एक 16 बाइ 13 की चॉल मे, 5 लोग माँ, बाप, बेटा, बेटी, और बहू है ,रहते हैं सब एक ही छत के नीचे रहते थे. किचन भी उसी में था और किचन की तरफ, एक खिड़की थी. दिन में वो लोग दरवाजा खुला ही रखते और रात में खिड़की खुली रखते थे. कहते हैं की माहौल का असर, लोगों की प्रकृति पर पड़ता है. इस परिवार के लोगों के साथ भी ऐसा ही कुछ था. परिवार वैसे इज़्ज़त दार था पर बदरपुर जैसे एरिया में रहते थे. वैसे उनकी गली मे सब अच्छे लोग ही रहते थे. बेटा, नेहा को भगा कर लाया था. घर वालों के पास, कोई चारा नहीं था. शादी से पहले, नेहा कॉलेज में 3-4 बॉय फ्रेंड्स बना चुकी थी, इसीलिए पराग ने उसे भगा कर शादी कर ली. सोचा – वो, किसी और की ना हो जाए.अरे हाँ दोस्तो मैं इन सबका परिचय देना तो भूल गया चलो अब बता देता हूँ माँ – रीता. बाप – रघु. लड़का – पराग. बहू – नेहा. लड़की – खुशबू.रघु और उसकी बीवी रीता, जवानी के दिनो मे बहुत रंगीन थे, उन्हीं का खून पराग और खुशबू के अंदर था.मोहल्ले मे परिवार की इज़्ज़त थी, पर घर में कभी कभी बाप बेटे की, बेटी माँ को, पति पत्नी को, भाई बहन को गाली देते थे.जैसा की बहुत से परिवार में होता है, सब एक दूसरे से चिढ़ते थे, और एक छोटे घर में रहने के कारण, वो बहुत बार हद पार कर जाते थे.रात को औरतें, बीच मे सोती और बाप और बेटा दीवार की साइड मे.खुशबू, एकदम सब के बीच मे सोती थी.किचन की खिड़की से स्ट्रीट लाइट की खुशबू से सारा कमरा जगमगा जाता था.खुशबू कम करने के लिए, उन्होंने एक परदा लगा रखा था पर वो भी हवा से लहराते रहता था.रात मे 10 बजे ही, सब बिस्तर लगा कर सो जाते.
रात मे पराग की माँ, 2 मिनट मे सो जाती थी.रघु भी बीड़ी पी कर सो जाता था और पराग का प्रोग्राम 10:30 को स्टार्ट हो जाता था और वो भी 12 बजे तक सो जाता था.पराग को सुबह ऑफीस जाना होता था, खुशबू को कॉलेज.रघु घर मे बैठा रहता या फिर बाहर किसी ना किसी दोस्त के घर जा कर आता.3 साल पहले, रघु का एक्सीडेंट हुआ था, तब से वो घर मे ही रहता था.पराग, जब शादी करके नेहा को घर लाया था तब से उनकी लाइफ मे सेक्स नहीं हो रह था.हनिमून के लिए, कही नहीं गये क्यों की ऑफीस से छुट्टी नहीं मिली.नेहा, एक दम डिप्रेस और पराग, फ्रस्टरेट हुए जा रहा था.रात मे दोनों के बीच, सिर्फ़ किस और टच ही हो रहा था.लगभग 3-4 महीने बाद दोनों रात मे बिंदास होने लगे और सेक्स करने लगे.दोनों, इस बात का ख़याल रखते थे की आवाज़ ना हो.शादी के पाँच महीने के बाद, एक रात खुशबू की आँख खुली तो उसने देखा की पराग के ऊपर भाभी बैठी हैं.पराग की तरफ लाइट नहीं पड़ती थी इसलिए वो दोनों दीवार की तरफ सेक्स करते थे.खुशबू को समझ मे नहीं आ रहा था की क्या हो रहा है.सुबह उठने के बाद, कॉलेज मे उसने एक लड़की को पूछा तो उसने खुशबू को सब समझाया. दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है खुशबू ये सुन कर, बहुत हैरान हो गई और सारा दिन सोचने लगी.उसने देखा की भाभी के व्यवहार में कोई चेंज नहीं था और वो नॉर्मल थी, पराग भी नॉर्मल ही था.रात को सोने के टाइम, खुशबू पराग की तरफ मुंह करके सो गई.कुछ देर बाद, भाभी ने पराग की और फेस किया.पराग ने किस्सिंग सीन स्टार्ट किया पर खुशबू को कुछ नहीं दिख रहा था क्यों की वो पीछे थी.
पराग ने फिर नेहा को, अपनी तरफ़ खींचा और लिपट गया.खुशबू के दिल की धड़कन तेज़ होने लगी.2 मिनट के लिपटा लिपटी के बाद, पराग उठ कर बैठ गया और कपड़े उतारने लगा.खुशबू, देख रही थी.फिर, पराग ने नेहा के भी कपड़े उतार दिए.
खुशबू, चोरी चोरी देख रही थी दोनों को.खुशबू के साइड मे ही उसकी भाभी नंगी हो गई थी और उसका भाई चुदाई स्टार्ट करने वाला था.खुशबू को डर भी लग रहा था इसलिए कुछ देर के लिए अपनी आँखे बंद कर ली.फिर जब आँख खोली तो देखा की भाभी के ऊपर भैया लेटे हुए है और भाभी के मम्मे चूस रहे है.खुशबू के आँखो के सामने, 1 फुट दूर ये सब हो रहा था.फिर खुशबू डर गई और आँखे बंद कर ली.पर खुशबू से रहा भी नहीं जा रहा था, और वो देख भी रही थी.पराग ने फिर लण्ड नेहा से चुस्वाया, फिर नेहा के पैरों को उठा कर चोदना चालू किया.10 मिनट के बाद थोड़ा रुक कर किस करने लगा और फिर चोदने लगा.चुदाई को खुशबू देख ही नहीं सुन भी रही थी.खुशबू को समझने मे देर नहीं लगी की चुदाई से हवा मे एक अजीब गंध आ गई है.चुदाई के अंत मे पराग ने अपना लण्ड बाहर निकाला और नेहा के बदन पर छोड़ दिया.खुशबू को फिर एक अजीब स्मेल आई जो की वीर्य की थी.तभी अचानक रघु ने आवाज़ लगाई और कहा – पराग, अब सो जा… कल ऑफीस जाना है…पराग चुप चाप सो गया.खुशबू के बदन मे गरमी होने लगी थी, पर उसे नहीं पता था की गरमी क्या है.सारा दिन, खुशबू यही सोचती रही की चुदाई कैसे होती है, क्या होता है, क्यों होता है.खुशबू अगले दिन भी, चुदाई देखने के लिए बेकरार थी.और खुशबू का तो रोज़ का कार्यक्रम हो गया था.एक रात, खुशबू ने सलवार मे हाथ डाला और देखा की उसके चूत मे पानी है.वो अपना हाथ ऐसे ही घूमने लगी और उसे पता चला की जी-स्पॉट” कहाँ है, क्लिटरोस पर घिसकर उसने पानी निकाला और बेड गीला कर दिया.उसने देखा की कुछ वैसा ही गंध आ रही थी जैसे पराग और नेहा जब खेलते हैं, तब आती है.अगले दिन, कॉलेज मे खुशबू से रहा नहीं गया उसने सलवार मे ही ऊपर से मुट्ठी मारी, जिससे की उसकी सलवार पर गीला दिख रहा था.उसके बाद वो घर आई और एक साइड मे बिस्तर लगा कर इंतेज़ार करने लगी की कब भैया भाभी की चुदाई होगी.रात मे सब जब सो गये तब खुशबू अपने बूब और चूत को पकड़ कर पराग और नेहा की चुदाई देखने लगी.रोज़ उसे अलग अलग पोज़ मे चुदाई देखने मिलता था.उस रात उसने देखा की पराग ने लण्ड नेहा के मुंह मे डाला है और काफ़ी देर से नेहा की मुंडी हिला रहा है.आवाज़ से पता चल रहा था की नेहा नहीं करवाना चाहती थी पर पराग फोर्स कर रहा था.बीच मे, पराग की माँ उठ कर बोली – क्या सोना नहीं है, क्या… रात के 11:30 बज गये हैं…पराग बोला – तुझे सोना है तो सोजा… मुझे सीखा मत…माँ बोली – जबसे शादी हुई है, अपनी पत्नी के साथ चिपका रहता है… एक रांड़ को घर ले आया और कहता है की चुप बैठो…फिर माँ उठ कर बैठी और हाथ लंबा कर के नेहा की टपली मारी और बोली – साली, क्या मन नहीं भरता तेरा… बहन की लौड़ी, कुतिया… मेरे बेटे को खा जाएगी, क्या… ?? कल सुबह बताती हूँ… भाडवी, कुतरी…पराग दोनों हाथ से नेहा का सिर पकड़े हुए ही था, और बोला – माँ, अब बहुत हो गया… चल सो जा… शांति रख…माँ वापस सोते हुए बोली – मेरे तो करम ही फुट गये… ये दिन देखना पड़ेगा, पता नहीं था… घर को रंडी बाज़ार बना दिया है…खुशबू की आँखे बंद थी पर उसे समझ मे आ गया था की माँ को सब पता है.खुशबू ने आँख खोली और देखा की नेहा अजीब मुंह बना रही है और पराग झटके मार रहा है.सारा रस नेहा के मुंह मे डालने के बाद वो बोला – चल अब पी कर सो जा…नेहा भाग कर, घर के बाहर गई और थूक कर आई.और हल्की आवाज़ मे बोली – बहुत गंदा है…फिर सब सो गये.खुशबू की लाइफ मे, अब वासना का रंग गहरा होने लगा था.खुशबू का ध्यान पढ़ाई मे नहीं लगता और वो रात होने का इंतज़ार करती.कॉलेज के बाद, आवारा लड़को के साथ बैठ कर बातें करती और घर मे देरी से पहुँचती.नेहा घर मे सारा दिन काम करती और रात मे, रिवॉर्ड लेती.पर नेहा को अपनी सास के ताने बहुत सुनने पड़ते थे. नेहा का ससुर कुछ नहीं कहता पर सास दिन मे कई बार गाली गलोच करके उसे बहुत परेशान करती.एक दिन नेहा का सब्र टूट गया और उसने रीता का गला पकड़ा और गुस्से मे कहा – साली रीता… तेरी चूत से मेरा पति पैदा हुआ है इसीलिए चुप हू, वरना उसी चूत मे आग लगा देती… ज़्यादा बोल मत नहीं तो तेरे पति के सामने ही तुझे नंगा करके, महोल्ले के सामने पीटूँगी और गली के सारे कुत्तों से चुदवाउंगी…रीता, बुरी तरहा डर गई और सिमट कर के कोने मे बैठ गई.ससुर बोला – जाने दे बेटी… इतना गुस्सा मत कर…नेहा फिर शांत हो गई और घर का काम करने लगी.उस दिन के बाद रीता नेहा को कुछ नहीं बोली और नेहा भी परिवार में ज़्यादा ओपन हो गई, और उसके मन का डर निकल गया.शाम को पराग घर आया तब सब नॉर्मल ही था, फिर रोज़ की तरहा सब सो गये.रात मे नेहा ने कहा – मुझे आज जी भर के चोदो… माँ कुछ नहीं बोलेगी… मैने समझा दिया है…पराग बोला “सच” और कस कर पकड़ लिया. खुशबू ने चोरी चोरी देखना, चालू किया प्रोग्राम स्टार्ट करते वक़्त पराग की नज़र, खुशबू पर पड़ी. पराग, नेहा के कन मे फुसपुसा कर बोला – “ खुशबू देख रही है”…नेहा बोली – हाँ पता है, देखने दो… वो अब जवान हो गई है… अभी नहीं सीखेगी तो कब सीखेगी…पराग बोला – लेकिन, ये ठीक नहीं है… मैं नहीं कर सकता…नेहा बोली – उसे गोली मरो… इसमे हम कुछ नहीं कर सकते… तुम अपना काम चालू रखो…पराग का मन नहीं मान रहा था.नेहा ने फिर ज़बरदस्ती पराग का शर्ट और पैंट उतरा और खुद भी नंगी होने लगी.नेहा उस रात इतने जोश और जुनून मे थी की पराग के इनकार करने पर भी वो नहीं मानने वाली थी.पराग ने नेहा से कहा – खुशबू को बोलो की उस तरफ़ देखे…नेहा बोली – ज़्यादा नाटक मत करो और मेरे मम्मे चूसो…उस रात नेहा के ऊपर सेक्स सवार था और वो सिसकारिया लेते हुए आवाज़ कर रही थी.पराग ने उसे 3 4 बार कहा भी – आवाज़ मत करो… पर वो जैसे बिंदास और नशे मे थी…खुशबू के लिए उस रात का अनुभव सबसे अलग था.पराग के झड़ने के बाद भी, नेहा ने पराग को नहीं छोड़ा और फिर से चूस कर लण्ड खड़ा करके चुदवाने लगी.2 बजे तक, उनका प्रोग्राम चला.नेहा का बस चले तो सारी रात करवाती रहे पर पराग के ऑफीस की वजह से दोनों सो गये.रघु भी रंगीन आदमी था, जब बीवी और बहू दोपहर मे सोते तब वो सीडी पर ब्लू फिल्म लगा कर देखते रहता.पहले तो वो न्यूज़ लगता था और जब सब सो जाते तो वो सीडी निकाल कर फिल्म देखता.उसकी बीवी हमेशा बोलती – वो बुढ़ापे मे भी सुधरा नहीं…रघु को कुछ फ़र्क नहीं पड़ता पर बहू के आने के कारण, उसका फिल्म देखना कम हो गया था.एक दिन, वो फिल्म की सीडी लेकर घर आया और सीडी अपने ड्रॉयर मे रख रहा था, बहू ने पूछा की कौन सी सीडी है.ससुर बोला – कुछ नहीं, बेटी… तुम्हारे काम का नहीं है… दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है कुछ देर बाद, बहू के खुद ड्रॉयर खोल कर देखा और देखते ही रह गई.एक नंगे कपल की तस्वीर थी जो सेक्स की मुद्रा मे थी. तुरंत सीडी रख दी और सॉफ सफाई करने लगी.दोपहर मे सोने का नाटक करके चोरी चोरी टीवी देख रही थी.फिर देखा की ससुर एक सीडी डाल रहे हैं और टीवी का आवाज़ कम कर रहे हैं.सीडी प्ले होती है और उस मूवी मे दो औरत और 4 आदमी सेक्स कर रहे होते है.नेहा ये देख कर, अचंभे मे पड जाती है.रात मे वो पराग को पूछती है की क्या वो सब सच था.पराग कहता है – पापा जी जब टीवी देखते हैं, तब तुम मत देखो…और उसने कहा – वो सब सच है, पर शूटिंग मे ही करते हैं… रियल लाइफ मे नहीं… अगले दिन भी ऐसा ही हुआ.नेहा इस बार, उठ कर बैठ गई.टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही थी.ससुर उसे उठता हुआ देख हड़बड़ा गया और टीवी बंद कर ली.बहू ने पूछा – कौन सा प्रोग्राम चल रहा था, बाबूजी… ??रघु बोला – बेटा, तुम्हारे लिए नहीं है ये सब… तुम सो जाओ…बहू बोली – मुझे सब पता है और मैं छोटी नहीं हूँ… रात भर यही सब करती हूँ… मुझे ये सब देखने मे शरम नहीं आती… आप चिंता मत करो और पिक्चर लगाओ…कुछ देर बाद, रीता उठी तो देख कर हैरान हो गई की ससुर के बगल मे बहू बैठी है.ससुर का हाथ बहू के पीठ पर है और बहू का हाथ ससुर के लण्ड पर.रीता तुरंत भड़क कर बोली – बढ़िया!! बहू से इतना प्यार की लण्ड पर काबू नहीं रहता… ?? मैं जब हाथ लगाती हूँ तो खड़ा भी नहीं होता… ?? इस लड़की ने मेरे बेटे को खा लिया और मेरे पति को भी खाने जा रही है…रघु बोला – मुंह संभाल कर बात कर ये घर की बहू है… घर की इज़्ज़त है… अगर चोदने की बात करती हो तो तैयार हो जा… आज तुझे पटक पटक कर चोदूंगा… इतना चिल्लाएगी की गली के कुत्ते भोकेंगे…रीता बोली – आज देख लेती हू, तुम्हारे लण्ड का दम… तुम्हारी प्यारी बहू को समझा दो की रात में चोदन थोड़ा कम कर…बहू बोली – माँ जी… आप बोलो ही मत… आप को नहीं पता की चोदन क्या चीज़ है… अगर पता होता तो ससुर की ये हालत नहीं होती… आज मे भी देखती हूँ की आप की चूत मे कितना दम है…रीता बोली – बस कर, मुझे तमाशा नहीं बनाना है, खुद का… मेरे बेटे के सामने क्या इज़्ज़त रह जाएगी मेरी… तुझे तो कुछ फ़र्क ही नहीं पड़ता…बहू बोली – माजी, आपका बेटा बहुत बड़ा चुड़क्कड़ है… आपके पति की तरहा… उसे तो अच्छा लगेगा…उसी दिन खाना खाने के बाद, खुशबू पढ़ने के लिए बैठी थी, तभी नेहा ने उसे किचन मे बुलाया और धीमी आवाज़ मे कहा – मुझे पता है की तुम पराग और मुझे चुपके रात मे देखती हो…खुशबू की नज़र, नीचे हो गई और वो कुछ ना बोली.नेहा ने फिर कहा – पगली, ये तो लाइफ का रियल आनंद है… मैं तेरी उम्र मे थी तो मेरे बॉय फ्रेंड से रोज़ चुदवाती थी… और मेरे 4 4 बॉय फ्रेंड थे… आखरी बॉय फ्रेंड पराग था…खैर, वो सब छोड़… तुझे आज मौका मिलने वाला है… आज रात मे तेरे माँ बाप जम कर चुदाई करने वाले हैं… अगर हिम्मत हो तो उठ कर बैठ जाना और तमाशा देखना… कोई कुछ नहीं कहेगा… मैं संभाल लूँगी…खुशबू बोली – आप क्या बोल रही हो… मेरे कुछ समझ मे नहीं आ रहा है…नेहा बोली – मैं जैसा कहती हू वैसा कर… आज रात मे जल्दी सोजा… रात 11 बजे, सब प्रोग्राम स्टार्ट करने वाले हैं… आँखे बंद रखना और सोने का अच्छा नाटक करना… मैं कुछ देर मे चिकुटी काट दूँगी तुम्हे… तब उठ कर बैठ जाना… उस वक़्त तुम्हारी माँ और बाप, चुदाई चालू कर चुके होंगे… बस दोनों को देख कर, आनंद लेना… मैं और पराग भी रहेंगे और बहुत मज़ा आएगा… समझी… ??खुशबू बोली – हाँ, समझी…रात के 10 बज गये.खुशबू सो गई.नेहा ने पराग को उँची आवाज़ मे कहा – आज रात, तुम्हारी माँ ने तुम्हारे बाप को चॅलेंज किया है की किस मे अभी भी दम है… मुझे लगता है की मां से नहीं होगा…पराग बोला – क्या नहीं होगा… ??फिर नेहा पराग के कान मे फुसपुसा कर बोली – आज दोनों एक दूसरे के साथ जबरदस्त चुदाई करने वाले हैं…फिर नेहा उँची आवाज़ मे बोली – हमे अब सो जाना चाहिए नहीं तो ये दोनों का कम अटका रहेगा…नेहा ने ससुर और सास को एक कप मे दूध दिया और बेस्ट ऑफ लक कहा.उसने पराग और खुद भी, एक कप दूध ले लिए.नेहा ने पराग को इशारा किया और दोनों सो गये. नेहा तो सोने का नाटक कर रही थी.सोने से पहले नेहा ने सास और ससुर को कहा – आप लाइट चालू रखेंगे तो अच्छा होगा… मैं देख सकूँगी की किसका कितना पानी निकला और कौन किस पर भारी है…ससुर बोला – कोई बात नहीं, बेटा… लाइट चालू ही रखेंगे नहीं तो तुम्हारी सास का छेद ढूँढने मे तकलीफ़ होगी…नेहा हँसने लगी, और सास कुछ नहीं बोली.रात के 11 बज गये पर सास और ससुर ने प्रोग्राम स्टार्ट नहीं किया.नेहा उठ कर बैठ गई और दोनों से बोली – चलो अब, आप लोग चालू हो जाओ… क्यों एक दूसरे से नफ़रत करते हो… प्यार से रहो और सेक्स करो…ये सुन कर ससुर अपनी वाइफ से कहता है – आजा रानी, तुझे जन्नत की सैर कराता हूँ…रीता बोली – पहले इस चुड़ेल से कहो की सो जाए…नेहा शुभ रात्रि कह कर सो जाती है और सास ससुर का रोमॅन्स चालू हो जाता है.पहले किस्सिंग 10 मिनट तक होता है, इस दौरान नेहा पराग तो धीमी आवाज़ से उठाती है और कहती है – आज बड़ा मज़ा आएगा… तेरे बाप और अम्मा, चोदा चोदि कर रहे हैं…पराग की आँख खुली और वो देखने लगा की क्या हो रहा है.सास और ससुर, दोनों को एहसास हो गया की पराग देख रहा है, इसलिए दोनों थोड़ा रुक गये.फिर नेहा बोली – क्या आप लोग भी… माहौल को क्यों चेंज कर रहे हो… एक दूसरे में बस खो जाओ… कोई और देखे या ना देखे आपको फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए… चलो आगे बढ़ो…उसके बाद, दोनों रुके नहीं.किस्सिंग करते करते, दोनों एक दूसरे के कपड़े निकालने लगे.ससुर, थोड़ा जोश मे लग रहे थे पर सास थोड़ा शर्मा रही थी.पराग और नेहा लेटे हुए थे, और दोनों की चुदाई देख रहे थे, खुशबू आँखें बाँध कर लेटी हुई थी.कुछ देर बाद, दोनों 69 पोज़िशन मे हो कर एक दूसरे का हथियार चाट रहे थे की तभी नेहा ने खुशबू को चिकुटी काट कर इशारा किया और वो उठ कर बैठ गई.खुशबू चुप चाप दोनों को देखने लगी.उधर पराग नेहा के कपड़ो मे हाथ डाल कर उसे गरम कर रहा था.घर के सभी लोग, सेक्स मे डूब रहे थे.सास और ससुर, जब 69 पोज़िशन से वापस बैठ जाते है तो खुशबू को देख हैरान हो जाते हैं और उसे डाटने लगते हैं.नेहा बीच मे कहती है – उसे देखने दो… उसे भी पता चले की शादी के बाद क्या होता है और लाइफ का असली आनंद चुदाई मे है… आज नहीं तो कल ये सब सीखना ही है… ससुराल मे ये सब नहीं बताएँगे… डाइरेक्ट ठुकाई होगी… तब बिचारी का क्या हाल होगा… इसे देखने दो, आप कम मत रोको…
ससुर का मूड, सेक्स करने का था.उसने कहा – चल रीता… तेरी बेटी बताएगी की मैं किस तरहा तुम्हें पेलता हूँ… आख़िर मे, तुम्हें हार माननी पड़ेगी…सास कहती है – देखती हूँ तुम्हें, आ जाओ…ससुर, सास के ऊपर आ जाता है, और चुदाई चालू करता है.उधर पराग नीचे से नेहा को नंगा कर देता है और चुदाई करना चालू करता है.नेहा, खुशबू के घुटनों पर अपना हाथ रखती है.खुशबू का ध्यान, नेहा की और भी पड़ता है.खुशबू दोनों तरफ चुदाई देख, अपने चूत और निप्पल को मसलने लगती है.कुछ देर बाद, पराग नेहा को घोड़ी बना कर चोदने लगता है.खुशबू, उन दोनों के और करीब जाती है.अपने भाई के लण्ड को नज़दीक से देखने लगती है.सास ससुर, खुशबू को अपने पास बुलाते हैं और कहते हैं की वो ये सब सिर्फ़ देखे, करना तो ससुराल मे है.खुशबू का ध्यान, उसकी माँ की चूत पर जाता है जिसमे से बहुत सारा पानी निकल कर बिस्तर पर गिर रहा था.अचानक, नेहा ज़ोर से – आ आहा आहा आ आ आ… चिल्लाती है.खुशबू देखती है की पराग, बहुत तेज़ी से चोद रहा है.फिर कुछ देर बाद पराग, नेहा के मुंह मे लण्ड डाल कार चुस्वाता है.ये देख, खुशबू का गला सूखने लगता है.पराग अपना रस, नेहा के मुंह मे छोड़ देता है.नेहा, मुंह मे रस पकड़े रखती है और बाहर जाकर थूक के आती है.पराग और नेहा का होने के बाद, खुशबू पीछे घूम जाती है.सास और ससुर, दोनों चुदाई जारी रखते है.पराग और नेहा, उठ कर दोनों के साइड मे खड़े हो कर देखते है.चुदाई और 10 मिनिट चलती है.सास आख़िर मे कहती है – मैं छोड़ने वाली हूँ… मैं हार गई…ससुर और कुछ झटके मारता है और सास की चूत से गढ़ा रस बाहर आता है.फिर ससुर अपना लण्ड, सास के मुंह मे डालकर चूसवाता है और 2-3 मिनट मे वो भी रस छोड़ देता है.अपनी माँ को देख कर, खुशबू हैरान हो जाती है.वो लण्ड को पागल कुत्ते की तरहा चूस रही थी और पूरा रस मुंह मे लेकर ज़ुबान निकाल घुमा कर पी गई.आख़िर में, नेहा ने कहा की खुशबू की चूत तो प्यासी रह गई.फिर ससुर किचन से जाकर, एक केला ले आए और खुशबू को दिया और कहा – बेटे, इस से कम चला ले…खुशबू ने केला हाथ मे लिया और नीचे का उतार कर, केला अंदर डालने लगी.पराग बोला – इसे तो आता ही नहीं…बाप बोला – मैं सिखाता हूँ… तुम लोग सब सो जाओ और लाइट ऑफ कर लो…सब सो गये और खुशबू के बगल मे उस दिन, उसका बाप था.अंधेरे मे केला उसकी चूत मे डाल डाल कर उसे गरम किया.फिर कुछ देर बाद, उसके कान मे धीरे से पूछा की क्या मेरा लण्ड चलेगा.खुशबू तुरंत बोली – हाँ… प्लीज़ मुझे चोदो… फाड़ दो, मेरी चूत… कितने दिनो से तड़प रही हूँ…ससुर अपना हथियार निकालता है और अपनी बेटी के ऊपर चढ़ जाता है.3-4 शॉट लगाने के बाद, वो चिल्लाने लगती है.सब उठ जाते हैं और लाइट चालू करते है.दोनों की चुदाई देख, सब खुशबू को पहली चुदाई की बधाई देते हैं.कुछ धक्को के बाद, रघु लण्ड खुशबू के मुंह के पास ले जाता है की खुशबू उसे पकड़ कर चूसने लगती है, और सारा वीर्य कर जाती है.ये देख कर उसकी माँ कहती है – ये मेरी ही बेटी है… और सब, ताली बजाते हैं.सब वापस, सो जाते हैं.