प्रेषक : सुहेल
दोस्तों अभी तक आप लोगो ने अम्मी अब्बू दीदी और मै भाग 2 में जहा तक पढ़ा अब उसके आगे लिख रहा हु …. अम्मी में मेरा फोन लेकर आती हूँ और ये बोल कर वो अपने रूम में चली गई. अम्मी में मेरा लंड फिर से पकड़ा और बोली राजा बेटा मेरी चूत चाट ना प्लीज , में अम्मी पागल हो क्या नजमा आ जाएगी , अम्मी यार कुछ कर ना …मेरे बेटे .. तभी नजमा आ गयी और अम्मी चुप हो गयी. फिर हम तीनो इधर उधर की बातें करने लगे …. तभी नजमा का फोन बजा और नजमा फोन पर बात करने लगी … फोन सलीम की बहिन का था .. फोन से निपट कर नजमा अम्मी के पास आई और अम्मी से बोली की गुल का फोन था और वो फिल्म देखने जाना चाहती थी, नजमा ने अम्मी से कहा की क्या वो भी गुल और शीबा के साथ चली जाये, अम्मी ने हामी भर दी (अम्मी को मुझसे चुदना जो था) नजमा खुश हो गई और अम्मी को चूम लिया और ड्रेस चेंज करने अपने रूम में गई …. अम्मी खुश थी की आज वो अपने बेटे से आराम से चुद्वायेगी में सलीम की बहिनों के बारे में सोच रहा था शीबा बहुत ही जोरदार आइटम थी बिलकुल ही मस्त लगती थी काश में उसको चोद पाता .. तभी नजमा आ गई उसने जींस टॉप पहना हुआ था ,बिलकुल ही माल लग रही थी मेरी बहिन , नजमा की गांड जींस में बाहर से निकली हुई दिख रही थी .. मेरा लंड अब बिलकुल ही खड़ा हो गया था . नजमा का फोन फिर बजा , उसने फोन उठाया और बात की और बोली अम्मी में जाती हूँ सलीम गाड़ी लेकर बहार खड़ा है. मेरी गांड ही जल गई मेरी बहिन सलीम के साथ फिल्म देखेगी जिसकी मैंने गांड माँरी थी.. पर क्या बोलू फिर नजमा मेरे सामने ही चली गई.. अम्मी चुदने के लिए तेयार ही थी, अम्मी ने नजमा के जाते ही मुझसे कहा चल उपर चलते है बेटा और में और अम्मी उपर चले गए. फिर अम्मी ने अपने रूम की टीवी में एक sexi फिल्म लगाई जिसमे एक ओरत एक लड़की के साथ लेस्बो सेक्स करती है फिर बाद में वो ओरत उस लड़की को अपने पति से चुद्वाती है ,, मेरा लंड अब अम्मी की चूत फाड़ने के लिए तेयार हो चूका था. अम्मी ने रूम अंदर से लॉक किया और मुझ पर टूट पड़ी. अम्मी आज कुछ ज्यादा ही भूखी लग रही थी, में भी तेयार ही था में देर ना करते हुए अम्मी को नंगा किया अम्मी ने मुझे निचे लेटाया और खुद मेरे उपर आ गयी. फिर उसने अपनी चूत पर मेरा लंड सेट किया और मुझे चोद ने लगी, हाँ भाइयो और बहिनों मेरी अम्मी मुझे चोद रही थी, आज पहली बार में किसी ओरत से चुद रहा था,, अम्मी मेरा गाल चूम रही थी और धक्के पर धक्का लगा रही थी उह उह उह उह आआआअह् सी सी इस तरह की आवाजे रूम में गूंज रही थी , पुरे कमरे में चुदाई का म्यूजिक बज रहा था , में भी इस चुदाई का पूरा मज़ा ले रहा था , 20 मिनिट के बाद हम अम्मी बेटा झड गए मैंने अपना पानी अम्मी की चूत में छोड़ दिया था, अम्मी नें मुझे अपनी चूत चाटने को कहा अम्मी की चूत में हम दोनों का पानी था में अम्मी की चूत चाटने लगा और पुरी चूत का पानी पी गया .. फिर में अम्मी के साथ ही लेट गया…और सलीम ने बुआ के बूब चूसने लगा, और बुआ मेरा लंड हिलाने लगी, सलीम ने बुआ को कहा:- चाची ऐसे नहीं मेरा लंड अपने मुंह में लो ना, बुआ मेरी तरफ देखा और बोली पागल हो गए हहो क्या सुहेल क्या सोचेगा . सलीम क्या सोचेगा ये भी अब चुदाई करना चाहता है ,दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | समझी क्या अब मेरा लंड चुसो ना प्लीज़,और सलीम ने बुआ के मुंह में अपना लंड डाल दिया . और बुआ सुहेल का लंड चूसने लगी सुहेल का लंड काला सा था और पतला भी था , जबकि मेरा लंड मोटा था और गोरा गोरा था , मेरा लंड करीब 7” का था जबकि सलीम का 5” का था मेरा लंड अब पेंट के अंदर ही खड़ा हो गया था. और तभी सलीम ने बुआ के बिस्टर पर लेटाया और बुआ की सलवार भी उतर दी चाची अब एकदम नंगी थी. उनकी चूत पर बाल थे पर उनकी चूत गुलाबी गुलाबी थी, तभी सलीम ने बुआ के चूत के मुंह में अपनी जीभ डाल दी. बुआ मस्ती से उछल पड़ी. और फिर सलीम अपनी जीभ चूत के अंदर घुमाने लगा बुआ मज़ा ले रही थी और सिसकिय ले रही थी , और सलीम ने फिर अपना लंड बुआ के मुंह में डाल दिया. बुआ लंड चूस रही थी तभी सलीम चिल्लाया आऊओ….आअहह……..आऊ…..आआहह…….आऊ…..आआहह.. सलीम का काम ख़त्म हो गया और सुहेल का पानी बुआ के मुंह में ही निकल गया. सलीम ने सोरी बोला पर,,,, बुआबोली सुहेल सोरी से काम नहीं चलेगा मेरी चूत लंड चाहती है आज तो चोदना ही पड़ेगा. वरना बाहर किसी से भी चुदवा लुंगी और तेरी फेमिली का नाम बदनाम कर दूंगी ( बुआ सुहेल के चाचा की बीबी यानी चाची थी) भोसड़ी के तेरी अम्मा की चूत में कुते का लंड भडवे अपना काम कर लिया अब मेरा क्या , और बुआ अनाप शनाप चिल्लाने लगी. मैंने गलती की तुमको अपनी चूत देकर हरामी कहीं का … मैंने बुआ को कहा छोडो ना बुआ मज़ा लो ना और मैंने भी अपना लुंड बुआ के मुंह के पास ले गया. तभी सलीम बोला चाची हो गया ना आप एक काम करो ना सुहेल का लंड ले लो अपनी चूत में प्लीज़ , में खुश हो गया था आज मेरे लुंड की सिल खुलने वाली थी, बुआ ने मेरी और देक्खा और बोली क्या रे तेरा लंड बहार तो निकल ना. फिर बुआ ने मुझ से पूछा के किया मैंने पहले कभी किसी औरत को चोदा है. मैंने कहा नही फिर बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह में भर लिया वह क्या अहसास था दोस्तों और बहनों में जेसे जन्नत में पहुँच गया, आज मेरा लंड पहली बार किसी के मुंह में जा रहा था , बुआ ने फिर मेरे लंड को अपने मेंह में चलाया तो मेरा लंड ख़ुशी से फुल कर दुगुना हो गया. सालीम हमारी और ही देख रहा था. बुआ मेरे लंड को देख कर हैरान रह गईं, बुआ अब मेरे लंड को अपने मुंह में चलाने लगी बिलकुल ब्लू फिल्म की तरह ,,,, मैं अपने चूतड़ हिला कर लण्ड आगे पीछे करने लगा और उसकी मुंह को पकड़ कर भी हिलाने लगा. वो भी अपना सर हिला हिला के मेरा साथ दे रही थी, मेरे लंड उत्तेजना से फूल कर मोटा हो गया था. मेरे होश तो गायब ही हो गए थे में शबाब के नशे में सब भूल गया था और अपने लंड को आगे पीछे करने लगा. तभी बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह से बहार निकला और सालीम से बोली भडवे इधर आ और मेरी गांड चाट ना अपना लंड क्या फ्री में ही चुस्वयेगा सलीम बेचारा चाची की गांड का छेद चाह्ने लगा, और चाची ने मेरा लंड फिर मुंह में भर लिया. मेरा लंड फुल कर दुगुना हो गया था, तभी बुआ ने कहा सलीम ले इसका लंड भी चूस ना , सलीम बोला नहीं चाची में नहीं चुसुंगा, बुआ खड़ी हो गयी और सलीम की एक चांटा मारा और बोली साले बहिन चोद चूस नहीं तो तेरे, अब्बू और अम्मी को सब बता दूंगी की तू साले अपनी ही बहिन की चूत को चोद चूका है, मादरचोद चल चूस इसका लंड ….और सलीम चुपचाप मेरे लुंड को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा, में ये सुन कर अवाक् था की सलीम अपनी ही बहिन को चोद चूका है, पर में कुछ बोला नहीं और अपना लुंड चुस्वाने लगा. बुआमेरे पीछे आ गयी और मेरी गांड के छेद पर अपनी अंगुली से सहलाने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था, मेरी गांड भी फडफडा रही थी और मेरा लंड अब पानी छोड़ना चाहता था, मैंने बुआ से कहा बुआ मेरा पानी निकलेगा , बुआ ने सलीम को हटाया और खुद मेरा लंड चूसने लगी. 2 मिनिट में ही मेरा लंड पानी छोड़ने लगा और बुआ ने लंड से पानी अपने चेहरे और बूब पर गिरा लिया और मेरा लुंड चूसने लगी. फिर बुआ ने सलीम से कहा की उसके चहरे से मेरा पानी चाट कर साफ़ कर सलीम बेचारा सर्मिन्दा होकर ये सब करने लगा , तभी बुआ ने कहा सुहेल आज यहाँ 3 घंटे कोई नहीं आएगा बेटा आज तेरे लंड को गांड और चूत दोनों का स्वाद मिलेगा तुम ऐश करोगे ना बेटा . मुझे नींद आ गई और में नंगा ही अम्मी के बेड पर सो गया, करीब दो घंटे बाद अम्मी ने मुझे उठाया और बोली सुहेल निचे चल न नजमा आ गयी है, हम दोनों कपडे पहन कर निचे आये, नजमा हाल में बेठी थी, उसकी शक्ल थोड़ी उतरी हुई लग रही थी, मैंने अम्मी को धीरे से कहा तो अम्मी ने नजमा से पूछा की क्या हुआ, नजमा ने कहा की कुछ नहीं हुआ अम्मी बस में थक गयी हूँ और कुछ देर सोना चाहती हूँ, यह कहकर नजमा अपने रूम में चली गई… नजमा की चल में भी कुछ लंगडाहट सी थी, अम्मी ने मेरी तरफ देखा और मैंने अम्मी की तरफ देखा, नजमा के जाने के बाद अम्मी बोली सुहेल आज नजमा की हालत कुछ ठीक नहीं लग रही है ना,, में हाँ अम्मी मुझे शक है की नजमा आज किसी से चुद्वाकर आ रही है, अम्मी हाँ बेटा मुझे भी ऐसा ही लग रहा है ओर्र उसकी चाल भी एसी ही लग रही है, लगता है की सलीम ने ही उसको चोदा है, मैंने एक दिन सलीम को नजमा की किस्सी लेते भी देखा था बेटा. मुझे बहुत ही गुस्सा आ रहा था सलीम के उपर दिल में आ रहा था की अभी सलीम की अम्मी को चोद दू पर में मजबूर था. तभी अम्मी खड़ी होकर नजमा के रूम की तरफ गयी.दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मेरा मन उदास था की मेरी बहिन आज जरुर ही चुद कर आई है, मन ही मन में नजमा को चोदना चाहता था,मेरे मन में नजमा की मस्त गांड की तस्वीर नाच रही थी. काश नजमा एक बार मेरा लंड अपनी गोल मटोल गान में ले ले .. ये सोच कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया, में अपनी सगी बहिन को ही चोदने की सोच रहा था. तभी अम्मी नजमा के रूम से बहार आई, मैंने अम्मी से पुछा की क्या हुआ है नजमा को, तो अम्मी ने कहा कुछ नहीं हुआ है यार उसके पीरियड चालू हो गए है और नजमा पेड लगाना भूल गयी थी, मैंने मन ही मन चेन की सांस ली,की मेरी बहिन अभी चूदी नहीं है .. तभी अम्मी बोली बहिन की चूत की बहुत फिक्र है तेरे को सुहेल. में बोला अम्मी मेरी बहिन की चूत कोई ऐसे ही मार ले मुझे ये बिलकुल भी पसंद नहीं है, अम्मी तो कोई केसे मारे तेरी बहिन की चूत को ..(अम्मी ने मेरे लंड को फिर पकड लिया कपड़ो के उपर से) उन्हों ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए. मेरे होंठ थोडा खुले और उनकी जीभ को अंदर जाने का रास्ता दे दिया. कई मिनिट्स हम इसी तरह एक दूसरे को चूमते रहे.वो तब मेरी गर्दन पर हल्के हल्के से अपने दाँत गढ़ा रही थे. मेरे कानो की एक लौ अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी . मेरी ज़ुबान तालू से चिपक गयी. और मुँह सूखने लगा. “आआहह” मेरे मुँह से ना चाहते हुए भी एक आवाज़ निकल गयी. मैं अपने हाथों से उसके सिर को अपनी योनि पर दाब दिया. मेर्री जीभ अब अम्मी की योनि के अंदर घुस कर अम्मी को पागल करने लगा. मैं अम्मी के बालों को खींच रहा थी तो कभी अपनी उंगलियों से अम्मी के निपल्स को ज़ोर ज़ोर से मसलता . अपने जबड़े को सख्ती से मैने भींच रखा था जिससे किसी तरह की कोई आवाज़ मुँह से ना निकल जाए. लेकिन फिर भी काफ़ी कोशिशों के बाद भे हल्की दबी दबी कराह मुँह से निकल ही जाती थी. अम्मी ने मेरे उपर झुकते हुए फुसफुसते हुए कहा आअहह…..ये क्या कर दिया तुम ने…… मैं पागल हो जाउंगी बेटा ………. प्लीईईससस्स और बर्दस्त नही हो रहा है. अब आआ जाऊ” तो तड़पने लगी और बोली- मेरे प्यारे बेटे, क्यूँ तड़पा रहा है अपनी अम्मी को ,फाड़ डाल न जल्दी से अपनी अम्मी की चूत ….! मार दे ……..उईईइ ……मा ईईइ मर गई रे……मेरा लंड तनने लगा था, अम्मी की कमर पकड़ कर मैने उसे खींच लिया. वो मुझ से लिपट गयी उस की चुचियाँ मेरे सीने से दब गयी, मेरा लंड उसके पेट के बीच में फ़स गया. उस का कोमल बदन बाहों में लेना मुझे बहुत मीठा लगा. मेरे होटों पर हलका सा चुंबन कर के मेरी बाहों से छूट कर वो भाग गयी मैं सोचता रह गया, इसे कहते है खड़े लंड पर डंडा …. फिर में अपना लंड अपने हाथ में लेकर अपने रूम में आ गया, आज भाईजान आने वाले थे, मुझे लगा की आज अम्मी भाईजान का लंड अपनी चूत में लेगी शायद…. ये सोच कर मेरा लंड फिर से अंगड़ाई लेने लगा तभी मुझे नजमा का ख्याल आया. मेरा लण्ड तो आज किसी अड़ियल टट्टू की तरह खड़ा था, लंड के अंदर लावा कुलबुला रहा था मुझे लगा अगर उसे जल्दी ही नहीं निकाला गया तो मेरी नसें ही फट पड़ेंगी. अम्मी तो गांड दिखाकर चली गयी थी, मेरा 7 इंच का लण्ड कुतुबमीनार की तरह खड़ा था, अब में किसी चूत या गांड की जरुरत महसूस कर रहा था,तभी बहार डोरबेल बजी लगता है की भाई जान आये थे, मैंने बाहर जाकर देखा तो भाईजान ही थे उनके हाथ में एक पेकेट था, उन्होंने भी मेरी तरफ देखा और बोले अभी सोया नहीं है छोटे, में नींद नहीं आ रही है भाईजान, भाईजान चल उपर चलते है अम्मी के पास.. मैंने मना कर दिया तो वो उपर अम्मी के पास चाले गए, मेरे ख्यालो में नजमा ही नजमा थी और में आज उसकी चूत को चोदना चाहता था, भाईजान के उपर जाने के दस मिनिट बाद में नजमा के रूम की तरफ गया. रूम को खोला तो वो खुल गया लगता था की नजमा नें अंदर से लॉक नहीं किया था, मैंने धीरे से रूम खोला और अंदर गया, अंदर अँधेरा था और बेड पर से लाइट दिख रही थी लगता था की नजमा बेड पर लेपटोप पर कुछ कर रही थी, बेड पर नजमा कुछ ऐसे लेती थी की दरवाजे की तरफ उसकी टंगे थी, वो बेड पर उलटी लेती हुई थी,और लेपटोप पर ….. अल्लाह उफ्फ्फ मेरी छोटी बहिन अपने लेपटोप पर एक xxx फिल्म देख रही थी, वो भी कालिए की नजमा ने अपने कानो पर EARफोन लगा रखा था और पुरे गोर से फिल्म देख रही थी, बिच बीच में वो अपनी चूत भी रगड़ रही थी अपने हाथ से, उसने पतली सी नाइटी पहन रखी थी और अन्दर ब्रा और पेंटी नहीं पहनी थी मुझे ऐसा लगा, फिल्म में एक गोरी लड़की जो देखने में बिल्कुल नजमा के जेसी ही थी, उस लड़की की गांड वो कालिया मार रहा था और उसका लंड अल्लाह करीब 10 इंच का था, कालिया पुरे जोश में था और उस लड़की की गांड में दे दनादन कर रहा था, लड़की भी उसे पूरा साथ दे रही थी और उचक उचक कर अपनी गांड मरवा रही थी, तभी नजमा ने अपनी नाइटी उपर की तरफ खिंची मेरा ख्याल सही था, नजमा ने निचे कुछ नहीं पहना था अब मुझे अँधेरे मी कुछ कुछ दिखने लगा था, नजमा ने अपना हाथ अपनी चूत से हटाकर अपनी गांड सहलाने लगी थी, अब नजमा हलकी हलकी सिसकिय भर रही थी,और अपनी गांड के छेद को कुरेद रही थी, मुझसे अब रहा नहीं गया और मेंने जल्दी से रूम की लाइट जला दी, जेसे बम्ब फटा हो नजमा उछल कर बेड से खड़ी हुई, सामने मुझे देखा … उसकी नाइटी अब भी उपर ही थी मुझे उसकी चूत की झलक मिली .. अल्लाह क्या चूत थी मेरी सगी बहिन की एक भी बाल नहीं और लाल चूत कोरी कोरी चूत ,,, नजमा अवाक् थी .. फिर में बोला नजमा ये सब क्या है में अभी भाई और अम्मी को बुलाता हूँ ,, नजमा ने मेरे पैर पकड़ लिए और बोली नहीं भाईजान प्लीज़ नहीं … उसकी आँखों में आंसू आ गए, उसने ऊपर चेहरा करके उनसे कहा : नहीं भेजना ..ऐसा मत करना… आज के बाद ऐसा नहीं होगा…मुझे माफ़ कर दीजिये…! में तुम ये सब कर रही हो लगता है की जवानी कुछ ज्यादा ही चढ़ गयी है तुम पर जरुर लडको से भी चुद्वाती हो बाहर जाकर ,, नजमा नहीं भाईजान अम्मी की कसम किसी को अपनी चूत पर हाथ भी लगाने नहीं दिया है आज तक… में ये में केसे मानु बहिन तेरी इस हरकत से लगता है की तुम लंड ले चुकी हो अपनी चूत और गांड में … नजमा नहीं भाईजान नहीं … में और लेपटोप पर ये सब देखती है ये गन्दी गन्दी फिल्मे वो भी शादी से पहले ही..और अपनी चूत में अंगुली भी डालती हो.. नजमा मुझे माफ़ करदो भाईजान में आपको अपनी सहेली से सेटिंग करवा दूंगी दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | बस आप किसी को या सब मत बताना.. नजमा रोने लगी थी , में भी नाटक ही कर रहा था आखिर मुझे नजमा को चोदना जो था. में नजमा की कंधो से पकड कर खड़ा किया और उसका सर चूम लिया और बोला नजमा’ मेरी बहिन में किसी को कुछ नहीं बताऊंगा बस तुम मुझे अपनी गांड इसी तरह से मारने दो एक बार सिर्फ.. मैंने लेपटोप की और इशारा किया.. नजमा को मैंने हलके से अपनी तरफ खिंचा में लंड अब नजमा की चूत से रगड कहा रहा था.. वो मेरी और देख रही थी,फिर उसने अपना सर झुका लिया और बोली भाईजान आप क्या कह रहे हो, आप तो मेरे सगे भाई हो, ये नाजायज होगा भाईजान… मैंने उसकी गांड सहलानी शुरू की और बोला तुम तो नेट पर ये सब देख रही ओ ना मेरी बहना, सेक्स में कुछ भी नाजायज नहीं होता है और देखो न मेरा लंड केसे खड़ा है, क्या तुम्हारा फर्ज नहीं है की अपने भाई की मदद करो और इस लंड को बेठादो इसका रस निचोड़ दो .. और मैंने अपना लंड बरमुडे से निकल कर नजमा के सामने लहराया, उसकी आँखों में भी लाल डोरे तैरने लगे, वो बोली पर भाईजान अगर भाई या अम्मी को पता लगा तो .. में वो सब मुझ पर छोड़ दो मेरी बहना और मैंने नजमा की मस्त चुन्चिया पकड़ ली ,, चुन्चिया को जोर से दबाया तो नजमा चीखी अह्ह्हह्ह्ह्ह …… ओह्ह्हह्ह या……म्मम्म…भाई प्लीज़ धीरे से .. क्या शेप थी उसकी…उसकी भरपूर जवानी को बिना ब्रा और पेंटी में देखकर मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था .
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