मैंने आस्मा की चुचियो को जोर से भींच दिया और किस करने लगी जिस कारन वो बुरी तरह से चुदास हो उठी, ? अब कहाँ चली मेरी जान आग तो भरका दी है तुने, इससे बुझाये गा कौन, साली कुटिया, मेरी चूत ठंडी कर के जाना मेरे भाई के पास उसके लंड
मैने जान बुझ कर उसे गरम किया था मैने उससे कहा ओ मेरी चुदासी ननद मैं तो लंड से मज़े लेने चली, तू देख लेना के लंड कोई भयानक या नुकसान करने वाली चीज़ नहीं बल्कि मज़े करने वाली चीज़ है जो के औरत को स्वर्ग दर्शन करवा देती है, आज अपने भाई के लंड के कमाल देख और मज़े ले, तुझे मज़े दिल वाउन्गि मेरी जान, तू बस इशारा कर देना, मुझे तेरी चूत आग मे जलती महसूस हो रही है, मैं दरवाज़ा खुला छोर कर अन्दर जा रही हूँ, तू हमारा चुदाई का खेल देखना और अगर दिल करे तो हमें ज्वाइन कर लेना, मेरी बात रहीम से हो चुकी है? आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
मैं जान बुझ कर अपने कुल्हे मटकती हुई अपने कमरे की तरफ बढ़ी. आस्मा की कामुक नज़रें मेरे हिलते हुए चूतरो का पीछा कर रहीं थी. जैसे ही मैं कमरे मे गयी रहीम ने मुझे दबोच लिया. वो पहले ही कपड़े उतार चूका था. हम नशे मे भी थे. मैंने जान बुझ कर करे को लॉक नहीं किया और थोड़ा सा खुला रखा था. मैं चाहती थी की आस्मा गरम हो जाये, इस्सी लिए मैंने उससे बीअर पिलाई और छेड़ छाड़ कर चुदास कर दिया था, और अब आग को और भी भरकाने के लिए अपनी चुदाई के दर्शन करवाने वाली थी ता की उसकी मे आग इस कदर भरक जाये के वो खुद ही लंड मांगने लगे. मैंने रहीम का लंड पकड़ लिया और मुठियाने लगी. रहीम मेरे कपड़े उतारने लगा. मैंने चोरी से देखा की आस्मा हमारे कमरे की तरफ बढ़ रही थी उसके कदम नशे और वासना के कारन डगमगा रहे थे. उसका हाथ उसकी जांघों के बीच उसकी चूत को मसल रहा था.
?रहीम मेरे यार, मुझे अपने लंड को चूसने दो मेरे यार, मैं तेरे लंड की प्यासी हूँ, मेरी प्यास बुझा दो, मेरे जिस्म मे एक आग लगी है उससे शांत करदो, मेरे मालिक, मेरी चूची को मसल डालो, चूस डालो, मेरी चूत को ठंडा कर डालो मेरी जान, आज लंड के जलवे दिखा दो सभी को? उस वक्त तक आस्मा दरवाज़े पर खड़ी थी, उसकी सलवार ज़मीन पर गिरी पड़ी थी और उसकी उंगलियाँ उसकी चूत पैर रेंग रही थी. वो पूरी तरह काम की आग मे जल रही थी. रहीम भी हवास की आग में जल रहा था? आजा मेरे पास मैं एक मिनट भी नहीं रुक सकता रानी, जल्दी से मेरा लंड चूस डालो मेरी जान,? मैने कहा? कोई और भी इस लंड के लिए तरस रहा है रहीम, और उसे इसकी ज़रूरत मुझ से भी ज़यादा है, और वो है मेरी लेस्बियन पार्टनर और तेरी प्यारी बहिन आस्मा, जो इस टाइम पर वासना की आग में जल रही है, उसकी प्यास पहले बुझा दो मेरे मालिक, अपनी बहन को सुख देना तेरा पहला फ़र्ज़ है, मेरे मालिक, आस्मा शर्मो मत, अन्दर आ जाओ और पूरे कपड़े उतार डालो, देखो अपने भाई का लंड, कैसे सर उठा कर तेरी चूत का इंतजार कर रहा है, रहीम, तुम भी आराम से चोदना अपनी बहन को ताकि उससे दर्द बिलकुल न हो, वो मज़े से चुदवा सके और लंड से नफरत के बजाये प्यार करने लगे, आयो मेरी आस्मा आ जाओ? मैंने उससे इनविटे किया और वो शर्माते हुए कपड़े उतारने लगी. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
रहीम अपनी बहन को नंगा देख कर दूसरी तरफ मुहं करने लगा, और बोला? हमी, तुम क्या कह रही हो, आस्मा मेरी बहिन है, हमारे बीच यह सब नहीं हो सकता, मैं अपनी बहन को नहीं चोद सकता, तुम समझती किओं नहीं हो, यह पाप है? मैं कहाँ हार मानने वाली थी? वो बहनचोद टीचर इसे चोद सकता था, इसकी चूत फाड़ सकता था, इसे सारी ज़िन्दगी के लिए मानसिक तौर पर बीमार कर सकता था, लेकिन वो पाप नहीं था, अब अगर तुम अपनी बहन को प्यार से चोद कर इसे आनंद दे कर, चोद कर इसकी आग बुझा दो, इसे लंड को प्यार करना सिखला दो तो क्या यह पाप होगा, मज़ा देना कभी पाप नहीं होता रहीम, अपनी बहिन की चूत को अपने लंड के साथ फूल की तरह खिला दो, देखो आज उसकी चूत भी लंड की पुकार कर रही है मेरे राजा, आज तुम इसकी चूत के मालिक बन जाओ मेरे राजा, पेल डालो इसमें अपना लंड, मिटा दो इसकी प्यास? दोनों भाई बहन मुझे हैरत से देखने लगे, और रहीम ने लम्बी सांस खीच कर मेरी तरफ देखा, फिर आस्मा की तरफ और फिर आस्मा को अपनी तरफ खीच लिया और अपने आलिंगन मे भर लिया, उसका लंड आस्मा के पेट से टकरा रहा था, आस्मा कसमसा रही थी, ?भाईजान आपका लंड तो टीचर से भी बड़ा और मोटा है. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
मुझे डर लग रहा है, भाई जान,? आस्मा डरते हुए बोली. मैंने मामला अपने हाथ में लेते हुए कहा? आस्मा, मेरी जान मैं तुझे कोई दर्द नहीं होने दूँगी, तेरा भाई तुझे बड़े प्यार से चोदेगा, तुझे पता भी नहीं चलेगा की कब तेरे भाई का लंड तेरी चूत में चला जायेगा, मेरी रानी बहन, ला मैं तेरी चूत चाट कर और भी गरम कर डालूं, आ जा मेरी प्यारी बहन? मैंने उसकी चूत मे अपनी जीभ डाल दी और चूसने लगी, आस्मा भी गरम हो कर रहीम के लंड को हाथ मे ले कर खेलने लगी, चूमने लगी, ? भाई यह तो इतना स्वाद है, मैं तो अंजान बनी रही, देखो कितना बड़ा हो गया है आपका लंड, हाँ भाबी चाटो मेरी चूत को, भाई मेरी चूची को मसल दो मैं बहुत चुदास हो चुकी हूँ, भाई, चोद डालो मुझे अपनी बीवी की तरह, अपनी बीवी के सामने चोद डालो मुझे भाईजान.
रहीम, जो के आस्मा की चूची चूस रहा था बेकाबू हो गया और अपनी बहन को पलंग पर लिटा दिया, और मुझ से बोला? रानी आज मुझे अपनी बहन की चूत मारने के लिए तुम ने ही कहा था कल को मुझे बुरा नहीं कहना, तेरे कहने पर ही मैं बहनचोद बन रहा हूँ, ओह मुझे माफ़ कर देना, हमी इसकी टाँगें चौरी कर दो और चूत पर मेरा लंड रख दो इस्सकी चूत तो आग की तरह दाहक रही है, ले मेरी बहन ले लो मेरा लंड अपनी चूत में? मैंने रहीम से कहा? धीरे धीरे प्यार से, इस्सकी चूत पूरी तरह से तैयार है मगर तुम आराम से चोदना अपनी बहन को, होले होले घुसाओ अपना लंड, किओं आस्मा अन्दर जा रहा है, अब तुम आराम से अपने चुतर उठाओ मेरी बहन, देखो कितने प्यार से चोद रहा है तेरा भाई मज़ा आ रहा है के नहीं मेरी जान? आस्मा अब आनंद मे डूब रही थी,? हाँ भाबी जान, मैं तो जन्नत मे पहुँच गयी भाबी, बहुत मज़ा आ रहा है, भाई पेल दो पूरा लंड मेरी चूत में, तेरा लंड बहुत ही बड़ा है. आप लोग यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | भाई, मुझे घर मे ही सारी खुशियाँ मिल गयी, एस्सा भाई और भाबी इस दुनिया मे किस्सी को नहीं मिल सकते, भाई जान आज से हम तीन सदा ही इकठे रहेंगे, तुम हम और मेरा शौहर बन कर हमेज़िन्दगी भर चोदना और हम तेरी बीबियाँ बन के सारी उम्र तेरी सेवा करेंगी, ये मेरा वादा है, अब चोद डालो मेरे भाई मुझे जन्नत का मज़ा आ रहा है, तेरा लंड मेरा हो गया है और मेरी चूत तेरी और भाबी की हो गयी मेरे भाई? रहीम जोर से धक्के लगा रहा था जैसे की पागल हो गया हो? हाँ मेरी बहन, चुदवा ले अपने भाई से, ले लो मेरा लंड मैं और देर तक नहीं रुक सकूँगा, मैं झड़ने वाला हूँ, मेरा पानी तेरी चूत में गिरने वाला है मेरी प्यारी बहन, मैं झड रहा हूँ? आस्मा भी झड़ने वाली थी? ओह्ह्ह भाई मैं भी झड रही हूँ, चोद डालो मुझे, जोर से मेरे भाई, मैं गाआअयीई, ? वो दोनों झड गए और मैंने चाट चाट कर रहीम का लंड और आस्मा की चूत साफ़ कर डाली. उस दिन से हम तीनो चुदाई के मज़े ले रहे हैं और मैं और आस्मा बिविओं की तरह रहीम के साथ रह रही हैं. कैसी लगी कहानी जरुर बताना |