Category: रोमांटिक कहानियां

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प्यासी चुत को अब ग्रुप मे लंड मिलने लगे

निखिल ने अपना लण्ड चूत से बहार निकला व चूत में थूक लगाकर चूत को और चिकना करके अपने लण्ड का सूपड़ा चूत में डाल दिया और मेरी कमर पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से चूत मरने लगा. चूत से फच -फच की आवाजें आ रही थी

चुदने के लिए बेताब चुत लंड सक करने लगी

मैंने उसके कोमल होठों को चूसना शुरू किया उसे भी बहुत अच्छा महसूस होने लगा। जब हम दोनों एक दूसरे को किस करते तो मुझे बड़ा मजा आता मैंने जब अनीता के कपड़े उतारने शुरू किए तो उसके बदन से एक आग सी निकलने लगी। मेरे शरीर से भी गर्मी निकलने लगी मेरा शरीर तपता जाता।

सुधा के साथ वो रात- 1

मैंने अपना एक हाथ उसके ड्रेस के अंदर डाल दिया और जोर जोर से उसके चूचे दबाने लगा, वो सिसकारियाँ ले रही थी और तभी मैंने उसे वहाँ नीचे लिटा दिया और ऊपर का ड्रेस का टॉप निकाल दिया और ब्रा भी निकाल दी, साथ में मैंने अपनी शर्ट भी निकाल दी और फिर उसके ऊपर टूट पड़ा, पूरे गले पर, कंधे और पेट पर खूब चाटा।

कामुक वासना वाली सानवी की चुत

मेरे गालों और होंठों को चूमते हुए स्तनों को सहलाते रहे. जब थोड़ी राहत सी हुई तो उन्होंने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया. मैं अपने दांतों को भींचकर दर्द और जलन को पीने की कोशिश में लगी रही. लग रहा था जैसे कोई बहुत बड़ा और गर्म मूसल मेरी चूत में मसाला कूट रहा हो!

दूसरे की बीवी की चुदाई की कामुत्तेजना

वो कहने लगी कि चलो अब तुम मुझे पीछे से चोदो. वैसे करने में हमे बड़ा मज़ा आएगा और मुझे यह बात कहते हुए जस्टीना तुरंत उल्टा हो गई और मैंने उसके पीछे से मेरा लंड उसकी चूत में डालने के लिए एक ज़ोर का झटका मारा तो जस्टीना ने दर्द की वजह से कहा कि ऊईईईईइ माँ में मर गई प्लीज थोड़ा धीरे से धक्के मारो ऊउईईईईईईई ना. फिर मैंने उसके सर के बालों को पकड़कर अपने लंड को अंदर डालने का काम लगातार ज़ारी रखा.

गर्लफ्रेंड के साथ रात भर सेक्स का मजा

मैंने उसकी पेंट की साइड से उसके चुत में ऊँगली करनी चालू की उसकी चुत से सफ़ेद पानी आना चालू हुआ। क्यों की वो पेंट उतरना नहीं चाहता त।बहोत ही हॉट दिख रही थी उसकी चुत पिंक कलर की थी ।मई उसकी चुत को टॉंग से लीक किया बहोत देर तक वो मेरा लंड को मुह में ले रही थी.

बस मे अजनबी के साथ संभोग और कामरस

मैंने उसकी चूत में अपने लंड का प्रवेश कराया तो वो चिंहुक उठी। उसकी चूत तो पूरी गीली पड़ी थी, लंड अपने आप अन्दर सरकता चला गया और उसकी जड़ तक जाकर बैठ गया।
उसने मेरी कमर को अपनी टांगों से जकड़ लिया। वह भी मेरे लंड उसके साथ ही अपने हिसाब से चूतड़ों को आगे पीछे करने लगी ।

फौजी अंकल से रात भर खुब चुदी

एक दूसरे की चुत, गांड और लंड को चूस रहे थे. जिसे देख कर मेरी चुत गीली होने लग गई. मैने अपना हाथ अपनी पेंटी मे डॉल लिया और अपनी छूट को मसलने लग गई थी. मेरी चूत पहले से ही अपना काफ़ी पानी निकाल दिया था

दोनों कुतिया चुदने के लिए तैयार थी

मेरा लण्ड तना हुआ था, मैंने देर किये बिना अपना लण्ड श्यामली की चूत में पेल दिया। अब श्यामली के दोनों छेदों में लण्ड घुसे थे, शिवशंकर और मैं दोनों श्यामली को एक साथ चूत और गाण्ड में चोद रहे थे। श्यामली दर्द से चिल्ला रही थी, माधवी सिगरेट पीते हुए बोल रही थी- श्यामली, ऐसा मज़ा घरेलू औरतों को बार बार नहीं मिलता ! चुदने के मज़े ले ले !

गुलाबों की चुत चुदने के लिए कुनमुना रही

मेरी चूत को अपने लंड से बजाने लगे। पुराने चोदू थे, 5-6 आसनों से इन्होंने मेरी चूत बजा बजा कर मेरे बदन के पुर्जे ढीले कर दिए और मेरी चूत अपने वीर्य से नहला दी। आह! चुदने के बाद मुझे बड़ी शांति मिली।