चूत की प्यास-2

इस कहानी चूत की प्यास भाग 1 में आप लोगो ने अभी तक जो पढ़ा अब उसके आगे ….. नींद में शबाना ने एक घुटना ऊपर उठाया तो अनायास ही उसकी रेश्मी नाइटी फ़िसल कर घुटने के ऊपर तक सरक गयी। टीवी और मद्दिम लाइट की रोशनी में उसकी दूधिया रंग की जाँघ चमक रही थी। अब ताज़ीन का ध्यान फिल्म में ना होकर शबाना के जिस्म पर था और रह-रह कर उसकी नज़र शबाना के गोरे जिस्म पर टिक जाती थी। शबाना की खूबसूरत जाँघें उसे मादक लग रही थी। कुछ तो फिल्म के चुदाई सीन का असर था और कुछ शबाना की खूबसूरती का। ताज़ीन बेहद चुदासी औरत थी और मर्दों के साथ-साथ औरतों में भी उसकी दिलचस्पी थी।
ताज़ीन ने टीवी बंद किया और वहीं शबाना के पास सो गयी। थोड़ी देर तक बिना कोई हरकत किये वो लेटी रही। फिर उसने अपना हाथ शबाना के उठे हुए घुटने वाली जाँघ पर रख दिया। हाथ रख कर वो ऐसे ही लेटी रही, एक दम स्थिर। जब शबाना ने कोई हरकत नहीं की, तो ताज़ीन ने अपने हाथ को शबाना की जाँघ पर फिराना शुरू कर दिया। हाथ भी इतना हल्का कि सिर्फ़ उंगलियाँ ही शबाना को छू रही थी, हथेली बिल्कुल भी नहीं। फिर उसने हल्के हाथों से शबाना की नाइटी को पूरा ऊपर कर दिया। अब शबाना की पैंटी भी साफ़ नज़र आ रही थी। ताज़ीन की उंगलियाँ अब शबाना के घुटनों से होती हुई उसकी पैंटी तक जाती और फिर वापस ऊपर घुटनों पर आ जाती। यही सब तकरीबन दो-तीन मिनट तक चलता रहा। जब शबाना ने कोई हरकत नहीं की, तो ताज़ीन ने शबाना की पैंटी को छूना शुरू कर दिया लेकिन तरीका वही था। घुटनों से पैंटी तक उंगलियाँ परेड कर रही थी। अब ताज़ीन धीरे से उठी और उसने अपनी नाइटी और ब्रा उतार दी, और सिर्फ़ पैंटी में शबाना के पास बैठ गयी। शबाना की नाइटी में आगे कि तरफ़ बटन लगे हुए थे। ताज़ीन ने बिल्कुल हल्के हाथों से बटन खोल दिये। फिर नाइटी को हटाया तो शबाना के गोरे चिट्टे मम्मे नज़र आने लगे। अब ताज़ीन के दोनों हाथ मसरूफ हो गये थे। उसके एक हाथ की उंगलियाँ शबाना की जाँघ और दूसरे हाथ की उंगलियाँ शबाना के मम्मों को सहला रही थी। उसकी उंगलियाँ अब शबाना को किसी मोर-पंख की तरह लग रही थीं। जी हाँ! शबाना उठ चुकी थी लेकिन उसे अच्छा लग रहा था, इसलिये बिना हरकत लेटी रही। वो इस खेल को रोकना नहीं चाहती थी।
अब ताज़ीन की हिम्मत बढ़ गयी थी। उसने झुककर शबाना की चुची को किस किया। फिर उठी और शबाना की टाँगों के बीच जाकर बैठ गयी। शबाना को अपनी जाँघ पर गर्म हवा महसूस हो रही थी। वो समझ गयी कि ताज़ीन की साँसें हैं। ताज़ीन शबाना की जाँघ को अपने होंठों से छू रही थी, बिल्कुल उसी तरह जैसे वो अपनी उंगलियाँ फिरा रही थी। अब वही साँसें शबाना को अपनी पैंटी पर महसूस होने लगीं, लेकिन उसे नीचे दिखायी नहीं दे रहा था। वैसे भी उसने अभी तक आँखें नहीं खोली थी। अब ताज़ीन ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और उसे शबाना की पतली सी पैंटी में से झाँक रही गरमागरम चूत की दरार पर टिका दी। कुछ देर ऐसे ही उसने अपनी जीभ को पैंटी पर ऊपर-नीचे फिराया। शबाना की पैंटी ताज़ीन के थूक से और चूत से निकाल रहे पानी से भीगने लगी थी। अचानक ताज़ीन ने शबाना की थाँग पैंटी को साइड में किया और शबाना की नंगी चूत पर अपने होंठ रख दिये। शबाना से और बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपनी गाँड उठा दी, और दोनों हाथों से ताज़ीन के सिर को पकड़ कर उसका मुँह अपनी चूत से चिपका लिया। ताज़ीन की तो दिल की मुराद पूरी हो गयी थी! अब कोई डर नहीं था! वो जानती थी कि अब शबाना सब कुछ करने को तैयार है – और आज की रात रंगीन होने वाली थी।
ताज़ीन ने अपना मुँह उठाया और शबाना की पैंटी को दोनों हाथों में पकड़ कर खींचने लगी। शबाना ने भी अपनी गाँड उठा कर उसकी मदद की। फिर शबाना ने अपनी नाइटी भी उतार फेंकी और ताज़ीन से लिपट गयी। ताज़ीन ने भी अपनी पैंटी उतारी और अब दोनों बिल्कुल नंगी एक दूसरे के होंठ चूस रही थीं। दोनों के मम्मे एक दूसरे से उलझ रहे थे। दोनों ने एक दूसरे की टाँगों में अपनी टाँगें कैंची की तरह फंसा रखी थीं और ताज़ीन अपनी कमर को झटका देकर शबाना की चूत पर अपनी चूत लगा रही थी, जैसे कि उसे चोद रही हो। शबाना भी चुदाई के नशे में चूर हो चुकी थी और उसने ताज़ीन की चूत में एक उंगली घुसा दी। अब ताज़ीन ने शबाना को नीचे गिरा दिया और उसके ऊपर चढ़ गयी। ताज़ीन ने शबाना के मम्मों को चूसना शुरू किया। उसके हाथ शबाना के जिस्म से खेल रहे थे।
शबाना अपने मम्मे चुसवाने के बाद ताज़ीन के ऊपर आ गयी और नीचे उतरती चली गयी। ताज़ीन के मम्मों को चूसकर उसकी नाभि से होते हुए उसकी ज़ुबान ताज़ीन की चूत में घुस गयी। ताज़ीन भी अपनी गाँड उठा-उठा कर शबाना का साथ दे रही थी। काफी देर तक ताज़ीन की चूत चूसने के बाद शबाना ताज़ीन के पास आ कर लेट गयी और उसके होंठ चूसने लगी। अब ताज़ीन ने शबाना के मम्मों को दबाया और उन्हें अपने मुँह में ले लिया – ताज़ीन का एक हाथ शबाना के मम्मों पर और दूसरा उसकी चूत पर था। उसकी उंगलियाँ शबाना की चूत के अंदर खलबली मचा रही थी। शबाना एक दम निढाल होकर बिस्तर पर गिर पड़ी और उसके मुँह से अजीब-अजीब आवाज़ें आने लगी। तभी ताज़ीन नीचे की तरफ़ गयी और शबाना की चूत को चूसना शुरू कर दिया। अपने दोनों हाथों से उसने चूत को फैलाया और उसमें दिख रहे दाने को मुँह में ले लिया और उस पर जीभ रगड़-रगड़ कर चूसने लगी। दोस्तों यह कहानी आप मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
शबाना तो जैसे पागल हो रही थी। उसकी गाँड ज़ोर-ज़ोर से ऊपर उठती और एक आवाज़ के सथ बेड पर गिर जाती, जैसे कि वो अपनी गाँड को बिस्तर पर पटक रही हो। फिर उसने अचानक ताज़ीन के सिर को पकड़ा और अपनी चूत में और अंदर ढकेल दिया। उसकी गाँड तो जैसे हवा में तैर रही थी और ताज़ीन लगभग बैठी हुई उसकी चूत खा रही थी। वो समझ गयी कि अब शबाना झड़ने वाली है और उसने तेज़ी से अपना मुँह हटाया और दो उंगलियाँ शबाना की चूत के एक दम अंदर तक घुसेड़ दी। उंगलियों के दो तीन ज़बरदस्त झटकों के बाद शबाना की चूत से जैसे परनाला बह निकला। पूरा बिस्तर उसके पानी से गीला हो गया। फिर ताज़ीन ने एक बार फिर अपनी टाँगें शबाना की टाँगों में कैंची की तरह डाल कर अपनी चूत को शबाना की चूत पर रख दिया और ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगी, जैसे कि वो शबाना को चोद रही हो। दोनों कि चूत एक दूसरे से रगड़ रही थी और ताज़ीन शबाना के ऊपर चढ़ कर उसकी चुदाई कर रही थी। शबाना का भी बुरा हाल था और वो अपनी गाँड उठा-उठा कर ताज़ीन का साथ दे रही थी। तभी ताज़ीन ने ज़ोर से आवाज़ निकाली और शबाना की चूत पर दबाव बढ़ा दिया। फिर तीन चार ज़ोरदार भारी भरकम धक्के मार कर वो शाँत हो गयी। उसकी चूत का सारा पानी अब शबाना की चूत को नहला रहा था। फिर दोनों उसी हालत में नंगी सो गयीं।
अगले दिन शबाना और ताज़ीन नाश्ते के बाद बातें करने लगीं।
“शबाना सच कहूँ तो बहुत मज़ा आया कल रात!”
“मुझे भी…!”
“लेकिन अगर असली चीज़ मिलती तो शायद और भी मज़ा आता!”
“क्यों आपा, जिजाजी को बुलायें?” आँख मारते हुए शबाना ने कहा।
“उनको छोड़ो, उन्हें तो महीने में एक बार जोश आता है और वो भी मेरी तस्कीन होने से पहले बह जाता है…. और जहाँ तक मैं परवेज़ को जानती हूँ, वो किसी औरत को खुश नहीं कर सकता… तुमने भी तो इंतज़ाम किया होगा अपने लिये…!”
ये सुनकर शबाना चौंक गयी, लेकिन कुछ कहा नहीं।
ताज़ीन ने चुप्पी तोड़ी। “इसमें चौंकने वाली क्या बात है… मैं भी अक्सर गैर मर्दों और औरतों से भी चुदवाती रहती हूँ… अगर तुम्हारी पहचान का कोई है तो उसे बुला ना!” ताज़ीन काफी खुली हुई और ज़िंदगी का मज़ा लेने वालों में थी। उसने काफी लण्ड खाये थे।
ये सुनकर शबाना दिल ही दिल में खुश हो गयी। “ठीक है आपा! मैं बुलाती हूँ… लेकिन आप छुप कर देखना और फिर मौका देख कर आ जाना!”

कहानी जारी है…….. आगे की कहानी पढने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करे ….

hindisexstories.autocamper-service.ru: Hindi Sex Kahani © 2015


"chudai ki kahani hindi mai""bahan ki chudai hindi me"Sex Hindi storymeri sharmili patni chud gyi"maa ke sath puja""group me chudai ki kahani""हिन्दी सेक्स कहानियां"মায়ের গুদের মজাछिनाल सासू चूतধোনের মাল খেয়ে বমি করে দিলো চটি"sex story maa beta""hindi sex story chodan com""doodh wale ne choda""antarvasna group"sgi kaki ki tnd me chudai ki sex story"family me chudai"থুথু দিয়ে চোদা"mastram ki sex""dudh wale ne choda"मस्तराम की मस्तीभरी बुर चुदाई की कहानी |"maa ki jabardast chudai""mastaram sex story""marathi sex stories in pdf"doctor ki chudai spa-karloveमाँ बाप के चुदाई बेटे ने देखली"bahu ki chudai""chachi ki chudai ki kahani""mom sex story in hindi""beti sex story"सैक्सी बीवी दिदी अदला-बदली कहानी"maa beta sexy kahaniya""baap beti sex khani""bhai bahan story""www chodan.com""train mein chudai""sex story marathi font""behan ki jabardasti chudai""mastram ki sex"গুদে পোদে বালে চটি"maa ka rape kiya"www.antarvasnasexstories"bollywood actress ki chudai story""bahu ki chudai story""ma beta ki chudai kahani"स्त्री पुरुष मिलन विडियो"parivar ki chudai"সবার পিছনে চটি"meri pehli chudai"mastaram net com sachi chodvani gatana adharit stori gujarati ma"sexi kahani marathi""mausi ko pregnant kiya""mastram hindi sexy kahaniya""antarvasna risto me chudai""mastram sex store"آنٹی کو چوداदीदी ने कहा भैया मेरी ननद को चोदलोमस्तराम लण्ड चुदाई कहानी"antarvasna 2009""maa ne randi banaya"মেয়েদের গুদ থেকে কি বীর্য বাইরে বের হয়"sex story beta""gujarati sexi kahani""mother and son sex story in hindi""behan ko randi banaya""hindi sex story maa bete ki""mastram chudai kahani""maa ke samne beti ki chudai"mastram sex story"gujarati chudai kahani""sunny leone chudai kahani"mastaram.net"sex story sali"ابو.نے.امی.کی.CHUDAI.لیcallboy ki kahaniচটি গল্প আমাকে না চুদলে বাবাকে বলে দিবchamada piche karna sikhaya sexy storynow.bur.old.bur.dikanaचाची कि चुदाई सेक्स हिन्दी स्टोरी"group sexy story""mastaram. net""mast kahaniya""cudai khaniya""mastaram hindi sex story""maa ko pataya"बुर को जैसे चौड़ा की थी वैसे कर तभी दर्द कम होगाwife ke sath trip pe threesome "xxx katha marathi""mami ki chudai"Boor kachudae kahani"bollywood actress ki chudai ki kahani""kuwari mausi ki chudai""chodan . com"bidhwa ki chudayi Hindi storycall boy sex story"baap beti chudai"