मेरा नाम हेमंत है और में 26 साल का हु। में अचनेरा का रहनेवाला हु और में अपने माता पिता के साथ अंकलेश्वर में रहता हूं। मे दिखने बहुत खुसबसूरत हु, मेरी लंबाई ५.६ इंच है और में गोरा हु। मेरे बारे मे हुवा संयोग बताता हूं।
में जब 21 साल का था, तब पब जाया करता। में इंजीनियरिंग का स्टूडेंट हु तो हम लोग काफी मस्ती और मनोरंजन करते है। ऐसे ही एक दिन प्लान बना की हम सब पार्टी करेंगे और अपने कॉलेज के सारी लड़कियों और लडकों को बुलालेंगे। हमने मिलके सारी प्लानिंग की और कुछ ८ दिन बाद पार्टी रखी। हमारा आखरी वर्ष था इसीलिए हमने पार्टी रखी। पार्टी के दिन सब दोस्त और सारी लडकिया भी आ गई।
मेरी नजर सबसे सुंदर लड़की नम्रता पर गई। उसने काले रंग का ड्रेस उसे बहुत अच्छा दिख रहा था, और उसने हात में लाल रंग का ब्रासलेट पहनकर अपने बाल खुले छोड़ दिए थे। उसके बालों की और देखकर मैं तो पागल हुवा, उसके लंबे बाल मानो कोई परी जैसे ही हो।
उसके गुलाबी ओठ, नाजुक आँखे, पतली कमर और गोरा बदन मेरे दिल को छू गया। मुझे वो अप्सरा जैसी दिखने लगी और में उसकी ओर मोह ने लगा। उसका ड्रेस उसे परी से भी सुंदर और कड़क लग रहा हुवा देखकर मेरा लंड खड़ा हुवा। मेरे घर मे ही पार्टी है, ये सबको पता था, और वो मेरे तरफ आने लगी। उसकी चाल कोई अप्सराओं से कम नही थी, चलते वक्त उसे लंबे छोड़े हुए बाल उड़े और कमर मटकाती वो मेरे नजदीक आ गई।
देसी गोरी लड़की बोली, “अच्छी बात है, तुमने हम सबको बुलाकर पार्टी का नियोजन किया। आज का दिन हम सबके लिए बहुत अच्छा है।” ये कहते हुए उसने हात मिलाया और में उसके आंखों में ही गुम गया। मैंने उसे कहा, “तुम आज बहुत सुंदर लग रही हो,मानो जमीन पर परी ही आयी है”, वो बोली,”धन्यवाद, मेरे तारीफ के लिए”। इस पर में बोला, “नम्रता ये तारीफ नही है, मेरे दिल की बात है”। वो शर्मा गई और दूर चली गई। उसके शर्माने से मेरी वासना औऱ तीव्र हो गई। दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पे पढ़ रहे है।
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मैं उसके पीछे पीछे गया, और आगे आगे जा रही। फिर मैंने उसे पकड़ लिया और वो बोली, “छोड़ो ना हेमंत, ऐसे मत रोको मुझे”, उसका नाजुक आवाज सुनकर मेरे तो होश उड़ गए। और मैने हात छोड दिया। फिर कुछ देर बाद मैंने देसी गोरी लड़की की ओर देखा तो वो मुझे देख रही थी, उसकी घायल आंखे मुझे मोह में ले रहे थे, उसने मुझे आंख मारी और वो मेरे घर के अंदर चली गई।
उसने मेरी बेडरूम ढुढ़ली और वह गई।में उसके पीछे पीछे गया तो वो मेरे बेडरूम में जाकर पलंग पर बैठ गई, मुझे दिखी। वो पलंग पर बैठ गई और अपने ओठ दांतो में चबाने लगी, इससे में बहुत कामुक हो गया। में उसके नजदीक गया और उसके गुलाबी ओठों को मेरे ओठों से चूमा। उसने भी मेरी तरह मुझे चुम लिया। हम दोन्हों एक दूसरे पर बाघ की तरह गिर पड़े और मजा लेने लगे।
देसी गोरी लड़की ने जल्दी से मेरे शर्ट के बटन खोल दिए और मेरे छाती पर चूमने लगी। उसने मेरे पिट पर हात सहलाकर मेरे छाती को चाटा और मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने अपना पुरा शर्ट उतार दिया और उसके स्तन को दबाकर ऊपर से चुम्मा लिया। वो आ.. आ… करते हुए मुझे कसके पकड़कर मजा लेने लगी, मैने उसका ड्रेस ऊपर किया और उसके पैरों की तरफ चूमा। उसके गोरे गोरे पैर काफी सुंदर और कड़क पैरो ने मुझे पागल बना दिया। उसके पैरों को छूते ही वो आम.. आम…ऐसे नाजुक चिल्हाते मजे लेने लगी और अपने ड्रेस की ऊपर से स्तन दबाने लगी। मैंने ड्रेस ऊपर करते उसे सुला दिया और उसकी गोरी जांघे को हात सहलाया।
देसी गोरी लड़की ने मेरे मस्तक पर हात रखके मजा लेने लगी। मैने अपनी पैंट उतार दी और में उसके ऊपर सो गया। मेरा कडक लंड उसकी चुत पर घिसा और वो आ..आ… करते हुए मुझे प्रतिसाद देने लगी। मैंने उसका ड्रेस ऊपर खींचकर निकाल दिया। अब वो ब्रा और चड्डी पर सोई हुई मजे लेने लगी।उसकी काले रंग की ब्रा मैंने झट से निकालदी और उसे मध्यम आकार के आकर्षक स्तनों पर चूमा। मेरे छुते ही वो बहुत खुश।होकर अपने ओठ ओठोंके नीचे दबाने लगी। मैंने एक स्तन को दबाते दूसरे स्तन की चुचिया को मुह में लेकर चूसा, और फिर दूसरे स्तन को दबाते पहले को मुंह मे लेकर चूसा। फिर मैंने दोन्हों को अपने दोन्हों हातोसे पकड़कर दबाया और साथ मे अपना लंड उसकी चुत पर घिसा।
फिर मैंने अपनी चड्डी उतार दी और देसी गोरी लड़की की भी चड्डी उतार कर उसके ऊपर सोकर लंड को घिसा।
उसे कसके गले लगाकर गर्म किया, और उसकी चुत से सफेद रंग का द्रव आने लगा। मैंने अपना लंड उसकी गुलाबी चुत पर रखा और धक्का दिया, तो वो आ… करते हुए चिल्हाई। देसी गोरी लड़की की चुत में लंड जाने के लिए मैंने फिर धक्का दिया और पूरा लंड अंदर चला गया। मैंने फिर अंदर बाहर करते हुए धक्के दिए, और उसने आ.. आ… ऐसे आवाज निकालकर मुझे प्रोत्साहित किया। मैने उसे तीव्र गती से धक्के दिए और काफी मजा लिया। दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पे पढ़ रहे है।
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मेरे जोर जोर धक्के देने से लंड को वीर्य आने वाला है ये मुझे पता चला, इससे पहले ही नम्रता की चुत से पानी आ गया और वो शांत हो गई। मैंने फिर भी उसकी चुत को ठोका और मेरे लंड को वीर्य आ या। मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके मुह के पास लेकर गया।मैंने अपना वीर्य उसके मुँह, गाल, और छाती पर छोड़ दिया। वो गाल में नाजुक हसते हसते मजे लेने लगी और खुश हो गई।फिर मैंने उसे ओठों पर हलके से चुम लिया।
हम दोन्होने जल्दी जल्दी से कपड़े पहन लिए और नीचे गए। इस प्रकार मैने नम्रता जैसी सुंदर परी को चोदा और उसे खुश किया।
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