अरे यार, बताओ न सवेरे सवेरे किसने चोदा मुझे ? कौन था वो जो मुझे अभी चुपके चुपके चोद कर चला गया . मैं ठीक से उठ भी न पाई थी की वह भोषडी वाला चोद के रवाना हो गया . मेरी इच्छा थी की कम से कम मैं उसे देख तो लेती ? उसका लण्ड तो देख लेती ? आप लोगों में से किसी ने तो जरुर देखा होगा उसे मुझे चोदते हुए ? प्लीज बताओ न कौन था वह ? मैं उससे अभी मिलना चाहती हूँ .
रोली बोली :- अरे श्वेता तू कैसी बाते कर रही है ? यह बात मेरे गले के नीचे नहीं उतर रही है की तुझे कोई चोदे और तुझे पता भी न चले की कौन चोद रहा है ? चुदवाते समय आँख बंद करके रखती है क्या ? उसका मुह नहीं देखती ? उसका लौड़ा नहीं देखती ?
आरती बोली :- क्या वह पहली बार तुझे चोद रहा था ? तूने उससे पहले कभी नहीं चुदवाया क्या ? और अगर चुदवाया है तो क्या तुझे इस बात का अहसास नहीं हुआ की लण्ड किसका है ?
श्वेता बोली :- यार, जाने कितने लोग मुझे चोद चुके है और कितने लोग चोदने आ जाते है . अब मैं किस किस का लण्ड याद रखू ?
आरती बोली :- इसका मतलब की तू चुदवाने में अभी कच्ची है . मुझे देख जो लण्ड मुझे एक बार चोद लेता है मैं उसे याद कर लेती हूँ . मुझसे ज्यादा मेरी चूत याद कर लेती है . लण्ड घुसते ही मुझे मालूम हो जाता है की किसका लण्ड है ?
श्वेता बोली :- यार अगर मैं एक बार भी लण्ड पकड़ कर देख लेती तो वाकई पहचान जाती ? यह कोई नया लौड़ा था ? ऐसा मुझे मालूम हो रहा है ?
रोली बोली :- अरे हां तब तू तब्बू से पूंछ वह भी तेरे बगल में लेटी हुई चुदवा रही थी .
तब तक तब्बू वहां आ गयी .
वह बोली :- हाय श्वेता मज़ा आया अजीज़ भाई से चुदवाने में ?
श्वेता बोली :- यार ये अजीज़ भाई कौन है ? इसने मुझे क्यों चोदा ? क्या वो मुझे चोदने ही आया था ? उसे चोदना ही था तो मुझे उठा कर चोदता ? मुझे पहले लण्ड पकड़ा कर चोदता ?
तब्बू बोली :- यार वो तो मुझे चोदने आया था लेकिन मेरे हाथ में विक्कू का लण्ड था मैं उससे चुदवाने जा रही थी . तब तक उसकी निगाह तेरी चूत पर पड़ गयी .
उसका लौड़ा बहन चोद टन्ना कर खड़ा हो गया . तुम तो जानती हो की सवेरे का लौड़ा बड़ा खूंखार होता है . उसने मुझसे कहा यार तब्बू श्वेता इधर बिलकुल नंगी लेटी हुई है .
इसकी मक्खन जैसी बुर मुझे दिख रही है . मैं इसकी बुर चोद लूं ? मैंने कहा हां चोद लो ? बुर तो खाली ही पड़ी है ? अभी कोई न कोई आकर चोदेगा ही ? बस वह चढ़ बैठा तेरे ऊपर ? तेरी टांग धीरे से खसकायी और फिर पेल दिया लण्ड ? तेरे मुह से आवाज़ तो निकली थी अबे साले बड़ा मोटा है लण्ड तेरा ? पहले धीरे धीरे चोद और फिर जल्दी जल्दी चोदना ? हां तेरी आंखे बंद थी . बस फिर क्या अजीज़ बहन चोद जुट गया भकाभक चोदने में ?
श्वेता बोली :- हां यार मैं इसीलिए उसका नाम जानना चाहती की क्यों की मुझे चुदवाने में बड़ा मज़ा आया ? वैसे तो मैंने रात भर चुदवाया लेकिन सवेरे सवेरे जिसने मुझे चोदा वो सबसे अच्छा था . उसका लौड़ा पूरा अन्दर तक घुस जाता था . चूत के चारों तरफ चिपक कर जाता था लण्ड ? मैं उससे फिर चुदवाना चाहती हूँ . उसका लण्ड पकड़ना चाहती हूँ . उसका लण्ड चाटना चाहती हूँ चूसना चाहती हूँ . मैं सरे आम उसका लण्ड पीना चाहती हूँ . ऐसा लौड़ा बार बार नहीं मिलता यार ?
रोली बोली :- वाओ, तब तो मैं भी चुदवाऊँगी अजीज़ भाई से यार ?
आरती बोली :- हा यार तब्बू उसे बुला लो न प्लीज उसके लण्ड की तारीफ सुनकर मैं भी चुदासी हो गयी हूँ .
रोली बोली :- पर यार ये अज़ीज़ भाई है कौन ? अपने ग्रुप में तो नहीं आया था . तब्बू बोली :- यार वो मेरे पड़ोस में रहता है . मैंने उससे धीरे धीरे सम्बन्ध बना लिया और जब उस दिन इसका लण्ड पकड़ कर देखा तो हाय अल्ला, मैं तो दिल ही दे बैठी उसके लण्ड को ? इतना मोटा, इतना कड़क, इतना खूबसूरत, इतना प्यारा लण्ड मुझे और किसी का लगता ही नहीं . मैंने उसी दिन उसका लण्ड खूब चाटा चूसा ? इतना चूसा की वह बोला यार तब्बू अब मैं तेरे मुह में झड जाऊंगा ? मैंने इशारे से कहा झड जा बहन चोद लेकिन मैं लण्ड मुह से नहीं निकालूंगी . वह वाकई झड गया और मैंने खूब जम कर पिया उसका लौड़ा ? दूसरी बार में पेल लण्ड अपनी बुर में और खूब मस्ती से चुदवाया . जिन मजा मुझे चुदवाने में आया उतना ही मज़ा उसे चोदने में आया ? बस फिर हम दोनों हो गये एक . जब भी मौका मिलता मुझे मैं चुदा लेती ? आज यही मज़ा श्वेता को मिल गया .
रोली बोली :- तो मुझे ये मज़ा कब दे रही हो .
आरती बोली :- यार मुझे भी उसके लण्ड का मज़ा चाहिए ?
तब्बू बोली :- हां हां बाबा मैं खुद ही सबकी बुर में पेलूँगी उसका लण्ड ? मैं किसी दिन बुला लूंगी उसे . वो तुम सबको जानत है . रोली को तो नंगी देख भी चुका है वो . रोली को चोदने के लिए वो दौड़ा चला आएगा .
आरती बोली :- हाय दईया मुझे नंगी क्यों नहीं देखा उसने , मैं भी तो नंगी नंगी लेटी थी वहीँ .
तब्बू बोली :- नहीं यार तुम दूसरे कमरे में थी .जहाँ तुम्हे समर चोद कर गया था .
आरती बोली :- अच्छा हां . मैं उससे चुदवाने के बाद वहीँ सो गयी थी .
दोस्तों, मैं श्वेता हूँ, इस ग्रुप की लीडर . हम लोग एक कॉलेज के स्टूडेंट्स है और यहाँ पर मौज मस्ती करने के लिए आये है . यह गेस्ट हाउस हमने दो दिन के लिए बुक कर लिया है . हमारी मौज मस्ती का मतलब है चोदा चोदी ? हमारे ग्रुप में है चार लड़कियां .
यानी मैं श्वेता आरती, रोली, तब्बू ? लड़कों में है समर, अमन, आरिफ, काके, राका, जॉन और सल्लू . सल्लू भोषडी का कल नहीं आ पाया ?
आज सवेरे सवेरे तब्बू उठी और वह उठते ही चुदवाने लगी . मैं थोडा नींद में थी तभी किसी ने मेरी बुर में लण्ड घुसेड दिया . मैं सोते जागते चुदवाती रही पर मुझे पता नहीं चला की कौन चोद रहा है ? हां चुदवाने में बड़ा मज़ा आया . इसलिए मैंने तहकीकात की . जब मालूम हुआ की वह अज़ीज़ भाई जान है तो उससे दुबारा चुदवाने की इच्छा हो गयी है . मेरे साथ रोली और आरती भी तैयार हो गयी है चुदाने के लिए .
सुबह के ७ बजे है . धीरे धीरे लोग उठ रहे है . रात भर हुई चुदाई . अभी सवेरे ४ बजे सब सोये थे . नंगे नंगे ही सो गए थे . वैसे भी जबसे हम लोग यहाँ आये है तबसे नंगे ही है . सब लड़कियां नंगी और सब लड़के नंगे . लड़कों को नंगी लड़कियां देखना बड़ा अच्छा लगता है . उसी तरह लड़कियां भी नंगे लड़कों को देख कर बड़ा मज़ा लेती है . लड़कियों की निगाह लडको के लण्ड पर ही टिकी रहती है . लण्ड ही एक ऐसी चीज है जो घटता बढ़ता रहता है . छोटा बड़ा होता रहता है . न चूंची इस तरह से घटती बढती है और न चूत ? इसलिए लड़कियों को लण्ड बड़े अच्छे लगते है ख़ास तौर से खड़े होते हुए लण्ड ? या फिर पूरी तरह खड़े लण्ड ? मेरा बस चले तो मैं दुनिया के सभी मर्दों के लण्ड देखूं ? लण्ड पकड़ कर देखने में ज्यादा मज़ा आता है . और जब लण्ड पकडती हूँ तो वह भोषडी का अपने आप खड़ा होने लगता है .
आपने कभी सवेरे सवेरे किसी का लण्ड देखा है . नहीं देखा है तो देखिये . सवेरे ४ बजे और ५ बजे के बीच लण्ड टन टनाता रहता है . जबरदस्त ताकत लण्ड में आ जाती है . उस समय अगर आप लण्ड पकड़ ले और उसे चूसे चाटे तो एक नयी ताजगी मिलेगी आपको ? और फिर अगर उसे आप अपनी बुर में घुसा ले तो फिर मज़ा ही मज़ा . इस तरह से चुदवाने का मज़ा आपको किसी और समय में नहीं मिलेगा .
लड़कियां तो सभी जग गयी है लेकिन ये माँ के लौड़े सभी लड़के अभी सो रहे है . इतने में विमला आंटी चाय बना कर ले आयी . मैं बता दूं की विमला आंटी को मैं साथ ले आयी हूँ खाना वगैरह बनाने के लिए क्योंकि कोई बाहर का आदमी यहाँ आ नहीं सकता ? आंटी भी एकदम नंगी है . उम्र अभी ४० साल की ही है . जवान है . कल रात को खाना खिलाने के बाद जब वह फ्री हुई तो उसका भी भोषडा सबको चुदते हुए देख कर चुदासा हो गया . मैंने समर से कहा यार तुम इसका भोषडा चोद दो . वह बोला यार मेरा लौड़ा अभी रोली की बुर में घुसा है . तब मैंने अमन को इशारा किया तो उसने चोदा आंटी का भोषडा ? हम सबने जब उसे चुदवाते हुए देखा तो मज़ा आ गया . वो तो बिलकुल मगन होकर चुदवाती है . अपनी गांड उछाल उछाल कर चुदवाती है . कल आने के समय जब मैंने उससे पूंछा की तुम खाना बनाने के क्या लोगी ? तो वह बोली लण्ड लूँगी और कुछ नहीं ? जितने लण्ड तुम दे सकना मुझे दे देना और मुझे कुछ नहीं चाहिए , मैं तुम्हारा काम कर दूँगी . बस फिर रात भर मैंने उसका भोषडा चुदवाया . उसने मुठ्ठ भी मारा लड़कों का और लण्ड पिया भी मस्ती से .
हां अब आने लगे है मादर चोद लड़के . वो देखो आरिफ अपना लण्ड हिलाता हुआ आ गया . उसके पीछे काके भी लौड़ा खुजाते खुजाते आ रहा है . फिर जॉन भी लण्ड लहराता हुआ आ गया . इधर से राका भी आ गया . उसका लण्ड आधा खड़ा हुआ है . आरती ने उसका लण्ड पकड़ कर कहा अरे इसे क्या नींद नहीं आयी . फिर उसने लण्ड से पूंछा अरे भई कल क्या तू मेरी बुर में नहीं घुसा था ? मैं समझती हूँ तू चोदने में बड़ा माहिर है . आरती ने उसका चुम्मा लिया और पकड़ कर सहलाने लगी .
राका बोला :- अरे यार अभी ये साला खड़ा हो जायेगा ?
रोली ने जबाब दिया :- खड़ा हो जायेगा तो जायेगा आरती की बुर में न, तेरी गांड में तो नहीं जायेगा ?
सब लोग यह सुनकर खिलखिलाने लगे .
विमला आंटी ने सबको चाय दी . फिर कहा अच्छा चलो अब मैं सबकी झांटे बना देती हूँ . आज सबकी बुर चिकनी होगी और सबके लण्ड ? ऐसी चिकनी बुर कर दूँगी की लौड़ा उसपर फिसल फिसल जायेगा ? और ऐसा चिकना लौड़ा कर दूँगी की लड़कियां पूरा का पूरा लण्ड मुह में ले लेंगी ? चिकना लण्ड चूसने में बड़ा मज़ा देता है .इतने में सल्लू आ गया . वह रात में नहीं था .
रोली बोली :- यार कल क्या तू अपनी माँ चुदा रहा था ?
तब्बू बोली :- किसी के भोषडा में घुसा होगा बहन चोद ?
आरती बोली :- हां यार कल मेरी चूत ने तेरे लण्ड का बड़ा इंतज़ार किया ?
मैंने कहा :- अरे यार इसकी और भी चुदाने वाली है . कई लड़कियों की चूत है कई भाभियों का भोषडा भी है . कई आंटिया भी इसके लण्ड की दीवानी है . कहीं किसी की चोद रहा होगा . कोई बात नहीं आज तो हो . हमसब चुदायेंगी तुमसे . तुम चिंता न करो ?
सल्लू बोला :- यार कल रात मैं भाभी की बहन चोद रहा था .
आरती बोली :- अच्छा तो साली की बुर चोद कर आये हो ? तब तो आज तेरा लौड़ा और मोटा हो गया होगा ?
रोली बोली :- हां और क्या साली की बुर खा कर आया है न ?
एक जोर का ठहाका फिर लगा ? उसके बाद सबने खूब नहाया धोया और नंगे नंगे ही नास्ता करने बैठ गये . आंटी ने पाँव भाजी बनाया था . नंगे नंगे सबके साथ खाना बड़ा अच्छा लगता है .
तब्बू बोली :- अरे आरिफ थोडा अपने लौड़े को भी खिला देना ? साला और मोटा हो जाये तो फिर चुदाने में मज़ा आएगा ?
आरिफ बोला :- यार तुम अपने हाथों से खिलाओ तभी ये खायेगा ? तुम्हे बहुत चाहता है ये ?
आरती बोली :- अमन मादर चोद तेरा लौड़ा तो सुरसुरा रहा है . क्या उसे चोदने की बड़ी जल्दी है .
समर बोला :- तब्बू तेरी चूत पाँव भाजी खा रही है क्या ?
मैंने कहा :- हा क्यों उसका आज व्रत है क्या ?
काके बोला ;- यार रोली मेरे लण्ड को कुछ तू ही खिला दे ?
रोली बोली :- अब मैं खिलाऊँगी नहीं मेरी चूत ही तेरा लण्ड खा जाएगी ?
फिर सब लोग हंस पड़े ?नास्ता ख़तम हुआ तो शुरू हो गयी महफ़िल . इस बार रोली ने समर का लौड़ा पकड़ लिया . आरती ने अमन का लण्ड सहलाना शुरू किया , मैंने आरिफ का लण्ड संभाला . तब्बू दो लण्ड पकड़ कर बैठ गयी . एक काके का लण्ड और दूसरा राका का लण्ड ? सल्लू ने कहा आज मैं आंटी का भोषडा चोदूंगा . आंटी दौड़ कर आयी और सल्लू का लण्ड चूमने लगी . उसे चूसने लगी . उसे प्यार करने लगी .
सबने अपने अपने लण्ड को चूमा चूसा और फिर अपनी अपनी बुर में घुसेड कर चुदवाने लगी . पूरे कमरे भर में चप्प चप्प भच्च भच्च खच्च खच्च की आवाजे आने लगी . माहौल चुदाई से भर गया . चुदाई की महक चारों तरफ फ़ैल गयी . कोई बुर चोद रहा है कोए गांड मार रहा है . कोई चूंची के बीच लण्ड पेल रहा है . कोई मुह में लण्ड घुसा रहा है . कोई मुठ्ठ मरवा रहा है . कोई लण्ड सूंघ रही है . कोई लण्ड चाट रही है . कोई लण्ड पी रही है . कोई लण्ड अपनी चूत में घुसेड रही है . सब लोग घमाशान चुदाई में लगे हुए थे . थोड़ी देर में लण्ड की होने लगी अदला बदली . रोली और आरती ने अपने अपने लण्ड बदल लिया . मैंने और तब्बू ने भी लण्ड बदल लिया . अब मेरे हाथ में काके और राका दोनों के लण्ड आ गए . तब्बू आरिफ से चुदवाने लगी . विमला आंटी सल्लू के लण्ड से गांड मराने लगी .
दोस्तों, दो दिन तक हम लोग इसी तरह चुदवाती रही . कभी इससे . कभी उससे . कभी ये लण्ड ? कभी वो लण्ड ? कभी ये चूत कभी वो चूत ? कभी इसकी गांड ? कभी उसकी गांड ? बड़ा मज़ा आया हम सबको इस तरह की चुदाई का ?
आप को अगर कभी मौका मिले तो आप भी इस तरह की चुदाई का मज़ा लीजिये . =