सेक्सी बातचीत – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 100% Free Hindi Sex Stories - Sex Kahaniyan Mon, 19 Mar 2018 11:50:19 +0000 en-US hourly 1 /> //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/wp-content/uploads/2015/10/cropped-mastaram-dot-net-logo-red-32x32.png सेक्सी बातचीत – | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru 32 32 मंदिरा के बड़े और गोरे बूब्स और मोटी गांड | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/mandira-ke-bade-or-gore-boobs-or-moti-gaand.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/mandira-ke-bade-or-gore-boobs-or-moti-gaand.html#respond Sun, 04 Mar 2018 08:08:30 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=12126 मंदिरा के बड़े और गोरे बूब्स और मोटी गांड, मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी हम दोनों इतने जोश में आ चुके थे के मेरा हाथ उसके बूब्स पर था और मेरे लंड को हाँथ से सहलाने लगी जीन्स के ऊपर से ही मुझसे रहा नही गया और मैंने उसके टॉप को उतार दिया और उसके ब्रा के ऊपर से ही बड़े बड़े दूध को मसलने लगा

The post मंदिरा के बड़े और गोरे बूब्स और मोटी गांड appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
नमस्ते दोस्तों, के तमाम पाठकों में से एक मैं हूँ निमेश और मैं आज अपनी पहली चुदाई की कहानी लेकर हाजिर हूँ | मैं पेशे से एक स्टूडेंट हूँ और अपने कॉलेज की पढाई पूरी कर रहा हूँ | मेरी उम्र 19 साल है और मैं दिखने में बहुत ही हेंडसम हूँ | अब मैं ज्यादा समय न लेते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ |

जब मैं स्कूल में था तब मेरी एक लड़की से बहुत अच्छी दोस्ती थी | उसका नाम मंदिरा है और उस समय वो बहुत अच्छी दिखती थी | उसके दूध बड़े थे और उसकी गांड बहुत ही सेक्सी थी | उसकी पतली सी कमर तो बस दिल लूट लेती थी | हम दोनों अक्सर साथ में ही बैठते थे | एक दिन की बात है मैं और वो मेरे घर में थे और हम दोनों बियर साथ में पी लेते थे पर हमने नशे में कभी कुछ गलत नही किया | जब जब मेरे घर में कोई नहीं रहता था तब तब मैं मंदिरा को अपने घर बुला लेता और हम साथ में बियर पीते | मंदिरा किराये पर रहती थी अपने रूममेट के साथ |

एक दिन ऐसे ही हम दोनों बियर पि रहे थे | इस बार नशा सा हो गया हम दोनों को क्यूंकि हम दोनों ने थोड़ी ज्यादा पी ली थी | मेरी नज़र अब उसके सेक्सी बदन पर पड़ी | मुझे जोश आने लगा | मुझसे कण्ट्रोल नही हुआ तो मैं उसके पास चला गया और मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया | किस के लिए उसने भी मना नही किया और मेरा साथ देने लगी | अब हम एक दुसरे की बाँहों में बाहें डाल के किस कर रहे थे | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | हम दोनों इतने जोश में आ चुके थे के मेरा हाथ उसके बूब्स पर था और मेरे लंड को हाँथ से सहलाने लगी जीन्स के ऊपर से ही | मुझसे रहा नही गया और मैंने उसके टॉप को उतार दिया और उसके ब्रा के ऊपर से ही बड़े बड़े दूध को मसलने लगा तो वो आआहाआ अहाआअ करते हुए सिस्कारिया लेने लगी |

फिर मैंने मंदिरा की ब्रा को उतार दिया और उसके गोरे बूब्स को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा तो वो आ आ आ हाआ उउऊउऊउऊम्म्ह ऊउम्म आअहाआअ करते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी |

मैं उसके दूध को जोर जोर से मसलते हुए चूस रहा था और निप्पल को भी अपने होंठ में दबा कर चूस रहा था | वो भी आआऊउन्न्ह ऊ उम्म्ह आहा आआ आहा ऊउम्म्ह करते हुए दूध चुसाई का मजा ले रही थी | फिर हम दोनों मेरे कमरे में गये | अब उसने मेरी शर्ट को उतार दी और मेरी जीन्स को भी | अब मैं उसके सामने अंडरवियर में था | फिर उसने मेरे अंडरवियर को भी उतार दी और मुझे पूरा नंगा कर दी | अब वो मेरे लंड को हाँथ से हिला हिला कर चाटने लगी तो मेरे मुंह से भी आआ हाआ ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की आवाज निकलने लगी |

फिर उसने मेरे लंड को अपने मुंह में डाल ली और लंड के सुपाडे को चूसने लगी | मुझे गुदगुदी होने लगी तो मैं आआहा आ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगा | फिर उसने मेरे लंड को पूरा मुंह में अन्दर डाल कर चूसने लगी तो मैं भी ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके मुंह को चोदने लगा |

वो मेरे लंड को चूस रही थी और साथ में दोनों बॉल्स को भी चूस रही थी और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह आअहाआअ करते हुए बस मजा ले रहा था | उसके बाद मैंने उसके लोअर को उतार दिया और पेंटी भी | उसकी मोटी और चिकनी चूत देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया | अब मैंने उसे लेटा दिया और उसकी टांगो को चौड़ा कर दिया | अब मैं उसकी चूत में अपनी जीभ रख कर चाटने लगा तो वो आआ उन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआ आहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहा आअ करते हुए मछली की तरह छटपटाने लगी | मैं उसकी चूत को चाटने के साथ साथ चूत के दाने को भी होंठ से दबा दबा कर चूस रहा था और वो बस आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्करिया ले रही थी | फिर उसने मुझसे कहा कि बस भी करो अब मुझे चोद दो मेरी चूत प्यासी है | तो मैंने अपना लंड उसकी चूत में रगड़ते हुए डाल दिया | अब मैं उसकी चूत धीरे धीरे झटको के साथ चोदने लगा और वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करने लगी |

फिर कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के मारते हुए चोदने लगा तो वो भी आआहाआ आअहाआअ करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | फिर मैंने उसे कुतिया बना दिया और कुत्ते की तरह उसके पीछे जा कर चढ़ गया | अब मैं उसके दोनों दूध को पकड़ कर अपना लंड उसकी चूत में डाल कर चोदने लगा और वो भी आआहाआ और जोर से…. आःह हह ह हह ह आअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी | उसी दौरान वो झड़ गयी | पर मैं अभी तक भी झड़ा था और जोर जोर से शॉट लगाते हुए चोद रहा था | वो भी आआहाआ का आनंद ले रही थी | फिर मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके पेट पर अपना वीर्य निकाल दिया

दोस्तों आज तक उसके बाद से मैंने कभी किसी लडकी की चूत नही चाटी | पता नही क्या नशा था मंदिरा की चूत में की मुझसे रहा नही गया था उस वक़्त | खैर, ये थी मेरी सेक्स कहानी | आशा है आप लोगों को अच्छी लगी होगी |

The post मंदिरा के बड़े और गोरे बूब्स और मोटी गांड appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/mandira-ke-bade-or-gore-boobs-or-moti-gaand.html/feed 0
बिना देखे चुदाई का मज़ा कैसा होता है ? | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/bina-dekhe-chudai-ka-maza-kaisa-hota-hai.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/bina-dekhe-chudai-ka-maza-kaisa-hota-hai.html#respond Thu, 22 Feb 2018 05:13:39 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=12077 यह सच्ची घटना एक लड़की की बिना देखे चूत चुदाई पर निर्भर है जो अपनी चूत बिना दिखाए चुद्वाती है आप लोगो के मजे के लिए है कृपया शेयर करें |

The post बिना देखे चुदाई का मज़ा कैसा होता है ? appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
बिना देखे चुदाई का मज़ा कैसा होता है ?
( Bina Dekhe Chudai Ka Maza Kaisa Hota Hai )

बिना देखे चुदाई का मज़ा कैसा होता है प्यारे पाठको को नमस्कार मेरा नाम कैलाश है और में mp जबलपुर का रहने बाला हूँ मेरी हाइट 5″5 इंच है देखने मे गुड़ लुककिंग और मस्त काया का मालिक हू मेरी उम्र 36 साल है पर देख कर आप उम्र का अंदाजा नही लगा सकते | ये कहानी है मेरे मित्र की जिसका किसी लड़की से नया नया लफड़ा हुआ औरउससे फोन पर ढेर बातें करता इत्तफाक से मेरे मित्र के मोबाइल में बैलेंस खातम हुआ तो उसने मेरे फोन से बात की और आधे घंटे बात कर उसने नम्बर डिलीट कर मुझे दिया पर कुछ देर बाद उस लड़की का फोन मेरे मोबाइल पर आया और बस बातो का सिलसिला चालू हो गया |

उससे उसका नाम पूछा तो पहले हस कर बात बदल दी फिर बार बार कहने पर अपना नाम शिल्पी बताया और फिर बात चालू हो गई पहले कुछ दिन में सिर्फ रात को बात होती फिर दिन में कई बार बात होने लगी उन दिनों गर्मी का मोसम था रात को छत पर सो रहा था और फोन पर बात हो रही थी रात को करीब 1 बजे

मै – यार आज सेक्स का मूड है |

शिल्पी- क्यो क्या कर रहे जो मुड़ बना लिया

तुम्हारी आवाज सुन कर लंड खड़ा हो गया

तुमने मुझे देख ही नही फिर कैसे

अच्छा चलो किश दो

शिल्पी- muuuh

मै – लिप् पर दो

शिल्पी- मुऊऊऊह

मै  – लंड पर दो

शिल्पी – देखो मेरा भी मन होने लगा कल बात करते

नही अभी चूत पर उंगली रखो और अंदर डालो

और इतने में ही बो लव यू लव यू बोल कर कहने लगी अभी मिलो मेने पूछा किधर उसने अपने घर का पता दिया और उसका घर मेरे घर के पास ही था तो में पैदल ही लोवर और टी शर्ट में चला गया रात 1:30 पर उसके घर के बाहर था उसने फोन पर ही पूछ क्या तुम ही हो मोबाइल की लाइट दिख रही थी मेने कहा हा में ही हूँ बो छत से नीचे आई और दयवाजा खोल दिया और आस पास का जायजा ले कर अंदर गया और दरवाजे को बंद कर में उसे गले लगा लिया और उधर ही लिप् किश करने लगा उसका भी पहला अहसास जो सिहर के गले से लिपट कर साथ देने लगी उसका रूम ठीक सामने ही था |

उसके घर पर उसके नाना और नानी रहते है जो गहरी नींद के आशिक़ है |

और छत पर आराम से सो रहे थे में उससे पूछा इधर ही तो किश करके हाँथ पकड़ कर रूम में ले गई और दरवाजा बंद किया नाईट बॉब्वकी रोशनी में उसे पहली बार देखा रंग थोड़ा सांवला था पर नैन नख्श बहुत सुंदर उम्र 19 कद 5 फुट और उसके दूदू 32 के गांड की गोलाई30 और कमर 28  कुल मिलाकर मस्त माल रूम में जाते ही उसने दबोच लिया और किस करने लगी और किस करते करते उसके कुर्ते को उतार अलग किया और दूध दबाने लगा और बो भी बिना रुके किश की बौछार करती रही सफेद ब्रा और गुलाबी लेगी और मेरे हाँथ उसकी चूत को सहला रहे थे और धीरे धीरे लेगी नीचे करते उसके जिस्म को नंगा कर रहे थे और इसी मस्ती में लेगी नीचे तक आ गई जिसे उसने पेअर में से अलग कर दी और सिर्फ पेंटी जो काले रंग की थी उसपर मेरेवसमने थी |

शायद उसने शर्म का दामन छोड़ सेक्स के लिए मेरे सामने नागी हो कर खड़ी थी अब बारी मेरी थी में भी झट नंगा हो उससे लिपट गया और उसके शरीर को चाटने लगा और चूत को सहलाते होए किश करने लगे पहली बार ही था तो इन सब मे 15 20 मिनिट ही लगाया और झट उसके पैर खोल कर चूत चटा और 2 उंगली डाल दी जो ब मुश्किल अंदर जा पाई और पानी तो था ही चूत से टपकता बस लंड कु चूत पर रख कर थोड़ा झटका दिया और आधा लंड अंदर और बो आशु भारी आंखों से देखती रही में उसे आधे लंड के साथ चोदने लगा |

वो भी मस्ति में आ कर कहने लगी पूरा डाल दो और में बस सही मौके का इंतजार कर रहा था जोर का झटका और लंड उसके गुद्दी को छू गया और जोश इतना था कि बो खून और दर्द से दूर बस उस चरम में पहुच कर निढाल हो गई और में उसे चोदता रहा आखिर में मैने उसे आखिरी झटका मारा और 25 मिनिट की मेहनत उसके होंठो को चूसते हुए सारा पानी उसकी चूत में भर दिया |

10 मिनिट नंगे लेते बस उसे निहार रहा था  फिर उठा कपड़े पहन कर घर आ गया और दूसरे दिन उसे 72 दिया और उसके बाद लगातार कभी भी रात को मिल लेते अब बो चुदाई में इतनी माहिर है कि बस उसे मिलो और बो एक मंझि खिलाड़ी की तरह लन्ड मुह में ले कर चुदती है
और आज भी में उसे चोदता हूँ |

कहानी कैसी लगी कमेंट कर बताना ना भूले |

आप यह कहानियां भी पसंद करेंगे :-

The post बिना देखे चुदाई का मज़ा कैसा होता है ? appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/bina-dekhe-chudai-ka-maza-kaisa-hota-hai.html/feed 0
शादी के बाद दूसरी औरत के लिए प्यासा | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/shyadi-ke-baad-dusari-aurat-ke-liye-pyasa.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/shyadi-ke-baad-dusari-aurat-ke-liye-pyasa.html#respond Sat, 13 Jan 2018 08:17:41 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11649 शादी के बाद दूसरी औरत के लिए प्यासा, ज्यादातर मर्दों की कहानी इस कहानी की तरह ही होती है शादी के बाद अक्सर उन्हें दूसरी औरत या दूसरो की बीविय अच्छी लगाने लगाती है आज की ये incest सेक्स स्टोरी है

The post शादी के बाद दूसरी औरत के लिए प्यासा appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
वासना के अतिरेक में आनंद ने विभा के हाथ अपने कांपते हाथों में ले लिये. जब उसने कोई विरोध नहीं किया तो उन्होंने रोमांचित हो कर उसे अपनी तरफ खींचा. झिझकते हुए विभा उनके इतने नजदीक आ गई कि उसकी गर्म सांसे उन्हें अपने गले पर महसूस होने लगी. आनंद ने उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों में ले कर उठाया और उसकी नशीली आंखों में झांकने लगे. विभा ने लजाते हुए पलकें झुका लीं पर उनसे छूटने की कोशिश नहीं की. उससे अप्रत्यक्ष प्रोत्साहन पा कर आनंद ने अपने कंपकंपाते होंठ उसके नर्म गाल पर रख दिए. तब भी विभा ने कोई विरोध नहीं किया तो उन्होने एक झटके से उसे बिस्तर पर गिराया और उसे अपनी आगोश में ले लिया. विभा के मुंह से एक सीत्कार निकल गई.

तभी दरवाजे पर दस्तक हुई तो आनंद की नींद खुल गई. उन्होंने देखा कि बिस्तर पर वे अकेले थे. वे बुदबुदा उठे … इसी वक़्त आना था …. पर वे घड़ी देख कर खिसिया गए. सुबह हो चुकी थी. दुबारा दस्तक हुई तो उन्होंने उठ कर दरवाजा खोला. बाहर विभा खड़ी थी, उनकी कामवाली, जो एक मिनट पहले ही उनके अधूरे सपने से ओझल हुई थी. उसके अन्दर आने पर आनंद ने दरवाजा बंद कर दिया.

जबसे उनकी पत्नी सुष्मिता गई थी वे बहुत अकेलापन महसूस कर रहे थे. सुष्मिता की दीदी शादी के पांच वर्ष बाद गर्भवती हुई थी. वे कोई जोखिम नही उठाना चाहती थीं इसलिए दो महीने पहले ही उन्होंने सुष्मिता को अपने यहाँ बुला लिया था. पिछले माह उनके बेटा हुआ था. जच्चा के कमजोर होने के कारण सुष्मिता को एक महीने और वहां रुकना था. इसलिये आनंद इस वक्त मजबूरी में ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे थे.

काफी समय से उनका मन अपने घर पर काम करने वाली विभा पर आया हुआ था. विभा युवा थी. उसके नयन-नक्श आकर्षक थे. उसका बदन गदराया हुआ था. अपनी पत्नी के रहते उन्होंने कभी विभा को वासना की नज़र से नहीं देखा था. सुष्मिता थी ही इतनी खूबसूरत! उसके सामने विभा कुछ भी नहीं थी. पर अब पत्नी के वियोग ने उन की मनोदशा बदल दी थी. विभा उन्हें बहुत लुभावनी लगने लगी थी और वे उसे पाने के लिए वे बेचैन हो उठे थे. आनंद जानते थे कि विभा बहुत गरीब है. वो मेहनत कर के बड़ी मुश्किल से अपना घर चलाती है. उसका पति निठल्ला है और पत्नी की कमाई पर निर्भर है. उन्होंने सोचा कि पैसा ही विभा की सबसे बड़ी कमजोरी होगी और उसी के सहारे उसे पाया जा सकता है. आनंद जानते थे कि पैसे के लोभ में अच्छे-अच्छों का ईमान डगमगा जाता है. फिर विभा की क्या औकात कि उन्हें पुट्ठे पर हाथ न रखने दे.

विभा को हासिल करने के लिए उन्होंने एक योजना बनाई थी. आज उन्होंने उस योजना को क्रियान्वित करने का फैसला कर लिया. विभा के आने के बाद वे अपने बिस्तर पर लेट गए और कराहने लगे. विभा अंदर काम कर रही थी. जब उसने आनंद के कराहने की आवाज सुनी तो वो साड़ी के पल्लू से हाथ पोछती हुई उनके पास आयी. उन्हें बेचैन देख कर उसने पूछा, ‘‘बाबूजी, क्या हुआ? … तबियत खराब है?’’

दर्द का अभिनय करते हुए आनंद ने कहा, “सर में बहुत दर्द है.”

“आपने दवा ली?”

“हां, ली थी पर कोई फायदा नहीं हुआ. जब सुष्मिता यहाँ थी तो सर दबा देती थी और दर्द दूर हो जाता था. पर अब वो तो यहाँ है नहीं.”

यह कहानी भी पढ़े : चाचाजी ने मुख मैथुन का मजा लिया चुदाई का नहीं

विभा सहानुभूति से बोली, ‘‘बाबूजी, आपको बुरा न लगे तो मैं आपका सर दबा दूं?’’

‘‘तुम्हे वापस जाने में देर हो जायेगी! मैं तुम्हे तकलीफ़ नहीं देना चाहता … पर घर में कोई और है भी नहीं,’’ आनंद ने विवशता दिखाते हुए कहा.

“इसमें तकलीफ़ कैसी? और मुझे घर जाने की कोई जल्दी भी नहीं है,” विभा ने कहा.

विभा झिझकते हुए पलंग पर उनके पास बैठ गई. वो उनके माथे को आहिस्ता-आहिस्ता दबाने और सहलाने लगी. एक स्त्री के कोमल हाथों का स्पर्श पाते ही आनंद का शरीर उत्तेजना से झनझनाने लगा. उन्होंने कुछ देर स्त्री-स्पर्श का आनंद लिया और फिर अपने शब्दों में मिठास घोलते हुए बोले, ‘‘विभा, तुम्हारे हाथों में तो जादू है! बस थोड़ी देर और दबा दो.’’

कुछ देर और स्पर्श-सुख लेने के बाद उन्होंने सहानुभूति से कहा, ‘‘मैंने सुना है कि तुम्हारा आदमी कोई काम नहीं करता. वो बीमार रहता है क्या?’’

‘‘बीमार काहे का? … खासा तन्दरुस्त है पर काम करना ही नहीं चाहता!’’ विभा मुंह बनाते हुए बोली.

‘‘फिर तो तम्हारा गुजारा मुश्किल से होता होगा?’’

विभा की देसी कसक

‘‘क्या करें बाबूजी, मरद काम न करे तो मुश्किल तो होती ही है,’’ विभा बोली.

‘‘कितनी आमदनी हो जाती है तुम्हारी?’’ आनंद ने पूछा.

‘‘वही एक हजार रुपए जो आपके घर से मिलते हैं.’’

“कहीं और काम क्यों नहीं करती तुम?”

“बाबूजी, आजकल शहर में बांग्लादेश की इतनी बाइयां आई हुई हैं कि घर बड़ी मुश्किल से मिलते हैं.” विभा दुखी हो कर बोली.

“लेकिन इतने कम पैसों में तुम्हारा घर कैसे चलता होगा?”

“अब क्या करें बाबूजी, हम गरीबों की सुध लेने वाला है ही कौन?” विभा विवशता से बोली.

थोड़ी देर एक बोझिल सन्नाटा छाया रहा. फिर आनंद मीठे स्वर में बोले, ‘‘अगर तुम्हे इतने काम के दो हज़ार रुपए मिलने लगे तो?’’

विभा अचरज से बोली, ‘‘दो हज़ार कौन देता है, बाबूजी?’’

‘‘मैं दूंगा.’’ आनंद ने हिम्मत कर के कहा और अपना हाथ उसके हाथ पर रख दिया.

विभा उनके चेहरे को आश्चर्य से देखने लगी. उसे समझ में नहीं आया कि इस मेहरबानी का क्या कारण हो सकता है. उसने पूछा, ‘‘आप क्यों देगें, बाबूजी?’’

विभा के हाथ को सहलाते हुए आनंद ने कहा, ‘‘क्योंकि मैं तुम्हे अपना समझता हूँ. मैं तुम्हारी गरीबी और तुम्हारा दुःख दूर करना चाहता हूँ.”

“और मुझे सिर्फ वो ही काम करना होगा जो मैं अभी करती हूँ?”

“हां, पर साथ में मुझे तुम्हारा थोड़ा सा प्यार भी चाहिए. दे सकोगी?’’ आनंद ने हिम्मत कर के कहा.

कुछ पलों तक सन्नाटा रहा. फिर विभा ने शंका व्यक्त की, ‘‘बीवीजी को पता चल गया तो?’’

‘‘अगर मैं और तुम उन्हें न बताएं तो उन्हें कैसे पता लगेगा?’’ आनंद ने उत्तर दिया. अब उन्हें बात बनती नज़र आ रही थी.

‘‘ठीक है पर मेरी एक शर्त है …’’

यह सुनते ही आनंद खुश हो गए. उन्होंने विभा को टोकते हुए कहा, ‘‘मुझे तुम्हारी हर शर्त मंजूर है. तुम बस हां कह दो.’’

‘‘मैं कहाँ इंकार कर रही हूं पर पहले मेरी बात तो सुन लो, बाबूजी.’’ विभा थोड़ी शंका से बोली.

अब आनंद को इत्मीनान हो गया था कि काम बन चुका है. उन्होंने बेसब्री से कहा, ‘‘बात बाद में सुनूंगा. पहले तुम मेरी बाहों में आ जाओ.’’

विभा कुछ कहती उससे पहले उन्होंने उसे खींच कर अपनी बाहों में भींच लिया. उनके होंठ विभा के गाल से चिपक गए. वे उत्तेजना से उसे चूमने लगे. विभा ने किसी तरह खुद को उनसे छुड़ाया, “बाबूजी, आज नहीं. … आपको दफ्तर जाना है. कल इतवार है. कल आप जो चाहो कर लेना.”

अगले चौबीस घंटे आनंद पर बहुत भारी पड़े. उन्हें एक-एक पल एक साल के बराबर लग रहा था. वे विभा की कल्पना में डूबे रहे. उनकी हालत सुहागरात को दुल्हन की प्रतीक्षा करते दूल्हे जैसी थी. किसी तरह अगली सुबह आई. रोज की तरह सुबह आठ बजे विभा भी आ गई. जब वो अन्दर जाने लगी तो आनंद ने पीछे से उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया. वे उसे तुरंत बैडरूम में ले जाना चाहते थे लेकिन विभा ने उनकी पकड़ से छूट कर कहा, “ये क्या, बाबूजी? मैं कहीं भागी जा रही हूँ? पहले मुझे अपना काम तो कर लेने दो.”

यह कहानी भी पढ़े : मुजरिमों से चुद गई एसपी विजया

“काम की क्या जल्दी है? वो तो बाद में भी हो सकता है!” आनंद ने बेसब्री से कहा.

“नहीं, मैं पहले घर का काम करूंगी. आपने कहा था ना कि आप मेरी हर शर्त मानेंगे.”

अब बेचारे आनंद के पास कोई जवाब नहीं था. उन्हें एक घंटे और इंतजार करना था. वे अपने बैडरूम में चले गए और विभा अपने रोजाना के काम में लग गई. आनंद ने कितनी कल्पनाएं कर रखी थीं कि वे आज विभा के साथ क्या-क्या करेंगे! एक घंटे तक वही कल्पनाएं उनके दिमाग में घूमती रहीं. बीच-बीच में उन्हें यह भी लग रहा था कि विभा आज काम में ज्यादा ही वक़्त लगा रही है! आनंद का एक घंटा बड़ी बेचैनी से बीता. कभी वे बिस्तर पर लेट जाते तो कभी कुर्सी पर बैठते … कभी उठ कर खिड़की से बाहर झांकते तो कभी अपनी तैय्यारियों का जायज़ा लेते (उन्होंने तकिये के नीचे एक लग्जरी कन्डोम का पैकेट और जैली की एक ट्यूब रख रखी थी.)

नौ बज चुके थे. धूप तेज हो गई थी. पंखा चलने और खिड़की खुली होने के बावजूद कमरे में गर्मी बढ़ गई थी. पर आनंद को इस गर्मी का कोई एहसास नहीं था. उन्हें एहसास था सिर्फ अपने अन्दर की गर्मी का. वे खिड़की के पर्दों के बीच से बाहर की तरफ देख रहे थे कि उन्हें अचानक कमरे का दरवाजा बंद होने की आवाज सुनाई दी. उन्होंने मुड़ कर देखा. विभा दरवाजे के पास खड़ी थी. उसकी नज़रें शर्म से झुकी हुई थीं.

विभा के कपडे हमेशा जैसे ही थे पर आनंद को लाल रंग की साडी और ब्लाउज में वो नयी नवेली दुल्हन जैसी लग रही थी. वे कामातुर हो कर विभा की तरफ बढे. उनकी कल्पना आज हकीकत में बदलने वाली थी. पास पहुँच कर उन्होने विभा को अपने सीने से लगा लिया और उसे बेसब्री से चूमने लगे. उन्होने अब तक अपनी पत्नी के अलावा किसी स्त्री को नहीं चूमा था. विभा को चूमने में उन्हें एक अलग तरह का मज़ा आ रहा था. जैसे ही उनका चुम्बन ख़त्म हुआ, विभा थोड़ा पीछे हट कर बोली, “ऐसी क्या जल्दी है, बाबूजी? … खिड़की से किसी ने देख लिया तो?”

“खिड़की के बाहर तो सुनसान है. वहां से कौन देखेगा?”

“मर्द लोग ऐसी ही लापरवाही करते हैं. उनका क्या बिगड़ता है? बदनाम तो औरत होती है. … हटिये, मैं देखती हूँ.”

विभा खिड़की के पास गई. उसने पर्दों के बीच से बाहर झाँका. इधर-उधर देखने के बाद जब उसे तसल्ली हो गई तो उसने पर्दों को एडजस्ट किया और आनंद के पास वापस आ कर बोली, “सब ठीक है. अब कर लीजिये जो करना है.”

“करना तो बहुत कुछ है. पर पहले मैं तुम्हे अच्छी तरह देखना चाहता हूँ.”

“देख तो रहे हैं मुझे, अब अच्छी तरह कैसे देखेंगे?”

“अभी तो मैं तुम्हे कम और तुम्हारे कपड़ों को ज्यादा देख रहा हूँ. अगर तुम अपने कपडों से बाहर निकलो तो मैं तुम्हे देख पाऊंगा.” आनंद ने कहा.

“मुझे शर्म आ रही है, बाबूजी. पहले आप उतारिये,” विभा ने सर झुका कर कहा.

नौकरानी के सामने कपडे उतारने में आनंद को भी शर्म आ रही थी पर इसके बिना आगे बढ़ना असंभव था. आनंद अपने कपड़े उतारने लगे. यह देख कर विभा ने भी अपनी साडी उतार दी. आनंद अपना कुरता उतार चुके थे और अपना पाजामा उतार रहे थे. विभा को उनके लिंग आकार अभी से दिखाई देने लगा था. उसने अपना ब्लाउज उतारा. आनंद की नज़र उसकी छाती पर थी. जैसे ही उसने अपनी ब्रा उतारी, उसके दोनो स्तन उछल कर आज़ाद हो गये. फिर उसने अपना पेटीकोट भी उतार दिया. उसने अन्दर चड्डी नही पहनी थी. … उसका गदराया हुआ बदन, करीब 36 साइज़ के उन्नत स्तन, तने हुए निप्पल, पतली कमर, पुष्ट जांघें और जांघों के बीच एक हल्की सी दरार … यह सब देख कर आनंद की उत्तेजना सारी हदें पर कर गई. उन्होंने अनुभव किया कि विभा का नंगा शरीर सुष्मिता से ज्यादा उत्तेजक है. वो अब उसे पा लेने को आतुर हो गये.

अब तक आनंद भी नंगे हो चुके थे. विभा ने लजाते हुए उनके लिंग को देखा. उसे वो कोई खास बड़ा नहीं लगा. उससे बड़ा तो उसके मरद का था. वो सोच रही थी कि यह अन्दर जाएगा तो उसे कैसा लगेगा. … शुरुआत उसने ही की. वो आनंद के पास गई और उनके लिंग को अपने हाथ में ले कर उसे सहलाने लगी. उसके हाथ का स्पर्श पा कर लिंग तुरंत तनाव में आ गया. आनंद ने भी उसके स्तनो को थाम कर उन्हें मसलना शुरू कर दिया.

थोड़ी देर बाद आनंद विभा को पलंग पर ले गए. दोनो एक दूसरे को अपनी बाहों में भर कर लेट गये. दीपक ने अपने एक हाथ से उसके निपल को मसलते हुए कहा, “विभा, … तुम नही जानती कि मैं इस दिन का कब से इंतजार कर रहा था!”

यह कहानी भी पढ़े : मेरी गांड की चुदाई की कहानी

“मैं खुश हूं कि मेरे कारण आपको वो सुख मिल रहा है जिसकी आपको जरूरत थी,” विभा ने आनंद के लिंग को मसलते हुए कहा.

आनंद फुसफुसा कर बोले, “तुम्हारे हाथों में जादू है, विभा.”

विभा बोली, “अच्छा? लेकिन यह तो मेरे हाथ में आने से पहले से खड़ा है.”

आनंद भी नहीं समझ पा रहे थे कि आज उनके लिंग में इतना जोश कहाँ से आ रहा है. वो भी अपने लिंग के कड़ेपन को देख कर हैरान थे और कामोत्तेजना से आहें भर रहे थे. … विभा ने अपनी कोहनी के बल अपने को उठाया और वो आनंद की जांघों के बीच झुकने लगी. आनंद यह सोच कर रोमांचित हो रहे थे कि विभा उनके लिंग को अपने मुह में लेने वाली है. उन्हें कतई उम्मीद नहीं थी कि विभा जैसी कम पढ़ी स्त्री मुखमैथुन से परिचित होगी. उनकी पढ़ी-लिखी मॉडर्न पत्नी ने भी सिर्फ एक-दो बार उनका लिंग मुंह में लिया था और फिर जता दिया था कि उन्हें यह पसंद नहीं है.

“ओह! … कितना उत्तेजक होगा यह अनुभव!” आनंद ने सोचा और धीमे से विभा के सर के पीछे अपना हाथ रखा. उसके सर को आगे की तरफ धकेल कर उन्होंने यह जता दिया कि वे भी यही चाहते है. विभा ने उनके लिंगमुंड को चूमा. उसके होंठ लिंग के ऊपरी हिस्से को छू रहे थे और तीन-चार बार चूमने के बाद विभा ने अपनी जीभ लिंग पर फिरानी शुरू कर दी …. आनंद आँखें बंद कर के इस एहसास का आनंद ले रहे थे. विभा ने अपना मुंह खोला और लिंग को थोड़ा अंदर लेते हुए अपने होंठों से कस लिया. उसके ऐसा करते ही आनंद को अपने लिंग पर उसके मुह की आंतरिक गरमाहट महसूस हुई. उन्हें लगा कि उनका वीर्य उसी समय निकल जाएगा.

उन्होंने अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर के अपनी उत्तेजना और रोमांच पर काबू किया. फिर उन्होंने अपने हिप्स उसके मुह की तरफ उठा दिये जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लिंग उसके मुह मे जा सके और वो उसके पूरे मुह की गरमाहट अपने लिंग पर महसूस कर सके. लेकिन उनकी उत्तेजना इतनी बढ़ गई थी कि वे विभा का सर पकड़ कर उसे अपने लिंग पर ऊपर नीचे करने लगे. अब विभा का मुह पूरे लिंग को अपने अंदर समा चुका था.

विभा कुछ देर और उनके लिंग को अपने मुह में लिए चूसती रही पर आनंद का यौन-तनाव अब बर्दाश्त के बाहर हो गया था. उन्होंने माला को चित लिटा दिया. वो समझ गई कि अब वक्त आ चुका है. उसने अपनी टाँगे चौड़ी कर दी. आनंद उस की फैली हुई टाँगों के बीच आये और उसके ऊपर लेट गये. वे उसके गरम और मांसल शरीर का स्पर्श पा कर और भी कामातुर हो गए. उनका उत्तेजित लिंग विभा की योनि से टकरा रहा था. उनकी बाँहें विभा के गिर्द भिंच गयीं और उनके नितम्ब बरबस ऊपर-नीचे होने लगे. विभा ने अपनी टांगें ऊपर उठा दी. लिंग ने अनजाने में ही अपना लक्ष्य पा लिया और योनी के अन्दर घुस गया.

आनंद अपने लिंग पर योनि की गरमाहट को पूरी तरह से महसूस कर पा रहे थे. योनी की जकड़ उतनी मजबूत नहीं थी जितनी उनकी पत्नी की योनी की होती थी. लेकिन लिंग पर नई योनी कि गिरफ्त रोमांचकारी तो होती ही है और आनंद भी इसका अपवाद नहीं थे. लिंग पर नई योनी का स्पर्श, शरीर के नीचे नई स्त्री का शरीर और आँखों के सामने एक नई स्त्री का चेहरा – इन सब ने आनंद को उतेजना की पराकाष्ठ पर पंहुचा दिया.

उनका लिंग जल्दी वीर्यपात न कर दे इसलिये अपना ध्यान योनी से हटाने के लिए आनंद ने विभा के निचले होंठ को अपने होंठों में दबाया और उसे चूसने लगे. विभा ने भी उनका साथ दिया और वो उनका ऊपर वाला होंठ चूसने लगी. अब आनंद ने अपनी जीभ विभा के मुह में घुसा दी. विभा भी पीछे नहीं रही. दोनों की जीभ एक-दूसरी से लड़ने लगीं. इसका परिणाम यह हुआ कि आनंद अपनी उत्तेजना पर काबू खो बैठे. उनके नितम्ब उन के वश में नहीं रहे और बेसाख्ता फुदकने लगे. उनका लिंग सटासट योनि के अंदर-बाहर हो रहा था. उसमे निरंतर स्पंदन हो रहा था. उनकी साँसे तेज हो गई थी. उनके मचलने के कारण लिंग योनि के बाहर निकल सकता था.

विभा ने इस सम्भावना को ताड़ लिया. उसने अपने पैर उनके नितम्बों पर कस कर उनके धक्कों को नियंत्रित करने की कोशिश की. वह सफल भी हुई पर एक मिनट बाद आनंद का लिंग फिर से बेलगाम घोड़े की तरह सरपट दौड़ने लगा. उनका मुंह खुला हुआ था और उससे आहें निकल रही थी. लिंग तूफानी गति से अंदर बाहर हो रहा था. अचानक आनंद का शरीर अकड़ गया और उनके लिंग ने योनी में कामरस निकाल दिया. वे विभा के ऊपर एक कटी हुई पतंग की तरह गिर गए. … वे अपने आप को बहुत भाग्यशाली समझ रहे थे कि एक लम्बे अर्से के बाद आज उन्हें एक पूर्ण तृप्ति देने वाले संभोग का अनुभव हुआ था.

जब आनंद कामोन्माद से उबरे तो उन्हें एहसास हुआ कि विभा ने तो उन्हें तृप्ति दे दी थी पर वे उसे तृप्त नहीं कर पाए थे. वे विभा के ऊपर से उतर कर उसकी बगल में लेट गए. लंबी साँसे लेते हुए वे बोले, “विभा, बहुत जल्दी हो गया ना! तुम तो शायद प्यासी ही रह गई.”

विभा उनके सीने पर हाथ फेरते हुए बोली, “पहली बार नई औरत के साथ ऐसा हो जाता है. पर अभी हमारे पास वक़्त है. आप थोड़ी देर आराम कीजिये, मैं चाय बना कर लाती हूं.”

वो सिर्फ पेटीकोट और ब्लाउज पहन कर पहले बाथरूम में गई और फिर किचन में. उसके जाने के दो मिनट बाद आनंद बाथरूम में गये. वापस आ कर उन्होने अंडरवियर पहना और कुर्सी पर बैठ गये. पिछले कुछ मिनटों में जो उनके साथ हुआ था वो उनके दिमाग में एक फिल्म की तरह चलने लगा. उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि उन्होंने अपनी पत्नी के अलावा किसी और स्त्री के साथ सम्भोग किया था! पर सामने पड़े विभा के कपड़े बता रहे थे कि यह सच था.

The post शादी के बाद दूसरी औरत के लिए प्यासा appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/chudai-ki-kahani/shyadi-ke-baad-dusari-aurat-ke-liye-pyasa.html/feed 0
दि कपिल शर्मा शो मस्ताराम की स्टाइल में | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/the-kapil-sharma-show-mastaram-ki-style-me.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/the-kapil-sharma-show-mastaram-ki-style-me.html#respond Wed, 27 Dec 2017 08:16:33 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=11498 अब वो सिद्धू पाजी पर ध्यान देती है। पूरा लण्ड मुँह में लेकर गीला करती है। लण्ड के ऊपर हल्के से जीभ घुमाने से सिद्धू का तो काम तमाम हो गया। सोनाक्षी ने बाल्स चूसे और थोड़ा हिलाया तो पाजी ने सारा लोड सोनाक्षी के मुँह पे खाली कर दिया।

The post दि कपिल शर्मा शो मस्ताराम की स्टाइल में appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
दि कपिल शर्मा शो मस्ताराम की स्टाइल में पढ़े और जाने अगर कपिल शर्मा का शो एडल्ट होता तो कैसे बाते करते सिद्धू जी, डॉक्टर गुलाटी, और भी जो कैरेक्टर है जैसे रिंकू भाभी , अन्ना, कपिल की नानी, और शो में आये हुए लोग कैसे कैसे सवाल करते कपिल और हीरो हिरोइनों से |

कपिल- हेलो हेलो, वेलकम, आपका स्वागत है इस नये शो में। मैं वही हूँ, आप भी वही हैं, सेलेबस भी वही हैं |

यह स्टेज भी वही है, बस अब उनसे बातें तो बहुत होंगी पर ऐसी बातें जो किसी ने नहीं सुनी। वेलकम एवरीवन टु द कपिल शर्मा शो, प्रेजेंटेड बाइ मस्ताराम डॉट नेट, पावर्ड बाइ मस्ताराम ! तालियों की आवाज- क्लैप्स क्लैप्स क्लैप्स

सिद्धू-  फिर हो गया है आगाज़ अब बहेगी सिर्फ हँसी।  वाह वाह फिर हो गया है आगाज अब बहेगी सिर्फ हँसी

सिर्फ बातों से काम नहीं चलेगा,
मोहतर्मा दिखानी पड़ेगी पुसी।

लोग हँसने लगते हैं।

कपिल- चलिए सिद्धू पाजी ने शायरी भी सुना दी। अब हम चलते हैं शो की तरफ। देखिए बॉलीवुड में हर कोई स्टार नहीं होता। अभिषेक बच्चन का नाम किसने लिया?

लोग हँसने लगते हैं।

जब अभिषेक बच्चन यहां आए थे पिछली बार, तब मैंने उनसे कहा भी की क्यों यह आक्टिंग वेक्टिंग में परेशान होते हो, भाभी को धंधे पे बिठाओ और दलाल बन जाओ। एक ही हफ्ते में बिल गेटस से आमिर हो जाओगे।

लोग हँसने लगते हैं।

फिर अभिषेक ने कहा- मतलब सलमान का सारा पैसा मेरा?

लोग हँसने लगते हैं।

खैर, चलते हैं आजकल की न्यूज की तरफ इस हफ्ते रिलीस हुई फिल्म मिर्ज़या और बॉलीवुड में एक और हीरोइन आ गई जिसकी चूचियां नहीं हैं।

लोग हँसने लगते हैं।

जागो ग्राहक जागो चूचियों को पहचानो।

लोग हँसने लगते हैं।

चलिए अब चूचियों की बात निकली ही है तो बुलाते हैं स्टेज पे हमारे आज के मेहमान, जिनके पास चूचियों की कोई कमी नहीं है। देसी ब्राउन स्किन जवानी, सोनाक्षी सिन्हा और मक्फो मैन बिग डिक जोन्न अब्राहम

तालियों की आवाज- क्लैप्स क्लैप्स क्लैप्स

वाओ… दोनों लोग स्टेज पे डान्स करते हुये आते हैं, हुड हुड दबंग दबंग पे। जान और सोनाक्षी दोनों नाचते हुये आ रहे हैं। तभी डान्स करते-करते म्यूजिक पे जान सोनाक्षी की चूचियां दबा देता है।

सोनाक्षी हँसती है।

और लोग बूब्स बूब्स चिल्लाते हैं।

लोगों को चिल्लाता देखकर पिंक स्लीवलेश टाप और टाइट ब्लू जीन्स में खड़ी सोनाक्षी के पास जाकर जान उसका टाप सीधा खींचकर ऊपर कर देता है, और सब देखते रह जाते हैं

वाओव… सब चिल्लाते हैं।

ब्राउन रंग की गोल-गोल और बड़ी-बड़ी चूचियां सब एक नजर देखते रह जाते हैं, ऊपर से शर्म से सोनाक्षी के निपल्स टाइट हुए देखकर मानो कोई भी ललचा जाए।

कपिल मजाक-मजाक में चूचियों को किस करने जाता है।

तभी सोनाक्षी उसे झूठ में थप्पड़ मारकर दूर कर देती है।

लोग हँसने लगते हैं।

फिर टाप बराबर करती है। म्यूजिक रुकता है और सब ताली मारते हैं।

कपिल दोनों को बैठने को कहता है- वेलकम टु दि शो।

सोनाक्षी- कपिल अभी लास्ट टाइम आई थी तो तुम मुझे बहना कह रहे थे, और अभी यह करने वाले थे, छीः छीः कपिल वेरी बैड।

लोग हँसने लगते हैं।

कपिल- तुम शूट खतम होने दो, मैं फिर बाथरूम में जाकर मूठ भी मारने वाला हूँ तुम्हारे नाम की।

लोग हँसने लगते हैं।

कपिल- पहले तो सोनाक्षी यह बताओ तुम ब्रा नहीं पहनती?

सोनाक्षी- नहीं, मुझे ज्यादा पसंद नहीं ब्रा पहनना।

सिद्धू- इसी बात पे एक शेर कहता हूँ।

सोनाक्षी- इरशाद पाजी इरशाद।

सिद्धू- आशिक बर्बाद है इनके पीछे, इन्हें बर्बाद रहने दो

सोनाक्षी- वा वा।

सिद्धू-

आखिर बर्बाद है इनके पीछे इन्हें बर्बाद रहने दो,
यह सोनाक्षी की जवानी है,
इन चूचियों को आजाद रहने दो |

लोग ताली मारते हुये हँसने लगते हैं।

कपिल- वाह सिद्धू पाजी आज सोनाक्षी आने वाली थी, इसलिए घर से ही चूचियों पे शेर बनाकर बैठे हैं। वैसे आज सोनाक्षी और जान अपनी नई फिल्म फोर्स-दो को प्रमोट करने के चक्कर में आए हैं। आप भी जाइयेगा सब जरूर देखियेगा यह फिल्म।

तालियों की आवाज- क्लैप्स क्लैप्स क्लैप्स

सोनाक्षी- थैंक यू कपिल।

जान- थैंक यू कपिल।

कपिल- तो जान सबसे पहले यह बताइए इस फिल्म में कितने किसिंग सीन हैं?

जान- हाहाहा… वैसे कपिल इस फिल्म में एक भी किसिंग नहीं।

कपिल- हट यार, यह कैसी फिल्म हुई? तो जान फिल्म में कुछ नहीं कर पाये। पर आप लोगों ने फिल्म बनने के दौरान क्या-क्या मजे लिए, हमें भी बताइए।

जान- मैं तो फ्री टाइम में इंजर्ड था, होस्पिटल में था। मजे तो आपकी बहन ने लिए उनसे ही पूछिये।

कपिल- तो आप बताइए सोनाक्षी, आपने क्या-क्या मजे लिए?

सोनाक्षी- लिए मजे बहुत।

जान- इनसे सीधे-सीधे पूछिए कितना सेक्स किया?

कपिल- बताओ ना अभी कितनी बार किया?

सोनम- बहुत किया।

कपिल- चलो डेली कितनी बार करती थी?

सोनाक्षी- रोज 4-5 बार के आसपास सेक्स कर लेती थी।

कपिल- हाय भगवान्… मैं इसको बहन मानता था, यह तो पक्की रंडी निकली बॉलीवुड की।

लोग ताली मारते हुये हँसने लगते हैं।

कपिल- वैसे इनकी कोई गलती नहीं। मैंने सुना है कि इस फिल्म की शूटिंग रसिया में हुई तो ठंड ही इतनी होती है की आदमी चिपके ना तो क्या करे?

सोनाक्षी- वही तो।

कपिल- चलिए सोनाक्षी यह बताइए आपने पहली बार सेक्स कब किया?

सोनाक्षी- स्कूल में थी तब बॉयफ्रेंड था मेरा वो।

कपिल- मतलब कब की बात है?

सोनाक्षी- मैं 15 साल की थी और असल में उस दिन मेरा बर्थ-डे भी था।

कपिल- मतलब बर्थ-डे गिफ्ट में आपने लण्ड लिया।

लोग ताली मारते हुये हँसने लगते हैं।

जान- सोनाक्षी, इन्हें उस कम्पिटीशन के बारे में बताओ?

कपिल- कैसा कम्पिटीशन जान?

जान- पूछिये इन्हीं से?

सोनाक्षी- “अरे बाबा, हब कम्पिटीशन रखते थे शूट खतम होने पर, और फ्री होते थे तो मैं एक ही हेरोइन थी उस मूवी में और क्रू में लड़की भी मैं ही एक थी, तो सब मेरे साथ रहना चाहते थे। कभी डाइरेक्टर को रहना हो तो प्रोड्यूसर गुस्सा, प्रोड्यूसर को रहना हो तो कैमरामैन गुस्सा, तो हमने एक आइडिया निकाला और मैं डाइरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्पाट बाय, कैमरामैन सब मेरी वैनिटी वैन में जाते, वो सब गोलाई में खड़े हो जाते, मैं घुटनों के बल बैठकर सबको जल्दी-जल्दी ब्लोवजोब देती। ब्लोवजोब मतलब लण्ड चूसना…”

कपिल- हाँ आती है मुझे इतनी इंगलिश, आई बड़ी ब्लोवजोब वाली।

लोग हँसने लगते हैं।

सोनाक्षी- हटो… सुनो तो सही, फिर मैं सबको ब्लोवजोब देती थी।

कपिल- पर इसमें कम्पिटीशन कहां है?

सोनाक्षी- मेरी बात तो सुनो? तो मैं सबको जल्दी ब्लोवजोब देती थी और जो लास्ट तक नहीं झड़ता था उसको अगले दिन मेरे साथ मिलता था।

कपिल- हे भगवान्… तुम क्या चीज हो सोनाक्षी?

लोग हँसने लगते हैं।

कपिल- चलिए आगे बढ़ते हैं हमारे अगले सेगमेंट में जिसका नाम है बॉलीवुड की बजाओ। इस राउंड में मैं आपसे सवाल पूछूँगा, बहुत ही पर्सनल पर आपके बारे में नहीं, किसी और बॉलीवुड सेलेब्रिटी के बारे में और आपको उनके राज खोलने हैं। हम लेते हैं ब्रेक।

ब्रेक के बाद बॉलीवुड की बजाओ में सोनाक्षी और जान के साथ।

***** *****ब्रेक के बाद आगे पढ़ने के लिए निचे दिए गए पेज नंबर पर क्लिक करें ..

The post दि कपिल शर्मा शो मस्ताराम की स्टाइल में appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/the-kapil-sharma-show-mastaram-ki-style-me.html/feed 0
Sexy Conversation in Siblings | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/sexy-conversation-in-siblings.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/sexy-conversation-in-siblings.html#respond Fri, 10 Nov 2017 05:16:53 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10862 hello this Sexy Conversation in Siblings those who is fucking her sister and how they are talking between both here i will present how brother and sister talking during sex

The post Sexy Conversation in Siblings appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
Sexy Conversation in Siblings: “Hey, would you like eating my meat?”

“why not. But not now…after some time…let me finish with this sexy story first…it is fantastic…”

“How?”

“It is about a woman who got pregnant from a goat…she was wife of a shepherd.”

“Oh! bestiality in rural areas too?”

“Yes, many a times they give birth to half animals…dead after all!”

“Well, what you think? You like some animal fucking you?”

“Idea is not bad, but no. I have you to fuck me.”

“I will savoir your pussy today…”

“And I will release my cum in your mouth…will you drink it?”

“yes…as usual.”

“I am aroused already…but wait…let me finish this story…”

“Well, you can spread your legs while reading. I will start working on your sexy cunt!”

“Go ahead…but dont hurt like yesterday.”

“Yes dear…”

“Sit down and carry on licking me. I am hot. My juices are rushing…it is wet and wanting something in…”

“I will insert my tongue inside.”

“Lovely idea. aahh…I am naked already. Lift my skirt and bury your head in my thighs.”

“Yes my horny darling.”

” Lick slowly first…ahh…it is wonderful. can dog lick the cunt like this?”

“I am your dog today. I will lick like dog…laplaplap…”

“Ah…my love button wants some fun…”

“Well..I will lick it and caress it with my fingers…”

“yeahh…that sounds great. Now go in action…don’t talk until I cum…”

“Then what you think we shall do on bed?”

“I will swallow your dick…suck and lick it and your cum I drink…”

“Sounds great…your fucking cunt is swollen. Your juices are tasty. Your inner parts are silky…flesh is warm. I wish I fuck you right away in this position…”

“Nope. I want you to make me cum in your mouth…It is sexy. You look funny when my juices on your face…”

“Ah…you are sweat fucker…”

“I am…”

“Oh…it is your great cum….release all your load….I am drinking it. salty taste is wonderful…”

“may be just like your cum…”

“Yeah…laplaplaplap….I am cleaning you with my tongue.”

“Clean it properly so that I don’t have to go to bathroom…”

“Yeah…I have finished but my dick is tight now…”

“I know.”

“then do something…or I will explode…”

“Wait. I am completing the story. Tell me, you ever wanted to fuck some sheep?”

“No. You are my Kutti. I like to become Kutta (dog) of you!”

“I am feeling great after your tongue fucking. I will give you the same fun on your dick…”

“First I want to urinate in your mouth. Come in bathroom…”

“Do you want it really?”

“Yes…you love my urine,,,dont you?”

“Yes…you look funny when you urinate in my mouth.”

“Come on then….you can suck me there only after I release my urine in your sexy mouth.”

“Okay. Come on…”

“Remove your cloaths first.”

“Yeah…I am not that fool…”

“You dirty girl…your hips are sexy.”

‘I will not let you fuck my ass today.”

“Why?”

“I want to give treat only to my mouth tonight. My ass hole can wait!”

“Alright…come…”

“Yes my sweet brother!”

The post Sexy Conversation in Siblings appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/sexy-conversation-in-siblings.html/feed 0
ये उनके लिए है जो सेक्स करते वक्त गालिया देते है | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/abusing-during-sex.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/abusing-during-sex.html#respond Fri, 06 Oct 2017 10:44:05 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10401 ये उनके लिए है जो सेक्स करते वक्त गालिया देते है जैसे की मुझे ही ले लो मै जब घर से बाहर जाता हूँ तो अपनी वाइफ से कैसे सेक्सी बाते करता हूँ शायद आप भी शादी शुदा हो तो आप भी कर सकते है अपनी बीवी से पढ़े और सीखे |

The post ये उनके लिए है जो सेक्स करते वक्त गालिया देते है appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
ये उनके लिए है जो सेक्स करते वक्त गालिया देते है : ये कहानी उन लोगोके लिए है  जो सेक्स करते वक्त गालिया देना चाहते है लेकिन गालिया दे नहीं पाते।  क्यों की उनका पार्टनर सॉफ्ट सेक्स चाहता है। मै उन लोगोको कहता हु जो सॉफ्ट सेक्स करते है,की सेक्स में एकसापन कभी कभी अपने सेक्स को बोरिंग बनाता है। उसके लिए सेक्स में वेराइटी लाये जोकि गाली देनेसे आसकती है |

मै और मेरी बीवी नीलू एक जैसे सेक्स बिलकुल नहीं करते, क्योकि हम अलग किस्म से सेक्स करते है. कभी कभी निलुकी कोई फ्रेंड भी हमारे साथ होती है लेकिन अगर पार्टनर सेक्सी हो तो फिर सेक्स का मजा कुछ अलग आता है | एक बात कह दू मै रंडिया नहीं चोदता क्योकि वो सिक्युअर नहीं है।  बल्कि घरेलु टाईपकी कोई मिले तो छोड़ता भी नहीं और ये बात निलो को भी मालूम है

निचका वार्तालाप हमारे बिचका है जोकि मै बाहर गांव गया तो करता हु लेकिन मै हाथ मे मेरा हथियार लेकर बैठता हु और वो हाथ मे खीरा या गाजर फिर जो घमासान रण हमारे बिच होता है ये उसकी बानगी है |

दोस्तों इसके लिए मैंने मेरे बीवी से परमिशन ली है: –

ए’

‘अं ?’

‘क्या करती हो ?’

‘तुम्हारा हतियार चुम रही हु ‘

‘क्यों ?’

‘चुदना है मुझे !’

‘अरे धीरे चूमो चुसो काटो मत ?’

‘डार्लिंग।’

‘क्या।’

‘तुम जब भी मेरे अंदर आते हो तो मुझे निचे चूतमे बहोत खुजली होती है !’

‘वो तो होगी ही ना !’

‘क्यों ?’

‘मेरा साढ़ेछे इंचका लंड तुम्हारे चूतमे लैंड करता है !’

‘सुनो आज वाइल्ड सेक्स करेंगे ?

नहीं आज मुझे तुम्हारा लंड  मस्त चूसना है।’

‘नीलू,’

‘हां कहो ना।’

‘क्या  ?’

‘जो तुम्हे  मेरे शरीरको देखकर  लगता है ?’

‘एक बात कहु ?’

‘हां.’

‘ये फोन सेक्स तुम्हे कैसा लगता है?’

‘जानू तुम जब मुझसे पूछते हो ना की तुम्हारा कितना घुसा है अंदर तो मै इमेजिन करती हु की तुम्हारा लंड पूरी लम्बाइमे मेरे अंदर घुसा है।’

साली, रंडी,मादरचोद, फोनपर मुझसे इतना मजा लेती है तो सामने होगी तो क्या होगा?’

‘साले, भड़वे तेरा हथियार मेरे दोनों छेदोमे  लेकर डकार भी नहीं लुंगी ?’

‘हां साली तू तो पूरी छिनाल है तेरी माको चोदू ?’

‘हाय कितना मस्त लग रहा है गालिया खाकर ?’

‘गांड में उंगली डाली क्या ?’

‘रुको अभी नहीं ?’

‘क्यों?’

‘जानू अ भी तो चुतको पसीना आरहा है।’

‘तुम्हारी गुलाबी चुत। उसमे मेरा लंड !’

‘हा रे मेरे कमीने ठोकू भड़वे मेरी चुत तुम्हारे लंडकी भूखी है। ‘

‘मादरचोद, रंडी, मेरी छिनाल चोदी ,तेरी माकी चुतमें मेरा छे इंची लंड आआह ओह’

‘स्स्स्सस्स्स्स साले दे गाली तेरी बहनको चोदू, चोद खपाखप।’

‘मादरचोद साली तेरी चूतमे पलंग डालकर तेरी बहनको चोदू।’

‘चल साली कुत्ति हो जा तेरी गांडमें लंड डालूंगा।’

‘आअहाह स्स्स्सस्स्स्स आह गया रे तेरा मुस्सल मेरे गांड में।’

‘जानू क्या डाला गांड में ?’

‘अरे खीरा है न तेरे लंड के जगह’

‘अब साली उस खिरेको चाट मेरा लंड समझकर ?’

‘अम्म्म हां मस्त चूस रही हु।’

‘मेराभी बड़ा हो गयाहै।’

‘चूस तो रही हु न भड़वे अब क्या खा जाऊ ?’

‘मस्त चुस्ती है मेरी रांड ?’

‘साले ये लंड मेरा ये टट्टे मेरे मेरी गांड इसके लिए।’

‘जानू ,’

‘चुतका एक पिक्चर भेज न मै तुम्हारी गोरी गुलाबी चुत देखना चाहता हु ?’

‘तुम तुम्हारे लंड्का एक फोटो भेजो तो मै यहासे सेंड करती हु,ठीक ?’

हाय, क्या चुत है यार तेरी मस्त गुलाबी लगता है चुम लू साली रांड ?

कितनी गालिया देते हो क्या तुमको इतनी सेक्सी लगती हु मै?

क्यों पिछली बार जब मेरे निचे सोयी थी तो क्या कहा था मैंने तुम्हे ?

क्या ? एक बार फिर कहो ना ?

यही की तुम मेरे लंड का माल हो तेरी चुत गांड मेरे लंडके लिए है !

हाय!कितना मजा आया था तुमसे चुदने में तुमने मेरे गांड में तुम्हारा साढ़े छे  इंची लंड डालकर मस्त मथा था मेरी चुत को ?

हे जानू पहली बार जब मैंने तुम्हारे साथ चोदाचोदी की थी तो तुमने मुझे कैसे लिया था बताओ ना ?

लंड्को हाथमे पकड़ा है ना

हां डार्लिंग मादरचोद

साला चूचियोंको दबाकर चोदता है कमीना ?

तेरी माकी चुत तेरे गोरे चूत मे मेरा काला  लंड

जानू

हम्म्म

याद है तुमने मेरे थानोंको पीते हुवे मेरी गांड मारी थी

हां पहली बारी तुम्हारी गांडका  उदघाटन हुवा था मेरे लंड्से ,

मै कितनी चिल्लाई रोई थी उस वक्त लेकिन तुमने गांडको छेदना नहीं छोड़ा

जान तेरी चूतमे मेरा लंड

आह स्स्स्सस्स्स्स मस्त

क्या देखो न तुम्हारा लंड मेरी चूतमे कैसे घुसा है।

साली छिनाल तुम तो बड़ी चुड़क्कड़ हो यार

ऐसा ?

हां यार तुम्हे  याद है जब पैली बार तेरे गांड में मैंने उंगली की थी

हा कैसे याद नहीं होगा यार कितना दर्द हुवा था उस समय ?

साली तू तो चुदनेके लिए उतावली  थी

इसलिए तो सहन कर रही थी ना तेरी उंगली गांडमें

जानू  आज मै तुमसे एक बात पुछु

क्या

तुम्हारा पहला  गैंगबैंग कब हुवा ?

चार साल पहले याने  मेरे शादीसे पहले ,

कितने थे ?

वो चार फिर दो आगये याने पुरे छे जने

बापरे याने चूतमे गांडमें मुहमे हाथोमे सब छेद शायद भरे होंगे तुम्हारे ?

दूसरे दिन मै उठ नहीं सकी थी मुतनेके लिएभी ?

चल अब अपने उंगलिको चुत के छेदमे डाल, ठीक है ?

यार, अब उंगलीसे कबतक काम चलाऊ मै ?तुम्हारे साढे छे इंचके लंड्का प्रसाद चाहिए चुत को ?

आरहा  हु डार्लिंग, चोदी, कल यहासे निकलूंगा दोपहरतक तेरे आगोशमें पहुंच जाऊंगा फिर तुम्हारा बाजा भीतो बजाना है ना

देखा तुम्हारे आनेकी बात सुनकर ही मेरी चुत अंगार मूत रही है साले ठोकू आना जल्दी

ठीक है अब चैटिंग बंद कल मिलते है तेरी चुत गांड मुँह चोदनेके लिए

आजा रे मेरे चुत के बाशाहा तेरा इंतज़ार मेरी चुत खोलकर होगा

bhag 2

अगली कहानी जो मिलनेपर हुवी। क्या, क्या हुवा  उस दिन जब घर पहुंचा।

बस स्टॉपसे मै सिध्धा घर पहुंचा।  रानी मैक्सिमे मेरा इंतज़ार कर रही थी।  मादरचोदके बूबस खुल्ले थे।  सालीने  ब्रा ही  नहीं पहनी थी।  ये भी पता चल गया था की मेरे आनेके खुशीमे उसने पैंटी भी नहीं पहनी थी।  अब तो ये पक्का था  की अब रण होगा, महाभयंकर युद्ध होगा।  जो किसी एक को परास्त करके ही रुकेगा।  मेरी तलवार तो मैंने भंज ली थी।  अब म्यान को भी तैयार करना था।  जो मेरी करागिरिकी राह देख रहा था। दरवाजा जैसे ही मैंने बंद किया, रानी मेरे गलेमे लटक पड़ी।   उसकी मैक्सिमेसे उसके दूध मेरे छातीपर दब रहे थे मैंने पूछा ‘ क्यों रे बहनचोद  तू मैक्सिके अंदर पूरी नंगी ? हा रे मेरे लौड़े मेरी चुत सवेरेसे अंगार मूत रही है तेरे लौडेके लिए आजा मैदानमे’

‘साली, मादरचोद, रंडीचोदू ,तेरी बहनको पानिमे चोदू।  भेनचोद’

‘साले, भड़वे, दे गाली जमके, लेकिन पहले मेरी  मार, मादरचोद।’

‘क्या मारु साली बोल ना?’

‘तुझे पहले क्या चाहिए गांड, चुत ?’

‘पहले तेरी नरम गांडमें लंड डालूंगा, फिर तेरे होंटोपर मेरा लंड घुमाऊंगा, फिर तेरी चुत मथूंगा जानू।

बॉस, बस तेरी मुराद पूरी हो। ‘

‘क्या तेरी माकी चुत, छिनाल, लौड़ी, यही फरसपर लेट जा, आज तेरी चुत मथूंगा।  तेरी गांड में डंडा करूँगा।  तेरे मुहमे लौड़ा डालके तुझे चुसाउँगा।  तेरी माकी चुत, चल मैक्सी उतार और कुत्त्ती बन”

“अरे वा, मेरे कुत्तेके लंड में एकदम जान आ गई, देख साला कैसे इतरा रहा है बैन्चोद। ”

“आह सससससस मस्त, चूस रंडी ,चूस मेरा लंड.”

“साले चुत के लौड़े कुत्ते कमीने आह सससससस ठोक तेरा डंडा मेरी गांडमें मेरी गांड भी बड़ी परपरा रही है तेरे लंडके लिए। ‘

‘तेरी गांड में लंड, साली, मादरचोद

और इस तरह मैंने मेरी बीवीकी गांड और चुत पर जमसे हमला बोला।

देवाभि

[email protected]

ये भी पढ़े : स्वप्न दोष क्यों होता है ? क्या है स्वप्न दोष

The post ये उनके लिए है जो सेक्स करते वक्त गालिया देते है appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/abusing-during-sex.html/feed 0
केवल लड़कियों के लिये है लड़के ना पढ़े | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/some-lines-for-girls-boys-dont-read.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/some-lines-for-girls-boys-dont-read.html#respond Tue, 03 Oct 2017 12:07:26 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10354 केवल लड़कियों के लिये है लड़के ना पढ़े आप या तो कुंवारी होंगी या फ़िर शादी शुदा शादीशुदा हो तो ठीक है कुंवारी होंगी तो 2 बातें होंगी या तो आप शादी करेंगी या नहीं शादी नहीं कि तो ठीक लेकिन अगर की तो 2 बातें होंगी |

The post केवल लड़कियों के लिये है लड़के ना पढ़े appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
हेल्लो आप सभी को मेरा गर्मागर्म प्रणाम, आज मैं आप के लिये कोई कहानी नहीं लाया लेकिन मैं आपसे केवल 2 बातें करने आया हूं। और ये दो बातें केवल लड़कियों के लिये हैं।

तो लेडीज़—गौर फ़रमायें। 

आप या तो कुंवारी होंगी या फ़िर शादी शुदा
शादीशुदा हो तो ठीक है, कुंवारी होंगी तो 2 बातें होंगी,
या तो आप शादी करेंगी या नहीं।
शादी नहीं कि तो ठीक लेकिन अगर की तो 2 बातें होंगी,
या तो आपका पति ठरकी होगा या नहीं
ठरकी हुआ तो आपको चुदाई का मज़ा आयेगा लेकिन अगर ठरकी नहीं हुआ तो 2 बातें होंगी
या तो आप एक ही बिस्तर पे सोयेंगे या अलग – अलग,
अलग से सोने का तो सवाल ही नहीं उठता और अगर एक ही बिस्तर पे होंगे तो 2 बातें होंगी।
या तो आप बिना चुदे ही सो जायेंगी या फ़िर पति को गालियां देंगी।
बिना चुदे तो नींद आयेगी नहीं और अगर मन में पति को गालियां देंगी तो 2 बातें होंगी।
या तो आप अपने पति को छोड़ने की सोचेंगी या फ़िर किसी और से अपनी चूत मरवाने की।
एक साल से पहले तो तालाक तो होगा नहीं और अगर किसी और से चुदवाना हो तो 2 बातें होंगी।
या तो आप अपने किसी पुराने यार से चुदवायेंगी या किसी और से।
किसी और को तो ढूंढना पड़ेगा लेकिन अगर यार से चुदवाना होगा तो 2 बातें होंगी।
या तो उसकी शादी हो गयी होगी या नहीं,
कुंवारा होगा तो ठीक लेकिन अगर शादी शुदा होगा तो 2 बातें होंगी।
या तो वो आपको चोदेगा या नहीं।
चोद देगा तो आप खुश लेकिन अगर नहीं चोदेगा तो 2 बातें होंगी।
आपको या तो अपनी जवानी ऐसे ही गुज़ारनी होगी या फ़िर किसी को ढूंढना होगा जो आपको चोद सके।
ऐसे जवानी बिताना मुश्किल है अगर किसी को ढूंढना हो तो 2 बातें होंगी।
या तो वो आपको चोद के खुश कर पायेगा या नहीं।
खुश किया तो ठीक लेकिन अगर खुश नहीं किया तो 2 बातें होंगी।
या तो आप को वो जैसा भी चोदे खुश रहना होगा या फ़िर किसी दूसरे के लंड को ट्राई करना होगा।
उससे चुदवा के ही खुश रहना है तो पति के लंड में क्या बुराई है,
लेकिन अगर दूसरा लंड ट्राई किया तो 2 बातें होंगी।
या तो दूसरा लंड मस्त होगा या फ़िस,
मस्त हुआ इसकी क्या गारंटी लेकिन अगर फ़िस हुआ तो फ़िर एक और लंड ढूंढो।
अरे तो मेरी बात आपकी समझ में क्यों नही आती है——–
बार बार लंड ढूंढ रही हो और हर एक लंड फ़िसड्डी निकल रहे हैं। दुनिया से कितना चुदवाओगी।
मुझे मेल क्यों नहीं करती हो।
मेरा मेल आईडी है : [email protected]

तो दोस्तों चोदो चुदवाओ और लाइफ़ को खुश हाल बनाओ

The post केवल लड़कियों के लिये है लड़के ना पढ़े appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/some-lines-for-girls-boys-dont-read.html/feed 0
चुदाई की गरमा गर्म बाते | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/chudai-ki-garma-garam-bate.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/chudai-ki-garma-garam-bate.html#respond Wed, 20 Sep 2017 17:04:08 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10157 ‘ए’ ‘अं ?’ ‘क्या करती हो ?’ ‘तुम्हारा हतियार चुम रही हु ‘ ‘क्यों ?’ ‘चुदना है मुझे !’ ‘अरे धीरे चूमो चुसो काटो मत ?’ ‘डार्लिंग।’ ‘क्या।’ ‘तुम जब भी मेरे अंदर आते हो तो मुझे निचे चूतमे बहोत खुजली होती है !’ ‘वोतो होगी ही ना !’ ‘क्यों ?’ ‘मेरा साढ़ेछे इंचका लंड तुम्हारे […]

The post चुदाई की गरमा गर्म बाते appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
‘ए’

‘अं ?’

‘क्या करती हो ?’

‘तुम्हारा हतियार चुम रही हु ‘

‘क्यों ?’

‘चुदना है मुझे !’

‘अरे धीरे चूमो चुसो काटो मत ?’

‘डार्लिंग।’

‘क्या।’

‘तुम जब भी मेरे अंदर आते हो तो मुझे निचे चूतमे बहोत खुजली होती है !’

‘वोतो होगी ही ना !’

‘क्यों ?’

‘मेरा साढ़ेछे इंचका लंड तुम्हारे चूतमे लंड करता है !’

‘सुनो आज वाइल्ड सेक्स करेंगे ?

नहीं आज मुझे तुम्हारा लंड  मस्त चूसना है।’

‘नीलू,’

‘हां कहो ना।’

‘क्या  ?’

‘जो तुम्हे  मेरे शरीरको देखकर  लगता है ?’

‘एक बात कहु ?’

‘हां.’

‘ये फोन सेक्स तुम्हे कैसा लगता है?’

‘जानू तुम जब मुझसे पूछते हो ना की तुम्हारा कितना घुसा है अंदर तो मई इमेजिन करती हु की तुम्हारा लंड पूरी लम्बाइमे मेरे अंदर घुसा है।’

साली, रंडी,मादरचोद, फोनपर मुझसे इतना मजा लेती है तो सामने होगी तो क्या होगा?’

‘साले, भड़वे तेरा हथियार मेरे दोनों छेदो मे  लेकर डकार भी नहीं लुंगी ?’

‘हां साली तू तो पूरी छिनाल है तेरी माको चोदू ?’

‘हाय कितना मस्त लग रहा है गालिया खाकर ?’

‘गांड में उंगली डाली क्या ?’

‘रुको अभी नहीं ?’

‘क्यों?’

‘जानू अ भी तो चुतको पसीना आरहा है।’

‘तुम्हारी गुलाबी चुत। उसमे मेरा लंड !’

‘हा रे मेरे कमीने ठोकू भड़वे मेरी चुत तुम्हारे लंडकी भूखी है। ‘

‘मादरचोद, रंडी, मेरी छिनाल चोदी ,तेरी माकी चुतमें मेरा छे इंची लंड आआह ओह’

‘स्स्स्सस्स्स्स साले दे गाली तेरी बहनको चोदू, चोद खपाखप।’

‘मादरचोद साली तेरी चूतमे पलंग डालकर तेरी बहनको चोदू।’

‘चल साली कुत्ति हो जा तेरी गांडमें लंड डालूंगा।’

‘आअहाह स्स्स्सस्स्स्स आह गया रे तेरा मुस्सल मेरे गांड में।’

‘जानू क्या डाला गांड में ?’

‘अरे खीरा है न तेरे लंड के जगह’

‘अब साली उस खिरेको चाट मेरा लंड समझकर ?’

‘अम्म्म हां मस्त चूस रही हु।’

‘मेराभी बड़ा हो गयाहै।’

‘चूस तो रही हु न भड़वे अब क्या खा जाऊ ?’

‘मस्त चुस्ती है मेरी रांड ?’

‘साले ये लंड मेरा ये टट्टे मेरे मेरी गांड इसके लिए।’

‘जानू ,’

‘चुतका एक पिक्चर भेज न मई तुम्हारी गोरी गुलाबी चुत देखना चाहता हु ?’

‘तुम तुम्हारे लंड्का एक फोटो भेजो तो मै यहासे सेंड करती हु,ठीक ?’

‘हाय, क्या चुत है यार तेरी मस्त गुलाबी लगता है चुम लू साली रांड ?’

‘कितनी गालिया देते हो क्या तुमको इतनी सेक्सी लगती हु मै?’

‘क्यों पिछली बार जब मेरे निचे सोयी थी तो क्या कहा था मैंने तुम्हे ?’

‘क्या ? एक बार फिर कहो ना ?’

‘यही की तुम मेरे लंड का माल हो तेरी चुत गांड मेरे लंडके लिए है !’

हाय!कितना मजा आया था तुमसे चुदनेमें तुमने मेरे गांडमें तुम्हारा साढ़ेछे  इंची लंड डालकर मस्त मथा था मेरी चुत को ?’

‘हे जानू पहली बार जब मैंने तुम्हारे साथ चोदाचोदी की थी तो तुमने मुझे कैसे लिया था बताओ ना ?”

‘लंड्को हाथमे पकड़ा है ना’

‘हां डार्लिंग मादरचोद’

‘साला चूचियोंको दबाकर चोदता है कमीना ?’

‘माकी चुत तेरे गोरे चूतमे मेरा काला  लंड’

‘जानू?’

‘हम्म्म’

‘याद है तुमने मेरे थानोंको पीते हुवे मेरी गांड मारी थी। ‘

‘हां पहली बारी तुम्हारी गांडका  उदघाटन हुवा था मेरे लंड्से ,’

‘मई कितनी चिल्लाई, रोई थी उस वक्त, लेकिन तुमने गांडको छेदना नहीं छोड़ा।’

‘जान तेरी चूतमे मेरा लंड’

‘आह स्स्स्सस्स्स्स मस्त’

‘क्या देखो न तुम्हारा लंड मेरी चूतमे कैसे घुसा है।’

‘साली छिनाल तुम तो बड़ी चुड़क्कड़ हो यार। ‘

‘ऐसा ?’

‘हां यार, तुम्हे  याद है जब पैली बार तेरे गांड में मैंने उंगली की थी?’

‘हा, कैसे याद नहीं होगा? यार कितना दर्द हुवा था उस समय ??’

‘साली तू तो चुदने के लिए उतावली  थी’

‘इसलिए तो सहन कर रही थी ना तेरी उंगली गांड’में

‘जानू  आज मै तुमसे एक बात पुछु?’

‘क्या?’

‘ तुम्हारा पहला  गैंगबैंग कब हुवा ?’

‘चार साल पहले याने  मेरे शादीसे पहले ,’

‘कितने थे ?’

‘वो चार फिर दो आगये याने पुरे छे जने’

‘बापरे, याने चूतमे गांडमें मुहमे हाथोमे सब छेद शायद भरे होंगे तुम्हारे ?’

‘दूसरे दिन मै उठ नहीं सकी थी मुतनेके लिएभी ?’

‘चल अब अपने उंगलिको चुत के छेदमे दाल।  ठीक है ?’

‘यार अब उंगलीसे कबतक काम चलाऊ मै ?तुम्हारे साढे छे इंचके लंड्का प्रसाद चाहिए चुत को ?’

‘आरहा  हु डार्लिंग, चोदी, कल यहासे निकलूंगा दोपहरतक तेरे आगोशमें पहुंच जाऊंगा फिर तुम्हारा बाजा भीतो बजाना है ना’

‘देखा तुम्हारे आनेकी बात सुनकर ही मेरी चुत अंगार मूत रही है साले ठोकू आना जल्दी’

‘ठीक है अब चैटिंग बंद कल मिलते है तेरी चुत गांड मुँह चोदनेके लिए’

‘आजा रे मेरे चुत के बाशाहा तेरा इंतज़ार मेरी चुत खोलकर होगा ‘

‘यार इस समय कुछ अलग करेंगे ‘

‘क्या करना है जानू ?’

‘क्या हम थ्रीसम कर सकते है’

क्यों नहीं?

मै परेशको बुला लेता  हु ? ठीक है ना ?

‘वो साला बड़ा मादरचोद है यार याद है ना पिछली बार उसन क्या  किया था ?’

‘हां सालेने गांड फाड् दी थी तुम्हारी ? लेकिन मजाभी बड़ा लिया था तुमने क्या  चुनचुनके गांड मराई थी  तुमने ?’

‘हाय तुम चुतपे भिड़े थे और वो गांड फाड़ रहा था सालो दोनोंनेभी मेरी ऐसीकी तैसी फेर दी थी बड़े हरामी हो तुमदोनो?’

‘और साली तू तो पक्की छिनाल है मादरचोद कैसे उठउठके चुदवा रही थी रंडी ?’

‘चल अब तेरे लंड्का इंतज़ार है गांडको ?’

‘क्यों चुतकी इच्छा पूरी हो गयी क्या तुम्हारी ?’

‘नहि, रे  हरामी, तू गांड और परेश चुत अदलबदलकर मारते  हो  ना साले ? ‘आदत लगादी तुमने गांडमें लंडकी अब साली मादरचोद गांडमें खुजली उठती है न मारी जाये तो / ‘

‘तेरी चूतमे पलंग डालकर तेरी बहनको चोदू। आरहा होना तेरी गांडमें लंड घुसाने। ‘

‘कब आओगे मेरे सैया पकडके मेरी बैया,

मार लो मेरी गांड मेरी चुत के भोले राजा ‘

अभिजीत देवले

अकोला नौ आठ दो तीन एक शून्य पांच एक छे तीन

The post चुदाई की गरमा गर्म बाते appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-chat/chudai-ki-garma-garam-bate.html/feed 0
जिगोलो मर्दों का बाजार- सेक्स के लिए मर्दों की खरीरदारी | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-and-science/jigolo-mardo-ka-bajar-sex-ke-liye-mardo-ki-kharirdari.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-and-science/jigolo-mardo-ka-bajar-sex-ke-liye-mardo-ki-kharirdari.html#respond Sun, 10 Sep 2017 07:40:19 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=10049 दिल्ली की सड़कों पर युवाओं के जिस्म के सौदेबाजी का काम बेहद नियोजित तरीके से होता है. इसके पीछे कई संस्था कम कर रही है रात को सड़कों पर अपने जिस्म का सौदा करने उतरे इन युवाओं को कमाई का 20 प्रतिशत हिस्सा अपनी संस्था को देना होता है, जिनसे ये जुड़े हुए हैं इस धंधा को दिल्ली के कई युवा अपना प्रोफेशन बना चुके हैं तो कई अपनी लक्जरी जरूरतों की पूर्ति के लिए इस दलदल में फंसते जा रहे हैं.इनमें इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र सबसे ज्यादा हैं इसके आलावा साउथ दिल्ली के कई जाने-माने होटलस में भी यह धंधा जमकर फलफूल रहा है

The post जिगोलो मर्दों का बाजार- सेक्स के लिए मर्दों की खरीरदारी appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
यहाँ सेक्स के लिए मर्दों को औरतें खरीदती हैं – जिगोलो मर्दों का बाजार : – दिल्ली में सजती है मर्दो की मंडी . दिल्ली में गर्ल ही नहीं बॉयज यानी मर्दों के जिस्म का कारोबार भी बड़ी तेजी से पनप रहा है. आलम ये है कि यहां के कई प्रमुख VVIP इलाकों की मार्केट में मर्दो की बाजार रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक सजती है. दिल्ली में सज रहे मर्दों के इस मंडी को ‘जिगोलो मार्केट’ कहते है. राजधानी के सरोजनी नगर, लाजपत नगर, पालिका मार्केट और कमला नगर मार्केट समेत कई इलाकों में रात होते ही मर्दों की जिस्म फरोशी के धंधे की बाजार सज जाती है. इस बाजार में मर्दों की बोली लगाने वाले भी खास हैं। मार्केट में हाई प्रोफाइल परिवार की महिलाएं आकर मर्दों के जिस्म की बोली लगाती है. और सौदा पटते ही अपनी कार में बिठा कर चल देते हैं। ये सब काम इतनी सावधानी से होता है कि कानों कान किसी को खबर नहीं चलती।

युवा जिस्म का ये बाजार रात 10 बजे से सुबह 4 बजे के बीच सजता है. युवा पॉश इलाकों में जैसे साऊथ एक्सटेंसन, जेएनयू रोड, आईएनए, अंसल प्लाजा, कनॉट प्लेस, जनकपुरी डिस्ट्रिक सेंटर के प्रमुख बाजारों की मेन सड़कों पर खड़े हो जाते हैं. इस डील को करने का तरीका भी शानदार है। इन युवाओं के पास आकर गाड़ी रुकती है, उस गाड़ी में जिगोलो बैठता है और जैसे ही सौदा तय होते ही गाड़ी चल देती है. जो भी युवा इस धंधे में लिप्त हैं वो सड़क पर आने से पहले गले में पट्टा और हाथ में रुमाल जरूर रखते हैं। दरअसल रुमाल और गले के पट्टे पर ही होती है इन जिगोलो की डिमांड, क्योंकि उसके गले में बंधे पट्टे पर बहुत कुछ निर्भर करती है. आप सुनकर दंग रह जाएंगे कि गले में बंधा पट्टा जिगोलो के लिंग की लंबाई दर्शाता है.

दिल्ली की सड़कों पर युवाओं के जिस्म के सौदेबाजी का काम बेहद नियोजित तरीके से होता है. इसके पीछे कई संस्था कम कर रही है। रात को सड़कों पर अपने जिस्म का सौदा करने उतरे इन युवाओं को कमाई का 20 प्रतिशत हिस्सा अपनी संस्था को देना होता है, जिनसे ये जुड़े हुए हैं. इस धंधा को दिल्ली के कई युवा अपना प्रोफेशन बना चुके हैं तो कई अपनी लक्जरी जरूरतों की पूर्ति के लिए इस दलदल में फंसते जा रहे हैं.इनमें इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र सबसे ज्यादा हैं. इसके आलावा साउथ दिल्ली के कई जाने-माने होटलस में भी यह धंधा जमकर फलफूल रहा है.

 

कहां लगता है मर्दों का बाजार

मर्दों की यह मंडी दिल्ली के पॉश इलाकों और साऊथ एक्सटेंसन, जेएनयू रोड, आईएनए, अंसल प्लाजा, कनॉट प्लेस, जनकपुरी डिस्ट्रिक सेंटर जैसे प्रमुख बाजारों की मुख्य सड़कों पर लगता है। लड़के यहां आकर खड़े हो जाते हैं और गाड़िया रुकती है, जिगोलो बैठता है, सौदा तय होते ही गाड़ी चल देती है।

 

कैसे होती है पहचान

पहचान के लिए जिगोलो रुमाल और गले में पट्टे बांधते है। इससे ही उनकी पहचान होती है। जिगोलो की डिमांड उसके गले में बंधे पट्टे पर निर्भर करती है।

 

पब, डिस्को और कॉफी हाउस में होती है डील

जिस्म के खरीददारों की यह पॉश इलाकों की सड़कों और गलियों तक ही नहीं सीमित है। इनके लिए पब, डिस्को और कॉफी हाउस भी ऑप्शन है। जिगोलो को बुक करने का काम हाईफाई क्लब, पब और कॉफी हाउस में भी होता है। कुछ घंटों के लिए जिगोलो की बुकिंग की कीमत 1800 से 3000 रुपए और फुल नाइट के लिए 8000 रुपए तक में डील होती है। यहीं नहीं गठीले और सिक्स पैक्स वाले ऐब्स वालों मर्दों की कीमत 15000 तक होती है।

 

The post जिगोलो मर्दों का बाजार- सेक्स के लिए मर्दों की खरीरदारी appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-and-science/jigolo-mardo-ka-bajar-sex-ke-liye-mardo-ki-kharirdari.html/feed 0
महिलाये गैर संबंध कब और क्यों बनती है? | hindisexstories.autocamper-service.ru //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-knowledge/mahilaye-gair-sambhandh-kab-or-kyo-banati-hai.html //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-knowledge/mahilaye-gair-sambhandh-kab-or-kyo-banati-hai.html#respond Thu, 11 May 2017 10:48:13 +0000 //hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/?p=9079 सेक्स, सेक्स से जुडी कुछ रोचक जानकारी, sex knowledge, sexy baate, foreplay, kamasutra, details about sex, gair mard se rishta, western sex, group sex

The post महिलाये गैर संबंध कब और क्यों बनती है? appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
महिलाये गैर संबंध कब और क्यों बनती है?

 

वैवाहिक जीवन में प्यार के साथ-साथ शारीरिक संबंधों की जरूरत मर्द और औरत दोनों को ही होती है हालांकि सैक्स से जुड़ी किसी भी बात को पुरुष बड़े आराम से शेयर कर लेते हैं जबकि महिलाएं शर्म और हिचकिचाहट महसूस करती हैं।
यही कारण है कि स्त्री सैक्स का चरम सुख और पूर्ण आनन्द प्राप्त करने के बारे में स्वयं कुछ नहीं कहती लेकिन सैक्स एक ऐसी आग है जो भड़कने के बाद आसानी से शांत नहीं होती। इसी चक्कर में वह अन्य पुरुष की तरफ आकर्षित होती हैं लेकिन महिला का किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध बनाने के ओर भी कई कारण हो सकते हैं।

चलिए आज इन्हीं कारणों की तरफ गौर करते हैं:

सैक्स में अंसतुष्टि

कई बार महिला अपने पति के साथ संबंधों से संतुष्ट नहीं होती। इस बात को वह खुलकर कह नहीं पाती, जिसकी वजह से बाहर की ओर भागती है।

सैक्स के बारे में अल्प ज्ञान

सैक्स के मामले में पुरुषों की मानसिकता अजीब होती है। पुरुष अक्सर स्त्री के साथ सेक्स करते समय स्वयं सैक्स का पूरा आनन्द लेना तो चाहता है जबकि वह कभी यह जानने कि कोशिश नहीं करता, जिसकी वजह से वह खुश नहीं रह पाती और अन्य पुरुष से यह संतुष्टि पाना चाहती हैं।

अकेलापन

कई बार पति के साथ न होने की वजह से वह अकेलापन महसूस करती हैं। कई बार पार्टनर काम के सिलसिले में देश से बाहर होते हैं। पार्टनर के अकेलेपन को दूर करने के लिए वह बाहर सहारा ढूंढती हैं।

आपसी अनबन

लड़ाई हर पति-पत्नी में होती है लेकिन जरूरत से ज्यादा लड़ाई रिश्ते को खराब करती है। अगर दोनों की आपस में बिलकुल नहीं बनती तो जाहिर सी बात है कि दोनों संबंध बनाने से भी कतराते होंगे। ऐसे में कुछ महिलाएं बाहर रिश्ता बना लेती हैं।

अयोग्य लड़का-लड़की का विवाह

आज भी बहुत से गांव में छोटी उम्र की लड़की की शादी बड़े उम्र के आदमी से कर दी जाती है। मां-बाप लड़की की शादी करके सोचते हैं कि उसके सिर का बोझ उतर गया लेकिन वे यह नहीं जानते की इस तरह की शादी किसी लड़की के लिए कितना घातक है, शादी के बाद वह ऐसे मर्द के साथ खुश नहीं रह पाती क्योंकि वह उसकी मंशाओं को संतुष्ट नहीं कर पाता न ही दोनों की सोच मिलती हैं ऐसे में महिला का किसी और पुरुष की ओर आकर्षित होना लाजमी है।

शादी समान उम्र में न होना

किसी भी लड़की की शादी समान उम्र के लड़के से न करना एक बहुत बड़ी समस्या है। लड़की की शादी चाहे छोटे उम्र के लड़के से हो या अधिक बड़े उम्र के लड़के से दोनों ही स्थिति में लड़की ही परेशान होती है। अयोग्य शादी के कारण पुरुष को तो सैक्स से संतुष्टि मिल जाती है लेकिन स्त्री को सैक्स से संतुष्टि नहीं मिलती। स्त्री को सेक्स संतुष्टि न मिलने के कारण स्त्री दूसरे पुरुष के साथ सेक्स संबंध बनाने पर मजबूर हो जाती है।

पैसे की ललक और चाह

पैसे की ललक औऱ चाह में भी महिलाएं किसी अमीर शख्स से नाजायज संबंध बनाने के लिए तैयार हो जाती हैं। पति द्वारा उनकी इच्छाएं पूरी न कर पाना, कम आय की वजह से ऐशों आराम की जिंदगी न दे पाने की वजह से महिलाएं बाहर किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध बनाने को भी तैयार हो जाती हैं।

गर्भ निरोधक गोलियां

गर्भ निरोधक योजनाओं के कारण स्त्रियों के लिए नाजायज संबंध बनाना आसान हो गया है। इसका कारण यह है कि पहले जब गर्भ निरोधक साधन उपलब्ध नहीं थे तो स्त्री गर्भ ठहरने के डर से नाजायज संबंध बनाने से डरती थी लेकिन अब तो प्रैग्नेंसी रोकने के लिए बाजार में ऐसी बहुत सारी चीजें मौजूद हैं। ऐसे में वह निसंकोच बाहर संबंध बनाने के लिए आजाद होती हैं।

पश्चिमी सभ्यताओं का प्रभाव

लोग अक्सर यह सोचते हैं कि इस देश में यदि पश्चिमी देशों की तरह नियम होते तो कितना मजा होता और सैक्स संबंध पर किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं होती। पश्चिमी देशों में अधिकांश युवक-युवती सैक्स आनन्द प्राप्त कर चुके होते हैं। वहां स्त्री-पुरुष एक को छोड़कर दूसरे के साथ शादी कर लेते हैं। उनके वैवाहिक संबंध भी थोड़े दिनों में ही टूट जाते हैं। फर्क इतना है कि वे लोग इस तरह के नाजायज संबंध को उछालते नहीं हैं। इस तरह के संबंधों का भारत जैसे देशों में आना अपने आप में स्त्री को दूसरे पुरुष के पास जाने के लिए उत्साहित करता है।

पति का किसी और से अफेयर

कई बार पति का अफेयर किसी ओर महिला के साथ होता है जिसकी वजह से वह उसे कभी भी उस नजर से असेप्ट नहीं करता, जिसकी वजह से महिला खुद को टूटा हुआ महसूस करती है, जिससे वह भी किसी ओर से प्यार की उम्मीद करती हैं और रिश्ता बनाती है।

महिलाएँ क्या चाहती हैं जानिए ये टिप्स

सेक्स संबंध बनाते वक्तत महिलाएं किसी पुरुष से क्याह चाहती हैं, यह हमेशा से ही शोध का विषय रहा है. इस पर पहले भी काफी कुछ लिखा जा चुका है. इसी मुद्दे पर ताजातरीन रिसर्च के नतीजे सामने आए हैं. सेक्स से जुड़े विषय के एक्सापर्ट्स के अलावा 700 से ज्याादा महिलाओं ने खुलकर अपने विचार व्यहक्तस किए हैं. महिलाएं बिस्तकर पर क्याज चाहती हैं मर्द से, जानिए वो 12 राज…

1. सम्भोग के दौरान सिर्फ कामक्रीड़ा पे पूरा ध्यान

बिस्तकर पर महिला पार्टनर की यौन-इच्छाा को तृप्ति करने के लिए सबसे जरूरी चीज है- ‘जज्बा ’. सर्वे में शामिल करीब 42 फीसदी महिलाओं ने यह बात स्वीयकार की है. महिलाएं कई तरीके से पुरुषों के प्याार को महसूस करती हैं, जिनमें सबसे ज्यादा इनका ध्यान खींचता है आपके मुंह से की गईं ‘शरारतें’. आंखों में आंखें डालकर प्यास जताना, होठों को संवेदनशील अंगों पर फिराना, किसी और तरीके से देह को छूना महिलाओं को भाता है. जीभ के अगले भाग से नाजुक अंगों का स्पदर्श भी महिलाओं का मन मचलने के लिए काफी होता है.

2. फोरप्ले को सबसे ज्यादा अहमियत दे

कामक्रीड़ा का असली मजा सिर्फ चरम तक पहुंचने पर ही नहीं है, बल्कि इसके हर पल का भरपूर आनंद लेना चाहिए. फोरप्लेअ भी इसका अहम पार्ट है, जिसका अपना मजा है. सर्वे में शामिल महिलाओं ने माना कि फोरप्लेर के दौरान होने वाली उत्तेजना एकदम अलग तरह की होती है. महिलाओं ने कहा कि पुरुषों को सेक्सम के मामले में थोड़ा ‘क्रिएटिव’ होना चाहिए. कुछ नया और एकदम अलग अंदाज में किया जाना महिलाओं को खूब भाता है.

3. ‘आनंद’ व ‘संतुष्टि’ में फर्क है

किंसले इंस्टिट्यूट के शोध में यह पाया गया कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी यह माना कि उन्हेंो कंडोम के बिना यौन संबंध ज्या्दा अच्छा लगता है. पर महिलाओं ने यह भी माना कि दरअसल संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेयमाल किए जाने पर उन्हेंत ज्यांदा सुकून मिलता है. यह सुकून ‘प्रोटेक्शोन’ को लेकर होता है. सर्वे में शामिल महिलाओं ने कहा कि कंडोम यौन रोगों से बचाव का यह कारगर तरीका है. इसके इस्तेामाल से महिलाएं खुलकर सेक्स का भरपूर मजा ले पाती हैं.

4. कोई जल्दबाजी न दिखाए सब कुछ आराम से..

सभी महिलाएं यही चाहती हैं कि उसके बेहद कोमल अंगों को शुरुआती दौर में ज्यादा तकलीफ न दी जाए. महिलाएं पुरुषों से चाहती हैं कि वे उसके सेंसिटिव अंगों के साथ संवेदनशीलता से ही पेश आएं. मतलब यह कि संभोग के दौरान वे चाहे तो जीभ व उंगलियों का इस्तेोमाल करके जरूरी उत्तेजना पैदा करें, पर कष्टम देने से बाज आएं.

5. आस पास का वातावरण और माहोल का असर..

शोध के दौरान 50 फीसदी महिलाओं ने स्वींकार किया कि संभोग के दौरान अनुकूल मौसम व वातावरण न होने की वजह से वे चरम तक न पहुंच सकीं. महिलाओं ने माना कि दरअसल पुरुषों के ठंडे पांव की वजह से उन्हें ज्याजदा तकलीफ होती है. डॉ. होल्सीटेज ने कहा कि सेक्स के दौरान वातावरण भी काफी मायने रखता है. अगर कमरे का तापमान अनुकूल रहता है, तो यह सेक्स का मजा बढ़ा देता है.

6. सेक्स के दौरान पोजिशन का ध्यान रखे

सेक्सक संबंध बनाने के दौरान पोजिशन का भी खयाल रखना बेहद जरूरी होता है. स्त्री के निचले भाग को अगर दो-तीन तकियों के सहारे थोड़ा-सा और ऊपर उठाकर संभोग किया जाए, तो इससे संसर्ग ठीक से हो पाता है. वह स्थिति भी बेहतर होती है, जब स्त्री लेटे हुए पुरुष के ऊपर आकर संभोग करती है. इससे स्त्रियां ‘उन’ अंगों में ज्यातदा उत्तेजना महसूस करती हैं.
एक और पोजिशन महिलाओं व पुरुषों को अच्छा लगता है, वह है ‘डॉगी स्टासइल’. मतलब, जिसमें स्त्री घुटनों और हाथों के बल खुद को संतुलित किए रहती है और पुरुष उसके ठीक पीछे जाकर संभोग करता है.

7. तरीके तो और भी हैं…

ऑस्रेथोंलियन सेक्स रिसर्चर जूलियट रिचटर्स कहती हैं कि सर्वे में शामिल पांच में से केवल एक महिला ने माना कि वे केवल एकदम नॉर्मल तरीके से किए गए संभोग से ही चरम तक पहुंच जाती हैं. ज्याेदातर युवा महिलाओं का मानना था कि वे अपने पार्टनर से चाहती है कि वे सेक्स के दौरान अपने हाथ और मुंह का भी ज्या दा इस्ते माल करें. उन्हेंी अपनी किताब के लिए 19 हजार लोगों पर किए गए सर्वे के दौरान इस तथ्यक का पता चला.
90 फीसदी से ज्या दा महिलाओं ने माना कि वे केवल सेक्सो के दौरान अपने पार्टनर द्वारा मुख का भी इस्तेकमाल किए जाने के बाद चरम तक पहुंचती हैं.
रिसर्च में पाया गया कि जब कामक्रीड़ा आरामदायक तरीके से, धीरे-धीरे, पर लगातार किया जाता है, तो जोड़े चरम तक जल्दीि पहुंच जाते हैं.

8. अगर जल्दबाजी की, तो आप गए काम से

सर्वे में शामिल महिलाओं में से केवल पचास फीसदी ने कहा कि वे 10 मिनट या इससे कम वक्तज में ही चरम तक पहुंच जाती हैं. सेक्स मेडिसिन के एक जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, सेक्स में जल्दुबाजी दिखलाने पर पुरुष तो संतुष्टह हो जाते हैं, पर महिलाएं चरम तक नहीं पहुंच पाती हैं. ऐसे में पुरुषों की जिम्मे दारी होती है कि वे बिना हड़बड़ी दिखलाए अपनी पार्टनर को लंबे गेम में साथ लेकर चलें.

9. संवेदनशील अंगों के पार्ट को पहचानें

सेक्सन पर शोध करने वालों ने पाया है कि केवल G-स्पॉरट ही आनंद देने के लिए पर्याप्तप नहीं है, बल्कि महिलाओं के शरीर में और भी ऐसे भाग हैं, जहां संवेदना ज्यादा होती है. इसमें A- स्पॉ‍ट भी शामिल है, जहां सहलाने से महिलाओं का शरीर यौन क्रिया के लिए शारीरिक रूप से तैयार हो पाता है. इस काम में उंगलियों की कारस्तायनी काम आती है.

10. तैयारी को ठीक से परखें

कोई स्त्रीठ संभोग के लिए तैयार है या नहीं, यह परखने में भी कई बार भूल हो जाती है. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में लेक्चैरर बरबरा कीसलिंग का मानना है कि सिर्फ बाहरी लक्षण से ही इसकी पहचान संभव नहीं है. इनकी नजर में ‘बटरफ्लाई पोजिशन’ सबसे ज्यारदा बेहतर है.

11. ‘कीमत’ तो अदा करनी ही पड़ती है…

अगर महिला अपने थकाऊ काम या नींद की कमी की वजह से परेशान है, तो इसक स्थिति में वह मुश्किल से उत्तेजित होती है. ऐसे में पुरुषों की जिम्मेमदारी बढ़ जाती है. पुरुषों को चाहिए कि वे व्यंतजन पकाने या कपड़े धोने आदि काम में इनकी मदद करें. सर्वे में शामिल महिलाओं ने माना कि ऐसी स्थिति में जब पुरुष उनके काम में मदद करते हैं कि उन्हेंक बेहतर एहसास होता है.

12. जरूरी नहीं कि हर बार चरम तक पहुंचा ही जाए

महिला हर बार चरम तक पहुंच ही जाए, यह कोई जरूरी नहीं है. कई बार तनाव व थकान की वजह से ऐसा नहीं हो पाता. ऐसे में जबरन आधे घंटे तक ‘खेल’ जारी रखने की बजाए इसे खत्म करना बेहतर रहता है. चरम तक न ले जाने के लिए हर बार पुरुष ही जिम्मेहदार नहीं होता. फिर भी अगर महिला चाहे, तो आप अपने हाथों और उंगलियों से उसे संतुष्टन कर सकते हैं. कुल मिलाकर इस क्रीड़ा का आनंद ही मायने रखता है.

The post महिलाये गैर संबंध कब और क्यों बनती है? appeared first on hindisexstories.autocamper-service.ru.

]]>
//hindisexstories.autocamper-service.ru/youjizzmobileporn/sex-knowledge/mahilaye-gair-sambhandh-kab-or-kyo-banati-hai.html/feed 0