मस्तराम डॉट नेट के प्यारे पाठको आज मै पहली बार अपनी बीवी द्वारा सुनी गयी रियल कहानी बताने जा रहा हु मुझे आशा है आप लोग जरुर विस्वास करेगे तो मित्रो यह स्टोरी है रेश्मा की और वो मुरादाबाद के एक कॉलेज में पढ़ती है. उसका दूसरा साल चल रहा है. वो एक मिड्ल-क्लास परिवार से है और दिखने में काफ़ी सुंदर भी है. उनकी यूनिवर्सिटी में वेस्टर्न ड्रेस पहेनना अलोड नही है इसीलिए वो सलवार-कमीज़ पहनती है. इस कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टिल है, जहाँ वो फिलहाल रह रही है. वो अपनी रूम-मेट के साथ रूम-38 में रहती है जो कि 2न्ड-फ्लोर पे है. कल उनका प्रॅक्टिकल है और उन दोनो ने बिल्कुल भी तैयारी नही की है. रेश्मा टू रोशनी-” हे रोशनी कल हमारा प्रॅक्टिकल है और मुझे तो उसका एबीसी भी नहीं आता. अगर कल फैल होगये
तो सेमेस्टर में फैल हो जाएँगे.” आप यह कहानी गुरु मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
रोशनी बोली “ए रेश्मा तू इतना डरती क्यों है मैं कुछ ना कुछ जुगाड़ निकाल ही लूँगी.”
तो रोशनी और रेश्मा ने प्लान बनाया कि अभी शाम के 7 ही बजे हैं और वे फॅकल्टी कॅंपस में जाके प्रोफेसर विवेक से कुछ समझ सकते हैं. अब दोनो नहा-दो के प्रोफेसर के हाउस की ओर चल पड़े.
रेश्मा- रोशनी मुझे तो बिल्कुल एक वर्ड भी नही आता, और प्रोफेसर को पता चला तो वो मुझे नहीं बख्सेन्गे.
रोशनी-” साली तू इतनी चिंता करेगी तो मैं भी नर्वस हो जाउन्गि. गान्ड में दम है तो चल वरना उल्टी जा.”
रेश्मा-अच्छा अच्छा गालियाँ मत दे चल रही हूँ मैं. आप यह कहानी गुरु मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
प्रोफेसर विवेक जो कि 31 साल के थे अपने घर में खाना बना रहे थे. प्रोफेसर शादी शुदा थे और उनकी बीवी टीचर थी जिसकी पोस्टिंग दिल्ली में थी. वो वीकेंड्स पर हो आती थी. ##ट्रिन टिंग## डोर बेल बजी. प्रोफेसर ने जाके गेट खोला तो पाया कि रोशनी और रेश्मा वहाँ खड़े हैं. उन दोनो ने बड़े गले का कमीज़ पहना था जिसमे उनकी चूचियाँ सॉफ सॉफ दिख रही थी. प्रोफेसर की नज़रें बार बार वहीं जा रही थी. रोशनी बोली सर हमें कुक डाउट्स क्लियर करने हैं. प्रोफ बोले कि आओ अंदर आओ. प्रोफ़ेसर उन्हे ड्रोइन्ग-रूम में ले गये. बैठो मैं तुम्हारे लिए कुछ जूस वगेरा लाता हूँ.
-नहीं-नहीं प्रोफ़ेसर हम कुछ नहीं लेंगे रोशनी बोली. पर प्रोफ़ेसर कहाँ मान-ने वाले थे वो बोले मैं अभी एक मिनिट
मैं कुछ ले आता हूँ. इतने मैं रोशनी बोली रेश्मा से कि तू क्यों यहाँ गुन्गून की तरह बैठी है तू भी कुछ बोल ले सर से.
रेश्मा जो कि शर्मीली-टाइप की थी बोली कि आने तो दे सर को.
प्रोफ़ेसर जूस ले कर आए और उन्होने टीवी ऑन कर दिया. वो सब जूस पीने लगे. तो क्या डाउट्स हैं तुम्हारे.
रोशनी बोली की सिर कल प्रॅक्टिकल के लिए
हमने तैयारी नहीं की और कल फैल होगये तो सारा काम खराब हो जाएगा.
प्रोफ़ेसर बोला कि अब आख़िरी दिन मैं इतने बड़े टॉपिक की तैयारी तो नहीं हो सकती. कोई पर्टिक्युलर टॉपिक हो तो बताओ.
नहीं सर हमें तो कुछ भी नहीं आता. फिर तो मैं कुछ नहीं कर सकता. हां पर एक रास्ता है.
“वो क्या सर”- रोशनी बोली. सर बोले कि सोच लो वो रास्ता इतना ईज़ी नहीं होगा आपके लिए. रोशनी बोली कि सर बताओ तो सही करना क्या है हमें पास होने के लिए.
प्रोफ़ेसर ने उन दोनो कि आँखों में देखा और बोले कि अगर आज रात रेश्मा मेरे साथ सो जाए तो मैं तुम दोनो को ए+ ग्रेड्स दिलवा सकता हूँ. आप यह कहानी गुरु मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
यह सुनकर शर्मीली रेश्मा के ऱोगटे खड़े होगये. वो शर्म के मारे नीचे ज़मीन की ओर देखने लगी और बोली -“नहीं सर ऐसा नहीं हो सकता” आप यह कहानी गुरु मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
सर बोले -“रोशनी समझा दो अपनी दोस्त को. अगर तुम दोनो पास होना चाहती हो तो आज रात रेश्मा को मुझे अपनी देनी पड़ेगी.”
यह सुनते ही रेश्मा खड़ी होके कमरे से बाहर चली गयी. रोशनी ने कहा कि सर मैं अभी उससे समझा के लाती हूँ एक मिनिट में.
रोशनी तभी बाहर गयी और रेश्मा से बोली कि एक रात की ही तो बात है. और तू अकेली थोड़ी होगी में भी वहाँ तेरे साथ रहूंगी. रेश्मा बोली कि “नहीं रोशनी!! मैं एक शरीफ परिवार से हूँ और मैं ऐसा नहीं करूँगी बस. रोशनी ने 15-20मिनट बात करके उसे मना ही लिया और फाइनली वो मान गयी.
वो दोनो कमरे में गये और रोशनी बोली कि सर यह तैयार है. सर ने उन्हे बेडरूम का रास्ता दिखाया और बोले मैं कंडोम पहेन कर आया. रेश्मा वर्जिन नहीं थी पर वो बड़ी नर्वस थी. सर एक मिनिट में ही कमरे में आ गये. वो रेश्मा से बोले कि तुम बेड पर लेट जाओ. फिर रोशनी से बोले कि तुम यहाँ आके मेरे कपड़े निकालो. रोशनी ने सर की शर्ट अनबटन की और पॅंट भी निकाल दी. सर रोशनी के होठों पर किस करने लगे और उनके होठों से सिगरेट की स्मेल आ रही थी. उनका हाथ रोशनी की सलवार के अंदर था और वो रोशनी के चुतड़ों के बीच में हाथ सहला रहे थे. यह देख
कर रेश्मा शरमा सी गयी कि उसकी एक लौति दोस्त की सलवार में उनके सर का हाथ है. सर का खंबा खड़ा होगया और वह लगभग 10-11 इंच लंबा था. रोशनी उनका खंबा देखके हैरान रह गयी. आप यह कहानी गुरु मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
अब रोशनी को किस-विस्स करके वह रेश्मा के पास जाने लगे. उन्होने उसकी सलवार का नाडा खोला और सलवार नीचे खिसका के निकाल दी. उन्होने रेश्मा को बैठने को कहा और उसका सूट निकाल दिया. प्रोफ़ेसर ने रेश्मा की ब्रा नीचे की ओर कर उसकी चुचियों के बीच हाथ फेरने लगे. उन्होने रोशनी से कहा कि तुम भी नगी हो जाओ, आज रात को बड़े मज़े करेंगे.
प्रोफ़ेसर ने रेश्मा की पैंटी निकाली और उसके लंबे लंबे बाल देख के हैरान होगये और उससे बोले कि रेश्मा तुम शेव नहीं करती क्या. रेश्मा कुछ नहीं बोली. उन्होने रोशनी से कहा कि अब तुम अपनी चूत को रेश्मा के मूह में डाल दो. रोशनी रेश्मा के मूह पर बैठ गयी और रेश्मा उसकी चूत चूसने लगी. प्रोफ़ेसर खड़े हुए और उन्होने अपना लॅमप्पोस्ट रेश्मा के चूत में घुसा दिया.वो उसे बहुत तेज़ी से अंदर बाहर करने लगे. रेश्मा ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी और उसने अपनी उंगली रोशनी की गान्ड में डाल कर इन आउट करने लगी. थोड़ी देर में ही रेश्मा का क्लाइमॅक्स आ गया. अब सर ने अपना लंड रेश्माकी चूत में से निकाला और उन्दोनो की पोज़िशन इंटरचेंज कर दी. और बोले “दिस ईज़ डिसप्लेसमेंट रिक्षन और हँसने लगे.” रोशनी की चूत रेश्मा से ढीली थी. इसमे सर का लंड आसानी से जा आ रहा था. थोड़ी देर में सर और रोशनी का भी क्लाइमॅक्स आ गया. वो सब टाय्लेट में गये और फ्रेश होके आ गये. रेश्मा अब ड्रेस पहनने लगी. सर ने उसे रोका और बोले आज रात तुम दोनो मेरे साथ नंगी ही सोना. यह सुनके के रेश्मा ने अपना ब्लाउस निकाला और बेड पर लेट गयी. रोशनी भी आई और सर और वो दोनो बेड पर लेट गये. सर ने रेश्मा की चुचियों पर सर रखा और सो गये. उस रात सर ने दोनो की मस्त चुदाई की . सुबह रेश्मा और रोशनी होस्टल पहुच गई . सर ने अपना वादा निभाया और टेस्ट मे दोनो को अच्छे मार्क्स दिए .
समाप्त