हैल्लो दोस्तों, आज में आप सबको एक कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो कि मेरी पहली कहानी है और वास्तविकता के साथ इसका कोई सम्बंद नहीं है. ये कहानी बहुत ही मजेदार है आपको जरुर पसंद आएगी वैसे आपको बता दूँ ये मेरे दोस्त और मेरी बहन के बिच हुई सम्भोग की कहानी है. मेरा नाम दिवाकर है और में बंगलौर का रहने वाला हूँ. ये कहानी तब की है, जब में बंगलौर के एक कॉलेज से बी.टेक कर रहा था. मेरा बचपन का दोस्त आरव मेरे साथ स्कूल से लेकर कॉलेज तक एक साथ एक ही क्लास में पढ़ा था. हम दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि हम दोनों के परिवार भी बहुत ही नजदीक या यू मानों की रिश्तेदारों की तरह ही थे.
इस कहानी की हिरोइन मेरी दीदी है? वो मुझसे 4 साल बड़ी है यानी कि जो घटना अब में आपको बताने जा रहा हूँ, उस वक्त में 20 साल का था और दीदी 24 साल की थी. दीदी की शादी इस घटना के 2 साल पहले ही हो चुकी थी, लेकिन उन्हें तब कोई बच्चा नहीं था, क्योंकि उस टाईम दीदी सरकारी जॉब की तैयारी कर रही थी.
अब मै अपनी कहानी शुरू करता हूँ, में और मेरा दोस्त आरव हम दोनों का लास्ट ईयर ख़त्म हो चुका था और ट्रैनिंग के लिए हम दोनों मैसूर गये थे, जहां के एक इंडस्ट्री में मेरे जीजू केमिकल इंजिनियर है. कम्पनी ने मेरे जीजू को एक मकान दे रखा था. फिर हम दोनों भी उनकी कमरे में रहने लगे, उनका मकान काफ़ी बड़ा था और वहाँ सिर्फ़ जीजू और दीदी ही रहते थे.
फिर हम जैसे ही वहाँ पहुँचे तो दीदी हमें देखकर काफ़ी खुश हुई. आरव मेरे बचपन का दोस्त था, इसलिए मेरी दीदी आरव को भी अपना भाई मानती थी और वो दीदी और जीजू के लिए मिठाई का पैकेट लेकर गया था. यह देखकर दीदी उसको डांटने लगी और बोली कि तू अभी बच्चा है, जब कमाने लगेगा तो दीदी पर खर्चा करना, बस यही नॉर्मल बात हुई.
फिर हमने फ्रेश होकर डिनर किया और जीजू बोले कि 1 महीने की ट्रैनिंग है . इसलिए तुम लोग बिंदास रहो, यहाँ वाई-फाई है अनलिमिटेड मूवी डाउनलोड करो, क्योंकि मेरी भी 1 महीने तक नाईट शिफ्ट है इसलिए तुम लोगों की पूछने वाला तुम्हारी दीदी के अलावा और यहाँ कोई नहीं होगा.
फिर दूसरे दिन सुबह 10 बजे से लेकर 5 बजे तक हमारा प्रशिक्षण चालू हुआ. उस टाईम पर गर्मी बहुत थी इसलिए हम लोग घर में नेकर और बिना शर्ट के घूमते थे. उस टाईम पर हम दोनों ही जिम करते थे इसलिए हम दोनों कि बॉडी बहुत आकर्षक और बहुत ही टाईट थी. आरव की बॉडी तो बहुत आकर्षक थी, वो देखने में भी काफ़ी स्मार्ट था. गर्मी कि वजह से मेरी दीदी भी सारा दिन स्लिपलेस नाइटी में रहती थी, वो दिखने में एकदम हिरोइन जैसी है. उनके फिगर का साईज 36-32-36 है और रंग गोरा, लंबे बाल.
दीदी जब भी साड़ी पहनती तो उनकी कमर और पेट दिखता था, जिसको देखते ही मेरे बदन में झनझनाहट होती थी. दीदी ब्लाउज भी काफ़ी टाईट पहनती थी, जिससे उनका बूब्स का साईज़ और शेप साफ़-साफ़ दिखता था और जब वो नाइटी में रहती थी, तो उनका पिछवाड़ा साफ़-साफ़ दिखता था.
अब दीदी जब भी झुकती थी, तो उनका पिछवाड़ा बहुत अच्छी तरह से दिखता था. आरव और में एक ही कमरे में सोते थे और दूसरे में दीदी सोती थी. एक बार रात को आरव टॉयलेट गया हुआ था, इसलिए मैंने ऐसे ही टाईम पास के लिए उसका मोबाईल लिया और फिर जब मैंने उसका मोबाईल चेक किया तो मेरे होश ही उड़ गये.
मैंने देखा कि उसके फोल्डर में दीदी के बहुत से हॉट वीडियो है, दीदी की साड़ी के पल्लू से उनकी नाभि तक का वीडियो, उनकी कमर का वीडियो, पीठ का वीडियो और नाइटी से निकला हुआ क्लीवेज का वीडियो भी था. अब जब मैंने ये सब देख लिया था तो मुझे आरव पर बहुत गुस्सा तो आया, लेकिन कुछ मिनट में मेरा लंड भी खड़ा हो गया और आरव के आने से पहले मैंने उन सब वीडियो को अपने मोबाईल में ट्रान्सफर कर लिया था.
फिर आरव जैसे ही आया तो मैंने उससे दीदी वाले वीडियो के बारे में पूछा तो वो घबरा गया और बोला कि भाई में आगे से ऐसा नहीं करूँगा, प्लीज दीदी और जीजू को ये बात मत बताना.
फिर आरव कुछ देर खामोश रहकर बोला कि दीदी जब झुकती है, तब तू भी तो अपनी आँखें फाड़कर देखता है, कसम ख़ाकर बोल तेरे दिल में कोई पाप नहीं है. अब इतना सुनकर में नर्वस हो गया और मैंने बोला कि फालतू की बात मत बोल.
कुछ देर तक खामोशी छा गयी और मैंने चुपके से अपना मोबाईल लिया और टॉयलेट में जाकर उन वीडियो को देख-देखकर मुठ मार रहा तो पता नहीं आरव को कैसे पता चल गया. फिर जैसे ही में कमरे में वापस लौटा तो आरव ने मुझसे पूछा कि तू उन वीडियो को अपने मोबाईल में लेकर उन्हें देखकर मुठ मारकर आया है ना. फिर मैंने बोला कि ऐसा कुछ नहीं है. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
फिर आरव बोला कि मुझे पता चल गया, बता साले तेरे दिल में क्या है? तो में बोला कि भाई तू सही समझा. फिर आरव बोला कि भाई तेरी दीदी एकदम माल है और उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता है.
मैंने बोला कि भाई इन वीडियो को देखकर तो में भी पागल हो गया. तब फिर आरव बोला कि में दीदी को चोदना चाहता हूँ, चल प्लान बनाते है. फिर मैंने बोला कि चोदना तो में भी चाहता हूँ, लेकिन डर लगता है तो आरव बोला कि में पहले में दीदी को पटाता हूँ.
फिर मैंने बोला कि भाई पहले तू पटा ले, उसके बाद मुझे भी मौका देना तो आरव बोला कि ओके. फिर दूसरे दिन शाम को जीजू के निकलने के बाद दीदी किचन में कुछ काम कर रही थी. इसलिए फिर आरव भी किचन में चला गया और बोला कि दीदी आज में आपकी मदद करता हूँ. फिर दीदी मान गयी और बोली कि कर ले, कर ले, अपनी पत्नी को खुश कर पाएगा खाना बनाकर.
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