और अब आगे की कहानी : उसकी चुचिया टी-शर्त की वजह से दब रही थी। उसके निपल्स भी अब खड़े हुए थे। टि-शर्त के ऊपर से उसके निपल्स अब पूरी तरह दिखाई देने लगे थे। जिसका मतलब था वो अब उत्तेजित हो चुकी थी।
जावेद मिताली के पिछे जाकर खड़ा हो गया। उसने टेप लेकर उसके चूचियों की मेजरमेंट लेना शुरू की। ये करते समय वो उसकी बालो खुशबु सूंघ रहा था, और आँखे बंद करके उसका पूरा मजा ले रहा था। मेरी बीवी ने ये नहीं देखा। जावेद मेजरमेंट लेते समय मेरे बीवी की चूचियों को स्पर्श भी कर रहा था। इससे मेरी बीवी के चेहरे एक बड़ा ही रंडी टाइप भाव आने लगा था। जैसे की उसे कोई एलर्क्ट्रिक शोक लगा हो।
जावेद : चलो अब चेकिंग शुरू करते है।
मिताली : हाँ।
वो मिताली के पीछे बहुत करीब खड़ा हुआ। और उसने उसके हाथ मिताली के ऊपर फैला दिए। और जोर से उसके चूचियों को कसकर पकड़ा। मै गुस्सा तो था, लेकिन अभी तक का मेरे लिए वो सबसे सेक्सी सीन था, जो मैंने पोर्न विडियोज में देखा था। मेरी बीवी मेरी ही तरफ चेहरा करके खड़ी हुई थी। लेकिन वो मुझे देख नहीं सकती थी। लेकिन मुझे उसके फेस रिएक्शन पूरी अच्छी तरह से दिखाई दे रहे थे। दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
मिताली ने उसकी आँखे बंद कर ली थी , और अब उसका चेहरा गुलाबी हो गया था। जैसे ही जावेद ने मिताली के चूचियों को पहली बार छुआ था वैसे ही उसके होंठ थरथराने शुरू हो गए।
कुछ देर तक जावेद ने चूचियों को कसके पकड़ा। और फिर धिरे से हाथ फिरते हुए उसकी चुचियो को और उसके निपल्स को महसुस करने लगा। फिर उसने आराम से मिताली की चुचियो को मसलना शुरू किया। और उसकी चूचियों को गोल गोल फिराने लगा।
मेरी बीवी के हाथ अभी भी ऊपर ही की तरफ थे। जब भी उसके हाथ उसकी निपल्स को छूते तो मिताली की पूरी बॉडी हिलने लगती थी। जब जावेद दो उँगलियों के बीच मिताली के निपल्स को पकड़ता था। तो मिताली पूरा कसमसाकर उठती थी। मिताली अब आहे भरने लगी थी।
जाबेद ने अब उसका चेहरा मिताली के कान की तरफ बढ़ाया और हलके से स्वर में उससे बाते करने लगा।
जावेद : ब्रा न पहनने का धन्यवाद। तुम्हारे स्तनों की कठाव को मै अब अच्छी तरह से चेक कर सकता हु।
जावेद : मै अब तुम्हारे इस प्रॉपर्टी का नरम स्पर्श महसूस कर सकता हु। ये देखो तुम्हारे निप्पल तो हार्ड हो गए। क्या मेरे टच करने की वजह से ये कड़क हो गए?
मिताली : ह्म्म्म्म……… हाँ।
जावेद : ऐसा क्यों ?
मिताली : ह्म्म्म…। तुम्हारे………… तुम्हारे……… हाथ काफी ताकतवर है। तुम्हारे हाथों की ताकत मुझे महसूस हो रही है। इससे मुझे ख़ुशी मिल रही है।
जावेद: तो क्या तुम्हारे पति के भी हाथ तुम्हे ये ख़ुशी दे पाते है।
मिताली : नही.………… वो काफी कमज़ोर है। उससे मुझे कुछ ख़ुशी नहीं मिलती। इट्स गुड फॉर नथिंग।
जावेद : ये अच्छा है। तुम्हे मेरे हाथों की और ज्यादा जरुरत है। इतना कहकर अब जावेद ने उसके हाथों की मसलने की दिशा को बदल दिया। अब तक वो चुचों को गोल गोल मसल रहा था। अब उसने मिताली के बड़े मम्मो को ऊपर से निचे हिलाना शुरू किया। और ऐसे मसलने लगा जैसे की आटा गुंथा जाता हो। इससे मिताली के निप्पल और ज्यादा जोर से मसाले जाने लगे। ये आनंद अब उसके चेहरे पर साफ़ साफ़ दिखाई देने लगा। अब मिताली जोर जोर से आहें भरने लगी थी।
जावेद : क्या तुम्हे ये मालिश पसंद आ रही है ?
मिताली : हाँ.…… ह्म्म्म्म्………. ये काफी अच्छी है। …… हम्म्म्म…… प्लिज् और मसलो…………. येस……हाँ.…… ह्म्म्म्म्म्म्………….
अब जावेद और मिताली के बीच में जो अंतर था अब वो जावेद ने मिटा दिया। वो मिताली से पूरी तरह चिपक गया। पीछे से उसे कसकर पकड़ा। दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
जावेद : तुमने काफी देर से तुम्हारे हाथ ऊपर कर रखे है। तुम तुम्हारे हाथ मेरे कंधो पर रख सकती हो।
जावेद : ओके। तुम्हारी कोनियां थोड़ी ऊपर लो। ………… हा इस तरह। …………. गुड। ………… अब आराम से ठहरो और मजे लो।
मिताली : ह्म्म्म्म्……….
(जावेद मिताली के कानो को पीछे से किस किया और हलके से उसके कानो में बोला। )
जावेद : अब तुम्हे क्या चाहिए ?
मिताली : और ज्यादा प्रेशर बढ़ाओ। और ताकत लगाओ।
जावेद : तो तुम्हे अभी और मसाज चाहिए ?
मिताली : हाँ। बड़ी बेसब्री से मैं इंतज़ार कर रही हु।
अब जावेद उसकी जीत पर मुस्कुरा रहा था। और फिर उसने हलके से मिताली के कान की लो को किस किया। इससे मिताली के बॉडी को जोर का झटका लगा। और मिताली ने के जोर से आह भरी। इससे जावेद के हाथ जगह पर रुक गए। और उसने जोर से मिताली को स्तनों को दबाकर पकड़ा। कुछ देर रुकने के बाद फिर धीरे धीरे से मसलना शुरू किया।
जावेद : क्या इतना प्रेशर काफी है?
मिताली : नहीं। …… और जोर से। ………… प्लीज
जावेद : तो फिर मुझे एक बात बताओ ? क्या तुमने यह टी-शर्ट सिर्फ मेरे लिए ही खरीदी है न ?
मिताली : (कोई जवाब नहीं) दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
जावेद : बताओ न जानू। नहीं तो मै रुक जाऊंगा।
मिताली : प्लीज मत रुको। हा…… मैंने ये सिर्फ तुम्हारे लिए ही खरीदी और पहनी है। प्लीज और ताकत लगाओ न। मुझे और प्रेशर चाहिए।
जावेद ने फिर अपना स्पीड और ताकत बढ़ा दी। और ज्यादा ताकत से मसलने लगा। इससे मिताली की बॉडी थरथर्राने लगी। मिताली से उसका भी बोझ नहीं संभल रहा था। उसने अपनी पूरी बॉडी जावेद के ऊपर झोंक दी।
जावेद : क्या अब इतना प्रेशर ठीक है?
मिताली : हाँ …… लेकिन मुझे और दबाव चाहिए। और कसके मसलो। …… प्लीज। तुम्हारी पूरी ताकत लगाओ।
जावेद : क्या मेरे हाथ अच्छी तरह का काम कर रहे है ?
मिताली : ह्म्म… हाँ.……। ह्म्म्म्म्म्……….
जावेद : तो उन्हें इस काम का बक्षीस चाहिए।
मिताली : क्या………. प्लीज बताओ ?
जावेद : ह्म्म्मम…………। ये हाथ तुम्हारे चूचियों को डायरेक्टली महसुस करना चाहते है।
मिताली : नहीं प्लिज………… अभी नहीं। ………….
जावेद : चिंता मत करो बेबी। शांत रहो। मै पूरा ध्यान रखूँगा।
जावेद पूरी ताकत लगाकर चुंचे मसलने लगा। इससे मिताली अब ऐसे आहें भरने लगी जैसे की और ही दुनिया में पहुँच गयी हो। फिर जावेद का एक हाथ मिताली के पेट पर मसलते हुए निचे की तरफ जाने लगा। जैसे ही वो टी-शर्ट के एंड में पहुंचा। वैसे ही जावेद ने दूसरे हाथ का पूरा जोर मिताली के मम्मे पर लगाया और उसका एक निप्पल जोर से मसल डाला। इससे मिताली थर्रा उठी। इसका फायदा उठकर निचे का हाथ जावेद ने टी-शर्त के अंदर सरका दिया। और धीरे धीरे वो हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगा।
मिताली : नहि…। प्लिज………। ये मत करो।
जावेद : शांत हो जाओ जान। इतस ओके।
जावेद ने मिताली के पेट को धीरे से मसला और वो हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगा. इससे अचानक मिताली ने अपना एक हाथ नीचेकी तरफ सरकाया और जावेद के हाथ को पकड़ा।
जावेद : श्श्श्श्श् तुम्हारे हाथ फिर से ऊपर कर दो। बस कुछ सेकण्ड के लिए रुको। उसके बाद अगर तुम चाहो तो मेरे हाथ वहां से हटा सकती हो। ये सुनकर मिताली ने उसके हाथ फिर ऊपर की तरफ कर दिए। और जावेद के हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगे और आखिर में उसने उस खजाने को जो मैंने सजाया था। टी शर्ट के अंदर से पकड़ ही लिया। जैसे ही उसने मिताली के मम्मो को जोर से छुआ वैसे ही मिताली के मुंह से एक जोर की आह निकली। मै इसका मतलब जानता था। इसका मतलब था मिताली उसके आनदं के परमोच्च शिखर को पार कर चुकी है। मै यह देखकर आश्चर्यचकित हो गया की किसी लड़के बस मम्मे छूने से किसी लड़की को ऑर्गैस्म हो सकता है। जो यहाँ मिताली को हो चूका था।
जावेद के टी-शर्ट के अंदर वाला हाथ मिताली के राईट मम्मे को मसल रहा था, जब की दूसरा हाथ भी अपने काम में लगा हुआ था। मेरे बीवी के चेहरे पर अब आनंद की कई भावनाए थी। वो पूरी तरह खो चुकी थी। कुछ मिनट ऐसे ही बीत गए। मिताली ने जावेद को नहीं रोक। और रोकती भी कैसे उसे इतना आनंद जो मिल रहा था।
जावेद : ओके जानू। मेरे हाथ को डिरेक्ट फिल करके क्या तुम्हे अच्छा लग रहा है ?
मिताली : ह्म्म्म् म……… हाँ. ……… ये काफी अच्छा है ह्म्म्म्म……। ह्म्म्म्……….
जावेद : तो क्या अब तुम चाहती हो की अब मै अपने हाथ निकाल दू ?
मिताली : नहि……।प्लीज कन्तिन्यु……। ह्म्म्म्म्म्………. प्लिज……
अब उसका दूसरा हाथ भी टीशर्ट के अंदर चला गया और वो अंदर से ही उसके पेट को मसलने लगा। उसकी बॉडी अब पूरी तरह हिल रही थी। वो हाथ अब ऊपर की तरह सरकने के ऐवजी जावेद ने मिताली का पूरा टी शर्ट खिंच कर निकाल दिया। मेरी बीवी जावेद को रोकने के लिए इस दुनिया में थी ही नहीं। फिर जावेद ने लगतार मेरे बीवी के कानो को चूमना शुरु किया जो गर्मी से लाल हो चुके थे। मिताली का सर जोरो से हिल रहा था। मिताली अब जोर जोर से और तेज़ी से आहें भरने लगी थी। फिर उस ट्रेनर उसका दूसरा हाथ भ टी-शर्ट उतरने के लिए निचे किया। फिर भी उसने चूमना जारी रखा। फिर उस ट्रैनर ने हलके से मिताली का टी-शर्त ऊपर की तरफ खिंचा जिससे अब मिताली का पेट का हिस्सा दिखने लगा जो बहुत ही सेक्सी था। उसके बाद उसकी बेम्बी दिखाई देने लगी। दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
मिताली का पेट काफी सक्सी और फ्लैट था। थोड़ी देर बाद मिताली के ब्रेस्ट का निचला हिस्सा दिखाई देने लगा जो थोड़ा सा लाल रंग का हो चूका था। फिर उसने खींचकर पूरी तरह टी-शर्ट निकल दिया। उसके निप्पल्स काफी डार्क और पूरी तरह कड़क हो चुके थे। मेरा दिल अभी जाकर उन निप्पलो को चूसना चाह रहा था। लेकिन मुझे यह पता था की ये अब मेरे लिए नहीं है। मिताली की चूचियों पर हर जगह लाल कलर के निशान उमट चुके थे। जो उस ट्रेनर द्वारा की गयी मालिश का परिणाम था।
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