दोस्तों आज मै एक विदेशी कहानी को हिंदी में लिख रहा हु आशा करता हु की आप लोग जरुर पसंद करेगे और कहानी सुरु होती है अब : तू क्या कह रही है यार ? मजाक कर रही है क्या मुझसे ? नहीं यार मैं सच कह रही हूँ | मैं अपनी माँ का भोषड़ा […]
प्यार का एक अनूठा एहसास
बहु की पसंदीदा पोजीशन-2
प्रेषक: प्रदीप बहु की पसंदीदा पोजीशन-1 गतांग से आगे … बड़े चाव से वंदना की चूत को सूंघने लगे. थोड़ी देर के बाद उन्होने अपना जीव निकाल कर वंदना की चूत को चाटना सुरू कर दिया. जैसे ही उनकी जीव वंदना की चूत मे घुसी, तो वंदना जो की पलंग के सहारे खड़ी थी, पलंग […]
बहु की पसंदीदा पोजीशन-1
प्रेषक: प्रदीप वंदना अपने मा-बाप की एकलौती लड़की है और कानपूर मे रहती है. वंदना के पिताजी, मिस्टर. प्रदीप जी कानपूर मे ही गवर्नमेंट मे ऑफीसर थे और पछले चार साल पहले स्वरगवसी हो गये थे और वंदना की माताजी, पूजा एक हाउस वाइफ है. वंदना के और दो भाई भी है और उनकी शादी […]
आखों के सामने से वह सुदंर नजारा दूर जा रहा था
दो साल हो गए इस शहर में आए। इन सब में पता ही नहीं चला कि मैं कब लखनऊ के रंग में घुल गया। न जाने कब यहां की हवा मुझे बीते दिनों की याद दिलाने लगी। शहर की सभी प्रसिद्ध जगहें देखीं पर इन दो साल में कभी यहां की सुबह नहीं देखी। अक्सर […]
চোদনবাজ জামাইবাবুর কাছে কুমারি শালীর হাতেখরি
রজতাভ একটি হাইস্কুলের মাষ্টার। সিংহ রাশির জাতক। সিংহ রাশির জাতকেরা খুবই চোদনবাজ হয় এবং নারীদের যৌনসঙ্গমে তৃপ্ত করতে পারদর্শি এরা । রজতাভর চরিত্রের ওই বৈশিষ্টর কারনে তার বহু নারীর প্রতি তার আসক্তে বৌ পৌলমীর কোনো আপত্তি ছিলনা, এক সাথে রজতাভ বেশ কিছু নারীর সঙ্গে সম্পর্ক রাখে। এর মধ্যে প্রায় পঞ্চাশটার মত মেয়েকে চুদেছে রজতাভ । […]
जीजा के साथ पहली सुहागरात
प्रेषिका : रिंकल प्रजापति मैं रिंकल हूँ इस साल मेरी शादी होने वाली है. मैं छोटे एक कस्बे की सीधी साधी लड़की हूँ. सुंदर और भरे बदन की मालिका. जो भी देखता बस देखता ही रह जाता. काफ़ी मनचलों ने डोरे डालने की कोशिश की मगर मैं हमेशा अपना दामन बचा कर चलती थी. मैने ठान […]
அத்தை செக்ஸ் கதை
செல்வம் பிரயாணம் செய்த பஸ் அந்த பஸ் நிலையத்தை அடைந்தபோது மணி பன்னிரண்டு. அவனுக்கு வேண்டிய கணியூர் பஸ் மாலை ஆறு மணிக்குத்தான் வரும். அதுவரை ஆறு மணி நேரத்தைக் அங்கே கழிக்க வேணும். வெயில் கொதிக்க, ஊருக்கு வெளியே அரைகுறையாகக் கட்டி முடிந்த அந்த பஸ்நிலையத்தில் ஒரே ஒரு டீக்கடை இருந்தது. அதை விட்டால் வெயிலுக்கு ஒதுங்கக் கூட சரியான நிழலுள்ள இடத்தைக் காணோம். பின்புறம் பம்பு செட்போட்டிருந்த அறைக்கு அருகே ஒரு கொட்டகை இருந்தது. […]