प्रेषक : सुहेल
दोस्तों अभी तक आप लोगो ने अम्मी अब्बू दीदी और मै भाग 4 में जहा तक पढ़ा अब उसके आगे लिख रहा हु …. मुझे नींद आ गयी करीब दो घंटे बाद किसी ने मुझे झकझोरा. नजमा थी, मैं >सॉरी , वो ज़रा मेरी आँख लग गयी थी, मैं सो गया था. बोलो क्या बात है. नजमा : भाईजान आप अपनी हालत देखो ना, उई अम्मी में तो नंगा ही सो गया था. खेर फिर मैंने नजमा को पकड कर अपनी और खिंचा वो झटके से मेरी गोद में गिर पड़ी मैंने उसको चूमना शुरू किया. मेरी साँसे तेजी से चलने लगी थी, अभी उसकी कोमल मुलायम पीठ से आगे उसके मखमली चुचियो की तरफ हाथ ले ही जा रहा था .. लेकिन वो मुझसे छुट कर खड़ी हो गयी और बोली भाईजान पागल हो क्या अम्मी और भाईजान दोनों ही घर पर है, और रूम भी खुला हुआ है प्लीज़ जल्द से अपने कपडे पहनो कुछ काम है आपसे… फिर मैं फ्रेश होने के लिए बाथरूंम मे गया ओर जल्दी से फ्रेश होकर बाहर निकला. नजमा वन्ही थी, आज मैं नजमा को कुतिया बना कर उसकी कुंवारी चूत चोद्ना चाहता था, मैंने उसे किस करने की कोशिश की तो वो बोली: भाई प्लीज़ नहीं मुझे पीछे में दर्द हो रहा है ,, वो रुआंसी हो गयी, पर में उसके बूब दबाने लगा, नजमा भाई नहीं करो प्लीज़ दर्द होगा ना… में अब नजमा को चोदना चाहता था… पर नजमा भाग कर बहार चली गई में पागल हो गया रात में किसको चोदुंगा अम्मी की चूत या नजमा की गांड को ..? नजमा के बहार जाते ही में भी बहार निकला , मेरा एक और भी दोस्त था जिसका नाम बिलाल था , बिलाल एक दुकान में जॉब करता था , लेडिज कपड़ो की दुकान थी , वहां वो सेल्समेन था , मेरी और बिलाल की जान पहचान नई नई ही थी , पर मुझे वो बहुत ही पसंद था, उसकी फिट बॉडी बिलकुल किसी हीरो की तरह ही थी, बिलाल देखने में बहुत ही प्यारा लगता है , खाश बात ये थी , उसकी बातें भी मस्त होती थी,में अक्सर उससे मिलने जाता था, आज उसका फोन आ गया था और उसने मुझे मिलने बुलाया, वो एक रूम में किराये से रहता था , में पहली ही बार उसके रूम में जा रहा था, में उसके रूम में पहुंचा, छोटा सा लेकिन ठीक ठाक रूम था उसका, उसने मेरा इस्तकबाल किया और मुझे अपने बेड पर बिठाया, फिर मैंने उससे पुछा की आअज केसे याद किया तो वो बोला सुहेल भाई आज तुम्हे मस्त चीज से मिलवाना है , में क्या है वो चीज , बिलाल भाई थोडा इन्तजार करो ना, फिर बिलाल ने शराब की बोटेल खोली और दो पेग बनाए. हम दोनों ने दो दो पेग पिए …थोडा थोडा नशा हो रहा था .. फिर उसने टीवी ओन करदी और डीवीडी लगा दी, टीवी पर एक सेक्स फिल्म चालू हो गयी … लेकिन फिल्म कुछ नई थी वो एक शी मेल यानी हिंजड़े की सेक्स फिल्म थी, में पहली बार किसी शिमेल की फिल्म देख रहा था, मुझे अजीब सा महसूस हो रहा था, बूब और लंड अल्लाह ने एक साथ ही बना दिए थे , फिल्म बहुत ही sexi थी , और उस शिमेल का लंड मुझसे भी बड़ा था, और बहुत ही प्यारे बूब थे, फिल्म में वो पहले एक आदमी की गांड मरता है , फिर उस आदमी की बीबी को चोदता है , बहुत ही प्यारी फिल्म थी, मैंने देखा की जब वो शिमेल आदमी की गांड मरता है तो वो आदमी बहुत मज़ा ले ले कर अपनी गांड मरवाता है , मुझे ये बात बहुत ही अजीब लगी की गांड मरवाने में भी मजा आता है किसी को , बिलाल भी गौर से फिल्म देख रहा था, बिलाल ने तहमद पहन रखी थी, तहमद के अंदर बिलाल का लंड हिल रहा था और खड़ा भी हो गया था, मेरा भी लंड खड़ा हो गया था, बिलाल की आँखे लाल हो गई थी, वो बार बार अपना लंड खुजा रहा था , तभी रूम की घंटी बजी बिलाल ने रूम खोला, वाह क्या चीज थी, दरवाजे के खुलते ही एक मस्त लड़की ने अदर कदम रखा, क्या माल थी वो बिलकुल ही जोरदार और क्या फिगर थी उसकी मस्त बिलकुल बिपाशा बासु ही लग रही थी , उसके अंदर आते ही बिलाल ने रूम लॉक कर दिया. और बिलाल ने उसको किस किया और गले से लगा लिया . फिल्म तब भी चल रही थी, उस लड़की ने सलवार कमीज पहन रखी थी, उसके बूब तो अल्लाह लगभग 38 के या शायद उससे भी बड़े होगे. वो बिलाल की गोद में ही बेठ गयी, बिलाल ने उसके बूब मेरे सामने ही दबा दिए… वो हंसने लगी और बोली क्या बात है बिलाल बहुत गरम हो रहे हो आज और तेरा लंड भी जोश में है आज .. बिलाल ने उसके बूब जोर से दबाये तो उसने बिलाल का लंड पकड कर दबा दिया. उई ऊऊऊऊऊईईईईईअद्दद्दद्ददीईईई बिलाल चिल्लाया . तभी लड़की बोली ये कौन है बिलाल नया माल है क्या तेरा ,,गांडू कमीने मेरे आशिक .. में सकपका गया .. बिलाल नहीं जमीला ये मेरा दोस्त है, बहुत ही अच्छा और नेक है, उस लड़की का नाम जमीला था …. तभी बिलाल का फोन बजने लगा उसकी दुकान से फोन था और उसको बुलाया था. बिलाल सुहेल भाई मुझे कोई काम हो गया है अब आप ही जमीला के साथ मस्ती करलो.. मेरी तो लोटरी ही लग गयी थी.. जमीला भी मुस्कुरा रही थी . बिलाल मुझे कंडोम का एक पेकेट थमा कर निकल गया. मैंने फिर रूम लॉक कर दिया और जमीला की तरफ देखा वो फिल्म को देख रही थी, मैंने टीवी को देखा तो उसमे वो शिमेल एक लड़के की गांड मार रहा था .. जमीला बहुत ही ध्यान से देख रही थी वो लड़का मज़ा ले ले के उस से गांड मरवा रहा था .. मेरा लंड खड़ा हो गया था में जमीला के पास जाकर बेठ गया , जमीला ने मेरी और देखा वो मुझे एकटक देख रही थी उसकी साँस जोर जोर से चल रही थी .. उसकी बड़ी बड़ी चुन्चिया जोर जोर से हिल रही थी .. तभी उसने अपनी जीभ अपने होंठो पर चलने लगी जेसे कोई लोली पोप चूस रही हो .. जमीला सुहेल आपकी शादी हो गई क्या ..? में नहीं और आपकी जमीला …? दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | जमीला हमारी किस्मत में कहा है शादी ..सुहेल .. में क्यों जमीला आप बहुत ही सुन्दर हो न और सलीकेदार भी .. तभी जमीला ने एक हाथ मेरे लंड के उपर रखा और दूसरा हाथ मेरे गाल पर.. में तो हवस से पागल ही हो गया था…. मेरा लंड मेरी पेंट फाड़ के बहार आना चाहता था, जमीला ने मुझे चूमा और में भी जमीला को जोर जोर से चूमने लगा, टीवी पर वो शिमेल जोर जोर से उस लड़के की गांड मार रहा था. जमीला सुहेल क्या आपको भी गांड का शौक है, मेंने कहा ”हाँ ” जमीला माँरने का या मरवाने का या फिर दोनों का …? में जमीला में गांड मारी जरुर है पर कभी मरवाई नहीं है तुमने ..? जमीला मैंने मरवाई है न सुहेल पर मरवाने में भी अपना मज़ा है ,, कभी मरवा कर तो देखो ..बहुत मज़ा आएगा सुहेल …देखो वो लड़का केसे प्यार से अपनी गांड मरवा रहा है, मैंने उसको टालने के हिसाब से कहा अगर ऐसा कोई शिमेल हो तो जरुर में भी गांड मरवा लूँगा .. जमीला क्या सही में सुहेल ..? मैंने उसे हाँ कहा [कहाँ ऐसा शिमेल मिलना था मुझे } तो जमीला खुश हो गई और मुझे लिपकिस कर लिया ,मैंने भी उसके बूब दबाये… क्या मस्त और भरे भरे बूब थे जमीला के में मस्ती में डूब गया.. जमीला ने मेरी कमीज उतार दी और मुझ्र पेंट उतरने को कहा .. मैंने जल्दी से अपने कपड़ो को उतार फेंका और नंगा हो गया , मेरा लंड झटके ले रहा था , जमीला ने तुरंत ही मेरे लंड को अपने सुंदर मुंह में ले लिया और बड़े ही मस्त तरीके से चुने लगी . जमीला मेरा लंड चूसते चूसते मेरी गांड को सहला रही थी और मेरे गांड के छेद को भी कुरेद रही थी, में सेक्स की लज्जत में डूब रहा था … जमीला पता नहीं केसे केसे तरीको से मेरा लंड चूस रही थी बहुत ही मज़ा आ रहा था, मुझे लगता था की में जमीला के मुंह में ही अपना पानी निकल दूंगा .. तभी जमीला ने अपनी एक अंगुली मेरे गांड के छेद में डाल दी . ऊईईई अम्मी ओह ओह ये क्या किया जमीला ने मेरी गांड में दर्द हुआ. जमीला हंस पड़ी और बोली अंगुली से ये हाल है तो लंड केसे लोगे अपनी गांड में सुहेल..? मेरी गांड में जलन हो रही थी. में बोला जमीला तुम भी बदमाश हो अचानक अंगुली डाल दी.. जमीला हूँ सुहेल तो ठीक है अब बोल कर डालती हूँ.. और जमीला मेरे पीछे आ गयी और हाई क्या हरकत की उसने अल्लाह .. उसने उफ़ अपनी जीभ मेरी गांड के छेद में डाल दी और घुमाने लगी गोल गोल. में बयान नही कर सकता था की केसा मज़ा आ रहा था मुझको लगा की में जन्नत में पहुंच गया था जेसे ,, उसने अपने हाथो से मेरी गांड का छेद छोड़ा कर लिया और मेरी गांड को जोरो से चाटने लगी, क्या मज़ा आरहा था मुझको में मज़े में डूब गया था तभी जमीला ने फिर मेरी गांड में अपनी दो अंगुलिया फिर से डाल दी. में फिर तडफा और वो हंस दी. जमीला लगता है आपकी गांड कभी नहीं चूदी है सुहेल क्या मस्त गांड है आपकी, में जमीला आप लगता है गांड चाटने की शोकिन हो, जमीला हाँ सुहेल मुझे गांड चाटने में मज़ा आता ह और चटवाने में भी .. में तो चट्वाओ अपनी गांड जमीला में चाटता हूँ .. जमीला रुको न सुहेल धीरे धीरे सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है, आपने कितनो की गांड माँरी है, अभी तक .. में दो गांड मरी है जमीला अभी तक मैंने.. जमीला बिलाल की मरी है या नहीं सुहेल. में नहीं तो जमीला क्या वो गांड मरवाता है, क्या . जमीला सुहेल उसको तो बड़ा ही शोक है मरवाने का, और मुझे भी है मरवाने का.. बहुत ही मज़ा आता है गांड में बड़ा लंड ले ने का .. तुम्हे मैंने जीभ से मज़ा दिया सोचो अगर जीभ इतना मज़ा देती है तो लंड कितना मजा देगा सोचो सुहेल …? में सच में सोचने लगा की गांड मरवाने में भी तो कुछ तो मज़ा आता ही होगा, तभी सुहेल मुझसे गांड मरवाकर खुस था उस दिन..! तभी जमीला ने मुझे बेड पर उल्टा लिटा दिया और मेरी गांड सहलाने लगी. जमीला सुहेल बहुत ही मस्त गांड है तुम्हारी तो बहुत ही खुशनसीब होगा जो इसको मारेगा… ये कहकर फिर से वो मेरी गांड चाटने लगी बीच बीच में वो अपनी अंगुली भी डाल रही थी, अब गांड को अंगुली से दर्द नहीं हो रहा था उलटे मुझे मज़ा आ रहा था ये करवाने का.. तभी जमीला खड़ी हुई और अपना पर्स ली और उससे एक रबर का लंड निकाला और मुझसे बोली, जमीला सुहेल क्या ये डाल दू आपकी मस्त गांड में ,, मैंने वो लंड अपने हाथ में लिया, करीब 5 इंच का था और मेरे लंड से पतला भी था, मैंने जमीला को कहा दर्द हुआ तो जमीला…? जमीला सुहेल में क्रीम लगाकर डालूंगी तुम्हे बहुत ही मज़ा आयेगा यकींन करो मुझ पर मेरे जानू. मैंने हामी भरी तो जमीला खुश हो गयी और जमीला ने अपनी कुर्ती उतार दी, उसके बूब अब ब्रा में केद थे और बहुत ही प्यारे बूब थे उसके.. फिर उसने अपनी ब्रा भी उतार दी. उफ़ क्या बूब थे जमीला के बड़े बड़े बूब और काली काली टिट थी उसकी .. फिर जमीला ने मुझे अपनी चुन्ची पिने को कहा , में जेसे बचपन में अम्मी का दूध पीता था वेसे ही जमीला की चुन्ची पिने लगा, जमीला मेरा लंड हिला रही थी और मुझे उकसा रही थी, मैंने जमीला को उसकी सलवार उतरने को कहा तो वो बोली रुको ना जानू क्या जल्दी है, में रुक गया, जमीला ने फिर मेरी गांड में कोई क्रीम लगाई, मुझे ठंडा ठंडा महसूस हुआ, फिर जमीला ने मुझे उल्टा लेटने को कहा, में उल्टा लेट गया, फिर जमीला ने बड़े ही प्यार से मेरी गांड सहलाई, फिर उसने धीरे से रबर का लंड मेरी गांड के छेद पर लगा दिया, जमीला सुहेल आप गांड को बिलकुल ही ढीली छोड़ दो ना, मैंने हामी भरी और अपनी गांड को अकदम ढीला छोड़ दिया, जमीला ने धीरे से वो लंड मेरी गांड के छेद में फसा दिया, थोडा सा दर्द हुआ पर ज्यादा नहीं. जमीला ने मुझे टीवी देखने को कहा, टीवी में एक मिंया बीबी मिलकर उर शिमेल का लंड चूस रहे थे, और वो शिमेल बीबी के बूब दबा रहा था, तभी जमीला ने झटके से वो लंड मेरी गांड में घुसेड दिया. मेरे मुंह से चीख निकली अह्ह्ह्हह्ह्हा उई उई अम्मी आहा,,, जमीला निकालो ना इसको प्लीज़. जमीला सुहेल डरो मत आपकी गांड अब खुल गयी है, थोड़ी देर ही दर्द होगा फिर मज़े का शेलाब आएगा मेरे जानू, और जमीला उस लंड को आगे पीछे करने लगी, मुझे दर्द हो रहा था, पर करीब 5-7 मिनिट में ही मुझे चैन आ गया, अब जमीला जोर जोर से वो लंड आगे पीछे कर रही थी, मुझे सचमुच मज़ा आ रहा था. खां मेरी गांड में एक अंगुली से भी दर्द हो रहा था और अब मेरी गांड लंड भी आराम से ले रही थी, तभी जमीला ने वो लंड बहार निकल लिया, में जेसे मस्ती की नींद से जागा, में बोला क्या हुआ जमीला,लंड क्यों बाहर निकाला तुमने, जमीला सुहेल तुम्हे मज़ा आ रहा था ना सच्च बोलो जानू.. मैंने हामी भरी, जमीला मेरे सामने खड़ी हो गयी में बेड पर लेता हुआ था, वो मेरे सामने आकर मेरे सर के सामने खड़ी हो गयी, जमीला मेरे बालो से खेलने लगी और बोली सुहेल क्या तुमको सचमुच का लंड लेना है अपनी गांड में, मुझे मज़ा आया था और अब में सच का लंड लेना चाहता था अपनी गांड में, मैंने कहा हाँ जमीला पर कीसका लंड लूँ में, जमीला तुमने कभी शिमेल को देखा है, असलियत में सुहेल,, में नहीं कभी नहीं जमीला, पर सुना बहुत है,काश कोई शिमेल होता और मेरी गांड को अपने बड़े से लंड से भर देता, जमीला मान लो अगर मेरे पास बड़ा सा लंड होता तुमसे भी बड़ा, तो क्या सुहेल तुम भी चूसते, और अपनी गांड में लेते क्या, में हाँ क्यों नहीं जमीला में तो मज़े से गांड मरवाता तुमसे और मज़े करता, जमीला मेरे सामने ही थी उसने फिर अपनी सलवार उतारी, बाप रीईईईईई अल्लाह क्या देख रहा हूँ में, जमीला सही में ही शिमेल ही थी, अल्लाह क्या मस्त लंड था उसका, मुझसे भी बड़ा और एकदम गोरा गोरा… में तो पागल ही हो गया जमीला का लंड देख कर, क्या लंड था बहुत ही प्यारा, बड़ा करीब 9” इंच का था वो , झटके खा खा कर हिल रहा था जमीला का लंड. लंड के टोपे पर एक बूंद पानी की थी, लंड बिलकुल मेरे मुंह के पास था. ये देख कर मेरी गांड में खुजली होने लगी, मैं मौका गँवाए बिना उसके लौड़े को पकड़ सहलाने लगा, जमीला के मुंह पे एक मुस्कराहट आ गयी थी, उसका बड़ा लौड़ा लटक रहा था, वो मेरे सर को अपने लंड की तरफ खिंच सी रही थी, मैंने उसके मस्त लंड को हलके से चूमा, ये मेरा किसी लंड को चूमने का पहला ही मोका था, अच्छा टेस्ट था लंड के पानी कानमकीन सा सोल्टी , फिर में बेड से उतर गया , मैं कुतिया की तरह घुटनों के बल चलता हुआ उसके करीब पहुँचा, उसका लटकता हुआ लौड़ा मुझे पागल कर रहा था, मैंने भैंस के बच्चे की तरह उसका लंड पकड़ मुँह में ले लिया, मैं उसका लंड पूरा टोपे से लेकर आँड तक चूस रहा था , मैं उसका लंड पूरे जोश क साथ चूस रहा था कि तभी मुझे एक आइडिया आया, मैंने अपने दोनों हाथों से उसके कूल्हे पकड़ लिए, और उसके लंड को अपने मुँह में घुसाने लगा और साथ ही धीरे धीरे उसकी गाण्ड में अपनी उंगली डाल रहा था, जैसे ही मैंने उंगली डाली, वो और जोर से मुँह में धक्के मारने लगी , उ सको मज़ा आ रहा था, मैं अब और जोर से उंगली डाल रहा था, मैंने जम कर उसका लंड चूसा और फिर उसने मुझे पकड़ा, मेरी मस्त गांड पूरी नंगी की, उसने मुझे बेड पर बिठाया और मेरे पेट पर ही अपना लंड रगड़ने लगी , उसने मेरी टांगें उठवा ली और मुझसे कंडोम का पूछा , बिलाल मुझे कंडोम देकर ही गया था, मैंने जमीला को वो पेकेट दे दिया, जमीला ने अपने बड़े लंड पर कंडोम चढाया और फिर कंडोम पहन कर चढ़ गयी मुझ पर, करीब 10 मिनट बाद मैंने पूछा- कैसा लग रहा है..? उसका लंड लोहे की तरह सख्त और उसका टोपा लाल हो गया था, इतनी देर तक जमीला का लंड चूसने क बाद मेरा लंड भी अपनी चमड़ी फाड़ कर बाहर आना चाहता था। मैंने पूछा- तुम्हारी गाण्ड को अच्छा लग रहा है या नहीं? वो बोला- आज तक इतना मज़ा कभी नहीं आया, बहुत ही प्यारी गांड है तेरी और मस्त लंड चूसा है तुमने, पहले में मारू सुहेल अआपकी गांड या आप मेरी मारोगे, मैंने कहा ओके, तो पहले मैं तेरी मारता हूँ फिर तू मेरी मारना, जमीला हाँ ठीक है. मैं सर हिला कर बेड पर डॉगी स्टाइल में चढ़ गया, जमीला अंदर से क्रीम की बोतल लाई और खूब सारा क्रीम अपनी गाण्ड की छेद पर लगाने लगी, मैंने उसकी गांड का छेद देखा एकदम लाल लाल बिलकुल मेरी अम्मी की चूत की तरह ही था , फिर मैंने पहले एक उंगली घुसाई, उसे अच्छा लगा, फिर दो उंगलियाँ, उसे थोड़ा दर्द हुआ, फिर मैंने उसे पूछा- तुम तैयार हो जमीला ? जमीला बेड पर लेट गई और मैंने उसके मुंह में अपना लंड दाल दिया .. वो हाँ बोल कर चुप हो गयी और मैं उसकी गाण्ड में उंगली करते हुए अपने लंड परक्रीम लगाकर कंडोम लगाने लगा. फिर मैंने उसको पीठ को चूमना शुरू किया और धीरे से अपने लंड का टोपा उसकी गाण्ड के छेद पर लगाया, उसके कान में कहा जमीला तुम्हें भी मेरे लंड से बहुत मज़ा आएगा, और उसकी गाण्ड में धीरे से टोपा घुसा दिया, वो थोड़ा सा चिल्लायी उई ऊईईई आहा धीरे सुहेल धीरे डालो ,, पर मैंने उसका मुँह बंद का रख, फिर मैंने दूसरा धक्का दिया और मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी गाण्ड में घुस गया, उसकी आँखें दर्द के मारे बंद हो चुकी थी, मैंने धीरे से पूरा लंड अंदर घुसा दिया और धक्के देने लगा , धीरे धीरे उसकी गाण्ड का छेद खुल गया और आराम से अंदर बाहर होने लगा. अब उसकी सिससकारियाँ तेज़ हो रही थी और साथ ही मेरे धक्के भी, बीच बीच में मैं उसका लंड भी हिला रहा था. फिर मैंने उससे पीठ के बल लेटा दिया और उसकी टाँगें उठा कर अपने कंधे पे रख ली और सामने से उसकी गाण्ड मारने लगा, अब मैं पूरी गति से धक्के मार रहा था और वो गाण्ड उठा उठा कर मेरा लंड अपनी गाण्ड में ले रही थी, मैंने चोदते हुए उससे पूछा- मेरा लंड कैसा है? जमीला तुम्हारा लंड काफ़ी लम्बा है, मज़ा आ रहा है, प्लीज़ क्या तुम मेरी गाण्ड रोज़ मार सकते हो जानू ? मैंने कहा- हाँ ! इतना सुनते ही वो और ज़ोर से गाण्ड उछाल उछाल कर अपनी मरवाने लगी , वो बीच बीच में कहती चोद दे मुझे सुहेल , रंडी की तरह चोद, इस ब्लू फिल्म की तरह चुदाई कर दे आज मेरी गाण्ड की ! यह सुन कर मैं अपना पूरा लंड पूरे जोश क साथ उसकी गाण्ड में घुसा रहा था .. करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उसकी गाण्ड की गहराई में भर दिया. उसके बाद हम 10 मिनट तक एक दूसरे से चिपक कर सो गये. फिर जमीला ने मेरे होंठ अपने होंठो में दबा लिए और चूसने लगी मेरा लंड भी ठुमके लेने लगा, जमीला का लंड मेरे लंड से रगड कहा रहा था बहुत ही गरम ठ जमीला का लंड ,, तभी जमीला बोली मेरे लंड का क्या होगा सुहेल ये भी मचल रहा है आपकी गांड के लिए.. में अब अपनी गांड जमीला से मरवाने को तेयार था , साला इतना मोटा और कमसिन था दोस्तों आप यह कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | जमीला का लंड कि मैं पागल ही हो गया उसे देखकर, करीब 9” इंच का तो होगा ही, अब मैं उसके ऊपर लेट गया और कस कर उनके चुचूक चूसने लगा, मेरे हाथ उनकी गोटियों से खेल रहे थे, मैंने उनके मम्मों में कस कर काटा, फिर नीचे को उसका बदन चूसते हुए उसके लंड की ओर अपना मुंह ले गया, कुछ देर तक उसके हथोड़े के साथ खेलने के बाद मैंने उसे मुँह में ले लिया, जीभ से गोलाई में घुमा घुमा कर उस फौलादी लंड की पूजा करने लगा, तभी उसने मेरा सिर पकड़ के ज़ोर का धक्का लगा दिया और पूरा का पूरा मेरे गले तक उतार दीया, ‘उम्फ !’ मेरे मुँह से आवाज़ आई, पहली बार था लेकिन फिर भी बड़े प्यार से डलवाए रहा, अब जमीला भी पूरे जोश में थी और ज़ोर ज़ोर से धक्के मार मार के लंड मेरे मुँह में अन्दर बाहर कर रही थी , पाँच मिनट तक मुँह की चुदाई करने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला , फिर मुझे उल्टा कर मेरी चिकनी गांड सहलाने लगी और अपनी जीभ अन्दर बाहर करनेलगी, ‘म्म्ह जमीला , आह ! यह क्या कर रही हो?’ मैं मस्ती में चिल्लाया, ‘आइ लव यू सुहेल , आह… बस इस चिकनी गांड को अपने लंड के लिएढीली कर रही हूँ, ‘क्या? ओह यस , प्लीज़ जल्दी से डालो !’ मैं चिल्लाया पर वो थी कि मेरी गांड चाट ती ही जारही थी, मैंने बोला जमीला ‘आह प्लीज़ जानू अब डालो ना लेट मत करो ना … जमीला ने अपना सिर मेरी गुलाब जैसी गांड से निकाला और प्यार से मुस्कराकर कहा ‘आपका हुकुम सर आँखों पर सुहेल !’ यह सुनकर मेर हँसी छूट पड़ी .. वो फिर एक बार मेरे ऊपर लेट कर मेरे रसीले होंठों का रस पीने लगी, जमीला एक हाथ से वो मेरी मुट्ठी भी मारटी जा रही थी . अब मेरे अन्दर भी हवस का तूफ़ान भर चुका था मैं नशे में बोला >’मेरा निकलने वाला है जानू आह !’ ,, तभी जमीला ने मुझे उल्टा लिटाया और मेरी गांड के छेद पर क्रीम लगाई मैंने उसके लंड को हाथ में ले लिया और हिलाने लगा, जमीला अपने लंड को मेरे होंटों पर घुमाने लगी , वासना से मेरी आँखे बंद होने लगी, फिर उसने अपना लंड मेरे मुँह में फिर से दे दिया, अब मैं धीरे धीरे उसके लंड पर जीभ घुमाने लगा और मुँह में डाल कर चूसने लगा. मैं बड़ी मुश्किल से उसके लंड को चूस पा रहा था क्योंकि वो बहुत मोटा था। कभी कभी तो जमीला का लंड मेरे गले तक चला जाता, मेरे गांड में भयंकर आग लग चुकी थी पर मैं सलीम के मोटे लौड़े से डर भी रहा था, पर मैंने हिम्मत करके जमीला के लंड के आगे अपनी गांड कर दी, जमीला ने बहुत सारी क्रीम मेरी गांड पर लगा दी और कुछ क्रीम अपने लंड पर भी लगा दी. तभी मैंने जमीलासे कहा कि वो पहले अपनी उंगली मेरी गांड में घुसाए क्योंकि उससे गांड मारने में आसानी होगी. फिर जमीला ने मेरी गांड में उंगली करनी शुरू कर दी, मुझे बड़ा मजा आ रहा था, फिर उसने अपनी दो उंगलियाँ मेरी गांड में घुसा दी. अब मेरे बदन में आग लग चुकी थी. मैंने जमीला से कहा अब गांड मारनी शुरू करो मेरी जान .. जमीला ने अपना मोटा लंड मेरी गांड पर रख कर दबाव बनाना शुरू किया, परउसका लंड बहुत मोटा था, वो मेरे गांड में जा ही नहीं रहा था. फिर मैं पेट के बल बिस्तर पर लेट गया और अपने चूतड़ अपने हाथों से खोलने लगा. अब जमीला ने अपना लंड मेरे गांड में डालना शुरू किया, मैंने जोर से अपना मुँह भीच लिया, और तभी जमीला ने जोर से धक्का मारा, उसका पूरा सुपारा मेरी गांड में घुस गया था और मुँह से घुटी घुटी चीखें निकल गई. फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को दबाना शुरू किया, वो करीब पांच मिनट तक मेरे चूतड़ों से खेलता रहा. अब मेरा दर्द कम हो चुका था, फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को सहलाते हुए अपना लंड मेरी गांड में आगे पीछे करना शुरू किया, अब मुझे भी मजा आने लगा था, मैं भी अपनी गांड उचका कर उसका पूरा लंड खाने को तैयार था, करीब पांच मिनट बाद जमीला का पूरा लंड मेरी गांड में घुस चुका था पर हम दोनों के बदन पसीने में नहा चुके थे, अब जमीला ने धक्के मारने शुरू कर दिए थे, वो कई साल का प्यासी थी , लगता था कि आज मेरी गांड की खैर नहीं, मुझे भी मजा आ रहा था, करीब सात मिनट बाद जमीलाझड़ गयी , उसके वीर्य ने मेरी गांड में कंडोम के अंदर ही पानी कटोरी लबालब भर दी थी, वो करीब एक मिनट तक झाड़ता रही , उसके वीर्य की गर्म गरम पिचकारी ने मेरी आग को ठंडा कर दिया था, फिर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लुढ़क गए.. बहुत ही थक गए थे हम दोनों इस गांड मरवाई से .. करीब आधा घंटा बाद मैंने फिर अपनी गांड को जमीला के लंड पर घिसना शुरू कर दिया, दो मिनट बाद जमीला का लंड चोदने के लिए फिर तैयार थी . इस बार मैं जमीला के सामने घोड़ी बन गया और अपनी गांड जमीला के मुँह के सामने कर दी. जमीला ने मेरी गांड को चाटना शुरू कर दिया, वो अपनी जीभ को मेरी गांड पर गोल गोल घुमाने लगी. वो मेरी गांड को करीब पांच मिनट तक चाटती रही फिर मैंने कहा- अब चुदाई फिर से शुरू करो जमीला . उसने फिर मेरी गांड और अपने लंड पर क्रीम लगाई और मेरी मस्त गांड में अपना बड़ा सा लंड डालना शुरू कर दिया, इस बार लंड आराम से अन्दर जा रहा था, मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैंने जमीलासे कहा अब मैं तुम्हारी गुलाम हूँ, मुझे जी भर कर चोदो जमीला … जमीला ने मेरी गांड को बजाना शुरू कर दिया। साथ ही वो मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ भी बजाने लगा। मैं जन्नत की सैर कर रहा था, मैंने जमीला से कहा- मेरी रानी , बजा दे मेरी गांड का बाजा.. फिर उसने अपने धक्कों की रफ़्तार तेज कर दी और साथ ही मेरे चूतड़ों पर अपने थप्पड़ों की बरसात भी.. मेरी गांड फच फच बोलने लगी। मैंने उत्तेजना में कहा जमीला, आज मेरी गांड को फाड़ दे, करीब बीस मिनट तक जमीला मेरी गांड को फाड़ती रही .. बीस मिनट बाद जमीला मेरी गांड में झड़ गयी इस बार कंडोम नहीं लगाया था जमीला ने, मेरी गांड की प्यास भी बुझ चुकी थी.. फिर में जमीला को अपनी बांहों में लेकर भर कर चूमने लगा और बोला आज तुमने मुझे बहुत बड़ी ख़ुशी दी है, जमीला मैं इसे जिंदगी भर नहीं भूल सकता,उसकी आँखों में आँसू आ गये.. जमीला बोली सुहेल आप बहुत ही अच्छे हो कोई हमारे को प्यार नहीं करता है , बस खली हमारी गांड मारते है, पैसा देकर ..कोई मेरे लंड की प्रवाह नहीं करता है, सुहेल आपने मेरे दिल को जीत लिया है.. अब जमीला आपकी गुलाम है सुहेल आप कभी भी मुझे बुला सकते हो… मुज्झे भी इस सेक्स में बहुत ही मज़ा आया था खासतौर से जमीला से अपनी गांड मरवा कर..
दोस्तों ये अपनी रियल कहानी मै अब यही पर समाप्त करता हु आगे की कहानी फिर कभी लिखुगा वैसे मै मस्तराम डॉट नेट का शुक्रिया अदा करना चाहुगा जिसके माध्यम से आज आप लोग मेरी ये कहानी पढ़े | आप लोग भी अपनी कहानी पोस्ट कर सकते है Click Here