प्रेषिका: सुनीता सिंह
मेरा नाम सुनीता है. मेरी उमर 19 साल की है और मैं बहुत ही खूबसूरत हूँ. मेरी दो सहेलियाँ हैं जिसका नाम जैनब और श्रुति है. वो दोनो मेरे साथ ही कॉलेज में पढ़ती थी. हम तीनो ही बहुत ही सेक्सी थे. कॉलेज में ही हमारा ढेर सारे लड़को से संबंध था. हम तीनो ही उनसे खूब चुदवाते थे. श्रुति चुदवाने में सबसे ज़्यादा तेज थी. श्रुति हमेशा ही खूब लंबे और मोटे लंड की तलाश में रहती थी. जैनब को कई लड़को से एक साथ चुदवाने में ज़्यादा मज़ा आता था लेकिन उसे ज़्यादा लंबा और मोटा लंड पसंद नहीं था. जहाँ तक मेरा सवाल है तो मुझे एक साथ चूत और गांड दोनो में लंड लेना पसंद था.
पढ़ाई ख़तम होने के बाद जैनब और मैं 2 साल के लिए दूसरे शहर में पढ़ने चले गये. हमारे जाने के 6 महीने के बाद ही श्रुति की शादी उसी शहर में अमर के साथ हो गयी थी. अमर बहुत ही अमीर आदमी था और अय्याश भी. श्रुति ने हम दोनो को भी शादी में बुलाया लेकिन हम उसकी शादी में नहीं आ सके. श्रुति ने अपनी शादी की दूसरी सालगिरह पर हम दोनो को बुलाया. मैं जैनब के साथ श्रुति के पास आ गयी. श्रुति ने हम दोनो को देखा तो बहुत खुश हो गयी. हम सब ने आपस में खूब बातें की
श्रुति ने मुझे बताया कि वो शादी के बाद से और ज़्यादा सेक्सी हो गयी थी और वो कई आदमियों से चुदवा चुकी थी. उसकी एक दलाल से जान पहचान हो गयी थी जो कि अमीर औरतों को आदमी सप्लाइ करता था. मैं जानती थी कि ये मुंबई के लिए आम बात है. श्रुति ने हम दोनो को लगभग 150 आदमियों के फोटो दिखाए और बोली, मैं इन सब से चुदवा चुकी हूँ. वो सभी आदमी फोटो में एक दम नंगे थे. उन सब आदमियों का लंड एक से बढ़कर एक था. किसी का लंड 8″ से कम लंबा नहीं था. मैने श्रुति से कहा, इन सब का लंड तो बहुत ही लंबा और मोटा है. वो बोली, तू तो जानती ही है कि मुझे तो खूब मोटा और लंबा लंड ही पसंद आता है और उसी से चुदवाने में मुझे मज़ा भी आता है. आज मैने एक पार्टी रखी है. आज हम सब सारी रात चुदाई का पूरा मज़ा उठाएँगे. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
श्रुति ने 6 मर्दो के फोटो हमारे सामने रखते हुए कहा, मैं आज इन सब को बुलाया है. मैने पूच्च्छा, अगर अमर आ गया तो. वो बोली, वो तो महीने 25 दिन बाहर ही रहता है. इसी लिए तो मैने दूसरे आदमियों से चुदवाना शुरू किया है. मैने कहा, अमर तुझे कुच्छ कहता नहीं. वो बोली, वो भी तो अय्याश है और तमाम लड़कियों को चोद्ता रहता है. मैं उसके सामने भी कई बार चुदवा चुकी हूँ. मैने कहा, तो फिर तूने आज 6 मर्दो को क्यों बुलाया है. श्रुति बोली, क्या तुम सब को चुदवाना नहीं है. मैने कहा, चुदवाना तो है लेकिन 6 मर्द एक साथ. वो बोली, तो क्या हुआ, तभी तो चुदाई का असली मज़ा आएगा. मैने कहा, इन सभी का लंड 11″ से कम नहीं है. वो बोली, इसी लिए में केवल इन्हें ही बुलाया है. मैं तो आज रात इन सब से कम से कम 1 बार ज़रूर चुदवाउन्गि. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
जैनब बोली, श्रुति, तू तो जानती है कि मुझे कई मर्दो से एक साथ चुदवाना पसंद है लेकिन मैं ज़्यादा लंबा और मोटा लंड पसंद नहीं करती. श्रुति बोली, छ्चोड़ यार, तूने लंबे और मोटे लंड का मज़ा कभी लिया ही नहीं फिर तू क्या जाने की खूब लंबे और मोटे लंड से चुदवाने का मज़ा क्या होता है. आज तो मैं तुझे इन सब ज़रूर चुदवाउन्गि. जैनब बोली, तब मेरी हालत एक दम खराब हो अमरगी क्यों की इसमें से किसी का लंड 11″ से कम लंबा नहीं है. मैं तो सुबह तक बिस्तेर पर से हिलने डुलने के काबिल ही नहीं रहूंगी. श्रुति बोली, क्यों तुझे कल सुबह कहीं जाना है क्या. जैनब बोली, नहीं यार, कहीं नहीं जाना है. हम दोनो तो तेरे पास कम से कम 10 दीनो तक रहेंगी. श्रुति बोली, फिर सारा दिन तू बिस्तेर पर ही आराम करना.
उसके बाद श्रुति ने मुझसे कहा, तेरा क्या ख़याल है, सुनीता. मैने कहा, तू तो जानती ही है मुझे एक साथ दो लंड अंदर लेना पसंद है. मुझे तो कोई दिक्कत नहीं है. मैं पहले भी 11″ लंबा लंड अंदर ले चुकी हूँ. मैं तो इन सब से कम से कम 2 बार ज़रूर चुदवाउन्गि. श्रुति बोली, फिर ठीक है. आज रात हम सब को चुदवाने में खूब मज़ा आएगा.
सारा दिन हम गॅप शॅप करते रहे. रात के 8 बजे एक सूमो आ कर खड़ी हुई. उसमें से 6 हत्थे कत्थे जवान मर्द बाहर आए. मैं उन्हें देखकर खुश हो गयी. जैनब उन्हें देख कर थोड़ा उदास हो गयी. श्रुति ने जैनब से पूछा, तू क्यों उदास है. वो बोली, इन सब के लंड के बारे में सोच कर मैं परेशान हूँ. श्रुति बोली, फिर तो आज सबसे पहले मैं तेरी ही चुदाई कराउंगी. जैनब बोली, नहीं, मैं सब से बाद में चुदवाउन्गि. श्रुति ने कहा, तू लाख कोशिश कर ले लेकिन आज मैं सबसे पहले तुझे ही इन सब के हवाले करूँगी. ये सब तेरी चुदाई कर कर के तेरी चूत को एक दम चौड़ा कर देंगे. जैनब बोली, इसका मतलब आज तू मेरा कतल करवाने पर तुली है. श्रुति बोली, कुच्छ ऐसा ही समझ ले. जैनब बोली, ये सब मेरी चूत की हालत खराब कर देंगे और साथ में मेरा भी. श्रुति बोली, मुझसे शर्त लगा ले. कल सुबह के पहले अगर तूने खुद ही संजय से दोबारा नहीं चुदवाया तो मैं अपना नाम बदल दूँगी. जैनब बोली, ये संजय कौन है. श्रुति बोली, संजय सबसे ज़्यादा देर तक चोद्ता है और बहुत ताकतवर भी. मैं सबसे पहले उसी से तेरी चुदाई कराउंगी. जैनब चुप हो गयी. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
वो सभी अंदर आ गये. श्रुति ने कहा, तुम सब कुच्छ पियोगे. उसमें से एक बोला, आज रात बहुत मेहनत करनी है. हो सके तो कुच्छ ड्रिंक पीला दो. श्रुति ने उन सब को 1 बॉटल शराब ला कर दे दी. वो सब शराब पीने लगे. श्रुति ने जैनब की तरफ इशारा करते हुए संजय से कहा, ये मेरी सहेली जैनब है. आज तक इसने 7″ से ज़्यादा लंबे लंड से नहीं चुदवाया है. तुम सबसे पहले इसकी चुदाई करो. मैं नहीं चाहती कि इसे बार बार तकलीफ़ उठानी पड़े. तुम इसकी चूत में एक दम बेरहमी से अपना लंड घुसा देना. संजय बोला, मेडम, फिर तो ये बहुत चिल्लाएगी. श्रुति ने कहा, तो क्या हुआ. एक बार ही तो चिल्लाएगी. उसके बाद इसे इन सब से चुदवाने में मज़ा आएगा. वो बोला, ठीक है मेडम, मैं एक दम रेडी हूँ, आप कहें तो मैं शुरू कर दूं. श्रुति बोली, हां, शुरू कर दो. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
जैनब ने श्रुति से कहा, तू मुझे मरवाएगी क्या. श्रुति बोली, नहीं यार, मैं एक बार में ही तेरा काम तमाम कर देना चाहती हूँ जिस से हम सब एक साथ मज़ा ले सकें. इसी लिए तो मैं सब से पहले संजय से ही तेरी चुदाई करने को कह रही हूँ. तब तक संजय जैनब के पास आ गया. उसका लंड एक दम टाइट हो चुका था. उसका लंड लगभग 11″ लंबा और 3″ मोटा था और वो बहुत ताकतवर भी लग रहा था. उसने जैनब के सारे कपड़े उतार दिए और उसे बेड के किनारे लिटा दिया. उसके बाद वो जैनब के पैरो के बीच में ज़मीन पर खड़ा हो गया. उसने जैनब की चूत के मूह को फैला कर अपना लंड बीच में रख दिया.
श्रुति ने बाकी के आदमियों को इशारा कर दिया तो वो सभी जैनब के पास आ गये. उन सब ने जैनब के हाथ ज़ोर से पैर पकड़ लिए. एक ने अपना लंड जैनब के मूह में दे दिया. जैनब उसका लंड चूसने लगी. तभी संजय ने एक धक्का मारा. जैनब ने उस आदमी का लंड अपने मूह से बार निकाल दिया और ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी. उस आदमी ने दूसरा धक्का लगाया तो जैनब बुरी तरह से चीखने लगी. श्रुति बोली, तू इतना चीख क्यों रही है. 7″ लंबा लंड तो तू पहले ही अंदर ले चुकी है. इसका लंड तो अभी तेरी चूत में केवल 5″ ही घुसा है. जैनब बोली, इसका मोटा भी तो बहुत है. संजय जैसे ही रुका तो श्रुति ने उसे ज़ोर से डांटा, क्यों बे, रुक क्यों गया. घुसा अपना पूरा लंड इसकी चूत में. संजय बोला, ग़लती हो गयी मेडम. अब मैं नहीं रुकुंगा.
संजय ने पुर ताक़त के साथ बहुत ही जोरदार दो धक्के लगाए. इन दो धक्कों के साथ ही उसका लंड जैनब की चूत में 8″ तक अंदर घुस गया. जैनब की चूत से खून निकलने लगा और वो बहुत ही बुरी तरह से चिल्लाने और तड़पने लगी. जैनब का सारा बदन पसीने से लथपथ हो चुका था. संजय ने एक गहरी सांस लेते हुए 2 बहुत ही जोरदार धक्के और लगा दिए. इन दो धक्कों के साथ ही उसका लंड जैनब की चूत में 10″ तक अंदर घुस गया. जैनब की चूत बुरी तरह से फैल चुकी थी. उसकी चूत ने संजय के लंड को बुरी तरह से जाकड़ रखा था. तभी संजय ने पूरी ताक़त के साथ बहुत ही ज़ोर का धक्का मारा. इस धक्के के साथ ही उसका पूरा का पूरा लंड जैनब की चूत में समा गया. उसके बाद संजय ने जैनब की चुदाई शुरू कर दी.
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