बाप बेटी – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 100% Free Hindi Sex Stories - Sex Kahaniyan Thu, 22 Mar 2018 06:59:40 +0000 en-US hourly 1 /> //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/wp-content/uploads/2015/10/cropped-mastaram-dot-net-logo-red-32x32.png बाप बेटी – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 32 32 कमसिन जवानी को कण्ट्रोल किये बिना बाप से चुदवा ली | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/kamsin-jawani-ko-control-kiye-bina-baad-se-chudwa-li.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/kamsin-jawani-ko-control-kiye-bina-baad-se-chudwa-li.html#respond Tue, 13 Mar 2018 04:18:36 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=12186 कमसिन जवानी को कण्ट्रोल किये बिना बाप से चुदवा ली, मैं एक हसीन जवान और खूबसूरत लड़की हूं ऐसा मेरे सब दोस्त कहते हैं और मुझे भी पता है मेरी जवानी हिलोरे ले रही है सब लड़के मंझ पर जान छिड़कते हैं लेकिन मैने अपनी जवानी अपने पतिदेव के लिए बचा कर रखी है और कभी किसी को अपने पास नहीं फटकने दिया

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हाय दोस्तों आज की ये कहानी एक अजीब सी कहानी है जिसमे महज 17 साल की उम्र वाली लड़की के साथ सेक्स होता है और वो भी उसकी मर्जी से..क्या जमन आ गया है यह पर अब हर बच्चे को पटा है की सेक्स क्या होता..क्या होता है वो तो छोडिये अब इन्हें ये सब करवाने की भी इच्छा होने लगी. तो चलिए इस कमसिन लड़की की कहानी को मैं आप सभी के सामने रखती हूँ. मैं एक हसीन जवान और खूबसूरत लड़की हूं ऐसा मेरे सब दोस्त कहते हैं और मुझे भी पता है मेरी जवानी हिलोरे ले रही है सब लड़के मंझ पर जान छिड़कते हैं लेकिन मैने अपनी जवानी अपने पतिदेव के लिए बचा कर रखी है और कभी किसी को अपने पास नहीं फटकने दिया। मैं अपने मां बाप की इकलौती सन्तान हूं मेरी मां पिछले वर्ष सीढ़ीयों से गिर गयी थी और उनकी एक टांग टूट गयी तब से वे बिस्तर पर हैं और उनका इलाज चल रहा है घर का सारा काम कामवाली बाई करती है या फिर मुझे करना पड़ता है।

मेरे पापा मुझे बहुत प्यार करते हैं वो अभी एकदम जवान हैं और बहुत सुन्दर भी हैं अक्सर रात को मां पापा में बहस होती रहती है एक दिन मैंने मां से पूछा तो मां ने बताया कि तेरे पापा मेरे साथ सोना चाहते हैं लेकिन मैं इस काबिल नहीं हूं डाॅक्टर ने मना कर रखा है यदि मैं एकसा नहीं करती हूं तो मेरी जान को खतरा है। यह सुनकर मुझे झटका लगा। यानी पापा मां के साथ अब कभी नहीं सो सकेंगे यह सोचकर मुझे बड़ा दुख हुआ। अक्सर पापा रात को गुस्सा होकर ही सोते हैं और शराब पीने लग जाते हैं. मुझे पापा पर बड़ा प्यार आया और एक दिन मैंने पापा से कहा पापा आप शराब मत पिया करो चलो मैं आपको सुलाती हूं पापा बोले नहीं तू जा अपने कमरे में मैं अपने कमरे में चली गयी.

फिर थोड़ी देरे में मैं फिर पापा के कमरे में गयी तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गयी पापा अपने लम्बे मोटे लंड को हिला रहे थे मुझे देखकर वो एकदम से सकपका गये मैं उल्टे पांव अपने कमरे में भाग गयी लेकिन मुझे पापा पर बड़ा तरस आया। थोड़ी देर में पापा मेरे कमरे में आये मैं सो रही थी पापा ने मुझे माथे पर किस किया और चादर उड़ाकर चले गये। लेकिन मुझे पूरी रात नींद नहीं आयी और पापा का मोटा लंड मेरी नजरों के सामने घूमता रहा। अगले दिन जब रात को पापा शराब पी रहे थे तो मैं पां की साड़ी पहन कर उनके पास गयी और बोली पापा आज मैं आपको सुलाती हूं देखना अच्छी नींद आयेगी। पापा मुझे साड़ी में देखकर खुश हुए और बोले आज तो तू बिलकुल अपनी मां की तरह लग रही है मैं पलंग पर बैठ गयी और पापा के सर में मालिश करके उन्हें सुलाने लगी।

थोड़ी देर में पापा ने करवट बदली और मेरे बूब पर अपना हाथ रख लिया और दबाने लगे बड़बढ़ाने लगे आज तो तू बिलकुल सुहागरात वाली लग रही है सीमा आई लव यू सीमा मेरी मां का नाम है यानी पापा मुझे अपनी पत्नी समझकर प्यार कर रहे थे मैं कुछ नहीं बोली फिर पापा ने अपना हाथ मेरे ब्लाउज में डाल दिया मैं बोली पापा ये क्या कर रहे हो मैं अपाकी बेटी हूं पापा बढ़बढ़ाये क्या बकती हो तुम तो मेरी सीमा हो और यह कहकर पापा ने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया पापा का खड़ा मोआ लंड मुझे चुभने लगा मैं कुछ नहीं बोली तभी पापा ने मेरी साड़ी नीचे से उठा दी और अपना हाथ मेरी चूत पर रख दिया और एक उंगली मेरी कुंवारी चूत में डाल दी मैं एकदम से गरम हो गयी और मैंने आपनी टांगे चैड़ी कर ली.

पापा थोड़ा नीचे झुके और मेरी चूत को चाटने लगे मुझे आज पापा पर बड़ा प्यार आ रहा था और कुछ नहीं बोली और उन्हें मजा देने लगी थोड़ी देर में ही पापा ने अपना अंडरवियार उतार दिया और एकदम से मेरे उपर चढ़ गये और अपना नौ इंच का लड़ मेरी योनी में घुसेड़ दिया मेरी चींख निकल गयी लेकिन थोड़ी देर में मुझे मजा आने लगा और मैं पापा से चिपक गयी पापा आधा घंटे तक मुझे चोदते रहे और मैं दो बार झड़ यी जब पापा का नषा उतरा तो वो मुझे देखकर बोले रश्मि तुम यहां क्या कर रही हो मैंने कहा पापा आपने मुझे आज अपनी बीवी बना लिया और मेरे साथ सब कुछ कर लिया और मैं रोने लगी पापा अपना माथा पीटने लगे और पछताने लगे .

मुझे पापा पर फिर से प्यार आया और मैं बोली कोई बात नहीं पापा आज से मैं मां की कमी पूरी किया करूंगी और आपकी बीवी बनकर रहूंगी और अब रोजाना ऐसा ही होने लगा दो माह बाद मैं पेट से हो गयी तो पापा बोले बेटा इसे गिरा दो तो मैंने कहा पापा आप मुझ से प्यार नहीं करते क्या तो पापा बोले ये कैसी बात कर रही हो अपनी जान से ज्यादा तुम्हे प्यार करता हू मैने कहा फिर मैं आपका बच्चा नहीं गिराउंगी और उसे जन्म दूंगी और ऐसा ही हुआ नौ माह बाद मैंने अपने पापा की बेटी को जन्म दिया पापा बहुत खुश हुए मां को भी बस कुछ पता है लेकिन वो कुछ नहीं बोलती इस बारे में चुप्पी साधे हुए हैं.

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रसीली चुत का गरम पानी | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/rishto-me-chudai/rasili-chut-ka-garam-pani.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/rishto-me-chudai/rasili-chut-ka-garam-pani.html#respond Mon, 26 Feb 2018 14:33:00 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=12085 रसीली चुत का गरम पानी, मेरी चूत को मूह मे भर कर चूसने लगे मैं बुरी तरह तप रही थी और अपने अब्बू का मूह ज़ोर... ज़ोर से अपनी चूत पे दबाने लगी तब ही अब्बू खड़े होने की कोसिस करने लगे और मेरा बॅलेन्स बिगड़ने लगा तब मैने घबरा कर कहा आआआअहह अब्बू क्या कर रहे है मैं गिर जाउन्गि मगर अब्बू नही माने

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मेरे प्यारे चोदु भाइयो और चुदासी बहनों आप सभी ने मेरी कहानी को इतना पसंद किया उसके लिए आप सभी का धन्यवाद. आज मै फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर. आप सभी को बता दूँ की मैंने अभी अभी अपनी चुत को क्लीन किया है अब फिर से मेरी चूत तनटना गयी है किसी कोरी कमसिन लड़की की तराह हां तो दोस्तों अब मैं अपनी कहानी सुरू करती हूँ जिसमे एक बार फिर से अब्बू और भाई ने मुझे चोदा उस दिन हुआ ये था कि मैं बहुत चुदासि थी और अम्मी नानी के घर गयी हुई थी ये तो आप लोग जानते ही है कि मेरी फ्ली चुदाई भी अब्बू ने ही की थी और फिर अम्मी ने भाई से भी चुदवाया था और अब.

वो लोग अक्सर मुझे चोदा करते थे मगर इधर बहुत दिन से अब्बू अम्मी की फैली हुई चूत मे मस्त थे और भाई ने कोई 2सरी ग़/फ फसा ली थी और मुझपे ध्यान देना छोड़ ही दिया था तब आख़िर अम्मी के बाहर जाते ही मैने सबसे पहले अपनी झाँते बनाई और रात को अब्बू के रूम मे गयी अब्बू कोई मूवी देख रहे थे और मुझे देख कर बोले बेटी क्या हुआ आज बहुत दिन बाद अब्बा की याद आई.

तब मैने कहा आप तो अम्मी जान की चूत मे ही फसे रहते है अब आपको मेरा ज़रा भी ख्याल नही आपने मुझे कितने दिनो से नही चोदा है तब अब्बू ने दुलार जताते हुए कहा ऊऊओह मेरी प्यारी रानी बेटी आजा आज तुझे फिर से चोद्ता हूँ और ये कह कर उन्होने डी.वी.डी चेंज कर दी अब उसमे एक बी/फ चलने लगी जिसमे एक 14 साल की लड़की को 5 आदमी चोद रहे थे.

जिसे देख कर मेरी आँखें बाहर आ गयी और मैने अब्बू से कहा अब्बा ये बच्ची इन 5चो को एक साथ झेल रही है और उसको कितना मज़ा आ रहा है जबकि इसकी एज भी अभी ज़्यादा नही 14…15 साल की होगी तब अब्बू बोले मेरी बच्ची ये साले अंग्रेज लोग ऐसे ही होते है साली इतनी सी है और तुम खुद ही देखो कैसे मज़े ले..लेकर 5.

5 लंडों का मज़ा एक साथ ले रही है जबकि इसमे एक इसका बाप और एक भाई के अलावा 3बाहर वाले है अब ये सब देख कर भला मेरी चूत मे ख़ाज़ क्यूँ नही उठती तब मैने अब्बू से कहा अब्बू मैं तो आप और भाई से ही चुदवा कर पनाह माँग जाती हूँ तब अब्बू ने कहा जा बगल के रूम से आफ़ाक़ को बुला ला साला लंड पकड़े सो रहा होगा तब मैं भाई के रूम की तरफ बड़ी और देखा तो सच मे वो अपने लंड को हाथ मे लेकर सदका मार रहा था मैं जल्दी से बढ़ते हुए बोली हाय भाय्या क्या ग़ज़ब कर रहे हो भला घर मे इतनी खूबसूरत बहन होते हुए तुम्हे ये सब करना पड़े तो लानत है मेरी जवानी पे और मैने झट से उनका लंड अपने कोमल हाथ मे ले लिया और बड़े प्यार से सहलाने लगी और जल्दी…जल्दी हाथ आगे पीछे करने लगी.

फिर झट से मूह मे लेकर चूसने लगी और तब भाई का लंड पूरी औकात मे आ गया और वो मेरे बालों को पकड़ते हुए ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगे और फिर जल्दी ही उनका पानी मेरे मूह मे गिरा जिसे मैं छपार, छपार करते हुए चाट गयी और भाई से बोली चलो अब्बू बुला रहे है. आज फिर से तुम 2नो मुझे चोद्कर मज़ा दो और भाई को नंगा ही उनका लंड पकड़ कर अब्बू के रूम मे ले आई और भाई को देखते ही अब्बू बोले मैने कहा था साला मूठ मार रहा होगा तब मैने कहा अब्बू आप बहुत तजुर्बेदार है सच मे भाई सदका मार रहे थे और फिर मैने अब्बू का लंड अपने मूह मे ले लिया और भाई पीछे से मेरी गांद पे अपना लंड रगड़ते हुए अंदर डालने की कोसिस करने लगे.

तब मैने कहा अब्बू जी मैं भी बी/फ वाली लड़की की तरह 5 जन से एक साथ ही चुदाना चाहती हूँ तब अब्बा ने कहा बेटी तू नही झेल एगी एक साथ 5.को मगर मैं तो पूरी तरह से चुदासि हो ही चुकी थी मैने कहा कान खोल के सुन लो आप 2नो मुझे 5जन से एक साथ चुदाना है तो चुदाना है अगर कल आप लोग ने मुझे 5 जान से नही चुदवाया तो बहुत बुरा होगा तब अब्बू ने कहा अच्छा अच्छा मेरी रानी बेटी मैं तो तेरे भले के लिए ही कह रहा था अगर तेरी चूत फट गयी तो परेशनि तो हमी लोगों को होगी मगर जब तू नही मान रही तो मेरी बला से

अब चल आज तो हम दोनो से चुदवा ले और ये कह कर उन्होने फिर से अपना मूसद जैसा लंड मेरे मूह मे जोरदार धक्के के साथ अंदर धकेल दिया और तभी भाई ने पीछे से मेरी गांद फैलाकर इतनी ज़ोर से धक्का मारा की मुझे नानी याद आ गयी उउउइई माआअ मर गयी आआहह भाई ज़रा धीरे से धक्का मारो तू तो नानी याद दिला रहा है तब अब्बू ने कहा बेटी चाहे जिसका नाम ले पर नानी का नाम ना
ले तब मैने कहा क्यूँ तब अब्बू बोले तेरी नानी की चूत मैने मारी थी और कई साल तक मैं उसकी चूत चोद्ता रहा था तब मेरे साथ साथ भाई का मूह भी खुला रह गया.

तब भाई ने कहा अब्बू क्या आपने नानी को चोदा है तब अब्बू ने कहा हां यार साली मेरी सास बहुत मस्तानी थी तुझे तो पता ही है कि तेरी अम्मी की कम उमर मे शादी हुई थी जब मेरी शादी हुई थी मैं 19 साल का था और तेरी अम्मी 16 साल की थी और मेरी सास सिर्फ़ 30 साल की थी मगर मेरे ससुर की उमर करीब 40साल थी वो तुम्हारी नानी को खुश भी नही कर पाता था जाने भी दो.

इन बातों को अभी तो फिलहाल चुदाई का मज़ा लो उसकी चुदाई के बारे मे फिर कभी बताउन्गा और तब भाई पीछे से मेरी गांद मार रहे थे और अब्बू आगे मेरे मूह मे अपने लंड को धक्के लगा रहे थे अब मुझे भी मस्ती आने लगी और मैं अपने मूह और गांद को आगे पीछे करते हुए धक्के लगाने लगी थी और तब भाई झाड़ गये थे मगर अब्बू जी अभी भी नही झाडे थे और उन्होने मुझे बेड पे खड़ा होने को कहा मैं खड़ी हो गयी.

तब अब्बू ने मेरे दोनो पैर अपने कंधे के दाए…बाए करे और मेरी चूत को मूह मे भर कर चूसने लगे मैं बुरी तरह तप रही थी और अपने अब्बू का मूह ज़ोर… ज़ोर से अपनी चूत पे दबाने लगी तब ही अब्बू खड़े होने की कोसिस करने लगे और मेरा बॅलेन्स बिगड़ने लगा तब मैने घबरा कर कहा आआआअहह अब्बू क्या कर रहे है मैं गिर जाउन्गि मगर अब्बू नही माने और वो मुझे अपने कंधे पे बैठा कर खड़े हो गये.

अब मैं अपनी 2नो टांगे उनकी गर्दन मे कस कर लपेटे हुए थी और अपनी चूत को उनके मूह से दबाते हुए उनके सिर को भी ज़ोर. ज़ोर से दबा रही थी और भाई आँख फाडे हुए अब्बू के इस पोज़ को देख रहा था और कसम से मज़ा तो हमे भी बहुत आ रहा था इस तरह से कोई पहली बार मेरी चूत चाट रहा था और थोड़ी देर बाद ही मैं ऊऊओ ऊओह आआहह करते हुए झाड़ गयी और अब्बू का रस भी नीचे से पिचकारी की तराह बह गया और तब अब्बू मुझे नीचे उतारते हुए बेड पर लिटा कर तुरंत अपने झाडे हुए लंड को मेरे 2नो चूचियों के बीच मे रगड़ने लगे.

मैं उनके नोक की तराह लंड की टोपी को मूह मे लेने की कोसिस कर रही थी पर अब्बू जल्दी, जल्दी आगे पीछे कर रहे थे तब मैने कहा अब्बू अपना लंड मेरे मूह मे दीजिए आपका सारा माल बेकार ही जाया हो रहा है तब अब्बू ने अपने लंड को 2नो चूची के बीच से मेरे मूह मे डाल दिया और मेरी चूची को दबाने लगे और इस तराह से उनके लंड से थोड़ा सा रस और निकला जिसे मैं चाट गयी और फिर अब्बू ने अपना लंड मेरी गांद मे धासा दिया और उस दिन अब्बू और भाई 2नो ने मेरी गांद ही मारी थी मेरी बुर के साथ कोई हरकत नही की थी और फिर रात को दुबारा भी उन लोगों ने मेरी गांद एक एक बार और मारी अब मेरी गांद परपारा रही थी और सुबह अब्बू ने कहा क्यों रानी बेटी क्या ख्याल है क्या अब भी 5 जान से चुद्वाओगि तब मैने गुस्से से कहा साला बेटीचोड़ भोसड़ी वाले कहा ना चुदवाना है तो चुदवाना है.

तब अब्बू मुस्कुरा कर बोले कोई बात नही आज की रात तैयार रहना आज 5 लोगों को लेकर आउन्गा और फिर मुझे अब्बू से नानी की चुदाई की बात भी जाननी थी आज रात मुझे 5 जान से एक साथ चुदाई का मज़ा आने वाला है मगर मुझे अफ़सोस है कि बहुत सारी लड़कियों को शायद आज भी कोई लंड नसीब नही होगा और उन्हे मोमबत्ती से काम चलाना पड़ेगा क्यों कि हर लड़की मेरी तराह
बाप और भाई से नही चुदवा सकती.

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मेरे पापा ने किया मेरी चुत का उद्घाटन | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mere-papa-ne-kiya-meri-chut-ka-udghatan.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mere-papa-ne-kiya-meri-chut-ka-udghatan.html#respond Sat, 23 Dec 2017 10:50:21 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11475 चुदाई करवाने मे इसलिए मैं उठी और १ कंडोम निकाल कर पापा के लंड पे लगा दिया और पापा ने मेरे चुतडो के नीचे दो तकिये रख दिए जिससे मेरी चूत अब एकदम उपर आ गयी और मेरे पैरो मे अजीब सी बेल्ट बाँध दी मैने पूछा कि ये क्या है तो पापा बोले कि चुदाई के वक़्त काम आती है

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प्यारे मस्ताराम के पाठको मेरा नाम कल्पना (नकली नाम ) है | मैं आपको अपनी पहली सच्ची चुदाई की कहानी बता रही हूँ जो कि बिल्कुल सच है | मेरे पापा ने मुझे पहली बार किया था | उस समय मैं १९ इयर की थी और मेरी चूत बहुत टाइट थी मेरी मम्मी अपने बहन के घर गयी हुई थी कुछ दिन के लिए और घर पर मैं और पापा बिल्कुल अकेले थे पापा मम्मी को रात की ट्रेन पर बिठा कर घर आकर सो गये और सुबह उठ कर ऑफीस चले गये मैं घर पर ही थी क्योंकि मेरी स्कूल की छुट्टियाँ चल रही थी मैं ने दोपहर मे घर का मेन गेट लॉक किया और पापा के कमरे मे जा कर उनकी अलमारी से ब्लू फिल्म की सीडी निकाली और उसे चला कर बेड पर बैठ गयी और अपने सारे कपड़े उतार दिए अब मैं बिल्कुल नंगी थी और अपनी चूत को मसल रही थी | फिर मैं बॅड पर लेट गयी और अपनी सबसे छोटी उंगली चूत के अंदर बाहर करने लगी (क्योंकि मेरी चूत बहुत टाइट थी इसलिए छोटी उंगली ही अंदर डालती थी बड़ी उंगली से दर्द होता था)

मुझे ये पता ही नही था कि पापा मुझे देख रहे है क्योंकि जब मैं लेटी थी तो मैने घर का मेन गेट चाबी से लॉक किया था उसकी 1 चाबी पापा के पास भी थी उस दिन पापा की छुट्टी जल्दी हो गयी थी जब वो घर आए तो उन्होने घंटी नही बजाई और अपनी चाबी से गेट खोल कर अंदर आ गये और चुप चाप मुझे देखने लगे

मैं अपनी चूत मे ज़ोर ज़ोर से उंगली डाल रही थी और मैने गेट की तरफ अपनी चूत कर रखी थी और टाँगे फैला रखी थी मेरी चूत पापा को सॉफ दिख रही थी और मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया मैं उसी तरह सो गयी और पापा चले गये जब मैं उठी तो उस वक़्त रात के 8 बज चुके थे मैने खाना बनाया अब मैं पापा का इंतजार कर रही थी पापा आए मैं खाना खा कर सोने के लिए अपने कमरे मे जाने लगी तो पापा बोले कि थोड़ी देर मेरे कमरे मे चल कर टीवी देखते हैं तो मैने कहा ठीक है और हम बेड पर बैठ कर टीवी देखने लगे पापा बोले कि मूवी देखते हैं तो मैं बोली की ठीक है लगा लो तो पापा ने अपनी अलमारी से एक ब्लू फिल्म की सीडी निकाल कर लगा दी और मेरे साथ कर बेड पर बैठ गये

मैने पापा से गुस्से मे कहा कि आपको शर्म नही आती जो अपनी बेटी के साथ ऐसे फिल्म देख रहे हो तो पापा बोले कि दिन मैं जब तू अपनी चूत से पानी निकाल रही थी मैने तभी सोच लिया था कि आज तुझे चोदुंगा तो मैं चोंक गयी पापा उठे और मेरी सलवार मे हाथ डाल कर मेरी इन्नर वेर नीचे करने लगे मैने उन्हे डाँट कर धक्का दिया और उनसे अलग हो गयी तो उन्होने मुझे पकड़ लिया और मेरी चूत सलवार के उपर से मसल्ने लगे मैं चिल्ला भी नही सकती थी क्योंकि अगर कोई सुनता तो घर की इन्सल्ट होती

मैने पापा से कहा कि मैं तेरी बेटी हू और तू मुझे चोदना चाहता है तो पापा बोले कि मैं तुझे कॉंडम लगा के चोदुंगा और उन्होने मेरा कमीज़ फाड़ दिया और मेरी ब्रा भी मे मना करने लगी तो बोले कि तू डर मत मज़ा आएगा और मेरी सलवार और इन्नर वेर भी निकाल दी खुद भी नंगे हो गये और बिस्तेर पर बैठ कर मेरी टाँगे चौड़ी कर के मेरी चूत मे उंगली डालने लगे मैं वर्जिन थी मेरी चूत मे दर्द होने लगा पापा की उंगली मेरी चूत मे आधी ही घुस रही थी और बड़ी टाइट चल रही थी और पापा का मोटा लंड 7इंच का था |

पापा मेरी चूत मे उंगली डाल रहे थे और मुझे दर्द हो रहा था और फिर पापा ने अपनी उंगली निकाल ली और मेरी चूत चाटने लगे मैं मना कर रही थी फिर पापा ने अपनी 2उंगली मेरी चूत मे घुसा दी और और मैं चीख पड़ी पापा मेरे होठ चूसने लगे और उंगलियाँ अंदर बाहर करने लगे पापा की 2उंगली अंदर बाहर होने से मुझे बहुत दर्द हो रहा था | आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | लेकिन थोड़ी देर बाद मुझे मज़ा आने लगा अब पापा उठे और अलमारी से एक्सट्रा टाइम कॉंडम का डिब्बा निकाल लाए और बोले कि आज रात को तुझे खूब चोदुंगा और पापा ने मेरी टाँगे चौड़ी की और मेरी चूत पे तेल लगा दिया |

अपने लंड पे भी तेल लगा लिया और अपना लंड मेरी चूत पे रख दिया और धीरे से मेरी चूत मे धक्का दिया | लेकिन लंड अंदर नही गया तो पापा ने मेरे होठ अपने मूह मे डाल लिए जो कि मेरी चीख ना निकले और 1ज़ोर का धक्का मेरी चूत मे मारा मैं चीख नही सकी और तड़प कर रह गयी

उनका 2इंच लंड अंदर जा चुका था अब वो थोड़ा-2 उसे हिलाने लगे मेरा दर्द कुछ कम हुआ तो पापा ने ज़ोर का धक्का मारा और लंड चूत को चीरता हुआ 5 इंच अंदर चला गया मुझे बहुत दर्द हो रहा था मैं तड़पने लगी पापा वैसे ही रुक गये और कुछ देर मे दर्द कम हुआ तो पापा मुझे चोदने लगे अब मुझे भी थोड़ा-2 मज़ा आने लगा और मैं ओहोहूहूऊऊऊऊओोहोहोहोह पप्पपपप्पप्प्प्प्प्प्प्प धीरीईए चूऊऊऊदूऊऊऊऊऊवाहाहहहहहहहहः अहहहहहः पपपपपप ढीईरररेरेरेरेरर चूदोदोदोदोदू मररर्र्र्ररर गाआयईीईई ईईईईईईइइइईईईईईईईई ढीईईरएररर माआररर्र्र्र्र्र्र्र्रररीईरएरेर्रीर गाइिइइईईईईईईईईई और थोड़ी देर मे पापा उठे और बोले कि चल अब 1कॉंडम मेरे लंड पे लगा दे जो कि हम दोनो बिना किसी डर के चुदाई का आनंद ले सके मुझे भी मज़ा आ रहा था |

चुदाई करवाने मे इसलिए मैं उठी और १ कंडोम निकाल कर पापा के लंड पे लगा दिया और पापा ने मेरे चुतडो के नीचे दो तकिये रख दिए जिससे मेरी चूत अब एकदम उपर आ गयी और मेरे पैरो मे अजीब सी बेल्ट बाँध दी मैने पूछा कि ये क्या है तो पापा बोले कि चुदाई के वक़्त काम आती है और मेरे उप्पर आ गये और लंड चूत मे घुसा दिया और ज़ोर का धक्का मारा |

मेरी चूत मे ८ इंच का लंड पूरा मेरी चूत मे घुस गया और सीधे मेरे अंतिम छोर से जाकर टकराया और मैं तड़प उठी आआईयईईईईईइइइइइइई मररर्ररर गाइिइईईईईयी धीरेरेरेरर धेर्रेरेरेरीईईई डेडल्डडोडोवूऊयलवुवूल जन्न्ना आइइइइइई धृेरेरेरेर्रेर्रर और मेरी चूत से थोडा खून भी निकला पापा ने मेरी टाँगे उठा कर अपनी कमर पे रख ली और ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगे और एकदम से मेरे पैरो की बेल्ट जो कि पापा ने बाँधी थी खींच दी और मेरी टाँगे पापा की कमर पर बुरी तरह से कस गयी |

अब पापा का लंड मेरी चूत से सिर्फ़ २ इंच ही निकल रहा था और ६ इंच लंड अंदर ही उपर नीचे हो रहा था और मुझे बहुत दर्द हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था मैं बोली कि पापा अह्ह्ह्ह आह्ह्ह बस करो अह्ह्ह्ह निकाल लो तो पापा बोले कि जानू अभी तो मज़ा आने लगा है और ज़ोर-2 से धक्के देने लगे और मैं हर धक्के के साथ अहहहहहहहहह अहह कर रही थी क्योंकि हर बार लंड मेरे बच्चेदानी से टकरा रहा था और पापा बहुत तेज-2 धक्के दे रहे थे और मैं ओहोहोहोहोहोह अहहहहहहहाहा पपप्पप्प्प्पाााआआआआआअ धीरीईईईरएरेरेर्रेरेरेर्रेरेरे डाालूओल्लोलोलूओल्ल्ल मररर गाइिइइईईईईईईईईईईईईई ओहोूहोोहो ओूहो हो ओहो हो ह ओ हो पप्पपपपपप्पप्प्प्पाााआआआअ और अब मेरा पानी छूटने वाला था और पापा का भी क्योंकि पापा को चोद्ते हुए करीब २० मिनिट हो चुके थे और मैने 1 ज़ोर की सिसकारी के साथ पानी छोड़ दिया और पापा ने भी झड़ गये |

और फिर पापा मेरे बाजु में लेट गये मै बोली पापा अपने मेरे साथ गन्दा काम किया पापा ने मुझे समझाया और फिर पापा थोड़ी देर में दुसरे राउंड के लिए तैयार हो गये और इस बार पापा एक बार झड़े पर मेरा तीन बार हो गया और आखिर में जब पापा झड़ने लगे तो मेरी चुत में गरमा गर्म वीर्य गिरा दिया और मेरी चुत ने वीर्य की गर्मी से पानी छोड़ दिया जैसे लगा अपने आप मेरी चुत से पानी की धार निकलने लगी जैसे की ब्लू फिल्मो में होता है जब लड़की चुदाई के दौरान मुतने लगती है ठीक वैसे ही हुआ पर जब मै शांत हुयी तो मुझे तुरंत नीद आ गयी और मै सो गयी और फिर जब उठी तो के 11 बज रहे थे पापा किचन में कुछ बना रहे थे |

फिर हमने साथ में खाना खाया और रात में 2 राउंड किया और सो गये | अब पापा ने जब तक मम्मी नहीं आती तब तक के लिए ऑफिस से छुट्टी ले लिया और मेरी चुदाई करते रहे | अब जब भी मम्मी घर में नहीं होती पापा मुझे खूब चोदते है | अब मुझे किसी और को पटाने की जरूरत नहीं है | जब घर में ही सब कुछ मिल जा रहा है |

आप लोगो को मेरी कहानी कैसी लगी मुझे ईमेल कर बताना ना भूले |

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मै और पापा ने मिल कर मम्मी और बहन की चुदाई किये | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mai-aur-papa-ne-mil-kar-mummy-aur-bahan-ki-chudai-kiye.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mai-aur-papa-ne-mil-kar-mummy-aur-bahan-ki-chudai-kiye.html#respond Fri, 22 Dec 2017 06:05:25 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11465 मै और पापा ने मिल कर मम्मी और बहन की चुदाई किये पहले मैंने पापा के साथ मिल का प्लान बनाया फिर पापा ने बहन को चोदा और मैंने मम्मी को चोदा फिर हम दोनों ने मिल बाट कर चुदाई का मज़ा लिया अब तो रोज हम चुदाई करते है घर में |

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हैल्लो दोस्तो मेरा नाम प्रेम है और मै एक जबरदस्त कहानी लेकर आया हूँ ये कहानी मेरे परिवार का है मै और पापा ने मिल कर मम्मी और बहन की चुदाई किये | आप लोग फूल मजा लीजिए इस कहानी का क्योंकि इस कहानी मै मेरी माँ बहन दोनो की चुदाई एक साथ एक ही समय एक ही रूम मे हुआ है मै अपनी माँ बहन की पूरा शरीर का दिवाना हुँ इस कहानी मे मै अपनी माँ की चुदाई कि है और मेरे पापा ने मेरी बहन यानि अपनी बेटी की चुदाई कि है क्या बताऊ दोस्तो एेसा पापा सब को दे मै और मेरे पापा एक बहुत अच्छे दोस्त है |

हम दोनो एक दूसरे से अपनी अपनी बात सेयर करते हैं या फिर बात अच्छी  हो या बूरी बात हो मेरे पापा जब भी माँ को चोदते है तो मुझे आकर बताते है एक दिन की बात है जब मै और पापा घर पर अकेले थे तब मै अपनी रूम मे टीवी देख रहा था कि पापा मेरे रूम मे दारू लेकर आये और दो पैक बना कर एक खुद पी गए और दूसरा मुझे अॉफर किए फिर मै और मेरे पापा खूब दारू पिए और फिर पापा माँ की चुदाई की कहानी मुझे बताने लगे |

मै ये सब सुन कर बेकाबू हो गया फिर पापा मुझ से पूछे कि बेटा क्या तुमने कभी चूत चुदा है तो मैने तुरन्त कहा कि आप कभी मुझे मौका दिया ही नहीं तो मै कैसे चोदू तो पापा कहे तो क्या तुम  अपनी माँ को चोदोगे मैने कहा वैसे तो मेरा मन करता है पर कैसे चोदू तो पापा कहे कि तुम मेरा मदद करो मै तुम्हारा मदद करूगा तो मै पूछा कैसा मदद तो पापा बोले कि मै तुहारी बहन की चुदाई करना चाहता हूँ | “” और मस्त मस्त कहानियां पढ़े |

मै कहा बस इतनी सी बात मै जब माँ को चोदूगा तब आप किसी बहाना से मेरी बहन को मेरे रूम मे भेज देने माँ की चुदाई देख कर खुद आप से चुद जाएगी फिर हम दोनो प्लान बना कर माँ और बहन का इंतजार करने लगी कुछ देर बाद दोनो घर आ गए फिर रात मे खाना खाया और फिर से एक एक पैक पिया और पूरे नशे मे हो गए मेरी माँ अपने कमरे मे सोने चली गई थी तो पापा बोले जा बेटा अपनी माँ को चोद कर अपनी मनोकामना पूरा कर ले फिर मै हिलते डुलते माँ के कमरे जा कर माँ के गांड को किस करने लगा माँ उस वक्त जगी हुई थी |

मै जब माँ के गांड को किस कर रहा था तब माँ सोची की पापा ये कर रहे हैं और माँ अपनी गांड को किस करवाती रही फिर मै लाईट बन्द कर दिया और फिर माँ के सारे कपड़े उतार कर फिर अपने कपड़े उतार दिया और माँ के चूत चाटने लगा माँ अंगडा़ई लेने लगी लगभग मैने माँ की चुत को दो मिनट तक अंधेरे में चाटता रहा फिर माँ को कुत्तीया बना कर गांड मे लंड से रगड़ने लगा और फिर थूक लगा कर माँ के गांड मे लंड सेट कर के धीरे धीरे धक्का मारने लगा और धक्का मारते मारते पुरा लंड घुसा कर चोदने लगा माँ आआआआ अहआह ऊऊऊ करने लगी की अचानक रूम की लाईट जल गया जब मैने पिछे मुड़ कर देखा तो मेरी बहन थी |

लेकिन मै तो माँ की चुदाई करता रहा माँ की चुदाई देख कर मेरी बहन भी पानी पानी हो गई और अपनी दूध को सहलाने लगी की तुरन्त उधर से मेरे पापा भी आ गए और मेरी बहन की हरकत देख कर पापा भी बहन के दूध पर हाथ रख कर दबाने लगे फिर पापा बहन को अपने गोद में उठा कर माँ के बेड पर सुला दिए यह देख कर माँ सरमा गई फिर पापा बहन के उपर चढ़ कर दोनो हाथो से बहन के दूध को दबाने लगे और मै माँ के गांड मे पीछे से जोर जोर से धक्का दे रहा था |

जब माँ पापा को मेरी बहन के ऊपर देखी तो कहने लगी की मुझे कौन चोद रहा है और आहआहआह ऊऊआह ऊई कर रही है जब पीछे पलट कर देखी तो मै था और उधर पापा भी मेरी बहन के सारे कपड़े उतार कर चूत मे लंड डाल कर चोद रहे थे और बहन भी आहआहआह ऊऊआह कर रही थी |

फिर हम सब चोदा चोदी खेलने लगे फिर माँ मेरी लंड अपने गांड से निकाल कर मुँह में लेकर चुसने लगी और कहने लगी बेटा तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है और मोटा भी और देखो अपने पापा के लंड कितना छोटा और दुबला है बेटा जब भी तुम्हारे पापा मुझे चोदते थे | आप यह हिंदी माँ बेटे और बाप बहन की चुदाई की कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

तो मेरी वसना को  कभी भी शांत नही कर पाए और तुम मेरे वसना को शांत कर दिए मै और मेरी माँ बाते कर रहे थे और पापा बहन की चुदाई जोर जोर से कर रहे थे फिर मैने माँ की चूत चोदना चालू किया और जोर जोर से धक्का देने लगा माँ मेरी धक्के से अकबकाने लगी फिर मै पापा से कहा कि पापा आप मेरी बहन को मत चोदो आओ और अपनी रंडी माल को चोदो फिर पापा अपना लंड मेरी बहन के चुत से निकाल कर माँ के पास आ गए | आप यह हिंदी माँ बेटे और बाप बहन की चुदाई की कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | और मै अपनी बहने के पास चला गया बहन मुझसे कहने लगी भाई मुझे चोदो जोर जोर से चोदो मै तुम्हारी लंड की भूखी हुँ फिर मैने अपनी बहन के चूत में अपना लंड को घुसा दिया और आगे पिछे करके चोदने लगा मै जैसे जैसे चोदने का स्पीड बढा रहा हूँ |

वैसे वैसे मेरी रंडी बहन जोर जोर से अवाज कर रही थी इधर मै अपनी बहन को चोद रहा था और उधर पापा मेरी रंडी माँ को चोद रहे थे फिर कुछ देर बाद पापा झड़ गए और बेड पर सो गए लेकिन मेरी माँ का वसना शांत ना हुआ और फिर माँ मेरे पास आ गई और मेरी बहन के चूत से मेरा लंड निकाल कर अपने मुँह मे लेकर चुसने लगी कुछ देर बाद माँ बहन के चुत मे मेरा लंड अपने हाथों से घुसा दि और फिर मै आगे पीछे कर के बहन के चूत चोदने लगा फिर बहन को कुछ देर चोद कर माँ के चूत में पेल कर चोदने लगा और बहन को किस करने लगा फिर कुछ देर बाद मै भी माँ के चूत में ही झड गया और फिर लंड माँ के चूत से बाहर निकाल कर माँ और बहन के मुँह में दे कर चुसवाने लगा उस दिन से रोज रात मे मै और मेरे पापा माँ बहन को अदल बदल के दोनो को चोदते है |दोस्तों ये कहानी आप लोगो को अच्छा लगा तो कामेंट कर के बताए

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Papa Ne Pura Lauda Meri Gand Me Dal Diya | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/papa-ne-pura-lauda-meri-gand-me-dal-diya.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/papa-ne-pura-lauda-meri-gand-me-dal-diya.html#respond Sat, 09 Dec 2017 08:09:12 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11306 Papa Ne Pura Lauda Meri Gand Me Dal Diya main dard se karraha uthi. Main : ohhh .harami baap kya kar diya yeh meri jaan nikal dee. ooooo uuyeee. Papa : meri jaan thoda seh le

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Hello how are you all…. agar apne meri kahani ka pahal bhag nahi padha hai to yaha par click kare aur sabse pahale pahle bhag ko padhe aur fir aage is bhag ko padhe tab aur maza aayega kahani padhane ka …Main Papa ek duje ke bina nahi rah sakte .

to chaliye ab aage ki kahani suru karti hun …. kuch der tak chaatne ke baad papa alag hue.

Main : papa, ab to bataao kaisa hai meri jeebh ka swaad Papa : achchaa hai par tu yeh sab kisi se bataana mat Main : bilkul nahi.

papa main apnee maxi nikaal hi deti hu Maine apnee maxi utaar dee ab main sirf bra-panty mein thi aur papa sirf lungi mein.

Main : papa..ab aap meri peeth (back) kee kaamish karo Yeh keh kar main pet (stomach) ke bal let gayi. Papa ke saamne meri nangi peeth aur meri hips thi.

Papa meri peeth kee maalish karne lage

Main : mere koolhon (hips) par lagaao tel dabaa dabaa kar karo maalish. Papa mere hips par tel lagaane lage. meri hips umar ke hisaab se badi hain

Main : papa, aap mummy ke koolhon (hips) par bhi maalish karte ho

Papa : haan. lekin ab to uski maalish kiye paanch cheh saal ho gaye Papa meri hips kee maalish bahut dabaa dabaa ke kar rahe theh mujhe yaheen tha kee ab tak papa ka lauda pooree tarah kadak ho chukaa tha

Main : papa, chalo ab aap thoda aaraam karlo. kaafee der se maalish kar rahe ho. kuch der main aapki maalish kar deti hu Ab papa let gaye aur main unke oopar aa gayi. maine haath mein tel liyaa aur unki chaati par lagaane lagee papa kee nazrein mere badan pe thi ..unki jawaan beti bra panty mein unki maalish kar rahi thi

Main : papa aap anpnee lungi nikaal do to main aapki taangon kee bhi maalish kar doon Main jaanti thi kee papa ka lauda khadaa hoga

Papa : nahi beti mujhe to maalish kee zaroorat hee nahi. tu oopar se hi kar le

Main : kyun papa. aaj aapne kachchaa (underwear) nahi pehna

Papa : pehna hai..lekin mujhe maalish kee zaroorat nahi. Main papa ke oopar doggi style mein thi. unki chaati par tel lagaa rahi thi. MAIN JHAAN MOOJH KAR SLIP KAR gayi AUR PAPA KE OOPAR AA PADI HUM DONO KE NANGE JISM CONTACT MEIN AA GAYE. AB MAIN PAPA KE OOPAR LETI HUI thi. MERE BREAST PAPA KEE CHAATI SE SATE HUE THEH Main : oh Papa : kya hua Main : papa vo haath chikne hain na isliye fisal gaye aur main aapke oopar aa padi main thoda thak gayi hu. thodi der aise hi raho

Papa : meri chaati par tel lagaa hai. tera kapda (bra) kharaab ho jaayegaa Main : ab to ho hee gayaa. jaane do lekin aapke haath khaalee hain..aap meri peeth ke maalish kar sakte ho Ab papa lete hue theh, main papa ke oopar, apne breast papa kee chaati par dabaaey, aur papa ke haath meri peeth par tel mal rahe theh. dono mein garmee badtee jaa rahee thi. hum dono ke nange pet ek doosre se sate hue theh Main : oohhh. papa meri maalish karo. achchi tarah Papa : Tripti kya hum thik kar rahe hain..? ek baap beti aise karte hain. Main : (dheere awaaz mein) kaise. Papa : jaise tu aur main kapdon ke bina ek doosre se chipke hue hain. Main : kapde pehene to hain. maine bra aur kachchi aur aapne lungi bachpan mein to aapne mujhe bilkul nanga dekha hoga. Main apne boobs papa kee chaati pe ragadne lagee. Papa : bachpan kee baat aur thi. ab tu jawaan hai Main : papa. kya aapko mera jism achcha laga.?.

Papa : par main tera baap hu. Main : hum jo bhi karenge main kisi se na kahugi hum thoda sa hi karenge. ab bataao aapko mera jism achchaa laga?. Papa : haan sach kahu to tere koolhe (hips) bahut akarshak hain. Yeh keh kar papa mere hips ko press karne lage Main : oooo. papa. badan se badan kee maalish ka maza hi kuch aur hai. mere koolhon ko dabaao Papa : ooohh. Tripti. tere koolhe to teri maa se bhi zyaada achche hain Main : papa aap mere oopar aa jaao Papa mere oopar aa gaye aur meri gardan (neck) to choomne lage Main : ooooo papa i lov you so much main aapse kitna pyaar karti hu yeh aap nahi jaante ..choomo. apni beti ko choomo Papa : Tripti tere badan ne mujhe paagal kar diya hai. Main : aapki maalish ne mujhe bhi paagal kar diya hai . Papa ka ek haath mere boob par gayaa aur usse halkaa halkaa dabaane lage veh meri gardan aur mera chehra choomte jaa rahe theh

Main : paappaaa ooo aapke chumban mujhe paagal kar denge .yeh aapka ek haath meri chaati par kyoon hai kya karoge uskaa Papa : jee chahtaa hai teri chaati ko masal doon. Main : oyeemaa jo karma hai kar lo meri chaatiyaan mere papa ke kaam nahi to kiske kaam aayengee yeh bra baap beti ke beech mein aa raha hai nikaal do is-e kar do mere santaron (oranges) ko aazaad. aap yah hindi sex story par padh rhe hai.

Papa ne mera bra nikaal diya .vo meri chaati ko dekhte hi paagal se ho gaye dono haathon se dono boobs ko dabaane lage. Papa : bhavna teri chaatiyaan santare nahi..naarial (coconut) hain kitne bade aur bhare bhare Main : oohh dabaate raho. kitna maza aa raha hai maine apne naarialon main aapke liye bahut saara paani bhara hua hai ..piyo na apni beti ka naarial paani Yeh kehne kee der thi ke papa ne mere stun (boob) apne mooh (mouth) mein le liye aur choooosne lage. Main : uummm aaahh oooo. chhoooooooooooooooooos..oo .mer e achche papa dooth piyo mera Papa aur zor se mere stun choooosne lage..beech beech mein mere nipples ko apne daaton (teeth) se kaat rahe theh . jab bhi veh mere nips (nipples) ko kaat — teh , meri jaan nikal jaati..lekin maza aa raha tha. Main : ooomaaa saara dooth pee jaao mera khaali kar do mere dooth ke katore main aapki maa hu, aur aap mere..bete ho. mere bete meri chaati se dudoo pee meri jaan.

Maine apnaa ek haath papa ki lungi mein dalaa aur lungi khol dee ..papa ne andar kachcha pehna tha papa mera dooth peeeeeeeeennnne mein magan theh..mere nips ko ruk ruk ke jeebh se chaat — teh aur daaton se kaat — teh Maine papa ki lungi mein haath dalaa. aur unke hips ko masalne lagee. such kahu to mujhe papa ke hips bahut aakarshak lagte theh. main imagine kiya karti thi ke unke hips kitne bade aur kitne hard hongeh . Maine papa ki saari lungi nikaal dee. ab papa sirf kachche mein aur unki beti sirf panty mein mere dono haath papa ki hips par theh. Main : ooo papa. aapkaa jism kitna kathor (strong) hai Papa : beti tere ang jitney mulayam hain mere ang utne hi kathor hain. tera doodh bada meetha hai. tu khud bhi cheenee hai Baap beti ke nange jismon ka milan aur garam hota jaa raha tha papa ab mera doodh khatam kar ke mere pet ko choom rahe theh ..vo meri naabhi (navel) mein apnee jeebh chalaa rahe theh meri choot to poori geelee ho chukee thi . ab papa meri kaali panty ko choom rahe theh Main : ooohh ppp..aappaa . mmm yy..yeh..aapnnne. kya kar diyaaa. hai . mujhse ab aur sahen nahi hotaa ..aur mut tadpaao..oo .bujjjhaaa bhujhaa do meri pyaas . bhujhaa do apnee pppppyaari beti ki pyaaas Papa : ab mujhse bhi aur sahen nahi ho raha . Yeh keh ke papa ne pehle meri panty nikaal dee. phir apna kachcha oh no. papa ka lauda dekh kar main ghabra gayi itna mota

Papa : chal meri beti Main : ohhhh. papa kitna mota danda hai aapka mujhe bahut dard hogee Papa : thodi dard to hogee .lekin kuch der baad achcha lagegaa . chal jaldi kar dalvaa. Maine aankhein band (close) karlee papa ne ek jhatke mein meri choot mein lauda dal diyaa .main dard se karaha uthi. Main : oohhh. papa..main mar jaaoongi nikaal lo ise. Papa : bus thodi der kee hi baat hai ..sabar ka phal bahut meethaa hoga Ab papa laude ko meri choot ke andar bahar karne lage aaage..peeche..aage..peeche andar. bahar..a ndar..bahar mujhe maza aane lagaa. Main : aaahhh mere papa Papa : ohh..Tripti meri jaan mere laude ki bhookhee Main : meri jaan le le meri mere harami baap . aaaa ooo apnee beti kee le raha hai .itna mota danda hai tera karta reh andar bahar aage..peeche..ffff. Papa : aa..mmm .betii teri choot kitneeeeee..mazzedaar hai jitna mulaayam tera badan hai..utni hi tight teri choot hai Main : aayee . mmmmmmm tukkk..tukkkkkk ..letaa reh meri. aaahh ..meri jaaann. mere badan kee maalish to bahut karlee. ab mere andar kee maalish bhi kar oo..papa. kab se aapke laude ke liye mar rahi hu . Papa ne dhakke aur tez kar diye.

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Main : aaaa. yehhhhhhhhh . aur aur tez ..aur tez dalo papa aaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa mera nikalne wala hai Papa : ushhhhhhh ..eeeshhhh aaaaa . Main :aa ..hhhhhhhhhhhh mmmmmmmmmaaaaaaa aaaaaaa ahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh Main poori mastee main. mera nikal gayaa mujhe itna mazaa aaj tak nahi aayaa tha choot-rus nikalte samah mai to janat mein pahuch gayi thi jab mera orgasm khatm hua to papa ne meri choot se apna lauda nikal liya. aur meri choot ke oopar jhad diya unkaa garam garam semen ka meri choot aur pet par girnaa bahut achcha lagaa . Hum dono thak gaye theh isliye jhadte hi kuch der baad so gaye Subah meri aankh khulee to papa jag chuke theh. unke bathroom mein nahane ki awaaz aa rahi thi main poori nangi thi par papa mere oopar chaadar dal gaye theh .

maine jaldi se uth kar kapde pehne aur papa ke liye naashta banaane lagee maine skirt aur tight top pehna tha. ghee khatam ho raha to main shelf pe chad gayi drawer mein se naya packet nikaalne ke liye ..main shelf pe chad ke ghee ka packet dhud rahi thi tabhee papa rasoi (kitchen) mein aa gaye Papa : kya hua. kya dhud rahi hai. Main : papa vo ghee ka packet nahi mil raha tha Main shelf par khadi thi. papa zameen par .hamari shelf itni oonchee nahi thi isliye..papa ka face meri hips ki height tak tha .meri skirt kafi choti thi jisse meri taange nangi thi .papa dheere se mere paas aaye aur meri taangon par haath pherne lage main to ghee nikaalne mein busy thi papa ne apnaa haath meri skirt ke andar dal liya..aur meri hips ko press karne lage maine kuch nahi kaha kyun kehtee papa skirt ke oopar se hi meri hips pe kiss karne lage .unhone meri skirt hips se oopar kar dee. maine kachchi nahi pehnee thi . meri hips pe kiss karne lage. Main : oohh..papa

Papa : Tripti kal raat tere koolhon ka sevan (taste) nahi kiya . Papa mere hips/butts ko jeebh se chaat-ne lage .papa shelf par meri taangon ke beech mein baith gaye aur meri choot par jeebh maarne lage mere jism mein se ek current sa dauda. Main : uuushhshhhhhhh oohh..papa yeh kya kar rahe ho Papa : chup kar mujhe naashta karne de Main : meri choot ka naashtaaaa uuuummm. ooo . chaato . ek beti naashte mein apne baap ko apnee choot se zyaada aur kya de sakti hai aaaaaaaaaaa. pet bhar ke khaao apnee beti ki choot .ooyeee haayy mere ppitaaaji khalo apnee beti ki jawaan choot .uuuuuffffffffffff ispe aapkaa hi to naam likha hai .meri choot mein apnee jeebh to ghusssaao ..oooooooo. Papa meri choot mein apne jeebh ghusaa ghusaa ke chaat-ne lage Papa : chal ab zameen par aa jaa. Main shelf se utar ke zameen pe aa gayi . papa zameen par baith gaye. maine khade hokar taangen khol lee. papa ne baith kar meri taangon ke beech apna mnooh (face) de kar kaha.

Papa : chal ab apne koolhe meri taraf kar. Maine apnee hips papa ke face ki taraf kar dee Papa : meri jaan ab tere koolhon ko chaknaa hai .ghutnon ke bal ho jaa Main doggie style mein aa gayi jis-se ki meri hips asaani se khul jaayen . papa ne meri dono hips ko pakad kar alag kara .aur mere hips ke beech ke bhaag mein jeebh maarne lage . meri hips ke beech mein baal hain veh un baalon ko bhi chaat-ne lage ..dheere dheere veh mere peeche ka ched (asshole) chaat-ne lage Main : ooooohhhhh papa i ..love..aap yah hindi sex story hindisexstories.autocamper-service.ru par padh rhe hai. you aaahh. kitna achcha lag raha hai . iss ched ke baare mein to maine khud bhi kabhi nahi socha .oooo . apnee jeebh dalo ismein apnee beti ke har ko ched ko bhog lo .

Main : janeman aap zara let jaao . main aapke moonh ke oopar baith-tee hu Papa let gaye aur main papa ke mnooh ke oopar potty karne kee position mein baith gayi ..maine tv par 69 position dekhi thi papa mera asshole chaat rahe theh. usmein jeebh de rahe theh maine papa ki lungi utaar dee .unhone kachcha nahi pehnaa tha ..shayad soch kar aaye theh ki apnee jawaan beti ko phir se chodna hai lungi utaar kar maine papa ka kathor mota lauda haath mein ke liya . phir thoda jhuk kar maine lauda apne mnooh mein le liya aur choosne lagi . Papa : aaaaaahhhhhh ..Tripti yeh tone kahan se seekhaa yeh to teri maa neb hi aaj tak nahi kiya Main : papa seekha kahin nahi socha jab aap naashta kar rahe ho to main bhi naashta kar loo .jab main aapka danda choostee hu to aapko kaisa lagtaa hai?. Papa : bahut achchaa lagtaa hai choostee reh. Main phir se papa ka lauda choosne lagi aur papa mera peeche ka ched .kuch der baad Papa : chal beti .chaatnaa aur choosna bahut ho gayaa .ab ghusaane wala kaam kiya jaaye chal apne dono haathon aur ghutno par ho jaa ghodi (horse) ban Main : kyun saale ..ghusaane ke liye ghodi banne ki kya zaroorat hai Papa : tere peeche ke ched mein ghusaana hai Main : saale kahan kahan ghusaaeygaa.

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Main ghodi ban gayi .papa ne apna lauda mere tatty ke ched pe rakha aur dheere dheere andar karne lage mujhe dard ho raha tha par main ab kuch bhi rokna nahi chahtee thi .isliye socha dard seh liya jaaye. papa ne Pura lauda meri gand me dal diya main dard se karraha uthi. Main : ohhh .harami baap kya kar diya yeh meri jaan nikal dee. ooooo uuyeee. Papa : meri jaan thoda seh le. phir bahut maza aayega kal raat jaise . Phir papa andar bahar andar bahar karne lage . mera dard bhi kum ho gayaa Main : ooooooooooooohh . papa .maro meri . lelo apnee beti kee .chod do mujhe aage se bhi. peeche se bhi oopar se aur neeche se bhi aaaayee raat choot lee thi. ab gand lelo.

Papa : saali apne baap se maalish karvaati hai tel lagvaati hai apne papa ko apna doodh pilaatee hai .aur ab apnee gand marvaati hai besharam tera badan bahut makhmali hai ..tera baap tere jawaan badan ka mazaa lekar rahega. Main : to main bhi to yehi chahtee hu ..aaaaaaaa mere papa mere har ek ched mein apna mota danda ghusaayen mere chedon ko apne dande se roz saaf karen ..ek doosre ke badan ko roz bhogen. Papa : uff tere yeh bade bade gore kooleh ..teri meethi gand Main : eeeeeeeee . peeche ka ched na hota to kitna mazaa adhoora reh jata kitni meethi dard hai apne baap se gand marvaane mein

Kuch der meri gand maarne ke baad papa ne gand se nikal kar lauda meri fuddi mein dal diya aur phir shuru ho gaye. Main : aaaaahh.shhhh papa..mera ek bhi ched na chor-na . Papa : Tripti ..meri jaaneman meri chutiya beti tera har ched makkhan hai tera badan bhi makkhan hai Main : mere betichod papa . meri jaan chod do apnee jawaan beti ko lelo iski . maarlo iski beraham ban jaao besharam ban jaao Papa : meri mast beti roz mujhe apna doodh pilaayegee na ..meri malayee khaayegee na Main : papa aur tez. main nikalne waali hu ..aur tez ..yes . aaaaaaaayyyyyee Main nikal gayi
kuch baad papa ne meri fuddi se lauda nikala .aur lauda mere mnooh ke paas le aaye maine unka lauda mnooh mein dal kar unki saari malayee khaalee Ab main aur papa jab mummy nahi hoti to ghar mein pyaar karte hain aur jab mummy hotee hain to khet mein.

Meri kahani kaise lagi mujhe mail kar batana naa bhule.

 

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Main Papa ek duje ke bina nahi rah sakte | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/main-papa-ek-duje-ke-bina-nahi-rah-sakte.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/main-papa-ek-duje-ke-bina-nahi-rah-sakte.html#respond Fri, 08 Dec 2017 07:11:05 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11305 main papa ek dusare ke bina nahi rah skte hai. mere papa ka land meri chut ki kamjori ban chuka hai jab tak papa ka land apni chut me dalwa nahi leti mujhe chain nahi aata hai.

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Hello mai tripti hun meri umra 20 saal hai. main apne mummy-papa ki iklauti aulaad hu. Hum gaon mein rehte theh. mere papa kheti baadi ka kaam karte hain. jab main choti thi to papa ne mujhe gaon ke school mein daal diya. vo school 12th tak tha. 12th ke baad maine papa se kaha ki main aage padhana chahti hu par hamare gaon mein koi college nahi tha isliye mujhe shahar aana pada.shahar aakar mera admission ek girls college main ho gaya aur main shahar mein hi ek girls hostel mein rehne lagi.

papa zyada pade-likhe nahi hain isliye unhone mujhe kaha tha ki padhai ke maamle mein main jaise thik samjhu karloon. Shahar aa kar main to hakki-bakki rah gayi. Shahar ki ladkiyon ke kapde dekh kar mujhe laga ki mujhe vaapas gaon chale jaana chahiye. kahin main shahar ke mahaul mein bigad na jaaoon. lekin phir socha ke mujhe to padhai se matlab hain naki mahaul se. papa kabhi shahar nahi aaye theh. mera admission karane bhi main apni school ki madam ke saath aayee thi. agar papa shahar aate aur yahan ki ladkiyon ke kapde dekhte to shayad mujhe yahan kabhi na padne dete. Hamare gaon mein ladkiyaan sirf salwaar suit hi pehentee thi aur vo bhi kaafi loose.

Shahar mein to kisi ladki ko loose ka matlab hi naihn pata tha. Jise dekho tight jeans, tight t-shirt, sleeveless shirt, skirt, aur agar salwaar kamiz to vo bhi bahut tight. Yahan tak ki hamare college ki teachers bhi blouse pehenti to deep cut aur kuch teachers to saree navel ke neeche baandhtee thi. Lekin main to vahi loose salwaar kamiz pehenti thi. Shahar main jahan dekho deewaron par adult filmo ke poster lage hote theh jisme hero-heroine nange hokar pyaar kar rahe hote theh.

Hamare hostel ki lobby mein ek t.v. bhi thaa. Kyoonki hamare gaon mein t.v. nahi tha isliya mujhe t.v. chalana nahi aata tha lekin hostel mein ek ladki ne mujhe sikha diya. T.V. par ads, filme aur gaane dekh kar main heraan reh gayi. Mujhe laga kitni gandagee hai shahar mein. In sab cheezon ne mere andar ek ajeeb see halchal machaa dee thi. Roz raat ko sote waqt main yeh sochti thi ki shahar mein itna nangapan kyun hai. ek din hostel ke t.v. par main akeli hi ek film dekh rahee thi. film mein ladka ladki ke hoton par kiss karta hai. maine socha kya hoton par bhi kiss hoti hai. phir ladka ladki ke mouth mein apni jeebh daal deta hai aur dono ek doosre ki jeebh chaat-teh hain. Yeh sab dekh kar mujhe kuch hone laga aur maine t.v. band kar diya. Lekin socha dekhtee hu kya-kya hota hai so tv phir se on kar diya. ab ladka ladki kee shirt oopar karke uske pet par kiss kar raha hota, phir vo ladki ki shirt utaar kar uske breast dabane aur choosne lagta hai, phir ladki ki jeans nikalta hi, phir kachchi(panty) aur phir uske taangon ke beech mein chaat-ne lagta hai. phir vo apni pant utaar kar apna lund ladki ki choot main daal kar aage-peeche karne lagta hai. Yeh sab dekh kar meri haalat kharab ho gayi aur main tv band karke sone chali gayi. aisee film roz aati thi aur mian roz hee dekhtee thi.

Maine notice kiya kee yeh sab dekhne mein mujhe maza aata hai aur sochne lagi ki asli mein sex karne mein kitna maza aata hoga. Ab mujhe pata chala ki shahar ki ladkiyaan erotic kapde kyon pehentee hain. asal mein unhe sex mein maza aata hai aur vo usse bura nahi maanti. Hamare college ki kuch chutiyan huin to main gaon chalee aayee. papa mummy mujhe dekh kar bahut khush hue. aap yah hindi sex story hindisexstories.autocamper-service.ru par padh rhe hai. kuch der tak meri padhai ke baare mein pooch kar papa khet mein chale gaye aur main mummy se baaten karti rahi. dupher hui to mummy ne kaha : mum : Tripti, main tere papa ko khet mein roti dene jaa rahi hu main : laao mummy, main de aati hu, bahut dino se apne khet bhi nahi dekhe, kheton ki bhi bahut yaad aati hai mum : thik hai, tu hi de aa, pehle bhi to too hi jaati thi main papa ka roti ka tiffin lekar khet mein chaldi.

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Papa khet mein sirf lungi pehente theh. Papa ko maine pehele bhi aise dekha tha lekin aaj pata nahi mujhe andar se kuch ho raha tha. Papa ki achi-khasi muscles thi aur chest chaudi. Papa chera masoom tha. Papa ne lungi apni navel ke neeche baandi hui thi aur unka poora badan paseene se bhara tha. papa zameen mein faavda(tool to dig groung) chala rahe theh. Main : papa Papa : arre Tripti, tu Main : papa roti laayi hu

Papa : apni mummy ko hee aane deti, too safar karke aayee hai, thak gayi hogi Main : nahi to Phir papa roti khane lage. Main papa ke badan ko dekh rahi thi. Pehli baar mujhe eshsaas hua ki mere papa kitne muscular hain, kitne chaudi chest hai aur chest pe baal kitne achche lagte hain aur navel bhi pyaari hai. Main sochne lagi yeh mujhe kya ho gaya hai, bhala koi beti apne papa ko iss angle se dekhti hai, par kya karoon, control nahi hota. Jab papa roti kha chuke to main khet se wapas aate waqt yeh hi sochti rahi ki yeh mujhe kya ho gaya hai, mera dil kuch karma chahta, par kya karma chahta hai main yeh na samajh paayi.

Raat ko hum log zameen par hi chaadar bhichaa kar sote theh. Meri aankhon ke saamne baar baar papa ki body aa rahi thi. Main papa aur mummy ke beech soti thi, abhi main unke liye bachee thi. Raat ko sote waqt mujhe laga koi mere stanno (breast) par haath pher raha hai. Phir dheere dheere vo haath mere stanno ko dabaane lage. Mujhe bhi maza aane laga. Phir vo haath mere taangon (legs) ke beech mein rub karne lage, mujhe laga ki yeh mere papa hi hain..main unki chati par haath pherne lagi aur unki lungi utaarne lagi..unhone meri salwaar nikaldi..phir meri kachhi (panty) . aur meri choot ko jaise hi unhone kiss kiya.

zmeri aankh khul gayie .dekha to yeh mera sapna thaa..papa to ek taraf so rahe theh Lekin meri taangon ke beech mein sach mein aag lagi hui thi. Kya ek beti apne baap se sex ka sapna bhi dekh sakti hai? Ek taraf to mujhe guilty feel ho rahi thi to doosri taraf mujhe mazaa bhi aa raha tha. khair, agle din dupher ko main phir papa ko khet pe khana dene gayi. Papa : le aahyee khana Main : haan papa, chalo kaam choro aur pehle khaa lo Papa khaane lage Main : papa, mere college mein sab ladkiyaan naye naye kapde pehen kar aati hain, aur main wohi puraane Papa : to beti naye kapde silwalo Main : gaon se har baar silwati hu, is baar shahar se silwaloon? Papa : kyon? Main : shahar mein kapdo ki quality gaon se achchee hai aur paison ka koi khaas farak nahi hai, meri college ki saheliyan vahin se silwati hain Papa : thik hai, jaate waqt mujhse paise leti jaana aur silwalena lekin jab agli baar gaon aa to naye kapde apni maa ko dikhana zaroor Main : thik hai.. Agle din maine shahar wapas jaana thaa. Papa ne mujhe paise de diye theh.

Jab main chalne lagi to us waqt papa khet mein theh. Main : mummy, main jaane se pehle papa se khet par mil ke aati hu Mum : koi baat nahi beti, unhe pata to hai hi ke toone jaana hai

Main : koi baat naihin, bus ek minute mein aati hu Main khet mein papa se milne chali aayee. Papa as usual sirf lungi mein theh Main : papa Papa : arre Tripti

Main : papa main jaa rahi hu Main papa se lipat gayi aur emotional hokar boli Main : papa mujhe aapki bahut yaad aati hai

Papa : beti yaad to humein bhi bahut aati hai tumhari Main papa ke nange badan se lipti hui thi. papa ki peeth par haath pher rahi thi..mere stann papa ki chest ke touch mein theh..

Papa : beti mere paseene se tere kapde kaharab ho jaayenge Main papa se aur kus ke lipat gayi aur halke halke apne breast papa ki chest se ragadne lagi Main : papa agar mujhe aapki bahut yaad aaye to main kya kiya karoon? Iss ragadaayee mein mujhe bahut maza aa raha tha. papa kya samajhte. vo bahut bhole theh Papa : jab bhi tumhe bahut yaad aaye to kuch dinno ke liye gaon aa jaayaa karo Ab main papa se alag hui lekin apne haath maine papa ki chest par pherne lagi Main : jald hi hamari college ki kuch aur chutiyaan hongi to main aa jaaongi ..achcha to ab chalti hu Papa : achcha beti khush raho Khush to main apni tamanaa poori karne par hi hugi. maine dil mein socha Shahar aakar bhi main papa ke jism ko naa bhulaa payee. Itni baar to papa se sapne mein sex karte hue meri choot geele ho jaati thi Maine faislaa kar liya ki meri pyaas ko mere papa hi bujhaaenge Maine agle din lady tailor se suit silwaaye..maine kameez ko tight silwaya aur salwaar ko bhi. maine kameez ko kafi deep-cut silwaaya aur saamne kuch button rakhwaye

phir mainE ek shop par jaakar ek skirt , tight aur chota top aur ek maxi (fully covered nighty) lee. Mujhe yeh pata thaa ki kuch dinno baad mummy apne maaike chali jaaengi aur do weeks se pehle nahi aayengi. Maine college se do hafton ki leave lee aur aur chaldi gaon Aaj maine apna purana gaon wala kameez-salwaar pehena tha in case mummy na gayi ho to Shaam ko gaon pahunchi to ghar mein koi nahi tha. main khet ki taraf chaldi. Ab khet ki fasal meri height se oonchi ho gayi thi isliye koi khet mein asaani se dikhta nahi tha. Maine socha yeh bhi to achcha hi hai Itni oonchi fasal mein maine papa ko dhud hi liya Main : papa. main aa gayi Main papa se jaakar lipat gayi aur haan..papa sirf lungi mein theh. Papa : arre beti, tu kab aayee Main : abhi abhi, pehle ghar gayi thi to wahan koi naa tha Main apne breast papa ki chest se ragadne lagi maza aa raha tha Papa : teri mummy apne maaike gayi hai

Main : kab gayi mummy Papa : aaj subeh hi to. usse pata hota ki tone aana hai to ruk jaati Isiliye to main shaam ko aayee hu tum kya jaano. Main papa ko aur kus ke lipat gayi Papa : Tripti tum to kuch zyada hi udaas rehne lagi ho Maine socha sab kuch abhi karne se kaam bigad sakta hai aakhir ek baap apni beti ko itni asaani se nahi chodega. mujhe apne papa ke dande ko apni choot ki taraf dheere dheere aakarshit karma hoga. Main alag hui Main : haan papa, ghar ki yaad kuch zyaada hi aane lagi hai. khair, main ghar chalti hu aap jaldi aa jaana Papa : thik hai.. Ghar aa kar main plan sochne lagi. Mujhe pata tha ki agar main ek dum se open ho gayi to baat bugad saktee hai main chahati thi ke papa khud hi bebus ho jaaye aur unhe lage ki iss kaam ke wo khud bhi responsible hain.

Maine socha saara kaam kal se shuru kiya jaaye. Raat ko haum baap-beti ek saath to soye lekin maine kuch nahi kiya. aur papa ne kya karma tha, unke liye to main beti ke alaava aur kuch na thi. Main raat ko bhi wahi purane salwaar-kameez mein soyee. Agle din subeh maine papa ke liye nashta banaya Main : papa main dupher ko khet par roti le aaoongi Papa : achcha.. papa ke jaane ke baad main nahaayi aur apna shahar mein silwaya hua tight , deep-cut suit pehna. Dupher hui to papa ka khana khet par lekar chaldi. main to excitement se maree jaa rahi thi. Mere deep-cut kameez mein se mere ubhaar (breast) kafi exposed theh. button kholne ki der thi ki ubhaar saaf dikhte. bra to aaj maine pehnee hi nahi thi. main : papa papa :Tripti, le aayee roti Mera suit floroscent green color ka thaa.

jab papa ne mujhe dekha to vo thode haeraan se hue. aakhir apni beti ke ubhaaron ki jhalak pehlee baar mili thi main : chalo pehle kha lo papa : toone kha liya? main : mujhe abhi bhook nahi hai papa roti khane lage main : papa, aapne mera suit nahi dekha papa : haan, rang achcha hai. par kya yeh thoda tight aur chota nahi hai.. main : chota. kahan se? papa : saamne se.. main : saamne se? kahan saamne se? papa : saamne se. mera matlab hai. chaati se.. main : ohh..chaati se, nahi to, yeh to shahar mein aam hai papa : kya tumhe college mein aise suit pehene dete hai main : sab aise pehente hain .balki yeh to kuch bhi nahi.. papa : koi mujhe bata raha tha ki shahar ka mahaul aisa hi hai main : haan vo to hai. lekin mujhe to apne par control hai papa : achchi baat hai beti tujhe apne aap ko aise mahaul se bachaa ke rakhna chaiye papa ne roti khaa lee to main ghar jaane ke liye chali, do teen kdam par hee maine per (foot) mudne (sprain) ka bhana kiya aur gir gayi main : ooohh .papa.. papa bhagte hue aaye papa : kya hua beti?

main : papa..per mud (sprain) gaya..bahut dard ho rahi hai papa ne mera sandal nikala aur dekhne lage papa : kahan se muda hai. kahan dard ho rahi hai? main : oohh..papa bahut dard ho rahi hai papa : chal ghar chal koi davaa laga le. chal beti khadee ho main jaise hi khadi ho kar thoda chalne ki koshish ki to phir se gir gayi papa : arre, kya hua beti. chala nahi jaa raha main : nahi papa. chalne mein to aur bhi dukhtaa hai papa : beti, thodi koshish kar, ghar jaa kar davaa laga kar hi dard khatam hoga, ghar to jaan hi hai, hena.

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Main phir se uthi , thoda chali par phir gir padi Main : nahi papa, mujhse bilkul nahi chala jaa raha Papa : phir to tujhe uthaa ke hi le jaana padega Yehi to main chahti thi. papa mujhe uthaaein. unka ek haath meri taangon ke neeche aur doosra haath meri peeth ke neeche. aur main unke nange jism se chipki hui. Jab papa mujhe uthaa rahe theh to maine jaldi se apne suit ke saamne ke button khol diye. aur mere aadhe se zyaada ubhaar bahar aa gaye.. Ab main papa ki goad mein thi aur meri chaati khula darbaar bani hui thi Main : papa bahut dard ho rahi hai Papa ne meri taraf dekha to unki eyes pehle wahin gayi to main chahti thi .

mere ubhaaron ko dekhte hue bole Papa : bus beti ghar chal ke sab thik ho jaayega Maine jhoot-moot mein aankhein band karleen aur dekha ki papa ruk-ruk kar meri golaaiyaan (breast) dekh rahe hain . kisi baap ke saamne uski beti ki aadhi chaati nangi ho to vo bechara khul ke dekh bhi nahi sakta . Papa ne mujhe uthaa rakha tha, isliye meri hips papa ki penis ki height par thi suddenly mujhe hips par kuch hard feel hua main samajh gayi yeh kya mere papa ka lora ..aaj baap beti kitne paas hokar bhi kitne door theh dande aur ched mein mushkil se chaar inch ka faasla tha Ghar pahunchte hi papa ne mujhe litaa diya .meri aankhen band thi par chati to khulee thi Papa : beti ghar aa gaya hai Main : papa, kuch karo na..dard ho raha hai Papa : almaari mein davaa rakhi hai. main lata hu Papa disprin ki goli laaye aur saath mein paani. Paani peete waqt maine jaan-moojh kar paani apne breast par girne diya ab mere aadhe nange ubhaaron par paani tha. Maine goli le lee aur phir se aankhein band karke let gayi papa baar baar mere ubhaaron ko dekh rahe theh jawaan beti ke geele ubhaar baap kare to kya kare. aap yah hindi sex story hindisexstories.autocamper-service.ru par padh rhe hai.

maine socha itna kafi hai abhi ke liye Main : papa, aapko jaana hai to jaao, khet mein kaam poora kar aao, ab dard mein pehle se farak hai Papa : thik hai main jald hi kaam karke aata hu Maine socha kaam karke aata hu yaa kaam karne aata hoo .. Raat ko papa aaye to main thoda chalne lagee thi Papa : beti farak pada? Main : haan papa, thoda thoda Phir humne roti khaayee Ab mera jalwa dikhaane ka time aa gaya tha. maine shahar se lee hui maxi (fully covered nighty) pehenee is maxi ka advantage yeh tha ki yeh bina kuch expose kiye bhi sab kuch expose kar sakti thi maine lipstick aur rooz bhi lagaa liya . maxi pehen ke main papa ke saamne aayee to papa mujhe dekh kar thode haeraan aur thode khush bhhi. Haeraan isliye ki unhone pehlee baar aisee dress dekhee thi aur khush isliye ki unki beti sunder lag rahi thi Main : papa, maine yeh shahar se yeh kapde bhi liye hain..kaise hain?

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मेरे पापा ने मुझे पूरा रंडी बना दिया | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mere-papa-ne-mujhe-pura-randi-bna-diya.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/mere-papa-ne-mujhe-pura-randi-bna-diya.html#respond Mon, 13 Nov 2017 09:14:35 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10775 मेरे पापा ने मुझे पूरा रंडी बना दिया और रोजाना चोदा. जब मेरा भाई घर वापस आया और उसने पापा और मेरा ये वासना का खेल देखा, तो उसने भी मुझे रंडी बना कर मस्ती में पेला तो दोस्तों, कैसी लगी आपको एक ठरकी लड़की की कहानी, तो अपने पापा और भाई के द्वारा ही रंडी बनायीं गयी मुझे जरुर बताना |

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हेल्लो आज मै भी अपनी जिंदगी की सच्ची मस्ताराम डॉट नेट के माध्यम से अवगत करवाना चाहती हूँ ताकि आप लोग भी मज़ा ले सके मै तो जो भी की हु मुझे उसका अफ़सोस नहीं बल्कि मजे से भरपूर रहा है | ये कहानी मेरी और पापा के बिच की है पापा ने मेरी चुदाई की है मेरे पापा का मोटा लंड मेरी चूत की मख्खिया उड़ा चूका है, मेरे पापा ने मुझे असली चुदाई का मज़ा दिया है, मेरे पापा ने मेरी सील तोड़ी है |

हेलो मेरा नाम निधि अरोड़ा है और मेरी उम्र २२ साल है. मेरी फिगर ३६-३०-३४ है और अभी तक कुवारी हूँ इसका मतलब ये नहीं की चुदी नहीं हु बस शादी नहीं हुयी है | मैं जिस फ्लैट में रहती हु. जिसमे ४ बेडरूम और १ ड्राइंगरूम है. १ रूम मेरा है और १ मेरे भाई का और १ मदर – फादर का है और एक गेस्ट रूम है. जब मैं 11th स्टैण्डर्ड में थी, तब से मैं पोर्न मूवी देखती थी और पोर्न मूवी देखते हुए फिंगरिंग करती थी |

मै कई बार अपनी चूत में ऊँगली डाल कर झड़ती थी और कभी गाजर, ककड़ी और मुली या बेलन डाल कर अपनी वासना को शांत करती थी. लेकिन इस से मेरी भूख और भी बढ़ने लग जाती थी. मैं 12th में थी, तब मेरी नानी की तबियत बहुत ख़राब हो गयी और इस वजह से मेरी माँ उनके वहां कुछ दिनों के लिए रहने गयी. मेरा भाई इंजीनियरिंग में पड़ता था. इसलिए वो मेरठ हॉस्टल में रहता था और मैं और मेरे पापा घर अकेले रह गये थे. मेरी माँ के जाने के बाद, दूसरी रात मैंने सारा काम ख़तम कर दिया और गाजर – मुली को अपने कमरे में ले गयी.

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और फिर मैंने कंप्यूटर पर पोर्न मूवी लगा दी और अपने सारे कपड़े उतार दिए और रोज की तरह बिस्तर में बैठ गयी और फिर धीरे – धीरे अपने बूब्स दबाने लगी. थोड़ी देर बूब्स दबाने के बाद, मैं ने मुली अपने हाथ में ली और उसको मेरी चूत में डाल दिया और उसको अन्दर बाहर करने लगी. मैं पूरी तरह से गर्म हो गयी थी. तभी मेरे पापा ने दरवाजा खटखटाया और बोले – निधि दरवाजा खोल. मैं इतनी घबरा गयी, कि मुझे कुछ पता ही नहीं चला, क्योंकि मैं पूरी नंगी थी.

मैंने फटाफट कपड़े पहन ने शुरू किये और जैसे – तैसे कपड़े पहने और दरवाजा खोलने चली गयी. जल्दबाजी में मैं कंप्यूटर पर चल रही पोर्न मूवी बंद करना भूल गयी. मैंने दरवाजा खोला. आप यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

पापा – इतनी देर क्यों लगा दी. क्या कर रही थी?

मैं – कुछ नहीं पापा पढाई कर रही थी.

पापा – मुझे नींद नहीं आ रही थी. तो सोचा, की तुमसे थोड़ी देर बात ही कर लू.

मैं – लेकिन पापा, मैं थक चुकी हु. बस सोने ही जा रही हु.

(दरवाजे से कंप्यूटर नहीं दिख सकता था).

पापा – थोड़ी देर बेटा, बस ५ मिनट और वो अन्दर आ गये. अन्दर आते ही, मैं और वो दोनों शॉक हो गए. क्योंकि कंप्यूटर पर वो पोर्न मूवी चल रही थी. ये है तेरी पढाई?

मैं – वो पापा (मुझ से कुछ बोला नहीं जा रहा था). तभी पापा की नजर बिस्तर पर पड़े गाजर और मुली पर पड़ी.

पापा ने मुली हाथ में ली. वो गीली थी. मैं ब्रा पहनना भूल गयी थी. और ब्रा भी बिस्तर में ही पड़ी थी.

पापा – ये सब क्या है निधि?

अपने कपड़े अच्छी तरह से पहन कर मेरे कमरे में आ जाओ. पापा ने कंप्यूटर में से सीडी निकाल कर अपने साथ ले ली और चले गये. मैंने टॉप निकाला और ब्रा पहन ली. आप को बता दू, उस समय मैंने ब्लैक कलर की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी. उस पर मैंने रेड लोअर और वाइट टॉप पहना हुआ था. आप यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है |

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मैंने कंप्यूटर बंद किया और पापा के रूम में गयी. पापा ने वो सीडी अपने डीवीडी प्लेयर पर लगा रखी थी. पापा ने मुझे रूम को बंद करने के लिए बोला और मैंने रूम को लॉक कर दिया.

पापा – ये क्या है निधि? ये तुम्हारी पढाई है? तू ब्लू फिल्मे देखती है?

मैं – वो पापा बस…

पापा – कब से देख रही हो तुम?

मैं – ११थ स्टैण्डर्ड से.

पापा – ओह माय गॉड. और ये सीडी तुम कहाँ से मिली.

मैं – मेरी सहेलिया लाती है.

पापा – ये देखने में मज़ा आता है?

मैं (शरमाते हुए) – हाँ.

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पापा – तुम जानती हो ये सब शादी के बाद होता है.

मै – हाँ. लेकिन मेरी सहेली कहती है, लेकिन शादी से पहले ही सब जानना जरुरी होता है.

पापा – अच्छा, तो क्या क्या करती हो देखने के बाद, मुझे भी बताओ. शरमाओ मत.

मैं – मैं अपने हाथो से अपने स्तन दबाती हु और …

पापा – हाँ बोलो – शरमाओ मत

मैं – पहले नीचे ऊँगली डालती थी और अब गाजर, मुली वो सब डालती हु.

पापा – तुम्हे मज़ा आता है?
मैं – हाँ.
फिर पापा ने मुझे अपने पास बुलाया और अपनी गोद में बैठा लिया.

पापा – निधि, आज हम दोनों इस मूवी में जो चल रहा है, ऐसा करेंगे. मेरा साथ दोगी?

मैं – लेकिन?

पापा – लेकिन वेकिन कुछ नहीं. मैं तुम्हे एकदम ट्रेन कर दूंगा. मैं जानता हु, कि तेरी सेक्स की भूख बहुत बढ़ चुकी है.

मैं – ठीक है पापा. वैसे मैं किसी से सेक्स तो करना ही चाहती थी.

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अब पापा ने मेरे होठो को चूमना शुरू कर दिया और मेरे होठ चूसने लगे. करीब ७ से ८ मिनट तक वो मेरे होठो को चूसते रहे और उस वक्त उनको दोनों हाथ मेरे स्तनों पर थे और दबा रहे थे. मुझे मज़ा आने लगा था. अब पापा ने मेरा टॉप निकाल दिया और अब मैं ब्रा में आ गयी थी. वो मेरी पूरी बॉडी को किस करने लगे थे और धीरे से उन्होंने मेरी ब्रा भी निकाल दी. अब वो मेरे निप्पल को चूस रहे थे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. पापा का हाथ मेरी गांड पर था. वो मेरी गांड को सहला रहे थे और मेरे निपल को चूस रहे थे.

कहानी जारी है …. आगे की कहानी पढ़ने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करें …

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बेटी की चुदाई कर बना बेटीचोद | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/beti-ki-chudai-kar-bna-betichod.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/beti-ki-chudai-kar-bna-betichod.html#respond Wed, 01 Nov 2017 16:27:22 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10752 उसकी नन्ही से छेद में मेरा रॉड जैसा लंड घुस ही नही रहा था। उसकी चूत डर के मारे फ़टी जा रही थी। मैंने अपने लंड पर खूब तेल लगाया थोड़ा बहुत तेल बेटी की चूत में भी लगा दिया। उसके बाद अपना लंड़ निशाने पर रख कर जोर से धकेल दिया। बेटी की चूत फट गई। फ़ैल कर मेरे लंड के टोपे को अंदर ले लिया।

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दोस्तों आप सभी को नमस्कार प्रणाम आज मै अपनी कहानी सुनाऊंगा एकदम सच्ची और हॉट कहानी है अगर लंड और चुत ने पानी नहीं छोड़ा तो कहना दोस्तों एसी फाडू कहानी अपने नहीं पढ़ा होगा अगर मेरी ये फाडू कहानी पसंद आये तो कम्मेंट करना ना भूले और अगर मुझे अच्छा रेस्पोंस मिला तो कहानी को जरुर आगे लिखुगा | मैं पिछले कई सालों से मस्ताराम डॉट नेट पर मजेदार कहानियां पढ़ता आ रहा हूँ | और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ।

मेरा नाम विक्रम है । मै नागौर में रहता हूँ । मेरी उम्र 32 साल है । कद बहुत लंबा है । मैं 6 फ़ीट 3 इंच का हूँ । मेरा लंड भी मेरे शरीर के हिसाब से लंबा है । लगभग 13 इंच का लंड जब खड़ा होता है तो अच्छी अच्छी रंडियों की चूत फट जाती हूं । आपको तो पता ही होगा नागौर चुदाई में सबसे मशहूर जगह है । यहाँ पर एक से बढ़कर एक माल बिकती है । मै भी लौंडिया चोदने का बहुत शौक़ीन हूँ । आप भी अगर चुदाई करते है तो आपको भी पता होगा ये चस्का बहुत ही बुरा होता है । एक बार लंड खड़ा होने पर कोई भी सामने हो चोदने का मन करता है । चाहे वो कोई भी हो । मेरा लंड हर दिन एक न एक लड़की चोदता है । मैं हमेशा नम्बर एक माल हो चोदता हूँ । मेरी कमाई का सारा पैसा इसी पर खर्च होता है । दारू पीकर हर दिन मैं चोदने रंडी खाने जाता हूँ । दोस्तों मै अब अपनी कहानीं पर आता हूँ ।

जब मैं 18 साल का था मेरी शादी तभी हो गई थी । लेकिन मेरी बीबी मेरा लंड ज्यादा दिन न सह सकी । भरी जवानी में ही मेरा साथ छोड़कर वो चल बसी । मै मुठ मार के काम चलाता था । उस समय मेरी उम्र 26 साल की थी । जब मुझे चुदाई के समय मुठ मारना पड़ रह था । एक दिन मुझे एक ३५ साल की औरत मिली । उसका नाम आंचल था । उसके साथ एक लड़की भी थी जिसका नाम पायल था । बहुत ही प्यारी लग रही थी । आंचल भी बहुत गजब का माल लग रही थी । मैं आंचल को देखते ही इंद्र की तरह मोहित हो गया । वो मेरे घर के पास ही कमरा लेकर रहती थी । धीरे धीरे उससे मेरी बातचीत होने लगी ।

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एक दिन वो मुझे रास्ते में मिल गई । मैंने उससे पूछा- तुम्हारा घर कहाँ है” वह धीरे धीरे मुझसे अपना सारा हाल सुनाने लगी । मुझे उससे बात करके बहुत अच्छा लग रहा था । आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | उसने बताया कि उसके पति की कुछ ही दिन पहले किसी दुर्घटना में ख़त्म हो गए थे । उसके बाद उसके घर की स्थिति बिगड़ गई । अब ये नौबत आ गई थी की उसे दूसरे के घर में झाड़ू पोंछा करके पेट पालना पड रहा था । मुझे उस पर तरस भी आ रहा था । मेरा लंड उसे चोदने को बेकरार भी था । मैंने उससे कहा- तुम्हारा कोई सहारा नहीं है । इत्तेफाक से मेरी कोई बीबी भी नहीं है । तुम मेरी बीबी बन जाओ उसने बड़ी की कातिलाना नजरो से मेरी तरफ देखा । फिर उसने जबाब दिया।

कामिनी- मुझे तो आप बीबी बना लोगे लेकिन मेरी फूल सी बच्ची का क्या होगा”

मै- जब मैं तुम्हारा पति हो जाऊँगा । तो वो मेरी बेटी हो जायेगी”

कामिनी- कही आप मजाक तो नही कर रहे हो”

मै- मजाक करना होता तो यही मिला था मुझे । मै तो तुम्हारी मदद करना चाहता हूँ । तुम भी तन्हा हो हम भी तन्हा है । इस तन्हाई को मैं समझ रहा हूँ”

कामिनी- काश हर कोई तुम्हारे जैसा हो”

मैंने दूसरे दिन उसे बुलाकर कोर्ट में जाकर रजिस्टर्ड शादी कर ली । मै उसे अपने घर लेकर आया । आज मेरी शादी की सुहागरात थी । मै रात होने का इन्तजार करने लगा । बेटी बड़ी थी उसके सामने मै कैसे चोदता । इसीलिए मैं रात होने के बाद भी उसके सोने का इन्तजार कर रहा था । चुदाई की घड़ी आ गई थी । पायल सो गई।

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हम दोनों अपने सुहागरात वाले बिस्तर पर आ गए । मैंने उसका घूंघट उठाया । चाँद से मुखड़े को चूमते हुए । चुम्बन करके कार्यक्रम आरम्भ किया । बहुत दिनों बाद आज मुझे चुदाई करने का मौका मिल रहा था । कामिनी की चूंचियां ब्लाउज में उभरी हुई थी । आज उसने लाल रंग की साडी पहनी हुई थी । वो ज्यादा खूबसूरत तो नहीं थी । आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | लेकिन फिर भी बड़ी हॉट लगती थी । आज तो वो बेहद खूबसूरत लग रही थी । मैंने अपना होंठ उसके होंठ से लगा दिया । बड़ी ही नाजुक नर्म होंठ थी उसकी । खूब रस उसकी होंठ में भरी होती थी । इतने दिनों का भरा रस मै आज चूस चूस कर पीने लगा । वो अपनी गर्म साँसे छोड़ने लगी । मैंने खूब देर तक उसको अपना लंड चुसवाया । मैनें उसकी चूंचियो को पीकर उसे चोद दिया । उसकी चूत चोदने में बहुत मजा आया।

मै किसी किसी दिन रात में दारू पी कर आता था । तो कभी कभी बेटी के सामने ही चोदने लगता था । वो बड़ी थी लेकिन उतनी समझदार नहीं थी । मेरी सैलरी के पैसे से घर का सारा खर्चा चलता था । मैंने पायल का एडमिशन अच्छे स्कूल में करवा दिया । वो स्कूल चली जाती थी । मैं ऑफिस से अक्सर छुट्टी लेकर कामिनी की चुदाई पूरा दिन करता रहता था । पायल हमे साथ देखती थी तो हट जाती थी । कुछ दिन बीत गया । चोदने का ये भी सामान ख़त्म हो गया यानि मेरी ये बीबी भी मेरा साथ छोड़ गई । उसकी ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गयी । अब चुदाई के लिए कोई भी मेरा साथ नहीं देने वाला था । मै फिर से वैसे ही मुठ मारने की स्थिति में पहुच गया । मै अब सारा पैसा रंडियों को चोदने में खर्च करने लगा । मुझे पता ही नहीं चल रहा था । चुदाई का सामान मेरे ही घर में तैयार हो रहा था । मेरी बेटी धीरे धीरे जवान हो रही थी । उसके बूब्स विकसित हो रहे थे । खा पीकर वो जवान हो गई । दिनों दिन वो खूबसूरत होती जा रही थी । उसकी जवानी निखर कर सामने आने लगी । रोज रोज रंडियों को चोद कर किसी तरह से घर आता था । इतना पी लेता था कि मेरा चलना मुश्किल हो जाता था।

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मै जब भी घर आता था तो मेरी बेटी मुझे बिस्तर पर लेकर जाती थी । चुदाई की प्यास तो मैं बुझा आता था । एक दिन मैं घर खूब पीकर आ गया । उस दिन मुझे चोदने को कोई भी रंडी नहीं मिली । सबकी बुकिंग चल रही थी । घर आते ही मैंने दरवाजा खोला तो जो देखा उसे देखता ही रह गया । पायल बिस्तर पर लेटी हुई थी । क्या मस्त माल दिख रही थी । उसके मम्मे उभरे हुये उसके टी शर्ट पर दिख रहे थे । देखते ही मेरे मुह में पानी आने लगा । मै उसे चोदने के लिए बेकरार होने लगा । मैं वही बैठ कर उसे ताड़ने लगा । उसने हाफ लोवर पहन रखा था । उसकी गोरी गोरी टाँगे दिख रही थी । गांड भी काफी निकली हुई थी । मैंने अपना पैंट उतारा उसके बाद मुठ मारने लगा । मुठ मार कर मैंने सारा माल उसकी गांड पर झड़ दिया । कुछ देर तक तो चोदने का मन ही नहीं कर रहा था । दोस्तों आपने भी कभी अपना माल निकाला होगा । तो आपको पता होगा की उसके बाद चाहे परी सामने खडी हो तो उसे भी चोदने का मन नहीं करता । मेरा भी मन कुछ ऐसा ही हो गया । मैं कुछ देर तक बैठा रहा।

लंड भी लटकते लटकते कुछ ही देर में धीरे धीरे उठने लगा । मै फिर से जोश में आने लगा । फिर से चोदने का ख्याल आने लगा । इस बार मैंने ज्यादा देर न करते हुए मैं उसके पैर के पास जाकर बैठ गया । मुठ मारते हुए लंड को फिर से खड़ा कर दिया । उसकी टांगो को छूते हुए । मैंने किस करना शुरू किया । जिसे लड़की को मै काली काली लाया था । आज वो दूध की तरह गोरी हो गई थी । जी करता था उसकी टांगो में ही अपना मुह लगाकर चाट लूं । मैंने ऐसा ही किया । उसकी टैंगो को चाटते ही वो जाग गई । वो मुझे नंगा देख कर शर्माने लगी । वो मुझसे छुड़ा कर जाने लगी । मैंने उसे पकड़ कर दबा लिया । उसने कहा- पापा आप ये क्या कर रहे हो |

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मै- कुछ नही तेरी जवानी को देख रहा था । तू बहुत ही खूबसूरत लग रही है”

पायल- पापा आप ये कैसी बाते कर रहे हो??”

मै- कुछ नही घर में तू जवान बैठी है । मै बेकार ही रंडियों पर अपना पैसा बर्बाद कर रहा था”

पायल- आप क्या करना चाहते हो”

मै- वही जो तुम्हारी मम्मी से करता था । आज तुम्हे सब सिखाता हूँ”

पायल- आप नशे में हो । आप ऐसा नहीं कर सकते । मै आपकी बेटी हूँ”

मै- तू मुझे कभी अपनी मम्मी की याद न आने दे तो मैं सबकुछ छोड़ दूंगा”

पायल- मै क्या कर सकती हूँ”

मै- तू मुझे 10 मिनट तक जो करता हूँ करने दे”

वो चुप हो गई । अपना सर झुकाकर नीचे देखने लगी । मुझे बहुत ही मजा आ रहा था । उसके गोरे जिस्म को निहारते हुए । उसको सहलाने लगा । वो भी समझ गई आज कुछ भी कर लूं उसकी चुदाई तो होनी पक्की है । उसके गदराए बदन को मैं दबाते हुए छू छू कर मजा लेने लगा । जिस्म को छूते ही वो सिमटने लगती थी । मैंने उसे लिटा दिया।

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उसके बाद मैंने उसके पूरे शरीर पर हाथ फेरना शुरू किया । आप यह हॉट हिंदी सेक्सी कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | वी धीरे धीरे गर्म होने लगी । मेरा नशा उतर रहा था । अब मैं सब कुछ जान बूझकर कर रहा था । उसे गर्म करके मै चोदना चाहता था । उसका भी मन मचलने लगा । मैं उसके पैर से किस करते हुए होंठ तक पहुच गया । उसके बगल में लेट कर मैं उसकी नाजुक गुलाब जैसे पंखुड़ियों को चूसने लगा ।

कहानी जारी है … आगे की कहानी पढ़ने के लिए निचे दिए पेज नंबर पर क्लिक करें ….

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मेरी गांड और चुत के दीवाने है मेरे पापा | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/meri-gaand-aur-chut-ke-diwane-hai-mere-papa.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/baap-beti/meri-gaand-aur-chut-ke-diwane-hai-mere-papa.html#respond Wed, 06 Sep 2017 08:28:00 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10026 ये सच है मेरी गांड और चुत के दीवाने है मेरे पापा जब पहली बार पापा का लंड खायी थी तब की है ये कहानी एकदम सच्ची कहानी है मेरी चुत पापा जब मन तब चोदते है और कभी कभी तो गांड में भी मोटा लंड डाल कर पेल देते है | मज़ा खूब आता है आप भी मज़ा ले |

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हेल्लो आज मै अपनी सच्ची कहानी लिख रही हु मेरे पापा ने मेरी फुद्दी कैसे मारी, मेरे बाप ने मेरी सील तोड़ी, मेरे पापा ने मेरी चूत चाटी, मेरे पापा ने मेरी गांड में लंड डाला, मेरे पापा ने अपने दोस्तों से चुदवाया, मेरे पापा का मोटा लंड मेरी चुत में कैसे घुसा, मेरे पापा का दोस्त मुझे रोज चोदता है, मेरे पापा ने मम्मी के सामने कैसे मेरी चुत चोदी, मेरी माँ ने कैसे पापा का लंड दिलवाया, मेरी गांड और चुत के दीवाने है मेरे पापा, आज की सेक्स कहानी बाप बेटी की चुदाई की हैं । आज मैं बताउंगी कैसे पापा से चुदवाई, पापा से गांड मरवाई, पापा ने मुझे चोदा, पापा ने मेरी चूत और गांड दोनों को मारा, पापा ने मेरी चूत को चाटा,  पापा ने मेरी चूचियों को चूसा और पापा ने मेरी चूत फाड़ दी. मेरा नाम ममता है और मेरी उमर 19 साल है. मै भभुवा बिहार की रहनेवाली हू. मै सावली हू पर मेरा बदन बहुत सेक्सी है.बड़े बड़े बूब्स और तीखे नैन नक्श.मेरे पापा जिनका की नाम संजय है. मास्टर है उनकी उम्र करीब 40 साल होगी |

जब मै 14 साल की थी तब की बात है ..घर पर दादा दादी भी नही थे. पापा ने ही मुझे पाल पोस कर बड़ा किया था. पता नही कब और कैसे मै उनकी तरफ आकर्षित होती गयी. वो तो मुझे अपनी बेटी ही समझते थे पर मै उन्हे पिता नही पति समझती थी. अकेले मै उनके बारे मे सोच कर हर रात अपनी चुत मे उंगली किया करती थी.

मै चाहती थी की पापा मुझे रगड़ के चोदे और मेरी बुर को फाड़ दे.. मैने मान ही मान फ़ैसला किया की किसी भी तरह क्यो ना हो, मैं पापा के साथ सुहागरात मना कर ही रहूंगी..एक दिन पापा से कहा” पापा कितने साल से हम कही घूमने नही गये. कही चलिए ना” पापा ने कहा ” ठीक है पर अरेंज्मेंट्स तुम ही करो, मेरे पास इन चीज़ो क लिए समय नही है ”मैने भी अरेंज्मेंट्स कर ली. शिमला का 4 दिन का ट्रिप फिक्स कर ली. और वहा होटेल मे भी 1 कमरा बुक करवा लिया.. हम 2 दिन बाद सुबह शिमला पहुँचे. होटेल पहूच कर पापा चौंक गये क कमरा तो सिंगल बेड का ही था. वो कमरा चेंज करने जा रहे थे | लेकिन मैने उन्हे रोक दिया और बोला अड्जस्ट कर लेंगे. हम फ्रेश होकर घूमने निकले. आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पड़ रहे है।मैने वाहा एक माल देखा और पापा से कहा की पापा चलिए मुझे वेस्टर्न ड्रेसस खरीदने हैं.

पापा- तुम ऐसे कपड़े नही पहनोगी.

मैं- क्या पापा आज तक मैने कभी नही पहने पेअलसे अलो करिए ना

पापा- ओक लेकिन पटना मे मत पहनना..यही पहनो जीतने दिन हो यहा.
मैने कुछ कपड़े खरीद लिए और पापा को बोला çहलिए होटेल रूम मे. मै रूम मे आकर कहा पापा मै इन्हे ट्राइ काएर क दिखती हू आपको..पहले मैने ब्लू टॉप और ब्लू टाइट जीन्स पहनी बातरूम मे और बाहर आई | पापा घूरते ही रह गये.उन्होने कहा तुम तो सच मे बड़ी हो गयी हो ममता बेटा. मैने पहली बार उनकी नज़रो मे हवस महसूस किया और मेरी हिम्मत बढ़ गयी.

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फिर मैने 1 पीस मिनी स्कर्ट पहन क आई इश्स बार तो पापा जैसे की शोक लग गया हो वो मुझे देखते रहे. मैने पुचछा कैसी लग रही हू.
पापा- बहूत सनडर लग रही हो..

मैने उनकी पेंट मे उनके लंड को टाइट होते देख लिया मैने सोच लिया ब्स यही मौका है,अभी नही तो कभी नही.

मै फिर अंदर गयइ और इश्स बार स्कर्ट उत्तर दिया और केवल ब्रा और पनटी मे ही बाहर आ गयी..

पापा- ये क्या है बेटी

मैं- क्यो अच्छी नही लग रही हू क्या?

पापा- हा..ल्ग..ल्ग..र्ररर.हहिईिइ हूऊ..

मै उनके पास आकर बैठ गयी.पापा मेरे बूब्स को घूर घूर क देख रहे थे.. मैने आव ना देखा ताव बस उनको किस कर लिया धीरे से. वो सहम गये
और कहने लगे ये ठीक न्ही..

मैं- क्यो ठीक नही?

पापा- क्योंकि तुम मेरी बेटी हो. और बाप बेटी का ऐसा रिश्ता ठीक नही.

मैं- आप 1 मर्द हैं जिसे प्यार की ज़रूरत है और मै एक औरत … एक आदमी और औरत क बीच सब सही होता है..

पापा- नही ये सही नही

मैं- पापा मै आपसे ना जाने काब्से प्यार करती हू. ई लोवे उ पापा, ई रेआली लोवे उ.

यह कह कर मै उनसे लिपट गयी और उनके पूरे जिस्म को पागलो जैसे चूमने लगी. पापा ने भी मुझे ज़ोर से पकड़ लिया और मुझे किस करने लगे. उन्होने मुझे 10 मीं तक फ्रेंच किस किया. मेरे बदन मे मानो आग लग गयी थी. मॅन मचल रहा था चूड़ने क लिए..आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पड़ रहे है। चुत पूरी तरह गीली हो गयी थी. मै झट से झुकी और पापा की पेंट निकल कर उनके लंड को आज़ाद कर दिया. बाप रे एकदम कला 8 इंच का था. उसको मैं चूसने लगी. पापा की सिसकिया निकल उठी.

पापा- आ ..उम्म्म… बेटी ….ये क्या..ह्म्‍म्म्म …क्या…ये कर….र्ही हो… बहुत अच्छा ल्ग रा है…

मै लगभग आधे घन्ते ट्के उनका काला लंड चुस्ती रही और वो मेरे मूह मे ही झाड़ गये.

फिर उन्होने मुझे उठा कर बिस्तर पर लेता दिया और मेरी ब्रा खोल दी..

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पापा- कितने बड़े बड़े हैं ये तुम्हारा चूची

– आप ही की है..सारा दूध पी जाइए

पापा- ह्म…

और पापा उन्हे दबाने और चूसने लगे..

मैं- सस्शह!!!!! सस्स्स्सस्स!!!

थोड़ी देर क3 बक़ड़ पापा ने मेरी पनटी उतार क फेंक दी और मेरी चुत को सहलाने ल्क़्गे और क्क़्ने लगे आज पूरे 13 साल क बाद कोई चुत देखी है. आज तो बेटी तुझे खूब छोड़ूँगा. क्क़् कर वो मेरी चूत को लगे चाटने. मेरी तो पूरे बदन मे आग सी लग गयी थी. मुझे मानो स्वर्गका सुख मिल रहा था.

मैं- छातिए और छातिए…सस्सस्स अया ह्म और प्ल्स…. आज आप बेटीचोड बन जाइए…

पापा- हा मै बेटीचोड़ हू. और तुम्हे ज़िंदगी भर चोदुन्गा .तुम्हारी शादी भी अब मुझसे ही होगी.

मैं- तो देर क्यो कर रहे हो पातिदेव चोदो मुझे. मुझे शांत कर दो.

मेरी ये बाते सुन कर पापा जैसे उच्छल पड़े उन्होने अपना लंड मेरी चुत क3 पास लाकर रगड़ना शुरू कक़्र दिया. मैं मचल उठी.
मैने कहा सिर्फ़ रागडोगे या छोड़ोगे भी?

आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पड़ रहे है। पापा ने मेरा हाथ अपने हाथ से कस क3 पकड़ लिया. और 1 ही झटके मे पूरा का पूरा लंड अंदर घुसा दिया. मेरी आँख से आँसू निकल पड़े और मूह से चीख..चीख सुनते ही पापा ने मुझे किस करना शुरू कर दिया और धीरे धीरे धक्के मरने लगे. कुछ देर क बाद मानो मेरा सारा दर्द 1 असीम आनंद मे तब्दील हो गया था. वो धीरे धीरे करने लगे. मै भी अब पूरी तरह उनका साथ देने लगी.
मैं- आ
पापा….आह…आआआअहह….माआआअ…ह्म्‍म्म्मम.ह्म्‍म्म्मम…आहह…सस्स्स्स्स्स्स्शह…..आआअहह…ओरज़ोर से ….एयाया ….और ज़ोर से…
पापा- हा बेटी …तुम तो एकद्ूम रंडियों जैसी आवाज़ निकल रही हो. पापा ने धक्के ज़ोर ज़ोर मरने शुरू कर दिए…मैं- हा मै रंडी हू. आप की रखैल हू. रंडी हू आपकी. जो भी हू बस आपकी हू. ई लोवे उ जान मेरे मूह से अपने जान सुन कर उन्होने लगातार ज़ोर ज़ोर से धकके मरने शुरू कर दिए..
मैं-आ….ऊहह….ह्म्‍म्म्मम.एम्म…..आअहह….ह्म… पापा ने अपना सारा लोड मेरे चूत मे ही झाड़ दिया. मुझे पूरा संतुष्ट कर दिया था पापा ने..
चुपके उन्होने मेरे कान मे कहा बेटी आई लव उ. क्या मुझसे शादी करोगी??

मैं- हन.पापा- हम देल्ही चले जाएँगे जहा हमे कोई न्ही जनता, तुम मेरी पत्नी बन क रहोगी. और मै किसी भी स्कूल मे पढ़ा लूँगा. मैने खुशी के मारे उन्हे गले लगा लिया और रोने ल्गी..वो खुशी क आँसू थे.

उन्होने मुझे 3 दिनों मे कई बार चोदा और पटना आकर भी चोदा.कैसी लगी बाप बेटी की सेक्स कहानी , अच्छा लगी तो जरूर रेट करें और शेयर भी करे |

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दूधवाले संग मिलकर बेटी की चुदाई-2 | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/dudhwale-sand-milkar-beti-ki-chudai-2.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/dudhwale-sand-milkar-beti-ki-chudai-2.html#respond Fri, 18 Aug 2017 13:15:38 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=9771 दूधवाले संग मिलकर बेटी की चुदाई-2, अनेरी भी बोली पापा आप बहुत ज़ोर से लगाते हो धीरे से करो मैने सोचा कि इससे आराम से कैसे होगा.मैं बोला ठीक है मैने दुबारा से उसके छेद पर लंड रखा इस बार गोलू ने मेरी तरफ़ आँख मार्कर इशारा किया मैं समझ गया कि वो बोल रहा है कि झटके से डाल दो मै ने वैसा ही किया निशाना लगाया और एक दम सारा लंड अंदर

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मैने अपना मूह उसकी चूत पे गढ़ा दिया तो अनु ने मेरे सिर को पकड़ लिया और बोली पापा प्लीज़ रहने दो,बर्दास्त नही हो रहा. अब प्लीज़ जल्दी से जो करना है करो.तो मैं बोला अनु पहले मुझको तो गरम करो तो वो बोली कैसे पापा.मैं बोला तुम थोड़ा बैठो तो वो बैठ गयी.मैने अपना लंड उसके मूह के पास रख दिया और बोला इसको अपने मूह में लेकर थोड़ा आगे पीछे करो तो ये गरम हो जाएगा.

उसने पहली बार मेरा 7″लंबा और 3.5″मोटा लंड देखा और देखते ही बोली पापा इतना मोटा और लंबा. पापा ये कैसे जाएगा मैने कहा चला जाएगा तू चिंता मत कर थोड़ी सी तकलीफ़ होगी लेकिन बाद में तुम्हें अब से ज़यादा मज़ा आएगा. ओर उससे बोला पहले तुम इसको मूह मे लेकर गर्म करो. तो वो बोली पापा मैं इसको मूह में नही लूँगी इससे मुझे वॉमेटिंग हो जाएगी मैने बोला नहीं अनु ऐसा कुछ नही होगा तो वो बोली प्लीज़ पापा मेरा मन नही कर रहा.

मैने ज़यादा ज़ोर नही दिया कि कहीं बनी हुई बात बिगड़ ना जाए मेरी ये प्लॅनिंग थी कि आज कैसे भी इसकी ले लूँ उसके बाद तो अनु की जो रेकॉर्डिंग मैं हेमा से करवा रहा हूँ ,उसके बाद तो मैं उसकी ना नुकुर नही सुनूँगा और बाद मे कभी भी ज़यादा ना नुकुर करेगी तो उस रेकॉर्डिंग को दिखाने से वो मान जाएगी और मेरा मैन इरादा तो उसकी फ्यूचर में शादी होने के बाद भी उसे रहने का था, साथ ही साथ हेमा के साथ मेरे सेक्स करने पर भी वो कुछ मूह नही खोलेगी. मैने ज़िद नही की और उसकी बात मान ली मैं अब सीधे उसके उपर लेट गया और उसकी चूत के उपर अपना लंड रख दिया.

वो बोली पापा आराम से करना पहले कभी नही किया दर्द होगा और ब्लड के लिए नीचे कुछ चद्दर लगा लो तो मैं बोला मेरी अनु तो बहुत समझदार है,ये सब तुमको कैसे मालूम तो वो बोली पापा मैं क्या आपको अभी छोटी ही लगती हूँ मुझे सब कुछ पता है.

आपने दिन भर जो मेरी सेवा की है उसके साथ साथ हरकतें भी की हैं लेकिन मैं अंजान बनी रही लेकिन सही बात तो ये है कि मैं तो इंतेजार कर रही थी कि रात जल्दी से हो और आप मेरी तमन्ना को पूरी करें मैने उससे कहा अनु मेरी जान ले मैं तेरी तमन्ना आज पूरी कर दूँगा चद्दर की चिंता मत कर थोड़ा बहुत ब्लड निकलने दे धूल जाएगी.वो फिर बोली पापा प्लीज़ थोड़ा आराम से करना.मैने उसकी बात सुन तो ली लेकिन मुझे पता था कि उसको कष्ट तो होगा ही क्यूंकी अभी तक वो अन्छुइ और अन्चुदि है.

मैने फिर से उसके लिप्स को अपने लिप्स से लॉक कर दिया और उसकी चूत के उपर अपने लंड का सुपाडा रख दिया और एक ज़ोर का झटका लगाया और एक ही बार में लंड को उसकी चूत की जड़ तक पहुँचा दिया.वो तड़पने लगी लेकिन मैने उसके मूह को नही छोड़ा और जकड़कर उसको पकड़ लिया.उसके मूह से हुउन्ण हूम की आवाज़ें आ रही थी उसने मूह को छुड़ा ही लिया और रोते रोते हकलाते हुए बोली पापा निकालो इसको बहुत दर्द हो रहा है मैं मर जाउन्गि. आआअप बहुत गगगंदे हो मैने बोला था बोला था कि आराम से करना लेकिन आप माने नहीं.वो पसीने पसीने हो गयी थी निकालो ना .

इस पर मैं बोला अनु अब रहने दो मैं ऐसे ही रहूँगा और धीरे धीरे हरकत करूँगा.इस पर वो बोली आपका कोई विस्वास नही है आप फिर भी नही मानोगे निकालो इसे

मैने कहा तुम्हारी कसम अनु अब आराम से करूँगा तो वो शांत हो गयी. अब मैं धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत पर आगे पीछे करता रहा और उसको भी मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी. मैं पहली बार में जल्दी ही झड गया,लेकिन नयी चूत के बारे मे सोचकर मेरा लंड जल्दी से खड़ा हो गया और फिर से शुरू हो गया अब अनु से मैने बोला कैसा लग रहा है जान. वो झैन्प गयी क्यूंकी मैने पहली बार उसको जान बोला था,वो बोली अच्छा लग रहा है पापा अब चाहे जितना ज़ोर से करो.

मैं उससे बोला तुम भी मुझको नाम लेकर बुलाओ या जान बोलो.तो वो बोली मुझसे नही होगा. थोड़ी देर बाद मैने स्पीड बढ़ा दी. उसने मुझे जकड़कर पकड़ रखा था वो शायद झड़ने वाली थी,थोड़ी देर बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गयी शायद वो झड चुकी थी और मैं भी झड गया. हम दोनो ऐसे ही कुछ देर तक पड़े रहे और जब मैने उसे उठाया तो देखा बिस्तर पर काफ़ी खून पड़ा था साथ में हम दोनो का माल भी था.

ये देखकर अनु बोली देखा आपने कितना खून निकाल दिया,मुझे मेरी सहेलियों ने बताया था कि पहली बार मे ब्लड निकलता है और पेन भी होता है. मैने उसको बोला तो फिर मुझको गंदा क्यूँ बोल रही थी तो वो बोली आराम से करते तो दर्द कम होता, लेकींन आप को तो बिल्कुल सब्र ही नही था. अब मैने कहा चलो अब दूसरी तरफ से ट्राइ करते हैं तो वो बोली नही जी मैं पीछे से नही दूँगी आपको. मैने कहा क्यूँ तो वो बोली मुझे बताया गया है कि पीछे से बहुत ही ज़यादा दर्द होता है और बाद में भी बहुत दिन तक तकलीफ़ होती है,और पीछे से मज़ा भी नही आता. इस पर मैं बोला नही अनु किसी ने ग़लत बताया है, तो वो बोली कि जो भी हो नही का मतलब नही, और अब सो जाओ.

मैने कहा चलो एक बार ऑर आगे से तो वो बोली कल करना अब मुझे नींद आ रही है.मैं समझ गया कि इसके नखरे जब पहले दिन ही इतने हैं कि ना तो पीछे से दे रही है ऑर ना ही इसने मूह में लिया तो ये ज़यादा दिन तक मुझको देगी नही.मेरा फ़ैसला ठीक ही है जो मैने इसकी रेकॉर्डिंग करा ली हेमा से.

मैं तुरंत बाहर गया और देखा हेमा वही खड़ी थी मैने उसको एक किस की ऑर बोला डार्लिंग अब हमारा रास्ता भी सॉफ हो जाएगा अब हम दोनो कुछ दिन बाद अनु के सामने खुल कर मज़ा लेंगे. मैने उसे बोला इस रेकॉर्डिंग को कल मेरे कंप्यूटर में सेव कर देना और इसके बारे में किसी को भी खबर नही होनी चाहिए.वो बोली जानेमन बेफिकर रहो,और मैने उसे जल्दी से घर से बाहर निकालकर गेट बंद कर दिया.

जब मैं रूम में पहुँचा तो देखा अनु अपनी चूत को एक कपड़े से पोंच्छ रही थी,मैने उसके हाथ से कपड़ा लिया और उसकी छोटे छोटे बालों वाली चूत को धीरे धीरे से पोन्छने लगा. वो ये देखकर मुस्कुरा गयी और बोली एक बात तो है आप बहुत रोमॅंटिक/सेक्सी तो हो ही लेकिन केरिंग भी हो अपनी बेटी का कितना ख़याल है आपको काम पूरा होने के बाद भी मेरी परवाह है आपको. यही मुख्य कारण है कि मैने दिन भर देखा कि आप मेरी कितनी केर कर रहे हो क्या मैं आपकी एक ज़रूरत पूरी नही कर सकती.और मैने आपके साथ सेक्स करने का फ़ैसला लिया. अब तो आप खुश हो ना. दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पे पढ़ रहे है।

मैने उसको बोला अनु खुश तो हूँ लेकिन एक बार से काम नही चलेगा आज तो मैं तुम्हें पूरी रातभर जगाना चाहता हूँ. तो वो बोली तो दिन मैं क्या करोगे दिन भी तो अपना है चलो एक बार और करते हैं बाकी दिन में और मैने उसे फिर से लिटा दिया इस बार मैने उसको काफ़ी देर तक रगड़ा उसकी चूत छिल गयी थी वो बोली पापा आज मार ही डालोगे क्या तो मैं बोला नही अनु और थोड़ी देर बस अभी ख़तम करता हूँ और एक बार फिर मैने उसकी चूत को अपने दिया और हम बिना अपने चूत लंड को सॉफ किए ऐसे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गये.

सुबह हम करीब 09.00 बजे तक सोते रहे. घर पर एक डोर बेल बजी तो मैं, अनु जल्दी से उठे, कपड़े पहने और डोर खोला तो देखा कि एक दूध वाला खड़ा है जो कि हेमा के घर पर दूध देता है और उसके संबंध हेमा के साथ हैं इस बात की चर्चा कॉलोनी वाले करते हैं ऐसा भी मुझे मेरी बेटी ने पिछली रात बताया था. वो हमारे घर तो दूध नही देता था पर वो आज हमारे घर क्यूँ आया है,मुझे बड़ा ही आस्चर्य हुआ. गेट खोलते ही वो बोला अंकल जी नमस्ते कैसे हैं. मैने कहा ठीक हैं, मैने उससे पूछा बोलो भाई कैसे आना हुआ.उसने बोला अंकल दूध चाहिए क्या. तो मैं बोला नही. तो वो बोला कोई बात नही अंकल पैसा मत देना.

मैं उसकी बात को सुनकर एकदम ठगा सा रह गया और बोला क्यूँ आजकल समाजसेवा कर रहे हो क्या.तो वो बोला नही अंकल जी सेवा तो आप कर रहे हैं और एक पेनड्राइव दिखाते हुए बोला आप आजकल जो सेवा अपनी बेटी की कर रही हो वो इसमें है मेरी जान हेमा ने दी है अरे अंकल थोड़ा सेवा हमे भी करने दो आपको तो बुढ़ापा आ गया है आप मेरी भैंस का दूध पिओ और मैं आपकी बिटिया का पीता हूँ ओर पैसा भी मत देना आपको जितना पीना हो पिओ और मुझे आपकी बछड़ी का पीने दो मेरा चेहरा लाल हो गया और बोला हरामजादे ज़यादा मूह मत खोल तू मुझे ब्लॅकमेल कर रहा है.तो वो बोला ब्लॅकमेल नही कर रहा हूँ पैसा तो नही माँग रहा हूँ सिर्फ़ सेवा चाहिए अंकल जी आपकी बिटिया की मैं उससे बोला तुम्हें पैसे चाहिए तो वो बोलो मेरी बेटी तुम्हारे लिए तैयार नही होगी तो वो बोला ये तो आपका काम है कि आप उसको कैसे मनाते हो मुझे पैसे नही आपकी लौंडिया का दूध पीना है अंकल जी तो मैं बोला अभी तुम जाओ यहाँ से.

तो वो फिर बोला तो मैं कब आऊ अंकल जी इस पर मैं बोला मुझसे फोन पर बात करना फिर मैं बताता हूँ और वो मेरा फोन नंबर लेकर चला गया. दोस्तो इसीलिए किसी गयानी ने कहा है….
बिना बिचारे जो करे फिर पीछे पछताय.
काम बिगाड़े आपनो जाग को देत हंसाय
इसके बाद मैं जब वापस कमरे मैं पहुँचा तो हेमा बोली पापा वो दूध वाला क्यूँ आया था,मैने बोला कि वो दूध की बात कर रहा था.तो वो बोली पापा इससे दूध मत लेना इसकी नियत ठीक नही है. इसका चक्कर कई औरतों के साथ चल रहा है,आपकी वो हेमा आंटी के साथ भी.

मैं बोला लेकिन अनु बेटा वो बहुत ज़िद कर रहा था दूध के लिए कि अच्छा दूध दूँगा तो मैने उससे 01 लीटर के लिए बोल दिया है,आज शाम से ले लेंगे,हमे क्या करना है हमें तो दूध से मतलब.वो बोली पापा ठीक है लेकिन ये बहुत बदतमीज़ है,जब कभी भी ये मुझे रास्ते में मिलता है तो बहुत घूर घूर कर देखता है. इस पर मैं अनेरी को करते हुए बोला कि मेरी अनेरी है ही इतनी खूबसूरत कि किसी की भी नज़र रुक जाए.इस पर वो मुस्कुरा दी.

कहानी जारी है ….. आगे की कहानी पढने के लिए निचे लिखे पेज नंबर पर क्लिक करे …..

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