हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम दीपेन है और में बहुत दिन से सोच रहा था कि में भी मेरी लाईफ में हुई घटना को आप लोगो के साथ शेयर करूँ. में एक सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ और गुजरात में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करता हूँ. आज में मेरी पहली स्टोरी लिख रहा हूँ और मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी यह स्टोरी जरुर पसंद आएगी. ये बात कुछ साल पहले की है जब में कॉलेज में था.
ये स्टोरी मेरी मम्मी की है, जिनकी उम्र 44 साल है, उनका नाम रागिनी है, मम्मी बहुत गौरी है, उनका ब्रेस्ट और गांड भी बहुत बड़ी और खूबसूरत है. मम्मी को सब लोग रास्ते में और हमारे पड़ोस में ग़लत नज़र से देखते है, वो बहुत ही सुंदर है और अच्छी सोच की औरत है, वो हमेशा साड़ी, सलवार पहनती थी, लेकिन उनका क्लीवेज थोड़ा-थोड़ा दिखता था और पेट भी साफ़-साफ़ दिखता था, जब से यह घटना हुई थी तब से मम्मी बिल्कुल बदल गयी थी.
मम्मी की एक फ्रेंड है कलावती आंटी, वो बहुत ही अमीर है और स्मार्ट भी है, वो टॉप जीन्स, स्कर्ट यह सब पहनती है, वो मम्मी की कॉलेज की फ्रेंड है. में आपको बताना तो भूल ही गया कि मेरे पापा एक सरकारी नौकरी करते है, लेकिन उनकी सैलरी बहुत ज़्यादा नहीं थी. कलावती आंटी के पास बहुत महँगी कारे थी, उसका पति बहुत बड़ा बिज़नसमैन था. वो हमेशा मम्मी को 5 स्टार होटल में रहने की या कही बाहर टूर करने की बात बोलती थी. अब मम्मी ये सब सुनकर बहुत खुश हो जाती थी, लेकिन यह सोचकर दुखी भी होती थी कि हमारे पास उतना पैसा नहीं है और हम लोग उतना इन्जॉय नहीं कर सकते है.
एक बार आंटी ने मम्मी से कहा कि हमारा मुंबई जाने का प्लान बन रहा है, तो तुम लोग भी हमारे साथ चलो. तो पहले मम्मी ने पापा से पूछा, तो पापा राज़ी नहीं हुए क्योंकि पापा को कलावती आंटी पसंद नहीं थी. फिर मम्मी पापा से नाराज़ हो गई, तो पापा ने कहा कि तुम दीपेन के साथ घूमकर आओ. तो मम्मी बहुत खुश हो गयी और कलावती आंटी को फोन कर दिया और बोल दिया कि हम लोग जाने की पैकिंग कर लेंगे.
अब में भी बहुत खुश हो गया था, क्योंकि कलावती आंटी का पति हमारी ट्रिप स्पॉन्सर करने वाले थे. फिर हम लोगों ने अपनी पैकिंग कर ली और मम्मी कलावती आंटी से फोन पर बातें करने लगी और हँसने लगी, लेकिन में कुछ समझा नहीं. फिर 3 दिन के बाद हम लोग रात को 9 बजे एरयपोर्ट पहुँच गये, अब आंटी ने एक बहुत ही सुंदर पारदर्शी साड़ी पहनी थी और उनके साथ उनका पति भी था.
अब मम्मी को देखकर वो लोग खुश हुए और कलावती आंटी के पति ने मम्मी को गले लगाया और कहा कि कलावती योवर फ्रेंड इज रियली ब्यूटिफुल, वी विल हैव फन इन मुंबई, तो आंटी हँसने लगी और मम्मी शर्मा गयी. अब हम लोग एक घंटे के बाद मुंबई पहुँच गये, जब 11 बज रहे रहे थे. अब धरम अंकल ने एक 3 स्टार होटल में दो मस्त रूम बुक किए थे, कलावती आंटी के पति का नाम धरम था.
अब एक रूम में में और मम्मी थे और दूसरे रूम में आंटी और अंकल थे. अब में और मम्मी देखकर सर्प्राइज़ हो गये, वो इतना अच्छा होटल था, उसमें ब्यूटिफुल रूम थे. फिर उस दिन हम लोगों ने रेस्ट लिया और फिर अगले दिन सुबह हमें जगाने अंकल आए और मम्मी को गुड मॉर्निंग बोले और हमें तैयार होने के लिए बोले, क्योंकि हमें घूमने जाना था.
अब मम्मी ने साड़ी पहनी थी और आंटी ने एक स्कर्ट और टॉप पहनी थी, वो मस्त लग रही थी. फिर आंटी ने मम्मी को कहा कि चलो आज हम लोग बहुत मस्ती करेंगे और मुझे आँख मारकर बोली कि तू भी देख लेना और मस्ती कर लेना, तो अब में भी खुश हो गया.
अब पूरा दिन हम लोग बहुत घूमे और बिच पर खूब मस्ती की और हम सब रात को होटल में 7 बजे आ गये. अब आंटी, अंकल और मम्मी कुछ बातें कर रहे थे और वो सब हंस रहे थे. फिर में अपने रूम में आ गया और आधे घंटे के बाद मम्मी आकर मुझसे बोली कि हम लोग नीचे लॉन में जा रहे है तुम टी.वी देखो या जो मन करे करो, तो मैंने कहा ओके. अब मुझे समझ में आ गया था कि वो लोग कुछ इन्जॉय करेंगे. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
फिर में मम्मी के जाने के बाद पीछे-पीछे गया तो मैंने देखो कि मम्मी और अंकल लॉन में बैठे थे. अब मम्मी अंकल के साथ बातें कर रही थी और अपने हाथ में शराब लेकर बहुत हंस रही थी. अब मुझे होटल में मम्मी बहुत ही खुश नज़र आ रही थी. अब मम्मी और अंकल थोड़ा पीने के बाद आराम से गप्पे मार रहे थे. फिर मैंने देखा कि मम्मी को थोड़ा-थोड़ा नशा हो रहा था और उनकी साड़ी से उनका क्लीवेज साफ़ दिख रहा था और अंकल उसे घूर रहे थे. अब में उन लोगों की बातें सुनने के लिए मेरे सामने के एक पेड़ के पीछे गया और पेड़ के पीछे छुपकर उन लोगों की बातें सुनने लगा.
फिर अंकल ने मम्मी को बोला कि रागिनी यू आर रियली ब्यूटिफुल तुम साड़ी में बहुत मस्त लग रही हो. फिर मम्मी ने कहा कि थैंक्स धरम जी आपने हमें घुमाया और होटल में रखा, आप बहुत ही अच्छे आदमी हो, में आज बहुत खुश हूँ थैंक यू. फिर अंकल ने मम्मी से कहा कि थोड़ा और पियो आज तो यहाँ इन्जॉय करो, यहाँ कोई प्रोब्लम नहीं है.
मम्मी ने कहा कि हाँ पति के साथ पीती हूँ ना, वो आज कलावती ने कहा इसलिए और आप बोल रहे है तो दीजिए, लेकिन प्लीज़ ज़्यादा नहीं, मुझे बहुत नशा हो जाता है में खुद को संभाल नहीं पाती हूँ. फिर में सोचने लगा कि कलावती आंटी कहाँ गयी? फिर थोड़ा और पीने के बाद मम्मी बिल्कुल टल्ली हो गयी और अंकल मम्मी के पास बैठ गये और ऐसे ही उनके हाथ पर छूने लगे, अब मम्मी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था.
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