हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम योगेश है और में एक टीचर हूँ मेरी उम्र 26 साल है. दोस्तों आज में आप लोगों के लिए एक सच्ची सेक्सी कहानी लेकर आया हूँ, मै भी मेले में नहाने गया हुआ था और वहां पर मैंने बहुत मज़े किए. वहां पर लाखो लोग लड़कियां, औरते, आदमी सब नदी के तट पर नहा रहे थे और गीले कपड़ो में लड़कियों, औरतों को देखना बड़ा मजेदार था. कपड़े बदलते वक़्त लड़कियों के बड़े बड़े बूब्स दिख जाते और उनके कूल्हे दिख जाते और यह सब गजब का अहसास दिला रहे थे.
तो रास्ते में आती जाती लड़कियों की मोटी गांड को देखकर मेरी हालत बहुत खराब हो रही थी और मुझे हर पल जोश आ रहा था. दोस्तों मेरे केम्प में कुछ लोग पश्चिम बंगाल की औरते आदमी भी थे, लेकिन वो सब साधु संत के कपड़ो में थे. तो एक शाम को में अपने केम्प में मेरे साथ में रुके हुए साधुओं के साथ एक बड़े से कंबल में पैर डालकर बैठा हुआ था और हम सभी आपस में बातें कर रहे थे. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
अचानक मैंने ध्यान दिया कि मेरे पास में एक साध्वी भी बैठी हुई है जो करीब 38-40 साल की थी, वो हल्की सांवले रंग की थी और वो एकदम भरे हुए बदन वाली थी. में तो पहले से ही जोश में था, तो मैंने अपना एक पैर उसके पैर के करीब कर दिया और अपने पैर से उसके पैर को सहलाने लगा, लेकिन उसने कुछ भी नहीं कहा.
उसने मेरी तरफ एक हल्की सी स्माईल दी और अब में उसकी आँखो में एक अजीब सी चाहत देख चुका था और धीरे धीरे मेरा एक हाथ उसकी जांघ तक चला गया और फिर भी उसने मुझसे कुछ नहीं कहा. वो लाल कलर के गाउन टाईप कपड़े पहने हुई थी और मेरा हाथ धीरे धीरे से बहुत आगे तक चला गया. तभी अचानक से वो उठ खड़ी हुई और दो मिनट बाद वापस आई और मुझे कुछ ना करने का इशारा किया | दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
तो मेरा दिमाग़ एकदम खराब हो गया, लेकिन उसने मुझसे मेरा मोबाईल नंबर ले लिया और फिर रात में हम सब लेटे हुए थे, तब वो मुझसे मेसेज करके पूछने लगी कि तुम यह सब क्यों कर रहे थे? क्या तुम्हारा मन चंचल हो रहा था और तुम्हारा क्या कुछ करने का इरादा है? उसको देखकर मेरा मन तो पहले ही उसको चोदने का हो चुका था, मैंने साफ साफ मेसेज में लिखकर कह दिया कि तुम मुझे बहुत सेक्सी लगती हो में तुम्हारे ऊपर लेटना चाहता हूँ. वो उस मेसेज को पढ़कर लिखती है कि मन तो मेरा भी यही है, लेकिन यहाँ पर यह सब कैसे? यहाँ पर बहुत लोग है.
फिर मैंने लिखकर कहा कि में पहले बाहर निकलता हूँ और थोड़ी देर बाद तुम चुपके से बाहर आ जाना, लेकिन उसने साफ मना कर दिया और वो बोली कि मुझे इतना रिस्क नहीं लेना. तो मैंने उसकी इस बात का कोई भी जवाब नहीं दिया और में खुद उठकर बाहर निकल गया और फिर कुछ ही देर में वो भी मेरे पीछे पीछे चुपके से बाहर आ गई. फिर मैंने उसको एकदम पकड़कर चूमना चालू कर दिया और वो भी मेरा साथ देकर चूम रही थी और वो ज़ोर ज़ोर से मेरे होंठो को चूसे जा रही थी. में उसके सारे जिस्म पर हाथ फेरकर उसके एक एक अंगो का जायजा ले रहा था. फिर मैंने उसके कपड़े को ऊपर उठाया और मैंने देखा कि वो नीचे कुछ भी नहीं पहने हुई थी, मैंने उसकी चूत को सहलाया तो मेरा हाथ एकदम गीला हो गया.
फिर मैंने उसको लंड चूसने का ऑफर किया, लेकिन मुझे ज़रा भी भरोसा नहीं था कि वो ऐसा करने से हाँ कहेगी और वो नीचे बैठकर मेरे लंड को पेंट से बाहर निकालकर चूसने लगी और वो एक अनुभवी की तरह लंड चूस रही थी. तो मैंने थोड़ी देर बाद उसको पकड़कर खड़ा किया और अपने लंड को उसकी चूत के पास ले जाने लगा. तो मुझे याद आया कि मेरे पास कंडोम नहीं है. मैंने उससे कहा कि अब क्या करे? तो वो बोली कि हम दोनों अपने हाथों से काम चलाते है और फिर मैंने पहले उसकी गीली चूत में तीन उंगलियाँ घुसाकर आगे पीछे चलाई. तो वो बहुत जोश में थी और वो एक मछली की तरह तड़पती रही और मुझसे कहती रही कि प्लीज अंदर कर दो, लेकिन मैंने लंड नहीं डाला. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
अब उसको मैंने अपना लंड पकड़ा दिया और थोड़ी देर लंड चुसवाया. जब मेरा वीर्य बाहर निकलने वाला था, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसने मेरा लंड पकड़कर मुठ मारी और कुछ पल बाद हम अंदर आ गए. हम लोगों का मेसेज का दौर फिर से शुरू हो गया. तो वो बोली कि तुम बेदर्दी हो, मुझे कितना तड़पाया है. अपना पूरा माल बाहर निकाल दिया अंदर डालते तो गर्मी मिलती, बस यही सब बातें करके हम दोनों सो गये. फिर पूरे दिन हम दोनों करीब ही घूमते रहे और मौका मिलते ही किस कर लेते और फिर में शाम के समय मार्केट गया और कंडोम ले आया. अब में मूड बना चुका था कि आज तो इसको चोदकर ही दम लूँगा. तो रात हुई और फिर से हम दोनों ने सेक्सी मेसेज की शुरूआत की, लेकिन मैंने उसको यह बात नहीं बताई कि में कंडोम ले लाया हूँ. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
मैंने उसको मेसेज किया और कहा कि आओ ना बाहर, वो बोली कि नहीं आउंगी, तुम अंदर करते ही नहीं हो. तो मैंने कहा कि आज में अंदर करूंगा, बाहर तो आओ. यह मेसेज करके में बाहर निकल गया और वो कुछ ही देर में वहां पर आ गई. हम दोनों लिपट गए और एक दूसरे को चूमने लगे और मैंने उसको लंड चूसने दिया वो बहुत खुश दिख रही थी और वो खुद ही सब कुछ बिना कहे किए जा रही थी. में एकदम मदहोश हो रहा था और मुझे इस बात का अहसास हो रहा था कि क्यों जवान लड़की के मुक़ाबले शादीशुदा औरत एकदम ठीक होती है.
फिर अचानक से वो उठ गई और अपनी वो मेक्सी को ऊपर पेट तक पलटा कर झुककर खड़ी हो गई. उसके कूल्हे पूरे खुल गये थे और मैंने उसकी चूत को हाथ से सहलाया तो वो बोली कि जल्दी करो यार और मैंने झट से अपनी शर्ट की जेब से कंडोम निकाला लंड पर चड़ाकर चूत के पास कर दिया और उसकी कमर पकड़ ली. तो उसने अपना हाथ ले जाकर खुद ही लंड को पकड़कर अपनी चूत के अंदर घुसा लिया और सिसक उठी और मैंने भी धक्का मार कर उसको मज़ा देना शुरू कर दिया और वो मज़ा ले रही थी और सिसकियाँ ले रही थी और कह रही थी कि तुम्हारी बीवी बहुत खुशकिस्मत होगी, तुम बहुत मस्त चोदते हो और चोदो हाँ और ज़ोर से चोदो यार. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
में भी जोश में था तो में भी जोरदार धक्के देकर चोदने लगा और मैंने कहा कि तुम्हारे जैसी बीवी मेरी होती तो में उसकी रोज चुदाई करता और वो कुछ ज़्यादा ही जोश में थी और वो अपनी कमर को हिला हिलाकर चुदवा रही थी. यकीन मानो दोस्तों उसके बराबर सेक्सी औरत मैंने आज तक नहीं पाई थी. मुझे उसकी चुदाई करने में बहुत गजब का मज़ा आ रहा था और फिर कुछ देर बाद मैंने उसको पकड़कर कहा कि आगे से आकर चोदने दो ना. तो वो मुझे बड़ी बड़ी आँखे खोलकर घूर रही थी.
मुझे लगा कि मानो वो मुझे गुस्से में देख रही हो और मुझे लगा कि वो अब थप्पड़ मारेगी, लेकिन वो बिना कुछ बोले नीचे रेत में लेट गई और में उसके ऊपर आ गया और इस बार मैंने लंड चूत पर सटाया और एक ही झटके से पूरा का पूरा लंड चूत में अंदर कर दिया. उसने आँखे बंद कर ली और मैंने उसकी मेक्सी के ऊपर से ही उसके दोनों बूब्स पकड़ लिए और चोदने लगा.
अब वो खुद भी कमर उछालने लगी. वो सिर्फ़ एक जिद लगाकर बैठी थी कि चोदो और ज़ोर से चोदो मुझे और में भी उसकी यह बात सुनकर जोश में आकर और ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और उसकी चूत छप छप की आवाज़ करने लगी और वो आहाआआअ अओओऔआहह उफफ्फ्फ्फ़ करने लगी. में लगातार धक्के देकर चोदने लगा और वो करीब 10 मिनट तक चुदवाती रही और मैंने उसको मस्त कर दिया था. मेरा भी जोश चरम पर आने वाला था, इसलिए मैंने लंड बाहर निकाल लिया.
फिर मैंने उससे बोला कि उल्टी हो जाओ और मैंने उसकी गांड को सहलाया, वो बोली कि पीछे करोगे क्या? तो मैंने कहा कि हाँ तो उसने साफ मना कर दिया और बोली कि यह ठीक नहीं है में नहीं करूंगी, लेकिन मेरा दिमाग़ उसके मुहं से यह बात सुनकर थोड़ा सा फिर गया और मैंने आव देखा ना ताव और उसकी चूत में झट से पूरा लंड डाल दिया. वो चीख सी पड़ी और मैंने ताबड़तोड़ चुदाई की. चूत में लंड डालते ही कंडोम में माल गिरा लिया और हम दोनों लिपटे रहे थे. जब हम अलग हुए तो वो बोली कि तुम तो मर्द हो यार, मुझे पूरा हिलाकर रख दिया और वो बोली कि मुझे तो लगा कि जैसे मैंने आज पहली बार सेक्स किया हो. फिर मैंने हंसते हुए कहा कि हाँ मेरे साथ पहली बार ही किया है, तो वो मुस्कुरा गई और खड़ी होकर मुझे किस किया. फिर वो बोली कि चलो अंदर और फिर हम अंदर आ गए और हम सेक्सी मेसेज में बातें करते रहे. उसके बाद मैंने दो बार उसको फिर से चोदा. फिर में वापस अपने घर पर आ गया. उसका मोबाईल नंबर मेरे घर पर आने के 5 दिन तक चालू रहा, लेकिन अब तक वो बंद है. आप लोगो को मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल कर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते है |