फिर उसने मुझे भी कहा की मैं नहा लूँ तो मुझे ठीक लगेगा. मैं उससे बिना नज़रें मिलाए नहाने चल पड़ी. जब मैं नहा के वापस आई तो वह मम्मी के बेड पर ही बैठा था और मुझे भी वहीं खींच लिया. उस रात उसने मेरी दो बार और चुदाई की. सच बात यह है कि लास्ट चुदाई में मुझे बहुत अच्च्छा लगा था और मन में यह भी संतोष था कि सान्याल अंकल भी पोलीस की परेशानी से बच जाएँगे. कुतिया उठ. सुबह होगेयी है. तुझे स्कूल जाना है. मेरी नींद खुली और उस कमिने नौकर ने मुझे चूत में अंगुली डाल उठाया था. मेरी हालत खराब थी. मैं बाथरूम भी पाँव छित-राये ही गयी. आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |नहीं मैं आज स्कूल नहीं जाऊंजी. मेरा नीचे बहुत दुख रहा है. मुझ से ठीक से चला भी नहीं जाता. मैने स्कूल जाने से साफ मना करते हुए कहा. क्या घर बैठकर चुद्वयेगि? रंडी को अब चुदाइ अच्छी लगेने लगी है. नहीं स्कूल जाना है. नहा धोकर तैय्यार हो जा, या मैं तुझे नहलाउ. मैने तुझे पहले भी यहाँ नंगी कर बहुत बार नहलाया है.? मैने हरदेव की बातों पर ध्यान नहीं दिया और रोज की तरह तैय्यर हो गयी. चाचा जो तूने कल करा वो ठीक नहीं किया. अब मैं कुँवारी नहीं रही. मैने नाश्ता करते हुए कहा. बित्तुआ अगर हम कल उस वक़्त नहीं पहुँचते तो तेरा अंकल तुझे ज़रूर चोद देता. तुझे कुँवारी तो रहना ही नहीं था. फिर हम भी तो यहाँ 15 साल से काम पर है. हमार घरवाली मरने के बाद तो हम यहीं है ना. हरदेव की बात सुन मैने कहा, नहीं कॅभी नहीं. अंकल यह कॅभी नहीं करते. वह जो कुछ कर रहे थे केवल उपर उपर से कर रहे थे. तू अभी बच्ची है और ना समझ है. मैं दो साल से उस हरामी की आँखों मैं तुझे चोदने की हवस्स देख रहा हूँ. तेरा हरामी अंकल कल नहीं तौ आज तेरी चूत ज़रूर फाड़ देता, इस लिए मैने सोचा मैं ही क्यूँ ना तेरी कोरी चूत को फाड़ने का मज़ा ले लूं. फिर मेरे मन में जो डर बैठा था वह मैने हरदेव को बताया, अगर मेरे बच्चा हो गया तो क्या करेगा? मुझे पता है यह करने से ही औरतों के बच्चा होता है. तू हमे चूतिया समझती है. हम जानते हैं कि तेरी अभी बच्चा पैदा करने की उमारिया नही होई है. चलो जल्दी करो स्कूल की बस का टाइम हो गया . जैसे ही मैं रोज की तरह स्कूल जाने को निकलने के लिए हुई एक बार फिर फोन बज उठा. हां स्कूल जाने के लिए तैय्यर है. अच्छा बुलाता हूँ. फिर उसने गले पर एक अंगुली रख मुझे इशारा किया कि यदि कुछ कहा तो ………. और मुझे फोन थमा दिया. मैने मम्मी से इंग्लीश में बात तो क़ी पर सारी घटना के बारे में कुछ भी नहीं बताया. फिर मैने हरदेव को यह कहते हुए फोन थमा दिया कि मम्मी उससे कुछ बात करेगी. हां मेमसाहिब आप फिकर क्यूँ करती हैं मैं बित्तुआ का अच्छी तरह से ख़याल रखूँगा.रात को उसे अच्छे से दूध पीला के सुला दिया था. फिर फोन रख उसने मुझ से कहा, मम्मी कह रहीं थी क़ि मैं तेरा ठीक तरह से ख़याल रखूं. तू स्कूल से आजा तब मैं फिर ठीक तरह से तेरा ख़याल रखूँगा समझ गयी? आज तो रात भर ख्याल रखूँगा. शायद जब मैने मम्मी से कुछ नहीं कहा तो उसकी हिम्मत बढ़ गयी थी और वह निश्चिंत हो गया था कि मैं किसी को कुछ भी बतानेवाली नहीं. हरदु चाचा तुम बहुत बदमास है. रात में मुझे कौन सा दूध पिलाया था? मेरी अभी वह दूध पीने की उमर थोड़े ही है. और यह कह स्कूल की बस पकड़ने घर से निकल गयी. दोपहर को मैं स्कूल से लौटी तो सान्याल अंकल अपने घर के बाहर खड़ा मेरा इंतज़ार कर रहा था. मुझे देखते ही बोल पड़ा, अनु कल घर में क्या हुवा. वो साला हरदेव तुमको क्या बोला. मैं सोचने लगी कि अंकल को सब कुछ बता देना चाहिए या नहीं. फिर मुझे हरदेव पर गुस्सा आने लगा, उसी की वजास से मैं14 साल में ही एक औरत बन गयी थी. क्या होता? कुछ ख़ास बात नहीं हुई. अंकल वोही हुआ जो होना था. हरदेव ने मुझे चोद डाला. क्या बोला तुम. उसने तुम्हे चो…. चोद डाला. उस नौकर की इतनी हिम्मत . उस साले का मैं पोलीस में डायरी लिखाएगा. नहीं अंकल ऐसा मत करना. आप जब कल मेरी बिल खोद रहे थे तब उसने फोटो खींच ली है. और ऐसा कहते कहते मेरी आँखों में आँसू आ गये. लेकिन अनु तुम नहीं जानती. तेरे को बच्चा हो गया तो तुम क्या करेगी. उसने मुझे एक डर दिखाया जो की लड़कियों की बहुत बड़ी मजबूरी है. नहीं अंकल हरदेव ने कहा है कि मेरी उमर अभी बच्चा पैदा करने की नहीं हुई है. तब वह बदमास अंकल मेरी पीठ पर हाथ रख के मुझे दिलासा देने लगा और फिर मेरी चूची धीरे धीरे दबाता जा रहा था और कह रहा था, हरदेव ने तुझे चोदा है यह तो बहोत अच्च्छा हुवा. मैं भी तो तुझे चोद कर तेरी जवान चूत का मज़ा ले लूं. कई सालों से तुझे चोदने के सपने देख रहा हूँ. अंकल की बात सुन के मुझे पता चला कि हरदेव सही था. हरदेव शुरू में बहुत ही तरीके से मुझे चोदा था और जब उसे पता चल गया कि मैं आराम से उसका बड़ा और मोट लंड अपनी चूत में लेने लग गयी हूँ तभी वह एक हबशी बना था. सच पूच्हिए तो चोदते समय उसका मुझे कुतिया और रंडी कहना अच्च्छा लग रहा था. फिर अंकल मुझे घर में ले गया जो आज भी खाली था. पता नहीं उस राजस्थानी अंकल ने अपनी बीवी को कहीं भेज दिया होगा. खैर उसने मुझे नंगा कर लिया और मेरे को कस के चोदा. वह मेरे बाप की उमर का था और मेरे पिताजी का अच्च्छा दोस्त होने का दिखावा भी बहुत करता था पर उनकी ग़ैरहाज़िरी में उनकी बेटी को एक रन्डी की तरह चोद भी रहा था. फिर उसने मुझे एक बॉटल दी और कहा इस द्रव को में पी लूँ जिससे मेरे बच्चा नहीं ठहरेगा. उसने मुझे समझाया कि हरदेव अब मुझे तबतक चोदेगा जबतक मेरे मम्मी पापा नहीं आ जाते. इसलिए दवा पीनी ज़रूरी है. पर मैं समझ गयी कि अंकल भी मुझे तब तक चोदेगा और वह बदमास अंकल कोई रिस्क लेना नहीं चाहता. आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | फिर मैं वहाँ अंकल से चुदवा आपने घर पाहूंची जहाँ हरदेव दरवाजे के बाहर खड़ा मेरा इंतज़ार कर रहा था. क्यों कुतिया अपने प्यारे अंकल से भी चुदवा आई. अर्रे यह तो होना ही था. अगर मैं कल उस वक़्त नहीं पहुँचता तो वो हरामी तुझे कल ही चोद देता. कोई बात नहीं. जब एक रोटी हो और दो भूके तो बाँट कर खाने मैं ही अकल मंदी है. दोनो मिल कर तेरी चूत चोदेन्गे. ठीक है ना? तुम्हे इस से क्या मतलब? यह सुनकर हरदु चाचा ने मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे बेड रूम में ले गया. मैं तुझे अभी बताता हूँ मेरा इस से क्या मतलब है. उसने न तो मुझे खाने के लिए पूचछा और धोती से अपना लंड निकाल मुझे दिखाते हुए कहा, चूस इससे रंडी चूस. आज तेरी भूख इसी से मिटाऊंगा. नहीं हरदेव छोड़ना है टॉ छोड़ ले लकिन मुख मैं नहीं लूँगी. मैने लंड की और से मुख फेरते हुए कहा. अररी कुटिया अपनी छूट को टॉ तू अभी अपने अंकल के लंड का रस पीला के लाई है. अब मेरा रस भी सतक कर देख. यह कह के उसने मेरे बॉल पकड़ लिए और मुझे लंड की तरफ नीचे झुकाने लगा. और मेरी चूची को बेरहमी से दबाते हुए बोला, चूस कुतिया चूस. इसे अपने मुख में ले. अभी कल तक तो तू मेरा अँगूठा कितने प्यार से चूसती थी अब तू लंड लेने लायक हो गयी है अब इसे चूस. उसी तरह जैसे बचपन में तू मेरा अँगूठा चूसती थी. मेरे पास और कोई चारा नहीं था और मैने आँख बंद कर उसके लंड को अपने मुख में ले लिया. तब वह उत्तेजना के मारे मेरी चूची को और ज़ोर से दबाने लगा. मेरी चुचि को ऐस्सि बेदर्दी से क्यों दबाते हो मैं चूस तो रही हूँ ना? तेरा दाँत मेरे लंड पेर लग रहा था. जब जब तेरा दाँत मेरे लौडे पर लगेगा मैं तेरी चुचि को मसल डालूँगा. ध्यान से चूस. वह मुझे चूसाता रहा जब तक की उसका लंड मेरे मुख में झाड़ने नहीं लगा. तब मैने उसके लंड को फ़ौरन अपने मुख से निकाल दिया और वह बोला, मेरे वीर्य को अपने मुख पर रगड़. क्यों कुतिया कैस्सा लगा? मैने मुँह बीचकाते कहा, गंदा था. नमकीन नमकीन. मुह खराब हो गया. कोई बात नहीं पहले चुदाई भी तो अच्छी नही लगी थी फिर अच्छी लगने लगी, यह भी अच्छा लगने लगेगा. उसके बाद उसने मुझे खाना दिया और रात होने तक फिर कोई नयी बात नहीं हुई. घर में हरदेव और बाहर में सान्याल अंकल जब तक मेरे मम्मी पापा नहीं आ गये दोनों जन मुझे चोदते रहे. मम्मी पापा आने के बाद सब कुछ नॉर्मल हो गया पर मैं सारी घाटना के बारे में बिल्कुल खामोश रही. अब मुझे चुदाई का चस्का पड़ चुका था. मैं कयी बार अपनी चूत को खुद ही सहलाती. एक दिन हरदेव ने यह देख लिया और वह मेरे पास आके बोला, बित्तुआ, क्या चुदाई का बहुत दिल कर रहा है? अंकल के पास जा. मैने देख लिया है वो अकेला है. मेरे भाग में तो नहीं पर तेरा तड़पना मेरे से देखा नहीं जाता. एक चुदाई हो जाएगी तो तुझे भी अच्च्छा लगेगा. मम्मी से क्या कहूँ. तब उसने कहा, मैं कहता हूँ तू जा. मैं तेरी मा को समझा दूँगा. और में जैसे ही बाहर जाने को हुई मम्मी ने देख लिया और मेरी आँख में झाँक जैसे पूछ रही थी की कहाँ जा रही हूँ, मैने हरदेव की और देखा और वह मम्मी से बोला, मेमसाहिब हम बित्तुआ से बोला है थोडा अंकल के साथ खेल आए. दिमाग़ ताज़ा हो जाएगा तो अच्छी तरह पढ़ाई कर पाएगी. फिर मैं निकल गयी और कई दिन बाद अंकल से अच्छी तरह चुदवा घर वापस आ गयी. शाम को मेरे मम्मी पापा एक डिन्नर पार्टी में चले गये तो हरदेव को तो जैसे मन की मुराद मिल गयी. वह रात एक कटोरी में तेल ले मेरे रूम में आया. उसे देखते ही मैने पूचछा, हरदेव तुम तेल क्यों लाए हो? कुतिया जब मैं तेरे छोटे से छेद मैं अपना मोटा लंडा डालूँगा तो दर्द को कुछ कम करने के लिए तेल लगाऊँगा. . मेरी चूत के छोटे से छेद मैं? अरे तूने तो मेरे छोटे से छेद को चोद चोद कर, क्या कहा था तूने पहली बार, हाँ, इंडिया गेट बना दिया है. अब क्या दर्द होगा? रंडी तू समझी नहीं. आप लोग यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मैं तेरी चूत के छेद की बात नहीं कर रहा हूँ लकिन तेरी गांड के छेद की. साली की इस उमर में भी कितनी गान्ड फूल गयी है. तुम साले पैसे वाले क्या खाते हो जो 14 साल में ही 20 साल की औरत सी गान्ड हो गयी है. हरदेव के बात मेरी समझ में आते ही मैं बोल पड़ी, नहीं हरदेव तू मेरी गांड नहीं मारेगा. मैं दर्द के मारे मर जाउन्गि . अर्रे कुतिया इसी लिए तो तेल लेकर आया हूँ. चल कपड़े उतार कर पलंग पर कुतिया की तरह खड़ी हो जा मैं भी इस नये मज़े के लिए कुछ उत्सुक थी और पलंग पर हाथ रख हवा में गांड उभार दी. पहले हरदु चाचा ने मेरी गांड ठीक से तेल से चुपडी और फिर गांड के छेद पर तेल ठीक से मला और आपनी अंगुल उसमें घुसाने लगा. जब उसकी अंगुल मेरे गांड छेद में ठीक से अंदर बाहर होने लगी तो उसने वहाँ अपना लंड टीका दिया और कुछ देर रगड़ एक धक्का भीतर दिया और में दर्द से बिलबिला उठी, आययययीीईई. ओह मम्मी मैं मर गयी. हरदेव तुमने मेरी फाड़ डाली. पर उसने मेरे चिल्लाने पर कोई ध्यान नहीं दिया और कुछ देर बाद अंगुल की ही तरह वह लंड से भी मेरी गांड मारने लगा बीटुआ मज़ा आ गया. तेरी गांड तो बहुत तंग है येसा लगा मैं तेरी कोरी चूत फिर से चोद रहा हूँ. मुझे बहुत दर्द हुवा और बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. मैने ररुवासे स्वर में कहा. कोई बात नहीं. दो चार बार गांड मारूँगा तो वो भी तेरी चूत की तरह खुल जाएगी और तुझे मज़ा आने लगेगा. फिर उसने मेरी चूत भी चोदी और 11 बजे के करीब मम्मी पापा आ गये. फिर तो यह सिलसिला चल पड़ा. जब भी मम्मी पापा घर पर नहीं होते हरदेव मुझे चोदता और मेरी गांड मारता. जब मा घर पे होती तो मैं अंकल के पास कॅरोम खेलने का बहाना कर वहाँ चली जाती और अंकल से मज़ा लूटती.
The Author
मस्त मस्त कहानियां
69Adult JokesAntarvasnaBengali Sex KahaniEnglish Sex StoriesFingeringGroup SexHindi Sex StoriesHome SexJanwar Ke Sath ChudaikamasutraMaal Ki ChudaiMarathi Sex Storieshindisexstories.autocamper-service.ru Ki Sex KahaniyaMom Ke Sath Lesbian SexNanVeg JoksNanVej Hindi JoksPahli Bar SexSanta Banta JoksSex During PeriodsSex With DogTamil Sex StoryUrdu Sex StoriesWhatsapp Jokesआन्टीउर्दू सेक्स कहानियाकुँवारी चूतकॉल बॉयखुले में चुदाईखूनगर्लफ्रेंडगांडगीली चूतगैर मर्दचाचा की लड़कीचाचा भतीजीचाची की चुदाईचालू मालचुदासचूची चुसाईचूत चुसाईजवान चूतजवान लड़कीजीजाजीजा सालीटीचर चुदाईट्रेन में चुदाईदर्ददोस्त की बहनदोस्त की बीवीदोस्त की मम्मीनंगा बदनपडोसी दीदीपापा के साथ चुदाईप्यासी चूतबहन भाई चुदाईबहुबहु की चुदाईबाप बेटीबीवी की चुदाईबीवी की बहनबुवा की चुदाईबेचारा पतिबॉयफ्रेंडबॉलीवुड सेक्स न्यूज़भाभी की चुदाईमम्मी की चुदाईमम्मी चाचामराठी कहानियामराठी सेक्स कथामाँ बेटामाँ बेटीमामा की लड़कीमामा भांजीमामी की चुदाईमैडममौसी की चुदाईमौसी की लड़कीलण्ड चुसाईविधवावीर्यपानससुरसहेलीसाली की चुदाईसील बन्द चूतसेक्स और विज्ञानसेक्स ज्ञानहब्शी लौड़ाहस्तमैथुनதமிழ் செக்ஸ் கதை