प्रेषक: राज
हम तीनों बैठ के खाना खाने के बाद, बातें करने लगे.. !!
वसीम को ड्रिंक् करने की आदत थी.. !! इसीलिए, उसने अपने लिए वाइन बुलवाई और हमारे सामने पीने लगा.. !!
मैं आप लोगों को एक बात बताना चाहता हूँ, जब वसीम के पिताजी ज़िंदा थे तब हम दोनों ने, कई लड़कियों को एक साथ चोदा है।
ड्रिंक करते करते, वसीम ने कहा – यार, आज वो पुराने दिन याद आ गये जब मैं और तू एक साथ मिलकर लड़कियों को चोदा करते थे… बहुत मज़ा आता था… चल ना, आज फिर से उन पुराने दिनों को याद करते हैं…
ये सुनकर, सलमा दंग रह गई और हम दोनों को आँखें फाड़ फाड़ कर देखने लगी।
तो, मैंने उस से कहा – यार, क्या देख रही हो… ये सच है… हम दोनों ने, बहुत सारी लड़कियों को एक साथ चोदा है… क्या तुम इसके लिए तैयार हो या डर लग रहा है… ??
सलमा ने कहा – डर कैसा… ?? हाँ, पहले कभी एक साथ दो लण्ड से नहीं चुदवाया… मगर, चलो आज इसका भी मज़ा उठाते हैं…
फिर, मैंने वसीम को और पीने से मना कर दिया।
सलमा बाथरूम में जाकर, कपड़े बदल के आ गई और बेड पर लेट गई।
हम दोनों, उसके दोनों साइड में लेट गये.. !!
सलमा ने बारी बारी से, हम दोनों को किस करना शुरू कर दिया और हम लोग उसकी चूचियों को ऊपर से दबा रहे थे।
मैं उसके एक बूब्स को ऊपर से, मुँह से काटने लगा।
वसीम उसके लिप्स पर किस कर रहा था।
सलमा, अपने दोनों हाथों से हमारे लण्ड को ऊपर से सहला रही थी।
फिर धीरे से, मैंने उसकी मैक्सी का ऊपर बेल बॉटम खोल दिया तो उसकी दोनों बड़ी बड़ी चूचीयाँ आज़ाद हो गईं।
मैंने एक एक करके, चूचियों को चूसना और ज़ोर ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया।
मैं जब उसके निप्पल को काटता था तो उसके मुँह से अहह… ओह… की आवाज़ निकलती थी।
जिस से, हम दोनों के अंदर करेंट दौड़ जाता था.. !!
कुछ देर बाद, वसीम ने सलमा की जिस्म से मैक्सी को पूरा निकल दिया और उसे पूरा नंगा कर दिया…
हमने उसे उसे बीच में लिटा दिया.. !!
मैं उसके बूब्स को चूस रहा था तो वसीम उसके नाभि को चाटने लगा।
अब तक, सलमा का बदन गरम होने लगा.. !!
उसके मुँह से, सिस्कारियां निकलने लगीं।
सलमा, अपनी बेटियाँ और बहन से बहुत ज़्यादा हॉट और सेक्सी है।
अगर, किसी ने उसके बदन को हाथ भी लगाया तो उसकी चूत गीली हो जाती है और यहाँ तो हम दो हैं, जो उसके सारे जिस्म के हिस्सों (बूब्स, चूत, गाण्ड) को मसल रहे हैं… …
इस वक़्त तो वो बेचारी, होश में भी नहीं है…
फिर, सलमा ने हम दोनों को भी नंगा कर दिया।
मैं उसकी ज़ुबान को चाट रहा था।
वो, हम दोनों के लण्ड पकड़ के हिलाने लगी और मूठ मारने लगी थी।
फिर, हम दोनों एक साथ उसकी चूत पर टूट पड़े.. !! .. !!
पहले तो मैं, उसके चूत के दाने को चूस रहा था और वसीम उसकी चूत का मुँह खोल के चाट रहा था।
हमारी इस हरकत से, सलमा के अंदर एक करेंट सा दौड़ने लगा।
वो, एक जगह आराम से टिक भी नहीं पा रही थी.. !! अपनी गाण्ड को, हिला हिला के ऊपर नीचे कर रही थी.. !!
मगर, हम भी महा चुड़क्कड़ थे.. !! बिना रुके, उसने चूत की धज़ियाँ उड़ाने में लगे थे.. !!
उसके मुँह से – अहह… इतना मज़ा तो कभी नहीं आय्आ आ आ आ अहह… आज मुझे दो लंड से चोद चोद के, जन्नत की सैर करवा दो… अहह… ऐसा लग रहा है के आज मेरी चूत और गाण्ड को फाड़ के रहोगे तुम दोनूऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ… अ आआ आअ ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह…
मैंने कहा – मेरी जान, आज तो हम तुम्हें ऐसे चोदगें के तुम्हारी सात जन्मो की प्यास बुझ जाएगी और तुम जिंदगी भर, इस चुदाई को भूल नहीं पाओगी… दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
ये कहते कहते, हम दोनों ने एक साथ उसकी चूत में उंगली डाल दी और तेज़ी से चोदने लगे.. !! सलमा का बदन सिहर उठा और वो हम दोनों के लण्ड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी।
उसने कहा – अब रुका नहीं जाता… जल्दी से, लण्ड को मेरी चूत में डालो… नहीं तो, मैं तुम दोनों के लण्ड को उखाड़ दूँगी…
फिर, हम दोनों उठ कर बेड पर लेट गये.. !!
सलमा बारी बारी करके, हम दोनों के लण्ड को चूसने लगी।
उस टाइम हमारा लण्ड लोहे का रोड बन गया था और अपने आप को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था।
लण्ड चुसवाने के बाद, मैं उठ खड़ा हुआ।
वसीम बेड के किनारे लेट गया.. !! जिससे, उसका पैर ज़मीन को छू रहा था.. !!
मैंने सलमा को, वसीम के लण्ड के ऊपर बिठा दिया। जिस से, उसकी गाण्ड में वसीम का लण्ड पूरा घुस जाए।
इतने में ही, सलमा चीख पड़ी।
अहह… आ आआ आ आआ आ आआ आ आआ आ आआ आ आअह्ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… ये तो, मेरे पेट तक घुस गया…
ओह म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्…
मैंने कहा – रानी, ये तो ट्रेलर था… पिक्चर तो अभी बाकी है… अभी से, घबराने लगी तो आगे क्या होगा… अभी मैंने अपना डंडा नहीं घुसाया, तुम्हारे इस प्यारी सी गीली चूत में… कुछ देर पहले ही चिल्ला रही थीं… जल्दी चोदो… अब रहा नहीं जाता… अब तैयार हो जाओ, एक साथ दो लण्ड अपने दोनों छेद में लेने के लिए…
इतना कहने के बाद, मैंने सलमा के पैरों को थोड़ा फैलाया और लण्ड को हाथ में पकड़ के तेज़ झटके के साथ, एक ही बार में फ़ुद्दी को चीरते हुए घुसा दिया…
सलमा फिर से चीख पड़ी – उई माँ आआ आ आआ… आअ म आ आ अ रर्रर गा आ आ ई यई ई ई ई ईई ईई ई ईई ई मईईई री ई ई ईई ई ईई ई ईई ई ई… ऊ ऊ ऊ ऊ… चूत त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त्त्त् त्त्त फट गा इि ई ई ई ई ई ई ई ई ई… ज़रा धीरे… बहुत, दर्द हो रहा है…
मगर हम कहाँ मानने वाले थे.. !! .. !!
मैंने वसीम से कहा – चल यार, शुरू हो ज़ा… आज दिखा देते हैं, इस साली को के चुदवाना किसे कहते हैं… इसके अंदर बहुत गरमी है, ना… आज, सारी गरमी निकाल देंगे…
ये सुनते ही, हम दोनों ने एक साथ चोदना शुरू कर दिया।
मैंने सलमा के दोनों पैरों को पकड़ा और दनादन चूत चोदने लगा…
मेरे साथ साथ, वसीम भी नीचे से उसी स्पीड से गाण्ड में अपना लण्ड भरता गया।
बेड पर जो गद्दा पड़ा था, वो बहुत मोटा और मुलायम स्प्रिंग जैसा था।
इसीलिए, वसीम को आसानी से तेज़ तेज चोदने में कोई दिक्कत नहीं हो रही थी।
हम दोनों भेड़िए की तरहा, सलमा के ऊपर टूट पड़े और बिना रुके उसकी गाण्ड और चूत की धज़ियाँ उड़ाने लगे.. !!
हमारे चोदने की स्पीड इतनी थी के सलमा की मुँह से चीख और आखों से आँसू निकल रहे थे।
उस वक़्त मानो, सलमा के दोनों छेद पर बिजली गिर पड़ी थी.. !!
मैं अपने लण्ड को पूरा बाहर खींच के ज़ोर के झटके के साथ, अंदर घुसाने में लगा था।
वसीम, उसकी दोनों चूचियों को पकड़ के ज़ोर ज़ोर से गाण्ड को चोद रहा था।
सलमा चिल्ला चिल्ला के कह रही थी – अह ह ष्हस्स्स्स्स स्स… ओह, बहुत दर्द हो रहा है ई ई ई… ज़रा आ आ आ आ आ धीरे ई ई ई ई…
मैं उसके मुँह को किस कर रहा था और जीभ को चूस रहा था.. !! जिस से, उसकी आवाज़ बाहर तक सुनाई ना दे क्यूंकि वो बहुत जोर से चिल्ला रही थी.. !!
करीब 8-10 मिनट तक, हम दोनों ने सलमा को इसी तरहा चोदा…
फिर हम रुके और उसे बेड पर लिटा दिया और उसकी दोनों चूचियों को चूसने लगे…
साथ ही साथ, हम दोनों उसकी चूत को रगड़ रहे थे.. !! ताकि, वो और ज़्यादा गरम हो जाए और उसका दर्द थोड़ा कम हो ज़ाये तो हम उसे फिर से चोद सकें.. !!
वसीम, उसके लिप्स को भी चूस रहा था।
सलमा ने कहा – पता नहीं, आज मैं ज़िंदा रहूंगी या नहीं… मेरा तो पूरा बदन दर्द से कांप रहा है… पता नहीं, तुमने जिन जिन लड़कियों को ऐसे चोदा है उन सब की क्या हालत हुई होगी… क्यूंकि, मैं तो जवान लड़कियों की माँ हूँ और पिछले 20-22 सालों से चुदवा रही हूँ और मेरी ये हालत है तो उनका क्या हुआ होगा… तुम दोनों तो ऐसे चोद रहे हो, जैसे कोई ड्रिल मशीन दीवार में छेद करती है… आज से पहले मैंने वसीम का ये रूप कभी नहीं देखा था… शायद, तुम साथ हो इस लिए ये आज ऐसे चोद रहा है… मैं तो कभी कभी दिन में 2-3 बार तक इस से चुदवाती हूँ, मगर तब ये आराम से चोदता है… लेकिन, आज तो मानो इसके अंदर तुम्हारा भूत घुस गया है, विनय… कुछ देर पहले, जब तुमने मुझे अकेले चोदा था तो ऐसे ही लगा था मुझे, उस वक़्त… मगर, अभी तो एसा लग रहा है के जैसे दो विनय मुझे चोद रहे हैं…
इस बीच, मैंने सलमा के मुँह में अपना लण्ड घुसेड दिया और वो उसे चूसने लगी.. !!
वसीम, उसकी चूत को चाट रहा था।
इधर, मैं चुसवाते चुसवाते उसकी चूचियों को मसल रहा था।
फिर 10-12 मिनट के बाद, मैं बेड पर लेट गया और सलमा की चूत में अपने लण्ड को डाल के उसको अपने ऊपर बिठा दिया।
उसका मुँह मेरी तरफ था और उसने मुझे कस के पकड़ रखा था।
फिर, वसीम ने उसकी गाण्ड में अपना डंडा घुसा दिया और हम दोनों मिलकर चोदने लगे।
चुदवाते चुदवाते, सलमा चिल्ला रही थी।
मैं नीचे से उसे चोद रहा था और उसकी चूचियों को चूस रहा था.. !! उसकी जीभ को चाट रहा था.. !!
वसीम ने उसके बाल को पकड़ रखा था और ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था।
उस वक़्त सलमा का चेहरा देखने लायक था.. !! पूरा लाल हो गया था.. !!
हमने जितना हो सके अपनी स्पीड बढ़ा दी तो सलमा के मुँह से – ओह… अहह… आ आ आ आहह… यह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह माआ आ आ आ आ आ की आवाज़ निकल रही थी…
बीच बीच में वसीम उठ कर, सलमा से अपना लण्ड चूसवाता था और फिर चोदता था।
ऐसा उसने, 4-5 बार किया। दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
चुदाई के टाइम, सलमा की चूत से बहुत पानी निकल रहा था। जिस से, मेरी कमर और बिस्तर गीला हो गया था।
वो, बार बार झड़ रही थी…
फिर, 5-8 मिनट बाद वसीम झड़ गया और उसने सारा का सारा वीर्य उसकी गाण्ड में भर दिया।
झड़ते वक़्त, वसीम ज़ोर ज़ोर से धक्का मार रहा था, सलमा की गाण्ड में.. !! जिस से, सलमा को बहुत दर्द हो रहा था और वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. !!
उसके बाद, वसीम हमारे साइड में लेट गया।
मैंने सलमा को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी दोनों टाँगों को फेला कर चूत में लण्ड डाल के चोदने लगा क्यूंकि अभी तक मेरा निकला नहीं था।
सलमा की आँखें बंद हो गई थीं।
फिर, मैंने उसे साइड हो के लेटने को कहा और मैं उसके पीछे लेट गया।
उसकी एक टाँग को मैंने ऊपर उठाया और अपना लण्ड उसके चूत में घुसा कर तेज़ी से चोदने लगा…
चोदते चोदते, मैं उसके चूत के दाने को रगड़ देता.. !! जिस से, वो तिलमिला उठती थी.. !!
मैं उसकी चूत को थपथपा रहा था और पीछे से चोद रहा था।
कुछ देर बाद, मैं भी झड़ने वाला था तो मैं उसके एक बूब्स को पकड़ के और ज़ोर से चोदने लगा.. !!
वो चीख चीख कर, कह रही थी – उई माआ आ आ आ… अ ष्हस्स्स्स्स स्स… मेरा तो सब कुछ फाड़ के रख दिया और सहन नहीं होता…
फिर, मैंने उसे कहा के जान, मैं झड़ रहा हूँ… तो कुछ ही देर में, वो भी मेरे साथ फिर से झड़ गई.. !!
मैं झड़ते टाइम, उसके बूब्स को कस के दबा रहा था और कान काट रहा था.. !! क्यूंकि, इतनी देर तक चुदाई कर कर के मैं भी थक गया था।
हम दोनों ही, चिल्ला चिल्ला के झड़ रहे थे।
मैं आखरी बूँद निकालने तक उसकी चूत में लण्ड को पेल रहा था।
झड़ने के बाद, मैं भी सलमा के बगल में लेट गया।
इतनी ख़तरनाक और लंबी चुदाई से, सलमा लगभग बेहोश हो गई थी…
हम तीनों ही, आँखें बंद करके पड़े हुए थे.. !!
कुछ 15-17 मिनट के बाद, सलमा उठी पानी पीने के लिए तो हमने देखा के वो ठीक से चल नहीं पा रही थी।
वसीम ने उसे कहा के तुम बैठो, मैं तुम्हें पानी देता हूँ… फिर, हम तीनों बहुत देर तक यूँही लेटे रहे.. !!
मैं और वसीम, उसके दोनों बूब्स को सहला रहे थे।
वो, हमारे नंगे बदन पर हाथ घुमा रही थी।
उसकी गाण्ड और चूत सूज गये थे.. !! .. !! दूध के निप्पल भी, सूज के लाल हो गये थे.. !! .. !!
सलमा ने कहा – ये चुदाई तो मैं जिंदगी में कभी नहीं भूल पाऊँगी… मेरे जिस्म का एक एक हिस्सा, दर्द से फटा जा रहा है… गाण्ड और चूत की तो छोड़ो, ऐसा लग रहा है जैसे मेरी कमर के नीचे कुछ नहीं है… तुम दोनों, क्या चुदाई करते हो… अगर, थोड़ी देर और दोनों मिलकर चोदते तो मैं मर ही जाती…
अभी भी मेरे जिस्म में इतनी ताक़त नहीं है के मैं उठ कर बाथरूम जा सकूँ।
मैंने कहा – ये तो, होना ही था… जब भी हम दोनों, एक साथ किसी को चोदते हैं तो उसकी यही हालत होती है… एक बार तो, हम दोनों ने एक कम उम्र की लड़की को चोदा तो चुदाई ख़तम होने के बाद उसकी गाण्ड और चूत से खून निकलना बंद नहीं हुआ और वो बेहोश हो गई थी… वो लड़की, तीन दिनों तक बिस्तर से उठ नहीं पाई… उसको, बुखार हो गया था…
वसीम ने कहा – हम दोनों की जोड़ी ही ऐसी है के अगर, हम किसी रंडी को भी चोदें तो वो भी दो दिन तक बिस्तर से उठ नहीं पाएगी… यार, आज तो मज़ा आ गया, चुदाई में… बहुत दिनों के बाद, हमने ऐसी चुदाई की है…
फिर, हम दोनों ने सलमा को उठाया और बाथरूम में ले गये.. !!
वहां, हमने उसके सारे बदन को ठीक से साफ किया और हम भी फ्रेश हो गये।
रूम में आ के कपड़े चेंज किए और एक साथ तीनों सो गये।
सलमा को हमने बीच में सुलाया था।
बात करते करते, कब नींद आ गई पता ही नहीं चला। दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
सुबह जब उठे, तो हम तीनों का बदन दर्द से टूट रहा था.. !!
मैंने कहा – वसीम, तेरा काम तो हो गया है… अब जाने के लिए फ्लाइट के टिकट बुक करा ले… हम आज ही घर जाएँगे और वहां जा के आराम करेंगे…
ये सुनते ही सलमा बोली – नहीं, अभी तक तो हम बाहर घूमने भी नहीं गये और तुम वापस जाने की बात करते हो…
वसीम ने कहा – वैसे, विनय ठीक कह रहा है… आज ही, वापस चलते हैं नहीं तो कल जो तुम्हारी हालत हुई है… वो, फिर से हो सकती है…
सलमा ने कहा – इसीलिए तो मैं नहीं चाहती के हम आज घर वापस जाएँ… कल मुझे बहुत दर्द हुआ लेकिन, मज़ा भी उतना ही आया… ऐसा मौका, घर में कभी नहीं मिल सकता… मैं यहाँ रुक के तुम दोनों से और चुदवाना चाहती हूँ… दो लण्ड, एक साथ लेने में बहुत मज़ा आया…
वसीम ने कहा – ठीक है, तुम्हारी यही मर्ज़ी है तो हम आज रुक जाते है…
वैसे ये बात सच है के वसीम, सलमा से प्यार तो करता था.. !! इसीलिए, तो बाकी सब को छोड़ के वो सलमा को साथ लाया था.. !!
जिस दिन, उसने बदले की भाबना से उस रात सलमा को बुरी तरहा से चुदाई की थी.. !! जो की, आपने इस कहानी के पहले पार्ट में पढ़ा होगा.. !! उस दिन के बाद, वसीम के दिल में सलमा के लिए बहुत प्यार है.. !!
ठीक उसी तरहा, मुझे लगता है सलमा भी वसीम से प्यार करती है।
वो, उसे बिल्कुल एक पत्नी का प्यार देती है.. !!
अगर, वसीम की तबीयत खराब हो जाए तो वो रात रात भर नहीं सोती।
सलमा एक बहुत अच्छी औरत है।
उसने मुझे बताया था के वो, कभी नहीं चाहती थी के वसीम पिताजी उस के लिए अपनी पत्नी को छोड़ दें.. !! उसने, उनको समझाया भी था.. !! मगर, वो तो शराब के नशे में ऐसे डूबे थे की उनको कुछ समझ में ही नहीं आता था.. !!
उसके बाद, हम लोगों ने वहां दो दिन और बिताए।
सभी जगह, दिल से घूमे और सलमा को दिन रात चोदते रहे.. !!
पहले पहले, उसे दर्द हुआ.. !! मगर, बाद मैं उसे भी मज़ा आने लगा.. !!
दो दिनों तक, हमने सलमा को दिन रात 3-4 बार चोदा… …
फिर, हमने उसके एक छेद में दोनों का लण्ड डाल के चोदा… कभी गाण्ड में, तो कभी चूत में, दो लण्ड घुसाते…
ऐसे ही हमने, वो दो दिन मस्ती में बिताए और तीसरे दिन वापस आ गए।
घर आने के बाद भी कभी कभी, हम दोनों सलमा को उसी तरहा चोदते थे।
घर आने के बाद, गुलबदन मेरे पीछे पड़ गई.. !!
उसने कहा – क्या, मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती… जब देखो, तुम इधर उधर की बातें बना कर, मुझे टरका देते हो… मगर, आज मैं नहीं मानने वाली… कुछ भी हो, आज तुमसे चुदवा के रहूंगी… किसी को, हमारे बीच आने नहीं दूँगी…
मैंने कहा – ऐसी कोई बात नहीं है… तुम तो सभी से ज़्यादा हॉट और सेक्सी लगती हो, मुझे… मगर, अभी नहीं बाद में… मैं खुद तुम्हें अपने पास बुला लूंगा…
गुलबदन बोली – अगर, मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती तो कह दो… आज के बाद, कभी तुम्हारे आस पास भी नज़र नहीं आउंगी… इतना कहते कहते, उसकी आँखों में आँसू आ गये…
ये देख कर, मुझे बहुत बुरा लगा के मेरे कारण किसी को इतना बुरा लगा के वो रोने लगी।