गुरु घण्टाल – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 100% Free Hindi Sex Stories - Sex Kahaniyan Wed, 21 Mar 2018 09:30:56 +0000 en-US hourly 1 /> //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/wp-content/uploads/2015/10/cropped-mastaram-dot-net-logo-red-32x32.png गुरु घण्टाल – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 32 32 टयुशन वाले सर ने मेरी गान्ड की सील तोड़ी- 2 | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/tuition-vale-sir-ne-meri-gand-ki-seel-todi-2.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/tuition-vale-sir-ne-meri-gand-ki-seel-todi-2.html#respond Wed, 07 Mar 2018 05:46:13 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=12154 टयुशन वाले सर ने मेरी गान्ड की सील तोड़ी- 2, मेरी प्यास बुझने लगी मैं तड़प रही थी इस पल के लिए। सर बोले आरती आज तक तुम कच्ची कली थी आज से तू छिनाल बन गई है। और पूरा लंड अंदर तक मेरी गान्ड में घुसेड़ कर लंड रस भर दिया और फिर मुझे सामने लिटा कर के मेरी टांगे फैलाकर मेरी चूंत का बहता हुआ रस चूसने लगे

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मैंने सर को बोला सर किसी को पता चल गया या कुछकुछ हो गया तो मैं मर जाऊंगी किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी। सर ने बोला अगर तुम्हारी शादी हुई होती आरती तो तुम्हारे दो तीन बच्चे होते तुम पूरी मैच्योर हो चुकी हो। तुम फुल चुदवाने लायक हो आरती।

कोई टेंशन मत लो मेरी जान और आरती अब मुझे माफ करना आज अब मैं बहुत गंदी बात करूंगा और सेक्सी भी तुम भी जितना खुलोगी उतना इन्जवाय करोगी और उतना मजा आयेगा। जैसे अभी फिल्म में देखा है वैसा ही तुम्हें करना है और मैं भी वैसा ही करूंगा उन्होंने मुझे अपने हाथों से खड़ा कर लिया और मेरी सलवार को नाड़े से सरका कर के नीचे उतार दिया मेरी सलवार बेड में दूर फेंक दी और बोले आरती हाथ ऊपर करो और -धीरे मेरे कुर्ते को ऊपर किया जैसे ही मेरा पेट दिखा, कमलेश सर मेरी नाभि को चूमने लगे, मेरी नाभि में जैसे ही होंठ रखे और किस किया जाने मुझे क्या हो गया मैं सी सी आउछ करने लगी थी, मुझे बहुत अजीब सा लगा.

सर बोले क्या नाभि है तुम्हारी, ऐसा लगता है कयामत हो आरती, इतनी सेक्सी लड़की मैंने जिंदगी में नहीं देखी और फिर नाभि को चूमते रहे, धीरे धीरे कुर्ते को ऊपर किया और जैसे ही सीने तक गया, मेरा वाइट कलर का ब्रा उसके अंदर मेरे बूब्स बहुत बड़े नहीं थे, अभी सर बोले यह तुम्हारे मस्त मस्त दूध मैं बहुत बड़े-बड़े कर दूंगा, लोग तरसेंगे देखना इसी महीने तक 1 महीने में अपने दोनों का साइज, अभी क्या है साइज़ तुम्हारे बूब्स के, मैं बोली 32 से भी कम सर, बोले इसी महीने 34 से ज्यादा कर दूंगा मैं एकदम हैरान थी, कि ऐसा क्या करेंगे कि बूब्स मेरे बड़े हो जायेंगे और सर मेरे सीने में अपना मुंह रख दिया अब मेरा कुर्ता भी उतार दिया,सर के सामने मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में खड़ी थी और सर मेरे सामने सिर्फ़ अंडरवियर में सर मुझे एक टक देखते हुए बोले आरती तुम बला की खूबसूरत हो और मुझसे लिपट गये.

किसी मर्द के बाहों में जाने से क्या होता है अब पता चला, उनका अंडरवियर में तना हुआ पेनिस मेरी पुसी में रगड़ खा रहा था तभी सर मेरा हाथ पकड़ कर अपने अंडरवियर में डलवाकर मुझे अपना लंड जैसे ही पकड़ा दिया मैं बता नहीं सकती कैसा लगा मुझे अपनी लाइफ में फर्स्ट टाइम लंड को अपने हाथों में ली वोहहहह तभी सर ने अपनी अंडरवियर नीचे खिसका कर उतार दी अब वो पुरे नंगे बदन मेरे सामने हो गए मुझे बोले आरती मेरी सेक्सी देखो जैसे फिल्म में चल रहा है वैसा करो उधर टीवी में जो ब्लू फिल्म चल रही थी उसमें वो उन लोगों के लंड चूस रही थी मुझे बहुत झिझक लगी पर अंदर से बहुत मन हो रहा था तब सर बोले आरती लड़की का ये ड्रीम होता है कि वो मर्द का लंड अपने मुंह में लेकर चूसे उसे चाटने और लंड का पानी रस पीते ये कहते हुए मेरे कंधे पर दबाव देखें बैठा दिया.

अब सर का लंड मेरे आंखों के सामने एक दम फनफना रहा था मैंने उसे पकड़ लिया और जैसे ही मुंह के पास ले गई एक बहुत अजीब सी खुशबू लंड की आई और मैंने जैसे ही लंड में अपने होंठ रखे मेरे बदन में आग सी लग गई और सर भी कांपने लगे और मेरे बाल पकड़ कर अपना लौड़ा मेरे मुंह में घुसा दिया, अब मैं उसे चूसने लगी अपनी जीभ से चाटने भी लगी सर के लंड को, सर बोले आरती ऐसा नहीं लग रहा कि पहली बार तू लंड को मुंह में ली है तू लंड ऐसे चूस रही है जैसे प्रोफेशनल रंडी चूसती हैं, वोहहहहहभ आहहहहहहह सर चिल्ला रहे थे अब मेरी ब्रा भी उतारने लगे जैसे ही ब्रा खोल दी मेरे बूब्स देख कर सर बोले आरती तू बहुत गज़ब की माल है रे, चल अब उठ बिस्तर में लेट मैंने लंड मुंह से निकाल कर खड़ी हुई कि सर मेरे दोनों बूब्स पकड़ कर इतने जोर से दबाने लगे कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था.

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मैं दर्द के मारे कराह उठी तभी सर ने एक एक करके दोनों मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगे जैसे ही बूब्स चूसने लगे मैं पागल हो गई अब जाना की लड़की के बूब्स अगर कोई मर्द चूस ले फिर उसे कुछ भी कर लें, सर मेरे बूब्स करीब पन्द्रह मिनट तक जबरदस्त चूसे मैं उहहह अहहहह सर आप बहुत मस्त है ऐसे चिल्ला रही थी और मेरा हाथ अपने आप सर के लंड में चला गया था मैं सर का लंड अपने हाथों से पकड़ कर रगड़ कर उपर नीचे करने लगी थी। अब पता नहीं मैं कौन सी दुनिया में थी, सर ने मुंह से बूब्स निकालकर मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और बिस्तर पर लिटा दिया और बोले आरती अब प्लीज तुम्हें भी बोलना पड़ेगा जैसे तुमने उन कहानियों में पढ़ी हो अंदर जो भी फील हो गंदी बाते सब बोलो गाली दो जोस और मजा लाख गुना ज्यादा बढ़ जाता है नहीं बोलोगी मैं चला जाऊंगा, मैं बोली सर बोलूं सर बोले हां डार्लिंग मैं बोली सर हम लड़कियां आपस में बहुत गंदी बातें करते हैं और गालियां भी देती हैं आप बुरा मत

मानना,सर बोले इन पलों में वाइल्ड लाइफ मिन्स जानवर बन जाना चाहिए आरती मैं बोली पक्का सर सर बोले हां आरती मेरी छिनाल मैंने कहा सर तू बहुत मादर चोद है सर बोले गुड आरती ऐसे ही ग्रेट और बोलो मैं बोली कमलेश तु मुझे रंडी बना जैसे ये बोला सर ने पैंटी पकड़ी और उतार ने लगे धीरे धीरे जैसे ही खिसका कर पैंटी मेरी उतारी सर पागल हो गए बोले आरती क्या मस्त पिंक कलर की चूत है वो भी फ्रेश अनटच देखने से ही लगती है और मेरी चूंत को चूमने लगे, मेरी जांघों को भी सहलाने लगे और चूमने लगे मुझे अजीब सा नसा चढ़ने लगा मेरे पैर के अंगूठे से चूमना शुरू किया और मांथे तक चूमे मेरे पैर जांघ पीठ, गांड में उंगली डाल कर उसको चूमने लगे चाटते रहे बोले आज तेरी गांड जरूर चोदूंगा आरती क्या मस्त उठान लिए तेरी गांड है, मेरी पीठ को चूमने लगे फिर नाभि को चूम लिया और पेट को चाट चाट के नाभि में जीभ डाल दी मैं पागल हो गई ओहहहहह अब मेरे सीने को चूमने लगे और बूब्स को फिर से दबाने लगे चूसने लगे.

मैं ऊं हहह वोहहहहह आहहहह करती रही तभी सर मेरे होंठों को चूसने लगे मुझे अब बिल्कुल होशो-हवास न था, तभी सर बोले आरती एक साथ अब करेंगे मैं बोली क्या सर, सर बोले तू मेरा लन्ड चूसना मैं तेरी चूत चाटूंगा, मैं बोली सर अब मैं सब में तैयार हूं तभी सर अपने पैर मेरे मुंह तरफ किये और सर का लंड मेरे मुंह में आ गया मैंने तुरंत उसे अपनी जीभ से चाटने लगी और चूसने लगी सर अंकड़ ग्रे बोले आरती मेरी रंडी आज तू मुझे पागल कर रही है और मेरी टांगें फैला कर अपनी जीभ मेरे चूत में घुसा दिया मैं उनकी चूत चाटने से बिल्कुल पागल हो गई और मुझसे बरदाश्त नहीं हो रहा था पहली बार चूंत कोई मेरी चाट रहा था।मै जोश जोश में पूरा लौड़ा मुंह में अंदर बाहर करने लगी जैसे मुंह को चोद रहे हो आहहहह तभी सर ने मेरी चूंत को खाने लगे बोले बहुत ही मस्त टेस्ट वाली चूत है तेरी क्या खुशबू है आरती तेरे चूत की ओहहहहह हमेशा मेरे मुंह में इसे रखे रहना मैं पूरी लाइफ तेरी चूत चाट कर गुजार दूंगा वोहहहह मेरी रंडी आरती।

सर के इस तरह चूंत चाटने से मैं बिल्कुल तड़प उठी और बोली सर अब अपनी रंडी आरती को इस तरह मत तड़पाओ मैं नहीं रह पा रही मुझे कुछ करिये जिससे ये आग मेरे अंदर की बुझे। ये मेरा फर्स्ट टाइम था इसलिए मुझे यह भी नहीं पता था कि ये प्यास ये तड़प कैसे मिटेगी। सर बोले रुक आरती मैं भी इतना पागल आज तक नहीं हुआ करीब बीसो एसी स्टूडेंट्स को चोदा और इतनी ही काल गर्ल को ठोका मेरी बीवी भी बहुत सेक्सी है बहुत चुदवाती है परन्तु तेरे में जो सेक्स की इच्छा है जो तेरी चूत की खुशबू है उठी हुई तेरी लाजवाब गांड वोहहहह तुने मेरी लाइफ का सबसे सेक्सी पल दे दिये तेरे जैसे लंड कोई नहीं चूसता अब चल आरती तेरी पहले गांड मारता हूं वोहहह तेरी प्यास बुझाता हूं।और बोले उठ आरती कुतिया की तरह चोदूंगा तेरी गांड मैं बोली हां कमलेश कुतिया से भी बेकार चोद मैं मरी जा रही हूं।

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सर बोले कुतिया बन मैं उठ कर एकदम कुतिया बन गई सर बोले तू तो बड़ी एक्सपर्ट हैं पहले भी गांड़ मरवाती थी क्या मैं बोली आज तक किसी ने खुली गांड मेरी देखी नहीं छुआ नहीं तो मारने का सवाल ही नहीं उठता सर, आरती मैं बहु लकी हूं कि तुम्हारी गांड आज जबरदस्त चोदूंगा और ऐसे कहते हुए सर ने मेरे गांड को चूमने लगे और अपनी जीभ मेरी गांड में डाल दी ,आरती सच में पागलपन है तेरी गांड आज तुम्हारी गांड की प्यास बुझाऊंगा इस तरह सर ने मेरे उपर कुत्ते की तरह चढ़ और मेरे गांड में अपना लौड़ा रख दिया पीछे से दूध पकड़ कर बोले आरती अब डाल दूं अपना

लंड तेरी गांड में मैं बोली सर अभी घुसा दो पुरे जोर से रगड़ना मेरी गान्ड मुझसे रहा नहीं जा रहा, अब बस चोदो या कुछ भी करो मेरी आग मेरे अंदर की प्यास बुझनी चाहिए,सर ने कहा प्यास तेरी बुझ जाएगी पर दर्द बहुत होगा सह लेगी, मै बोली चाहे जितना भी दर्द हो आप बिल्कुल चिंता नहीं करो सर बोले फिर ले साली कुतिया रंडी आरती, तभी सर ने थूंक लगाया मेरी गान्ड में और जोर से अपना लंड घुसा दिया एक झटके में ऐसा लगा मैं मर गई बेहोश हो गई इतना दर्द कभी नहीं हुआ मैं जोर से चिल्लाई बचाओ, छोड़ दो सर प्लीज छोड़ दो, मैं मर जाऊंगी निकाल अपना लंड मादरचोद मैं गाली भी दे रही थी और और बहुत जोर जोर से चिल्लाई बचाओ कोई मार डाला इस हरामी ने निकाल अपना लंड कुत्ते मम्मी बचाओ पापा बचाओ मुझे छोड़ दो सर हांथ जोड़ती हूं.

मेरी गान्ड में मैंने हाथ लगाया तो मेरे हाथ में खून लगा हुआ था मैं अब जोर जोर से रोने लगी पर सर को कोई फर्क नहीं पड़ा और वो मेरी गान्ड को चोदते रहे तभी दो उंगलियां मेरी चूत में डाल दी और अंदर-बाहर करने लगे बोले आरती साली रण्डी क्या जबरदस्त तेरी गांड है आज तेरी गांड की सुहागरात है आरती आज मैंने तेरी जबरदस्त गांड की शील तोड़ दी। मेरे से किस्मत वाला कोई नहीं ।

सर अब जोर-जोर से मुझे चोदने लगे पूरा लंड मेरी गांड में अंदर करते थे फिर बाहर निकालते इस तरह जबरदस्त मेरी गांड की चुदाई करने लगे, पता नहीं कैसे कब मेरा पूरा दर्द अब गायब हो गया और मुझे एक दम से बहुत जोश आ गया, और मैं सर से बोली ओहहहहह मेरे राजा और चोदो, जोर से मेरी गांड में डालो पूरा लंड मुझे बहुत मजा आ रहा है, हमेशा मेरी गान्ड चोदते रहना ऐसे ही मस्त, और डालो कमलेश तेरी आरती तेरे लिए कुछ भी करेंगी बस मुझे अपनी रंडी बना कर ऐसे ही चौबीस घंटे मेरी गान्ड चोदते रहना।

मैं कसम खाती हूं जो बोलेगे करूंगी,और चोदो जोर जोर से तभी सर ने फुल स्पीड से पूरा लौड़ा अंदर बाहर बहुत मस्त करने लगे, मैं पागल हो रही थी करीब 40 मिनट तक ऐसे ही मेरी गान्ड को चोदते रहे, सर बोले सोच आरती तेरे दो दो लंड घुसे हैं एक तेरी चूत में इमेजिन कर जो ऊंगली तेरी चूत में घुसा दिया है वो भी लंड है।और एक लंड गुदामैथुन यानि गांड को चोदने में लगा है।।

मैं सच में वही सोचने लगी कि एक लंड मेरी चूंत को चोद रहा है और एक मेरी गान्ड को अब मेरा जोश हजार गुना बढ़ गया मैं बोली सर मेरी चूत को जोर से चोदो बहुत जोर से ऊंगली रूपी लंड चलाओ और मेरी गांड को भी आज फाड़ ही दिया है। आरती को अपनी बीवी समझ कर चोदो आज मेरी पहली सुहागरात है सर , और चोदो तभी मेरे चूत से बहुत तेजी से गरम गरम पानी निकलने लगा मैं अकड़ गई, सर बोले आरती तू तो झड़ गई तेरी चूत तो बह चली जोर से, सर ने बोला आरती अपनी गान्ड और ऊपर उठा मैं एक बार पूरा तेरी गांड की जड़ तक अन्दर घुसा दूं लंड को मैंने तुरंत अपनी गान्ड ऊपर उठा दी और बोली हां सर पूरा पेल दो अपना लौड़ा वोहहहह और सर ने फचाक से अंदर कर दिया मैं चींख उठी ओहहहहह मेरे कुत्ते तुमने आज मुझे जन्नत का मजा दे दिया है।

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आज से हमेशा मुझे ऐसे ही चोदना आप अपना लौड़ा मेरी चूत में भी डाल दो, तभी सर जोर-जोर से हांफने लगे और बोले मेरी रंडी आरती मेरा लन्ड रस तेरी गांड में जा रहा है, और सर अकड़ के मेरे दोनों दूध जोर से दबाते हुए पूरा फच फच अपना लंड मेरी गांड में घुसा के पूरा गरम-गरम रस लंड का अपने मेरी गांड में भर दिया ।और मेरी प्यास बुझने लगी मैं तड़प रही थी इस पल के लिए। सर बोले आरती आज तक तुम कच्ची कली थी आज से तू छिनाल बन गई है। और पूरा लंड अंदर तक मेरी गान्ड में घुसेड़ कर लंड रस भर दिया और फिर मुझे सामने लिटा कर के मेरी टांगे फैलाकर मेरी चूंत का बहता हुआ रस चूसने लगे.

मुझे बहुत मजा आया मैं बोली सर आप बेस्ट हो, पर मुझे पेशाब आने लगी, तो मैंने सर से बोला सर पेशाब आ रही है, सर बोले कर दो आरती प्लीज कर दो मुझे पीना है तुम्हारी चूंत से निकली मस्त पेशाब, मैं बोली छि छि नहीं सर, सर बोले नहीं बहुत मस्त होता है आरती प्लीज करो पेशाब मेरे मुंह में और मैं वही करने लगी, सर ने मेरी चूत से निकली हुई पेशाब को बड़े मस्त तरीके से पीने लगे, एक एक बूंद मेरी पेशाब को पी लिया और चाट चाट के मेरी चूत को भी साफ कर दिया ।

फिर उठकर अपनी रूमाल से मेरी गान्ड को साफ किया, सर बोले थोड़ी देर बाद पीछे गांड में दर्द हो होगा, उसके लिए मैं ये टेबलेट लाया हूं, और हल्की गांड में ब्लाडिंग हुई है इसलिए इसे गांड की होल में लगा लेना चिंता नहीं करनी है। सब दर्द दो तीन दिन में गायब हो जायेगा,और अब दोबारा कितना भी गांड़ चुदाई करवाती रहोगी दर्द नहीं होगा, सिर्फ मजा आयेगा। सर अपने कपड़े पहने और मै भी अपने कपड़े पहन ली, और फिर सर मेरे होंठों को चूमने लगे और बोले तुम्हारी चूंत अभी भी वर्जिन है।अब तीन चार दिन नहीं आऊंगा।सच में चार पांच दिन मुझे बहुत दर्द हुआ फिर सब ठीक हो गया। ये मेरे साथ मेरे जीवन का पहला सेक्स था वो भी पीछे ही हुआ। एक एक शब्द मैंने पुरा सच लिखा है भरोसा करियेगा एक शब्द भी बनावटी या मनगढ़ंत नहीं है।

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इंग्लीश स्पीकींग कोर्स वाली इंग्लीश मैडम की चुदाई | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/english-speaking-course-vali-english-madam-ki-chudai.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/english-speaking-course-vali-english-madam-ki-chudai.html#respond Sun, 18 Feb 2018 11:17:36 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11978 इंग्लीश स्पीकींग कोर्स वाली इंग्लीश मैडम की चुदाई ( English Speaking Course Vali English Madam Ki Chudai ) सबसे पहले आदरणीय गुरूजी को सादर प्रणाम स्वीकार हो जीनकी कृपा से मस्ताराम डॉट नेट के जरीये लंड को खड़ा कर देने वाली और चूत में उँगली करने को मजबूर कर देने वाली कामुक कहानीयाँ पढ़ने और […]

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इंग्लीश स्पीकींग कोर्स वाली इंग्लीश मैडम की चुदाई
( English Speaking Course Vali English Madam Ki Chudai )

सबसे पहले आदरणीय गुरूजी को सादर प्रणाम स्वीकार हो जीनकी कृपा से मस्ताराम डॉट नेट के जरीये लंड को खड़ा कर देने वाली और चूत में उँगली करने को मजबूर कर देने वाली कामुक कहानीयाँ पढ़ने और लीखने को मील जाती हैं | दोस्तों उसके बाद मैं आप सबको अपने बारे में बताना चाहूँगा मतलब मैं आप सब को अपना परीचय देना चाहता हूँ | मैं आगरा से एक 25 साल का आकर्षक कद काठी का एक सजीला नौजवान हूँ और जीम जाने के कारण मेरा बदन गठीला है और मेरे लंड की लंबाई 9 इंच है और मोटाई घोड़े के लंड के समान है जो सभी लडकीयों और औरतों के दील की धड़कन के समान है | तो दोस्तों अब मैं आपको ज्यादा बोर न करते हुए अपनी कहानी पर आता हूँ | बात पीछले हफ्ते की है मैंने सोचा की आजकल अंग्रेजी का बहुत क्रेज है क्यों न 2 घंटे का समय नीकाल कर अंग्रेजी बोलने की ट्यूशन ली जाये |

ये ही सोचकर मैंने अमेरीकन इंस्टीट्यूट ज्वाइन करने की सोची और मैं एडमीशन की बात करने के उद्देश्य से पहुँच गया जहाँ पर मुझे कई लड़के और लड़की मीले जो वहाँ इंग्लीश स्पीकींग सीख रहे थे जीनमे से बहुत से लड़के और लडकीयाँ वैलेंटाइन वीक की शुरुआत के लीये कहीं पीकनिक पॉइंट के लीये नीकल रहे थे

सीर्फ एक 25-26 साल की लड़की के जो एक रेड कलर की साड़ी में थी जो बहुत ही कमाल लग रही थी जीसे देखकर मेरा लंड जीन्स में खड़ा हो गया मतलब मेरा मन उसे चोदने को करने लगा लेकीन मैंने अपने आप पर कंट्रोल करने की कोशीश की लेकीन मेरा लंड मेरी सुन ही नहीं रहा था वो तो ये चाह रहा था की वीशु इस लड़की को पकड़ ले और यहीं पटक कर चोद दे |

पर बाद में पता चला की वो एक लड़की नहीं बल्की पढ़ाने वाली एक मैडम है लेकीन वो अभी कुँवारी थी और अभी शुरुआत थी इसलीये मैं कोई अपनी इन्सल्ट नहीं कराना चाहता था बल्की मैं यह देखना चाहता था की इसका रेआक्शन क्या होगा? यह ही सोचकर ही मैं जाके भीड़ गया तो उसने मुझे पूछा की कहीये आपको कीससे मीलना है?

तो मैंने जवाब दीया की मैं इंग्लीश बोलना चाहता हूँ हालाँकी मुझे पढ़ना, समझना और लीखना आता है लेकीन बोल नहीं पाता हूँ तभी बात करते करते मेरा लंड जीन्स के अंदर पूरी तरह से तन गया जीसे उसने अच्छी तरह से देख लीया था क्योंकी टाइट जीन्स में उसका साइज़ भयंकर हो जाता है | वो लड़की थोडा मुस्कुराई और उसने मुझे फीस स्ट्रक्चर समझाया और एक फॉर्म फील अप करने को दीया तो मैंने उसे फीस जमा करा दी लेकीन फॉर्म भरना मेरी समझ से बाहर था इसलीये मैंने उसको बोला की फॉर्म वो खुद भर दे | पहले उसने थोड़ी न नुकुर की फिर वो राजी हो गई |

तो उसने मेरी डीटेल्स माँगी जैसे मेरा नाम, पता, मोबाइल नंबर और मेरा व्यवसाय आदी | जैसे ही उसने मेरा नाम सुना तो वो मैडम एकदम से चोंक गई तो मैंने उससे पूछा की क्या हुआ मैडम? तो उसने जवाब दीया की कुछ नहीं ये नाम कुछ सुना हुआ सा लग रहा है तो मैंने सब कुछ उसे साफ साफ बता दीया और जैसे ही उसने मेरा व्यवसाय पूछा तो मैंने उसे बताया की मैं पेशे से एक जीगोलो हूँ तो उसे जीगोलो के बारे में पता न होने के कारण वो रुक गई और उसने मुझसे पूछा की ये जीगोलो क्या होता है तो मैंने कहा की आप जीगोलो नहीं जानती?

वो बोली की नहीं तो मैंने बताया की जीगोलो एक मेल सेक्स वर्कर होता है जो असंतुष्ट स्त्रीयों एवं लड़कीयों को शारीरीक रूप से संतुष्ट करता है और औरतें और लडकीयाँ उसे फीस देती हैं| तो वो थोड़ी देर के लीये सहम गई और उसका मुझसे बात करने का अंदाज़ एकदम से बदल गया और वो बार बार वो मेरी जीन्स को बड़े ही गौर से देखने लगी जीस कारण उसने एडमीशन फॉर्म को भरने में बहुत गलती की और फिर अंत में उसने कहा की आप कीस समय पढ़ने के लीये आयेंगे तो मैंने पूछा की मैडम, आपका इंस्टीट्यूट कीतने बजे से कीतने बजे तक खुलता है तो वो बोली की सुबह 7 बजे से शाम को 8 बजे तक |

फिर वो बोली की आप अपनी सुवीधा के अनुसार कोई भी 1 घंटे का समय नीकाल कर इंस्टीट्यूट में पढ़ने आ सकते हैं लेकीन सबसे पहले ये एडमीशन फॉर्म फील अप करना पड़ेगा उसके बाद ही आप क्लास जॉइन कर सकते हैं तभी मेरे मोबाइल पर घंटी बजी तो मैंने उस मैडम को एक्सक्यूज़ मी कह कर बात करने लगा उधर से मेरी एक क्लाइंट जो मेरी सर्वीस लेती रहती थी बोली की वीशु जी आप कहाँ हो?

मैंने बताया की मैं इस समय एक इंग्लीश स्पीकींग इंस्टीट्यूट में हूँ मैं यहाँ कोर्स जॉइन करने के एडमीशन की बात करने के लीये आया हूँ तो वो बोली की वहाँ तो मेरी एक सहेली सीमरन (बदला हुआ नाम) इंग्लीश पढ़ाती है तो मैं एकदम से चोंक गया तो वो बोली की क्या तुम मेरी सीमरन से बात करवा सकते हो?

मैंने कहा की मैं तो यहाँ कीसी को जानता नहीं हूँ तो वो बोली की आप सीमरन के नाम से पूछ लो वो अगर होगी तो बात करवा देना | मैंने कहा ओ0 के0 देखता हूँ और मैंने उसी मैडम से पूछा की मैडम, यहाँ सीमरन कौन है?

वो मैडम बोली की मेरा ही नाम सीमरन है क्यों क्या हुआ? मैंने कहा की मेरी एक क्लाइंट गीतांजली का आपके लीये फोन है वो आपसे बात करना चाहती है तो मैंने उसे अपना फोन बात करने को दे दीया तो पहले उन दोनों में हाय हेल्लो हुई और उसके बाद उन दोनों की बात शुरू हुई और करीब उन दोनों की करीब 20 मिनट तक बात हुई जीस दौरान सीमरन ने करीब 10 बार मेरे लंड की तरफ गौर से देखा फिर सीमरन ने फोन काटकर मुझसे पूछा की आप गीतांजली को कब से जानते हो तो मैंने बताया की मैं उसे 3 साल से अपनी सर्वीस दे रहा हूँ तो उसने ओ0 के कहा और जीतने पैसे मैंने फीस के रूप में जमा कीये थे

उसके आधे पैसे मुझे वापस कर दीये और बाकी आधे पैसे की रसीद बना कर मुझे दे दी और उसने अपना कार्ड देकर शाम को मुझे उसके घर मीलने को कहा की आपको मेरे घर एडमीशन फॉर्म फील अप करने आना पड़ेगा तभी आप क्लास जॉइन कर पाओगे अदरवाइज नहीं ओ0 के0 तो मैंने ओ0 के0 कहा और मैं उसका कार्ड और अपनी फीस की रसीद लेकर अपने घर चला आया |

शाम को जब मैंने सीमरन के घर जाने से पहले सीमरन को फोन कीया और पूछा की मैडम आपके घर मुझे कीतने बजे पहुँचना है तो उसने बताया की 7 बजे आ जाना |

मैंने उसे ओ0 के0 कहा और शाम के 7 बजे तक अपनी उस दीन की क्लाइंट्स को सर्वीस दी फिर करीब 06:30 मिनट पर मैं अपनी बाइक लेकर सीमरन के घर के लीये नीकल लीया तो करीब 06:45 पर मुझे गीतांजली भगवान टॉकीज़ पर खड़ी मील गई तो मैंने गीतांजली से पूछा की कैसी हो और यहाँ कैसे खड़ी हो?

तो उसने कहा की मैं सीमरन के घर जा रही हूँ | क्या आप भी उसके घर जा रहे हो? मैंने बताया की ैं उसके े इंस्टीट्यूट में इंग्लीश बोलने का कोर्स करना था जीसके लीये एडमीशन फॉर्म फील करना है इसीलये उसने मुझे आज अपने घर बुलाया है तो मैं वहीं जा रहा हूँ और उसे अपनी बाइक पर बैठाकर सीमरन के घर के लीये चल दीये तो रास्ते में गीतांजली ने बताया की मैंने ही उसे कहा था की एक बार वो तुम्हारा खड़ा लंड देख ले उसके बाद वो तुमसे चुदे या नहीं वो उसकी मर्जी है

अगर उसे तुम्हारा लंड पसंद तो वो तुमसे चुद भी जायेगी और हाँ तुम्हारी फीस भी मैंने ही आधी करवाई थी यह कहकर की यह लड़का चुदाई करने के भी पैसे लेता है लेकीन तुझे ये फ्री में चोदेगा और अगर तू इसे अच्छी लगी तो ये तुझे जब कहेगी तभी चोदेगा तभी इसने आपकी आधी फीस माफ़ की है लेकीन मैंने आपको ये बात बताई है सीमरन को मत बोलना और मुझे उसके घर से थोडा पहले ही उतार देना जीससे उसे यह पता न चल जाये की मैं आपसे आज मील चुकी हूँ |

वीशु जी फॉर्म फील अप करना तो एक बहाना है बल्की सीमरन आपका खड़ा हुआ लंड देखना चाहती है तो मैंने उसे बोला की ओ0 के गीतांजली जी आप बील्कुल बेफीकर रहीये और मैंने सीमरन को लोकेशन लेने के लीये फोन कीया तो सीमरन ने मुझे पूरी लोकेशन बता दी तो मैंने गीतांजली को सीमरन के घर से करीब 500 मीटर पहले उतार दीया उसके घर पहुँच गया वो गवालीअर् की रहने वाली थी और यहाँ आगरा में अकेली कीराये पर रहती थी उसका कमरा फर्स्ट फ्लोर पर था नीचे उसके मकान मालीक अपने परीवार के साथ रहते थे और उसके आने जाने का रास्ता घर के बाहर से ही था मैं जैसे ही उसके घर पहुँचा वैसे ही वो मुझे अपनी बालकनी में खड़ी दीख गई तो मैंने अपनी बाइक वहीं लगाई और उसके कमरे में पहुँच गया | आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | सीमरन ने उस समय पींक कलर की लैगी और ब्लैक कलर का कुरता पहने हुआ था |

जैसे ही मैं कमरे में पहुंचकर सोफे पर बैठा ही था तो सीमरन ने मुझे चाय या कॉफी के लीये पूछा तो मैंने उसे कॉफ़ी के लीये कह दीया करीब 5 मिनट बाद ही गीतांजली भी आ गई तो उसने जब मुझे सोफे पर बैठा हुआ देखा तो उसने मुझसे हाय कहा और वो मेरे गले लग गई और इस तरह से लगी की उसकी चूत मेरे लंड को टच करने लगी

इसी वजह से मेरा लंड पजामे में ही खड़ा होने लगा इधर उसने अपने एक हाथ को मेरे गले से हटाकर मेरे पजामे के ऊपर से ही मेरे लंड पर रख दीया जैसे ही गीतांजली ने जैसे मेरे पजामे के ऊपर से लंड पर हाथ रखा उसी समय सीमरन 3 कप कॉफी बनाकर ले आई तो गीतांजली ने मेरा लंड छोड़ दीया और हम तीनों ही एक ही सोफे पर बैठकर कॉफी पीने लगे और जैसे ही कॉफी खत्म हुई तो सीमरन न कहा की लाइए मैं आपका फॉर्म फील अप कर देती हूँ बस आपसे मैं जो जो पूछती जाऊँ आप मुझे वो बताते जाना ओ0 के0 |

मैंने हाँ भरी और सीर भी हीला दीया तभी गीतांजली बोल पड़ी की मुझे यहाँ कीस लीये बुलाया है तो सीमरन बोली की रुक जा पहले इनको फ्री कर दूँ उसके बाद तुझसे बात करुँगी ओ0 के0| गीतांजली ने भी ओ0 के0 कहा उसके बाद सीमरन ने मुझसे जो जो पूछा मैंने उसको वो ही बताया लेकीन व्यवसाय की बात जब आई तो मैंने उसे जीगोलो बताया लेकीन उसने स्टूडेंट लीखा |

खैर, कुछ ही समय में मेरा एप्लीकेशन फॉर्म फील अप हो गया और जब मैं चलने को हुआ तो गीतांजली ने मुझे रोका और सीमरन के सामने ही बोली की वीशु जी जरा रुकीये बहुत समय से मैंने आपका लंड अपनी चूत या गाँड में बहुत दीन से नहीं लीया है इसलीये मैं आज आपसे जी भर के यहीं चुदना चाहती हूँ और पैसे मैं आपके एकाउंट में कल डलवा दुँगी लेकीन आप मुझे अभी चोद दो तो मैंने सीमरन की तरफ इशारा कीया तो गीतांजली ने कहा की अगर आपका लंड इसे पसंद आया तो ये भी अपनी चूत की सील तुड़वा लेगी क्यों सीमरन मैं सही कह रही हूँ ना?

सीमरन ने अपनी गर्दन हीला कर अपनी मौन स्वीकृती दी तो मैंने भी ओ0 के0 कह दीया और जैसे ही मैंने ओ0 के0 कहा तभी गीतांजली ने मेरे पजामे में से मेरा लंड नीकाल लीया और सीमरन से पकड़ कर चेक करने को कहा सीमरन ने जैसे ही मेरे लंड को देखा तो उसकी आँखे खुली की खुली रह गई और उसके मुँह से नीकला की हाय राम कीतना बड़ा और मोटा लंड है ये मेरी छोटी सी चूत में कैसे जायेगा? तो गीतांजली बोली की सब चला जायेगा लंड को पकड़ कर तो देख |

तभी डरते हुए सीमरन ने मेरे लंड को पकड़ा तभी गीतांजली ने कहा की मैंने छूने लीये नहीं बल्की आगे पीछे करके सहलाने के लीये कहा है ओ0 के0 इसलीये इस लंड को आगे पीछे करके सहला तो सीमरन मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी | सीमरन के नाज़ुक हाथ लगते ही मेरे लंड में तनाव आने लगा और वो लोहे की गरम रॉड की तरह तन गया और उसका सुपाड़ा फूल गया तभी गीतांजली बोली इसे चूसना चाहेगी?

तो सीमरन ने मना कर दीया तो गीतांजली बोली इसके लंड को चूसकर तो देख तुझे मुझे से लंड नीकाल ने का मन नहीं करेगा और गीतांजली ने सीमरन के हाथ से लंड छुड़ाकर अपने मुँह में डाल लीया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी |

कुछ देर बाद फिर उसने सीमरन से कहा की तू लंड को चूसकर तो देख अगर अच्छा न लगे तो बेशक मत चूसना ओ0 के0 | सीमरन को एकदम से जोश आया और उसने मेरा पजामा एकदम से खींच कर मेरे बदन से अलग कर दीया जीससे मैं नीचे से एकदम नंगा हो गया और उसने मेरे लंड को एक हाथ से पकड़ा और उसका सुपाड़ा खोलकर लंड के छेद जहाँ से सूँ सूँ और बीज नीकलता है पर एक जोरदार चुम्बन जड़ दीया और मेरे लंड के नंगे सुपाड़े को अपने मुँह में डाल लीया और उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी इधर गीतांजली ने अपने सभी कपडे उतार दीये और बील्कुल नंगी हो गई |

जब सीमरन ने देखा की गीतांजली पूरी तरह से नंगी हो गई है तो उसने भी मेरे लंड का सुपाड़ा चूसना छोड़ दीया और उसने भी पहले मेरी लैदर की जैकेट उतारी फिर इनर उतार कर मुझे भी पूरी तरह नंगा कर दीया |

सीर्फ मैं और गीतांजली ही पूरी तरह नंगे थे जबकी सीमरन सभी कपड़ों में थी तो मैंने सीमरन से कहा की वो भी अपने कपडे उतारे तभी पूरा मजा आयेगा |

गीतांजली ने सीमरन की कुर्ती उतारी उसके बाद ब्रा और जैसे ही गीतांजली ने सीमरन की ब्रा उतारी तो मैं सीमरन के बूब्स देखकर दंग रह गया | छः साल के पीरीयड में आज तक मैंने ऐसे बूब्स नहीं देखे थे मतलब एकदम ठोस और गोल गोल और उसके बूब्स पर चीरोंजी के साइज़ के एकदम भूरे साइज़ के चुचूक थे सीमरन के शरीर का रंग एकदम गोरा था मतलब केवल लैगी में काम की देवी रती लग रही थी जीसे देख कर बड़े से बड़े उम्र दराज आदमी का भी लंड खड़ा करने के पर्याप्त था |

उसके बाद गीतांजली ने सीमरन की लैगी उतारी तो सीमरन केवल चड्डी में थी तो मैं सीमरन से चीपक गया और उसके गाल, कान के पीछे कीस करते हुए उसके बूब्स पर आ गया हालाँकी उसके बूब्स से दूध नहीं नीकलता था लेकीन चूसने में ऐसा लग रहा था जैसे अभी दूध नीकल पड़ेगा इसी वजह से मैं उसके बूब्स चूसता रहा और सच कहूँ तो आज तक मैंने कई सूंदर से सूंदर लड़कीयों की सील तोड़ी है लेकीन पता नहीं सीमरन में ऐसा क्या खास था जो मुझे उसकी तरफ आकर्षीत कर गया तो मैंने गीतांजली से कहा की गीतांजली सीर्फ और सीर्फ तुम्हारी वजह से ऐसा जीस्म भोगने को मीला है

इस काम के लीये मैं तुम्हे इनाम देना चाहता हूँ और वो इनाम यह है की मैं आज की तुम्हारी चुदाई मैं फ्री में करूँगा ओ0 के0 तभी तपाक से गीतांजली बोली की सीर्फ आज चाहे मैं कीतनी भी बार चुदूँ सब फ्री है न? मैंने कहा हाँ केवल आज ही आज की चाहे जीतनी बार भी करो ओ0 के0 | गीतांजली मेरी बात को सुनकर एकदम से खुश हो गई और उसने सीमरन की चड्डी एक झटके में उतार दी |

चड्डी के उतरते ही सीमरन की अनछुई चूत थी और उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था शायद उसने आज ही साफ कीये होंगे| उसकी चूत एकदम चमक रही थी तो मैंने आव देखा न ताव मैं उसकी चूत पर टूट पड़ा और अपनी उँगली डाल डाल कर उसके चूत के दाने को चाटने लगा तो सीमरन सीस कारने लगी और एकदम बीस्तर से उछल पड़ी और मेरे सर को अपनी चूत पर दबाने लगी तभी कुछ देर बाद सीमरन बोली की मुझे आपका लंड चूसना है |

जैसे सीमरन लेटी थी मैं उसकी उलटी दीशा में हो गया और मैं उसकी चूत चाट रहा था और वो मेरा लंड चूस रही थी तभी मैंने गीतांजली को चोदना उचीत लगा क्योंकी उसकी चूत फटी हुई थी जबकी सीमरन की सील पैक माल थी |

जो मुझे अपने लंड से फाड़नी थी इसलीये मैंने सबसे पहले गीतांजली को अलग अलग पोजीशन में करीब 48 मिनट तक लगातार चोदा और जब मेरा बीज नीकलने को था तभी मैंने गीतांजली से कहा की गीतांजली अब मैं झड़ने वाला हूँ तो गीतांजली बोली की आपका बीज पीना है

मुझे तो मैंने अपना लंड गीतांजली की चूत से नीकाल कर गीतांजली के मुँह में दीया और काफी तेज तेज़ धक्के मारने और उसके मुँह को चूत समझकर चोदने लगा और कुछ देर बाद मेरे लंड से पीचकारी छूट गई फिर मैं उसके धड़ाम से गीर गया गीतांजली भी मुझसे चीपक गई और उसने मेरे ऊपर चुंबनों के अम्बार लगा दीये फिर मैं गीतांजली के ऊपर से हट गया और वापस हम तीनोँ ही नंगे सोफे पर आकर बैठ गए आपस मैं इधर उधर की बात करने लगे तो गीतांजली ने बातों बातों में मेरे लंड की तारीफ करना शुरू कर दीया की कैसे उसने अपनी चूत की सील मेरे लंड से तुड़वाई और उसे सील तुड़वाने में कीतना मजा आया और वो अब तक मेरे लंड से चुद कर कीतने मजे ले चुकी है |

उसने सीमरन से कहा की बड़े और मोटे लंड से चूत या गाँड की सील तुड़वाने में कीतना मजा आता है ये तुझे जब पता चलेगा जब तू वीशु जी का लंड अपनी चूत या गाँड के छेद में डालेगी |

मैं मानती हूँ की बड़े और मोटे लैंड से शुरू में थोडा दर्द ज्यादा होता है लेकीन बाद में बहुत मजा आता है क्योंकी मजा तभी आता है जब चूत का छेद बड़ा हो जाता है और चूत का छेद बड़ा तभी होता है जब बड़ा और मोटा लंड चूत में घुसे और काफी देर तक धक्के लगाये जायें और सीमरन तूने अभी अभी देखा की वीशु बीना रुके कैसे चोदता है |

इतना सुनते ही सीमरन ने मेरा लंड अपने हाथ में ले लीया और उसे आगे पीछे करके हीला हीला कर सहलाने लगी और कुछ देर मैंने भी उठकर उसे अपनी बाँहों में भरके उससे लीपट गया और उसे चूमने लगा |

चूमते चूमते मैं उसके कान पर आ गया और उसके दूध चूसने और दबाने लगा तो सीमरन भी सीस कारी भरने लगी और मुझसे लता की तरह लीपटने लगी तो मैं धीरे धीरे चूमते हुए उसके पेट पर आ गया और उसकी टुंडी में जीभ डालकर चाटने लगा तो सीमरन तड़पने लगी फिर मैंने जैसे ही उसकी चूत के दाने पर अपनी जीभ लगाई तो वो एक दम ऐसे उछली जैसे उसे 1000 वॉट का तेज़ करंट लगा हो लेकीन फिर भी मैंने उसकी चूत को चाटना नहीं छोड़ा और मैं उसकी चूत में उँगली कर करके चाट रहा था तो वो सीस कारी भरने लगी तभी मैंने सोचा की क्यों न मैं 69 की पोजीशन में आ जाऊँ ताकी वो भी मेरा लंड चूसे और मैं भी उसकी चूत चाटूँ |

तभी मैंने उसकी चूत से अपना मुँह हटाया और उसके सर की तरफ आकर अपना लंड उसके मुँह में डाल दीया और मैं उसकी चूत चाटने लगा तो सीमरन मजे से बड़बड़ाने लगी और अपने हाथ से मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबाने लगी और कहने लगी की हाँ वीशु जी ऐसे ही हाय हाँ वीशु जी ऐसे ही चाटो बड़ा मजा आ रहा है और करीब 10 मिनट बाद वो एकदम से ऐंठ गई और उसकी चूत ने पीचकारी मेरे मुँह पर छोड़ दी जीसे गीतांजली ने अपनी जीभ से चाट कर साफ कीया |

उसके बाद सीमरन ने मुझसे कहा की वीशु जी अब मेरे से बर्दास्त नहीं हो रहा है इसलीये अब आप अपना लंड मेरी चूत में डाल दो तो मैंने भी मौके को देखकर सीमरन के मुँह से अपना लंड नीकाल लीया और सीमरन की चूत पर आ गया और अपना लंड सीमरन की चूत पर घीसने लगा फिर उसकी चूत के छेद पर अपना लंड टीका कर मैंने एक पूरी ताकत से जोरदार धक्का लगा दीया तो मेरा लंड का सुपाड़ा सीमरन की चूत को फाड़ता हुआ करीब 3 इंच तक घुस गया और घुसने के साथ ही उसकी चूत से एक खून की धार बह नीकली जीससे सीमरन को बहुत ही तेज दर्द के साथ बोली की हाय मम्मी मर गई वीशु जी मुझे बहुत दर्द हो रहा है नीकाल लो अपना लंड मुझे नहीं चुदना और दर्द से छटपटाने लगी लेकीन मैंने उसे कस कर पकड़ लीया था

अदरवाइज वो मुझ से छूट जाती और वो मुझसे कभी नहीं चुदती इसलीये मैंने उस पर कोई रहम नहीं कीया और उसकी चूत से अपना लंड नीकाले बीना पूरा बाहर खींच लीया और दूसरा जोरदार धक्का पूरी ताकत से लगा दीया तो मेरा लंड उसकी चूत में करीब 5 इंच तक घुस गया पर लेकीन इस बार सीमरन की दर्द के कारण आँखें ही बाहर को आ गई लेकीन मैंने उस पर कोई रहम न करते हुए 3-4 धक्के पूरी ताकत से तब तक मारे जब तक मेरा पूरा लंड उसकी चूत में नहीं घुस गया |

उसके बाद मैंने सीमरन के एक दूध को मुँह में भर लीया और दूसरे को हाथ से दबाने लगा और धीरे धीरे उसकी चूत में अपने लंड से धक्के लगाने लगा | आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | कुछ देर बाद वो नीचे से अपनी कमर उचकाने लगी तो मैंने भी अपनी स्पीड धीमे धीमे बढ़ा दी और उसे शताब्दी की स्पीड से चोदने लगा मुश्कील से मैंने सीमरन को 10 मिनट ही चोदा होगा की उसे बहुत मजा आने के कारण वो झड़ गई

लेकीन मैं लगातार धक्के लगाता रहा और मैंने उसे अलग अलग पोजीशन में 1 घंटे तक लगातार चोदा तभी मुझे लगा की मैं अब झड़ने वाला हूँ तो मैंने सीमरन से कहा की सीमरन जी मैं अब झड़ने वाला हूँ तो बताओ की मैं कहाँ झड़ूँ? सीमरन ने कहा की वीशु जी आप मेरी चूत में ही झड़ जाओ और मैंने कुछ धक्के लगाये होंगे की सीमरन की चूत में मेरे लंड ने पीचकारी छोड़ दी और मैं थक कर सीमरन के ऊपर ही धम्म से गीर गया तो सीमरन मुझसे बेल की तरह से लीपट गई और मुझे बहुत देर तक चूमती रही तब तक मेरा लंड भी सीमरन की चूत में जब तक नीचुड़ चूका था तो मैंने जैसे ही सीमरन की चूत से अपना लंड नीकाला वैसे ही मेरे लंड के साथ सीमरन की चूत का रज, खून और मेरे बीज का मीक्सचर मेरे लंड पर लग गया बाकी उसकी चूत से नीकला जीसे देखकर वो डर गई तो कभी वो मेरे लंड को देखे तो कभी अपनी चूत को तो कभी बैड की उस चद्दर को जीस पर खून का एक लाल घेरा बन गया था

लेकीन उसके चेहरे पर संतुष्टी के भाव थे फिर वो उठकर बाथरूम जाने के लीये बैड से उतरने को हुई लेकीन उससे उतरा न गया क्योंकी उसकी चूत कई जगह से कट फट गई थी तो मैंने उसे गोद में उठाकर बाथरूम तक ले गया और उसकी चूत को मैंने अंदर तक उँगली डाल कर गरम पानी से साफ की और फिर अपने लंड को साफ कीया |

उसके बाद गीतांजली और सीमरन ने नंगे होकर ही खाना बनाया और हम तीनोँ ने नंगे ही खाना खाया उसके बाद मैंने उन दोनों की दो दो बार चूत मारी और गीतांजली की एक बार गाँड भी मारी लेकीन सीमरन ने अपनी गाँड नहीं मरवाई |

तो बताइये दोस्तों आपको मेरी कहानी कैसी लगी? कृपया अपने वीचार अवश्य दें | मेरी मेल आई0 डी0 है : [email protected] आप मुझे फेसबुक पर भी मील सकते हैं मेरी फेसबुक आई0 डी0 है : [email protected]

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अपने कॉलेज की प्रिंसपल की चूत फाड़ी | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/apne-college-ki-principle-ki-chut-fadi.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/apne-college-ki-principle-ki-chut-fadi.html#respond Sat, 17 Feb 2018 05:50:56 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11975 हेल्लो दोस्तों यह कहानी मेरे कॉलेज की प्रिंसिपल की चुदाई की है मैंने प्रिंसिपल को ग्रुप चुदाई की कहानी पढ़ते देखा फिर क्या था मेरा भी खड़ा हो गया और मैंने चोद दिया प्रिंसिपल को आप भी पढ़ कर मज़ा ले इस कहानी का |

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अपने कॉलेज की प्रिंसपल की चूत फाड़ी
( Apne College Ki Principle Ki Chut Fadi )

हेल्लो दोस्तों कैसे है आप लोग आज मै अपनी सच्ची कहानी आप सभी को सूना रहा हूँ दोस्तों मै बहुत बड़ा रंडीबाज हूँ मैंने बहुत आंटीयो को चोद कर संतुस्ट किया हूँ जिस भी आंटी ने मेरे लंड को लिया है वो मेरे लंड से बार बार चुदवाने के लिए तरसती है पर मै ज्यादातर एक माल एक ही बार चोदता हूँ दुबारा तभी चोदता हूँ जब कोई और नहीं मिलता | दोस्तों मुझे शुरू से ही अपनी उम्र से बड़ी उम्र की औरत को देखना और चोदना बहुत पसंद है और यह मेरी पहली कहानी है और में उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को यह जरुर अच्छी लगेगी, यह कहानी मेरी एक स्कूल प्रिंसपल की है जिसको मैंने बहुत जमकर चोदा। मेरी प्रिंसपल का नाम निधि अरोड़ा है, उनके बहुत बड़े बड़े बूब्स और उनकी गांड के बारे में आपको क्या बताऊँ?

एकदम सेक्सी है और उनकी उम्र करीब ३६ साल है वो हमेशा ही सिल्क की साड़ी पहनती है और स्कूल के सभी लड़के उनके बूब्स, गांड को देखते रहते है और में उस समय मेरी प्रिंसपल का सबसे पसंदीदा छात्र था, मेरी वो प्रिंसपल तलाकशुदा थी और उनके एक भी बच्चा नहीं था, लेकिन फिर भी वो हमेशा हंसती मुस्कुराती रहती थी और अपने मन की बात को हमेशा सबसे छुपाती थी।

तो एक बार मुझे इंग्लिश में कुछ समझ में नहीं आ रहा था और इसलिए में उनसे अपनी समस्या का हल पूछने उनके घर पर गया। वो एक बंगले में रहती थी और फिर मैंने वहां पर पहुंचकर बहुत बार दरवाजे पर लगी हुई घंटी बजाई, लेकिन वो दरवाज़ा नहीं खोल रही थी। तो वहां पर पास में एक खिड़की थी और वो उनके बेडरूम की खिड़की थी और फिर में उसमे अंदर की तरफ देखने लगा, लेकिन में अंदर की तरफ झांककर एकदम से चकित रह गया क्योंकि वहां पर उस समय हमारे स्कूल के एक सर भी मौजूद थे और वो बेड पर पड़े हुए थे और उनका लंड मेडम के हाथों में था। मेडम उनका लंबा, मोटा लंड अपने मुहं में डालकर बहुत मज़े से चूस रही थी और वो सब कुछ देखकर मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया और अब उनके बड़े बड़े बूब्स को देखने का मेरा एक सपना जो था वो आज साकार हुआ।

तो मैंने मेरी पेंट में से लंड को बाहर निकाला और वहीं पर खड़े खड़े उनको देखकर मुठ मारने लगा। फिर कुछ देर चूसने के बाद प्रिंसपल ने उसका लंड अपने मुहं से बाहर निकाला और लंड को अपनी चूत के मुहं पर रखा और धीरे धीरे उस पर बैठती चली गई जिससे लंड चूत में घुसता चला गया और अब वो उछल उछलकर अपनी चूत को खुद ही चोदने लगी और उसके बूब्स उछल कूद कर रहे था। इतना सब देखकर मेरा तो पूरा माल बाहर निकल आया। तो कुछ देर बाद मैंने अपना मोबाईल जेब से बाहर निकाला और उनकी पूरी चुदाई को केद कर लिया और फिर में वहां से अपने घर पर निकल गया।

तो दूसरे दिन प्रिंसपल ने स्कूल मिलकर मुझे स्माइल दी और बोला कि तुम आज शाम को मेरे घर पर आ जाना क्योंकि मेरा कंप्यूटर ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है शायद उसमे कुछ समस्या है तुम आकर देख लेना। तो में उनके घर पर गया और अब उन्होंने मेरे एक बार ही घंटी बजाने पर दरवाजा खोल दिया और मुझे वेलकम किया और अंदर आने को कहा, में सोफे पर बैठ गया। तो वो किचन में जाकर मेरे लिए ठंडा लेकर आ गई। मैंने ठंडा पिया और फिर उनके बेडरूम में गया जहाँ पर उनका कंप्यूटर रखा हुआ था। तो कंप्यूटर को चालू किया और मैंने कंप्यूटर की हिस्ट्री में देखा कि उसमे मस्ताराम डॉट नेट की एक ग्रुप में गैर मर्द से चुदवाने की कहानी खुली हुयी थी | ये देखकर मै समझ गया की प्रिंसिपल मैडम आज गर्म है फिर मैंने देखा की प्रिंसपल ने उस समय एक गाउन पहना हुआ था जिसमे उसके बूब्स थोड़ा सा भी झुकने से साफ साफ दिख रहे थे और शायद उस समय उन्होंने ब्रा भी नहीं पहनी हुई थी।

फिर मैंने करीब आधे घंटे के बाद उनका कंप्यूटर एकदम ठीक किया और वो उस समय किचन में अपना कुछ काम कर रही थी। तो मैंने किचन में जाकर उनको पीछे से पकड़कर अपने लंड को उनकी गांड पर सटा दिया और धीरे धीरे रगड़ने लगा और उसके बूब्स को उस ढीले-ढाले गाउन के ऊपर से ही धीरे से दबाने, मसलने लगा। तो वो मुझसे बोली कि तुम यह क्या कर रहे हो? प्लीज छोड़ दो मुझे, यह सब बिल्कुल गलत है। तो मैंने बोला कि रंडी तू किसी और से चुदवा सकती है तो मुझसे क्यों नहीं।

मुझे भी आज तेरी चूत को फाड़ना है और चुदाई के मज़े लेने है। तो उन्होंने एकदम से मुझे एक ज़ोर से धक्का मारा और खुद को मुझसे अलग किया और मुझे घूर घूरकर देखने लगी। तो मैंने अपना मोबाइल खोलकर उन्हे वो रिकॉर्डिंग दिखाई, वो एकदम मेरे पैरों पर गिर गई और पैर पड़ककर मुझसे बोली कि प्लीज़ तुम यह रिकॉर्डिंग किसी को मत बताना वरना में मर जाउंगी।

तो मैंने यह एक अच्छा मौका देककर उनके बूब्स को दबाते हुए उसको खड़ा किया और बोला कि अगर आज तुमने मेरी बात नहीं मानी तो में यह विडियो नेट पर डाल दूँगा और जिसको सारी दुनिया बहुत मज़े लेकर देखेगी और फिर में वहां से चला गया। तो उसके अगले दिन स्कूल में वो मुझे अपनी झुकी हुई नज़र से देख रही थी और में लगातार उसके बूब्स को देख रहा था।

तो उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को अपना सर नीचे करने को बोला और सब स्टूडेंट्स अपना अपना सर नीचे की तरफ झुकाकर अपनी पढ़ाई में ध्यान दे रहे थे और में बिल्कुल आखरी वाली बेंच पर बैठा हुआ था। आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | फिर वो मेरी बेंच पर आकर बैठ गई और में अपने सर को नीचे करके उसके बूब्स को दबा रहा था और उसकी गांड को भी दबा रहा था। दोस्तों में आप सभी को क्या बताऊँ मुझे उस समय बहुत मज़ा आया और फिर मैंने उनसे स्कूल की छुट्टी होने के बाद वहीं पर रुके रहने को कहा और जब मेरा पूरा स्कूल खाली हो गया तो मैंने अपनी प्रिंसपल को बाथरूम में आने को बोला। फिर वो आई और उसने मुझसे बोला कि प्लीज मुझे छूना नहीं। तो मैंने कहा कि में अब रुकने वाला नहीं हूँ, मैंने उन्हे अपनी बाहों में जकड़ा और एक जोरदार लिप किस किया और फिर कुछ देर के बाद में वो भी एंजाय करने लगी।

तो मैंने मौका देखकर उसकी साड़ी को उतारा और दोनों बूब्स को बारी बारी से दबाने, मसलने लगा और कुछ देर के बाद मैंने जल्दी से ब्लाउज को भी उतार दिया और उसकी निप्पल को चूसने लगा और फिर उनका पेटिकोट भी उतार दिया। वो अब मेरे सामने नंगी थी और वो साड़ी के नीचे पेंटी नहीं पहनती। फिर में टॉयलेट की सीट पर बैठ गया और अपनी पेंट को भी खोल दिया और लंड को बाहर निकालकर उनसे चूसने को कहा। तो उन्होंने बहुत मज़े लेकर मेरा लंड चूसा और फिर कुछ देर चूसने के बाद वो मेरे लंड पर बैठ गई और फिर मैंने उसकी जमकर चुदाई की। वो मेरे लंड पर ज़ोर ज़ोर से उछलने लगी और मेरे लंड पर सवारी करने लगी।

अपनी चुदाई के बहुत मज़े ले रही थी। दोस्तों उनकी चूत में मेरा लंड एक ही बार में पूरा अंदर चला गया, उनको थोड़ा सा भी दर्द नहीं हुआ। इस बात से यह पता चलता है कि वो हर दिन अपनी चुदाई करवाती है और जिसकी वजह से उनकी चूत अब भोसड़ा बन चुकी है। तो करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य बाहर निकल आया और उसे मैंने उनकी चूत में डाल दिया, लेकिन फिर भी वो उनकी चूत से बाहर निकलकर मेरी जांघो पर बहने लगा। तो कुछ देर बाद वो मेरे लंड पर से उठकर खड़ी हुई और फिर हम अपने अपने कपड़े ठीक करके बाहर आ गया और मैंने उनसे बोला कि कल में तेरे घर पर आ रहा हूँ और तेरी चुदाई करने वाला हूँ।

तो में उनके घर पर गया और अंदर घुसते ही उनको अपनी बाहों में कसकर पकड़ा और लिप किस करने लगा। उनके कूल्हों को पकड़ा और लंड को उनकी चूत पर लगा दिया और धीरे धीरे रगड़ने लगा।

फिर उनको अपनी गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया और फिर उन पर टूट पड़ा। उनकी साड़ी को उतार दिया और उनके ब्लाउज को खींचकर फाड़ डाला और बूब्स को चूसने लगा। तो उन्होंने मुझसे कहा कि भोसड़ी के, मादरचोद, मेरी चूत बहुत प्यासी है। तेरा लंड अब मेरी प्यासी तड़पती हुई चूत में डाल और मेरी प्यास बुझा दे। तो उनकी यह बात सुनकर में जोश में आ गया और 7 इंच का लंड उनकी चूत में डाला और ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा। तो उनके मुहं से सिसकियों के साथ साथ आहआआआ उह्ह्हह्ह आईईई आवाज़ निकल रही थी।

फिर मैंने कुछ देर के बाद उन्हे डॉगी स्टाइल में चोदा और फिर मैंने मेरा पूरा वीर्य उसकी चूत में डाल दिया और हम दोनों उस समय 69 पोज़िशन में थे। तो मैंने उसकी चूत चाटी और उन्होंने मेरा लंड चूसा और जब तक मेरा वीर्य फिर से बाहर निकला और उन्होंने पूरा माल चूस लिया और थोड़ी ही देर के बाद उनका भी पानी निकल गया। तो मैंने कहा कि एकदम सीधी हो जाओ में अब तुम्हारी गांड मारूँगा, लेकिन उन्होंने मुझे साफ मना कर दिया और मैंने एक भी सुने बिना लंड को गांड पर टिकाकर धीरे धीरे अंदर की तरफ धकेलने लगा, लेकिन उनकी गांड का छेद बहुत टाईट था जिसकी वजह से वो सिसकियाँ लेने लगी और कहने लगी आईईईईई प्लीज छोड़ दो मुझे, मेरी गांड में अपना मोटा अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह लंड मत डालो, मेरी गांड फट उह्ह्हह्ह जाएगी, प्लीज ऐसा मत करो।

तुम चाहो तो मेरी चूत में और चाहो तो मेरे मुहं में अपना लंड डाल दो, में तुमसे कुछ भी नहीं कहूंगी, लेकिन मेरी गांड को छोड़ दो प्लीज। तो मैंने उनकी बात को अनसुनी करके एक ज़ोर का धक्का मारा और फिर पूरा लंड अंदर चला गया और वो एकदम से चीख उठी आहह्ह्ह्ह मार डाला बाहर निकालो इसे। में मर जाउंगी प्लीज बाहर निकालो। आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | तो में एकदम रुककर उनकी कमर को पकड़कर खड़ा रहा, उनके बूब्स को सहलाता रहा और फिर थोड़ी देर बाद जब वो शांत हो गई तो में धीरे धीरे अपनी स्पीड बड़ाता गया और अब वो भी मेरे साथ चुदाई के मजे लेने लगी। तो करीब दस मिनट के बाद में उनकी गांड में झड़ गया और मेरा काम खत्म हो गया।

थोड़ी देर तक हम दोनों नंगे ही एक दूसरे को अपनी बाहों में लेकर लेटे रहे। में उनके बूब्स को मसल रहा था और वो मेरे लंड को सहला रही थी और फिर कुछ देर के बाद मेरा लंड फिर से जोश में आ गया और तनकर खड़ा हो गया। में उनको बाथरूम में ले गया और उनके साथ नहाते हुए उन्हे चोदा।

हमने बहुत देर तक चुदाई की और फिर में वहां से अपनी चुदाई खत्म करके अपने घर पर आ गया, लेकिन उसके बाद में जब भी मेरा मन चुदाई करने का होता तो में उसके घर उसकी चूत को चोदने पहुंच जाता ।

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टयुशन वाले सर ने मेरी गान्ड की सील तोड़ी भाग – 2 | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/tuition-vale-sir-ne-meri-gand-ki-seel-todi-part-2.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/tuition-vale-sir-ne-meri-gand-ki-seel-todi-part-2.html#respond Sat, 10 Feb 2018 02:44:52 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11911 हेल्लो आप लोग पढ़ रहे है मेरी सच्ची कहानी ट्यूशन वाले सर ने मेरी गांड की सील तोड़ी भाग दो अब मेरी चुदाई होने वाली है वो भी असली वाली पढ़े पूरी घटना इस कहानी में और अपने विचार मुझे भेजे |

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टयुशन वाले सर ने मेरी गान्ड की सील तोड़ी भाग – 2
( Tuition Vale Sir Ne Meri Gand Ki Seel Todi Part-2 )

हेल्लो दोस्तों कैसे है आप लोग आज मै अपनी कहानी को आगे बढ़ा रही हूँ अगर अपने पहल भाग नहीं पढ़ा है तो यहाँ क्लिक कर पढ़ ले तो चलिए ज्यादा देर ना करते हुए अपनी कहानी पर आती हूँ | मैंने सर को बोला सर किसी को पता चल गया या कुछकुछ हो गया तो मैं मर जाऊंगी किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी। सर ने बोला अगर तुम्हारी शादी हुई होती आरती तो तुम्हारे दो तीन बच्चे होते तुम पूरी मैच्योर हो चुकी हो। तुम फुल चुदवाने लायक हो आरती। कोई टेंशन मत लो मेरी जान और आरती अब मुझे माफ करना आज अब मैं बहुत गंदी बात करूंगा और सेक्सी भी तुम भी जितना खुलोगी उतना इन्जवाय करोगी और उतना मजा आयेगा।

जैसे अभी फिल्म में देखा है वैसा ही तुम्हें करना है और मैं भी वैसा ही करूंगा उन्होंने मुझे अपने हाथों से खड़ा कर लिया और मेरी सलवार को नाड़े से सरका कर के नीचे उतार दिया मेरी सलवार बेड में दूर फेंक दी और बोले आरती हाथ ऊपर करो और -धीरे मेरे कुर्ते को ऊपर किया जैसे ही मेरा पेट दिखा, कमलेश सर मेरी नाभि को चूमने लगे, मेरी नाभि में जैसे ही होंठ रखे और किस किया जाने मुझे क्या हो गया मैं सी सी आउछ करने लगी थी, मुझे बहुत अजीब सा लगा, सर बोले क्या नाभि है तुम्हारी, ऐसा लगता है कयामत हो आरती, इतनी सेक्सी लड़की मैंने जिंदगी में नहीं देखी और फिर नाभि को चूमते रहे, धीरे धीरे कुर्ते को ऊपर किया और जैसे ही सीने तक गया, मेरा वाइट कलर का ब्रा उसके अंदर मेरे बूब्स बहुत बड़े नहीं थे, अभी सर बोले यह तुम्हारे मस्त मस्त दूध मैं बहुत बड़े-बड़े कर दूंगा

लोग तरसेंगे देखना इसी महीने तक 1 महीने में अपने दोनों का साइज, अभी क्या है साइज़ तुम्हारे बूब्स के, मैं बोली 32 से भी कम सर, बोले इसी महीने 34 से ज्यादा कर दूंगा मैं एकदम हैरान थी, कि ऐसा क्या करेंगे कि बूब्स मेरे बड़े हो जायेंगे और सर मेरे सीने में अपना मुंह रख दिया अब मेरा कुर्ता भी उतार दिया,सर के सामने मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में खड़ी थी और सर मेरे सामने सिर्फ़ अंडरवियर में सर मुझे एक टक देखते हुए बोले आरती तुम बला की खूबसूरत हो और मुझसे लिपट गये किसी मर्द के बाहों में जाने से क्या होता है अब पता चला, उनका अंडरवियर में तना हुआ पेनिस मेरी पुसी में रगड़ खा रहा था

तभी सर मेरा हाथ पकड़ कर अपने अंडरवियर में डलवाकर मुझे अपना लंड जैसे ही पकड़ा दिया मैं बता नहीं सकती कैसा लगा मुझे अपनी लाइफ में फर्स्ट टाइम लंड को अपने हाथों में ली वोहहहह तभी सर ने अपनी अंडरवियर नीचे खिसका कर उतार दी अब वो पुरे नंगे बदन मेरे सामने हो गए मुझे बोले आरती मेरी सेक्सी देखो जैसे फिल्म में चल रहा है

वैसा करो उधर टीवी में जो ब्लू फिल्म चल रही थी उसमें वो उन लोगों के लंड चूस रही थी मुझे बहुत झिझक लगी पर अंदर से बहुत मन हो रहा था तब सर बोले आरती लड़की का ये ड्रीम होता है कि वो मर्द का लंड अपने मुंह में लेकर चूसे उसे चाटने और लंड का पानी रस पीते ये कहते हुए मेरे कंधे पर दबाव देखें बैठा दिया अब सर का लंड मेरे आंखों के सामने एक दम फनफना रहा था मैंने उसे पकड़ लिया और जैसे ही मुंह के पास ले गई एक बहुत अजीब सी खुशबू लंड की आई और मैंने जैसे ही लंड में अपने होंठ रखे मेरे बदन में आग सी लग गई और सर भी कांपने लगे और मेरे बाल पकड़ कर अपना लौड़ा मेरे मुंह में घुसा दिया

अब मैं उसे चूसने लगी अपनी जीभ से चाटने भी लगी सर के लंड को, सर बोले आरती ऐसा नहीं लग रहा कि पहली बार तू लंड को मुंह में ली है तू लंड ऐसे चूस रही है | आप लोग यह हिंदी सेक्स स्टोरी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | जैसे प्रोफेशनल रंडी चूसती हैं, वोहहहहहभ आहहहहहहह सर चिल्ला रहे थे अब मेरी ब्रा भी उतारने लगे जैसे ही ब्रा खोल दी मेरे बूब्स देख कर सर बोले आरती तू बहुत गज़ब की माल है रे |

चल अब उठ बिस्तर में लेट मैंने लंड मुंह से निकाल कर खड़ी हुई कि सर मेरे दोनों बूब्स पकड़ कर इतने जोर से दबाने लगे कि मुझे बहुत दर्द हो रहा था

मैं दर्द के मारे कराह उठी तभी सर ने एक एक करके दोनों मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूसने लगे जैसे ही बूब्स चूसने लगे मैं पागल हो गई अब जाना की लड़की के बूब्स अगर कोई मर्द चूस ले फिर उसे कुछ भी कर लें, सर मेरे बूब्स करीब पन्द्रह मिनट तक जबरदस्त चूसे मैं उहहह अहहहह सर आप बहुत मस्त है ऐसे चिल्ला रही थी और मेरा हाथ अपने आप सर के लंड में चला गया था मैं सर का लंड अपने हाथों से पकड़ कर रगड़ कर उपर नीचे करने लगी थी। अब पता नहीं मैं कौन सी दुनिया में थी, सर ने मुंह से बूब्स निकालकर मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और बिस्तर पर लिटा दिया और बोले आरती अब प्लीज तुम्हें भी बोलना पड़ेगा जैसे तुमने उन कहानियों में पढ़ी हो अंदर जो भी फील हो गंदी बाते सब बोलो गाली दो जोस और मजा लाख गुना ज्यादा बढ़ जाता है नहीं बोलोगी मैं चला जाऊंगा

मैं बोली सर बोलूं सर बोले हां डार्लिंग मैं बोली सर हम लड़कियां आपस में बहुत गंदी बातें करते हैं और गालियां भी देती हैं आप बुरा मत मानना,सर बोले इन पलों में वाइल्ड लाइफ मिन्स जानवर बन जाना चाहिए आरती मैं बोली पक्का सर सर बोले हां आरती मेरी छिनाल मैंने कहा सर तू बहुत मादर चोद है

सर बोले गुड आरती ऐसे ही ग्रेट और बोलो मैं बोली कमलेश तु मुझे रंडी बना जैसे ये बोला सर ने पैंटी पकड़ी और उतार ने लगे धीरे धीरे जैसे ही खिसका कर पैंटी मेरी उतारी सर पागल हो गए बोले आरती क्या मस्त पिंक कलर की चूत है वो भी फ्रेश अनटच देखने से ही लगती है और मेरी चूंत को चूमने लगे, मेरी जांघों को भी सहलाने लगे और चूमने लगे मुझे अजीब सा नसा चढ़ने लगा

मेरे पैर के अंगूठे से चूमना शुरू किया और मांथे तक चूमे मेरे पैर जांघ पीठ, गांड में उंगली डाल कर उसको चूमने लगे चाटते रहे बोले आज तेरी गांड जरूर चोदूंगा आरती क्या मस्त उठान लिए तेरी गांड है

मेरी पीठ को चूमने लगे फिर नाभि को चूम लिया और पेट को चाट चाट के नाभि में जीभ डाल दी मैं पागल हो गई ओहहहहह अब मेरे सीने को चूमने लगे और बूब्स को फिर से दबाने लगे चूसने लगे मैं ऊं हहह वोहहहहह आहहहह करती रही तभी सर मेरे होंठों को चूसने लगे मुझे अब बिल्कुल होशो-हवास न था, तभी सर बोले आरती एक साथ अब करेंगे मैं बोली क्या सर, सर बोले तू मेरा लन्ड चूसना मैं तेरी चूत चाटूंगा

मैं बोली सर अब मैं सब में तैयार हूं तभी सर अपने पैर मेरे मुंह तरफ किये और सर का लंड मेरे मुंह में आ गया मैंने तुरंत उसे अपनी जीभ से चाटने लगी और चूसने लगी सर अंकड़ ग्रे बोले आरती मेरी रंडी आज तू मुझे पागल कर रही है और मेरी टांगें फैला कर अपनी जीभ मेरे चूत में घुसा दिया मैं उनकी चूत चाटने से बिल्कुल पागल हो गई और मुझसे बरदाश्त नहीं हो रहा था पहली बार चूंत कोई मेरी चाट रहा था।

मै जोश जोश में पूरा लौड़ा मुंह में अंदर बाहर करने लगी जैसे मुंह को चोद रहे हो आहहहह तभी सर ने मेरी चूंत को खाने लगे बोले बहुत ही मस्त टेस्ट वाली चूत है तेरी क्या खुशबू है आरती तेरे चूत की ओहहहहह हमेशा मेरे मुंह में इसे रखे रहना मैं पूरी लाइफ तेरी चूत चाट कर गुजार दूंगा वोहहहह मेरी रंडी आरती। सर के इस तरह चूंत चाटने से मैं बिल्कुल तड़प उठी और बोली सर अब अपनी रंडी आरती को इस तरह मत तड़पाओ मैं नहीं रह पा रही मुझे कुछ करिये जिससे ये आग मेरे अंदर की बुझे।

ये मेरा फर्स्ट टाइम था इसलिए मुझे यह भी नहीं पता था कि ये प्यास ये तड़प कैसे मिटेगी। सर बोले रुक आरती मैं भी इतना पागल आज तक नहीं हुआ करीब बीसो एसी स्टूडेंट्स को चोदा और इतनी ही काल गर्ल को ठोका मेरी बीवी भी बहुत सेक्सी है बहुत चुदवाती है परन्तु तेरे में जो सेक्स की इच्छा है जो तेरी चूत की खुशबू है उठी हुई तेरी लाजवाब गांड वोहहहह तुने मेरी लाइफ का सबसे सेक्सी पल दे दिये | आप लोग यह हिंदी सेक्स स्टोरी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | तेरे जैसे लंड कोई नहीं चूसता अब चल आरती तेरी पहले गांड मारता हूं वोहहह तेरी प्यास बुझाता हूं।और बोले उठ आरती कुतिया की तरह चोदूंगा तेरी गांड मैं बोली हां कमलेश कुतिया से भी बेकार चोद मैं मरी जा रही हूं।

सर बोले कुतिया बन मैं उठ कर एकदम कुतिया बन गई सर बोले तू तो बड़ी एक्सपर्ट हैं पहले भी गांड़ मरवाती थी क्या मैं बोली आज तक किसी ने खुली गांड मेरी देखी नहीं छुआ नहीं तो मारने का सवाल ही नहीं उठता सर, आरती मैं बहु लकी हूं कि तुम्हारी गांड आज जबरदस्त चोदूंगा और ऐसे कहते हुए सर ने मेरे गांड को चूमने लगे और अपनी जीभ मेरी गांड में डाल दी ,आरती सच में पागलपन है तेरी गांड आज तुम्हारी गांड की प्यास बुझाऊंगा इस तरह सर ने मेरे उपर कुत्ते की तरह चढ़ और मेरे गांड में अपना लौड़ा रख दिया

पीछे से दूध पकड़ कर बोले आरती अब डाल दूं अपना लंड तेरी गांड में मैं बोली सर अभी घुसा दो पुरे जोर से रगड़ना मेरी गान्ड मुझसे रहा नहीं जा रहा, अब बस चोदो या कुछ भी करो मेरी आग मेरे अंदर की प्यास बुझनी चाहिए,सर ने कहा प्यास तेरी बुझ जाएगी पर दर्द बहुत होगा सह लेगी, मै बोली चाहे जितना भी दर्द हो आप बिल्कुल चिंता नहीं करो सर बोले फिर ले साली कुतिया रंडी आरती, तभी सर ने थूंक लगाया मेरी गान्ड में और जोर से अपना लंड घुसा दिया एक झटके में ऐसा लगा मैं मर गई बेहोश हो गई इतना दर्द कभी नहीं हुआ मैं जोर से चिल्लाई बचाओ, छोड़ दो सर प्लीज छोड़ दो

मैं मर जाऊंगी निकाल अपना लंड मादरचोद मैं गाली भी दे रही थी और और बहुत जोर जोर से चिल्लाई बचाओ कोई मार डाला इस हरामी ने निकाल अपना लंड कुत्ते मम्मी बचाओ पापा बचाओ मुझे छोड़ दो सर हांथ जोड़ती हूं

मेरी गान्ड में मैंने हाथ लगाया तो मेरे हाथ में खून लगा हुआ था मैं अब जोर जोर से रोने लगी पर सर को कोई फर्क नहीं पड़ा और वो मेरी गान्ड को चोदते रहे तभी दो उंगलियां मेरी चूत में डाल दी और अंदर-बाहर करने लगे बोले आरती साली रण्डी क्या जबरदस्त तेरी गांड है आज तेरी गांड की सुहागरात है

आरती आज मैंने तेरी जबरदस्त गांड की शील तोड़ दी। मेरे से किस्मत वाला कोई नहीं ।सर अब जोर-जोर से मुझे चोदने लगे पूरा लंड मेरी गांड में अंदर करते थे फिर बाहर निकालते इस तरह जबरदस्त मेरी गांड की चुदाई करने लगे, पता नहीं कैसे कब मेरा पूरा दर्द अब गायब हो गया और मुझे एक दम से बहुत जोश आ गया, और मैं सर से बोली ओहहहहह मेरे राजा और चोदो, जोर से मेरी गांड में डालो पूरा लंड मुझे बहुत मजा आ रहा है

हमेशा मेरी गान्ड चोदते रहना ऐसे ही मस्त, और डालो कमलेश तेरी आरती तेरे लिए कुछ भी करेंगी बस मुझे अपनी रंडी बना कर ऐसे ही चौबीस घंटे मेरी गान्ड चोदते रहना। मैं कसम खाती हूं जो बोलेगे करूंगी,और चोदो जोर जोर से तभी सर ने फुल स्पीड से पूरा लौड़ा अंदर बाहर बहुत मस्त करने लगे, मैं पागल हो रही थी करीब 40 मिनट तक ऐसे ही मेरी गान्ड को चोदते रहे, सर बोले सोच आरती तेरे दो दो लंड घुसे हैं एक तेरी चूत में इमेजिन कर जो ऊंगली तेरी चूत में घुसा दिया है वो भी लंड है । और एक लंड गुदामैथुन यानि गांड को चोदने में लगा है।

मैं सच में वही सोचने लगी कि एक लंड मेरी चूंत को चोद रहा है और एक मेरी गान्ड को अब मेरा जोश हजार गुना बढ़ गया मैं बोली सर मेरी चूत को जोर से चोदो बहुत जोर से ऊंगली रूपी लंड चलाओ और मेरी गांड को भी आज फाड़ ही दिया है।

आरती को अपनी बीवी समझ कर चोदो आज मेरी पहली सुहागरात है सर , और चोदो तभी मेरे चूत से बहुत तेजी से गरम गरम पानी निकलने लगा मैं अकड़ गई, सर बोले आरती तू तो झड़ गई तेरी चूत तो बह चली जोर से, सर ने बोला आरती अपनी गान्ड और ऊपर उठा मैं एक बार पूरा तेरी गांड की जड़ तक अन्दर घुसा दूं लंड को मैंने तुरंत अपनी गान्ड ऊपर उठा दी और बोली हां सर पूरा पेल दो अपना लौड़ा वोहहहह और सर ने फचाक से अंदर कर दिया मैं चींख उठी ओहहहहह मेरे कुत्ते तुमने आज मुझे जन्नत का मजा दे दिया है।

आज से हमेशा मुझे ऐसे ही चोदना आप अपना लौड़ा मेरी चूत में भी डाल दो, तभी सर जोर-जोर से हांफने लगे और बोले मेरी रंडी आरती मेरा लन्ड रस तेरी गांड में जा रहा है, और सर अकड़ के मेरे दोनों दूध जोर से दबाते हुए पूरा फच फच अपना लंड मेरी गांड में घुसा के पूरा गरम-गरम रस लंड का अपने मेरी गांड में भर दिया ।और मेरी प्यास बुझने लगी मैं तड़प रही थी इस पल के लिए।

सर बोले आरती आज तक तुम कच्ची कली थी आज से तू छिनाल बन गई है। और पूरा लंड अंदर तक मेरी गान्ड में घुसेड़ कर लंड रस भर दिया और फिर मुझे सामने लिटा कर के मेरी टांगे फैलाकर मेरी चूंत का बहता हुआ रस चूसने लगे, मुझे बहुत मजा आया मैं बोली सर आप बेस्ट हो, पर मुझे पेशाब आने लगी, तो मैंने सर से बोला सर पेशाब आ रही है, सर बोले कर दो आरती प्लीज कर दो मुझे पीना है

तुम्हारी चूंत से निकली मस्त पेशाब, मैं बोली छि छि नहीं सर, सर बोले नहीं बहुत मस्त होता है आरती प्लीज करो पेशाब मेरे मुंह में और मैं वही करने लगी

सर ने मेरी चूत से निकली हुई पेशाब को बड़े मस्त तरीके से पीने लगे, एक एक बूंद मेरी पेशाब को पी लिया और चाट चाट के मेरी चूत को भी साफ कर दिया । फिर उठकर अपनी रूमाल से मेरी गान्ड को साफ किया

सर बोले थोड़ी देर बाद पीछे गांड में दर्द हो होगा, उसके लिए मैं ये टेबलेट लाया हूं, और हल्की गांड में ब्लाडिंग हुई है इसलिए इसे गांड की होल में लगा लेना चिंता नहीं करनी है।

सब दर्द दो तीन दिन में गायब हो जायेगा,और अब दोबारा कितना भी गांड़ चुदाई करवाती रहोगी दर्द नहीं होगा, सिर्फ मजा आयेगा। सर अपने कपड़े पहने और मै भी अपने कपड़े पहन ली, और फिर सर मेरे होंठों को चूमने लगे और बोले तुम्हारी चूंत अभी भी वर्जिन है।अब तीन चार दिन नहीं आऊंगा।सच में चार पांच दिन मुझे बहुत दर्द हुआ फिर सब ठीक हो गया। ये मेरे साथ मेरे जीवन का पहला सेक्स था वो भी पीछे ही हुआ। एक एक शब्द मैंने पुरा सच लिखा है भरोसा करियेगा एक शब्द भी बनावटी या मनगढ़ंत नहीं है।

अगर आप सभी को मेरी ये सच्ची दास्ताँ पसंद आई तो मुझे अपनी प्रतिक्रिया ईमेल करना मत भूलियेगा [email protected]

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टयुशन वाले सर ने मेरी गान्ड की सील तोड़ी भाग – 1
( Tuition Vale Sir Ne Meri Gand Ki Seel Todi Part-1 )

मैं आरती अपनी सच्ची पहली बार की बात आज बता रही हूं उस समय मैं ट्वेल्थ क्लास में जाने वाली थी 11 क्लास जस्ट पास ही किया था।उस समय मेरे हिप्स का साइज़ 34 है और सीना मेरा 30 का जबकि कमर 26 से भी कम रही है, पर मैं जब चलती थी तो सभी लड़के सभी मर्द मेरे बैक के लिए बोलते थे कि क्या जबरदस्त गांड है ऐसी मस्त गांड देखी नहीं है, मेरे चलने का स्टाईल ही ऐसा है कि बैंक मेरा उठ कर निकल जाता है।कुछ क्लोज सहेलियां मुझे कहती हैं कि आरती कभी अकेले मत निकलना नहीं तेरा रेप पक्का हो जायेगा, तुझे देख कर कोई मर्द कन्ट्रोल नहीं कर सकता है, खासकर तेरे हिप्स अल्टीमेट हैं। मैं अपनी जीवन के अमिट सच को आज आप पाठकों को बताने जा रही हूं।

मैंने इलेवन क्लास पास किया रिजल्ट के बाद पापा मम्मी बोली कि ट्वेल्थ बोर्ड है इसलिए आरती के लिए अभी मई से ही टयुसन कर देते हैं और पापा कमलेश सर जो कि फिजिक्स केमिस्ट्री पढ़ायेंगे उन्हें कर दिया। वो घर मेरे आने लगे टयुसन आराम से चल रहा था सब ठीक-ठाक एक दिन अचानक एक काक्रोच मेरे बैग में आ गया मैं खड़ी हो गई सर ने उसे उलटाया वो मेरे सलवार में अंदर मैं चिल्ला उठी और तुरंत वहीं सलवार खोल के उतार दी ये भी ध्यान नहीं रहा कि सर यंही है जैसे काक्रोच गिरा सलवार से और भाग गया मुझे ध्यान आया कि मैं पैंटी में सर के सामने खड़ी हूं सर बिल्कुल एक टक पैंटी के ऊपर फूले हुए जगह को घूरे जा रहे थे।

मैं तुरंत सलवार लेकर अंदर आ गई और पहन कर सर के सामने आ गई और पढ़ने बैठ गई। लेकिन सर अब बस मेरी तरफ देख रहे थे मैं सरमा के नीचे आंखें कर ली फिर जब देखी उपर तो सर मेरे सीने को देख रहे थे, मैंने अपना दुपट्टा सही किया और फिर बोली सर कुछ गलत हुआ क्या। सर बोले आरती कुछ गलत कभी नहीं होता जो होता है अच्छे के लिए होता है,आज बहुत अच्छा हुआ तुम से एक पर्सनल बात करूं अगर किसी को बताना ना हो तुम्हें मैं कुछ पढ़ने का लाकर दूंगा उसे पढ़ना, तुम्हें आरती अब उस पढ़ाई की जरूरत है इसलिए तुम इंतजार करो मैं ला रहा हूं बताओ मैं यह करूं, यह बात सिर्फ मेरे और तुम्हारे बीच रहेगी वादा करो तो ही लाऊंगा |

मैं बिना जाने ही सर से वादा कर दिया सर प्रॉमिस मैं किसी से नहीं बताऊंगी आप जो पढ़ाएंगे मैं पढ़ लूंगी, सर ने मुझे थैंक्यू बोला और वह बुक लाने चले गए मैं उनका इंतजार करने लगी वह करीब एक घंटे में वापस आये। मेरे हाथ में करीब बीस प्रिंट कम्प्यूटर के निकले सर ने दिए और बोले इन्हें आज पढ़ना और कोई देख ना पाए ऐसे संभाल के रखना आप लोग यह हिंदी सेक्स स्टोरी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | यह कहकर चले गए तभी मैं भी चली गई, और जाते से ही जो सर दे गए थे उसे पढ़ने लगे तभी मेरे शरीर में पहली बार बहुत रोमांच सा होने लगा वह कागज में जो सर दे गए थे उनमें सिर्फ मस्ताराम डॉट नेट की सेक्स कहानी प्रिंट की हुयी थी | जो ट्यूशन मास्टर और छात्रा के बीच रिश्ता बनता है |

ट्यूशन के बहाने कैसे सर और पढ़ने वाली लड़की सेक्स करते हैं यही सभी कहानियों में था। एक कहानी में एक छात्रा का ट्यूशन वाले सर बूब्स दबाते हैं और वह बहुत गर्म हो जाती है और उन सर का लंड चूसने लगती है, इसी तरह एक-दो दिन में वह सर के साथ पूरी तरह खुल गई और फिर वह गर्ल अपनी चूत में सर का लंड लेती है फिर बहुत चोदते हैं यह कहानी मेरे दिमाग में चलने लगती है।

पहली बार मेरे नीचे चूत में कुछ नहीं, बहुत कुछ होने लगा अब सारी पढ़ाई भूल कर मैं पूरी रात बार-बार वही कहानियां पढ़ती रही और जाने क्यों मुझे बहुत अच्छी लगी। पूरी रात उन कहानियों में खुद को और यह सर के रूप में कमलेस सर को इमेजिन करने लगी। जैसे जैसे कहानी आगे बढ़े मेरे दिमाग में कमलेश सर और मैं एक दूसरे को सेक्स कर रहे हैं यही चलने लगा यही सोचते सोचते पता नहीं कब नींद आ गई सुबह के समय मैं सो गई सोते ही मेरे सपने में कमलेश सर आके मेरी पैंटी खींच कर अपने लंड को मेरे मुंह में डाल दिया और मेरी चूंत चाटने लगे फिर मेरे हाथ पकड़ कर दोनों ऊपर बांध दिये और मेरा टाप उतार कर मेरी ब्रा को फाड़ दिये, अब सर दोनों हाथों से मेरे बूब्स दबाने लगे और मेरी चूचियों को पकड़ कर अपने मुंह में लेकर चूसने लगे फिर मेरी गान्ड को चूमने लगे और चाटने लगे और बोले आरती तेरी गांड के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं।

फिर सीधा करके टांगे फैला कर अपनी जीभ से मेरी चूंत को चाट चाट कर बिल्कुल पागल कर दिया फिर सर बोलने लगे कि अब मेरा लौड़ा चाटो आरती और मेरे मुंह में डाल दिया अपना मस्त लंड, मै पूरा लंड चूस चूस कर चाटी अब सर मेरे बालों को पकड़ कर बोले आरती मैं तुम्हें चोदू, मैं बोली हां सर अपनी स्टुडेंट को चोदो ताकि पागल हो जाऊं, इतना चोदिये कि मैं पागल होके जन्नत का मजा ले लूं।

सर बोले ओके आरती मैं तुम्हें आज छिनाल की तरह चोदूंगा, मैंने कहा थैंक यू सर, तभी सर ने मेरी टांगें फैला कर चौड़ी कर दी और अपना लंड मेरी चूत में रख दिया और टांगे ऊपर कर दी और एक झटके में पूरा लौड़ा अन्दर मेरी चूत में डाल दिया जोर से, मैं चिल्ला उठी बोली सर बहुत दर्द हो रहा है बाहर निकालो, सर बोले 5 मिनट रुको और फिर देखना, मैं दर्द से तड़प रही थी और सर अब अपना लंड अंदर बाहर मेरी चूत में डाल कर मुझे मसल रहे थे।

सर मुझे जमके चोदते हुए बोले अब दर्द कैसा है आरती, मैं बिल्कुल ठीक हो गई दर्द नहीं रहा और एकदम से मैं सर से लिपट गई उनके होठों को चूमने लगी और बोली सर और डालो चोदो मुझे, चोदो सर बहुत मस्त मजा आ रहा है तभी मम्मी रूम में आकर चिल्ला रही थी कि देख सुबह के 10:00 बज गए और अभी भी सो रही है उठ, और उठा दिया मेरा सपना वहीं टूट गया क्या मस्त सपना देख रही थी। उठते से मेरे दिमाक में वही सपना चलने लगा कि सपने में किस तरह से कमलेश सर ने मुझे चोदा और सोच सोच कर मेरी पुसी गीली हो जा रही थी।

मेरी हालत अब बिल्कुल मदहोश सी होने लगी,सारा दिन यही सोचते हुए निकल गया कि शाम को 6:30 बजे कमलेश सर के आने का टाइम हो गया तभी मैं तैयार होकर गई आज सर से आंखें नहीं मिला पा रहे थी बहुत शर्म आ रही थी, पर सर एकदम से मुझसे पूछे कि जो मैं दे गया था उन सभी कहानियों को पढ़ लिया मैंने सर झुका कर सर से बोली जी सर, मुझसे पूछे आरती कैसी लगी मैंने कहा सर अच्छी, तुम घबरा रही हो मैं बोला नहीं सर, बोला और पढ़ोगी मैंने कुछ नहीं बोला उन्होंने हाथ पकड़ कर कुछ और उसी तरह के प्रिंट मुझे हाथ में दिए, और साथ में बोला तुम्हारे यहां डीवीडी है, मैंने बोला जी सर, सर बोले कुछ सीडी हैं इन्हें अकेले में देखना, और फिर किताब खोल कर बहाने से मुझे देखते रहे, इसी तरह आज की पढ़ाई पूरी हो गई, जाते समय बोल गए कि तुम्हारी हालत ठीक नहीं है आरती, यह इसी के लिए है कि तुम पढ़ाई के साथ लाइफ भी इंजवाय करो, तुम आज CD में पिक्चर देख लेना, फिर अगर पसंद आएगी फिल्म तो अपन कल प्रैक्टिकल करेंगे। मैं बोली यस सर।

सर चले गए मैं डीवीडी टीवी में सेट की तभी मम्मी बोली क्या कर रही है आरती, कुछ प्रेजेंटेशन कि CD है उसे देखना है तब मैंने गेट बंद कर लिया और वह फिल्म लगा दी, जैसे ही लगाया उसमे एक लड़की को चार मर्द पूरा कपड़े खोलकर बहुत भारी भारी बड़े-बड़े लोग उसके चूत को चाट रहे थे और उनमें से सभी के बहुत बड़े-बड़े लंड अपने मुंह से चूस रही थी, तभी 2 लोग उसकी चूत को जोर-जोर से चाटने लगे और फिर सभी अपना लंड निकालकर ने उसके मुंह में चोदने के लिए डाल दिया |

1 पीछे डाल दिया तभी लड़की बोली फक मी फक मी हार्ड, इतने में एक मर्द लड़की के दोनों बूब्स के बीच में अपना लंड डाल दिया और 1 मिनट में चारों लंड से वह चुदवाने लगी, और बहुत जोर-जोर से आवाज निकालने लगी। यह देखते हुए मेरी हालत बहुत खराब हो गई और अपने आप मेरा हाथ पैंटी के नीचे घुस गया और मैं भी वहां अपना हाथ अपनी चूत में चलाने लगी। और अब मुझसे बिल्कुल रहा नहीं जा रहा था तभी मैं अपने हाथ से पहली बार अपने बूब्स दबाने लगी और मैं वह फिल्म बार-बार देख रही थी करीब दो घंटे तक वो मुवी देखती रही। जब मम्मी आके चिल्लाई तब मैंने जल्दी जल्दी से फिल्म बंद की और CD छुपा दी। थोड़ा खाना खाई खाने में मन ही नहीं लग रहा था, फिर जो आज प्रिंट दिए थे उसे पढ़ने लगी और उसमें भी वही ट्यूशन सर और ट्यूशन पढ़ने वाली लड़की की चुदाई की कहानी थी |

मैंने पूरी पढ़ी और फिर जब नींद आई तो आज भी कमलेश सर सपने में आ गए और मुझे रात में सपनों में चोदे उन्होंने मेरे मुंह में अपना रस डालकर पिलाया सपने में अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था मैं दिन भर सोचती रही। कि सर कब आएंगे और प्रेक्टिकल करेंगे मैं सर के आने के इंतजार में बैठी रही। जैसे ही 4:00 बजे सर आ गये, सर समय से एक घंटे पहले आ गए।

इत्तेफाक की बात थी की मम्मी दोपहर को ही यह कहकर कि मैं छोटे वाले मामा के घर जा रही हूं रात में 8:00 बजे तक आऊंगी पापा को बता देना ।

सर आज 1 घंटे पहले आ गए और आते ही मुझसे बोले मम्मी को बुलाओ मैं बोली मम्मी घर में नहीं है। सर बोले पापा को बुलाओ मैं बोली पापा भी नहीं है, सर बोले मतलब आरती तुम अकेली हो क्या? मैंने कहा जी सर, तो फिर आरती तुम अंदर से गेट बंद कर दो मैं बोली ठीक है, मैं जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर ली, और सर को बोली कि सर आज क्या पढ़ाएंगे? आप लोग यह हिंदी सेक्स स्टोरी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

सर बोले कि ऐसा करो कि पहले यह बताओ कि तुम्हें फिल्म कैसी लगी ? मैं कुछ ना बोली शर्म के मारे कमलेश सर ने फिर से पूछे कि बताओ कैसी लगी, जवाब नहीं दोगी तो मैं जाता हूं वापस, मैं बोली देखी हूं सर अच्छी थी, बोले तुम्हारा DVD कहां है मैं बोली अंदर बोले चल कर दिखाओ, जैसे गए टीवी वाले रूम में सर ने कहा चालू करो मैंने स्टार्ट किया वह जेब से एक CD और निकालें और उसे इंसर्ट कर दिया।

और बोले आरती मेरे साथ देखोगी फिल्म मैं बोली नहीं सर, तो बोले ठीक है तुम अकेले देखो इसे और मैं बाहर वेट करता हूं। तुम्हें देखना ही है मैं उनकी बात मान गई, और अंदर DVD में फिल्म देखने लगी। जैसे ही फिल्म शुरू हुई उस फिल्म में एक इंडियन लड़की को 3 विदेशी उसके सलवार सूट का नाड़ा खोलकर और उस लड़की की सीधे चूत चाटने लगे और टेबल पर लिटा कर सबसे पहले गांड पर लंड डाल दिया।

यह फिल्म देखते हुए मैं एकदम से पागल होने लगी बहुत एक्साइटेड हो गई और मुझे ध्यान भी नहीं रहा कि सर बाहर बैठे हैं।

मैं अपनी सलवार का नाड़ा खोलकर पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया और धीरे-धीरे चलाने लगी, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था उधर TV में एक लंड मुंह में और एक गांड में एक चूत में घुसा था और लड़की जोर जोर से आवाज कर रही थी, ऊं हहह वोहहहहह आहहहह मैं हाथ चला रही थी

अपने चूत में, मुझे पता नहीं चला कमलेश सर कब अंदर आ गए, अंदर आते ही मेरे पीछे से सर मेरे हाथ के बगल से अंदर मेरी पैंटी में हाथ डाल दिए मैं उनकी तरफ मुड़ी जैसे ही तभी सर ने मेरे होठों को अपने होठों से चूम लिया और मेरे होंठ चाटने लगे और अपनी उंगली पैंटी के नीचे से ही मेरी चूत में डाल दिया, सच बता रही हूं |

मुझे पहली बार किसी मर्द ने छुआ वह भी एकदम से इस तरह से, मैं कुछ बोल नहीं पाई, लेकिन सर के हाथों के टच से मेरा रोम रोम सिहर गया, मैं बोली सर यह ठीक नहीं, कुछ हो जाएगा तो मैं मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी। सर प्लीज मुझे छोड़ दीजिए, मेरे साथ ये सब मत करिए प्लीज, सर मुझसे बोले आरती आई लव यू, तुम मुझे बहुत पसंद हो, जिस दिन से मैंने तुम्हें पैंटी में देखा था तुम्हारी फूली हुई मस्त चूत पतली सी कमर और मस्त बूब्स यार आरती पागल हो गया उस दिन से तुम्हें पाने के लिए |

आज मैं जानता हूं कि तुम बहुत गर्म हो मैं जब से आया हूं तब से तुम सिर्फ मेरे पैंट की जिप पर देख रही हो, लगता है तुम्हारी चूत को बहुत खुजली है, आरती मुझे प्यार करने दो, तुम्हारी गांड बहुत मस्त है मुझे सिर्फ तुम्हारी गांड चोदना है, जब तुम पीछे मुड़ती हो पतली कमर मस्त बाहर निकली हुई गांड, कोई कंट्रोल नहीं कर सकता मुझसे रहा नहीं जाता आरती 5 दिन से मेरा लन्ड बैठा नहीं, 10 से 15 बार तुम्हें चोदते हुए सोचकर मुट्ठ मार चुका हूं। ऐसे कहते हुए सर ने मेरे कुर्ता के ऊपर से मेरे दोनों बूब्स दबाने लगे और मेरे होठों को फिर से किस करने लगे, उनके होठों की छुअन से मेरे होंठ जलने लगे मेरा पहला अहसास था, सर के बदन की खुशबू मुझे बहुत अच्छी लगने लगी। सर इतनी ओपेन गन्दी गन्दी बातें मुझे बोल रहे थे कि मैं सोच भी नहीं सकती थी।

मैं कुछ ना बोली पर सर की जो ऊगली मेरी चूत में घुसी हुई थी उसे सर ने और थोड़ा अंदर डालने लगे, अब सर बिल्कुल सामने आ गए और अपना पेंट खोलकर नीचे कर दिया सिर्फ अंडरवियर में हो गये और अपना टी शर्ट भी उतार दिया। उनका गठीला बदन बनियान नहीं पहने थे इसलिए पूरी नंगी छाती सर की मेरे सामने थी, पहली बार अपनी लाइफ में किसी मर्द से ऐसे मिल रही थी मुझे कुछ पता नहीं था, ना कोई एक्सपीरियंस अब मेरे बस में कुछ नहीं था |

कहानी जारी रहेगी अगले भाग में आप लोग अपनी प्रतिक्रिया मुझे ईमेल करना ना भूलियेगा | [email protected]

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शालू मेरी प्यारी स्टूडेंट को चोदा | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/shaloo-meri-pyari-student-ko-choda.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/shaloo-meri-pyari-student-ko-choda.html#respond Thu, 04 Jan 2018 04:35:53 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11562 मैं बिना कोई वक़्त गवाए उसके उपर लेट गया और मैंने उसके ३४” के दूध अपने मुंह में भर लिए और मजे से पीने लगा। ओह्ह्ह्ह माँ… अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह…. उ उ उ…चूसो चूसो…..और चूसो…मेरे मम्मो को….अच्छे से पियो मेरे दूध शालू बोली। मैं मजे से उसके दूध पीने लगा। उफ्फ्फ्फ़..क्या मस्त मस्त काली काली निपल्स थी उसकी।

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हाय दोस्तों, शीनू आप सभी का स्वागत करता है। आज मैं भी आपको अपनी रसीली कहानी सुनाना चाहता हूँ। मैं मुरादाबाद का रहने वाला हूँ। ये उस समय की बात है जब मैं बेरोजगार था और पॉकेट मनी के लिए मैं ट्यूशन पढ़ाने लग गया था। मैं इससे ३ से ४ हजार रूपए कमा लेता था। मुझे मेरे घर के पास में एक नया ट्यूशन मिला था, मैंने वहां गया। एक बड़ी ही काली कलूटी औरत ने दरवाजा खोला। मैंने बताया की मैं ट्यूशन के लिए आया हूँ। उसने मुझे कमरे में बिठाया। वो गुप्ता थी, घर ठीक ठाक था, ना बहुत अच्छा ना बहुत बुरा।

“मास्टर…..कितने पैसे लोगे??” वो काली औरत बोली |

“2000” मैंने जवाब दिया !

“ये तो बहुत जादा है??” वो बोली इतने में उसकी लड़की आ गयी। बाप रे, कितनी गोरी चिकनी और क्या पटाखा चोदने लायक माल थी वो। उसको देखकर मैंने तुरंत ५०० रूपए कम कर दिए !

“ठीक है मैं १५०० फ़ीस लूँगा, मैं जल्दी पैसा कम नही करता हूँ। क्यूंकि अब २००० की रेट चल रहा है!!” मैंने कहा !

वो काली औरत मान गयी। मैं उसकी मस्त गोरी चिकनी लड़की को पढ़ाने लगा, उसकी लड़की का नाम शालू था, उसका बाप बहुत गोरा था पर माँ काली थी। शालू अपने बाप पर गयी थी, इसीलिए वो काफी मस्त माल थी।

मैं उसे शाम को ६ से ७ पढ़ाने लगा। शालू को पहले दिन जब मैंने देखा था तभी मैं उसे मेहनत से पढ़ाने लगा। धीरे धीरे मेरी शालू से दोस्ती हो गयी। वो कभी सलवार सूट पहनती, कभी जींस, टॉप, पर सारे कपड़ों में उसके ३२ साइज के नये नये दूध का उभार तो मैं साफ़ देख लेता था। शालू का चेहरा गोल था और वो बहुत गोरी कई बार शालू बड़े ही सेक्सी कपड़े पहनती। वो टॉप और शॉर्ट्स पहनती जिसमे खरगोश ही खरगोश बने होते। उसके शॉर्ट्स में उसके घुटने ही ढँक पाते और चिकनी चिकनी कमनीय टांगे मैं साफ़ साफ़ देख सकता था। मादरचोद!! शालू की चूत कितनी हसीन और चिकनी होगी, मैं यही बात बार बार सोचता।

कई बार जब उसे जादा सवाल बताने होते तो २ २ घंटे मैं उसे पढ़ा देता, बीच में वो अंगडाई और जम्हाई लेती। दोनों हाथ उपर को खड़े कर देती तो उसके दोनों आम मुझे साफ़ साफ़ दिख जाते। “धीरे धीरे शालू के प्रति मेरी दीवानगी और चाहत बढती चली गयी। जब मेरे सामने पड़े तख्त पर वो झुककर अपनी कापी में कुछ लिखती तो उसके टॉप से मैं उसके २ बेहद खूबसूरत और नर्म आमों को साफ़ साफ़ देख सकता था।

एक दिन जब वो मुझे कॉपी दे रही थी तो मेरा हाथ उसके दूध से टकरा गया। मैं तो झेप गया की लड़की सोचेगी कि गुरु जी कितने ठरकी और चुदासे टाइप के आदमी है। पर उसके दूध में हाथ लगने के बाद शालू मुझे बार बार देख रही थी। मैं नजरे चुराने लगा और एक किताब लेकर पढने का बहाना बनाने लगा। पर दोस्तों, शायद उपर वाले ने मेरा काम कर दिया था और दुआ काबूल कर ली थी।

अगले ४ दिन तक शालू मुझे घूर घूर के देखती रही। फिर मैं भी उसे देखता रहा। वो मुझे पसंद करने लगी थी। मैंने उसे मैथ्स के कुछ फोर्मुले याद करने को दिए, पर वो तो जैसे कुछ अलग ही सोच रही थी, बार बार मुझे ही ताक रही थी।

“शालू , क्या देख रही हो??” मैंने पूछा

“नही कुछ नही!” वो शर्माने लगी

“…..कुछ तो जरुर है!” मैंने कहा तो वो अचानक से मेरे करीब आ गयी

“सर!! आप मुझे बहुत अच्छे लगते है!!” शालू बोली

ये सुनकर तो मेरा दिमाग की खराब हो गया। हो गया इतनी चूत का इंतजाम मैंने खुद से कहा। हे भगवान, तू कितना महान है, मैंने कहा। उसके बाद मैंने किताब इताब हटा दी और सिर्फ उसे ही ताड़ने लगा। हम दोनों एक दूसरे को ताड़ने लगे। लड़की खुद ही पट गयी थी।

“शालू तुम भी मुझे बहुत अच्छी लगती हो!!” मैंने कहा !

अगले दिन फिर वही हुआ, धीरे धीरे शालू और मैं एक दूसरे को ताड़ने लगे। एक दिन उसकी मम्मी कही बाहर अपनी सहेली से मिलने गयी थी, शालू घर पर बिलकुल अकेली थी, उसको चोदने का मेरा बड़ा दिल था, उसे चोदने का परफेक्ट टाइम था, घर में कोई नही और हम दोनों अकेले। शालू इस समय शायद १७ साल की थी, उसकी चूत मारने को और उसके बेहद नए नए और नर्म मम्मे पीने को मेरे ओंठ मचल रहे थे। उस दिन भी वही हुआ, जैसे ही हम दोनों पढने के लिए वो मुझे ताड़ने लगी।

मैं खुद ही उसके पास चला गया और उसके हाथ में लेकर मैंने अपने ओंठों पर लगा लिया और किस कर लिया। वो मचल गयी। फिर मैंने ही उसे बाहों में भर लिया और किस करने लगा। जितना जादा मेरी उसे चोदने की इक्षा थी, उससे जादा गर्म थी शालू। वो मुझसे कसकर चुदवाना चाहती थी।

हम एक दुसरे के ओंठ पिने लगा। मैं २७ साल का था, आज ये १७ साल की मस्त नई नई पढने वाली लौंडिया मेरे मोटे लौड़े का शिकार बन्ने वाली थी। सबसे कमाल की बात थी की वो खुद ही चुदवाने के मूड में थी।

आज शालू से एक गुलाबी टॉप और गुलाबी रंग के शॉर्ट्स पहन रखे थे, जिसमे कई सफ़ेद रंग के खरगोश बने हुए थे। मेरी कुर्सी के ठीक सामने एक तख्त पड़ा था, जिसपर शालू बैठी थी। इसी तख्त पर मैं अब इस लौंडिया को चोदने वाला था। मैं अपनी कुर्सी छोड़कर उसके पास चला गया था।

मैंने अपनी चेली शालू को बाँहों में भर लिया था और उसके गोरे और चिकने गाल चूम रहा था। वो मुझसे १० साल छोटी थी, पर वो प्यार व्यार सब जान गयी थी, पर आज चुदाई का महा सेक्सी पाठ मैं उसे पढ़ाने वाला था। शालू और कुवारीं, नई और मस्त लौंडिया थी, मैंने मजे से उसके बेहद सेक्सी और जूसी होठ को पी रहा था। मैं उसको कसके रगडकर चोदूंगा, मैं मन ही मन में ये बात सोच ली। आज शालू के नये नये होठ पीकर तो जैसे स्वर्ग ही हाथ लग गया था।

इतनी मस्त नई नई अनचुदी और कुवारीं कली क्या किसी को चोदने को मिलती है, मैं खुद की किस्मत पर नाज करने लगा। शालू ने अपने बालों को एक रबर बैंड से बाढ़ रखा था, वो और जादा चुदासी और कामुक लगे, इसलिए मैंने उसके बालों से काले रबर बैंड को निकाल दिए। उसके बाल खुल गये और वो अब जादा मस्त माल लगने लगे।

“सर, क्या आप आज मुझे चोदेंगे!!” शालू दबी जबान में धीरे से बोली

“चुदाई क्या होती है….क्या तुम जानती हो शालू??” मैंने पूछा

“….नही….पर मैंने अपनी दोस्तों से एक चुदाई शब्द बार बार सुना है!!” वो बोली

मैं फिर से उसके होठ पीने लगा। क्यूंकि मैं बातों में वक़्त बर्बाद नही करना चाहता था। हाँ, आज मैं अपनी खूबसूरत चेली को चोदना और खाना चाहता था और उसकी गुलाबी रसीली बुर का भोग लगाना चाहता था। हाँ, मैं एक ठरकी गुरूजी था। मैंने किताब कॉपी और पेन पेंसिल हटा दी और अपनी माल शालू को उसी तख्त पर लिटा दिया। तख्त पर एक मोटा आरामदायक गद्दा और एक साफ चादर बिची हुई थी, काफी मुलायम था ये गद्दा और मेरी चेली शालू को चोदने पेलने के लिए ये बिलकुल सही जगह थी।

शालू का खरगोश वाला गुलाबी सूती पाजामा (शॉर्ट्स) मुझे मस्त मस्त और सेक्सी लग रहा था। मैंने उसके सर के नीचे एक मोटा आरामदायक तकिया लगा दिया और शालू के उपर लेट गया और फिर से उसके होठ पीने लगा। कुछ देर में एक जवान मर्द और औरत के बीच जो रिश्ता होता है वो जाग गया। बात साफ़ थी, मैं अपनी चेली को चोदना चाहता था और वो चुदवाना चाहती थी।

एक बार फिर से मैंने अपना चेहरा शालू के चेहरे पर रख दिया। मेरे बड़े से चेहरे से उसके पुरे मुंह में ढँक लिया, मेरा मुंह उसके मुंह पर जा चिपका। हम दोनों एक दूसरे के ओंठ एक बार फिर से पीते रहे और हम दोनों गर्म होने लगे। कुछ देर बाद तो मैं और शालू अपने अपने जबड़े चलाकर एक दूसरे के गुलाबी ओंठ पीने लगे। आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

कम से कम २० मिनट तक हम दोनों का गर्मागर्म चुम्बन कार्यक्रम चला। मेरे हाथ अपने आप उसके दूध पर चले गये, मैंने नीचे देखा तो मेरे हाथ उसके गुलाबी टॉप पर पहुच गये थे। शालू के मस्त मस्त रसीले दूध को मैं उपर से ही महसूस कर सकता था। उफफ्फ्फ्फ़….क्या मस्त मस्त बड़ी बड़ी गेंद थी उसकी। आज इन गेंदों को सिर्फ मैं ही दबाऊंगा और मुंह में लेकर किसी बच्चे की की तरह पी पी कर मैं सारा रस चूस लूँगा, मैं सोचने लगा।

“हाँ, शालू आज मैं तुमको चोदूंगा…और आज तुमको इतजा मजा दूंगा की तुम फिर मुझसे रोज चुदवाया करोगी!!” मैंने शालू से कहा

फिर मैं जोर जोर से उसकी ३४” की गेंद जोर जोर से दबाने लग गया। शालू आआआआअह्हह्हह… अई…अई…. .ईईईईईईई..की मादक आवाजे निकालने लगी। मैं जोर जोर से उसके गुलाबी टॉप के उपर से उसकी बड़ी बड़ी गोल गोल गेंद दबा रहा था। शालू मस्त हो गयी, वो बहुत चुदासी हो गयी, पर मैं पूरे मजे लेकर उसे ठोकने के मूड में था। मैं जोर जोर से उसके दूध दबाने लगा।

“आहहहह्ह्ह्ह…सररररररर…दबाइये!….और दबाइये…..बहुत मजा आ रहा है!!” शालू बोली

कुछ देर बाद मैंने उसका टॉप और वो खरगोश वाला पजामा दोनों निकाल दिया। वो १७ साल की मस्त चुदने लायक माल थी और ब्रा और पेंटी पहनना शुरू कर दी थी। मैंने उसकी लाल रंग की ब्रा और पेंटी भी निकाल दी और उसको पूरा और सम्पूर्ण रूप से नंगा कर दिया। उसके चिकना नंगा और चांदी सा जिस्म मेरे सामने था और मैं उसे देखकर उसका रूप पी रहा था। दूध तो बड़े खूबसूरत थे, बस मुंह में लगाकर पीने लायक। मेरी नजर धीरे धीरे अपनी चेली शालू के चांदी से सफ़ेद जिस्म पर नीचे की तरफ जाने लगी, मुझे उसकी चूत साफ साफ़ दिख गयी। हल्की हल्की काली काली किसी घास सी झाटे मुझे शालू की चूत पर दिख गयी।

मैं बिना कोई वक़्त गवाए उसके उपर लेट गया और मैंने उसके ३४” के दूध अपने मुंह में भर लिए और मजे से पीने लगा। “ओह्ह्ह्ह माँ… अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह…. उ उ उ…चूसो चूसो…..और चूसो…मेरे मम्मो को….अच्छे से पियो मेरे दूध” शालू बोली। मैं मजे से उसके दूध पीने लगा। उफ्फ्फ्फ़..क्या मस्त मस्त काली काली निपल्स थी उसकी।

मेरी तो आज लाटरी ही लग गयी थी। मैं मजे से अपनी चेली के दूध पी रहा था। जिस लड़की को मैं ट्यूशन पढ़ा रहा था आज उसी चेली को उसके ही घर में मैं चोदने जा रहा था। मैंने करीब ३५ मिनट मजे लेकर शालू के मक्खन जैसी मलाई के गोले मुंह में लेकर पिए और उसकी निपल्स को खूब चूसा और दांत से किसी चूहे की तरह कुतरा।

मैंने सारे कपड़े निकाल दिए। अंडरविअर में मेरा लौड़ा तो कपड़े परेशान था। फिर मैंने अंडरविअर भी निकाल दिया। उसके बाद मैं लेट गया और मैंने शालू के दोनों पैर खोल दिए। उसका भोसड़ा, उसकी चूत, उसकी योनी और उसकी नशीली बुर ठीक मेरे सामने थी। हाँ, मैंने सही कहा। शालू के उस स्वर्ग के द्वार को मैं साफ़ साफ़ देख सकता था। मैं झाटों पर अपनी उँगलियाँ फिराने लगा तो शालू मचल गयी।

“सर!! आराम से मुझे चोदना, जादा दर्द मत देना” वो बोली

“जान…..दर्द तो होगा ही चुदाई में!!….पर बाद में तुम बस सातवे आसमान में बादलों के बीच खुद को पाओगी!” मैंने कहा

उसके बाद मैंने उसकी बुर मजे लेकर पीने लगा। कुछ देर तक चूत पीने के बाद मैंने अपना मोटा लौड़ा उसकी चूत के दरवाजे पर रख दिया और जोर का धक्का मारा। पक की आवाज करता लंड सीधा अंदर पहुच गया। वो दर्द में तड़पने लगी। मैं अपनी चेली को जल्दी जल्दी चोदने लगा। वो रो रही थी, पर मैंने उसकी कोई परवाह नही की और उसकी दोनों कलाई पकड़कर मैं जल्दी जल्दी उसे चोदने लगा और ठोंकने लगा। वो उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ. हमममम अहह्ह्ह्हह.. अई…अई….अई……की तेज तेज आवाज निकलती रही। उसके चुदते हुए चेहरे, बंद आँखे और आवाज निकलते मुंह को मैं बार बार ताक रहा और उसका सौंदर्य मैं पी रहा था।

फिर मैंने अपने चोदन की रफ्तार बढ़ा और इतनी तेज तेज पेलने लगा की पूरा तख्त ही हिलने लगा। मैंने अपनी ट्युशन वाली चेली को पूरा ४५ मिनट चोदा और माल उसके भोसड़े में ही छोड़ दिया।

फिर मेरा लंड उसकी चूत से बाहर आ गया एक दम मुरझाया हुआ था जिसे देख कर वो हँसने लगी और बोली इसी लंड ने मुझे इतना मजा दिया है और अब देखो इसे कैसे हो गया है ये और में उसके ऊपर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके गोरे गोरे गालों को सहलाने लगा और बोला इसे थोड़ी देर सहलाओ और फिर देखना ये वापिस वैसा ही हो जाएगा और उसने लंड को सहलाना शुरू कर दिया |

देखते ही देखते मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और इस बार मैंने उसकी गांड मारी बस फिर जब भी उसकी मम्मी कंही बाहर जाती तो हम पढ़ाई से पहले चुदाई की एक एक्स्ट्रा क्लास लगा लेते हैं। आपको मेरी कहानी कैसी लगी प्लीज मुझे मेल लिख कर जरूर बताये।

आपका अपना शीनू मेरी मेल आई डी है [email protected]

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बायोलॉजी वाली मैडम की चुत चुदाई की कहानी | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/biology-vali-madam-ki-chut-chudai-ki-kahani.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/biology-vali-madam-ki-chut-chudai-ki-kahani.html#respond Sun, 31 Dec 2017 12:42:37 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11534 मै बोला मैडम अब आप सीधी लेट जाओ, वो बोली ठिक है ,और मुस्कुरा दी,अब मुजे ग्रीन सिग्नल मिल गया,और और बी जोश चढ़ गया,मैन कंडोम थोड़ा और ऊपर किया और अपना लंड उसकी चुत के मुह पे रख दिया

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हेलो दोस्तो में अमन शर्मा, कद – 5.5 ,उम्र – 20 साल , गुजरात का रहने वाला हु, ज्यादा वक़्त ना लेते हुए सीधा कहानी पे आता हूं | तो ये कहानी उस वक़्त की है, जब में कक्षा 12 में पढ़ाई करता था, हालांकि मेरे कक्षा 10 में बहुत अच्छे नंबर आये थे ,तो घरवालो ने मेरा एडमिशन साइंस में कराया, और मुझे भी इस बात से कोई ऐतराज नही था |

पहला सेमेस्टर जल्द ही खत्म हो गया,और मुझे हर सब्जेक्ट में बढ़िया मार्क्स मिले थे, सिवाय बायोलॉजी,जिसके वजह से मेरे result बिगड़ा क्योंकि मुझे बायोलॉजी मे बहॉत ही कम मार्क्स मीले थे जिसके वजह से मैरा ओवरआल परसेंटेज ज्यादा नही आये,।

तो मेरी जो बायोलॉजी टीचर थी उसने मुझे स्टाफ रूम में बुलाया, में उसकी केबिन में रजा लेके अंदर गया ,और बाकी सब टीचर्स बी अपना लंच कर रहे थे, मीनल मैडम चेयर पे बैठी थी,ओह्ह सॉरी मैंने आपको उनका नाम नही बताया

तो सुनो

उनका नाम है मीनल ,वो हमारी बायोलॉजी टीचर और वो ही हमारी क्लास टीचर थी,वो कद में थोड़ी छोटी पर उसकी गांड की तो क्या बात करू दोस्तो,।उसकी  उम्र होगी कई 30-32 के आसपास और उसका एक 5 साल का बेटा भी है,।पूरा स्कूल उनकी गांड पे जान देता था
और में मैडम के फ़ेवरिट स्टूडेंट्स में से एक था,क्युकी मैडम जानती थी कि में क्लेवर स्टूडेंट हु.।

वैसे भी स्कूल में मैडम का हर छोटा मोटा काम वो मुझे ही देती थी, में कई बार कुछ ना कुछ काम की वजह से उनके केबिन में चला जाता,और वो हमेसा चेयर पर बेठेके मुझे मेरे सब्जेक्ट का कुछ प्रॉब्लम हो वो समजती ,में ठीक उसकी चेयर की साइड में खड़ा रहकर उनके बड़े बड़े चुचे देखता
और वो बैठी होती और में खड़ा होता उसलिए ऊपर से मुझे बहुत अच्छी तरह से उनके चुचे दिखाई देते,।

आज भी परिश्थिति कुछ ऐसे ही थी,वो मुझे सामने देखेके समजा रही थी और में उनकी चुचियों को घूर रहा था,आज ब्राउन कलर की ब्रा पहनी थी उसने और उसके 2-2 किलोग्राम के चुचे उसमे साफ दिखाई दे रहे थे,उसी वक्त मेरे पेण्ट में तंबू बन गया,
में उसे काफी देर से घूर रहा था शायद उनको पता चल गया इसलिए मैंने तुरंत अपना ध्यान हटाया और उनकी हा में हा करने लगा।

मीनल मैडम – फिजिक्स और केमिस्ट्री में तो तुम्हारे बहोत अच्छे मार्क्स है फिर बायोलॉजी में इतने कम क्यु, में अच्छा नही पढाती क्या?
में – नही मैडम ऐसी कोई बात नही है में पहले से ही बायोलॉजी में थोड़ा वीक हु,
मीनल मैडम – तो ऐसे कैसे चलेगा,तुम्हे अब नेक्स्ट सेमेस्टर में अच्छे नंबर लाने है ,तुम एक काम करो मेरे घर पर एक्स्ट्रा कोचिंग के लिए आओ रोज शाम को में – जी ओके मैडम में पापा को पूछ के बताता हूं
मीनल मैडम – अरे डोंट वररी में तुम्हारी कोई फीस नही लुंगी
में- जी ओके मैडम में कल से आऊंगा।

और उसने ऐसे ही आलस में अपना हाथ पीछे किया और वो सीधा मेरे खड़े हुए लोडे पे टकरा गया,उसने तुरंत सॉरी बोला पर में शर्म से लाल हो गया ,शायद उसे ये पता चल गया था, फिर उसने मेरेको वापिस क्लास में जाने को बोला

दूसरे दिन क्लास में उसने मेरेको उसका घर का अड्रेस दिया और बोला 6 बजे आ जाना, मै बोला ठीक है मैडम आज बी उसने हरे रंग की साड़ी पहनई थी जिसमे उसकी चुचिया बहुत ही बड़ी लग रही थी

ठीक ६ बजे में उसके बताये हुए पते पर बाइसिकल लेके गया मैंने doorbelll बजाई तो उसने दरवाज़ा खोला ,उसने अभी तक साडी ही पहनी हुई थी,शायद अभी अभी आयी होगी स्कूल से वो बोली ओह्ह अमन तुम आओ आओ |

बायोलॉजी वाली मैडम की चुत चुदाई की कहानी आप पढ़ रहे है मिनल की चुदाई की दास्ताँ अमन वर्मा के द्वारा

ये कहके वो आगे चलने लगी और में उनके पीछे ,उसकी गांड ऐसे मटक रही थी जी चाहता था कि अब  फाड़ दु, पर मेने अपने आप पे कंट्रोल किया मीनल  मैडम – अमन तुम मेरे बेडरूम में वेइट करो में अभी आयी |

मै – ओके ठीक है मैडम ये कहके में बैग लेके सीधा अंदर चला गया |
वो आयी, में अभी तक बैडरूम में खड़ा था उसने बोला अरे खड़े क्यु हो,बैठो बैठो,और मै वह बेड पे बैठ गया
वो भी ठीक मैरे पास आके बैठ गयी और मुझे अच्छे से पढ़ाने लगी,

उसकी ब्रा में से उसके चुचे लटक रहे थे में ऊपर से मजा ले रहा था और अब तो पढ़ाई में ध्यान बिल्कुल नही था मेरा ,मेरा लोडा तुरंत खड़ा हो गया ,और अब मुझसे कंट्रोल नही हो पा रहा था मैने एक दो बार अपने लोडे को अंदर ऊपर से ही दबाया हल्के हल्के ,शायद वो नोटिस कर रही थी ,उसके पैर मेरे पैर को टच कर रहे थे और जाँघे भी।

अब उसे पता चल गया कि मेरा ध्यान भटक गया है उसने बोला अमन ( थोड़े गुस्से से)  कहा ध्यान है तुम्हारा ,में बोला कही नही मैडम
मीनल मैडम – नही में तुम्हे काफी दिनों से नोटिस कर रही हु ,आज तो में ये जानके ही रहूंगी
में – नही मैडम ऐसी कोई बात नही है
मीनल मैडम – नही अमन कुछ तो बात है ऐसा कहकर सीधा उसने अपना हाथ मेरे लोडे पे रख दिया | Aahhhhhhhhhh दोस्तो क्या फीलिंग्स थी वो ,में आपको बता नही सकता में कितना खुस हुआ था |

पर में एक ही सेकंड में संभल गया और उसका हाथ हटाकर बोला मैडम ये आप क्या कर रही हो

मीनल मैडम – ओय्ये चूतिये ज्यादा सीधा बनने की कोशिश मत कर ,मुजे पता ये तू आज सुबह स्कूल में क्या घूर रहा था ,और तेरे लंड पर भी सुबह में जान मुचके ही अपना हाथ मारा था

मैडम के मुहसे ऐसे शब्द सुनकर मेरे तो होश उड़ गए फिर मैंने बोलै अब के बाद ऐसी गलती नही करूंगा प्लीज मुजे माफ करदो
मीनल मैडम – साले भड़वे तुजे तो में जरूर माफ करूँगी ,चूतिया साला
इसबार में तो में डर के थोड़ा पिछे
हट गया

मीनल मैडम – अरे में मज़ाक कर रही हु ,डरो मत पास आओ

में जैसे ही पास आया उन्होंने मुजे खीच के तुरंत अपनी बाहों में भर लिया,में उसी वक्त सारा खेल समज गया और मन ही मन खुस हुआ आज तो इसको चोदने का मौका मिलेगा ,2-3 मिनट में युही उसकी बाहहो में ही रहा, वो लंबी लंबी सांसे ले रही थी
फिर वो बेड पे से उठी अपने कपड़े ठीक किए और  दरवाजा खुला था वो बंद करने चलने लगी ,

लेकिन मुझसे अब कण्ट्रोल नही हो रहा था में सीधा दौड़ता गया और उसको पीछे से जकड़ लिया आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | एक सेकंड के लिए मुजे लगा में स्वर्ग में हु मेरा लंड और उनकी गाँड़ का मिलन हो गया था ,बहोत ही टाइट और मोटी थी उसकी गाँड़।

थोड़ी देर बाद उसने मुजे पीछे धक्का दिया और बोली “छोडो मुजे ,ये क्या कर रहे हो ,कोई देख लेगा;
उसके बाद उसने दरवाज़ा बंद कर दिया ओर बोली अब जो करना है करो,उसके ये सुनते ही मैने फिरसे उसे जकड़ लिया,और उसकी गाँड़ पर ऊपर से ही हल्के हल्के शॉट मारने लगा
2-3 मिनट तक ऐसे ही मैं वहा उसे जकड़कर खड़ा रहा

में अपना लंड उसकि गांड की दरारों की बीच में डालने की कोशिश कर रहा था पर उसने बहुत ही टाइट सारी पहनी हुई थी इसलिए में ऐसे ही लंड को उसकी गांड पर रगड़ रहा था।
अब तो वो भी आँखे बंद करके मजे लेने लगी थी,और वो मेरे लंड को ऊपर से धीरे धीरे दबाने और सहलाने लगी

हैम अभी तक वही खडे थे दरवाज़ा बंध करके ,फिर वो पीछे घूमी और नीचे बैठ गयी और मेरी पेन्ट की ज़िप खोलने लगी,तुरंत से मेरा 8 इंच का हथियार बाहर आ गया,उसने मेरे लोडे को अपने हाथों में पकड़ लिया और  खड़ी होके मेरा लंड पकड़के आगे बेड की ओर चलने लगी और में भी उसके पीछे पीछे उसकी गाँड़ पर हाथ फिरता चला गया
फिर बेड पे जाके हम दोनों सोते सोते एक दूसरे को किस करने लगे ,एक हाथ से वो मेरा लोड सहलाते सहलाते वो मुजे किस कर रही थी में सचमूच पागल सा हो गया था

में भी किस करते करते उसके चुचियों को ऊपर से दबा रहा था,उसकी आंखें बंद थी,करीब 10 मिनट तक हम एकदूसरे को ऐसे किस करते रहे फिर…

अचानक से किसीने दरवाज़ा खटखटाया ,में थोड़ा घबरा गया उसी वक्त हम दोनों अलग हो गए मेने तुरंत अपना लंड अपने पैंट में वापिस डाल दिया,उसने अपनी साड़ी ठीक की,और मुजे बोली कि बुक्स पढ़ने का नाटक करो किसीको शक ना हो इसलिए
में चुपचाप बुक पढ़ने लगा
,उसने जाके दरवाज़ा खोला तो उसकी बूढी सास थी,तब जाके मुजे थोड़ी राहत हुई, शायद वो कुछ चीज़ भूल गयी थी ,वही लेने आए थी,कुछ देर में वो चली गयी,मीनल मैडम ने फिर से दरवाज़ा लॉक कर दिया अंदर से लॉक कर दिया ।

फिर से आकर वो मुजे वो जोर जोर से किस करने लगी,में पीछे से उनकी गाँड़ को  दबा रहा था ,अब मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था ,मैंने सीधा उनको बेड पे लिटा दिया ,और धीरे धीरे उनकी साड़ी और ब्लाउज निकालने लगा ,वो भी मेरा साथ देने लगी

मैने उस्के सारे ऊपर के कपड़े निकाल दिए अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी,अहह दोस्तों वो क्या माल लग रही थी,जी चाहता था कि अभी  उसकी चूत फाड़ दु,
इस बार में सीधा उसको लेके बेड पे लेट गया ,वो मेरे नीचे थी और में उसके ऊपर मै अब सिर्फ अंडरवियर में था,मैने लंड उसकी गाँड़ पर पैंटी  पे रगड़ रहा था,और पीछे से उसके बूब्स दबा रहा था,वो बी हल्की हल्की सिसकारियां भर रही थी,
फिर मैंने धीरे से अपनी एक उंगली उसकी पैंटी के अंदर से चूत में घुसा दी,घुसाते ही पता चल गया ,क्या क्लीन शेव्ड चुत थी वो दोस्तो,वो थोड़ी सी चिल्लाई, मैने नोटिस किया उसका चूत का छेद बहुत छोटा था,वो अपनी पति से बहुत चुदी नही थी

वो शायद थोड़ा शर्मा रही थी ,इसलिए ज्यादा बात नही कर रही थी,फिर मैंने उसकी पैंटी भी उतरके फेक दी,आहा दोस्तो,क्या चूत थी उसकी,मैंने जिंदगी में उससे बढ़िया चूत नही देखी थी

मै 1 भी सेकंड की देर ना करते हुए सीधा अपना मुंह उसके चुत पे लगा दिया, और वो एकदम एकदम जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी,,आह ओहहिया अमन प्लीज मुजे और मत तड़पाओ

उसके मुंह से ये सुनते ही ,मैंने तुरंत अपना लोडा निकालके उसकी चुत पे रख दिया,तो उसने बोला रुको रुको ।अभी हमारी फैमिली प्लानिंग चल रही है ,अगर गलती से में प्रेग्नेंट हो गयी तो सब गड़बड़ हो जाएगी,तो  मैंने कहा अब क्या करे,उसने बोला वो मेरे टेबल के नीचे वाले ड्रावर में कॉन्डोम का पैकेट है वो लेके आओ।

मै तुरंत दौड़ के गया और लेके आया ,और बड़ी बेताबी उसे खोलने लगा ,और इससे पहले मैंने कभी कंडोम पहना नही था।उसने बोला लाओ में खोल देती हूं,ऐसा बोलकर मेरे हाथ में से कंडोम का पैकेट खींच लिया ।

और अपने हाथों से मुजे कॉन्डोम पहनाया ,अब में पूरी तरह से तैयार था,उसने बाकी के कंडोम और पैकेट नीचे रख दिये,वो आबि तक ब्रा मैं थी,में उसकी ब्रा निकालकर उस्के मममो से खेलने लगा ,और वो मेरे लोडे को कंडोम के ऊपर ऊपर से सहलाने लगी।

मै बोला मैडम अब आप सीधी लेट जाओ, वो बोली ठिक है ,और मुस्कुरा दी,अब मुजे ग्रीन सिग्नल मिल गया,और और बी जोश चढ़ गया,मैन कंडोम थोड़ा और ऊपर किया और अपना लंड उसकी चुत के मुह पे रख दिया आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

1,2,3 बोलते ही मैन एक ही धक्के में अपना पूरा का पूरा लंड उसकी चुत में घुसा दिया वो थोड़ा चिल्लाई, शायद थोड़ा दर्द महसूस हुआ होगा उसको, पर अब कोंन रुकने वाला था,मैने फिर से अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला और धके के साथ वापिस डाल दिया,

अब वो हल्की हल्की सिस्कारिया भरने लगी,शायद उसे अब मजा आने लगा था,वो अब ऊपर उठ उठ के सामने से चुद रही थी,तो मेरा जोश और बढ़ गया,और मै बी डबल जोश से चोदने लगा,

तो वो बोलने लगी, अमन थोड़ा धीरे करो में पूरी की पूरी तुम्हारी हु, में बोला ठीक है मैडम,और मेने अपनी गति थोड़ी धीरे की,पर  शायद अब में आने वाला था और इसलिए मुझसे कंट्रोल नही हो पा रहा था,

इसके बाद में करीब 10 -15 मिनट उसे ऐसे ही धक्के लगता रहा,और वो और जोर जोर से सिस्कारिया भरके बोलने लगी,आह ओहिआ अमन में तुम्हे रोज दूंगी,और तुम ऎसे ही चोदना, आह ओहहिया, तुम कितने अच्छे हो

मुजे पता चल गया अब वो जड़नेवाली है,उसके कुछ देर बाद मुजे  पता चल गया कि मेरा आनेवाला है,मेने एक शॉट मारा और उसके ऊपर जाके गिरा,उसने बी मुजे अपनी बाहो में कसके जकड़  लिया,शायद वो बी जड़ गयी थी।

उसके बाद हम दोनों 5 मिनट तक ऐसे ही एकदूसरे पर नंगे पड़े रहे,फिर वो उठी मेरा लोडा अभी तक उसकी चुत मैं था, उसने खींच के बाहर निकाला, और बाथरूम में फ्रेश होने के लिए चली गयी |

कुछ देर बाद बाहर आकर अपनी ब्रा,पैंटी और साड़ी पहनने लगी,।में अभी तक वैसे ही सोया था,उसने मेरे लंड पर से कंडोम निकाला और उसे dustbin में फेंक दिया ,मेरे लंड पे कुछ वीर्य लगा हुआ,था उसने अपने हाथों से साफ किया,और बोली उठो अब तुम्हे घर जाना है लेट हो जाओगे,

उसके बाद में उठा फ्रेश हुआ,अपने कपड़े पहने ,अपना बैग लगया ,और जाते जाते उसकी गाँड़ में साड़ी के ऊपर से  उंगली की,और वो हँसने लगी,और बोली,शायद में सैटरडे को घर पे अकेली हु, आ जाना,फिर मैंने उसे एक लिप् किस दिया,और फिर उसने दरवाज़ा खोला मेरे लिए,और बाय बाय बोला,फिर मैं वापिस अपने घर गया।

तो दोस्तो कैसी लगी आपको मेरी कहानी, मुजे मेल करके जरूर बताइयेगा। [email protected]

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गरम-गरम मलाई से भरपूर चूत मुझे अब जन्नत सी लग रही थी | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/garam-garam-malai-se-bharpur-chut-mujhe-jannat-si-lag-rhi-thi.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/garam-garam-malai-se-bharpur-chut-mujhe-jannat-si-lag-rhi-thi.html#respond Sun, 29 Oct 2017 17:15:53 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10725 उनके ये करने से मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा। मैने उनकी नशीली चूत को चाट कर अपने थूक से चिकना किया। वैसे उनकी चूत बहुत मक्खन सी मुलायम और मलमल सी चिकनी थी। वो गरम-गरम मलाई से भरपूर चूत मुझे अब जन्नत सी लग रही थी जिसको अब चोदना बहुत ज़रू

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दोस्तों ये मेरी एकदम सच्ची कहानी है इसमें जो कुछ भी लिख रहा हूँ पूरी तरह से सच है अगर आपको यकीन हो मेरे ऊपर तभी आप मेरी ये कहानी पढ़े अगर मज़ा ना आये तो बताना मित्रो वैसे तो आप सभी मस्ताराम डॉट नेट पर लाखो कहानियां पढ़ी होगी पर मेरी सच्ची कहानी के आगे सब फीकी है | मित्रो ये बात उन दिनो की है जब मैं 12th की बोर्ड की परीक्षा देकर फ़्री हुआ था और रिजल्ट आने में तीन महीने का समय था। ये वो समय होता है जब हर लड़का अपने बढ़े हुए लंड के प्रति आकार्षित रहता है साथ-साथ बढ़ती हुई काली-काली घुंघराली झांटे उसका मन जल्दी से किसी नशीली चूत का रस पान करने को प्रेरित करती हैं। मैने फ़्री टाइम को सही इस्तेमाल करने के लिये एक इंगलिश स्पीकिंग कोर्स ज्वाइन कर लिया। हमारे घर से थोड़ी दूर पर एक नये इंगलिश कोचिंग सेंटर खुला था |

जहां मैं अपना एडमीशन लेने पहुंच गया। मेरे लौड़े की किस्मत अच्छी थी वहां जाते ही मेरा सामना एक कमसिन, अल्हड़, मदमस्त, जवान, औरत से हुआ जो पता चला वहां की टीचर है। उसके गोरे-गोरे तन बदन को देखते ही मेरा तो लौड़ा चड्ढी में ही उचकने लगा। उसकी खुशबूदार सांसो ने मन मे तूफ़ान पैदा कर डाला था। मन तो उसके तुरंत चोदने को कर रहा था पर क्या करता वहां तो पढ़ने गया था। एडमीशन देते हुए वो भी मुझे आंखों ही आंखों में तौल रही थी। वो २७ साल की भरे बदन वाली मैडम थी। शादी-शुदा, उसकी दोनो बूब्स (चूचियां) आधा किलो की थी और उसके गद्देदार मोटे चूतड़ (गांड) उभार लिये संगमरमर की मूरत से तराशे हुए हिलते ऐसे लगते थे जैसे कह रहे हो- “आजा राजा इस गांड को बजा जा मैने एडमीशन लेकर पूछा “कितने बजे आना है मैडम?

वोह मुस्करा कर बोली “सुबह ७ बजे आना।” “साथ क्या लाना है?” “वो बोली एक कोपी बस”। मैं घर वापस आ गया पर सारी रात सुबह होने के इंतज़ार में सो न सका। रात भर मैडम की हसीन मुस्कान और चेहरा सामने था। मैं बार-बार उनके ब्लाउज़ में कैद उन दो कबूतरों का ध्यान कर रहा था जो बाहर आने को बेताब थे। उनकी चूत कैसी होगी? गुलाबी चूत पे काला सिंघाड़ा होगा, उनकी चूत का लहसुन मोटा होगा या पतला, मुलायम मीठा या नमकीन, कितना नशा होगा उनके चूत के रस में? उनकी बुर की फांके गुलाब की पत्तियों सी फैला दूं तो क्या हो? ये कल्पना और मदहोश कर रही थी जिससे मेरे लंड फूल कर लम्बा और मोटा हो गया था और मेरी चड्ढी में उसने गीला पानी छोड़ दिया।

अगले दिन सुबह, जल्दी से नहा कर मैं इंगलिश की कोचिंग में टाइम से पहुंच गया। उस क्लास में और भी कुछ हसीन लड़कियां थीं। कुछ खूबसूरत शादी-शुदा औरतें भी थी जो हाई क्लास सोसाइटी में अपनी धाक जमाने के लिये इंगलिश सीखना चाह रही थीं ताकि हाई क्लास की रंगीनियों का मज़ा उठाया जा सके। मैं पीछे की सीट पर बैठ गया। थोड़ी देर में मैडम वहां आयी और गूड मोर्निंग के साथ मुझ पर नज़र पड़ते ही बोली –“तुम आगे आकर बैठो”। उनके कहने पर मैं आगे की सीट पर बैठ गया। वो सबको अपना परिचय हुए बोली – हाय मै आंचल हूँ। अब आप लोग अपना परिचय दीजिये। हम सबने अपना-अपना परिचय दिया। फिर वो ब्लैक बोर्ड की तरफ़ मुड़कर लिखने लगी। जैसे ही वो मुड़ी उनकी गांड मेरे सामने थीऔर मन फिर उनकी गांड मारने के ख्याल में खो गया। क्या करुं जवानी १८ साल की कहां शांत रहती।

वो बहुत सुंदर लाइट कलर की साड़ी पहने थी। लाइट पिंक ब्लाउज़ के नीचे उनका काला ब्रा साफ़ दिख रहा था। साड़ी के पल्लु से उनकी चूची का बोर्डर ज़बान पे पानी ला रहा था। लालच मन में जगा रहा था। दोनो चुचियों के बीच की गहरी लाइन ब्रा के ऊपर से लंड को मस्ती दिला रही थी। वो मुड़ कर वापस क्लास को बोलने लगी ग्रामर के बारे में और मेरे एकदम पास चली आयी। मैं बैठा था और वो मेरे इतने करीब खड़ी थी कि उनका खुला पेट वाला हिस्सा मेरे मुंह के पास आ चुका था जिसमे से उनकी गोल-गोल गहरी टोंडी (नाभि) की महक मेरे नथुनो मे मीठा ज़हर घोल रही थी। फिर उनका पेन हाथ से गिरकर मेरे सामने टपक गया जिसे लेने वो नीचे झुकी तो दोनो चुचियां मेरे मुंह के सामने परस गये। उस दिन क्लास ऐसे ही चलता रहा। फिर जब क्लास खत्म हुआ तो जब सब चलने लगे तो मैडम ने मुझे रुकने को कहा। मैं अपनी कुरसी पर बैठा रहा। सबके चले जाने के बाद मैडम मेरे पास आयी और बोली-“ हेंडसम लग रहे हो” मैने कहा “थैंक यू”। तुम अभी क्या करते हो? मैं बोला- अभी १२वीं का एक्साम दिया है अब मैं फ़्री हूं। मैडम बोली –मतलब अब तुम बालिग (एडल्ट) हो गये हो।” “यस मैडम”, मैं बोला।

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“हूऊऊऊउम……। वो कुछ सोच कर बोली, तुम्हारा केला तो काफ़ी काफ़ी बड़ा है। ‘केला???’ मैं समझ तो गया था कि मैडम मेरे लंड की तरफ़ इशारा कर रही हैं पर मैं अंजान बना रहा। मैने पूछा किस केले की बात कर रही हैं आप? “अरे अब इतने अंजान मत बनो मेरे राजा, तुम्हारा लौड़ा जो काफ़ी बड़ा है और जो इस पैंट के नीचे से फूल कर बाहर हवा खाने को बेताब है। शायद इसने अभी तक गुझिया (चूत) का स्वाद नहीं चखा। असल में मैं क्लास जल्दी पहुंचने के चक्कर में नहा कर पैंट के नीचे अंडरवेअर पहनना भूल गया था जिससे मोटा लौड़ा तन कर पैंट में अपनी छाप दिखा रहा था। आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

मैडम को फ़्री और फ़्रेंक होता देख कर मैने भी कह दिया “हां मैडम अभी तक किसी की चूत का स्वाद नहीं चखा है।” वो बोली शनिवार की सुबह ६ बजे मेरे घर आ सकते हो, मैं अकेली रहती हूं। दर असल मेरे पति नेवी में हैं और हमारे कोई औलाद नहीं हैं। तुम आजाओगे तो मुझे कम्पनी हो जायेगी। मैने फ़ौरन हामी भर दी। मैं जानता तो था कि मैडम को मेरी कम्पनी क्यों चाहिये थी। उनको अपनी बुर की खुजली मिटानी थी और फिर जब पति नेवी में गांड मराये तो पत्नी दिन भर जब टीचिंग से लौट कर आये तो चूत चोदने को कोई लौड़ा तो चाहिये ही। इसमे कुछ गलत नहीं हैं। हर औरत की, हर लौंडिया की चूत में गरमी चढ़ती है और उसकी चूत की आग सिर्फ़ और सिर्फ़ लंड ही शांत कर सकता है।

सारी रात मैडम का ध्यान कर मैं सो न सका। सुबह घड़ी में अलार्म लगा दिया ५ बजे का। मम्मी भी सुबह अलार्म की आवाज़ से उठ गयी और बोली इतने सुबह कहां जा रहे हो?? मैने कहा सुबह रोज़ अब मैं जल्दी उठ कर जोगिंग करने जाउंगा और फिर वहीं से क्लास अटेंड कर वापस आउंगा। अब उनसे क्या कहता कि मैडम की चूत की खुजली शांत करने जा रहा हूं। सुबह चाय पीकर मैं तुरंत टैक्सी कर मैडम के पते पर कोपी लिये पहुंच गया। डोरबेल की घंटी बजायी तो थोड़ी देर बाद मैडम ब्लैक नाइटी पहने मुस्करा कर दरवाजा खोलती नज़र आयी। उनके नाइटी के दो बटन ऊपर के खुले थे और ब्रा नहीं पहने होने के कारण दोनो चूचियां मुझे साफ़ दिख रहीं थीं। नीचे पेटीकोट भी नहीं था क्योंकि उन्होने मेरा हाथ कमर पे रख मुझे अंदर बुलाया जिससे उनका बदन मेरे हाथ में आ गया था।

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सामने खुला हुआ सीना मेरे दिल की धड़कन बढ़ा रहा था। वो मुसकरा कर बोली अब ऐसे ही खड़े-खड़े मेरी सूरत देखते रहोगे या मुझे अपनी बाहों में उठा कर बिस्तर पे भी ले चलोगे। मेरी जवानी कबसे मोटे लंड की आग में जल रही है, मेरी जवानी के मज़े नहीं लूटोगे??? मैने तुरंत कोपी पास पड़ी टेबल पर फेंक दी और मैडम को झट से अपनी बाहों में उठा लिया। उनके खुले बाल मेरे हाथ पर थे और उन्होने मेरे होंठों को अपने लिप्स में कैद कर लिया। उनका बेडरूम सामने ही था। मौसम थोड़ा गरम था इसलिये मैं उनको पहले बाथरूम में ले आया जहां उनको थोड़ा नहला कर मालिश कर गरम कर सकुं।

कहानी जारी है … आगे की कहानी पढ़ने के लिए निचे दिए पेज नंबर पर क्लिक करें ….

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नयी कामवाली बाई की चुदाई | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/nayi-kamvali-bai-ki-chudai.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/nayi-kamvali-bai-ki-chudai.html#respond Tue, 24 Oct 2017 11:21:00 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10655 नयी कामवाली बाई की चुदाई, मेरा बाथरूम से मेरा किचन बिलकुल सामने था. मैं जैसे ही फ्रेश हो कर बाहर आया प्रतिमा मेरे सामने चाय का कप लेकर हाज़िर हो गयी मैं काफी खुश हुआ और मेरे अन्दर का सैतान जाग गया और मेरे मन् में प्रतिमा को लगाने का मन करने लगा मैंने चुप चाप प्रतिमा की खबर लेना शुरु किया

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ट्रिंग ट्रिंग..
सुबह सुबह कौन आया होगा.. ये सब सोचे हुए मैं अपने नए घर के दरवाजे के तरफ बड़ा, मैंने ये फ्लैट नया ही लिया था और किसी के आने की उम्मीद भी नहीं थी.
“नमस्कार साहेब” मेरा नाम प्रतिमा है. नीचे वॉचमन ने बताया की आप नए आये हैं, इसीलिए सोचा आपसे आकर मिलूं, आपको किसी काम वाली की तलाश है साहेब?
उफ़ उसकी आवाज़ में गजब का नशा था. मैंने ऊपर से निचे तक उसे देखा. उसकी उम्र करीब 32 साल के करीब, 5 फिट 2 इंच और सावंला रंग. भरा पूरा बदन और नीले साडी में प्रतिमा लाजवाब लग रही थी.
मैंने उसे अन्दर बुलाया और सोफे पे बठने का इशारा किया. प्रतिमा वहां बैठ कर मेरे घर में देखने लगी. अचानक मेरा धयान अपने आप पे गया. मैं सिर्फ एक बोक्सेर शोर्ट्स में प्रतिमा के सामने खडा था, और तो और मैंने चड्डी भी नहीं पहने था लेकिन फिर भी प्रतिमा बिलकुल नोर्मल थी. ये देखकर मुझे बड़ा अच्छा लगा, क्यंकि इससे मालूम चलता है की प्रतिमा इससे पहले भी काम कर चुकी है और उसे मेरे यहाँ काम करने में कोई प्रॉब्लम भी नहीं है. फिर मैं भी उसस के सामने बैठ कर उसका इंटरव्यू लेना शुरु कर दिया.
कभी किसी के यहाँ काम किया है?
नहीं साहब, अब तक मैं सिर्फ अपने घर में ही काम किया करती थी. लेकिन पिछले महीने मेरा मर्द मुझे छोड़ कर दूसरी औरत के पास चला गया है, मेरी एक लड़की है साहब उसका और अपना पेट पालने के लिए मुझे काम तो करने पड़ेगा और इसीलिए मैं कहीं काम खोज रही हूँ. लेकिन आप टेंशन ना लो, मैं आपकी खूब सेवा करुँगी, आपको कभी शिकायत का मौका नहीं दूंगी.
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अच्छा लेकिन पैसे कितने लोगी?
बस क्या साहेब, आप अपना समज के दे देना. अब मैंने कहीं काम तोः नहीं किया हैं, मैं कैसे बोल सकती हूँ.
पिछले घर में मेरी बाई 2 हज्जार रुपये लेती थी सारे काम करने का.
सारा काम, मतलब साहेब, ठीक ठीक बताओ ना. मैं उसके आखों में मस्ती देख रहा था.
सारा काम मतलब, खाना, बर्तन, झाडू, पोचा और कपडे. मैंने उसकी आखों में देखते हुए बोला. जैसे कहना चाह रहा हूँ की वोह काम तो मैं तुमसे करा ही लूँगा जानेमन, बस एक बार हाँ तो बोल.
ठीक है साहेब मैं २ हज़ार में काम करुँगी, आज से ही काम शुरु करती हूँ. और इतना कहकर वोः मेरे किचन में चली गयी और बर्तन साफ़ करने लगी. मैं भी फ्रेश होने के लिए बाथरूम में चला गया.
मेरा बाथरूम से मेरा किचन बिलकुल सामने था. मैं जैसे ही फ्रेश हो कर बाहर आया प्रतिमा मेरे सामने चाय का कप लेकर हाज़िर हो गयी. मैं काफी खुश हुआ और पेपर पढ़ते हुए चाय के मज़े लेने लगा, और प्रतिमा वापस kitchen में चली गयी. अचानक मेरे अन्दर का सैतान जाग गया और मेरे मन् में प्रतिमा को लगाने का मन करने लगा. मैंने चुप चाप प्रतिमा की खबर लेना शुरु किया. वोः बाहर झाडू कर रही थी. मैंने उससे निहारना शुरु किया.
उसने हलके उजले कलर का बलाउज पहना था, उसके मम्मे काफी बड़े लग रहे थे और झाडू देते समय काफी झूल रहे थे, शायेद प्रतिमा ने ब्रा नहीं पहनी थी, येः सोच कर ही मेरा टुनटुना खडा होने लगा. प्रतिमा काफी ध्यान से झाडू दे रही थी और उसका धयान मेरे तरफ नहीं था, और तो और उसका पल्लू भी अपनी जगह से हिल गया था, जिसके कारन उसकी नेक्क लाइन काफी आराम से दिख रही थी. मैंने उस्सी समय उसके मम्मे का साइज़ सोच लिए सिर्फ निप्पल का रंग सोचना बाकि था. उसकी गांड भी काफी मस्त दिख रही थी, पता चल रहा था की उसके अन्दर कुछ और नहीं पहन रखा है. मैं तोः बस जी भर के उससे देख रहा था. तभी प्रतिमा ने अचानक मेरे ओर देखा और मेरी नज़रों को पकड़ लिया. मैं एकदम से कहीं और देखने लगा, लेकिन प्रतिमा बिलकुल नोरमॉल रही और अपना काम करते रही. यहाँ तक की उसने अपना पल्लू भी नहीं ठीक किया, बल्कि अब मुझे उसके मम्मे काफी आराम से और उसके निप्प्ले तक दिख रहे थे. शाएद उसके चूत में भी आग लगी होगी. जैसे मेरे लंड  में उसको चोदने का अरमान घर कर चूका थे.
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साहेब जी आज का काम हो गया क्या मैं घर जाऊँ?
हाँ प्रतिमा, तुम जा सकती हूँ लेकिन कल टाइम से आ जाना.
बिलकुल साहेब, हाँ साहेब क्या मैं आपका बाथरूम में नहा सकती हूँ? मेरे यहाँ पानी का प्रॉब्लम है.
मैं तोः जैसे यही सुनने का इंतज़ार कर रहा था, और उससे हाँ करके अपने कमरे में आगया. मेरे कमरे से उस बाथरूम का पूरा नज़ारा देखा जा सकता था, क्यंकि वहां एक चोर सुराग था जिसके बारे में मुझे मकान मालिक ने बताया था, वोः उससे ठीक भी करने वाला था, लेकिन अब तोः मुझे इस्सी सुराग से जन्नत का नज़ारा मिलने वाला है.
उसकी गुफा जैसी चुत मरने का आनंद परम सुख आनंद का मजा कैसे उसकी चुत को अलग अलग तरीके से मार मरकर लिया ये मै अपनी अलगी कहानी में बताऊंगा.

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हॉट फिगर वाली मैडम की बुर चुदाई | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/hot-figure-wali-madam-ki-bur-chudai.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/guru-ghantal/hot-figure-wali-madam-ki-bur-chudai.html#respond Fri, 15 Sep 2017 16:57:07 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10082 हॉट फिगर वाली मैडम की बुर चुदाई की कहानी पढ़ के लंड पर काबू पाना मुस्किल हो सकता है दोस्तों और मेरी प्यारी बहनों की चूत अपने आप गीली होकर पानी छोड़ देगी पर भाई लोगो को मुठ से काम चलाना पड़ेगा |

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दोस्तों, आज जो स्टूडेंट और टीचर की सेक्स कहानियों बताने जा रहा हू वो मेरी कॉलेज की टीचार के साथ सेक्स की कहानियों हैं । आज मैं बताऊंगा कैसे हॉट फिगर वाली मैडम की बुर चुदाई किया, मैडम को नंगा करके चूत में जीभ डाली ,टीचार का बूब्स चूसा और रात भर टीचर की चुदाई किया । शिवानी मैडम की उम्र कुछ 26 साल है. एकदम गोरा बदन फिगर 38-28-36 है. वो एकदम हॉट और सेक्सी लगती है और चलते वक़्त गांड तो ऐसे मटकती है कि उसको देखकर किसी का भी लंड तुरंत खड़ा हो जाए मित्रो यह बात उन दिनों की है जब में इंजीनियरिंग के लास्ट ईयर में था और रिज़ल्ट आया था तो में रिजल्ट लेने गया था. मैंने देखा कि में 4 विषय में फैल था, उसमें से मुझे 2 विषय शिवांगी मैडम पढ़ाती थी. मुझे मेरा साल ख़राब होते नजर आ रहा था, तो में शिवांगी मैडम के पास गया.

मैडम लैब में बैठी थी और कुछ पढ़ रही थी तो में अंदर गया और मैडम के पास जाकर उनके सामने खड़ा हुआ तो मुझे टीचार की बूब्स के दर्शन हो गये और मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया. फिर मैडम ने ऊपर देखा और उन्होने मुझसे पूछा कि क्या हुआ? तो मैंने उन्हें पूरी बात बताई तो बताते वक़्त वो मेरे लंड को देख रही थी और में उनके बूब्स को देख रहा था. फिर मैडम बोली कि तू टेन्शन मत ले, में तुझे पढ़ाउंगी. फिर दूसरे दिन से में रोज कॉलेज में मैडम की लैब में जाकर सीखने लगा, तब मुझे पता चला कि मैडम की शादी तय हुई है और सगाई भी हुई है |

फिर कॉलेज में पढ़ते वक़्त में बहुत डिस्टर्ब होने लगा तो मैडम बोली कि तू मेरे घर आ जाया कर, वैसे भी उनके घर वो सिर्फ़ अकेली रहती थी, उनकी फेमिली दूसरे शहर में रहती थी, तो में बोला कि ठीक है. फिर मैडम बोली कि तू सिर्फ़ अकेला आना और अपने दोस्तों को कभी नहीं लाना और किसी को बताना भी नहीं कि तू मेरे पास आता है. तो में बोला ठीक है और मुझे भी यही चाहिए था तो में खुश हो गया.फिर दूसरे दिन से में उनके घर जाने लगा, दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है। मेरी पढ़ाई अच्छी चल रही थी. एक दिन में सुबह गया तो मैडम नहा रही थी, मैंने बेल बजाई तो अंदर से आवाज़ आई कि 5 मिनट रूको आती हूँ. में बाहर खड़ा था, इतने में दरवाजा खुला और मैंने सामने देखा तो में हैरान हो गया, मैडम सिर्फ़ टावल लपेटे हुए आई थी, तो झट से मेरा लंड तन गया और मैडम ने वो देखा और स्माईल करके बोली पागल कहीं का, अन्दर आओ. मुझे समझ में आ गया कि मैडम को पटाना अब मुश्किल नहीं है |

में बाहर बैठा था और मैडम जल्दी से चेंज करके आई. फिर हम पढ़ाई करने लगे, रोज रोज ऐसे ही चल रहा था कि मेरे पापा का गावं में ट्रान्सफर हो गया तो वो मेरी माँ को और बहन को लेकर गावं जाने वाले थे, तो मैंने पापा से कहा कि में कॉलेज के पास ही रूम ले लेता हूँ. फिर में रूम ढूंढ रहा था तो उस दिन में क्लास में नहीं गया.फिर मुझे मैडम का फोन आया तो मैंने उन्हें सारी बात बताई तो वो बोली अरे पागल मेरा फ्लेट है ना, इतना बड़ा है और वैसे भी में अकेली ही रहती हूँ और बोर होती हूँ, तो तू मेरे साथ रूम शेयर करना. में ये सारी बाते सुनकर इतना खुश हुआ कि दोस्तों में बता नहीं सकता, दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।क्योंकि मेरा सपना सच होने जा रहा था. फिर में उसी दिन मैडम के फ्लैट में शिफ्ट हो गया. फिर मैडम ने कहा कि बिल्कुल आराम से अपना ही घर समझकर रहना. फिर तो क्या मुझे लॉटरी लग गयी थी पहली ही रात को हम डिनर करके सोने चले गए. मैडम के बेडरूम में डबल बेड था तो उसमें हम दोनों सो गये. फिर रात को 2 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने मैडम की तरफ देखा, वो एकदम गहरी नींद में थी, उन्होंने हाफ पेंट और स्लीव टॉप पहना था और उनकी पेंट ढीली होगी तो वो नीचे आ गयी थी और मुझे उनकी गांड की बीच की लकीर दिखने लगी थी.

मैडम की गांड की लकीरे देख मेरा लंड फड़फड़ाने लगा

मैंने अपना लंड बाहर निकाला और मूठ मारने लगा, उतने में मैडम ने करवट बदल ली तो मैंने झट से लंड अंदर डाला और सोने का नाटक करने लगा और वैसे ही सो गया. जब में सुबह उठा तो मैडम नहाने गयी हुई थी और में उन्हें नंगा देखना चाहता था तो में बाथरूम की तरफ चला गया. फिर मैंने बाथरूम के होल से अंदर देखा तो मैडम पूरी नंगी थी और शॉवर का पानी उनके ऊपर गिर रहा था और वो अपने बूब्स सहला रही थी. फिर मेंने उधर ही मुठ मारना शुरू कर दिया. फिर मैडम बाहर आई तो में जल्दी से वहाँ से निकल गया. फिर ऐसे ही रोज चलने लगा, हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गये थे. वो उनकी हर बात मुझसे शेयर करने लगी थी और में भी हर बात शेयर करने लगा था. हम हमेशा साथ घूमने और शॉपिंग करने जाने लगे और जब बाहर घूमने जाते तो बाहर हाथ पकड़कर चलते थे. मैडम मेरे साथ बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड जैसे ही रहती थी. ऐसे ही हम एक दिन घूमने निकले तो मैडम ने मेरे हाथ को पकड़ा था और मेरा हाथ उनके बूब्स को टच कर रहा था. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।फिर हम लोग मूवी देखने गये तो वो लव स्टोरी वाली मूवी थी, फिर मूवी ख़त्म होने के बाद हम रेस्टोरेंट में बैठे तो वहाँ मैडम ने मुझसे पूछा कि तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या? तुम इतने सुंदर स्मार्ट हो तो तुम्हारे कोई गर्लफ्रेंड तो होगी ना. फिर में बोला कि नहीं मुझे अभी तक मेरी पसंद की मिली ही नहीं है.

फिर वो बोली कि तुम्हें कैसी गर्लफ्रेंड चाहिए? मुझे बताओं, तो मैंने झट से बोल दिया कि बिल्कुल तुम्हारे जैसी और वो एकदम चुप हो गयी. फिर मैंने बोला कि क्या हुआ? तो उसने मुझे बोला कि मुझे भी तुम बहुत अच्छे लगते हो. तो बस मैंने तुरंत मैडम से कहा कि मैडम आई लव यू. फिर मैडम बोली कि नहीं ये ग़लत है, अभी मेरी शादी होने वाली है और तुम मेरे स्टूडेंट हो, हम दोनो दोंस्त ही अच्छे है. फिर मैंने मैडम को बहुत समझाया और मैडम को बोला कि हम किसी को भी पता नहीं लगने देंगे कि तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो और ऐसे ही चलने देंगे ना, फिर मैडम बोली कि में सोचूँगी. फिर बस मुझे ग्रीन सिग्नल मिल चुका था फिर हम रात को घर आए. हम दोनों को भी नींद नहीं आ रही थी और हम दोनों विचार में मग्न थे और करवटे बदल रहे थे.फिर सुबह में उठा तो 10 बजे थे और मैडम कॉलेज चली गयी थी |

फिर में बाथरूम में नहाने गया तो उधर मुझे एक लेटर मिला जिसमे लिखा था कि कल से अकेले हॉल से देखकर मुठ नहीं मारना सीधे मेरे साथ ही नहाने आ जाना और नीचे लिखा था आई लव यू अंकुश. दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।यह सब पढ़कर में इतना खुश हुआ कि बता नहीं सकता. फिर मैंने मैडम को तुरंत फोन किया और मैडम से बोला थैंक यू सो मच. तो मैडम बोली कि हाँ ठीक है अभी में घर आती हूँ, फिर हम बातें करेंगे. मैंने एक प्लान बनाया आज हमारी सुहागरात होने वाली थी तो मैंने हॉल में कैंडल लाईट डिनर का अरेंजमेंट किया और बेडरूम सज़ा दिया.

फिर मैडम 7 बजे घर आई तो मैंने दरवाजा खोला तो वो देखकर हैरान रह गयी. फिर मैंने उनके लिए लाया हुआ एक ड्रेस उनको दिया और कहा कि ये पहनकर आओ.फिर वो अंदर गयी और तैयार होकर आई तो में तो बस उन्हें देखता ही रह गया. वो क्या सेक्सी लग रही थी? बता नहीं सकता. फिर हमने डांस किया, केक काटा और ड्रिंक पिया, फिर डिनर करने लगे. तब मैंने मैडम से पूछा आपको कैसे पता कि में आपको देखकर मूठ मरता हूँ. तो वो बोली एक तो में अब तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ तो मुझे मैडम कहना बंद करो और में पागल नहीं हूँ कि मुझे कुछ समझ ना आए.फिर में डिनर के बाद बालकनी में जाकर सिगरेट पीने लगा और मैडम डाइनिंग टेबल साफ़ कर रही थी. फिर वो काम ख़त्म करके वो बालकनी में आई और मुझे पीछे से हग किया और बोली कि आज में बहुत खुश हूँ थैंक यू सो मच. दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।फिर मैंने उनको आगे घुमाया और सीधा उनके लिप पर किस करने लगा. फिर वो भी मेरा साथ देने लगी.फिर वो उसकी जीभ को मेरे लिप पर और जीभ पर घूमाने लगी, ऐसा 10 मिनट तक किस करने के बाद में उनका ड्रेस निकालने लगा, तो वो मना करने लगी तो मैंने कहा क्या हुआ? तो वो बोली अंदर चलो बाहर नहीं, फिर में उसको गोद में उठाकर अंदर ले गया. फिर मैंने उसका ड्रेस उतारा, वो अब सिर्फ़ पेंटी में थी क्या कड़क माल लग रही थी? अब मेरा सपना सच हुआ था. में पागलों की तरह उसे चूमने लगा और बूब्स दबाने लगा.

फिर उसने मेरे कपड़े उतारे और फिर में टीचार के बूब्स को चूसने लगा, उसके बूब्स क्या टेस्टी थे यार?

फिर मैंने उसको बेड पर बैठाया और मेरा 6 इंच का लंड टीचार के मुँह में डाल दिया. वो पागलों की तरह लंड चाटने लगी और सक करने लगी. फिर मैंने उसका सिर पकड़ा और ज़ोर-ज़ोर से आगे पीछे करने लगा, तो मेरे मुँह से आह शिवांगी, आह आह आआअ आवाज़ निकल रही थी. फिर 15 मिनट के बाद में उसके मुँह में ही झड़ गया. फिर उसने अपनी पेंटी उतारी और में उसे लिक करने लगा तो वो पागलों की तरह चिल्लाने लगी. हाईई आआ उउउफफफ्फ़ और तेज़ अंकुश और तेज़, फिर वो झड़ गयी और में उसका पूरा पानी पी गया. फिर मैंने टीचार को नीचे लेटाया और उसके पैरों को ऊपर किया और मेरा लंड टीचार की चूत पर रखा और एक ज़ोर का झटका मारा तो वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई. आह्ह्ह्ह में मर गयी, हाअअहहा धीरे करो ना डार्लिंग. फिर में थोड़ा धीरे-धीरे झटके मारने लगा, तो वो बहुत मौन कर रही थी उतने में उसकी चूत से ब्लडिंग होने लगी तो में रुक गया. फिर मैंने उससे पूछा तुम्हारा पहली बार है क्या?

तो वो बोली हाँ और डरने लगी. दोस्तों ये कहानी आप मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है। फिर मैंने उससे कहा कि चिंता मत करो पहली बार में ऐसा ही होता है, फिर मैंने वो ब्लड साफ किया और फिर लंड अंदर डालकर शुरू हो गया. वो तो एकदम नशे में आ गयी थी और उसकी चूत एकदम गर्म हो चुकी थी और वो ज़ोर-ज़ोर से मौन कर रही थी. अहहाअ अहह और ज़ोर से लव यू किस मी डार्लिंग फक मी हार्ड अहहह्ह्ह्ह उउफफफफफ्फ़. फिर 20 मिनट के बाद में उसकी चूत में ही झड़ गया और वो एकदम थक सी गयी थी. फिर हम लोग सो गये. कैसी लगी हम डॉनो स्टूडेंट और टीचर की सेक्स स्टोरी , रिप्लाइ जररूर करना |

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