिकनी टाँगो को चाट और चूम रहा था. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
टाँगो को 5 मिनिट तक चूमता रहा और रागिनी अब उसे भी अब मज़्ज़ा आने लगा था वो सिर्फ़ आँखे बंद किए हुई थी मैने अब तुरंत उसकी समीज़ भी उपर से खिच कर निकाल दी अब और उसे ज़मीन पर लेटा दिया, छत के चारो तरफ से बौंड्री होने के कारण हमे कोई भी अगाल बगल के लोग नही देख सकते थे अब मेरी प्यारी चचेरी बहन रागिनी ब्रा और पॅंटी मे थी. मैने उसके गोरे बदन को देखकर पागल हो गया एक तो गोरा ओर मासल बदन उपर से पानी का पड़ना, क्या बताऊ दोस्तो ग़ज़ब की फिगर लग रही थी.मैने उसके पेट को पहले चूमा और चूमते हुए उसके चुचियो की तरफ बढ़ा मैने अब रागिनी की एक हाथ से चुचि दबाना स्टार्ट किया और रागिनी के होंठो को चूसने लगा. रागिनी अब थोड़ी जोश मे आ गयी थी और सीई सीयी सीयी स आहह..उम्म्म्म…संजूऊू..उफफफ्फ़..एमेम..की आवाज़ निकाल रही थी. मैने रागिनी के ब्रा को खोल कर उसकी चुचियों को उपर से आज़ाद कर दिया उसके टाइट ब्रा के खुलते ही उसकी प्यारी और मस्त चुचिया आज़ाद हो गयी मैने उस्स्की चुचियो के निपल को दबाने लगा और बीच बीच मे उसे चूस और बाइट भी कर रहा था,
मैं धीरे धीरे उसके बदन को चूमते हुआ रागिनी के जाँघो के पास आया और रागिनी की गुलाबी पॅंटी को खींच कर उतार दिया मैने जैसे ही पॅंटी उतारी रागिनी ने अपने पैरो को मोड़ लिया जिससे उसकी चूत च्छूप गयी. पानी अभी भी पड़े जा रहा था. मैने रागिनी के दोनो पैरो को ज़ोर लगा के हटाया रागिनी की चूत गुलाबी और टाइट लग रही थी और उस पर ब्लॅक कलर के हल्के बाल थे मैं अब उसकी चूत को चूमने लगा मैने रागिनी रानी की गुलाबी चूत के दोनो फांको को हटाया और उसे अपनी जीभ से चाटने लगा . वाउ क्या टेस्ट था मेरी चचेरी बहन की चूत का मैं उसकी चूत को चूस्ते जा रहा था मैने देखा अब रागिनी भी जोश मे आ गयी थी और उसके मूह से आहह आ अहह अहह ह आआअसस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आस्स्स्स्स्स्सस्स आस्स्स्सस्स ष्ह.. हाईईईई..माआआअ… अच्छाअ.लग रहा हाईईईई.. कारू.. की आवाज़ आ रही थी. करीब 10 मिनिट रागिनी की चूत चूसने के बाद मैने रागिनी की टाइट चूत मे एक उंगली घुसा कर फिंगरिंग स्टार्ट कर दी रागिनी मेरे हाथ को पकड़ कर निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैने उसके हाथो को हटाए रखा और उसकी फिंगरिंग करता रहा मैने देखा कि उससे वाइट टाइप का कोई चिपचिपा पानी जैसी चीज़ चूत से निकल रही है मैं समझ गया कि मेरी रानी का चूत का पानी गिरने लगा है मैने झत से झुक कर उसे चाटने लगा जैसे ही मेरी जीभ चूत के अंदर गयी रागिनी एक दम पागलो की तरह आआआअहह आआहह ह ऊऊऊऊ ऊऊओ आआआआअहह..ओह…माआ..इष्ह….. उफफफफफफफफफफफ्फ़.. ज़ोर से..और ज़ोर सीईए… चटूऊऊओ…. किए जा रही थी. उसने ना जाने कितना पानी मेरे मुँह के अंदर डाला. मेरा 7.5 इंच का लंड भी अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, अब मुझे देर करना ठीक नही लगा सो मैने अपनी पॅंट निकाल दी.
अंदर अंडरवेर नही था. मैने रागिनी के पैरो को उठा कर फैलाया और अपना लंड का सूपड़ा उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा, मेरा आधा लंड मेरी प्यारी चचेरी बहन रागिनी की चूत मे घुस गया और रागिनी की ज़ोर से चीख निकल गयी “अहह मुम्मय्ययययययययययी आआआआहह ऊऊहह दरर्रदद्ड़ हूओ र्र्र्र्र्र्र्रररहहााअ हाइईईईईई आआआआहह “भैया दर्द हो रहा है निकालो जल्दीीई आआआआआआहह .. मैं.. मर जौंगिइिईईईईईईईईईईईईई…. बहुत दर्द हो रहा हाईईईईईईई….. उसकी चूत से खून निकल कर छत के फ्लोर पर फैल रहा था.. उसकी सील टूट गयी थी.. लंड का सूपड़ा अंदर फँस गया था…और वो धीरे धीरे रोने लगी , मैने उससे कहा मेरी जान बस थोड़ी देर मे मज़्ज़ा आने लगेगा और ये कह कर मैं उसके उपर लेट कर उसके गुलाबी निपल को चूसने लगा और उसकी चुचियो को दबाने लगा फिर भी रागिनी अपने सिर को दोनो तरफ हिला रही थी और मुझे हाथो से धकेल कर हटाने की कोशिश कर रही थी. उसका मुँह से हुशह..हाअ…ही आहह आह की आवाज़ आ रही थी. मेरा आधा लंड रागिनी की चूत मे था और फुफ्कार रहा था और मुझसे बर्दस्त नही हुआ और मैने रागिनी की कमर को हाथो से पकड़ कर ज़ोर से एक शॉट और दिया और इस बार मेरा पूरा लंड रागिनी की चूत मे घुस्स गया मैने तुरंत अपने एक हाथ से उसका मूह दबा दिया जिससे रागिनी की आवाज़ दब के रह गयी मैने देखा दर्द से रागिनी के आँखो से आँसू गिर रहे थे और वो ज़ोर ज़ोर से अपनी कमर को हिला रही थी ताकि मेरा लंड उसकी चूत से निकल जाए .मैने झुक कर उसके आँसुओ को चूस लिया और फिर उसके मूह से हाथ को हटा कर उसके होंटो को चूसने लगा थोड़े देर ऐसे ही करने के बाद मैने आपने लंड को बाहर ताकि निकाल कर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड रागिनी की चूत के जड़ तक घुस गया अब मेरे लंड का बॉल और उसकी चूत का बॉल एक दम सत गया था मैं पूरे जोश मे रागिनी की चुदाई करने लगा .नामिया के मूह से सिर्फ़ कराह निकल रही थी वो” आआआअहह अहह अहह ऊऊऊऊहह “किए जा रही थी.. करीब 10 मिनिट मे वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी..आआहह.. भैया… मुझे कुछ हो रहा है… कुछ निकलेगाआ… मैं समझ गया वो झड़ने वाली है.. मैने स्पीड और तेज कर दी.. वो मुझसे चिपक गयी और अपने पैर मेरे कमर से लप्पेट दिए.. उसने पहली बार मेरे होंटो को चूमा और वैसे चिपक कर झाड़ गयी… मैं रुका नही.. उसे किस किया और मैं उसे ज़ोर ज़ोर से चुचियो को दबाते हुए बहुत कस कस के उसकी टाइट चूत मे लंड आगे पीछे किए जा रहा था. करीब 15 मिनिट लगातार चोदने के बाद मैने देखा कि अब रागिनी थोड़ा शांत लग रही थी और आँखे बंद करके आअहह ह ह किए जा रही है मैने अपने लंड को चूत से बाहर निकाला और रागिनी की कमर को पकड़ कर उसे डॉगी स्टाइल मे कर दिया रागिनी घुटनो के बल डोगी स्टाइल मे हो गयी क्योकि मैं रागिनी को गांद की तरफ से चोदना चाहता था ताकि उसकी रसबरी गांद का मज़्ज़ा भी ले सकु .उसके बाद मैने रागिनी रानी की चूत मे अपना लंड पीछे से लगाया.. थोड़ा उसे गांद और चूत पर रगड़ा.. उसने अपनी चूत उभार दी.. मैने अपने लंड को चूत मे घुस्सा कर उसे पूरी रफ़्तार से चोदने लगा ,चोदते समय मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे जा रहा था,मैं उस समय हैवान के जैसा फील कर रहा था इस तरह और 15 मिनिट की चुदाई के बाद मैने तेज धक्को के साथ मेरा लंड उसका चूत मे घुसेड़ा और अंदर करीब 7-8 गरम पिचकारी मार के चूत को भर दिया. उसकी गरमी से रागिनी भी सिहर कर झाड़ गयी.इस तरह से मैने आपना रस रागिनी के चूत मे ही गिरा दिया .
मैं अब पूरी तरह से थक गया था मैं रागिनी के बगल मे ज़मीन पर उस मूसलाधार बरसात मे ही लेट गया, रागिनी भी आँखे बंद करके लेटी हुई थी. मैने सोए हुआ सोचा कि मैने क्या कर दिया पता नही रागिनी क्या करेगी इतने मे रागिनी मेरी तरफ मूड कर के बोली “भैया आप बहुत बेदर्दी से करते हो, मेरी चूत की क्या हालत कर दी है.. थोडा प्यार से नही कर सकते थे. एक तो तुम्हारी लंड इतना मोटा और सख़्त है उपर से तुम्हारी धक्के.. पूरे एक घंटे चोदा तुमने मुझे.. देखो चूत कैसी हो गयी है.. मैं हाथ भी नही लगा पा रही ..सूज गयी है और दर्द भी हो रहा है.” दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
मैं तो ये सुन कर हैरान था. मुझे तो लगा था कि वो मुझे दाँटेगी और मेरे मोम डॅड से शिकायत की बात कहेगी. लेकिन उसने ऐसा कुछ नही कहा. फिर उसने बोला कि भैया मुझे मालूम था कि मेरे सोने के बाद आप मेरी पॅंटी से मेरी चूत मे उंगली करते हो और जब आप ब्लू फिल्म देखते थे तो मैं भी छुप कर देखती थी. इस पर मैने पूछा कि तो तुमने कुछ बताया क्यो नही. तो रागिनी ने बोला भैया मुझे भी मज़्ज़ा आता था. लेकिन बोलने मे शरम भी आती थी. और ये कह कर वो मुझसे लिपट गयी और मेरे गालो को किस करने लगी. थोड़ी देर मे हमे ठंड लगने लगी और पानी भी बरस रहा था. इस लिए हम दोनो सीढ़ी पर आकर टवल से अपने बदन को पोछने लगे तभी रागिनी को नंगे देख कर मुझे फिर से जोश आने लगा. मैने पीछे से जाकर रागिनी को फिर से पकड़ लिया . अब मैं उसके मखमली बदन और उसके मस्त गांद को चूमने लगा और रागिनी प्यार से बोल रही थी “छ्चोड़ो ना भैया क्या कर रहे हो अभी तक मन नही भरा” मैने बोला माइ लव तुमसे कभी दिल भर सकता है और मैं उसके पैरो और गांद(आस )को चूमते रहा. थोड़ी देर पूरे बदन को चूमने के बाद रागिनी भी थोड़ी जोश मे आ गयी. मैने कहा कि रागिनी मैं इस बार तुम्हारी गांद भी मारूँगा तो उसने मना कर दिया बोली की नही भैया, मैं नही मरवाउन्गि मुझे बहुत दर्द होगा. मेरी एक शादीशुदा सहेली ने बताया की गांद मरवाने से बहुत दर्द होता है और तुम तो बहुत बेदर्दी से करते हो. तो मैने बोला कि नही मेरी जान इस बार मैं धीरे धीरे करूँगा ,तो बहुत मिंन्नत करने के बाद वो बोली की ठीक है लेकिन धीरे धीरे, मैने चचेरी बहन को कहा कि वो एक टांग को दीवाल के सहारे फैला दे उसने वैसा ही किया और मैने आपने लंड का सूपड़ा उसकी चूत पर रख कर और उसके कमर को ज़ोर से पकड़ा और लंड को घुस्सा दिया और उसे चोदने लगा ,ऐसा करने से उसके मूह से ज़ोर से “आआआअहह” निकल गयी थी ,मैं उसके गांद के साइड से उसे खड़े खड़े चोद रहा था और रागिनी मेरे बालो को और हाथ को पकड़ कर “आअहह आआहह आहह आस्स्स्स्स्स्स्स्सिईई सस्स्स्स्स्स्स्स्साइीइ की आवाज़ निकाल रही थी” करीब 10 मिनिट चोदने के बाद मैने देखा की रागिनी ढीली पड़ गयी थी मैं समझ गया कि इसका पानी निकल गया है फिर मैने अपना लंड उसकी चूत से निकाल कर रागिनी को झुकने को कहा और उसकी गांद पर सूपड़ा रख दिया और हल्का सा धक्का दिया लेकिन मेरा लंड भीतर नही जा रहा था .मैने तुरंत अपने मूह से थूक निकाल कर थोड़ी सी गांद के छेद पर और अपने लंड पर लगाई और फिर से गांद के छेद पर रख कर ज़ोर से पेला इस बार मेरा सूपड़ा अंदर चला गया रागिनी ज़ोर ज़ोर से आहह भरने लगी वो चिल्लाईयौर बोली” आआआआहह.. भैय्ाआआ… निकालूओ… फट गाइिईईईई मेरी गांद…. कितना मोटा हाईईईई… दर्द हो रहा हाईईईई…..निकाल लो भैया बहुत दर्द हो रहा है “मैने बोला “थोड़ी देर रुक जाओ “और मैं उसकी कमर पकड़ कर ज़ोर से 3-4 शॉट मारा और मेरा पूरा लंड उसकी गांद मे घुस्स गया रागिनी ज़ोर ज़ोर से कराह रही थी और मैं उसके चुचि को दबा रहा था और अपना लंड उसकी मस्त गांद मे अंदर बाहर कर रहा था .रागिनी आआहाहह आआआअहह आह ऊऊओह किए जा रही थोड़ी देर के बाद रागिनी सिर्फ़ सीईईईईई सीयी सीईइ कर रही थी अब उसे भी मज़्ज़ा आ रहा था वो भी गांद को धीरे धीरे पीछे कर रही थी . 10 मिनिट पूरे ज़ोर से पेलाई के बाद ,मैने आपना पानी रागिनी रानी के गांद मे ही डाल दिया और मैं रागिनी के होंठो को चूमने लगा और हल्के हल्के उसके चुचि दबा रहा था.थोड़ी देर मे हम दोनो ठंडे हो गये .
रागिनी ने मुझे प्यार से मारते हुए कहा कि मैं आप से कभी नही ये सब करवाउँगा आप बहुत ज़ोर से करते हो और मुझे मारने लगी मैने उसे किस कर के शांत किया और बोला मेरी प्यारी नीलू मुझे माफ़ कर दो मैने तुम्हारे प्यार मे पागल होकर ऐसा किया और फिर हमने कपड़े बदले और जाकर सो गये .
आप लोगो को यह कहानी कैसी लगी प्लीज कमेट कर के बताये और आप लोग मुझे मेल भी कर सकते है मेरी मेल id है