भाभी की चुदाई

हेलो दोस्तों कैसे यह मेरी पहली स्टोरी है भाभी की चुदाई की जो की लास्ट ईयर की है मैं लखनऊ में किराए पर रहता हूँ मेरी फैमिली गांव में रहती है और मैं जहां जिस मकान में किराए पर रहता हूं वहां एक भाभी रहती है भाभी जी एकदम बम है उनका फिगर 36 28 38 और रंग गोरा जो भी उन्हें देख ले बस उसे चोदना चाहे भैया आर्मी में है ओ य़हाँ के रहने वाले भी नहीं है इसलिए उन्हें यहां का ज्यादा कुछ पता नहीं था |

उन्हें कोई भी काम होता तो हम ही बोलते थे पड़ोसी होने के नाते एक दिन भैया ने कहा संडे कल अपनी भाभी को भूलभूलैया इमामबाडा चिड़ियाघर घुमा आओ लखनऊ में बहुत चर्चित स्थान है मुझे टाइम नहीं मिलता मैंने हां बोल दिया भाभी को ऑटो से ले गया |

उस दिन बारिश का मौसम था दिन में कई बार बारिश आई हम सबसे पहले चिड़ियाघर गये उसके बाद चौक के पास इमामबाडा जा ही रहा था तभी बारिश तेजी से होने लगी ऑटो में बैठने के वजह से हम दोनों थो़डा बहुत भीग चुके थे ऑटो हम लोगों को बड़े इमामबाड़ा उतार दिया फिर हम लोग छाये में कहीं जगह देखकर खड़े हो गये तब भी हम दोनों भीग चुके थे फिर क्य़ा भाभी बोली मुझे अब घर जाना है |

मेरी तबियत ठीक नहीं है घर पर भाभी को ज़ब देखा मेरी लौड़ा पैंट को फाड़ कर बाहर आ रहा था भाभी बाथरूम जा रहे थे और भाभी को मैंने देख रहा था भाभी ने नोट किया कि मुझे कोई देख रहा है उनके पीछे चलता गया फिर देखने लगा भाभी कपड़े उतार रही थी |

उनके गोरे बूब्स और गांड देखकर मैं पागल सा हो रहा था उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं थे उन्होंने सेव करके रखी थी वही अपने लंड को निकाल कर मुठ मारने लगा तभी भाभी ने अपने पैर अपने पैर चौड़े किए और अपनी चूत को मसलने लगी और चूत में उंगली डालने लगी यह देख कर मैं हैरान हो गया | आप यह हिंदी सेक्स कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

तभी मैंने सोचा कि आज भाभी को चोदकर ही मानूंगा भाभी ने अपनी प्यास उंगली से जब बुझा ली लेकिन मेरी तो और ज्यादा हालत खराब हो चुकी थी भाभी बाथरुम से बाहर आई और मुझसे कहा कि रोहित जाओ नहा लो तुम्हारे भी कपड़े भीगे हैं |

हम तुम्हें तुम्हारे भैया के कपड़े दे देती हो भाभी सफेद कलर का सूट पहना हुआ था मैं सोच रहा था कि की भाभी को कैसे चोदू और मैं बाथरुम में चला गया वहां पर मैंने मूठ मारने लगा और सारा वीर्य भाभी की पैंटी और ब्रा पर निकाल दिया मुझे तो भाभी की गांड दिख रहा था तभी मैंने भाभी से आवाज़ लगाई भाभी कपड़े देना |

फिर भाभी कपड़े लेकर आई मैंने दरवाजा खोल दिया जैसी भाभी ने अपने हाथ आगे कि मैंने उनका हाथ पकड़ कर बाथरुम में खींच लिया भाभी बोली रोहित यह तुम क्या कर रहे हो मैं कुछ नहीं पहना हुआ था |

मैंने कहा आप बहुत अच्छी लगती हो मैं आपको बहुत चाहता हूं तो भाभी ने कहा यह गलत है छोड़ दो नहीं तो मैं तुम्हारे भैया और पापा को बोल दूंगी और कुछ ज्यादा ही नखरे कर रही थी तभी मैंने कहा अभी तो आप अपनी चूत में उंगली डाल रही थी वो सही था और अब ओ कुछ नहीं बोली और मैं उनके होठों को छूने की कोशिश की भाभी छुड़वाने की कोशिश बहुत की पर मैंने नहीं छोड़ा और उन्हें किस किस करता रहा है |

जब वह थोड़ी देर बाद शांत हो गई शांत हो गई और मेरी किस का रिप्लाई करने लगे तब बोली रोहित तेरी भाभी बहुत प्यासी है आज उसकी प्यास बुझा दे और भाभी ने मेरे होठों को किस्स करने लगा ऐसा लग रहा था |

आज मेरे होँठों को काट डालेंगी भाभी अब पूरी तरीके से गरम हो चूंकि थी भाभी बोली अपने लंड को मेरे मुंह में डालों दोस्तों ये मेरी पहली चुदाई थी मैंने कहां भाभी मुझे चुदाई करना नहीं आता भाभी बोली पागल मैं हूँ ना सिखा दूंगी मेरे राजा फिर क्य़ा लंड को भाभी के मुंह मे डाला पूरा स्वर्ग का सैर करा रही थी मैं भाभी का चूत चाट रहा था बहुत मँजा आ रहा था तभी कुछ सफेद सा निकल रहा था मैंने उसे चाट लिया जीभ को अंदर घुसा के एकदम नमकीन लग रहा था |

फिर कुछ देर बाद भाभी को भाभी के कमरे में ले गया और चुदाई के लिये हम दोनों तैयार हुए मेरे लंड की साइज 8 इंच है मेरा लंड देखकर भाभी बोली इतना बडा लंड मेरे पति का भी नहीं है | आप यह हिंदी सेक्स कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | फिर क्य़ा मैं लेता भाभी मेरे ऊपर अपने चूत को मेरे लंड पर सटाकर रखा और धीरे धीरे ऊपर नीचे होने लगी अब मैं पूरा गरम हो चुका था फिर क्य़ा भाभी को पलटकर बिस्तर पर लेटाया और चुदाई करना शुरू कर दिया भाभी चिल्ला रही थी ऊ ऊ ऊ ऊ आ आ आ मर गयी |

फिर देखा अब भाभी झड़ने वालीं थी मैंने लंड को बाहर निकाला भाभी के सारे रस को पी गया भाभी बोली मुझे पेशाब लगा है बाथरूम जाना है मैंने कहां मेरी जान आज मुझे पिला दो सारा भाभी माना करने लगी फिर अंत में मैं भाभी को बना लिया फिर बिस्तर पर भाभी को बिठाकर पेशाब पीने लगा कुछ देर बाद भाभी बोली अब बस करो ना बाबू भाभी की गांड भी मारनी थी |

लेकिन 10 बजने वाला था और भैया के आने का समय हो गया था भाभी बोली गांड कभी और मरा लूंगी आज बस करो भाभी का किस्स लिया और मैं अपने कमरे में चला गया आगे क्य़ा हुँआ |

दोस्तों मैं आपको अपनी अगली कहानी में बताता हूँ मेरी ये चुदाई कहानी आप को कैसी लगी आप लोग हमें comment करके बता सकते है और मुझे मेरे gmail पर mail कर सकते है bye [email protected]