मै और मेरे दोस्त ने अपनी अपनी माँ की चुदाई किया

रा नाम रासिद है और मेरा एक बहुत ही अच्छा दोस्त है और उसका नाम साहीद है ओर हम दोनो एक ही क्लास में पढ़ते है | ओर हम दोनो अपने माँ बाप के एक ही औलाद है | गर्मीयों का समय था और हम दोनों अपनी अपनी माँ को लेकर मुम्बई घूमने गए थे हम दोनो अपनी माँ के साथ पूरा मुम्बई दर्शन किए मेरे दोस्त बहुत बड़ा हरामी था |

वह जब भी मेरी माँ को देखता तब मुझ से कहता क्या माल है तेरी माँ ओर मै भी साहीद की माँ को देखकर बोलता था | क्या माल है तेरी माँ इनको चोदने में बहुत मजा आएगा हम दोनों में यह हमेशा चलता रहता था

हम सब मुम्बई दर्शन कर के अपने अपने रूम आ गए मै रूम मे आते के साथ बार्थरूम मे नहाने चला गया ओर मेरी माँ रूम का दरवाजा बंद कर के बैड पर लेट गई जब मै नहा कर बाहर निकला तो देखा कि माँ की शाड़ी कमर तक आ गई है |

मै माँ को इस हालत मे देख कर मदहोश हो गया माँ फरेन्च कक्षा पहनती थी मै माँ के पास गया ओर हल्के हाथो से उनके चूत मे हाथ फेरा माँ के चूत मे पसीना था मै माँ के चूत का पसीना चाटने लगा कि अचानक साहीद दरवाजा खटखटाया रासिद दरवाजा खोलो | मै तुरन्त माँ के शाड़ी को नीचे करने लगा कि माँ भी जग गई ओर मुझे शाड़ी नीचे करते देख कर शर्मा गई ओर कहने लगी ये तुम क्या कर रहे हो |

मैने तुरन्त कहा जब मै नहा कर निकला तो देखा कि आपकी शाड़ी कमर तक थी और साहीद भी दरवाजा खटखटा रहा है |

‎तो मै आपकी शाड़ी नीचे कर रहा था माँ बोली चलो ठीक है जाओ दरवाजा खोलो मै जाकर दरवाजा खोला साहीद बोला इतना देर दरवाजा खोलने में क्या हुआ मै बोला कुछ नहीं तुम बोलो क्या हुआ साहीद कहा चलो बाहर चलते हैं फिर मै तैयार हुआ ओर बाहर चला गया |

बाहर घूमते घूमते एक बार नजर आया साहीद बोला चलो दो दो पैक हो जाए हम दोनों बार मे जाकर बैठ गया ओर साहीद दो बोतल बियर मगाया हम दोनो ने एक एक बोतल बियर पिया ओर नशे में हो गए सहीद नशे के हालत मे कहने लगा क्या कर रहे थे |

तुम रूम मे बताओ मैने कहा क्या भाई तो साहीद ने कहा इतना देरी क्यों कि दरवाजा खोलने में मैने कहा नही यार मै तो दरवाजा खोल ही रहा था तो साहीद बोला कि तुम अपनी माँ की चुदाई तो नहीं कर रहा था |

मैने कहा क्या बताऊ साहीद मेरी माँ के शाड़ी कमर से ऊपर हो गई थी मै उनको इस हालत मे देख कर मदहोश हो गया था मै अपनी माँ को चोदना चाहता हूँ साहीद कोई आईडीया दे भाई तो साहीद ने कहा अरे भाई मै भी अपनी माँ को चोदना चाहता हूँ |

पर ऐसा नहीं होगा हम दोनो की माँ अपनी बदन को छूने तक देगी ही नहीं फिर हम दोनो रूम जाने लगे रूम पहुँचा तो देखा मेरा रूम बंद था |

साहीद बोला कही तुम्हारी माँ मेरे रूम मे तो नहीं चलो देखते हैं जैसे ही मै साहीद के रूम के पास गया तो मेरी माँ ओर साहीद की माँ आपस में बात कर रही थी

हम दोनो दरवाजे के पीछे छुप कर उनकी बाते सुनने लगे | मेरी माँ साहीद की माँ से मेरे बारे में बात कर रही थी वह कह रही थी कि देखो ना से मुझे थोड़ी आँख लग गई ओर मेरी शाड़ी कमर से ऊपर हो गई थी |

रासिद भी वही था मै अब रासिद के सामने कैसे जाऊगी तो साहीद की माँ बोली क्या बहन तुम्हारे साथ तो इतना ही हुआ है ना एक दिन की बात है जब मै रात में घर पर सोई हुई थी तब साहीद मेरी योनि में लंड घूसाने की कोशिश कर रहा था क्या बताऊ बहन मै साहीद के साथ जिंदगी भर चुदना चाहती हूँ |

मैने साहीद से कहा साले हरामी तू अपनी माँ की चूत मे लंड घूसा रहे थे | ओर मेरी माँ के बारे में बोलता था आप यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | अब जा तुम्हारी माँ तुम से चुदना चाहती है तुम्हारा तो रास्ता साफ है |

फिर मेरी माँ बोली बहन मे क्या करू तो साहीद की माँ बोली जा तू भी अपने बेटे के साथ रंगरलियां मनाओ | फिर मै अपने रूम मे आ गया कुछ देर बाद माँ भी रूम मे आई |

माँ रूम मे आते ही दरवाजा बंद करके मुझसे पूछी कि सच्च सच्च बताओ रासिद तुम मेरी शाड़ी को ऊपर देख कर मेरे साथ क्या किया है मेरा योनि में पानी निकल रहा था |

बताओ मै यह सुन कर माँ को कहा आप ये क्या कह रही है | आप मेरी माँ हो |

माँ बोली नही तुम मेरी चूत मे लंड घूसा कर चोदे हो ना यह कह कर मेरा लंड पकड़ ली ओर कहने लगी जा कर देखो तुम्हारा दोस्त अपनी माँ को चोद रहा है ओर एक तू है जो मुझसे नाटक कर रहे हो | फिर मै भी कुछ देर बाद माँ की बात मान लिया ओर माँ के साथ देने लगा | मै अपना पेंट का जिप खोला ओर लंड निकाल कर माँ के हाथ में दे दिया | ओर माँ मेरा लंड मुँह में ले कर चुसने लगी मेरी माँ मेरा लंड चुसते चुसते लोहे की तरह खड़ा कर दि अपनी थूक लगा लगा कर लंड चुसी |

फिर अपना लंड चुसवाने के बाद माँ को खड़ा किया ओर माँ को पीछे से पकड़ कर बूब्स दबाने लगा मेरी माँ की बूब्स बहुत टाइट ओर बड़ी थी | फिर मे माँ के ब्लाउज की सारे बटन तोड़ दिया ओर ब्लाउज उतार दिया |

कुछ देर तक माँ की गर्दन ओर पीठ को चुमता रहा ओर बूब्स दबाता रहा फिर मै माँ की शाड़ी को खोला अब माँ मेरे सामन लंगी हो गई थी माँ को बैड पर सुलाकर अपनी पेंट खोला ओर माँ के बूब्स पर बैठ कर मुँह में दे कर लंड चुसवाने लगा |

फिर मै 69 के पोजिसन मै हो कर माँ की पसीना वाला चूत चाटने लगा ओर माँ मेरा लंड चुसने लगी | मै माँ के चूत मे एक अँगूली डाल कर चोदने लगा माँ आआआआ आहआहआह उ्आऊफ फिर मै सीधा होकर माँ की चूत मे लंड रगड़ने लगा कुछ देर तक रगड़ने से माँ के बदन मे आग लगने लगी |

अब मै माँ के चूत मे लंड पकड़ कर अन्दर घूसाने लगा माँ सिसकारी लेने लगी फिर मैने एक जोर का झटका देकर लंड घूसा दिया ओर चोदने लगा मेरी माँ की मुँह से आहआहआह उ्आऊफ की अवाजे निकाल रही थी |

मै ओर जोर जोर से चोदने लगा ओर जोर जोर से धक्का मारने लगा मै माँ के ऊपर चढ़ कर चूत मे धक्का मार रहा था और माँ के होंठों को किस कर रहा था माँ अपनी चुदाई करने में मेरी मदद कर रही थी माँ भी गांड उठा उठा कर चुद रही थी मैने अपनी माँ की चूत को दस मिनट तक चोदा फिर चूत मे से लंड निकाल कर माँ के मुँह में दिया |

माँ मेरा लंड चुसने लगी ओर मै माँ के बालो को सवारने लगा | फिर मै अपनी माँ को कुत्तिया बना कर गांड में लंड घूसाने लगा माँ आआआआ आहआहआह उ्आऊफ की अवाजे जोर जोर निकालने लगी मैने माँ के गांड में लंड डाल कर चोदने लगा मेरा लंड माँ के गांड में घूसा तो लगा कि मेरा लंड किसी गर्म बिल मे घूस गया है |

फिर मैनें माँ की गांड भी जोर जोर से चोदने लगा माँ आआआआ आहआहआह उ्आऊफ ओर चोद मजा आ रहा है आहआहआह उ्आऊफ अब मै झड़ने वाला था तो मैं ओर जोर जोर धक्का मार मार कर माँ की गांड चोदने लगा मैने अपनी स्पीड ओर तेज कक के माँ की गांड चोदने लगा ओर माँ की गांड ही झड़ गया |

फिर मै लंड गांड में से निकालकर मुँह में देकर सब वीर्य चटवाया ओर मै माँ को अपने ऊपर ले कर सो गया |
उस रात मै अपनी माँ को तीन बार चोदा जब सुबह हुआ तो दरवाजे पर साहीद आकर खटखटाने लगा मै साहीद से बोला मै अभी नहीं आऊगा मै अभी अपनी माँ की चुदाई कर रहा हूँ | जा तू भी अपनी माँ की चुदाई कर |