एक बार एक तालाब में दो छोटी मछलियों की इच्छा हुई दुनियां घूमने की। दोनों ने मशविरा किया की किसी इंसान के बदन में छुपकर दुनियां घूम आते हैं। इतने में एक औरत आई तालाब में नहाने को। दोनों ने मौका गनीमत जाना और एक उसकी बुर में घुस गयी और एक उसकी गाण्ड में।
दूसरे दिन जब वो नहाने आई तो दोनों मछलियां बाहर निकल आईं।
जो गाण्ड में घुसी थी वो लंबी-लंबी साँसें लेती हुई बोली- “बाप रे बाप… कितनी गंदी कीचड़ है वहाँ, बदबू से जान निकली जा रही थी। कैसी दुनियां है मुझे नहीं जाना फिर कभी…”
दूसरी जो बुर में घुसी थी, बोली- “लेकिन मुझे तो बड़ा मजा आया। बहुत बड़ी सुरंग थी तैरने को, चिपचिपा सा पानी भी था। कभी-कभी गरम-गरम साफ लेकिन खारा पानी भी बहता था। लेकिन कई घंटों बाद जो हुआ कुछ देर के लिए मैं भी डर गयी। एक मोटी सी मछली अंदर आई उसने शायद मुझे वहां देख लिया और पीछे हटकर मुझे जोरदार धक्के के साथ मुझ पर हमला कर दिया और मुझे कुचलने की कोशिश करने लगी। मैंने भी जम के लड़ाई की। आखिर उस मोटी मछली को हारकर जाना पड़ा। लेकिन जाते-जाते उसने मुझ पर ढेर सारी उल्टी कर दिया।
इस तरह तीन बार लड़ाई हुई लेकिन हर बार मैंने उसे मार-मारकर भगा दिया। लेकिन हर बार उसने उल्टी किया तभी गयी।
मित्र, दोनों चूतकुले अच्छे थे। मज़ा आ गया। शेयर करना जारी रखिये मित्र, आपके चूतकुलों का इंतेजार है।
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