प्रेषक : राज
आप लोगो ने मेरी चुदक्कड बहने पार्ट 2 में अभी तक पढ़ा …. उसके आगे .. बुआ के सामने मैने तो कोई रिक्षन नहीं दिया उसे देख के, बट मेरा लंड सलामी देना चाहता था, जैसे तैसे उसे दबा दिया और बातें करने लगा… फिर हमने कुछ फ्रूट्स खाए और निकल गये बाहर गाड़ी में बैठते ही मैने पायल से कहा मैं:- यार तू तो बड़ी एक्सक्लूसिव बंदी है, सब चीज़े फॅन्सी हाँ, व्हस हॅपनिंग पायल:- भाई, बाप का पैसा सड़ रहा है, उसे थोड़ा खर्च करना चाहिए ना, और एक आप हो, अंकल का बिज़्नेस है, फिर भी जॉब करते हो, आंड गाड़ी भी बड़ी लो ना, कब तक ये वर्ना लेके घमोगे
मैं:- हां डार्लिंग, चल बोल, कहाँ चलना है तुझे
पायल:- मार्केट में एक नया माल है, उधर देखते हैं
हम निकल लिए माल की तरफ, बीच में पायल ने कहा, भाई, बी रेडी
मैने पूछा, किसलिए, बट उसका जवाब नहीं आया
हम माल में घुसे, और 3र्ड फ्लोर पे एक एक्सपेन्सिव लाइनाये वाला दिखा… रईसजादि है, तो सब महेंगा ही चाहिए
जैसे हम अंदर गये, उसने सेल्स गर्ल से पूछा नयी डिज़ाइन्स के बारे में, उसकी मन पसंद तो नहीं मिली, बट उसने वहाँ की एक बेस्ट डिज़ाइन सेलेक्ट की और चेंज करने चली गयी
जब वो चेंज करने गयी तब सेल्स गर्ल भी शॉप के बाहर गयी कुछ काम से
पायल ने चेंज रूम से आवाज़ लगाई, मैने देखने गया कि वो कैसी लग रही है,
उसे देखते ही मुझे समझ नही आया क्या बोलूं
पायल:- भाई देखते रहोगे या कुछ बोलॉगे
मैं जब तक कुछ बोलता तब तक उसने मुझे अंदर खीच लिया और दरवाज़ा लॉक कर दिया
मैं:- क्या हुआ, कोई आ जाएगा
जब तक मैं कुछ और बोलता, उसने मेरी जीन उतारी और लंड को बाहर निकाल के उसे मूह में लेने लगी…
मैं तो जन्नत में था, और सिर्फ़ अहहह उम्म्म्मममम यअहह… इतना ही बोल पा रहा था…
वो एक हाथ में मेरा लंड और दूसरे में मेरे टटटे सहला रही थी, डबल अटॅक हो रहा था और मैं सिर्फ़ एंजाय कर रहा था….
धीरे धीरे उसने अपनी गति बढ़ाई और मेरे लंड पे चुस्कियाँ लेने लगी और बोल रही थी
भाई. आहह कैसा लग रहा है मेरा सर्प्राइज़, उम्म्म अया बोलो ना मेरे भाई अहहानंहन्न
मैने कुछ जवाब नही दिया औ सिर्फ़ कहा, कंटिन्यू बहना, आहहामम्म्म
फिर मैं उसके निपल्स सहलाने आगा और लंड पूरा मूह में उतार दिया
वो सिर्फ़ गुणन्नुगूगुंगू कर रही थी, और बीच बीच में चिल्ला रही थी, भैया हाहह, कैसा आहह आलाआ ग रहा हाई आहमम्मुहह एस आ ज्ज्ज्ज्ज जवाब में मैने लंड बाहर निकाला मूह के और उसके बूब्स पे पूरा स्पर्म गिराया
फिर वो खड़ी हुई और कुछ कहती उसके पहले मैने उसे दरवाज़े से सटा दिया और उसकी नंगी चूत चाटने लगा वो भी मस्त हो गयी और बोलने लगी,, आहह मेरे भाई, उम्म्म्मम डाल दे ना अपना लंड हान्न,, उम्म्म्मम क्या हथियार है आहह, ओह एसस्स उम्म्म्मममममम मैने चूत पे प्रहार चालू रखा और तीन उंगली डाल दी उसकी चूत में
दर्द में चिल्ला उठी, आहह धीरे मेरे भाई, आहह उम्म्म्म धीरे करो, यस, आहाननननन्ना,
मैं अपनी स्पीड बढ़ाई और अनाप शनाप बकने लगी… आह मेरे भाई, मेरे जानू, ह्म्म्म गान्ड का ख़याल रखो, हान्णन्न् उःम्म्म, और तेज़, यस बेबी, यस, फास्टर बेबी, उःम्म्महमम्म्मम आहम्म्म्म कुछ सेकेंड में वो झाड़ गयी और हम दोनो रिलॅक्स हुए मैं जल्दी कपड़े पहनने लगा, दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
पायल:- इतनी जल्दी किस बात की है भाई
मैं:- सेल्स गर्ल आ गयी तो
पायल;- रिलॅक्स भाई, उसके पैसे मिल गये हैं उसको, जब तक मैं ना चाहूं तब तक अंदर कोई नही आएगा,
मैं:-व्हाट ? मीन्स ये सब….
पायल:- मैने कल शाम को ही उसे कहा था, मैने बदले में उसे कहा, 5000 ले ले, इससे ज़्यादा तेरी बिक्री नहीं होगी आधे घंटे की, और वो मान गयी मैने कहा, पायल डार्लिंग , तू बहुत ही…
पायल:- हरामी हूँ मैं, और कुछ नहीं बोलना, समझे, और हँसने लगे हम
डोर नॉक होने की आवाज़ से हमारी हँसी रुकी, पायल ने देखा तो सेल्स गर्ल बाहर खड़ी थी…. सेल्स गर्ल ने कहा जल्दी कीजिए, ज़्यादा देर हॅंडल नहीं कर सकती मैं अब इस बात को
पायल ने ओके कहा, और मुझसे कहा. भाई, आज का सर्प्राइज़ यहीं पर समाप्त होता है, नमस्कार….
मेरी हँसी छूट गयी और हम कपड़े पहन के बाहर आ गये… सेल्स गर्ल मुझे घुरे जा रही थी, प्यार की नज़रें तो नहीं थी…
खैर… पायल ने अपने लिए 4 लाइनाये सेट्स लिए और हम बाहर निकल गये
पायल:- भाई, कुछ खाने चलते हैं
मैने कहा ओके, और हम फिर नज़दीकी चॉक्लेट रूम में गये, पायल को वहाँ का गार्लिक ब्रेड पसंद है
सीट पे बैठते ही, मैने पायल से कहा
मैं:- पायल, एक बात बताऊं
पायल:- हां भाई, बोल ना
फिर मैने गुज़री हुई रात का पूरा वाक़या (डॉली वाला) बता दिया और वो पहले तो हैरान हुई… फिर अचानक से हँसने लगी…
मैं:- क्या हुआ, इसमे हँसने जैसा क्या है
पायल:- हाहहहहा, एक सेकेंड, एहहेहहे, बात ये है कि उसकी चूत तो प्यासी रह गयी ना, यस…. आपने मेरा बदला ले लिया
मैं:- कैसा बदला
पायल:- उस दिन मैने उसे कहा था लाइनाये सेट वो ले ले, तो उसने कहा पहने हुए नहीं लेती…. साली भीख मांगती है टॉप मुझसे पार्टी के लिए, और मुझे डायलॉग मारा..
वेल डन भाई… आप में कंट्रोल बहुत है, गुड जॉब
मैं:- नहीं यार, मैने बदले की भावना से नहीं किया.. बट साली को पता चले ना कि उसके जिस्म से मैं फिसलने नहीं वाला
पायल:- सही है भाई, कंट्रोल करो… और मेरे सामने आके एक्सप्लोड करो
मैं:- अच्छा एक बात पूछूँ, बुरा तो नहीं मानेगी..
पायल:- अब दूसरी बार पर्मिशन लोगे ना तो सही में बुरा लगेगा
मैं:- तेरी बातों से और आज के किस्से से लगता है, तू वर्जिन नहीं है,
पायल:- हां मैं नहीं हूँ, 4 लड़कों का ले चुकी हूँ… ज़िंदगी मज़े वाली हो ना भाई, शादी के बाद नहीं करने का ये सब.. शादी से पहले सब हरामी पन्ति करो, मेरा ये मानना है
मैं:- 4 में से सबसे बड़ा किसका था और कौन थे वो 4
पायल:- वो कौन थे, वो तो रहने ही देते हैं, बाकी बड़ा होने से कुछ नहीं होता भाई…. हथियार छोटा या बड़ा नहीं, चलाना आना चाहिए एके47 स्माल होती है रेवोल्वेर से, बट काम तो वोई करती है ना असली
मैं:- तो किसी का अच्छा नहीं लगा,
पायल:- अब छोड़ो ना भाई, मैं जो कहना चाह रही हूँ ध्यान से सोचना और बताना बाद में
अब भूख लगी है, और ये कहते ही उसके सामने उसका खाना आ गया
खाने के बाद हम निकल ही रहे थे कि तभी हमे सामने डॉली दिखाई दी, कोई लौंडा था, आज होंडा अकॉर्ड में थी
पायल:- वाह डॉली.. इतनी तरक्की तो हमारा देश भी नहीं कर रहा
डॉली:- मीन्स?
पायल:- सिटी से अकॉर्ड…. ये है प्रोग्रेस… तुझसे हमारी सरकार को सीख लेनी चाहिए, और अपना नारा होना चाहिए “चुदेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया” दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
ये सुनके डॉली की एक दम जल गयी और अंदर चली गयी, अपने लोंडे के साथ
मैं वहाँ खड़े खड़े सिर्फ़ डॉली को ही देख रहा था, साली राप्चन्दुस लग रही थी, ऐसा लग रहा था चॉक्लेट रूम में ही चुदवाने आई है, वन पीस में, मैं पार्किंग से गाड़ी निकालने वाला था, पायल ने कहा भाई प्यास लगी है
मैने कहा बिसलेरी लेते हैं, रुक जा पायल ने कहा, प्यास इसको लगी है, अपनी चूत की तरफ इशारा करते हुए मैने गाड़ी पार्किंग के बीच में से कोने में लगा दी, जहाँ सामने कोई ना दिखे और उसकी सीट को रेक्लीनेर करके पीछे कर दिया, उसने झट से अपना स्कर्ट उपर किया उसकी चूत देख के मेरे लंड में जान आने लगी, मैने उसकी चूत को चाटना स्टार्ट किया
बालों की चूत उसमे से उसकी सुगंध मुझे पागल कर रही थी… मैने धीरे धीरे स्टार्ट किया चाटना और एक हाथ उसके चुचे पे रख दिया पायल:- आहह, मेरे प्यारे भाई, ह्म्म्म्म दबाओ अपनी बहेन के दूध, हामम्म्ममममम ओह
फिर मैने उसे पीछे की सीट पे आने को कहा, वो झट से आ गई और हम 69 में आ गये
मैं:- उम्म्म मेरी बहना, बेहेन्चोद बना दिया तूने मुझे तो, आहह और अंदर ले ना मेरे लंड को, आहह, अच्छी तरह खड़ा कर इसको साली पायल मेरे टटटे पे चाटने लगी जैसे कोई लोलीपोप हो… और बीच में गालियाँ देने लगी…. आह मेरे बहन्चोद भाई, हां चूत फाड़ दे ना, भडवे साले, बहन्चोद बन जा, फिर आंटी चोद भी बनाउन्गि, शन्नो को सुलाउन्गि तेरे नीचे आहमम्म्मममम यस भाई मैं शन्नो का नाम सुनके थोड़ा टाइट हुआ,
पायल बोली, साल आंटी चोद उसका नाम सुनके खड़ा होने लगा भडवे कहीं के, आहंंणणन् और खा ना मेरी चूत को
मैं स्पीड बढ़ाता गया और वो भी मेरे लंड को काटने लगी
मैने चिल्लाया … आह साली धीरे चाट मादरचोद कहीं की
पायल बोली, तू अपना काम कर साले, ये मेरा लंड है आहमम्म्मममम, किसी और को दिया ना, आअहह यस ,ह्म्म्म्म मम, तो आहह, मार आहह डालूंगी बहन्चोद कहीं के मैं गट्गट चाट्ता गया उसकी चूत को, फिर उसने मुझे अचानक से उठाया और चूमने लगी जन्गलियो की तरह गलपप्प,ल्म आ आहह, चूस मेरे होंठ भाई, आहह, मैं तेरी हूँ मेरी जान, आहह, भाई, लव यू आहह, यस, सक मी ना हाहहाहहहहा मैं फिर उसकी चूत पे लग गया, और 2 उंगली साथ में पेल दी…… आहह, धीरे रंडी जात के साले, धीरे आहम्म म यस, मज़ा आ रहा है,,,, डब्ल्यू वो मेरे टटटे चोद के लंड डालने लगी, कभी मूह में लेती, कभी हिलाती
अचानक मेरा स्पर्म छूट गया और उसने सब अपने बूब्स पे लिया
मैं उसकी चूत को चाट रहा था, आहह धीरे भडवे, तीसरी बाद झाड़ रही हूँ, आहमम्म यस आआहहह फक मी फक मी.. फिर उसने अपना पानी छोड़ दियाकपड़े ठीक करके वो आगे की सीट पे जाके लेट गयी रिक्लाइन करके | पायल:- भाई, आपका हथियार है एके47.. समझे मेरे बुद्धू भाई, और हम वहाँ से निकल गये.. मुझे लगा शायद हमे किसी ने नोटीस किया, मैने पायल से कहा, तो वो बोली
पायल:- छोड़ो ना, क्या फरक पड़ता है, कोई चूतिया होगा, हमे कौन जानता है उस माल में
माल से निकल के हम सीधा पायल के घर पहुँचे.. घर पहुँचते ही बुआ ने कहा
बुआ:- आओ बेटे, मुझे बहुत अच्छा लगता है जब तुम साथ होते हो, लगता ही नहीं कि पायल अकेली है, तुम बहुत अच्छे भाई साबित हो रहे हो.. आइ अम प्राउड ऑफ यू डियर
मैं मन में सोचते हुए (क्यू नही बुआ, पायल मेरा पर्सनली ख़याल रख रही है)
पायल: क्या मोम आप भी, एमोशनल मत हो अब…
10 मिनट के बाद मैं बुआ को बोलके वहाँ से निकल गया घर के लिए..
जैसे ही मैं घर पहुँचा, ललिता मिली मुझे
ललिता:- भाई भाई, रूको,,एक काम करो ना मेरा प्लीज़
मैं:- हां बोल ना स्वीट हार्ट, क्या हुआ
ललिता:- भाई, मुझे 10000 रुपीज़ देंगे प्लीज़, अर्जेंट्ली चाहिए
मैं:- क्यूँ इतने अचानक , कुछ लफडा हुआ क्या
ललिता:- भाई, नो लफडा, बट रीज़न बाद में बोलूँगी
मैने कहा कल ले लेना… और वो मुझे हग करके चली गयी
मेरे रूम में जाके मैं शर्ट ढूँढ रहा था, नही मिलने पर मुझे लगा शायद कपड़े आंटी के रूम में है.. मैं उनके रूम की तरफ भागा.. जैसे मैं वहाँ पहुँचा तो देखा ललिता और डॉली वहाँ बैठी थी और आंटी कहीं दिख नहीं रही थी.. मैने सोचा छुप के उनकी बातें सुनते हैं | दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
डॉली:- और ललिता, क्या चल रहा है, मैं बहुत बोर होती हूँ घर पे बैठ बैठ के, तू कैसे निकालती है टाइम
ललिता:- क्या दीदी, अच्छा तो होता है, फ़ेसबुक और ट्विटर पे लगी रहती हूँ
डॉली:- नेट पे तो और भी कुछ देखती होगी ना, भक्त प्रहलाद स्टफ (ट्रिपल ऐक्स स्टफ, बीएफ स्टफ)
ललिता:- क्या दीदी, आप भी, डॉली:- अरे बोल ना मेरी बहना, क्या क्या देखती है,
ये बोलते बोलते डॉली ललिता के बालों में हाथ घुमाने लगी
ललिता:- कुछ ख़ास नही दीदी, बस मूवी देखती हूँ कभी,
डॉली:- कैसी मूवी मेरी रानी, बोल ना खुलके , दीदी से क्या छुपाना
ललिता:- उम्म्म, दीदी, अच्छा, ग्रूप सेक्स वाले वीडियो देखती हूँ, जिसमे तीन या चार लड़कियाँ एक दूसरे की चूत चाट के 10 लंड लेती है अंदर.. आहह मेरा तो उनके बारे में सोचते ही पानी बहने लगता है , रूको मैं बाथरूम होके आती हूँ
जैसे ही ललिता उठती है, डॉली उसे पकड़ लेती है और अपने उपर लेटा देती है
डॉली:- जब मैं बैठी हूँ मेरी रानी, तो बाथरूम क्यूँ जाना
जब तक ललिता कुछ समझती तब तक डॉली उसके होंठों को चूसने लगी और उसके चुचे भी सहलाने लगी..
कुछ देर तो ललिता भी रिक्ट नही कर पाई, फिर शायद वो भी गरम हो गयी और डॉली के चुचे दबाने लगी
ललिता:- आअहह म्म दीदी आहह, क्या चुचे हैं आपके, इतने बड़े , अहहामम्म , कैसे हुए
डॉली:- उसके लिए रंडी बनना पड़ेगा तुझे मेरी रानी, 5 लोगों से चुदवायेगि तभी जाके औरत बनेगी मेरी बहना.. आज़ह, दबा ना चुचे आहमम्म्म
ललिता:- उम्म्म दीदी… आअह्ह्ह्ग्घ्य यस, चूत चाटो ना मेरी , उम्म. , बीएफ में देख के आआहह इतना मज़ा नही आआहहताअ, जितना आप दे रही हो ओह एेज़्साहह
दोनो एक सेकेंड में नंगे हो जाते हैं और दोनो बिना ब्रा पैंटी के
डॉली:- आहह मेरी बहना, उम्म्म तू नंगी बैठी है घर्ररर. पीई आ, उम्म्म्म,
ललिता:- ह्म्म्मी दीदी, आहह. बीएफ देखके उंगली करने मेनाअह्ह्ह्ह्ह आसाआनीीईई होगी नाहह उम्म्म्मम यस राइट देर, सक माइ कंट, उहमम्म्म दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है
फिर दोनो 69 पोज़िशन में आ जाते हैं और चूत चाटने लगते हैं एक दूसरे की
ह्म्म्मो आह दीदी, क्या चूत है आपकी आश्ह्ह्ह्ह, हां चोदो ना जीब से उम्म्म हाए मम्मी आहह, और एक चमात मार दी डॉली की गान्ड पे डॉली बोली, आअहं..धीरे मेरी रंडी, आहह, और घुस्सा ना उंगलियाँ.. ह्म्म्म्म , यस फक मी वित युवर हॅंड बेबी… यअहह, ओह ईआसस्स्द्द्द्द्द्दद्धह तभी ललिता ने अपनी दोनो उंगलियाँ डॉली की गान्ड के छेद में घुसाई
आअहह मेरी रांड़ दीदी, कैसा लग रहा है आष्मम्म्म,हां चाटो आहह..मैं आ रही हूँ
डॉली:- हां अछाअश्ह्ह्ह्ह और दे….मैं भी गयी…और दोनो ने एक दूसरे के उपर पानी छोड़ा और एक दूसरे के उपर पड़ी रही
ये देख के मैं गरम तो हुआ, बट एक और काम भी हो गया मेरा…
जैसे ही मुझे लगा इनका कार्यक्रम समाप्त हुआ, ललिता बोली
ललिता:- दीदी, आज तो मज़ा दे दिया तुमने मुझे
डॉली:- हां बहना, तू छुपी रुस्तम निकली… आहह, मेरी चूत अभी भी तरस रही है, ऐसे लग रहा है मानो किसी ने शेर के मूह पे खून लगा के छोड़ दिया हो
ललिता:- आह दीदी, और मज़ा चाहिए आपको ?
डॉली:- अरे मेरी रानी, नेकी और पूछ पूछ
दोनो उठ के कपड़े पहनने लगे, तब तक मैने सोचा देखूं आगे क्या करते हैं और बाल्कनी में छुप गया
दोनो दरवाज़े की तरफ आए और तेज़ी से अपने रूम में घुस के दरवाज़ा बंद किया
मैं उनके पीछे गया और देखा कुछ हो सके अंदर देखने का बंदोबस्त, बट किस्मत हो गान्डू तो क्या करेगा पांडु…
फिर मैने सोचा, देख नहीं सकते, सुन तो सकता हूँ इन रंडियों को मैं खिड़की के पास जाके खड़ा हुआ और सुनने लगा…
डॉली:- आहह ललिता, चल ना अब नंगा कर ना मुझे, मेरी चूत टपक रही है , उम्म्म्मम, आहह
ललिता:- दीदी, आपकी चूत की खुजली तो ये मिटाएगा
डॉली:- उईईई माआ, ये क्या है… वाहह मेरी बहना, तेरे पास तो स्ट्रापान , डिल्डो सब कुछ है… इनको देखते ही चूत की खुजली बढ़ गयी…
ललिता:- तो लेट जा ना मेरी रंडी दीदी…. आज तुझे मर्द बनके चोदुन्गि और चुदवाउन्गि भी….
डॉली:- हां डाल ना मेरी चूत में….. आअहह, धीरे डाल साली भाडवी कहीं की, उ माआ,, उःम्म्म्म, हां दे ना अंदर, आहह, भाडवी मेरी बहना,,,,, तेरी गुलाम हो गयी मैं…..
ललिता:- चिल्ला कम साली… तेरे को उपर आके चोदती हूँ,, तभी तू सुधरेगी कुतिया कहीं की
डॉली:- आहहामम्म्मम….. यआःयाहहहाहहाहा, हां डाल अंदर उम्म्म्मममम, चोद मुझे, हान्नामममा,, आहह साली मदरजात…. अऔहह, मेरी रानी, ,एरी कुत्ति, मेरी भाडवी, अओर दे ना,,
ललिता:- और ले ना मेरी रांड़ कहीं की…. साली उछल के चुदवा रही है, आहह ले ना आहह, मदरजात कितनो के लंड लिए हैं,,,,,, इतने बड़े चुचे आहह…. और ले कुतिया की जनि…
डॉली:- हां दे ना,,,, आहह मैं निकल रही हूँ, आहह, उम्म्म्मम, उऊहह यस यस याहह… कमिंग बेबी,, हां ओभधहजाहाज़जजजाज्जज्जज्जा फक मी हार्ड… ये मैं गयी….. आहहहह
कुछ देर सिर्फ़ भारी साँस चलने की आवाज़ आई.. मुझे भी साँस लेने का मौका मिला, फिर अचानक..
ललिता:- दीदी, आप का तो हो गया, अब मुझे कौन चोदेगा, तू तो कुतिया की तरह लेट गयी थक के
डॉली:- हां मेरी रंडी, चोदती हूँ तुझे भी… अहह, क्या लंड है ये, ऐसा असल में मिल जाए तो मज़ा जाए
ललिता:- असल में ऐसा तो क्या, कैसा भी मिले मुझे चलेगा, मिलता ही नहीं
डॉली:- क्यूँ रानी, बाहर वालों ने नहीं किया क्या उधघाटन….
ललिता:- आए थे एक दो फुद्दु…. साले देख के ही झाड़ गये, मैं प्यासी रह गयी
डॉली:- आहहहहहाहा, साली रंडी तेरी किस्मत भी, चल लेट जा.. मैं तेरी चूत पेलती हूँ….
ललिता:- दीदी, एक बात कहूँ, पूरी करोगी
डॉली:- बोल ना मेरी रानी… बोल
ललिता:- आप मुझे चोदोगे ना तो मैं घर के मर्दों को इमॅजिन करूँगी.. सब को देख के मेरी चूत गरम हो जाती है,,, चाहे वो पापा हो या राज या अंकल….दोस्तों मजे से पढ़ते रहिये मस्तराम डॉट नेट पर मेरी चुदक्कड बहने और मुझे कमेंट कर कहानी की प्रतिक्रिया बताते रहिये और अगले पार्ट में पढ़िए मस्त चुदाई का मजा ….