प्रेषक : राज
आप लोगो ने मेरी चुदक्कड बहने पार्ट 12 में अभी तक पढ़ा …. उसके आगे .. इनके सामने मैं खुद को इतना बड़ा नहीं मानती कि मैं इन्हे मना कर सकूँ और आप को जो ठीक लगे आइ आम शुवर आप को इसमे कुछ फ़ायदा ही होगा नुकसान आज तक पायल ने किसी का नहीं किया रही बात मेरे मोम डॅड की तो उन लोगों ने तो कब से मेरी ज़िम्मेदारी भाई को सौंप दी है ये है के हमेशा मुझसे दूर भागते हैं पायल ने मुझे झूठ मूठ का मुक्का मारते हुए कहा पापा:- हः अहहा ग्रेट माइ किड्स पायल छोड़ना नहीं अपने भाई को हम तो पकड़ ही नहीं पाते इसको पायल धीरे से बोली “मामा जी मैं कभी नहीं छोड़ूँगी भाई को और ना ही मैं इनको मुझे छोड़ने दूँगी आप का राज मेरा ही है, और मेरा ही रहेगा” मेरी तरफ आँख मारते हुए कहा फॅक्टरी की बात सुनके जहाँ शन्नो और अंशु की आँखें चमकने लगी थी, वहीं मेरी बात और मेरी शर्त सुन के विजय और शन्नो के मंसूबों पे एक बहुत बड़ा झटका लगा था पायल का नाम फॅक्टरी के डॉक्युमेंट्स में शामिल करवाने का मतलब था विजय का हिस्सा उन दोनो फॅक्टरी से गायब और मेरी होने वाली बीवी का कुछ भी हक़ नहीं रहेगा उनके हिसाब से मेरी होने वाली बीवी पूजा को कुछ नहीं मिला मेरे हिसाब से मेरी होने वाली बीवी को ही मैने सब थमा दिया इस बात से बहुत कुछ बिगड़ सकता था बहुत कुछ जुड़ सकता था एक तरफ जहाँ मुझे खुशी थी के पापा ने मेरी बात को कम से कम विचार करने लायक समझा, वहीं दूसरी तरफ विजय अपनी दोनो रंडियों, याने अपनी बीवी और साली के साथ चिंता में आ गया था शन्नो और अंशु को छोड़ें, तो उनका हुक्कुम का इक्का, यानी पूजा, वो भी कभी सोच नहीं सकती थी कि वो जिस काम के लिए मेरे घर आई है, वो काम करना तो दूर पर उस काम को शुरू करने से पहले ही इतना बड़ा झटका लगेगा इतना कुछ हो चुका था बीते हुए एक घंटे में के आज खाने की टेबल पे एक दम सन्नाटा था किसी को यकीन नहीं होगा के आज खाने की टेबल पे पायल मौजूद थी वो पायल , जिसकी सिर्फ़ मौजूदगी से वातावरण में एक खुशी की लहर दौड़ जाती थी, आज उसी जगह पे एक दम खामोशी थी खाने के बाद पायल और मैं मेरे कमरे में आ गये आके हमने सबसे पहले तो सिगरेट जलाई, क्यूँ कि उस वक़्त सबसे ज़्यादा दिमाग़ को शांति की ज़रूरत थी जो सिर्फ़ निकोटिन ही दे सकती थी पायल:- भाई अचानक मेरा नाम क्यूँ, आप मामी का नाम भी तो डलवा सकते थे ना मैं:- तूने सुना नहीं, मेरी मोम ने कहा अपनी बीवी का नाम इंक्लूड करवा लो पेपर्स में पायल:- कम ऑन भाई हम लोग शादी तो नहीं कर सकते ना, आप जानते हो मैं भी जानती हूँ अब सीधे सीधे सच बताओ मैं:- यार वो सब छोड़, अब बोल, खाना खा लिया, अब विस्की कब पिएँगे जो हम छुपा के लायें हैं पायल:- क्या भाई, अभी तो पूरी रात है, कल वैसे भी वीकेंड है, अभी तो रात जवान होनी बाकी है, अभी से बहक जाओगे तो पूरी रात क्या करोगे ये कहते पायल सीधे मेरी बाहों में आके सिमट गयी आज हम पिए बिना ही बहेकना चाहते थे आज हम एक दूसरे में खोके, सब कुछ भुला देना चाहते थे मैं पायल की आँखों में देखने लगा उसकी आँखें इतनी गहरी, मानो कई रहस्य छुपे हुए हो उनमे, उसकी वो कातिलाना हँसी मैं धीरे धीरे सिर्फ़ उसकी आँखों को देख के ही अपना होश खो रहा था हम एक दम खामोश थे, खिड़की से रात की वो हवा, मानो हमारे कानो में आके कुछ कह रही हो हम धीरे धीरे एक दूसरे के नज़दीक आते जा रहे थे, हमारे होंठ एक दूसरे के करीब आ रहे थे उसके होंठों के नज़दीक आते ऐसा लग रहा था मानो गुलाब की पंखुड़ियों के नज़दीक जा रहा हूँ, उसकी वो महक, मुझे पागल बना रही थी हम जैसे ही एक दूसरे से होंठ मिला रहे थे, तभी “बीप बीप ” पायल का मोबाइल बजा बेंचोड़ किस की गान्ड जली अभी मैने चिड़ते हुए पायल से पूछा “ओफफो भाई रूको देखने दो ” कहते हुए पायल मेरे उपर से उठ के अपना मोबाइल लेके देखने लगी पायल:- कोंग्रथस भाई आपकी फॅवुरेट मूवी डाउनलोड हो गयी है, आज पैड प्रीव्यू देख लो कल तो इसकी सीडी मार्केट में आ जाएगी मैं थोड़ा कन्फ्यूज़ हुआ के वो क्या कहना चाहती है, पर फिर मेरे दिमाग़ में आया कि वो किसके लिए बोल रही है मैं तुरंत वहाँ से उठकर उसके मोबाइल में देखने लगा करीब 20 मिनट के बाद हम अपनी आँखें मोबाइल की स्क्रीन से हटा के एक दूसरे को देखने लगे “कंग्रॅजुलेशन्स पहला प्यादा मारा गया” पायल ने मुझे देख के एक कड़क आवाज़ में कहा उसके चेहरे पे कोई मुस्कान या कोई भाव नहीं थे मैं:- पायल पहले जैसा सोचा था उससे कुछ कम करें तो, पायल:- भाई, अब कोई बदलाव नहीं होगा, तीर कमान से निकल चुका है, अब मैं कुछ नहीं कर सकती इसमे मैं:- अरे मेरी जान सब होगा अगर तू ये कर सकती है मेरे कहने पे तो, क्या जो मैं अभी सोच रहा हूँ तू वो नहीं कर पाएगी कहते कहते मैने पायल को अपनी बाहों में सटा लिया पीछे से और उसकी गर्दन को चूमने लगा “नहीं भाई आइ आम सॉरी, अब मैं नहीं करूँगी कोई बदलाव इस प्लान में अब” पायल ने अपनी आवाज़ को कड़क करते हुए कहना चाहा, पर उसकी आवाज़ में वो कसमसाहट सॉफ सुनाई देने लगी मुझे मैं सब कुछ अनसुना करके उसकी गर्दन चूमे जा रहा था उसकी गर्दन छोड़ के उसके कान के पास जाके अपनी जीभ फिराने लगा एक हाथ में मैने उसका एक चुचा पकड़ा हुआ था जिसे में धीरे धीरे मसल रहा था, एक हाथ मैने उसकी कमर पे बाँधे रखा था “उम्म्म्म आहहहा भाई छोड़ो ना सीिसीसीसी मैं नहीं ओह उफ़फ्फ़ आहाहहहा करूँगी कोई बदलाव अब आहहहहहः” पायल धीरे धीरे पागल रही थी मेरी बाहों में मैने मौका देखते हुए धीरे धीरे उसके बदन से एक एक कर सब कपड़े उतार दिए पोज़िशन मेरी वोई थी, पर अभी मैं उसके नंगे चुचों को दबा रहा था मैने उसके कमर से हाथ हटा के धीरे धीरे कर अपने कपड़े उतारे और मेरा लंड जो अभी अपनी औकात पे आ गया था, दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है उसके नंगे चुतडो को टच कर रहा था मैं हल्के से अपना लंड उसकी गान्ड के छेद पे सेट करके धीरे धीरे घूमने लगा “उहह आहाहहहा सीईईईई नहीं ना मेरे भैया उफफफफहाहहहहा मैं नहीं आहाहहहहः मानूँगी मेरे प्यार सैयाँ जी ससीसीसीसी आहाहहहाः” पायल अब बिल्कुल होश खो चुकी थी मुझे पता था मेरा अगला कदम उसे वो करने पे मजबूर कर देगा जो मैं उसे कह रहा था मैने देखा तो इस बार दरवाज़ा और खिड़की दोनो बंद थे ये देख मैने पायल को झट से अपनी तरफ घुमा लिया उसकी आँखें बंद थी चेहरे पे पसीना सॉफ झलक रहा था 26 डिग्री के एसी के टेंपरेचर में भी हमारे बदन एक आग में जल रहे थे पायल के चुचे उभर के मेरी छाती से टकरा रहे थे, जहाँ उसकी आँखें बंद थी वहीं उसने अपने होंठ खुले रखे थे, ये निमंत्रण था मेरे होंठों के लिए , देरी ना करते हुए मैं मेरे होंठ उसके होंठों से मिलाके एक बच्चे की तरह चूसने लगा “उम्म्म्म अहहहः गल्प गल्प अहहहहहहा उम्म्म्ममम गल्प अहाआहहा उम्म्म अहहहहा सीसीसीसीसीसी ये रस दे ना मेरी बहना आहहाहहहः” मैं उसके होंठ चूस्ते हुए बोलने लगा “उम्म्म्म अहहहहः चप चप्प अहहा चप्प चाप्प्प आआहहहा गल्प गल्प आहहः सिससिसीसिस उम्म्म्म ओगगगगगगगग लो ना मेरे भाई अहहहहहहा सीसीसीसीससीसी” पायल बखूबी मेरा साथ दे रही थी करीब 3 मिनट के होंठ चूसने के बाद मैने एका एक पायल को अपने से अलग कर दिया, और कमरे की दूसरी तरफ जाके खड़ा हो गया इससे पायल को गुस्सा तो आया पर साथ ही साथ वो अच्छी तरह जानती थी कि हम जिस वासना की आग को जला चुके हैं, अब उसे बुझाने के अलावा और कोई चारा नहीं है हमारे पास “तो आप नहीं मानोगे मेरी बात को हाँ अब आप को अपनी बहेन मुझसे ज़्यादा प्यारी होने लगी है” पायल धीरे धीरे एक एक कदम उठा के मेरे पास आ रही थी मैने कुछ बोले बिना सिर्फ़ गर्दन हिला के उसका जवाब दिया अंदर ही अंदर मैं भी जानता था अगर ये नहीं मानेगी तो भी मुझे मेरे शरीर को ठंडा तो करना ही पड़ेगा कैसे भी “ठीक है अब आपकी मर्ज़ी चलेगी, मुझे कुछ नहीं सुनना, बस नौकर ही तो हूँ आपकी हाँ मेरी कहाँ सुनते हो आप जो करना है करो” पायल अब तेज़ी से मेरे पास आने लगी थी जैसे ही मैं कुछ कह पाता, वो तेज़ी से छलाँग लगा के मेरे शरीर से किसी चिंबक की तरह चिपक गयी “उम्म अहहहहहहहा जो करना है करो ना मेरे भैया आहाहहहहा पहले मुझे ठंडो करो प्लीज़ अहहहहहा इतनी देर से सिर्फ़ जला रहे हो आहहाः इसीसिससिईसी” पायल मेरी बाहों से चिपक के मेरे कान को काटने लगी पायल तो मुझसे चिपकी हुई थी मैने गोदी में उठाके उसे बेड पे लेटते हुए 69 में आके उसकी चूत को चाटने लगा उसकी चूत पे हल्के बाल आने लगे थे इतनी देर से जल रही उस आग में उसकी चूत भी बहुत गीली हो चुकी थी, उसकी चूत के होंठ एक दम लाल हो चुके थे उसकी चूत का दाना एक दम मोटा हो गया था, मानो उसकी चूत किसी भट्टी में जल रही है मैने बिना कुछ सोचे उसकी चूत पे अपनी जीभ रख दी मेरी जीभ रखते ही मानो की उसकी चूत का लावा फट गया हो उसका पूरा पानी मेरी जीभ पे गिरने लगा “उम्म्म अहहहहहाः नमकीन पानी है मेरी रानी तेरा तो हहहहहाहा उम्म्म स्लूरप्प्प स्लूरप्परप्प अहहहहहाः ससीसीसिसिस ” मैं चूत चाटते चाटते बोलने लगा “आहहहहः तो पी लो ना मेरे भैया आप अहहहहहा आपका ही है ये उम्म्माहहहहहा ये लंड भी तो मेरे लिए ही है ना अहहहहहहहः उम्म्म दो ना मुझे ये लंड अहहहहहा कितना रसीला है आहाहहाहहा पुच पुच अहहहाहा सक सक गल्प गल्प अहहहाहा अहाहहा ” हम एक दूसरे को चाटने में व्यस्त हो गये थे, वक़्त का कोई होश ही नहीं था हमे ना तो ख़याल था कि हम घर पे ही हैं अभी “उम्म्म्म आहहहहहाः ये टटटे भी तो मेरे ही हैं ना मेरे आ अहहहहहहा अहहहः बोल ना मेरे सैयाँ अहहहहाहहा, ये लंड मेरा ही है ना साले भडवे अहहहहहः किसी दूसरी के तो नहीं है ना साले कुत्ते अहहहहहाहा बोल ना अहहहहा उहह यस अहहहहा उधर ही चूसो मेरे भाई आहहाहहहहाहा ससीसीसिससी एसाजजज्जजजाज करीब 10 मिनट की चुसाइ के बाद मैं उसकी चूत से अलग होके सीधा हुआ और अपना लंड उसकी चूत पे सेट करने लगा मेरा लंड उसकी चुसाइ से एक दम गीला हो चुका था मेरे लंड ने अपना विकराल रूप ले लिया था, उसकी नसें सॉफ दिख रही थी, मेरा लंड आज बहुत ज़्यादा टाइट हो चुका था मैने आव देखा ना ताव, और लंड एक ही झटके में पायल की चूत में घुसा दिया “ओह्ह्ह्ह आहहहहहहहा मैं मर गयी भाई आहहहहहहहहः ओह अहहहहहाा ” पायल की चीख निकल गयी मैने झट से अपने होंठ उसके होंठों पे रख दिए ताकि उसका मूह बंद हो उसके होंठ चूस्ते चूस्ते मैने अपने धक्के लगाए जा रहा था जब मुझे लगा पायल का दर्द अब मज़े में बदल गया है, मैने अपने होंठ अलग करके उससे कहने लगा “अहाहाः मेरी रानी अहाहहा अब बोल, मेरा काम करेगी ना मेरी जान अहहहहहा बोल ना मेरी रांड़ नंबर 1 साली भाडवी कहीं की मदरजात छिनाल कहीं की और ले साली, लंड चाहिए ना तुझे और ले अंदर अहहहहहाहोह यॅ अहहहहहहः और ले मेरी गश्ती बहेन अहहहहहा” “हान्ना मेरे भडवे भाई आहाहहहा जो कहेगा तू मैं वो करूँगी अहहहहहा और अंदर दे ना तेरा लंड अहाहाहाहा और अंदर घुस्सा साले भडवे दम नहीं है क्या अहहहहहहहा, और तेज़ी से चोद ना मेरे कुत्ते आहाहहहा आहः सीसीसीसीसी हां उधर चोद मेरे भैया हहहहा मज़ा आ रहा है उम्म्माहहहहहहा सिससीसिसिस” करीब 10 मिनट तक मैं पायल को मिशनरी पोज़िशन में ही चोद्ता रहा “अहाहाहा मेरी रंडी बहेन, मैं निकल रहा हूँ आहाहहहा कहाँ डालूं कुतिया कहीं आइ अहहहहहहहहा” मैं ज़ोर ज़ोर से धक्के मार के कहने लगा ये सुनके पायल उठ गयी और मेरा लंड अपने मूह में लेने लगी उसकी जीभ रखते ही मेरे लंड ने अपना पूरा पानी उसके मूह पे छोड़ दिया आधे से ज़्यादा उसके चुचों पे जा गिरा “उम्म्म आहाहाहा कितना रसीला है ये अहहहहांम्मुंम्म्ममम चुप्प्प चुप्प्प्प्प्प करके पायल मेरे लंड को फिर से चूसने लगी और मेरा लंड पूरा सॉफ करने लगी थक हार के हम उधर बेड पे ही गिर गये मेरी हालत तो खराब थी, पर पायल को देख के लग रहा था कि वो अभी तक नहीं थकि “ऊह हा हाहहौह हा तू अभी तक नहीं थकि हनना उः हुहह उम्म्म्माहहहहाः” मैने मेरी टूटती हुई साँसों को जोड़कर पायल से पूछा “नहीं भाई अहहः हाहुउ आपके लिए तो हमेशा तैयार हूँ मैं उहहहाहम्म” ये कहके पायल आके मुझसे लिपट गयी “उम्म्म आपके पसीने की महक भाई अहहहहाँ, पागल बना देती है मुझे” पायल ने मेरी बगल को स्निफ करते हुए कहा मैं कुछ बोलने की हालत में नहीं था मैने एक लंबी साँस ली “उम्म्म खुश्बू तो तेरी भी मुझे मादक लगती है मेरी बहना तू तो मेरी जान है स्वीट्स ” मैने बेड से उठ के कहा मैं तुरंत अपने कपड़े पहनने लगा और साथ ही साथ टीवी से मेरा पीसीबी 4 भी कनेक्ट कर लिया “ये किस लिए” पायल ने ग़मे की तरफ इशारा करते हुए कहा मैं:- मेरी जान, रात के 11 45 हुए हैं, अभी सब नीचे ही बैठे हैं, तू मेरे रूम से निकलेगी तो क्या कहेगी अगर किसी ने देखा तो “छोड़ो ना भाई आज की रात आपके साथ ही सोना है मुझे ऊपस्स!!! सॉरी, आइ मीन आज की रात आपके साथ ही जागना है मुझे” “ठीक है मेरी जान, बट अब तू पहले उठ और कपड़े पहन, फिर मेरा काम कर जो मैने कहा तुझे, हमे बदला लेना है, पर किसी की ज़िंदगी बर्बाद करके नहीं, उन्हे बस सबक सीखाना है” मैने पायल के माथे को चूमते हुए कहा “ह्म्म्म्म ” पायल सिर्फ़ इतना कहके अपने कपड़े पहनने लगी कपड़े पहन के उसने तुरंत अपने फोन से किसी को स्मस किया इतने में, मैं नीचे गया तो देखा सब लोग नीचे ही बैठे थे और बातें कर रहे थे मुझे नीचे आते देख पापा ने कहा “आओ बेटे पायल कहाँ है, अभी हम तुम्हारी बात ही कर रहे थे” “हमारी क्यूँ पापा, क्या हुआ” मैं पापा के साइड में जाके बैठ गया पापा:- सुनो बेटे, अभी अंशु तुम्हारी और पूजा की बात कर रही थी मैने कहा राज मान जाए तो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं तुम्हारा क्या कहना है बेटा क्या तुम तैयार हो इस रिश्ते के लिए पापा की बात सुनके मैने एक नज़र अंशु और शन्नो पे घुमाई दूसरी तरफ देखा तो मेरी मोम के साथ डॉली और ललिता भी बैठे थे रांड़ पूजा ही कहीं नहीं दिख रही थी मेरे नीचे से मानो ज़मीन खिसकने लगी थी एक ही पल में मेरे सामने पायल आने लगी, मैने सोचा था ये रंडिया कोई बड़ी गेम खेलेंगी पहले, पर इन्होने सीधे अपने काम की बात की, दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है जिसके लिए मैं बिल्कुल तैयार नहीं था इतनी देर में सोचता रहा मेरी आँखों के आगे अंधेरा छाने लगा था अब यहाँ से कैसे निकलूंगा मैं सीधे भी मना नहीं कर सकता था मैं, क्यूँ कि पूजा को ठुकराने का क्या बहाना देता मैं वहीं बैठे बैठे पिछले कुछ दिनो की घटनाओ को लेकर गहरी सोच में उतर गया अब मैं कैसे निकलूंगा इसमे से, क्या जवाब दूं मैं पायल को क्या कहूँ क्या पायल मानेगी, उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी ये सुनके उसके दिल को कितनी ठेस पहुँचेगी क्या वो ये झेल पाएगी ये सब सोचते सोचते मेरे माथे पे हल्की सी शिकन के साथ पसीना बहने लगा ये देख पापा ने मुझे कंधे से झटकते हुए पूछा “क्या हुआ बेटे कहाँ खो गये इतना पसीना क्यूँ, एसी का टेंपरेचर तो 18 है बोलो बेटे क्या हुआ” मैं वहाँ से उठके जाने लगा जाते जाते मैने पापा को कहा “मैं सोच के बताऊँगा मेरी कुछ पर्सनल कमिट्मेनट्स भी हैं प्लीज़ मुझे 10 दिन का टाइम दीजिए” ये कहके मैं वहाँ से उठ के सीधा अपने रूम में गया जहाँ पायल किसी से फोन पे बात कर रही थी मैं रूम बंद करके सीधा उसके गले लग गया मुझे ऐसे देख पायल ने अपना फोन कट किया “क्या हुआ मेरे शोना को क्या हुआ भैया”, मैने कुछ नहीं कहा, बस एक बच्चे की तरह उससे लिपटा ही रहा ये देख पायल ने अपनी बात पे ज़ोर देते कहा “बोलिए ना प्लीज़ आप ऐसे चुप अच्छे नहीं लगते” मैने उसे खुद से अलग किया और कहा ” मेरी जान तुझे विश्वास है ना मुझ पे जो मैं कहूँ जबाब देना” हाँ भाई मुझे पूरा विश्ववास है आप कहो “डॅड मैं पूजा से शादी नहीं कर सकता” “क्यूँ बेटा कोई वजह तो होगी तुम्हारे इस फ़ैसले के पीछे ?” “हां डॅड पूजा को मैं अच्छी तरह कहाँ जानता हूँ अभी उससे मिले कुछ ही घंटे हुए, तो शादी का कैसे सोच सकता हूँ” “अरे बेटा डोंट वरी, हम कहाँ बोल रहे हैं, अभी शादी करो तुम लोग एक दूसरे को जानो, पहचानो, फिर फ़ैसला लो यू हॅव ऑल दा टाइम इन दा वर्ल्ड” “नहीं डॅड फिर भी, अभी तो वो इंडिया आई है, वो हमारे घर में रह पाएगी कि नहीं, आप लोगों से अच्छा बर्ताव करे या नहीं आप समझ रहे हैं ना मेरा क्न्सर्न” “हां बेटा, शन्नो की बहेन की बेटी है, अच्छा घर है, मुझे उम्मीद है वो तुम्हे इस बात में निराश नहीं करेगी ” “बट डॅड पूजा एम्म्म आहह उम्म्म्मम ” “ओफफो भाई मेरे सामने पूजा को ठुकराने का एक रीज़न नहीं दे सकते तो जब सच में अपने डॅड से बात करोगे, तो क्या करोगे ” पायल ने चिड़ते हुए सोफा से उठके कहा मैने पायल से डॅड के साथ हुई बात तो शेर की, पर मुसीबत मेरे लिए ही आई अब पायल चाहती है कि मैं डॅड को मना करूँ कोई बहाना बना के, और बहाने बनाने का प्रेक्टिस सेशन करने लगी “अरे नहीं यार, ऐसी बात नहीं है क्यूँ तू गुस्सा हो रही है” मैने सिचुयेशन को थोड़ा संभालना चाहा पायल:- कैसी बात है तो भाई मेरे सामने तो कुछ बोल नहीं सकते, अपने पापा के सामने तो मूह ही नहीं खोलते आप अगर ऐसा ही रहा तो मुझे तैयारी करने दो आपके बारात की जो जाएगी उस कुतिया के घर पर एक बात समझ लो, अगर आपने उसके साथ शादी की ना, तो उसकी शादी के दिन ही सबसे पहले मैं उसको मार कर फिर हम दोनो को मार डालूंगी ना होगा राज, ना होगी पायल ना ही कोई शादी जिस दिन आपने ऐसा किया ना मेरे साथ, याद रखना आप मैं कह देती हूँ आपको और अगर “स्शह कूल माइ बेबी चिल कर प्लीज़ क्यूँ गुस्सा हो रही है इतना जितना गुस्सा तू हो रही है अभी उससे कहीं ज़्यादा प्यार मैं तुझसे करता हूँ तू जान लेने देने की बातें करती है, मैं हमेशा साथ आगे बढ़ने का सोचता हूँ अब तू प्लीज़ ठंडी हो जा, रिलॅक्स कर, मुझे सोचने दे इसका क्या करना है” मैने पायल को बीच में रोक के, उसके होंठों पे अपनी उंगली रखते हुए कहा “प्यार तो मैं भी आपसे करती हूँ भाई और जानती हूँ कि हम कभी इस जीवन में एक नहीं हो पाएँगे पर इस दिल को कौन समझाए ये अब धड़कता भी है तो आपके लिए, ये खुश होता है तो आपके लिए, ये मायूस होता है तो सिर्फ़ आप ही के लिए भाई अब आप ही बताओ मैं क्या करूँ” पायल कहते कहते सूबक सूबक के रोने लगी उसकी आँखों से निकला एक एक आँसू, मुझे एहसास दिला रहा था हमारे बीच में पनप रहे प्यार का प्यार है ही ऐसी चीज़ जो किसी के साथ भी हो सकता है प्यार ये नहीं देखता कि सामने वाला शक्स बहेन है या मा या कोई और वो तो बस दिल में खिल उठता है आज इसी प्यार की वजह से मुझे पायल का इतना साथ मिल रहा था येई प्यार था जिसने मुझे एहसास दिलाया कि मैं किस के लिए दुनिया में सबसे ज़्यादा आहेमियत रखता हूँ “अकेला सा महसूस करो जब तन्हाई मे, याद मेरी आए जब जुदाई मे, महसूस करना तुम्हारे करीब हू मे, जब चाहे देख लेना अपनी ही परछाई मे ” मैने पायल का चेहरा अपने हाथों में लेके उसकी आँखों में देखते हुए कहा मुझे खुद समझ नहीं आ रहा था कि ये शब्द मैने कैसे कहे शायद पायल का प्यार धीरे धीरे मुझे शायरी भी सिखा रहा था खैर वो जो भी था, असरदार साबित हुआ ये शब्द सुनके पायल की आँखें जो कुछ देर पहले आँसू बहा रही थी, अब उनमे कहीं ना कहीं एक हल्की सी खुशी मुझे दिखी ये खुशी शायद उस भरोसे की वजह से थी जो पायल को मुझ पे था ये खुशी शायद इस बात की थी कि उसे यकीन हो गया था के मैं उसके अलावा किसी और का नहीं हो सकता पर भाई शायरी से सब ठीक नहीं होगा कुछ तो सोचना पड़ेगा ना इसका रास्ता” पायल ने फाइनली मुझे नॉर्मल होते हुए कहा “हां यार रास्ता निकालूँगा ना, पहले तू तो सम्भल जा तू कमज़ोर हो गयी, तो हम कैसे आगे बढ़ेंगे इस रास्ते में” मैने पायल को आश्वासन देते हुए कहा “ह्म्म्म ठीक ही है भाई, किस्मत देखो, आज के दिन ही हम सिंगल माल्ट लाए थे शायद भगवान भी जानता था आज के दिन हमारी जॅक लगेगी इसके लिए हमने सिंगल माल्ट ली, ताकि दिमाग़ थोड़ा तेज़ भगा सकें” पायल ने विस्की की बॉटल अपने हाथ में लेते हुए कहा मैं:- कुछ नहीं हुआ है, सिंगल माल्ट तेरी फॅवुरेट है इसलिए मैने ली, समझी अब ज़्यादा बोले बिना नीचे से छुप छुप के विस्की के राउंड ग्लासस ला, आंड फ्रिड्ज में से आइस क्यूब्स “मैं नही जाती भाई नीचे किसी ने देखा तो क्या सोचेंगे, लड़की दारू पीती है” पायल ने हाथ हिलाते हुए कहा मैं:- अगर मैं नीचे जाउन्गा ना, तो फिर पूजा की बात निकली तो मैं क्या कहूँ, ये बता दे बस फिर मैं जाता हूँ “कोई ज़रूरत नहीं है रेह्न्दे दो, मैं जाती हूँ, 15 मिनट लगेंगे, और तब तक एसी का टेंपरेचर बढ़ाओ और रूम फ्रेशनेर छिड़को उस पूजा के नाम से ही यहाँ बदबू आने लगी है मुझे ” पायल ने जैसे ही ये कहके बाहर की तरफ देखा तो उसकी आँखें मानो, 2 के बदले 4 हो गयी सामने पूजा खड़ी थी अंशु के साथ शायद उन्होने कुछ सुना “ओह तो किसके नाम से यहाँ बदबू हो रही है पायल” पूजा ने अंदर आते हुए मुझे देखके पायल से कहा शायद पायल को समझ नही आया वो क्या कहे क्यूँ कि पूजा के अचानक आगमन से वो थोड़ा चौंक गयी थी इसलिए वो कुछ देर खामोश रही लेकिन जब उसने मूह खोला बाप रे बाप मेरे कान में से धुएँ निकलने लगे “ह्म्म्म्म बोल ना अब, क्या हुआ पायल” पूजा ने इस बार सीधे पायल को देखते हुए उससे सवाल पूछा “तेरी और तेरी मा के यहाँ आने से, यहाँ के माहॉल में अचानक ही गंदगी छा गयी है तूने शायद सुना नहीं , मैने पूजा कहा पूजा तू ही है ना या तेरे बाप ने तुम्हारी पहचान के बाहर 2-3 पूजा को और जनम दे रखा है” जितना तीखा सवाल पूजा ने पूछा, उससे कहीं ज़्यादा तीखा पायल का जवाब था शायद पायल को मुझसे ज़्यादा और कोई समझ नहीं पाया था मैं जब उसे गुस्से में देखता हूँ, तो कुछ वक़्त तक खुद सोचता हूँ आगे क्या किया जाए और ये तो नया इंपोर्टेड माल है हमारे घर पे आग में हाथ डालने चली थी खुद तो जली ही, साथ में अपने मा बाप को भी जला रही है बेचारी !!! पायल का जवाब सुन के शायद पूजा ये सदमा झेल नहीं पाई उसने सीधा अपना हाथ उठाया पायल की तरफ जैसे ही उसने अपना हाथ आगे बढ़ाया, मैने तुरंत बीच में जाके उसका हाथ पकड़ लिया मेरी इस हरकत से पूजा सहम उठी, वो वहीं खड़ी मुझे देखती रही पूजा का हाथ मैने पकड़ा हुआ था जो पायल को मारने के लिए उठा था पूजा के सामने पायल थी जो बेखौफ़ उसकी ही आँखों में देख रही थी पूजा के बगल में उसकी मा अंशु, जो हमे सिर्फ़ देखे ही जा रही थी उसकी बेटी की इज़्ज़त तो हमने उतार ही दी थी, शायद इसलिए वो चुप चाप ये सब देखे जा रही थी कुछ सेकेंड की खामोशी के बाद अंशु ने अपना मूह खोला “चलो बेटा यहाँ से बाहर चलते हैं” अंशु ने पूजा को बाहर ले जाते हुए कहा जैसे ही वो दरवाज़े के करीब पहुँची, पायल के सवाल ने उन्हे पीछे मुड़ने पर मजबूर किया “तेरी मा तो यहाँ चुदने ही आई है तू ये बता, तू यहाँ राज के रूम में किस वजह से आई थी” पायल ने पीछे से दोनो मा बेटी से पूछा पायल का ये सवाल सुन के जहाँ पूजा की आँख में गुस्सा और उसकी आँखो मे आँसू आ गये थे, वहीं अंशु की आँखों में सिर्फ़ और सिर्फ़ गुस्सा “मैं तो यहाँ देखने आई थी कि तुम भाई बहेन कौनसी गेम खेल रहे हो, ज़रा मैं भी सीख लूँ, पर तुम लोग तो यहाँ अपनी रास लीला में लगेहुए थे ” अंशु ने अपने तेवर दिखाते हुए जवाब दिया बंदर भोसड़ी का कितना भी बूढ़ा क्यूँ ना हो, गुलाटी मारना नहीं भूलता यहाँ पूजा और अंशु का रेप हो रहा था, और वो रंडी अपने तेवर छोड़ ही नहीं रही थी “ओह हमे प्लीज़ माफ़ कीजिए हम आपको डिसपायंट नहीं करना चाहते” ये कहके मैं पायल के पास गया और उसके होंठ चूसने लगा इतनी बार किस किया था मैने पायल को, लेकिन आज की फीलिंग ही कुछ और थी आज ऐसा लग रहा था मैं सही में पायल से शादी भी कर लूँगा खुद को साबित करने के लिए इन मा बेटी के आगे मैं जान बुझ के पायल के होंठ चूस्ते वक़्त उसके चुचों के साथ भी खेल रहा था पायल ने बखूबी मेरा साथ दिया और अपने हाथ मेरी छाति के बालों में फिराने लगी कुछ सेकेंड्स की किस जब हमने तोड़ी सामने अंशु और पूजा खड़ी सोच भी नहीं सकती थी उस वक़्त कि क्या हुआ उनके साथ जब वो वहाँ से हिल भी नहीं रही थी तभी पायल ने जान बुझ के अपने हाथ मेरी कमर में डाल के मुझे अपनी तरफ खींचा और कहा “भाई मुझे लगता है ये लोग अभी तक सीखे नहीं है तो आगे क्या इनको लाइव डेमो दिखाया जाए या इनमे से किसी एक पे प्रॅक्टिकल किया जाए पायल की ये बात सुनके अंशु और पूजा वहाँ से ऐसे निकली, जैसे जब कोई कुत्ति किसी कुत्ते से अपनी चूत छुड़वा के भाग जाती है दोनो में से किसी ने पीछे मूड के भी नहीं देखा सीधा नीचे निकल गये उनके जाते ही “वाउ यार तुझे इतने गुस्से में तो मैने आज तक नहीं देखा मेरी जान” मैने थोड़ा सा माहॉल को हल्का करने के लिए मज़ाक में कहा “वो इसलिए मेरे जानू जी, क्यूँ कि आप पे तो गुस्सा आता ही नहीं ना मुझे नहीं तो आप की खैर नही हहेही” पायल ने खिलखिलाकर जवाब दिया ये कहके पायल नीचे चली गयी ग्लासस और आइस क्यूब्स लेने पायल जितनी जल्दी गयी, उतनी ही जल्दी वापस भी आ गयी, उसके हाथ में आइस क्यूब्स और ग्लास भी थे “अरे, इतनी जल्दी कैसे, नीचे कोई बैठा नहीं था क्या” मैने सर्प्राइज़ होते हुए पायल से पूछा “कौन होगा भाई दोनो रंडिया अभी तो यहाँ से गयी, आपके अंकल आंटी कहीं कोने में सोच रहे होंगे आगे की प्लॅनिंग का दोनो बहने तो आप जानते ही हो बाकी आपके मोम डॅड और मेरे स्वीट मामा मामी कम ऑन, कल वीकेंड है, तो आज उनकी भी कुछ प्लॅनिंग होगी ना ” पायल ने आखरी लाइन शरारत भरे स्वर में कही “हान्ंननणणन् चल अब पूरा दिन येई सोचती रहती है, चल पेग बना, मैं फ्रेश होके आता हूँ” मैने पायल से कहा और बाथरूम में मूह धोने चला गया जैसे ही मैं बाहर आया, रूम का वातावरण एक दम बदल चुका था मेरे रूम में सिर्फ़ एक लाइट जल रही थी जो सेंटर में थी, एसी का टेंपरेचर बहुत कम था, शायद 20, रूम फ्रेशनेर स्प्रे किया हुआ था जैसे ही इन सब से ध्यान हटा, सामने की अप्सरा पे मेरा ध्यान गया पायल सिर्फ़ अपने टॉप में थी और नीचे उसने जीन्स नहीं पहनी हुई थी उसके बाल खुले हुए थे और उसके दोनो हाथों में एक एक पेग बनाया हुआ था जैसे ही मैं उसके पास आगे बढ़ा “जॅक डॅनियल्ज़ ऑन दा रॉक्स जस्ट फॉर माइ स्वीट हार्ट, दा वे ही लाइक्स इट” पायल ने ग्लास मेरे हाथ में थमा के कहा “हाए मेरी जान, ऐसे पिलाएगी तो बिन पिए ही होश खो जाएगा मेरा तो अब तो तेरे हाथों से ज़हेर भी मिल जाए तो मुझे कोई गम नहीं” मैने फ्लर्ट करते हुए मेरी जान से कहा “ओह अब छोड़ो भाई एमोशनल लाइन्स नहीं बोलो, पहला पेग नीट है, जैसे हम रेग्युलर लेते हैं क्या बोलते हो, बॉटम्स अप हो जाए” पायल ने मुझे चॅलेंज देते हुए कहा “नेकी और पूछ पूछ चियर्स टू दा लव्ली ईव्निंग बाबू” हमारे ग्लास टकराए और हमने एक ही घूँट में पहला पेग हमारा ख़तम कर डाला जैसे ही पहला पेग हमारे अंदर गया हमारा दिमाग़ जो कुछ देर पहले बहुत तेज़ भाग रहा था, वो धीरे धीरे थमने लगा देखते ही देखते हमने एक और पेग बनाया और उसे पीने लगे “उम्म अभी तो सिंगल माल्ट भी अंदर गया है भाई कुछ सोचा आपने पूजा का” पायल ने ग्लास में से सीप लेते हुए पूछा “ह्च!!! दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है यार कितनी बार कहा है कि विस्की के साथ कभी कुछ बीटिंग लाया कर, तू ना, मतलब मज़ा ही नही लेने देती मुझे सिंगल माल्ट का” मैने जान बुझ के पायल को चिडाना चाहा ‘ओफफो भाई !!! मैं क्या बोल रही हूँ, और आप क्या बोल रहे हो” पायल चिड रही थी “हहही अरे यार धीरे, अब सुन, सिंगल माल्ट से तेरा दिमाग़ भी बंद हो जाता है रास्ता हमारे सामने ही है, जो हमने कुछ देर पहले किया दोनो मा बेटी के साथ” मैने पायल को समझाते हुए कहा पायल:- मैं समझी नहीं, सीधे सीधे बोलो मैं:- सबसे पहले तू दारू पीना बंद कर, नहीं तो मैं लूड़क जाउन्गा “आए पागल हो जो ऐसा बोल रहे हो” पायल ने मुझे उंगली दिखाते हुए कहा मैं:- अभी थोड़ी देर पहले जब दोनो मा बेटी आई, तब हमने क्या किया हमने अपनी मूवी का ट्रेलर उन्हे दिखाया अब जब ट्रेलर से ही उनकी इतनी जलने लगी है, तो सोच अगर वो मूवी देखे तो क्या होगा पायल:- क्या होगा भाई उनको कोई फरक नहीं पड़ेगा, आप उनको सीधा मत समझो “अरे यार, अब कोई भी लड़की कितनी ही हरामी क्यूँ ना हो, जब वो अपने पति को किसी और लड़की के साथ देखेगी तो क्या होगा और अगर वो लड़की उसकी बहेन हो तोह ” मैने अपना पेग फिनिश करते हुए कहा “ह्म्म्म्म सोने पे सुहागा मेरे भाई वाह !!! मान गये आपको सिंगल माल्ट अंदर जाते ही आपका शैतानी दिमाग़ तो ज़बरदस्त पर्फॉर्मेन्स देता है हाँ ” पायल ने खुश होके कहा “ह्म्म्म्म अब आराम से पीते हैं, चिंता मत कर और इंडोनेषिया की एक और टिकेट बुक करवा देते हैं” मैने जल्दी से एक और पेग बनाते हुए कहा “ठीक है भाई कल सुबह मैं करूँगी ये काम, आप लोड नहीं लो और अभी तो रात बाकी है, धीरे धीरे पियो ना” पायल ने हमेशा की तरह अपनी चियरफुल आवाज़ में आँखें बड़ी करके कहा हम धीरे धीरे अपनी सिंगल माल्ट फिनिश कर रहे थे जब हमने आखरी पेग लिया तो घड़ी में वक़्त 3 30 हो चुका था हमने आराम से अपना पेग फिनिश किया और एक ही बेड पे सो गये सुबह के करीब 9 30 बजे मेरी आँख खुली, तो मैने देखा पायल मेरे पास नहीं थी मैं धीरे से उठके अपना मूह धोके बाहर आया तो देखा बॉटल भी नहीं थी कहीं बेड के आस पास मैं रूम से बाहर निकल के नीचे जाने लगा , नीचे जाते ही देखा तो पायल और डॅड साथ में बैठे कुछ बातें कर रहे थे मैं उनके पास जाके बैठ गया डॅड:- आओ बेटे गुड मॉर्निंग “गुड मॉर्निंग डॅड ” मैने अंगड़ाई लेते हुए कहा “अच्छा मामा एक बात कहनी थी आपसे” पायल ने बीच में कहा डॅड:- बोलो ना बेटी, क्या हुआ पायल:- मामा, कल आपने भाई और पूजा भाभी की बात की, मुझे बहुत अच्छा लगा पूजा भाभी बहुत ही अच्छी और समझदार लड़की लगती है डॅड:- अहहहहहहा पूजा भाभी हहेहहेहेहेः, क्या बेटे, राज ने अभी हां नहीं कहा ना, अरे नेहा, शन्नो, अंशु, ज़रा सुनो तीनो इधर आओ जल्दी पायल मुझे देख देख के हंस रही थी, और मैं रात के हॅंगओवर से बाहर नहीं आया था, इसलिए ज़्यादा रिक्ट नही कर पाया “क्या हुआ है जी क्यूँ सुबह सुबह घर अपने सर पे उठा रहे हैं” मेरी मोम बाहर आई, साथ में अंशु और शन्नो भी थी डॅड:- अरे सुनो तो, पायल ने अभी से ही पूजा को पूजा भाभी मान लिया है मतलब तैयार है रिश्ते के लिए इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है ये सुनके जहाँ मोम और डॅड एक दूसरे को बधाई देने लगे, वहीं शन्नो और अंशु का रिक्षन देखने लायक था दोनो बहुत ही कन्फ्यूज़्ड थी,कि अचानक क्या हुआ “लेकिन एक शर्त है मामा जी पूरी बात सुनिए प्लीज़” पायल ने बीच में सब को टोकते हुए कहा “हां बेटी, बोलो, क्या शर्त है,” मेरी मों ने उत्साह में पूछा पायल:- मामी जी, कल रात को भाई ने मुझे जब ये सब बात बताई तो मुझे बहुत खुशी हुई कि पूजा जैसी लड़की मेरी भाभी बनेगी लेकिन भाई उनको अच्छी तरह जानते भी नहीं, तो वो कल मुश्किल में नज़र आ रहे थे इसलिए, अभी 7 दिन में भाई और मैने इंडोनेषिया जाने का प्लान बनाया है तो अगर पूजा हमे जाय्न करे तो भाई और पूजा भाभी एक दूसरे को जान भी लेंगे, और वाकेशन भी मना लेंगे क्या ख़याल है मोम:- बेटी, तुम्हारा बहुत बहुत शुक्रिया के तुमने राज को मना लिया शादी के लिए, बट इंडोनेषिया की पर्मिशन तो अंशु ही दे पाएगी ना पायल:- अंशु आंटी प्लीज़ मना मत कीजिए, मैं नहीं चाहती के पूजा के अलावा कोई और लड़की मेरी भाभी बने प्लीज़ आंटी, प्लीज़ प्लीज़ पायल का ये मास्टर स्ट्रोक था अंशु मना करती तो उसी वक़्त रिश्ते की ना हो जाती अगर हां बोलती तो हमने तो आगे का सोच ही रखा था काफ़ी देर के बाद अंशु ने फाइनली अपने मूह से एक शब्द निकाला “ठीक है अगर आपको ये ठीक लगे तो आइ आम ओके” ये सुनके जैसे घर में अभी से ही शादी का माहॉल बन गया मोम डॅड बहुत खुश हुए और अंशु को गले मिलके बधाइयाँ देने लगे पायल को भी उसकी क्रेडिट मिली मोम डॅड ने उसे बहुत शुक्रिया किया, और अनाउन्स किया “इंडोनेषिया में तुम तीनो की शॉपिंग हमारी तरफ से एंजाय करो !!!” ये सुनके मुझे काफ़ी खुशी हुई, क्यूँ कि ऑलरेडी बॅंक में बॅलेन्स बहुत कम था, और पायल से पैसे खर्च नहीं करवाने थे उपर से डॉली को ठिकाने लगाने में जो खर्चा हुआ वो अलग पूजा का आना वाज़ लाइक आ ब्लेस्सिंग इन डिस्गाइज़ कुछ देर बाद, मोम डॅड भी अपने काम में लग गये, शन्नो और अंशु को समझ ही नहीं आया आज का ये सीन, इसलिए बिना कुछ बात किए उपर निकल लिए बाकी रहे सिर्फ़ पायल और मैं मैं उठके पायल के पास गया और उसके कान में धीरे से कहा “तू बड़ी हरामी है यार तुझसे बच के रहना पड़ेगा मुझे भी ” मैने आँख मारते हुए कहा पायल:- “ध्यान से भाई वैसे कल रात आपके घर एक और कांड हुआ है सुनोगे आप ?” “विस्की पीने के बाद तो बिल्कुल होश नहीं रहा भाई मुझे पर सुबह 5 बजे मैने मन मारके आँखें खोली सुबह को स्ट्रॉंग कॉफी बनानी थी, नहीं तो सुबह को सब को पता चल जाता कि हम दारू पीके आउट थे उपर से मुझे वापस गेस्ट रूम में जाना था इसलिए मैं जब नीचे जाने के लिए रूम से बाहर निकली, रास्ते में आपकी प्यारी चाची का रूम आता है वहाँ से कुछ आवाज़ें सुनके ना ही मैं सिर्फ़ वहाँ रुकने पे मजबूर हुई, पर मेरा नशा भी धीरे धीरे उतरने लगा मैं जो अंदर से सुन रही थी , मुझे विश्वास नहीं हो रहा था अपने कानो पे ” पायल ने धीरे से ये सब एक साँस में मुझे देखते हुए बोल दिया.. दोस्तों मजे से पढ़ते रहिये मस्तराम डॉट नेट पर मेरी चुदक्कड बहने और मुझे कमेंट कर कहानी की प्रतिक्रिया बताते रहिये और अगले पार्ट में पढ़िए मस्त चुदाई का मजा |