मेरा नाम सनम है मै एक शादीशुदा २९ साल की भाभी हूँ | मेरे पति बिजनेसमैन हैं।मैं गोरी चिकनी हुॅ मेरे चुतड बाहर की तरफ निकले हुए हैं मेरी चुचीयाॅ 36 की हैं | अब कहानी पर आते हैं ये आज से करीब 5 साल पहले कि घटना है जब मैं 24 की कच्ची कली थी मैं रिक्शे से कालेज जाती थी कालेज बस्ती से दूर था उधर सुनसान रहता था एकदिन मैं कालेज जा रही थी रास्ते में मुझे पेशाब लगी मैंने बहुत बर्दाश्त किया फिर जीप को बताया जीप ने जीप रोक दिया और कहा कर लो मैं शर्मा रही थी क्योंकि अगर मैं पेशाब करतीं तो मेरी गांड या चुत में से कोई एक जीप जरूर देखता मैं चुपचाप खड़ा रही तो जीपवाले ने कहा मैडमजी जल्दी करो मैं बोली आप उधर देखो जीप उधर घुम गया मैं सलवार की डोरी खोलने लगी लेकिन जल्दीबाजी मे डोरी और जोर से बंध गई मैंने पुरी कोशिश की लेकिन जब नहीं खुली तो मैं बेचैन थी |
अब लग रहा था कि सलवार गिली हो जाएगी जीप बोला क्या हुआ मैडम मैं बोली डोरी नहीं खुल रही है जीप बोला मैं मदद कर दु मैं शर्मा गई बोली हमममम जीप आके मेरे पास बैठ गया और डोरी खोलने लगा जब हाथ से नहीं खुला तो उसने अपने दाँत से डोरी खोल दी मुझे जोर से पेशाब लगी थी तो मैं सलवार पैन्टी नीचे करके बैठ गई वो भी मेरे पास बैठ गया मैं जोरों से पेशाब कर रही थी उसने अपनी एक ऊॅगली मेरे पेशाब की धार पे रखी और उसे तपाक से मुँह में ले के चाट लिया बोला मैडमजी आपके बुर का पानी टेस्टी है और अपनी हथेली मेरे चुत पर रख दी | आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मैंने जल्दी से पेशाब किया और खड़ी हो गई उसने मेरी कमर पकड़ ली और चुत पे अपनी जीभ रख दिया मैंने कहा क्या कर रहे हो बोला मैडम थोड़ा चाटने दो ना मैंने मना कर दिया वो उठ गया बोला क्यों मैडम अपनी बुरी पे इतना घमंड क्यों करती हो और मेरी गांड दबा दी मैं बोली ये क्या कर रहे हो चलो जल्दी फिर उसने अपना लंड निकाला और मेरा हाथ पकड़ के उसपे रख दिया और अपना लंड हिलाने लगा मैं शर्म से अपना चेहरा दूसरी तरफ कर ली और कहा प्लीज छोडो मेरा हाथ आप जो कर रहे हैं गलत है वो बोला ठीक है |
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मैडम जैसी आपकी इच्छा और मेरा हाथ छोड़ दिया मैं आ के रिक्शे में बैठ गई वो भी आकर जीप चलाने लगा मैं उसीके बारे मे सोच रही थी वो साॅवला था लेकिन गुड़ लुकिन्ग था मैं उसकी हिम्मत की दाद दे रही थी कैसे उसने अपना हाथ मेरी चुत पे रख दिया मुझे क्यों अच्छा लगा था उसका लंड बहुत बड़ा और मोटा था मेरे मन में लंड का ख्याल आते हि मैं पनिया गई वो बोला मैडम आपका नाम मैंने कहा सनम आपका वो बोला केदार बोला मैडम एक बात पुछु मैं बोली हाॅ पुछो बोला आपका साईज क्या है मैं बोली ये कैसा सवाल है आप तो बदतमीजी कर रहे हैं आपने उस समय मेरे उसपे हाथ रख दिया फिर मेरा हाथ अपने उसपे रख दिया केदार बोला माफ करो मैडम मैंने पहली बार चुत देखा तो सोचा महसूस कर लूँ क्यों आप तो बुरा मान गईं मैं बोली ठीक है माफ किया आपने पहले कभी नहीं देखा वो बोला देखा हुॅ मैडम लेकिन दूर से मैं बोली किसका वो बोला अपनी माँ की बुर मैं बोली आप कितने गंदे हैं फिर वो बोला मैडम बताओ न साईज मैंने झुठ बोल दिया कि 28 वो बोला क्यों झुठ बोल रही हो |
मैडम आपकी चुची 32 की होगी मैं बोली आप कैसे कह सकते हैं मैं मजे ले रही थी उसकी बातों का उसने जीप रोक दी और मेरी चुचीयाॅ पकड़ के कहा मैडम 32 हि हैं मैंने कहा छोडो ये कर रहे हो उसने कुछ देर मेरी चुचीयाॅ दबाई फिर कहा मैडम आपकी चुचीयाॅ तो काफी टाईट हैं आप किसी से दबवाती नहीं मैं बोली नहीं ये बताओ तुम्हें कैसे लगा 32 हि है वो बोला मेरी माँ की चुचीयो से मैं बोली क्या वो तुमसे दबवाती हैं वो बोला रात को सोते समय हाथ में पकड़ के देखता था मैं बोली ठीक है चलो फिर हम कालेज आ गये मैंने उतर के उसको भाडा दिया और कालेज चली गई कालेज में दिनभर उसके बारे में सोचती रही कि उसका लंड कितना बडा है मेरी चुचीयाॅ दबाई तो मुझे कितना मजा आया मेरी बुरी पानी छोड़ देती मैंने सोचा इसे थोड़ा आगे बढने देती हुॅ जब मैं कालेज से निकली तो मैं उसे ढुॅढ रही थी वो किसी और लड़की को बैठा के ले जा रहा था मैं निराश हो गई फिर मैं दूसरे रिक्शे से बैठ के घर आ गई रातभर उसके बारे में सोचके नींद नहीं आई सुबह कालेज के लिये निकली तो वो दिख गया मैं उसके रिक्शे पर बैठ गई जब बस्ती खत्म हुई तो मैं बोली आज आप बात नही कर रहे वो बोला आपने लंड देखा है मैं बोली हाॅ वो बोला किसका मैंने कहा आपका वो बोला मेरा नाम केदार है आप मुझे नाम से बोले फिर कहा मेरा लंड कैसा लगा मैंने कहा दिया कि अच्छा है वो बोला कही बैठ के बात करे मैं बोली नहीं कालेज जाना है वो बोला एकदिन छोड़ दो न और कच्चा रास्ता पकड़ लिया जंगल की तरफ का मैं बोली नहीं मुझे कालेज जाना है मैं मन मे खुश भी थी और डर भी रही थी वो बोला आप किसीकि चूदाई देखी हो मैं बोली हाॅ वो बोला किसकी मैंने कहा माँ और दीदी की वो बोला कौन चोदता है मैं बोली पापा और जीजु केदार ने कहा ठीक है फिर उसने एक जगह जीप रोक दिया और हम आगे जाने लगे उसने मेरा हाथ पकड़ लिया मैंने एक जीप देखा मैंने कहा केदार ये क्या है वो बोला चलो आज चुदाई दिखाता हुॅ |
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हम आगे गये तो देखा एक अंकल लड़की को चोद रहे थे केदार बोला यही बैठ के देखे मैं बोली नहीं फिर केदार और मैं एकदम लड़की के पास गये केदार ने लड़की की पीठ सहला दी उसने मुस्करा के केदार की तरफ देखा अभी उस जीप अंकल ने केदार को ऐसा करते नहीं देखा फिर मैं और केदार एक जगह जा के बैठ गये केदार बोला चुची दिखाओगी मैं बोली नहीं उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया कहा दिखाओ ना मैंने कहा नहीं वो अब मेरी चुचीयाॅ दबा रहा था और मेरे कान चाट रहा था मुझे अच्छा लग रहा था उसने कहा कि तुम्हारे कालेज की बहुत लड़कियाँ यहाँ आ के चुदती हैं मैंने पुछा तुमने किसी को वो बोला हाॅ मैंने भी मैं बोली कब वो बोला यही कोई 2 दिन पहले मैं बोली अब तक कितनी लड़की वो बोला 2 मैं बोली मेरे कालेज की वो बोला हाॅ मैं बोली अच्छा तो कैसे पटाया वो बोला जैसे तुम्हें पटाया और मेरे होंठ चुसने लगा अब उसने जंगल में रखी एक चादर ली और उसे बिछा दिया और नंगा हो गया फिर उसने अपना लंड मेरे हाथ में पकड़ा दिया और कहा पसंद है मैंने लंड को सहला के कहा हममम अब उसने मुझे नंगा कर दिया और मुझे किस करने लगा फिर बोला आज तुम्हें चोदकर मजा आएगा फिर उसने मेरी चुचीयाॅ दबानी चुसनी शुरू की और मुझे चाटता भी था मैं बोली तुमने अपनी माँ को चोदा है वो बोला नहीं अब वो अपना एक हाथ मेरी चुत पे ले जा के सहलाने लगा और एक चुची चुसता रहा बोला एकबार एक ऑटी को भी चोदा था |
बहुत हाॅट थी मैं बोली कौन आन्टी केदार ने कहा वो तुम्हारे कालेज से हि आ रही थी बड़ी मस्त चुदवाती थी फिर उसने कहा लंड चुसोगी मैंने कहा नहीं फिर उसने कहा ठीक है फिर केदार ने अपने लंड पर थूक लगाया और कहा तुम ऊॅगली करती हो मैं बोली हाॅ 2-3 फिर केदार ने मेरी चुत पे लंड रखा और जोर से धक्का लगाया मैं चिल्ला उठी वो रूक गया और मेरी चुचीयाॅ दबाने चुसने लगा मैं बोली निकाल लो वो बोला जान बस 2 मिनट और फिर उसने 2-3 धक्के लगातार लगाया मेरी चुत फट गई मैं जोरों से चिल्लाने लगी वो मेरे होंठ चुसने लगा फिर उसने कहा कि बस अब मजे लो और मुझे धीरे धीरे चोदने लगा फिर बोला कैसा लग रहा है अब मैं बोली अब कुछ ठीक है बोला कि तुम एक जबर्दस्त माल हो मुझे अब मजा आ रहा था मैं भी अपनी गांड आगे पीछे करने लगी थी मैं बोली केदार अब तेज चोदो ना बहुत मजा आ रहा है केदार बोला ठीक है | आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |मेरी रंडी अब उसने अपने धक्के थोड़े तेज किये और कहा मेरी रंडी बनोगी मैं बोली हाॅ मैं तेरी रंडी हुॅ मैं गई आहहहहहहहहह और मैं झड़ गई अब उसने मुझे घोड़ी बना दिया और अपना लंड मेरी चुत में डाल दिया और जोरों से चोदने लगा बोला साली रंडी तेरी माँ चोदु कुतिया छिनार मजा आ रहा है तुझे चोदकर मैं बोली हाॅ रे भडवे तेरा लंड मेरी बच्चेदानी तक जा रहा है बनाले मुझे अपने बच्चे की माँ बहुत मजा आ रहा है आहहहहह और जोर से चोदो केदार बोला तुम मस्त चुदवाती है उस आन्टी जैसे फिर मैं और केदार एक साथ झड़ गये मैंने केदार को बाहो में भर लिया और कहा मैं तुमसे बहुत प्यार करती हुॅ उसने मेरे कान में कहा सनम सिर्फ लंड से प्यार करो चाहे वो किसी का भी होटल पता है मैं अपनी माँ की चुत के लिये लड़के को सेट किया हुॅ वो जैसे हि चोद लेगा मैं भी जाकर चोदुॅगा और फिर उसको खुब चुदवाऊॅगा फिर उसने मेरे गाली चुम लिया और बोला दूसरा लंड लेगी मैं बोली नहीं फिर हम एक दूसरे से लिपटे हुए सो गये मेरी नींद चुत चाटने से खुली मैंने देखा तो एक लड़का मेरी चुत चाट रहा था मैं उठ के बैठ गई |
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