गतांग से आगे ….
सिमरन समझ गई कि उसका बेटा उसकी मदमस्त फूली हुई कचोरी सी बुर को पैंटी के उपर से बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है, सिमरन ने सोचा उसका बेटा अपनी मा की ही नंगी जवानी को बड़े प्यार से देख और सहला रहा है, इन सब से सिमरन की चूत भी फूलने लगी और उसे अपने बेटे को अपना मदमस्त योवन दिखाने का मन करने लगा और उसकी फूली हुई चूत मे कीड़े रेंगने लगे और वह ना चाह कर भी सोचने लगी कि मेरे बेटे का लंड कितना बड़ा नज़र आ रहा है अगर ये मुझे नंगी कर के मेरी चूत मे अपना लंड पेले तो कैसा लगेगा यह सोचते ही उसकी चूत से पानी रिसना शुरू हो गया उसकी सोई भावना जाग चुकी थी और उसे अपना बेटा एक जवान मर्द लगने लगा था वह अपनी मोटी गुदाज जाँघो पर अपने बêते के हाथ के स्पर्श से मस्ताने लगी और अपनी आँख बंद कर के अपने बेटे के मोटे लंड की कल्पना करने लगी और उसका मन अपने बेटे को अपनी जवानी दिखाने का होने लगा और उसने जनभुज कर अपनी जंघे और चौड़ी कर ली जिससे किशन का अपनी मा की पॅंटी मे कसी हुई मस्त फूली चूत का उभार देख कर लंड झटके मारने लगा और उसका मन हुआ की अभी अपना मूह मा की दोनो जाँघो के भिच घुसा कर दबोच ले लेकिन वह ऐसा नही कर सकता था उसका लंड झटके मार रहा था सिमरन ने धीरे से अपने बेटे की ओर देखा तो वह अपना लंड पाजामे मे मसलता हुआ आँखे फाड़ फाड़ के मा की चूत देख रहा था और जाँघो को सहला रहा था तभी बाहर से किसी की आहट सुनाई दी किशन समझ गया दीदी नाहकार इधर ही आ रही है उसने झट से मा की साडी घुटने के नीचे पिंडालीओ तक कर दी और मा की पिंडलीओ के नीचे मालिश करने लगा. आकृति अरे मा सो गई क्या नही बेटा जाग रही हू किशन बेटा अब रहने दे तेरी मालिश से बड़ा आराम मिला है चल अब बस कर बेटा किशन अच्छा मा | किशन मा के रूम से बाहर आ कर जल्दी से बाथरूम मे गया और अपनी बहन की उतरी हुई पॅंटी को हाथ मे लेकर सूंघने लगा और मदहोश हो गया और पैंटी देख कर सोचने लगा कैसे ये पॅंटी दीदी की मोटी जाँघो और चूत पर कसी होती होगी वह कभी मा की फूली हुई चूत कभी बहन की चूत की कल्पना कर के मूठ मारने लगा और बहुत ही मस्त तरीके से झाड़ा. आकृति ने नहाने के बाद छोटी सी टी-शर्ट और स्कर्ट डाल के बाहर आ गई किशन सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था आकृति किशन से सॅट कर बैठ गई और वह भी टीवी देखने लगी उधर सिमरन पड़े पड़े सोचने लगी क्या किशन सचमुच मुझे चोदने की नज़र से देखता है क्या वह मेरे नाम की मूठ भी मारता होगा, वह बीते दिनो को सोचने लगी कैसे किशन उससे आकर चिपक जाता था उसके मोटे मोटे दूध मे अपना मूह दबा कर उससे लिपट जाता था कभी कभी मा मा कहकर पीछे से उसकी मोटी गांड से अपना लंड चिपका कर लिपट जाता था, तो क्या किशन मुझे चोदना चाहता है, क्या अपनी मा को नंगी देखना और उसको चोदना चाहता है यह सब सोच कर वह बहुत ज़्यादा पनिया गई और उसकी चूत अपने बेटे के लंड की कल्पना से पूरी चिकनी हो गई और उसने अपनी चूत मे उंगली डाल कर आँखे बंद करके बेटे के मोटे लंड से चुदवाने की कल्पना करने लगी और उसकी प्यास बढ़ने लगी. तभी फोन की घंटी बजी आकृति ने दौड़ कर फोन उठाया दूसरी ओर से आकाश की आवाज़ आई अरे आकृति कैसी है तू… आकृति मे ठीक हू भैया आप कब आ रहे हो आज हमने शापिंग भी कर ली है..आकाश मेरा काम हो चुक्का है आज रात तक आ जाउन्गा. अच्छा मा और पापा कैसे है और किशन कहाँ है .. आकृति सब ठीक है भैया ,, आकाश चल ठीक है रखता हू ओके भैया. तब तक सिमरन भी उठ कर बाहर आ चुकी थी .. सिमरन क्या कह रहा था आकाश .. आकृति मा वो आज रात तक आ जाएँगे. दोस्तों आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है |
मा अच्छा चल मे चाय बना लाती हू किशन दीदी चलो भैया की एंगेज्मेंट की तस्वीरे देखते है आकृति चल ठीक है और दोनो बही बहन फोटो आल्बम देखने लगे. जैसे ही संध्या का फोटो दिखा …रश्मि देख किशन भाभी कितनी सुंदर है किशन ललचाई नज़रो से संध्या के गुलाबी होठ और गाल देखने लगा और सोचने लगा क्या मस्त पटका है मेरी होनेवाली भाभी. दरअसल संध्या भी 24 साल की एक गदराई हुई बहुत ही कामुक लड़की थी उसकी गांड और चुचिया आकृति से थोड़े भारी लेकिन सिमरन से कम थे लेकिन थी वह बिल्कुल आकृति और सिमरन जैसी गदराई और भरे बदन की मालकिन हलकी वह खूबशुर्ती मे सिमरन और आकृति से थोडा ज़्यादा सुंदर थी लेकिन गांड के मामले मे सिमरन आकृति और संध्या दोनो को मात देती थी अगर सिमरन की नंगी गांड देख ले तो किसी का भी पानी छूट सकता था. किशन मन ही मन सोचने लगा ये तीनो सिमरन, आकृति और संध्या एक साथ नंगी हो जाए तो यही जन्नत नज़र आ जाएगी. दोस्तों आप यह कहानी मस्ताराम.नेट पर पढ़ रहे है |
रात को आकाश भी घर आ चुक्का था. अगले दिन से शादी की भी तैयारिया शुरू हो गई फिर वह दिन भी आ गया जब किशन संध्या को ब्याह कर घर ले आया आकृति और किशन बारात मे खूब नाचे, शादी के महॉल के बहाने किशन ने भी अपनी दीदी को खूब दबोचा लेकिन आकृति ने कोई ध्यान नही दिया क्यो की किशन से उसका चिपकना और एक दूसरे को छूना नॉर्मल था यहा तक कि कई बार तो दोनो अपने घर पर एक दूसरे से चिपक कर भी सो जाते थे तब किशन अपनी बहन के मोटे दूध को अपनी छाती से कई बार दबा चुक्का था और उसके मोटे मोटे चुतदो पर भी हाथ फेर चुक्का था. रात को सभी आकाश की सुहागरात की तैयारी कर के आकाश को उसके कमरे मे भेज दिया. सिमरन निमेश के साथ पलंग पर पड़ी हुई. निमेश आज आकाश की सुहागरात है…..
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