ये कहानी मेरी लाईफ की एक सच्ची घटना है जो मेरे साथ हुई. ये स्टोरी है मेरी और मेरी भाभी की मेरी भाभी का नाम निशा है. उनके लिये मैं बस ये कहूँगा की वो बिल्कुल करीना टाइप लगती हैं. बस फिगर थोड़ा ज़्यादा अच्छा है उनका उनके बूब्स साइज़ 38 कमर 28 और गांड 36 की है. मैने जब उन्हे पहली बार उनकी शादी में देखा था तभी से मैं उन्हे दिल दे बैठा था. अब मैं कहानी पर आता हूँ. भाभी की शादी मेरे कज़िन भाई के साथ हुई थी. जो की दिल्ली में नौकरी करते हैं.
उनकी शादी में हमने काफ़ी मजा किया लेकिन मैं भाभी से ज़्यादा बाते नहीं कर पाया और हम जुदा हो गए. कुछ महीने ऐसे ही बीत गये और मैं अब उन्हे बहुत मिस करने लगा. फिर एक दिन मेरे दिमाग़ में आइडिया आया की क्यों ना उन्हे मैं फेसबुक पर ढूंडू और मेरी मेहनत रंग लाई और वो मुझे मिल ही गई. मैने उन्हे रिक्वेस्ट भेजी और उन्होने ऐक्सेप्ट कर ली और फिर हम चेटिंग करने लगे कुछ दिन चेटिंग करने के बाद आलम ये हुआ की हम जब तक तक चेटिंग नहीं करते थे हमे नींद नहीं आती थी. अब मुझे तो ना जाने क्या हो रहा था की बिना चेटिंग किये मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता था और शायद यही हाल उनका भी था.
अब हम एक दूसरे से बहुत ज़्यादा फ्रेंक हो चुके थे. उन्हे मैं अपने बारे में लगभग हर चीज़ बता चुका था और वो भी धीरे धीरे बता रही थी उन्होने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में भी पूछा और मैने सब बता दिया क्योकि मेरी कोई भी गर्लफ्रेड नही थी. फिर एक दिन बातो बातो में उन्होने ये भी बता दिया मुझे की भैया उनमे बिलकुल भी इंटरेस्ट नहीं ले रहे हैं और मैने उन्हे दिलासा देने के लिए कह दिया की ‘ऐसा हो ही नहीं सकता की कोई आप मे इंटेरेस्ट ना ले आप सबसे खूबसूरत हो भाभी. तभी उन्होने कहा अच्छा आपको ऐसा लगता है तो अब आप ही बताओ की कौन इंटेरेस्ट ले रहा है मुझ मे, जल्दी से बताना तो. तभी मैने भी कह दिया की आप जानते हो कौन है तो वो हंस दी और कहने लगी जी हमें तो तुमसे सुनना है. तो मैने भी कह दिया आपका देवर जो की आपको बहुत पसंद करता है. उसके बाद तो जैसे मिजाज़ ही बदल गए हमारे कुछ दीनो बाद मेरी किस्मत खुल गई. भाभी को कंपनी के काम से मेरी सिटी आना पड़ा. उनका मेरे पीछे से मैसेज आया की वो आ रही हैं और वो तीन दिन यही रुकेंगी. भाभी की मस्तानी चूत
मेरी खुशी का तो ठिकाना नहीं रहा मैं पागल सा हो गया और उनके आने का इंतज़ार करने लगा. उस रात मैं अच्छी तरह से सो भी नहीं पाया था. अगले दिन भाभी आई और अपने होटल का नाम बताया और कहा की शाम को मिलते हैं 6 बजेमैने भी जवाब दे दिया हाँ फिर मैं शाम होने का इंतज़ार करने लगा था. जैसे तैसे 6 बज गए और मैं अपनी बाइक ले कर उनसे मिलने गया. मैने बाइक पार्क की और उनके रूम की तरफ चला गया मेरी धड़कने तेज़ हो गई थी.
मैने डोर बेल बजाई तो अंदर से आवाज़ आई की आ जाइए दरवाजा खुला है मैं चला गया अंदर जाने पर पता चला की भाभी बाथरूम में हैं और तैयार हो रही हैं. उन्होने कहा की बैठो मैं दो मिनट में आई और जैसे ही वो बाहर आई मेरा तो लंड टाइट हो गया ब्लॅक सलवार सूट में आई थी वो.क्या अदा से बाल संवारे थे दोस्तों उनके बूब्स तो जैसे कयामत लग रहे थे. उन्होने चुन्नी नहीं डाली थीवो बाहर रखी हुई थी मेरे बाजू में.
मैं तो जैसे खो ही गया थातभी उन्होने अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ाया और मैने उसे पकड़ लिया. उन्होने मुझे प्यार से गाल पर चाटा मारा और कहा बुद्धू चुननी माँग रही हूँ. मेरा चेहरा लाल हो गया और मैं पानी पानी हो गया मैने उनकी तरफ देखा तो उन्होने मुझे आँख मारी और कहा की चलो कहीं घुमा के लाओ मुझे मैने कहा ठीक है चलिए. आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
बाइक पर वो मुझसे चिपककर बैठी थी.उनका अड़ता हुआ बूब्स मुझे जन्नत का एहसास दे रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं उन्हे लवर्स पॉइंट ले कर गया. मैं उन्हे ये कहकर ले गया था की वहाँ से व्यू बहुत अच्छा मिलता है. जैसे ही हम पहुंचे तो वहाँ सब कपल्स बैठे हुए थे और कुछ झाड़ियो के पीछे चुम्मा चाटी कर रहे थे. उन्होने ये सब देखकर कहा की हाँ व्यू तो काफ़ी अच्छा है और हंस दी अब मैं भी फ्री हो रहा था.
मैने कहा की आपको क्या पसंद आया तो उन्होने कहा की जो आपको पसंद आये फिर क्या था मैने अपना हाथ उनकी कमर में डाला और कहा की भाभी मैं आपसे बहुत बहुत प्यार करता हूँ और आपका होना चाहता हूँ. तो उन्होने कहा तो रोका किसने है आइये और हम एक दूसरे की बाहो में समा गए. मैने अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए और उन्हे चूसने लगा. भाभी की मस्तानी चूत
वो मेरा साथ दे रही थी मैं अपनी जीभ से उनके होंठो को चूस रहा था और उनके मुहं में घुसने की कोशिश कर रहा था और उन्होने थोड़ा सा मुहं खोला और मैं उनकी जीभ को अपनी जीभ से मिलने लगा. मैने उन्हे अपनी बहो में जकड़ लिया था और उन्हे किस कर रहा था.
मैं उनके बूब्स को अपनी छाती में रगड़ रहा था और उनकी गांड दबा रहा था. तभी मुझे होश आया की ये सही जगह नहीं और हमने किस ब्रेक किया. उन्होने किस ब्रेक करने के बाद एक बार फिर से मेरे लिप्स को चूमा और एक स्माइल दी.
फिर हम एक दूसरे को देखकर स्माइल करने लगे मैने उन्हे बाइक पर बिठाया और वापस होटल रूम में लेकर आया. होटल पहुंचने से पहले मैने एक शॉप से 10 कंडोम ले लिए और वो ये देखकर हँसने लगी और कहने लगी की लगता है आज मेरी हालत खराब होने वाली है. मैने स्माइल दी और कहा देखते जाइए. रास्ते से मैने वोड्का और बियर की बॉटल भी ले ली थी और हम होटल रूम पहुंचे और पहुंचते ही मैने सामान अंदर रखा और भाभी गेट बंद करने लगी और गेट खोलकर वही खड़ी हो गई और हँसने लगी मैंने उनके पास जाकर उनका चेहरा पकड़ कर उन्हे किस करना शुरू किया.
मैं उनके लिप्स को चूसने लगा और उनका हाथ पकड़ के अपनी पेंट पर लंड के ऊपर रख कर रगड़ने लगा. फिर मैने उनके बूब्स पकड़े और दबाने लगा वो वाइल्ड होने लगी थी वो बीच बीच में मेरे लिप्स को काटने लगी और लंड को दबाने लगी. मै उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबा रहा था. फिर उन्होने किस करना छोड़ा और मेरी पेंट खोलने लगी उन्होने मेरा पेंट ऊतारी और अंडरवेर नीचे करके लंड को रगड़ने लगी और मेरी तरफ देखकर हंसकर बोली मज़ा आएगा आज तोफिर उन्होने लंड पर एक ज़ोरदार किस दिया और जीभ से लिक करने लगी. मुझे तो अब जन्नत का मज़ा मिल रहा था. फिर उन्होने मेरा लंड मुहं में लिया और सक करने लगी. मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैने उनका सर पकड़ा और उनके मुहं को ही फक करने लगा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
कुछ देर बाद मैं उनके मुहं में झड़ गया वो पूरा वीर्य पी गई तोड़ा सा होंठ से बाहर आ गया लेकिन मैने उनका मुहं पकड़ कर किस कर दिया. उन्हे बहुत अच्छा लगा फिर मैने उन्हे बेड पर लेटाया और उनके पैर फैलाए और उनकी चूत के आस पास किस करने लगा और लिक करने लगा.वो सिसकारियां ले रही थी और अपनी गांड उठा उठा कर मेरे मुहं को अपनी चूत में लेने की कोशिश कर रही थी उनके मुहं से स्स्स्सह ओउुउउ की अवाज़े मुझे मज़ा दे रही थी. मैने उनकी चूत के होंठो को उंगली से खुज़ाया और फिर उन होंठो को अपने होंठो से किस करने लगा.
मैं उन्हे स्मूच करने की कोशिश करने लगा और भाभी तड़प गई. उनके मुहं से एक दम से निकला चोदो मुझे प्लीज जल्दी से मेरे सच्चे पति में तुम्हारी हूँ. चूसो चाटो मज़ा आ गया और अब मैं पूरे जोश में चोद रहा था.वो एक दम से अकड़ गई और पानी छोड़ दियामें पूरा पानी पी गया और थोड़ी और देर चूत चाटी मेरा लंड फिर से कड़क हो गया था. मैने बियर की बॉटल खोली और भाभी के बूब्स पर डालकर पीने लगा. मुझे मज़ा आ रहा था मैने थोड़ी सी बियर ली और उसे उनकी चूत पर डाला और चाटने लगा भाभी भी मस्त हो गई थी बिल्कुल अब मैने बियर उन्हे दी और उन्होने उसे मेरे लंड पर डाला और चूसने लगी काफ़ी देर ऐसे करने के बाद उन्होने कहा की जान अब रहा नहीं जा रहा मेरी चूत फाड़ दो अब तो मैने उन्हे लेटाया और उनकी चूत में अपना लंड डालने की कोशिश करने लगा.
चूत काफ़ी गीली थी लेकिन मैं अपना निशाना चूक गया था. उन्होने लंड पकड़ा और होल पर रखा और मुझे धक्का लगाने के लिए कहा मैने धक्का लगाया और पूरा लंड चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया था चूत काफ़ी टाइट थी क्योकि वो कभी कभी चुद्वाती थी और मेरे और उनके दोनो के मुहं से थोड़ी सी चीख निकल गई. मैं रुक गया और दर्द कम होने के बाद धीरे धीरे प्यार से लंड अंदर बाहर करने लगा मुझे ऐसा मज़ा आरहा था की मैं क्या बताऊँ. भाभी भी नशे में खो गई थी और वो बहुत मादक अवाज़े निकाल रही थी वो अपने पैरो से मेरी गांड दबा कर लंड को और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी और मुझे तेज़ी से छोड़ने को कह रही थी. मैने धक्के तेज़ कर दिए और उनको चूमने लगा और दबा कर बूब्स बड़ा रहा था काफ़ी देर की चुदाई के बाद मैं उनके अंदर ही झड़ गया और साथ साथ वो भी झड़ गई चुदाई में वो दो बार झड़ी चुदाई में इतना मज़ा आया की मैं बयान नहीं कर सकता.आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |
भाभी ने लंड लेते हुए मुझे अपनी बाहो में जकड़ लिया और अपने पैरो को मेरी कमर में लपेट के मुझसे चिपक के मुझे किस करने लगी और फिर हम सो गए. आप अपनी कहानी हमें भेज सकते है कहानी भेजने के लिए यह पढ़े कहानी कैसे भेजे